बुधवार, 3 जून 2020

नाबालिग से गैंगरेप, चार अरेस्ट, दो फरार

पटना। बिहार की राजधानी में अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे है। ऐसा ही मामला राजधानी पटना के राजीव नगर थाना क्षेत्र से सामने आया है। एक नाबालिक लड़की के साथ 6 बदमाशों ने गैंगरेप जैसी वारदात को अंजाम दिया है। वहीं घटना प्रकाश में आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बलात्कार की घटना को अंजाम देने वाले 4 बदमाशों चिन्हित कर गिरफ़्तार किया है। बताया जा रहा है कि पीड़िता के माता-पिता सब्जी का व्यापार करते है। पीड़िता को पड़ोस के ही 6 युवकों ने अगवा कर एक किराए के मकान में ले गए। जहां बारी-बारी से सभी ने उसके साथ गैंगरेप किया है। वहीं पीड़िता की ओर से महिला थाना में मामला दर्ज कराया गया है। मामला दर्ज होते ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही हैं।


तनाव से ग्रस्त प्रेमियों ने की आत्महत्या

कानपुर। देहात के जलिहापुर गांव के एक प्रेमी युगल ने मंगलवार सुबह खानपुर गांव के पास मालगाड़ी के आगे कूदकर जान दे दी। लड़का और लड़की आपस में दूसरे के समुदाय के थे। लड़की की शादी घरवालों ने दूसरे लड़के से तय की थी। उसकी शादी 28 जून को होनी थी। 25 वर्षीय दिलवर का गांव दूसरे समुदाय की 19 वर्षीय युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दिलवर खेती करता था। युवती गांव के ही डिग्री कालेज में बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा थी। युवती की डेरापुर क्षेत्र के एक गांव में शादी तय हुई थी। लॉकडाउन के कारण चार मई को होने वाली शादी की तारीख बढ़ाकर 28 जून कर दी गई थी।

इससे दोनों परेशान रहते थे। मंगलवार सुबह दोनों ने घर से तीन किमी दूर दिल्ली-हावड़ा रेल लाइन पर खनपुरवा गांव के सामने मालगाड़ी के आगे कूद कर जान दे दी। मालगाड़ी के लोको पायलट ने इसकी सूचना अंबियापुर स्टेशन में दी। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। दोनों के परिजन भी पहुंच गए। पुलिस ने दोनों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए।

नाले का पानी पीने के लिए मजबूर

अम्बिकापुर। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के विधानसभा क्षेत्र अम्बिकापुर के अंतर्गत विकास खण्ड उदयपुर के नवीन ग्राम पंचायत बुले के कानाडाँड़ पारा में लोग आज भी नाला का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। शासन प्रशासन और नेता जी से दर्जनों बार अनुनय विनय करने के बाद भी इन ग्रामीणों की परेशानी दूर नहीं हुई है। ग्राम पंचायत बुले के कानाडाँड़ पारा  के जेठू घर पास लगभग 20 परिवार कई सालों से नाले का पानी पी कर अपना जीवन यापन कर रहे है।      

 

प्रशासन की पहल पर वर्ष 2020 में उक्त स्थल के लिए बोरिंग खुदाई की स्वीकृति भी हो गई पीएचई विभाग का बोरिंग गाड़ी भी गांव के मुहाने पर पहुंचा परंतु रास्ता नहीं होने का बहाना बनाकर गाड़ी वाला वापस चला गया जबकि बोर गाड़ी वाले के कहने पर ग्राम पंचायत द्वारा लगभग 20 हजार रुपये खर्च कर  सड़क बनवाने का कार्य भी जेसीबी के द्वारा कराया गया है। रोड बनने के बाद गाड़ी वाले और पीएचई विभाग का नया बहाना फिर सामने आना इस गांव के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहा है। नया बहाना है की नदी में गाड़ी फंस जाएगी हम नहीं जा सकेंगे बोर करने। इस मोहल्ले के लोग 2 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके  पड़की नाला से  पानी भरकर  प्रतिदिन  लाते हैं  तब जाकर इनकी प्यास बुझ पाती है। वाह रे प्रशासन और प्रशासन के लोग  जो विकास के दावों की डींगे तो हांकते है पर इन्हें ग्रामीण जनों की परेशानी दिखाई नहीं देती यहां पर लोग नाले का पानी पीकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं।

