मंगलवार, 26 मई 2020

अखबार पूरी तरह सुरक्षितः जावड़ेकर

नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच कहा है कि मीडिया संस्थानों को चाहिए कि वह नागरिकों को इस बात को समझाने का प्रयत्न करें कि अखबार पूरी तरह से सुरक्षित हैं।


उन्होंने कहा, “कोविड-19 संक्रमण के चलते लोगों में भय पैदा हुआ है और इस कारण उन्होंने समाचार-पत्र लेना बंद कर दिया है, ऐसे में समाचार पत्रों को जागरूकता अभियान चलाकर उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है।”उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार दिहाड़ी मजदूरों की मुश्किलों को कम करने के लिए हर संभव प्रयत्न कर रही है। अकेले रेलवे के जरिए 37 लाख और अन्य माध्यमों से कुल मिलाकर 50 लाख मजदूरों को उनके गृह राज्य भेजा जा चुका है। जावड़ेकर ने कहा कि सरकार पूरे देश में कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम चाहती थी, इसलिए लोगों को पहले उनके घर नहीं भेजा गया।


हालांकि उन्होंने कहा, “उनके (जाने के) लिए पूरी व्यवस्था कर ली जाएगी। लोगों को हम जबरन नहीं रोक सकते हैं, अब उनकी इच्छा हो रही है, तो वे घर जा रहे हैं और सरकार व्यवस्था कर रही है।” उनसे की गई विशेष बातचीत के कुछ अंश इस प्रकार हैं:


प्रश्न: आपके गृह राज्य (महाराष्ट्र) में कोविद -19 संक्रमण के मामले अधिक क्यों हैं, विशेष रूप से मुंबई में, दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है?
उत्तर: वहां समय पर उचित कारवाई नही हुई। महामारी की रोकथाम के लिए देर से कदम उठाए गए। इसी वजह से वहां मामले बढ़े, लेकिन अब स्थिति को नियंत्रण में लाया जा रहा है।


प्रश्न: सूचना एवं प्रसारण मंत्री होने के नाते आप लोगों तक कैसे पहुंच रहे हैं और कैसे महामारी के बारे में जागरूकता पैदा कर रहे हैं? मंत्रालय जनता के सवालों का जवाब कैसे देता है?
उत्तर: कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय 24 घंटे सातों दिन काम कर रहा है। हम लोगों के लिए हर समय मौजूद हैं। लोगों में जागरूकता फैलाने का काम बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार के (दूसरे कार्यकाल के) एक वर्ष पूरे हो गए हैं। इस दौरान हमने कई उपलब्धियां हासिल की हैं और कोविड-19 संक्रमण के खिलाफ लड़ाई उन प्रमुख उपलब्धियों में से एक है।”


प्रश्न: आपने जम्मू-कश्मीर का उल्लेख किया है। क्या आप मानते हैं कि महामारी के बाद केंद्र शासित प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां शुरू हो जाएगी?
उत्तर: वहां पहले से ही राजनीतिक गतिविधि चल रही है। एक दो नेताओं को छोड़कर कोई भी हिरासत में नहीं है। इंटरनेट चालू है। हाल ही में स्थानीय चुनाव सफलता पूर्वक कराए गए हैं। उन्होंने आगे कहा, “जहां तक जम्मू एवं कश्मीर में चुनाव का मसला है वह एक अलग मुद्दा है और उस पर निर्णय (चुनाव) आयोग को करना है।”


प्रश्न: सरकार का कहना है कि आर्थिक पैकेज अर्थव्यवस्था को फिर से जीवंत करेगा, लेकिन विपक्ष कह रहा है कि सरकार रेटिंग से डरती है और इसीलिए वह लोगों को सीधे पैसा नहीं दे रही है, इस पर क्या कहेंगे ?
उत्तर: वह (तत्कालीन कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार ने) कैसे 2008 और 2009 के संकट से निपटे .. हमने इससे सबक लिया है और हमने कई उपायों पर खुद को सही किया है। अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए आत्मनिर्भर पैकेज बहुत व्यापक और टिकाऊ है।


