सोमवार, 1 जून 2020

देश में राशन कार्ड किया जा रहा हैं लागू

नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच प्रवासी मजदूरों और गरीब तबके लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर है। आज से देशभर में वन नेशन वन राशन कार्ड को लागू किया जा रहा है। एक जून से देश में इसकी शुरुआत 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हो रही है। सरकार इस योजना पर तेजी से काम कर रही थी। अब जिसके पास राशन कार्ड नहीं है, वह किसी भी राज्य में इस कार्ड के लिए अप्लाई कर सकता है। दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आत्मनिर्भर राहत पैकेज की घोषणा के दौरान वन नेशन, वन राशन कार्ड का जिक्र किया था। इस कल्याणकारी योजना के तहत देश के गरीबों को किफायती कीमत पर देश के किसी भी हिस्से में सस्ते दाम पर राशन मिलेगा। राशन कार्ड का सबसे ज्यादा फायदा बीपीएल (गरीबी रेखा के नीचे) कार्ड धारकों को मिलता है।


क्या है वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना
वन नेशन वन राशन कार्ड केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना है, जिसके तहत पूरे देश में पीडीएस के लाभार्थियों को कहीं भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत चलने वाली राशन की दुकानों से राशन मिलेगा। यानी किसी भी राज्य का राशन कार्ड धारक दूसरे किसी भी राज्य में भी कार्ड दिखाकर राशन ले सकेगा। उदाहरण के तौर पर किसी का बिहार में राशन कार्ड बना हुआ है और वो दिल्ली में काम करता है तो वो बिहार के राशन कार्ड से दिल्ली में राशन ले सकेगा।


वन नेशन, वन राशन कार्ड के फायदेः इस योजना के लागू हो जाने के बाद पूरे देश में एक ही तरह का राशन कार्ड होगा। लाभार्थी देश में कहीं भी ई-पीओएस उपकरण पर बॉयोमेट्रिक प्रमाणन करने के बाद अपने मौजूदा राशन कार्ड से राशन ले सकते हैं। लाभार्थियों को अंगूठा लगाना अनिवार्य होगा, यही प्रमाण होगा। बॉयोमेट्रिक इस्तेमाल में आधार का इस्तेमाल होगा यानी आधार से लाभार्थियों की पहचान होगी।


राशन कार्ड 10 नंबर का होगाः केंद्र सरकार राज्यों को 10 अंकों का राशन कार्ड नंबर जारी करेगी। इस नंबर में पहले दो अंक राज्य कोड होंगे और अगले दो अंक राशन कार्ड नंबर होंगे। इसके अतिरिक्त राशन कार्ड नंबर के साथ एक और दो अंकों के सेट को जोड़ा जाएगा। इसे देश भर में लागू करने के लिए राशन कार्डों की पोर्टेबिलिटी की सुविधा शुरू होगी।


कई चीजों से किडनी पर होगा 'असर'

