रविवार, 24 मई 2020

रसूलपुर में 'विष्णु' की प्राचीन मूर्ति मिली

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में भगवान विष्णु की प्राचीन मूर्ति मिली है। रसूलपुर बडागव गांव में शनिवार को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत यहां कार्यरत मजदूरों को एक तालाब की खुदाई के दौरान भगवान विष्णु की एक प्राचीन मूर्ति मिली।


गाव में लगभग 150 मजदूर खुम्भी तालाब की खुदाई कर रहे थे। इसी दौरान एक मजदूर को मूर्ति मिली, जिसके बाद ग्राम प्रधान और खंड विकास अधिकारी को सूचित किया गया। जिले के अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्राचीन मूर्ति को अपने कब्जे में लेने के साथ ही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों को सूचित किया।


जिला मजिस्ट्रेट मनीष कुमार वर्मा ने कहा, “12वीं शताब्दी की बताई जा रही मूर्ति के बारे में एएसआई के अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है।” वर्तमान में मूर्ति ट्रेजरी विभाग के पास है और एएसआई व इलाहाबाद संग्रहालय की टीमें रविवार को इसकी जांच कर सकती है।


ग्रामीणों के अनुसार, प्राप्त हुई भगवान विष्णु की मूर्ति चतुर्भुज है, जिसमें भगवान ने हाथों में शंख, गदा और चक्र धारण किया हुआ है।


बृजेश केसरवानी


बरेली में 3 और वायरस संक्रमित, जरूरत

बरेली। जिले में तीन और कोरोना संक्रमित लोगों की पुष्टि हुई है। इसमें एक फरीदपुर का और  दूसरा खेलन जागीर का है। एक अन्य मरीज की मौत हो चुकी है। 20 मई को उनकी किडनी फेल होने की वजह से मौत हो चुकी है। उनकी जांच रिपोर्ट अब आई है। यह शुकराना के रहने वाले थे।


जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. रंजन गौतम के मुताबिक मरीज की अन्य बीमारियों की वजह से मौत हुई है। इसलिए इसे कोरोना पॉजिटिव नहीं माना जाएगा। अब तक बरेली में कोरोना वायरस के 23 मामले सामने आ चुके हैं।


मृतक संख्या-3,720, संक्रमित-1,25,101



नई दिल्ली। लॉकडाउन 4 के बाद भी देश में कोरोना की रफ्तार थमी नहीं है। हर रोज देश में पहले के मुकाबले ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या 1,25,101 है जबकि 51,784 लोग इस जानलेवा बीमारी से ठीक हो चुके हैं। कोविड-19 ने 3,720 लोगों की जान ले ली है। पिछले 24 घंटे में एक दिन में सबसे ज्यादा 6,654 कोरोना के नए केस मिले हैं। इस दौरान 137 लोगों की मौत हुई है। पिछले 24 घंटे में 3,250 लोग ठीक भी हुए हैं। आइए जानते हैं राज्यवार कोरोना मरीजों की संख्या।



 








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स्वास्थ विभाग 30 और बेड बढ़ाएगा

प्रयागराज। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से पीड़ित लोगों की संख्या में इजाफा होने के कारण प्रयागराज स्थित कोविड-19 के एल वन अस्पताल कोटवा में स्वास्थ्य विभाग 30 और बेड बढाएगा। नोडल अधिकारी एल-वन कोटवा डा वी के मिश्रा ने बताया कि 30 और बेड बढ़ जाने से इनकी संख्या दो गुनी हो जाएगी।


उन्होने बताया कि झूंसी के कोटवा सीएचसी को कोविड़-19 के लिए एल-वन अस्पताल बनाया गया है। यहां कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार हो रहा है। डा मिश्रा ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। एक समय 30 बेडों वाले अस्पताल में 34 मरीज हो गये थे।