प्रश्न: क्या आपको लगता है कि मीडिया उद्योग के लिए भी एक प्रोत्साहन की आवश्यकता है? कई संस्करण बंद हो रहे हैं। क्या हम मीडिया के लिए भी पैकेज की उम्मीद कर सकते हैं?
उत्तर: मेरी संवेदनाएं सबके साथ है, लोग अखबार नहीं खरीद रहे हैं। डिस्ट्रीब्यूटर अखबार नहीं बांट रहा है, ये सरकार की गलती नहीं है। मुझे हैरानी है कि अभी तक किसी भी अखबार ने कोरोना को लेकर कोई कंपैन नही चलाया कि समाचार पत्र से कोरोना संक्रमण नहीं होता है।


उन्होंने आगे कहा, “आज टीवी और रेडियो पर विज्ञापन बढ़ गया है। अब मीडिया को डिजिटल के साथ जीना सीखना होगा। अखबार के क्षेत्र में विज्ञापनों की कमी है, जबकि रेडियो और टीवी विज्ञापनों से भरे हुए हैं।”


हरिद्वार में बनाए गए चार कंटेनमेंट जोन

देहरादून। कोरोना वायरस ने देश और दुनिया में अपना संक्रमण फैला रखा है। जनता के लोग इसके संक्रमण से लगातार जूझ कर रहे हैं। इस वायरस के चलते जनता इसके संक्रमण से रोकथाम के लिए अनेक प्रकार के प्रयास कर रही है। दरअसल देश भर में कोविड-19 (COVID-19) के मरीज़ तेजी से बढ़ रहे हैं, आने वाले दिनों में उसमें और इजाफा हो रहा है। साल 2020 में देश संकट के दौर से गुजर रहा। दरअसल सूत्रों के मुताबिक उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हरिद्वार जिले में चार नए क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिलाधिकारियों को कंटेनमेंट जोन घोषित करने का अधिकार दिया है। हरिद्वार जनपद में लक्सर क्षेत्र के मुंडाखेड़ा कला, दुर्गापुर और ग्राम दबकी और रुड़की की आदर्श कॉलोनी को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। दरअसल इन्हें मिलाकर देहरादून, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले में कंटेनमेंट जोन की संख्या 17 हो गई है। वहीं, देहरादून के चमन विहार कॉलोनी को कंटेनमेंट जोन से बाहर किया गया है।

दरअसल अपर सचिव युगल किशोर पंत ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने से नए कंटेनमेंट जोन चिह्नित किए जा रहे हैं। जिन क्षेत्रों में संक्रमित मरीज संस्थागत क्वारंटीन में मिल रहे हैं, उन क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन नहीं बनाया जा रहा है। लेकिन होम क्वारंटीन में रहने वाले संक्रमित मरीजों के क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा रहा है। कंटेनमेंट जोन में किसी भी गतिविधि में कोई रियायत नहीं है। आवश्यक सेवाओं को छोड़ कर सभी गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध है।

पांच राज्यों में भीषण लू का प्रकोप

नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में पिछले कुछ दिन से जबरदस्त गर्मी है और कहीं-कहीं तो तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के ऊपर तक जा रहा है। आईएमडी ने रविवार को उत्तर भारत के लिहाज से 25-26 मई के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जहां लू का प्रकोप अपने चरम पर हो सकता है। हालांकि ये तापमान फलोदी के आगे कुछ भी नहीं, जहां गर्मी में पारा 51 तक चला जाता है। साल 2016 की मई में लगातार 5 दिनों तक ये तापमान बना रहा। जानिए, देश के सबसे शुष्क प्रदेश के बारे में।