रोजाना के खाने में हम ऐसी कई चीजों के सेवन करते हैं जो हमारी किडनी के लिए सही नहीं होतीं या जो हमारी किडनी पर बुरा असर डाल सकती हैं। अक्सर ऐसी चीजों के असर हमें एक या दो दिन में दिखाई नहीं देते और हमें लगता है कि हमें कोई नुक्सान नहीं हो रहा है। लेकिन आप क्या खा रहे हैं, यह आपके स्वास्थ्य पर लंबा और गहरा असर डालता है। इसलिए अपनी डाइट पर ध्यान देना और ज्यादा से ज्यादा हेल्दी भोजन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है। अपनी किडनी के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहते हैं तो इन बातों पर ध्यान देना न भूलें, क्योंकि इन खाने की चीजों से आपकी किडनी की सेहत पर असर पड़ता है, जो शायद आप जानते भी नहीं होंगे:
नमक: अधिक नमक खाने से कुछ लोगों का ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और इससे किडनी खराब होने की गति भी बढ़ सकती है। इससे किडनी स्टोन भी होने की संभावना होती है।
अधिक प्रोटीन नहीं लाभकारी : प्रोटीन हेल्दी डाइट के लिए काफी अच्छा होता है, लेकिन अगर आपकी किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती है तो ज्यादा प्रोटीन आपके लिए हानिकारक हो सकता है। इसके लिए आप डॉक्टर से भी पूछ सकते हैं। किडनी से सम्बंधित समस्या होने पर छोटे पोरशन में प्रोटीन लेना होता है। अंडा, मछली, नट्स आदि में प्रोटीन की अधिक मात्रा पाई जाती है।
केम्पा/सोडा : अगर आप एक दिन में दो या उससे अधिक सोडा या केम्पा के ग्लास पी जाते हैं तो आपको किडनी से जुडी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। एक स्टडी के अनुसार, डाइट सोडा पीने वाली महिला की किडनी 20 साल बाद आम महिला की किडनी से 30 प्रतिशत कम काम कर रही थी।
डिहाइड्रेशन: यह तो सभी को पता है कि हमारा शरीर अधिकतर पानी से बना है। इसलिए हमारे शरीर में ठीक मात्रा में पानी होना जरूरी है। अगर आप सही मात्रा में रोज पानी नहीं पी रहे हैं तो किडनी डैमेज होने की संभावना बढ़ जाती है। अब आप यह कैसे पता लगाएं कि आप ठीक मात्रा में पानी पी रहे हैं? इसका जवाब है कि अगर आपके मूत्र का रंग हल्का पीला है तो समझ लें कि आप ठीक मात्रा में पानी पी रहे हैं।
अधिक एक्सरसाइज : काफी लम्बे समय तक बहुत अधिक वर्क-आउट करना भी परेशानी का सबब बन सकता है। इससे रेब्डोमाईओलाइसिस नामक बीमारी होने का खतरा रहता है। इस बीमारी में डैमेज हुए मसल टिश्यू बहुत जल्दी टूटने लगते हैं। आपके खून में इसके टूटे हुए पदार्थ किडनी फेल करने तक में सक्षम होते हैं। इसलिए अगर आप बॉडी बना रहे हैं या वर्क आउट कर रहे हैं तो धीरे-धीरे इसे अपने रूटीन में लाएं। अगर आपको गाढ़े पीले रंग का यूरिन आता है और मसल में दर्द भी हो तो डॉक्टर को दिखाएं।


परिजन के शव को सड़क किनारे छोड़ा

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)। कोरोना वायरस के खौफ के चलते एक परिवार ने 35 वर्षीय एक परिजन के शव को सड़क के किनारे छोड़ दिया, जबकि उसकी मौत अस्थमा और दिल की बीमारियों से हुई थी। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। प्रवासी श्रमिक चार दिन पहले मुंबई से प्रतापगढ़ में अपने गांव लौटकर आया था और शनिवार को उसे सांस और हृदय रोगों के चलते स्वरूप रानी अस्पताल लाया गया था। रानीगंज के डिप्टी एसपी अतुल अंजन त्रिपाठी ने संवाददाताओं को बताया, “एक डॉक्टर से सलाह लेने के बाद घर लौटते समय उनकी हालत अचानक बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई। परिवार के सदस्यों को संदेह था कि उसकी मौत कोरोनावायरस से हुई है, लिहाजा उसके शव को गांव के बाहर छोड़ दिया और घर चले गए।”