उसके बाद यहां बेड की संख्या बढाने की कवायद शुरू की गयी। अस्पताल में 30 बेड और बढाए जाने के साथ अन्य सुविधाएं बढाई जा रही है। बेड बढ़ाने का कार्य एक दो दिन में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होने बताया कि पहले इसे मंडल का कोविड़ 19 का एल वन अस्पताल बनाया गया था। उस समय यहां जिले के साथ प्रतापगढ़, कौशाम्बी और फतेहपुर के संक्रमित मरीज रखे जाते थे। प्रयागराज समेत इन क्षेत्रों में अचानक मरीजों के बढ़ोत्तरी के साथ और बेड बढ़ाने की आवश्यकता पड़ी।


बृजेश केसरवानी


रुद्रपुरः 1 ही दिन में 9 संक्रमित, हड़कंप

रुद्रपुर। उधम सिंह नगर जिले में एक ही दिन में 9 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है जानकारी के मुताबिक संक्रमित मरीज जसपुर काशीपुर रुद्रपुर और पिथौरागढ़ जनपद के रहने वाले हैं सभी लोग कुछ समय पहले महाराष्ट्र से लौटे थे जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने सभी का स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था।  जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी के सैंपल हल्द्वानी सुशीला तिवारी भेजे गए थे आज 9 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 43 हो चूकि है। जिसमे से 5 संक्रमित मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है।


उत्तराखंडः पॉजिटिवो का आंकड़ा हुआ-298


  • देहरादून। राज्य में कोरोना पीड़ितों का आकंड़ा दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है। आज दोपहर 3 बजे तक प्रदेश में कोरोना पीड़ितों की संख्या 298 पर पहुंच गई है। जिसमें केवल आज के ही दोपहर तक 53 मामले है। लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों के चलते राज्य में कई जिलों का जोन बदलने की तैयारी है। आज शाम तक इसकी घोषणा हो सकती है। सबसे अधिक कोरोना पीड़ितों के मामले नैनीताल जनपद से है। आज दोपहर 3 बजे तक नैनीताल जिले में 32 नये मामलों की पुष्टि हुई है और कल नैनीताल में 57 मामले एक दिन में सामने आये थे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज दोपहर तीन बजे जारी हैल्थ बुलेटिन के अनुसार अल्मोड़ा 5,चमोली में 3,चम्पावत में 1,देहरादून में 7,पौड़ी गढ़वाल में 1, टिहरी गढ़वाल में 3, उधम सिंह नगर में 1 मामले सामने आए है। आज दोपहर तीन बजे तक प्रदेश में 53 मामले सामने आ चुके है। उसके बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आकड़ा 298 पर जा पहुंचा है। कोरोना पीड़ितों में तीन लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 56 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके है। वर्तमान में कोरोना के 238 केस एक्टिव है।


'लॉकडाउन' ने मुश्किलों में इजाफा किया

इटावा। कोरोना संक्रमण के चलते देशव्यापी लाकडाउन ने सरकार और आम आदमी की मुश्किलों में इजाफा किया है लेकिन आपदा की इस घड़ी ने प्रकृति के सौंदर्य को बरकरार रखने के लिये नियमित अंतराल में मानव दखलदांजी पर रोक लगाने को लेकर एक नयी बहस को जन्म दे दिया है। लाकडाउन के तीसरे चरण की समाप्ति तक वायु और जल प्रदूषण में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गयी।


इस दौरान न सिर्फ नदियां पवित्र और निर्मल हाे गयी बल्कि हवा भी साफ स्वच्छ हो गयी। जल और नभ में आक्सीजन के स्तर में बढोत्तरी दर्ज की गयी वहीं पराबैगनी किरणों को धरती पर आने से रोकने वाली ओजोन पर्त में सुधार देखने को मिला। पिछले कुछ दशकों से अप्रैल के महीनें से ही पड़ने वाली गर्मी इस वर्ष मई के मध्य तक महसूस की गयी।


पर्यावरणविद संजय सक्सेना ने कहा कि बेशक दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन से आम आदमी मुसीबत में हो लेकिन इसके बावजूद प्रकृति के सुधार के लिए हर साल कम से कम 21 लॉकडाउन जरूर बनता है।


