शुक्रवार, 22 मई 2020

पानीपत में बढ़ रहा है कोरोना का कहर

पानीपत! पानीपत में एक बार फिर कोरोना का कहर देखने को मिला है।अब एक साथ चार कोरोना मरीज सामने आए हैं। इसमें एक आढ़ती के परिजन हैं जिनको कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इससे पहले आढती की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। आढ़ती का दिल्ली की ट्रैवल हिस्ट्री है।


जानकारी के मुताबिक ये कोरोना पॉजिटिव समालखा के आढ़ती के परिजन है। इसमें एक महिला और दो बच्चे शामिल है। वहीं न्यू दलबीर कोॉलोनी के एक शख्स की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है। यह शख्स भी दिल्ली से आया था


अन्य राज्यों में नही होगा रोडवेज का संचालन

चंडीगढ़! हरियाणा रोडवेज की बसों का संचालन प्रदेश से दूसरे राज्यों में नहीं होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री और गृहमंत्री की तरफ से आदेश जारी किये गए हैं। इसे लेकर गृहमंत्री अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की बातचीत हुई। जिसके बाद यह फैसला लिया गया है।


गृह मंत्री अनिल विज ने सीएम को बताया कि फिलहाल दूसरे प्रदेशों में बस चलाने से नुकसान अधिक होगा और फायदा कम। क्योंकि बाहर से बड़ी संख्या में आने वाले यात्रियों की जांच करना आसान नहीं होगा। यात्रियों की संख्या अधिक होने से दिक्कत बढ़ सकती है। इससे प्रदेश में कोरोना के केसों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ सकता है। इसलिए बसों को फिलहाल दूसरे प्रदेशों में न भेजा जाए।


गृह मंत्री के सुझाव को सीएम मनोहर लाल ने मान लिया है। गृह मंत्री ने बताया कि इस संदर्भ में सीएम ने परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा से भी बात की है और सरकार ने दूसरे प्रदेशों में बसें भेजने का निर्णय फिलहाल टाल दिया है।


मंगलवार को परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने हिमाचल, जम्मू कश्मीर, पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड आदि को पत्र लिखकर बसें चलाने के लिए एनओसी मांगी थी, ताकि रोडवेज की बसें इन प्रदेशों में भी चलाई जा सके। अब नए निर्णय के बाद बसें दूसरे प्रदेशों में नहीं जा सकेंगी।


युवक की आठवी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव

दड़ौली! हिसार के दड़ौली गांव के कोरोना पॉजिटिव युवक को लेकर डॉक्टर असमंजस की स्थिति में है। दरअसल युवक की आठवीं काेरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। ऐसे में इसे लेकर सब हैरान है। कभी नेगेटिव तो कभी पॉजिटिव रिपोर्ट आने को लेकर अब पीड़ित व्यक्ति ने भी जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं।


आमतौर पर जब किसी की कोरोना पॉजिटिव केस की दो रिपोर्ट लगतार नेगेटिव आ जाए तो उसे नेगेटिव ही मान लिया जाता है और अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज भी कर दिया जाता है। दड़ौली गांव के पॉजिटिव युवक के साथ ऐसा नहीं है। इस युवक की शुरूआती तीन रिपोर्ट पाॅजिटिव आने के बाद चौथी और पांचवी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। मगर छठी और सातवीं रिपोर्ट के बाद अब आठवीं रिपोर्ट फिर से पॉजिटिव आई है। ऐसे में डॉक्‍टर हैरान हो गए हैं।


इससे भी हैरानी वाली बात तो ये है कि युवक में कोरोना के लक्षण नहीं है। वह स्‍वस्‍थ है। डॉक्‍टरों का कहना है कि युवक की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद ज्‍यादा है। वह कोरोना से मुक्‍त भी नहीं हो रहा है तो वहीं बीमार भी नहीं है। ऐसे में यह केस बेहद जटिल हो गया है। एक महीने का वक्‍त बीतने काे है मगर युवक की रिपोर्ट कभी पाॅजिटिव तो कभी नेगेटिव आ रही है। युवक का इलाज अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।