रविवार तड़के प्रयागराज-प्रतापगढ़ राजमार्ग पर रानीगंज पुलिस स्टेशन के अंडर आने वाले दमदम गांव में सड़क किनारे पड़े शव को लोगों ने देखा। पुलिस ने परिवार का पता लगाया लेकिन उन्होंने शव को लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने आगे बताया, “प्रवासी को थर्मल स्कैनिंग और चिकित्सीय जांच के बाद 21-दिवसीय होम संगरोध की सलाह दी गई थी। उसको अस्थमा और हृदयरोग की समस्या थी।” एक स्वास्थ्य टीम ने बाद में मृत व्यक्ति के चिकित्सा इतिहास का विश्लेषण किया और कहा कि अस्थमा और दिल की बीमारी के कारण हुई जटिलताओं से उसकी मृत्यु हो गई। वरिष्ठ पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों ने तब परिवार को आश्वस्त किया कि वह कोरोनावायरस से नहीं मरा और यहां तक कि शरीर से एक नमूना भी लिया और परीक्षण के लिए भेजा। अधिकारियों ने परिवार के डर को दूर करने के लिए उन्हें पीपीई किट और सैनिटाइजर दिया। अंतत: रविवार शाम को प्रयागराज में शव का अंतिम संस्कार किया गया।


बृजेश केसरवानी


बिना सब्सिडी वालें सिलेंडर हुए महंगें

नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में रसोई गैस के दाम बढ़ने के कारण देश में बिना सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलेंडर आज से महँगा हो गया है। देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली 14.2 किलोग्राम के बिना सब्सिडी वाले घरेलू रसोई गैस सिलेंडर का मूल्य जून महीने के लिए 593 रुपये तय किया गया है।


मई में इसकी कीमत 581.50 रुपये थी। इस प्रकार इसमें 11.50 रुपये की वृद्धि की गयी है। इससे पहले मई में कीमत में 162.50 रुपये की बड़ी कटौती की गयी थी। इंडियन ऑयल के बयान में कहा गया है “अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जून महीने के लिए रसोई गैस की कीमत बढ़ी है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत में बढ़ोतरी के कारण दिल्ली में रसोई गैस का बाजार मूल्य प्रति सिलेंडर 11.50 रुपये बढ़ाया गया है। हालाँकि इससे प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थी प्रभावित नहीं होंगे क्योंकि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 30 जून तक उन्हें मुफ्त सिलेंडर दिया जायेगा।”


कैबिनेट बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू

नई दिल्ली। मोदी कैबिनेट की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है। किसान और उद्योग को लेकर कई अहम फैसले लिए गए हैं। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि एमएसएमई को 20 हजार करोड़ लोन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है, जिससे नौकरी के अवसर बढ़ेंगे। कैबिनेट के फैसले से किसानों को करोड़ो का लाभ होगा।


प्रकाश जावड़ेकर ने कहा 14 फसलों पर किसानों को लागत से 50 फीसदी से 83 फीसदी ज्यादा कीमत मिलेगी। खेती और उस जुड़े काम के लिए 3 लाख तक के अल्पकालिक कर्ज के भुगतान की तिथि 31 अगस्त 2020 तक बढ़ाई गई है। सरकान ने किसानों के लिए बड़े फैसले किए हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य उसकी कुल लागत का डेढ़ गुना ज्यादा रखने का वादा सरकार पूरा कर रही है।

सरकारों को ज्यादा गंभीर होने की सलाह

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कोरोना को लेकर केन्द्र और राज्य सरकारों को और ज्यादा गंभीर होंने की सलाह दी है।


मायावी ने सोमवार को ट्वीटर के माध्यम से लिखा, “देश में कोरोना महामारी से पीड़ितों व उससे बढ़ती मौतों की चिंताओं के बीच आज 69वें दिन लॉकडाउन-5 कुछ छुट के साथ प्रारम्भ हो गया है जो 30 जून तक चलेगा जबकि अभी भी पूरा देश कोरोना की मार से त्रस्त है तो ऐसे में केन्द्र व राज्य सरकारों को और भी ज्यादा गंभीर होने की जरूरत है।” उन्होंने आगे लिखा, “नेपाल ने अपने देश का नया नक्शा तैयार करके उसमें कालापानी सहित भारत के 370 किलोमीटर क्षेत्र पर अपना दावा ठोककर भारत को निश्चित ही नई दुश्कर स्थिति में डाल दिया है। ऐसे में पड़ोसी देश नेपाल के इस अनापेक्षित कदम पर केन्द्र की सरकार को जरूर गंभीरतापूर्वक सोच-विचार करना चाहिए।”