इटावा महोत्सव में आयोजित होने वाली पर्यावरण छात्र संसद के संयोजक संजय ने कहा कि कोरोना वायरस के दुनिया संकट में है लेकिन पर्यावरण को लेकर यह लॉकडाउन वरदान बनकर सामने आया। पर्यावरण की स्थिति सुधरी है प्रदूषण दूर हुआ है,हरियाली बढ़ रही है तथा तापमान पर भी अंतर पड़ रहा है।


पिछले वर्षों में तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी जिसके चलते लोग परेशान थे। हर बार यह उम्मीद रहती थी कि शायद इस बार पारा कम चढ़े लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा था। हर साल होने वाला पौधारोपण अभियान भी पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने में बहुत ज्यादा कामयाब नहीं हो सका।


पॉजिटिव के परिजनों की रिपोर्ट निगेटिव


मऊआइमा कोरोना पॉजिटिव के घर वालों की रिपोर्ट आई निगेटिव

 

मऊआइमा/प्रयागराज। जिले के मऊआइमा ब्लाक में ग्राम सभा घीनपुर के अंतर्गत पाए गए दो कोरोना पॉजिटिव जिनका नाम  आशीष कुमार  पुत्र  अशोक कुमार और उनकी बहन  को कोटवा  L1 हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है और उसके  घरवालों तथा बाल काटने वाले नाई को कोरोटाईन करने के लिए कालिंदीपुरम ले जाया गया था, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई और उन सब को सकुशल घर पहुंचाया गया और उन्हें कहा गया कि वह अपने घर में रहे 21 दिन तक बाहर ना निकलें  जब तक कोरोटाईन का समय पूरा ना हो जाय इस तरह अभी तक प्रशासन द्वारा  उनके लिए कोई भी खाने पीने की व्यवस्था नहीं की गई वह लोग 3 दिनों से घर में बंद है।

 

उत्तर प्रदेश । सरकार ने आइसोलेशन वॉर्ड में मोबाइल फोन बैन का आदेश वापस लिया। राज्य सरकार ने शनिवार को ऐसा आदेश दिया था।।
संदीप कुमार निवासी हंडिया , मुम्बई से आया था । सैम्पल के लिए 19 को कलिंदीनदिपुराम में कवारेन्टीन के लिए लाया गया था। 20 को सैंपल लिया गया। कल रिपोर्ट negative आ गयी थी। पूर्णतः स्वस्थ था । आज अचानक मृत्यु हो गयी, संभवतः heart attack हुआ है। post mortem के लिए भेजा जा रहा है।



बृजेश केसरवानी

कोविड-19 के उद्गम की जांच होः तिवारी

चंडीगढ़। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने आज कहा कि कोविड-19 के उद्गम की जांच होनी चाहिए और पता लगाना चाहिए कि क्या यह प्राकृतिक जीव से आयी या लैब ड्रिवन थी। तिवारी ने यह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (आईओसी) को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि विश्व समुदाय अब तक कोविड-19 के उद्गम के लिए अंतरराष्ट्रीय जांच नहीं बिठा सकता है।


 

उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी बोर्ड की अध्यक्षता का इस्तेमाल विभिन्न देशों और संस्थाओं का अंतरराष्ट्रीय गठजोड़ बनाकर चीन को कोविड-19 के उद्गम की तह तक पहुंचने पर मजबूर करेगा। तिवारी ने यह भी कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन समय पर चेतावनियां और यात्रा एडवाइजरी न देने व वायरस को नाम देने के मामले में चीन की मानना भी गलत था।


उन्होंने कहा कि इसी तरह मार्च में दुनिया भर में महामारी आतंक मचा रही थी पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को 21वीं सदी के इस सबसे भयावह मानवीय संकट पर चर्चा के लिए बैठक नहीं करने दिया गया क्योंकि चीन के पास परिषद की अध्यक्षता है। उन्होंने आरोप लगाया कि चीन के इस रवैये के कारण बीमारी को लेकर महामारी के प्रति वह वैश्विक प्रतिसाद नहीं रहा जो होना चाहिए था।