जोधपुर जिले का छोटा सा शहर एकाएक साल 2016 में सुर्खियों में आया, जब यहां का टेंपरेचर 51 डिग्री सेल्सियस तक मापा गया. इसके इतने गर्म होने के पीछे वजह ये है कि ये शहर थार रेगिस्तान से सटा हुआ है. ये वही थार मरुस्थल है, जिसका लगभग 80 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा भारत में और बाकी हिस्सा पाकिस्तान में लगता है. गर्मियों में बेहद गर्म और सर्दियों में काफी ठंडा रहने वाला फलोदी शहर अपने आसपास बड़े शहरों से घिरा हुआ है जैसे बीकानेर, जैसलमेर और नागौर। माना जाता है कि ये शहर काफी प्राचीन है. साल 1230 में यहां का प्रसिद्ध कल्याण रावजी मंदिर बना था. वैसे शहर का निर्माण 14वीं सदी के अंत से माना जाता है, जब राजा हमीर सिंह ने यहां काफी सारे विकास कार्य करवाए, जैसे इमारतें, दुकानें और बावड़ियां बनवाना. यहां पर साल 1847 में बना जैन तीर्थ पारसनाथ मंदिर है, जहां उस दौर में भी बेल्जियम ग्लास का इस्तेमाल हुआ था। साल 2011 के सेंसस के मुताबिक यहां की आबादी लगभग 49,766 है, जो यहां की इंडस्ट्रीज में काम करती है. बता दें कि पुराने दौर में काफी समृद्धि देख चुका ये शहर अब भी अपनी औद्योगिक समृद्धि के लिए जाना जाता है. फलोदी पूरे देश में नमक का सबसे बड़ा सप्लायर है. साथ ही यहां प्लास्टर ऑफ पेरिस का खूब काम होता है. हालांकि इन सबसे ऊपर एक और बात है, जो इस गर्म इलाके को नाम देती है. दरअसल यहां के खिंचान गांव में हर साल प्रवासी सारस पक्षी आते हैं. साल 1970 में सारस का यहां आना शुरू हुआ. माना जाता है कि तब एक स्थानीय परिवार सारसों के झुंड को खाना खिलाया करता था. इसके बाद से हर साल सारस आने लगे. स्थानीय लोग भी बर्ड फीडिंग से जुड़ते चले गए और हर साल के साथ प्रवासी पक्षियों की संख्या बढ़ती चली गई।


अब हर साल यहां अगस्त से लेकर अगले मार्च तक लगभग 20,000 सारस पक्षी आते हैं। माना जाता है कि Demoiselle crane के नाम से जाने जाने वाले ये पक्षी साइबेरिया, चीन के एक हिस्से और मंगोलिया से भी आते हैं। स्थानीय बोली में इन्हें कुरजां कहा जाता है. पक्षियों को खाना खिलाने के लिए यहां के लोगों ने एक चुग्गा घर बना रखा है, जहां रोज डेढ़ घंटे के आसपास सारस खाना खाते हैं। इन्हें ही देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. यहां तक कि विदेशी सैलानी भी इसे देखने के लिए आते हैं।


वैसे राजस्थान का चुरू भी कुछ कम गर्म नहीं. इसे साल 2019 में दुनिया के 15 सबसे गर्म क्षेत्रों की सूची में जगह मिली. तब यहां का टेंपरेचर 50.3 डिग्री सेल्सियस था। दिन के 9 बजे भी यहां तापमान 45 से ऊपर चला जाता है। वैसे हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान का भी इस लिस्ट में नाम है। यहां का जकोबाबाद शहर दुनिया के गर्म इलाकों में सबसे ऊपर है।


हालांकि सबसे गर्म क्षेत्रों की बात करें तो दुनियाभर के मरुस्थलों के तापमान सुनकर किसी के भी पसीने छूट जाएं। जैसे कैलीफोर्निया की डेथ वैली का तापमान 56.7 भी पहुंच चुका है. ये साल 1913 की बात है। इतने तापमान में इंसानों या जीव-जंतुओं का रहना भी असंभव है। इसके बाद लीबिया के अजिजियाह का नंबर आता है। यहां पर साल 1922 में तापमान 58 डिग्री तक पहुंच चुका था। लेकिन आम दिनों में यहां का तापमान डेथ वैली से कुछ कम ही रहता है।


खरबूजे को करते हैं ज्यादा पसंद

गर्मी आते ही बाजार में खरबूजा तरबूज दिखने लग जाते हैं। हालांकि लोगों को अपनी अपनी पसंद के अनुसार या तो तरबूज पसंद आता है या खरबूजा पसंद आता है। लेकिन ज्यादातर लोग खरबूजे को अहमियत देते हैं। क्योंकि यह गर्मियों में आपके शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है हालांकि इसके अन्य फायदे भी आपके शरीर को देखने को मिलते हैं। लेकिन क्या आप इस बात को जानते हैं कि खरबूज की गिरी के फायदे भी बहुत होते हैं।