शहर की सीमा हफ्ते तक बंद रहेगीः अरविंद

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को घोषणा की है कि शहर की सीमा एक हफ्ते तक और बंद रहेगी। हालांकि उन्होंने नाई की दुकानों और सैलून्स को खोलने की अनुमति दे दी है, जबकि स्पा शहर में बंद रहेंगे। सोमवार से लॉकडाउन के पांचवें चरण की शुरुआत हो रही है। मीडिया से बातचीत में केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन का नया संस्करण शुरू हो रहा है और केंद्र ने अपने दिशा-निर्देश साझा किए हैं।


उन्होंने कहा, “इसके आधार पर हमने नाई की दुकानों और सैलून्स को खोलने की अनुमति देने का फैसला किया है। हालांकि स्पा फिलहाल बंद रहेंगे।” मुख्यमंत्री ने कहा, “रात के नौ बजे से सुबह के पांच बजे तक कर्फ्यू बना रहेगा। इसके साथ ही उन्होंने आगे यह भी कहा कि अब चार पहिया वाहनों या दो पहिया वाहनों पर लोगों की सवारी पर कोई सीमा नहीं रहेगी।” उन्होंने कहा, “पहले के आदेशानुसार ऑटो, ई-रिक्शा और अन्य वाहनों में यात्रियों की संख्या निर्धारित थी, लेकिन अब हम ऑटो, ई-रिक्शा और अन्य वाहनों में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या पर से प्रतिबंध हटा रहे हैं।” केजरीवाल ने कहा, “अब तक जिन भी चीजों की अनुमति थी, वे भविष्य में भी बरकरार रहेंगी। बाजारों में सभी दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाएगी, कोई भी ऑड-ईवन लागू नहीं किया जाएगा।” केजरीवाल ने कहा, “हम बाजारों में दुकानों के लिए ऑड-ईवन के नियम अपना रहे थे, लेकिन केंद्र सरकार ने अब ऐसा कोई नियम नहीं बताया है, इसलिए सभी दुकानें अब खुल सकती हैं।” वह आगे कहते हैं, “अगर हमने सीमाएं खोल दीं, तो देश भर से लोगों का आना शुरू हो जाएगा, क्योंकि दिल्ली में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हैं।” इस पर उन्होंने जनता से राय मांगी है। केजरीवाल ने कहा, “सीमा को एक सप्ताह के लिए सील कर दिया जाएगा और केवल आवश्यक सेवाओं की अनुमति दी जाएगी। बाकी, यह जनता के सुझावों पर निर्भर करेगा।” उन्होंने पूछा, “हम सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में इलाज करा रहे हैं। जस समय हम सीमा को खोलेंगे, यहां बिस्तर सीमित हो जाएंगे। हमें क्या करना चाहिए, क्या हमें सीमा खोलनी चाहिए?” केजरीवाल ने कहा कि लोग शुक्रवार शाम के पांच बजे तक अपनी प्रतिक्रियाएं दे सकते हैं। इसके लिए तीन तरीके हैं – 1031 डायल करें और अपना संदेश रिकॉर्ड करें, 8800007722 पर व्हाट्स एप करें या दिल्लीसीएम डॉट सजेशंस एट द रेट डॉट कॉम पर ईमेल करें।

यूपी में आकड़ा बढ़कर 8,000 के पार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक दिन में आए 378 सर्वाधिक दैनिक मामलों के बाद राज्य में कोरोना वायरस महामारी की चपेट में आए लोगों का आकंड़ा बढ़कर आठ हजार के पार पहुंच गया। रविवार को ही यहां चार नई मौतें देखने को मिली हैं।