तिवारी ने कहा कि इसी तरह वैश्विक आर्थिक संकट के बाद बनाई गई जी-20 भी कुछ ठोस नहीं कर पाई। तिवारी ने कहा कि वैश्विक प्रशासन के एक नये ढांचे को कोविड-19 की तबाही से निकलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि महामारी को लेकर प्रतिसाद पूरी तरह स्थानीय न भी कहें तो राष्ट्रीय, उप राष्ट्रीय रहा अर्थात हर राष्ट्र अपने लिए, हर राज्य-प्रांत अपने लिए और अंत में हर गांव व नगर अपने लिए सोचने पर मजबूर हुआ।


तिवारी ने सभी आईओसी अध्यक्षों से उन देशों से जहां वह रह रहे हैं, भारतीय एंबेसी-कंसुलेट से वहां फंसे व देश लौटने के इच्छुक लोगों की सूची प्राप्त करने को कहा। उन्होंने कहा कि इनकी वहां से निकासी में देर होगी इसलिए आईओसी अन्य भारतीय संस्थाओं से मिलकर इनकी आवश्यक मदद करे ताकि वह लोग भारत लौट सकें क्योंकि वहां कइयों के पास पैसे व जीवनावश्यक वस्तुओं की भी कमी का संकट है।


मनोज सिंह ठाकुर


47 डिग्री सेल्सियस को छूएगा 'तापमान'

नई दिल्ली। मई के आखिरी सप्ताह में आग जैसी महसूस होने वाली तेज धूप के कारण गर्मी बढ़ गई है। देश के ज्यादातर हिस्सों की तरह ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी गर्मी जमकर सितम ढा रही है। तेज धूप के कारण दोपहर की हवा गर्म होकर लू बन गई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आगामी 4-5 दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। इन 5 दिनों में गर्मी से राहत पाने के लिए लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं।


दिल्ली में भीषण गर्मी के कारण भारतीय मौसम विभाग ने रविवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया, जबकि शनिवार को येलो अलर्ट जारी किया गया था। मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों में और ज्यादा गर्म हवाएं चलने का अनुमान है।


47 डिग्री सेल्सियस को छू सकता है तापमान
आईएमडी के वैज्ञानिक डॉ. एन कुमार ने बताया कि,  पंजाब, हरियाणा, दक्षिणी यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश में तापमान में वृद्धि जारी रहेगी। अगले 5 दिनों में, इन क्षेत्रों में हीटवेव से लेकर गंभीर हीटवेव देखने को मिलेंगे। कुछ स्थानों पर तापमान 47 डिग्री सेल्सियस को छू सकता है।


27 मई तक जारी रहेगा गर्मी का प्रकोप
दिल्ली-एनसीआर में 24 से 27 मई के बीच उबलती गर्मी जारी रहेगी। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के हेड कुलदीप श्रीवास्तव द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के निचले स्तर पर चलने से 28 मई को तेज गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। उनके अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में 29 और 30 मई को तेज आंधी के साथ बारिश हो सकती है।


यूनिवर्सिटी-कॉलेज के सिलेबस में बदलाव

लखनऊ। कोरोना महामारी से पूरा देश जूझ रहा है, ऐसे में तमाम लोगों की नौकरियों पर भी खतरा मंडरा रहा है। तमाम प्राइवेट कंपनियों की हालत भी खस्ता हो रही है। पर योगी सरकार इन परिस्थितियों में प्रदेश के युवाओं के लिए रोज़गार के अवसर पैदा करने में लगी हुई है। योगी सरकार की कोशिश है कि युवाओं में ऐसी योग्यता पैदा की जाए जिससे युवा जॉब सीकर के बजाय ‘जॉब प्रोवाइडर’ बनें। इसके लिए कॉलेज व यूनिवर्सिटीज़ में पढ़ाई करने वाले छात्रों के सिलेबस में बदलाव करने की योगी सरकार की योजना है।