खरबूजे के बीज में पोटेशियम होता है। जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है इससे दिल हेल्दी रहता है।खरबूजे के बीज में प्रोटीन अच्छी मात्रा में होता है। जो आप के नाख़ून और बालों की ग्रोथ को बढ़ाता है।


खरबूजे के बीजों में विटामिन सी मौजूद होता है। जो आपके खून में वाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाता है जिससे आपकी इम्यूनिटी सिस्टम स्ट्रांग होता है। यह खून के फ्लो को बढ़ाने का काम करते हैं। जो ब्रेन टिशु उसको शांत कर के तनाव को मुक्त करता है। यह भी जुकाम से लड़ने के लिए काफी मददगार होता है। यह शरीर से अतिरिक्त कब को कम करता है और कंजेशन में राहत दिलाता है।


आरटीआई के तहत देते है झूठी जानकारी

लगातार पत्रकारों को आरटीटाई में झूठी जानकारी दे रहे है पान सिंह

 

लखीमपुर-खीरी। साथियों 24 मई को मुझे कोतवाली परिसर में कोतवाल की मौजूदगी में वहां बैठे चंद्र पत्रकार जो 10 घंटे कोतवाली में व्यतीत कर अपनी दुकान चला रहे हैं। उन्हीं के सामने इस्पेक्टर पान सिंह ने मुझे अपमानित किया जिससे मैं काफी आहत हुई मानसिक रूप से टूटी लेकिन उससे ज्यादा इस बात से आहत हूं की पान सिंह द्वारा लगातार फोन पर बात करने वाले पत्रकारों से यह बताया जा रहा है कि मोहल्ला हिदायत नगर कि मैं रहने वाली हूं मेरे रिपोर्टर हिदायत नगर के है जो सरसर गलत है अगर मैं या मेरे रिपोर्टर हिदायत नगर के रहने वाले है तो जो चाहे सजा दी जाये। मुझे कुबूल है फिर यह कहा जा रहा है कि मैं अपने रिपोर्टर के साथ अंदर गई जो गलत है मैं अकेले महिला सिपाही के साथ उनके बुलावे पर उनके साथ अंदर गई थी कोई रिपोर्टर अंदर नहीं गया।अगर यह  कोतवाल साहब कह रहे हम कोतवाली में नहीं थे जो गलत है चाटुकार पत्रकारों ने मेरी व्यक्तिगत जिंदगी पर कटाक्ष कर मेरा मजाक उड़ाया मैने सह लिया लड़की होकर कितनी पीड़ा सहूंगी लड़की होने की सजा इससे ज्यादा नहीं भुगत सकती मैं पूरे साक्ष्यों के आधार पर और लाख डाउन का पालन करते हुए मैं यह बात कह रही हूं मैंने लाक डाउन का पूरा पालन किया आगे भी धरना ज्ञापन देने का कोई भी मन नहीं है कि लाकडाऊन का उल्लंघन भी हो सकता है।मैने खबरों में भी लाकडाऊन का उल्लंघन न हो प्रथम वरीता दी अपील की लाकडाऊन का पालन करें। मुझे कई जिलों से कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित पत्र भी दिया गया। अगर आज मैं गलत होती तो पूरे प्रदेश से इस तरह से इस तरह का समर्थन नहीं मिलता कोतवाल साहब अपने को बचा रहे हैं पान सिंह अपने को बचा रहे हैं जांच आएगी विभागीय अधिकारी ही करेगा एक दूसरे को बचाने की परंपरा चलेगी जिसका शिकार मैं काफी दिनों से हूं और फिर होऊंगी। वहां पर बैठने वाले पत्रकारो से यह पूछना चाऊगी की दूसरे पर कीचड़ उछालने से पहले अपने दामन को भी देख लेना चाहिए  छींटे जरूर आई होगी। अतं में यही कहना चाहूंगी कि पुलिस झूठे आरोप लगाना बंद करे जांच में मैं सारी आईडी व सुबूत रख दूंगी मैं गलत हूँ तो मुझे कड़ी से कड़ी सजा दी जाये मुझको अपमानित करने के बाद झूठे आरोप न लगाएं जाए।