संयुक्त निदेशक/एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के निगरानी अधिकारी (आईडीएसपी) डॉ. विकासेंदु अग्रवाल ने कहा, “चार मौतें आगरा, मेरठ, देवरिया और गोरखपुर में हुई हैं, रविवार को ही 378 नए मामले सामने आने के बाद महामारी से संक्रमित हुए लोगों का कुल आंकड़ा बढ़कर 8 हजार 075 हो गया है।” अग्रवाल ने कहा, “राज्य में सामने आए मामलों की यह संख्या दैनिक आंकड़ों में सर्वाधिक है।”


एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, “लॉकडाउन में ढील दी जा रही है, लेकिन लोगों को स्थिति की गंभीरता को महसूस करने की आवश्यकता है। यहां तक कि सुरक्षा प्रोटोकॉल के थोड़े से उल्लंघन से कोरोना के मामलों में तेजी आ सकती है।”


'श्रद्धालु' विष्णु की प्रसन्नता के लिए व्रत करेंगे

रायपुर। निर्जला एकादशी मंगलवार को मनाई जाएगी। इसमें दान का विशेष महत्व है। ऐसे में आस्थावान शहर के प्रमुख बाजारों में जाकर दान के लिए सामग्री खरीदेंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान श्री विष्णु की प्रसन्नाता के लिए व्रत करेंगे। इस व्रत के दौरान व्रतधारी श्रद्धालु पानी का त्याग करते हुए ब्राह्मण और जरूरतमंद लोगों को ठंडे पेयजल के लिए मिट्टी का घड़ा, सुराही, मौसमी फल सहित अन्य खाद्य सामग्री के दान करने का महत्व है। व्रत के दौरान श्रद्धालुओं को ग्रीष्मऋतु के दौरान उपयोग होने वाली वस्तुओं का दान करना चाहिए, जिससे अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है।


 

 


निर्जला एकादशी ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को पड़ती है। इस दिन जलदान करने का विशेष महत्व है। इसके लिए जगह-जगह राहगीरों के लिए प्याऊ शुरू कराई जा सकती है। मिट्टी के बर्तन खरीदकर जरूरतमंद लोगों को दान करना चाहिए। खरबूजा और तरबूज जल देने वाला फल है। इसके अंदर जल की मात्रा अधिक होती है। इसलिए खरबूज और तरबूज का दान करना चाहिए। गर्मी के कारण शरीर में मधु शक्कर का लेवल कम हो जाता है। इसलिए जरूरतमंद लोगों को शक्कर का दान करना चाहिए। इसके अलावा ब्राह्मणों को सीधे यानि आटा, दाल, चावल, घी आदि का दान करने का भी महत्व है। यह व्रत अत्यधिक कठिन होता है लेकिन श्रद्धालु 24 घंटे तक निर्जला रहकर व्रत करते हैं।


हज़ारो श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई

प्रयागराज। गंगा दशहरा में हर वर्ष की अपेक्षा भीड़ कम रही फिर भी हज़ारो श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। देश के संतों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था अखिल भारतीय अखाडा परिषद के तमाम संतों ने इस मौके पर संगम मे डुबकी लगाई ।इन संतों में अखिल भारतीय अखाडा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहन्त नरेंद्र गिरि , महामंत्री श्रीमहन्त हरिगिरि , जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहन्त प्रेम गिरि , जूना अखाड़े के पूर्व अध्यक्ष श्रीमहंत सोहन गिरि और महानिर्वाणी अखाडे के श्रीमहंत यमुना पुरी , श्रीमहन्त पुष्कर गिरि , महन्त ईच्छा गिरि , थानापति अरुण भारतीय प्रमुख रहे। संगम संगम स्नान के दौरान हर हर महादेव , हर हर गंगे के साथ गंगा मैया के जयकारे लागाये और गंगा की पूजा अर्चना के साथ साथ गंगा को पुष्प भी अर्जित किये। इस मौके पर श्री पंचदशनाम जूना अखाडे के संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि और अध्यक्ष श्रीमहन्त ने गंगा दशहरा का महत्व बताते हुए कहा कि आज के ही दिन गंगा धरती पर  सभी के उद्धार के लिए अवतरित हुई थीं और जरूर ही  गंगा मैया कोरोना महामारी से सभी को जल्दी निजात दिलायेंगी।