दड़ौली निवासी कोरोना पॉजिटिव युवक का शरीर कोरोना से लड़ रहा है। युवक के इम्यून सिस्टम के सामने कोरोना कमजोर हो रहा है। गौरतलब है कि दड़ौली निवासी 29 वर्षीय युवक गाजियाबाद से लौटा था। जिसके चलते उसने सिविल अस्पताल में कोरोना की जांच करवाई थी। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद से वह अग्रोहा मेडिकल के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल है।


युवक की लगातार तीन रिपोर्ट पॉजिटिव रही थी, इसके बाद उसकी चौथी रिपोर्ट नेगेटिव रही। वहीं उसकी पांचवी रिपोर्ट भी नेगेटिव रही थी, लेकिन डाक्टरों ने अग्रोहा मेडिकल में भी उसके सैंपल की जांच की थी, जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव रही थी। इसके बाद दोबारा से उसकी जांच की गई तो छठी रिपोर्ट पॉजिटिव आई और अब सातवीं भी पॉजिटिव रिपोर्ट आने से युवक मायूस है।


उसका कहना है उसे लगा था कि उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आ जाएगी और उसे अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इससे पहले भी दड़ौली का कोरोना पॉजिटिव युवक विवादों में आ चुका है। पॉजिटिव मिलने पर आइसोलेट करने पर युवक ने फेसबुक पर लाइव आकर उपचार प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए थे। सैंपल लेने के बाद घर जाने देने की बात को लेकर युवक ने व्‍यवस्‍था को घेरा था। युवक ने कहा था कि कुछ सरकारी अस्‍पतालों में तो साबुन तक नहीं है। दूसरा उसे कोई संभाल तक नहीं रहा है तो उसके परिजनों को भी परेशान कर रखा है। यह वीडियो प्रदेशभर में वायरल हो गई थी।


युवक ने तब खुद को पूरी तरह से स्‍वस्‍थ भी बताया था। अब रिपोर्ट फिर से पॉजिटिव आने पर वह मायूस हो गया है


नुकसान के साथ, राहत-बचाव की समीक्षा

नई दिल्ली! कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने आज ओडिशा और पश्चिम बंगाल के चक्रवात एम्फन से प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति को लेकर संबंधित राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों से जानकारी ली। समाचार एजेंसी एएनआइ ने इसकी जानकारी भारत सरकार के हवाले से दी है। राहत और बचाव कार्यों के प्रयासों की समीक्षा करते हुए उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों को ओडिशा और पश्चिम बंगाल राज्य सरकारों के साथ संपर्क में रहने का और सभी आवश्यक सहायता शीघ्रता से प्रदान करने निर्देश दिया। 


बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात एम्फन के कारण बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण कोलकाता एयरपोर्ट एक हिस्सा डूब गया है। गौरतलब है कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में  एम्फन से भारी तबाही हुई है। बंगाल में इससे 12 लोगों की मौत हो गई है। कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और कुछ जगहों पर भारी बारिश की वजह से जल भराव भी हो गया। चक्रवात एम्फन बुधवार को दोपहर में करीब ढाई बजे पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचा। इस दौरान 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुई, बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, कच्चे मकानों को भी खासा नुकसान हुआ।


समाचार पत्रों का अट्ठारह सौ करोड़ बकाया

नई दिल्ली! समाचार पत्रों के संगठन आईएनएस ने उच्चतम न्यायालय में बुधवार को कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों पर विज्ञापनों की मद में विभिन्न समाचार पत्रों की 1800 करोड़ रुपये से ज्यादा धनराशि बकाया है और निकट भविष्य में यह बकाया रकम मिलने की संभावना बहुत ही कम है!इंडियन न्यूज़पेपर सोसायटी (आईएनएस) ने मीडिया उद्योग की माली स्थिति को रेखांकित करते हुए एक हलफनामा न्यायालय में दाखिल किया है!