कॉलेज और यूनिवर्सिटी के सिलेबस में होगा बदलाव
इसके लिए योगी सरकार ने कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ के सिलेबस में बदलाव करने की योजना बनाई है। योगी सरकार महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के सिलेबस में ‘स्टार्ट-अप’ को नए विषय के रूप में जोड़ना चाहती है। इससे युवाओं को स्वरोज़गार की दिशा में बढ़ने में मदद मिलेगी। युवा नौकरी खोजने के बजाय खुद का काम स्टार्ट कर पाएंगे और कई अन्य लोगों को भी नौकरी पर रखने में सक्षम हो पाएंगे।


यू यूपीस्टार्टअप हब बनाने की है तैयारी


युवाओं को बेहतर रोज़गार के साधन उपलब्ध कराने के लिए योगी सरकार प्रदेश को स्टार्ट अप हब बनाना चाहती है। इसके लिए प्रदेश में 10 हज़ार से भी ज्यादा स्टार्ट-अप इकाई स्थापित करने की सरकार की योजना है। वहीं योगी सरकार चीन से अपनी इकाई को बंद करके भारत का रुख करने वाली कई विदेशी कंपनियों से भी लगातार संपर्क कर रही है ताकि उन्हें उत्तर प्रदेश में लाया जा सके। इससे भी युवाओं के लिए रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे।


 


देश में 2 दिन मनाई जाएगी 'ईद'


  • नई दिल्ली। 23 मई को चांद नहीं देखा जा सका। इसलिए अब 24 मई को चांद देखने के बाद 25 मई दिन सोमवार को ईद मनाई जाएगी। मतलब 30 दिनों से रोजा रख रहे रोजेदारों को ईद के लिए एक दिन और इंतजार करना होगा। साथ ही 31वें दिन 24 मई को रोजा रखना होगा।


दुनिया में चांद देखने के वक्त अलग-अलग होता है इसलिए ईद मनाए जाने की तारीख भी ऊपर-नीचे होती है। देश के बाकी हिस्सों में अब 24 मई, रविवार को चांद देखने केे बाद 25 मई 2020, सोमवार को पवित्र त्योहार ईद मनाई जाएगी। रमजान के पाक माह में व्यक्ति गर्मियों में भूख-प्यास बर्दाश्त करता है, उसी प्रकार जीवन में घटने वाली सभी परिस्थितियों को बर्दाश्त करना होता है। ईद उल-फितर त्याग की भावना समझता है, यह पर्व बताता है कि इंसानियत के लिए अपनी इच्छाओं का त्याग करना चाहिए, ताकि एक बेहतर समाज को बनाया जा सके। हमेशा भाईचारे के साथ रहना चाहिए ताकि हर घर में सुख और शांति रहे।


जानें- ईद उल-फितर का मकसद


पवित्र कुरान के अनुसार, रजमान के महीने में रोजे रखने के बाद अल्लाह अपने बंदों को बख्शीश और इनाम देता है। बख्शीश और इनाम देता है। बख्शीश और इनाम के इस दिन को ईद-उल-फितर कहा जाता है। इस दिन लोग गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए एक खास रकम निकालते हैं, जिसे जकात (दान) कहते हैं। इस जकात उनकी जरूरतों को पूरा किया जाता है और जिससे इस पर्व का बराबरी का मकसद पूरा हो सके।


इमाम बुखारी ने कहा ईद पर सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करें


इस बीच दिल्ली स्थिति जामा मस्जिद के शाही इमाम बुखारी ने बताया कि यह भी जरूरी है कि इस कोरोना काल में हम एहितियात बरतें और सामाजिक दूरी का पूरी तरह से पालन करें। हमें ईद पर हाथ मिलाने और गले लगने से परहेज करना चाहिए। सभी लोग सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करें।


कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...