  • ब्रजेश केसरवानी


अमेरिका के 40 शहरों में हो रही हिंसा

नई दिल्ली/ वाशिंगटन। अमेरिका में पिछले 6 दिन से 40 से अधिक शहरों में भीषण प्रदर्शन, हंगामा और हिंसा हो रही है। बेकाबू प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों, दुकानों और मकानों को आग के हवाले कर दिया है। वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी कर सरकारी संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचाया गया है।प्रदर्शनकारियों ने हंगामा करते हुए पूरी की पूरी शॉपिंग मॉल को ही लूट लिया। इतना सब होता देख कुछ देर के लिए व्हाइट हाउस को बंद करना पड़ गया। हालात अभी भी काबू नहीं किया जा सका है। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जबरदस्त भिड़ंत हुई है। प्रदर्शनकारियों का यह हिंसा कई जगहों पर प्रदर्शन दंगे में बदल गया है। लोगों ने पुलिस की गाड़ियों, इमारतों में आग लगा दी और दुकानों से सामान लूट लिया। नैशविले में कोर्ट की ऐतिहासिक बिल्डिंग को आग के हवाले कर दिया गया। इस दौरान कम से कम 2 लोगों की मौत भी हो गई।


प्रदर्शन में शामिल शहरों में न्यूयॉर्क, लॉस एंजिलिस, कैलिफोर्निया, ओहियो, कोलोराडो, विस्कोन्सिन, केन्टकी, उटाह, टेक्सास और वॉशिंगटन प्रमुख हैं। मिन्नेसोटा और जॉर्जिया राज्य में इमरजेंसी का ऐलान करना पड़ा। 40 से अधिक शहरों में दंगे की वजह से कर्फ्यू लगाना पड़ा। कर्फ्यू के बावजूद प्रदर्शन खत्म नहीं हुए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर मिनीपोलिस में प्रदर्शन कर रहे लोगों को ठग कहा था. पुलिस हिरासत में अश्वेत व्यक्ति की मौत के मामले में डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस एक पाप की वजह से हमारे देश पर अक्सर दाग लगता है।


गाइडलाइन के साथ लॉकडाउन में ढ़ील

मुंबई। कोरोना वायरस के चलते मार्च के महीने से अभी तक देशभर में लॉकडाउन लगा हुआ है। हालांकि अब खास शर्तों और गाइडलाइन्स के साथ लॉकडाउन में ढील दी जा रही है। इसी के साथ फिल्मों और टीवी सीरियल्स की शूटिंग दोबारा शुरू होगी। मार्च के महीने से फिल्म और टीवी इंडस्ट्री पर ताला लगा हुआ है। अब महाराष्ट्र सरकार ने गाइडलाइन्स के साथ शूटिंग करने की इजाजत दी है।