न्यूज़ ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) ने भी एक अलग हलफनामे में इस तथ्य की ओर न्यायालय का ध्यान आकर्षित किया है!इन दोनों संगठनों ने पत्रकारों के तीन संगठन- नेशनल अलायंस ऑफ जर्नलिस्ट्स, दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स और बृह्नमुंबई यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स की जनहित याचिका पर जस्टिस एनवी रमण की अध्यक्षता वाली पीठ द्वारा जारी किए गए नोटिस के जवाब में दाखिल हलफनामे में यह जानकारी दी.

आईएनएस से अलग एनबीए द्वारा दाखिल हलफनामे में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन की वजह से समाचार उद्योग का कारोबार गंभीर आर्थिक संकट में आ गया है और इससे बुरी तरह प्रभावित हुआ है!एनबीए ने इस स्थिति को अप्रत्याशित बताते हुए कहा है कि समाचार उद्योग को इस आर्थिक संकट से उबारने के लिए किसी पैकेज या उपायों की सरकार ने अभी तक कोई घोषणा नहीं की है, जबकि यह चरमराने के कगार पर पहुंच गया है!


पत्रकारों के संगठनों ने अपनी याचिका में आरोप लगाया था कि 25 मार्च को देश में लॉकडाउन लागू होने का हवाला देते हुए समाचार पत्रों के प्रबंधक पत्रकारों सहित कर्मचारियों की सेवाएं खत्म कर रहे हैं, मनमाने तरीके से उनके वेतन में कटौती की जा रही है तथा कर्मचारियों को अनिश्चितकाल के लिए बगैर वेतन छुट्टी पर भेजा जा रहा है!आईएनएस ने अपने हलफनामे में कहा है कि विभिन्न उद्योगों के अनुमान के अनुसार, डीएवीपी पर विज्ञापनों का 1500 से 1800 करोड़ रुपये बकाया है. इसमें से 800 से 900 करोड़ रुपये अकेले प्रिंट मीडिया उद्योग का है.हलफनामे के अनुसार, इतनी बड़ी राशि कई महीनों से बकाया है और निकट भविष्य में इसका भुगतान होने की संभावना बहुत ही कम है.


हलफनामे में यह भी कहा गया है कि सरकारी विज्ञापनों में करीब 80 से 85 प्रतिशत की कमी हुई है और लॉकडाउन की वजह से कुछ विज्ञापनों में करीब 90 प्रतिशत की गिरावट हुई है!आईएनएस ने कहा है कि मीडिया और मनोरंजन उद्योग एफएमसीजी, ई-कॉमर्स, वित्तीय कंपनियों और ऑटोमोबाइल उद्योग जैसे दूसरे उद्योगों द्वारा विज्ञापनों पर खर्च होने वाली राशि पर ही फलता-फूलता है लेकिन लॉकडाउन की वजह से यह बुरी तरह प्रभावित हुआ है!


आईएनएस के अनुसार, विज्ञापनों में कमी की वजह से अनेक समाचार पत्र-पत्रिकाओं को अपने प्रकाशन के पन्नों की संख्या कम करनी पड़ी है और कुछ समाचार पत्रों को अपने मुद्रित संस्करण बंद करने पड़े हैं, क्योंकि इसका वितरण करने वालों ने अखबार उठाने से इनकार कर दिया है!इन संगठनों ने तीनों पत्रकार संगठनों द्वारा दाखिल जनहित याचिका खारिज करने का अनुरोध करते हुए हलफनामों में कहा है कि अनेक समाचार ब्रॉडकास्टर उसके सदस्य हैं और ये सभी निजी प्रतिष्ठान हैं! इसलिए इनके खिलाफ कोई रिट याचिका दायर नहीं की जा सकती!


लाइव लॉ के मुताबिक तर्क दिया गया है कि औद्योगिक विवाद (आईडी) अधिनियम 1947 के तहत औद्योगिक प्रतिष्ठानों की तीन श्रेणियां हैं, लेकिन याचिकाकर्ताओं ने गलत तरीके से माना है कि सभी अखबार प्रतिष्ठान 100 से अधिक श्रमिकों को रोजगार देते हैं और इस प्रकार एक श्रेणी में आते हैं!