इस बार सभी को आश जगी थी कि अब शासकीय योजना का लाभ मिलेगा और हैंडपंप खुदाई हो जाएगा लेकिन हैंडपंप गाड़ी वाला बिना खुदाई किये ही वापस अम्बिकापुर चला गया। जिस जगह पर हैंडपंप खुदाई किया जाना है वहां इस बरसात के बाद कभी भी हैंडपंप खुदाई नहीं हो सकता क्योंकि एक भूमि स्वामी के खेत से होकर गाड़ी खुदाई के लिए जाएगा। अब उस जगह पर अपनी खेत में जेसीबी के माध्यम से भूमि स्वामी द्वारा छोटा डेम बनाने  का काम चल रहा है जिसमें बरसात के मौसम में  पानी भर जाएगा एवं कभी भी वहां हैंडपंप खुदाई के लिए गाड़ी नहीं जा सकेगी। हैडपम्प गाड़ी के वापस चले जाने पर कानाडाँड़ के लोगों में आक्रोश है।

दिल्ली मेट्रो निर्माण की रफ्तार की रूकी

शशांक तिवारी की रिपोर्ट


नई दिल्ली। लॉकडाउन खत्म होने के बाद अब मेट्रो के निर्माण की रफ्तार बढ़ाने के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं। इनकी कमी से मेट्रो का काम बुरी तरह प्रभावित है। लखनऊ से लेकर कानपुर तक मेट्रो परियोजना को मजदूरों की भारी कमी खल रही है।


यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन कानपुर में मेट्रो का निर्माण करा रहा है। जबकि लखनऊ में मेट्रो के डिपो के निर्माण की वजह से तोड़ी गई पीएसी की बैरक की जगह नई बैरक बनाई जा रही है। लॉकडाउन से पहले बहुत तेजी से काम चल रहा था। कानपुर मेट्रो का काम पूरा करने के लिए 2 वर्ष का समय निर्धारित था लेकिन यूपीएमआरसी ने इसे डेढ़ वर्ष में पूरा करने की तैयारी की थी। मगर अब इंजीनियरों के अरमानों पर पानी फिर गया है। पहले लॉकडाउन की वजह से काम बंद रहा और अब मजदूर नहीं मिल रहे।


कितना समय लगेगा, पता नहीं


मेट्रो की परियोजनाओं को पूरा होने में कितना वक्त लगेगा अभी इसका आकलन नहीं हो पाया है। मेट्रो के अधिकारी कहते हैं कि क्योंकि काफी समय काम बंद है और अब शुरू होने के बाद लेबर नहीं मिल रहे हैं। लेबर कब तक आएंगे यह भी तय नहीं है। जब तक पूरे लेबर नहीं आ जाते, तब तक काम पूरा होने की नई तिथि निर्धारित नहीं की जा सकेगी।


भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा, शवदाह गृह निर्माण

 कमल सिंह राठौर

महाराजगंज रायबरेली। महाराजगंज ब्लॉक मुख्यालय से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम सभा बरहुआ में शासन की महत्वपूर्ण योजना गांव में लोगों को किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाने की स्थिति में किसी तरह की परेशानी ना हो उसके लिए शवदाह ग्रह का निर्माण किया गया। भारी भरकम राशि से बना यह शवदाह ग्रह किसी के भी काम तो नहीं आया। हां, इससे जुड़े लोगों की जेब में जरूर भर गई। मौके पर जाकर देखने से यह पता लगता है कि शायद ही इसका कभी उपयोग हुआ हो। मौके पर बकरियां आराम फरमाते हुए मिली। जहां शासन जनमानस की सुविधाओं को लेकर तमाम तरह की योजनाएं लाती व बनाती है। परंतु उसके निर्माण कार्य में बहुत तेजी से काम कर निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाता है। लेकिन उसके बाद उसका उपयोग हो रहा है या नहीं निर्माण कार्य सलामत बचा नहीं बचा यह देखने और सुनने वाला कोई है नहीं। ग्राम प्रधान को भी इस योजना से होने वाले लाभ की महत्वता गांव में बतानी चाहिए। लेकिन ग्राम प्रधान भी इसके निर्माण तक ही सीमित रह गए निर्माण में प्रधान व जुड़े कर्मचारियों की जेब भरने से मतलब मौके पर वीराना सा खंडहर नजर आता है। कुछ लोग बैठकर ताश खेल रहे हैं ऐसा लगा शवदाह ग्रह न होकर बरात घर बन गया हो या यूं कहें बकरी पालन की कोई योजना हो सरकारे योजनाएं बहुत लाती हैं। लेकिन जमीनी स्तर पर उनको पलीता लगाने वालों की कमी नहीं इसी प्रकार महाराजगंज बछरावां मार्ग पर स्टेडियम बना है ना कभी खेल हुए ना कोई खेलने जाता है। परंतु मेंटेनेंस का काम होता है जब कभी उसके अंदर कोई एक्टिविटी हुई ही नहीं तो मेंटेनेंस क्या खराब हो गया? केवल राम-राम जपना, सरकारी माल अपना। सारी एक्टिविटी निर्माण कार्य हो जाने और उसकी पेमेंट हो जाने तक ही होती है। बाद में कौन देखता है निर्माण का क्या उपयोग हो रहा।

पीएम पर गंभीर लापरवाही के आरोप

बिलासपुर। स्थानीय कांग्रेस भवन में कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष से लेकर जिला कांग्रेस अध्यक्ष तथा विधायक तक सभी ने पत्रकारों के सामने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कोरोना महामारी को लेकर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने समय पर इससे बचने और सावधान रहने के उपायों की ओर दुर्लक्ष किया। जिसके कारण आज यह संकट पूरे देश को अपने आगोश में लेता दिखाई दे रहा है। कांग्रेस के सभी नेता बिलासपुर के कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इनमें प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव,कांग्रेसी विधायक श्रीमती रश्मि सिंह, जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री विजय केशरवानी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरुण सिंह,नगर निगम के महापौर श्री रामशरण यादव, शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्री प्रमोद नायक तथा अर्जुन तिवारी एवं श्री विष्णु यादव शामिल थे। इन सभी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने-अपने तरकश से एक के बाद एक आरोपों के तीर छोड़ते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने जनवरी के महीने में जब कोरोनावायरस की आहट शुरू हुई थी, तब का अति महत्वपूर्ण समय नमस्ते ट्रंप के आयोजन में बर्बाद कर दिया। जबकि यदि इसी समय इस भयंकर महामारी को गंभीरता से लिया जाता और विदेशी विमान सेवाओं को रोककर उनके यात्रियों की सख्त निगरानी की जाती तो यह संकट बहुत कुछ टाला जा सकता था।लेकिन प्रधानमंत्री ने ना तो इस संकट को भारत आने से रोकने की कोई कोशिश की और न ही इस संकट की गिरफ्त में हमारे देश के आने के बाद यहां के करोड़ों श्रमिकों और भारतवासियों की हिफाजत तथा उनके रोजी रोजगार और पेट की आग को शांत करने की दिशा में ही कोई सार्थक उपाय किए। वही लाकडाउन के चलते रोजगार से महरुम हुए देश के लाखों लाख श्रमिकों को उनके अपने गांव-घर पहुंचाने के कोई सम्मानजनक व्यवस्था करने की बजाय उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया गया। कांग्रेस के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह और भाजपा के नेता प्रतिपक्ष श्री धरमलाल कौशिक पर ऐसे संकट के समय प्रदेश में भ्रम फैलाने और ओछी राजनीति करने का गंभीर आरोप लगाया।उन्होंने यह भी कहा कि ना तो पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और धरम लाल कौशिक किसी कोरेन्टिन सेंटर में झांकने तक नहीं गए और वहां की मनगढ़ंत अव्यवस्थाओं को लेकर भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जून 04, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-296 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, जूूून 04, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि- त्रयोदशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:39,सूर्यास्त 07:21।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-38+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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