पोस्ट-ऑफिस की मंथली इनकम योजना

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम के तहत 59,400 रुपये की कमाई की जा सकती है। इस स्कीम को व्यक्तिगत या ज्वाइंट अकाउंट के तौर पर खोला जा सकता है। इस स्कीम के तहत बैंक एफडी या डेट इंस्ट्रूमेंट की तुलना में बेहतर रिटर्न मिलता है।


नई दिल्ली। स्मॉल सेविंग्स के लिए पोस्ट ऑफिस के कई ऐसे स्कीम्स हैं, जिससे अच्छी बचत की जा सकती है। इन्हीं स्कीम्स में से एक पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम है। इस स्कीम में अगर आप सही रणनीति के साथ इन्वेस्ट करते हैं तो आप सालाना मोटी बचत कर सकते हैं। आज हम आपको इस स्कीम के तहत बताएंगे कि कैसे 59,400 रुपये की कमाई की जा सकती है। लेकिन, सबसे पहले इस स्कीम के बारे में जान लेते हैं।


क्या है पोस्ट ऑफिस का ये स्कीम?


पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) एक ऐसी योजना है जिसमें व्यक्गित या ज्वॉइंट अकाउंट खुलवाकर कमाई की जा सकती है। इसके तहत कोई भी भारत का नागरिक 1000 रुपये के शुरूआती निवेश से पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवा सकता है। अगर कोई सिंगल अकाउंट खोलता है तो इसमें अधिकतम निवेश 4.5 लाख करना होता है। ज्वॉइंट अकाउंट के तहत अधिकतम निवेश 9 लाख रुपये कर सकते हैं।


क्या हैं इस स्कीम के फायदे?


पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम निवेश के सबसे अच्छे विकल्पों में से एक माना जाता है क्योंकि इसमें 4 बड़े फायदे हैं। इसे कोई भी खोल सकता है और आपकी जमा पूंजी हमेशा बरकरार रहती है। बैंक एफडी या डेट इंस्ट्रूमेंट की तुलना में आपको बेहतर रिटर्न मिलता है। इससे आपको हर महीने एक निश्चित आय होती रहती है और फिर स्कीम पूरी होने पर आपकी पूरी जमा पूंजी मिल जाती है, जिसे आप दोबारा इस योजना में निवेश कर मंथली आय का साधन बनाए रख सकते हैं।


बच्चे के नाम पर भी खोल सकते हैं ये अकाउंट


आप अपने बच्चे के नाम से भी अकाउंट खोल सकते हैं। अगर बच्चा 10 साल से कम उम्र का है तो उसके नाम पर उसके माता-पिता या लीगल गार्जियन की ओर से अकाउंट खोला जा सकता है। बच्चे की उम्र 10 साल होने पर वह खुद भी अकाउंट के संचालन का अधिकार पा सकता है। वहीं, एडल्ट होने पर उसे खुद जिम्मेदारी मिल जाती है।


कितनी रकम कर सकते हैं इन्वेस्ट?


मंथली इन्वेस्टमेंट स्कीम अकाउंट कोई भी खोल सकता है। अगर आप का अकाउंट सिंगल है तो आप इसमें 4.5 लाख रुपए तक अधिकतम जमा कर सकते हैं। इसमें कम से कम 1500 रुपए की राशि जमा की जा सकती है। वहीं अगर आपका अकाउंट ज्वॉइंट है तो इसमें अधिकतम 9 लाख रुपए जमा किए जा सकते हैं। एक शख्‍स एक से ज्यादा लेकिन पोस्ट ऑफिस द्वारा तय लिमिट के अनुसार अकाउंट खोल सकता है।


कैसे खुलेगा पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम अकाउंट?


आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी पोस्ट ऑफिस में जाकर अकाउंट खुलवा सकते हैं। इसके लिए आपको आधार कार्ड, वोटर आईडी, पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस में से किसी एक की फोटो कॉपी जमा करनी होगी। इसके अलावा एड्रेस प्रूफ जमा करना होगा, जिसमें आपका पहचान पत्र भी काम आ सकता है। इसके अलावा आपको 2 पासपोर्ट साइज के फोटोग्राफ जमा करने होंगे।


कैसे कर सकते हैं 59,400 रुपये की कमाई?


इस स्कीम के तह​त अगर कोई ज्वाइंट अकाउंट खुलवाता है तो उनके लिए अधिकतम निवेश की रकम 9 लाख रुपये होगी। इस 9 लाख रुपये पर सालाना 6.6 फीसदी की ब्याज दर के हिसाब से कुल 59,400 रुपये का रिटर्न मिलेगा। हर महीने इस रकम को लेना चाहते हैं तो यह 4,950 रुपये होगा। खास बात है कि इस रकम के अलावा आपका प्रिंसिपल अमाउंट पूरी तरह से सुरक्षित पड़ा रहेगा। इस स्कीम की मैच्योरिटी 5 साल बाद पूरी हो जाती है, ऐसे में आप चाहें तो 5-5 साल की अवधि के लिए इसे और भी बढ़ा सकते हैं।


मेच्योरिटी के पहले पैसा निकालें तो


अगर किसी जरूरत पर आपको मेच्योरिटी से पहले ही पूरा पैसा निकालना पड़ गया तो यह सुविधा आपको अकाउंट के 1 साल पूरा होने पर मिल जाती है। अकाउंट खोलने की तारीख से 1 साल से 3 साल तक जमा रकम में से 2 फीसदी काटकर बाकी रकम आपको वापस मिलती है। 3 साल से ज्यादा पुराना अकाउंट होने पर, उसमें जमा रकम में से 1 फीसदी काटकर बाकी रकम आपको वापस मिलती है।


दिल्ली-मुंबई की सड़कों पर लगे भारी जाम




नई दिल्ली।देश में लॉकडाउन 4 जारी है। यह 31 मई तक लागू रहेगा. लॉकडाउन में थोड़ी ढील मिलने के बाद दिल्ली के गाजीपुर और कालिंदी कुंज में भारी जाम देखने को मिला। इन इलाकों में जबरदस्त जाम लगा हुआ है। जब से दिल्ली में सभी सरकारी और निजी दफ्तर खुले हैं, तब से सड़कों पर गाड़ियां ही गाड़ियां नजर आ रही हैं। इसके चलते कई इलाकों में ट्रैफिक जाम लगना आम बात हो चली है।
ऐसे में कल गाजियाबाद प्रशासन ने जिले की सीमा को सील कर दिया। दिल्ली-गाजियाबाद सीमा को अगले आदेश तक के लिए सील कर दिया गया है। इसके पहले भी सील किया गया था। लेकिन बाद में खोल दिया गया था। 
ऎसे ही हालत मुंबई की सड़कें का भी देखने को मिला है। ज्यादातर लोग ऑफिस जाने के लिए निकले हैं। दरअसल मुंबई के ज्यादातर दफ्तर 33 फीसदी कर्मचारियों के साथ चल रहे हैं। ऐसे में कर्मचारी ऑफिस जाने के लिए निकले हैं।





 








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दुनिया में कोरोना के कहर का मंजर

नयी दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड 19) की विकरालता दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है और विश्व भर में इससे संक्रमितों की संख्या 55 लाख के करीब हो गयी है। जबकि 3.46 लाख से ज्यादा लोग अब तक काल कवलित हो चुके हैं।


अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में कुल संक्रमितों की संख्या 54,95,061 हो गयी जबकि 3,46,229 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। दुनिया भर में सर्वाधिक प्रभावित देशों में सबसे ऊंचे पायदान पर खड़े अमेरिका के बाद अब ब्राजील दूसरे नंबर पर है जबकि रूस तीसरे स्थान पर है। भारत में भी कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और अब यह विश्व भर में संक्रमण के सर्वाधिक मामलों वाले देशों में 10वें स्थान पर है। यहां पिछले 24 घंटों में संक्रमितों के 6535 नये मामले सामने आये हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश के 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इसके संक्रमण से अब तक 1,45,380 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 4167 लोगों की मौत हुई है जबकि 60,491 लोग इस बीमारी से निजात पा चुके हैं।