इसके लिए नए नियम कुछ इस प्रकार हैंः फिल्म और टीवी सीरियलों के सेट्स पर पाबंदियां लगाई गई हैं, जिनका पालन सभी को करना होगा। नई गाइडलाइन के अनुसार कोई भी 65 की उम्र से ज्यादा का व्यक्ति, प्रेग्नेंट महिला, एक्टर्स या स्टाफ के पार्टनर्स आदि सेट पर नहीं आ सकते। हर फिल्म सेट पर डॉक्टर्स, नर्स और एम्बुलेंस का होना जरूरी है और किसी के भी कोरोना पॉजिटिव निकलने पर तुरंत उसका इलाज होना चाहिए। सेट पर किसी को भी हाथ मिलाकर, किस करके या गले लगाकर हैलो करने की मनाही है। किसी दूसरे का मेकअप इस्तेमाल नहीं करना है। साथ ही गंदे कपड़ों की धुलाई रोज होनी जरूरी है. सेट्स पर इस्तेमाल होने वाले सामान को कम करने के लिए भी कहा गया है। सेट्स पर हर तरह की सफाई रखी जानी जरूरी है। एक टेंट में 5 लोगों से ज्यादा एक बार में नहीं रह सकते. फिल्मों या सीरियल में बड़े सीक्वेंस जैसे शादी वगैरह की शूटिंग मना है। सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करना है। किसी भी सेट पर 33% स्टाफ को इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है। हर सदस्य सेट पर एंट्री करने से पहले अपने हाथ साबुन और पानी से धोएगा, ट्रैवल के समय पहने हुए कपड़ों को बदलेगा और नए साफ कपड़ों को पहनकर काम करेगा. इसके साथ ही स्टाफ के सदस्यों को अपने जूते-चप्पल भी उतारने होंगे और नए फुटवेयर और मोज़े पहनने होंगे, जो वो अपने घर से ही लाएंगे।


गाइडलाइन के अनुसार अगर हो सके तो कास्टिंग, लुक टेस्ट और मीटिंग वीडियो कॉल, वीडियो कॉन्फ्रेंस, फेसटाइम या स्काइप पर की जाए। आर्टिस्ट को अपने घर पर ही तैयार होने की कोशिश करनी है और सेट पर ज्यादा स्टाफ लेकर नहीं आना है। एक्टर्स को अपने साथ एक स्टाफ मेम्बर को लाने की इजाजत है, जो हेयर और मेकअप दोनों कर सके. इसके साथ ही हर तरह की फिटिंग का काम भी एक्टर्स से घर पर ही करने को कहा गया है। आर्टिस्ट को अपने घर से खाना लाने की सलाह दी गई है। सेट्स पर कम से कम जूनियर आर्टिस्ट होंगे। सभी सदस्य अपना पहचान पत्र लेकर आएंगे। साथ ही उन्हें सेट्स तक ट्रेवल करने के लिए पुलिस से अनुमति लेनी पड़ेगी और आईडी दिखाना होगा। एक्टर्स को खुद से कुछ कॉस्टयूम लाने होंगे, जिन्हें वे शूट पर पहन सकें। प्रिंटिंग की जगह पर सैनिटाइजर का होना जरूरी है। साथ ही स्क्रिप्ट या किसी चीज की कॉपी को कम से कम लोग छुए तो बेहतर होगा। टैलेंट और मेकअप आर्टिस्ट को अपने सेशन के पहले और बाद में हाथ धोने जरूरी हैं। साथ ही हर एक्टर के लिए अलग मेकअप ब्रश, हेयर ब्रश और कंघी का इस्तेमाल जरूरी है। इनका सैनिटाइज होना भी महत्वपूर्ण है। हेयर और मेकअप के समय आर्टिस्ट को PPE पहनना जरूरी होगा, जिससे अलग-अलग लोगों के कॉन्टेक्ट में आने पर भी वो सुरक्षित रहे। एक्टर्स अपने बाल खुद बनाकर आएं तो बेहतर होगा. हेयर और मेकअप आर्टिस्ट को फेस शील्ड पहनना जरूरी है। वरना हेयर और मेकअप के स्टेशन के बीच 6 फुट का फासला होना चाहिए। डिस्पोजेबल किट का इस्तेमाल मेकअप के समय किया जाए, जिससे इस्तेमाल के बाद उसे फेंका जा सके और अगली बार फ्रेश किट से मेकअप हो।


कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...