अमेरिका में कोरोना वायरस से संक्रमितों का आंकड़ा 16 लाख से अधिक हो चुका है जबकि इसके संक्रमण से मरने वालों की संख्या 98 हजार के आंकड़े को पार कर चुकी है। विश्व की महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कुल संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ते हुए 16,62,302 हो गयी जबकि 98,218 लोगाें की मौत हो चुकी है।


इस बीच ब्राजील में भी कोरोना ने विकराल रूप धारण कर लिया है और अब यह संक्रमण के सर्वाधिक मामलों में दुनिया का दूसरा देश है। ब्राजील में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3,74,898 हो गयी है तथा पिछले 24 घंटों के दौरान इस बीमारी से 807 लोगों की मौत के बाद देश में मृतकों की संख्या बढ़कर 23,473 हो गयी है।


रूस में भी कोविड-19 का प्रकोप जारी है और यह इसके संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले देशों की सूची में तीसरे स्थान पर है। यहां अब तक 3,53,427 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं और 3633 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।


इसके अलावा ब्रिटेन में भी हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। यहां अब तक इस महामारी से 2,62,547 लोग प्रभावित हुए हैं और अब तक 36,996 लोगों की इसके कारण मौत हो चुकी है।


यूरोप में गंभीर रूप से प्रभावित देश इटली में इस महामारी के कारण अब तक 32,877 लोगों की मौत हुई है और 2,30,158 लोग इससे संक्रमित हुए हैं। स्पेन में कुल 2,35,400 लोग संक्रमित हुए है जबकि 26,834 लोगों की मौत हो चुकी है।


इस वैश्विक महामारी के केंद्र चीन में अब तक 84,102 लोग संक्रमित हुए हैं और 4638 लोगों की मृत्यु हुई है। इस वायरस को लेकर तैयार की गयी एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में हुई मौत के 80 प्रतिशत मामले 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के थे।


यूरोपीय देश फ्रांस और जर्मनी में भी स्थिति काफी खराब है। फ्रांस में अब तक 1,83,067 लोग संक्रमित हुए हैं और 28,460 लाेगों की मौत हो चुकी है। जर्मनी में कोरोना वायरस से 1,80,600 लोग संक्रमित हुए हैं और 8,309 लोगों की मौत हुई है।


तुर्की में कोरोना से अब तक 1,57,814 लोग संक्रमित हुए हैं तथा इससे 4,369 लोगों की मौत हो चुकी है।


कोरोना वायरस से गंभीर रूप से प्रभावित खाड़ी देश ईरान में 1,37,724 लोग संक्रमित हुए हैं जबकि 7451 लोगों की इसके कारण मौत हुई है।


बेल्जियम में 9312, मेक्सिको में 7633, कनाडा में 6655, नीदरलैंड में 5849, स्वीडन में 4029, पेरू में 3629, इक्वाडोर में 3203, स्विट्जरलैंड में 1913, आयरलैंड में 1,606 और पुर्तगाल में 1330 लोगों की मौत हो गयी है।


इसके अलावा पड़ोसी देश पाकिस्तान में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 1758 नये मामले सामने आने के बाद यहां कुल संक्रमितों का आंकड़ा 56 हजार के पार हो गया जबकि इसी अवधि में और 34 लोगों की मौत हो गयी। यहां अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 56,349 हो गयी है जबकि 1167 लोगाें की मौत हुई है।


हरियाणा में 1213 को संक्रमण ने लपेटा

राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा में कोरोना संक्रमण के आज 29 नये मामले आने के बाद राज्य में इस महामारी के मरीजों की कुल संख्या अब बढ़ कर 1213 हो गई है जिनमें से 802 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं और 16 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में कोरोना के सक्रिय मामले अब बढ़ कर 395 हो गये हैं।


राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कोरोना की स्थिति को लेकर जारी सायं के बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। राज्य में आज कोरोना के गुरूग्राम से 13, सोनीपत से चार, जींद और कुरूक्षेत्र से तीन-तीन, फरीदाबाद से दो तथा करनाल, फतेहाबाद, हिसार और चरखी दादरी से एक-एक मामला सामने आया। राज्य में विदेश से लौटे लोगों का आंकड़ा अब बढ़ कर 51268 तक पहुंच गया है जिनमें से 33491 लोगों ने क्वारंटीन अवधि पूरी कर ली है तथा शेष 17777 निगरानी में हैं। अब तक 99987 कोरोना संदिग्धों के नमूने जांच के लिये भेजे गये हैं जिनमें से 94725 नेगेटिव तथा 14 इतालवी नागरिकों समेत 1213 पॉजिटिव पाये गये हैं। 4049 सैम्पल की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। 1213 पॉजिटिव मरीजों में से 802 को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। इस तरह राज्य में कोरोना सक्रिय मामले अब 395 हैं।


राज्य में आज कोरोना के गुरूग्राम से 13, सोनीपत से चार, जींद और कुरूक्षेत्र से तीन-तीन, फरीदाबाद से दो तथा करनाल, फतेहाबाद, हिसार और चरखी दादरी से एक-एक मामला सामने आया। इसके बाद राज्य में अब जिलावार कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या गुरूग्राम में 284, फरीदाबाद 211, सोनीपत 163, झज्जर 93, नूंह 65, पानीपत 54, अम्बाला 42, पलवल 41, करनाल 33, जींद 29, पंचकूला 25, महेंद्रगढ़ 21, हिसार 20, कुरूक्षेत्र 18, रोहतक और रेवाड़ी 16-16, सिरसा और फतेहाबाद नौ-नौ, यमुनानगर और भिवानी आठ-आठ, चरखीदादरी सात तथा कैथल में छह हो गई है। राज्य के नूंह, अम्बाला और यमुनानगर कोरोना मुक्त हो चुके हैं। राज्य में कोरोना के कारण अब तक फरीदाबाद में छह, पानीपत में तीन, अम्बाला और गुरूग्राम में दो-दो, सोनीपत, करनाल और रोहतक से एक-एक मौत होने की बुलेटिन में जानकारी दी गई है।


क्वॉरेंटाइन में प्रवासी की मौत, मचा हड़कंप

बाहर से आए प्रवासी  युवक की हुई मौत कारण का नहीं चला पता पुलिस जांच में जुटी

अयोध्या। बीकापुर 16 दिन पहले सूरत से आए गडई लाला का पुरवा गांव मे 25 वर्षीय युवक की होम क्वांरटाइन के दौरान मौत हो गई|  सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर  कोतवाली पुलिस ने पहुंचकर मृतक युवक का नमूना लेकर जांच के लिए जांच केंद्र पर भेजा दिया| जाता है कि बीकापुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत गडई के मजरा लाला का पुरवा निवासी राम बहादुर जो 10 मई को सूरत गुजरात से लाक डाउन के दौरान आया था और होम क्वांरटाइन किया गया था| अचानक सोमवार को उसकी मौत हो गई मौत की सूचना निगरानी समिति के माध्यम से बीकापुर पुलिस को होते ही सीओ पुलिस कोमल प्रसाद मिश्रा, प्रभारी निरीक्षक बीकापुर इंद्रेश कुमार यादव पुलिस टीम के साथ पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल और मृतक का नमूना लेकर परीक्षण कराने के लिए जांच केंद्र भेज दिया गया है|प्रवासी की मौत को लेकर ग्रामीण डरे हुए है जांच रिपोर्ट आने पर ही मौत के सही कारण  का पता चलेगा| इसके पहले लोगों के द्वारा कोई भी लगाया जाना बेकार  होगा|फिलहाल कोतवाली पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है|ग्रामीणों में डर का माहौल देखने को मिल रहा है सभी लोग अपने अपने तरीके से कयास लगा रहे हैं रिपोर्ट आने पर ही सही कारणों का पता चल पाएगा|

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 27, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-288 (साल-01)
2. बुधवार, मई 27, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि- चतुर्थी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:41,सूर्यास्त 07:14।


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-40+ डी.सै.।


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