आईएनएस ने तर्क दिया कि औद्योगिक प्रतिष्ठान जिन्हें फैक्ट्रियों अधिनियम 1948 के तहत कारखानों के रूप में परिभाषित नहीं किया गया है, जिसमें दो श्रेणियां शामिल हैं जहां 100 से कम कामगार कार्यरत हैं, वो सरकार की पूर्व अनुमति के बिना छंटनी, बंदी और वेतन कटौती लागू करने के लिए अधिनियम के अनुसार स्वतंत्र हैं!एनबीए ने तीनों पत्रकार संगठनों पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे देश के पत्रकारों का प्रतिनिधित्व करते हैं और केवल अपने हितों की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं!


एनबीए ने कहा, ‘लॉकडाउन के कारण व्यवसाय की कमी, कोविड-19 के कारण व्यवसाय पर प्रभाव और वेतन व मजदूरी का निरंतर भुगतान संभावित रूप से निजी प्रतिष्ठानों को दिवालियेपन में डाल सकता है, जब तक कि सरकार द्वारा उद्योग और अर्थव्यवस्था की सुरक्षा करने के लिए उपयुक्त आर्थिक नीतियों और वित्तीय उपायों को नहीं लाया जाता है!


तीनों पत्रकार संगठनों ने अखबारों व मीडिया में नियोक्ताओं द्वारा कर्मचारियों के साथ अमानवीय और अवैध व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए दाखिल याचिका में सभी बर्खास्तगी नोटिसों को निलंबित करने, वेतन कटौती को वापस लेने, इस्तीफे प्राप्त करने से रोकने, बगैर वेतन छुट्टी पर भेजे जाने संबंधी मौखिक या लिखित रूप से दिए गए सभी नोटिस निलंबित रखने का निर्देश देने का अनुरोध सुप्रीम कोर्ट से किया है!बीते महीने कोविड-19 के संकट से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सामने आए भारी आर्थिक संकट पर जोर देते हुए न्यूज़ ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से अनुरोध किया कि उनके लिए प्रोत्साहन पैकेज दिया जाए तथा समाचार चैनलों का 64 करोड़ रुपये से अधिक का सरकारी विज्ञापनों के बकाया का भुगतान किया जाए!


मौत के आंकड़ों से सकते में सरकार

राणा ओबरॉय


चंडीगढ़! प्रदेश में एकाएक कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ने से सरकार सकते में है, क्योंकि पिछले करीब 20 दिनों में 10 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। सरकार अब डेथ ऑडिट कराएगी, ताकि पता लगाया जाए कि आखिर कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की मौत क्यों होने लगी है। गुड़गांव, फरीदाबाद और पानीपत में सबसे ज्यादा मौतें हुई है।


स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ऑडिट का जिम्मा कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ ध्रुव चौधरी को सौंपा है। डॉक्टर यह जांच करेंगे कि कहीं कोरोना का कोई दूसरा वायरस तो सक्रिय नहीं है, जिससे मरीजों की मौत हो रही है।

कोरोना संक्रमण को लेकर बनाया नक्शा :

स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना केसों को लेकर दिल्ली से सटे इलाकों का नक्शा तक तैयार किया है। यह नक्शा स्वास्थ्य मंत्री को दिखाया है। इसमें सामने आया कि हरियाणा में ज्यादा नए केस दिल्ली से सटे रिहायशी इलाकों में मिल रहे हैं, क्योंकि फरीदाबाद, झज्जर, गुड़गांव और सोनीपत की सब्जी मंडियों में कोरोना का संक्रमण दिल्ली से आया था।

यहां के व्यापारी हर दिन दिल्ली की आजादपुर सब्जी मंडी में जा रहे थे। नोडल अधिकारी हर दिन कोविड-19 अस्पतालों के अधिकारियों से फीडबैक लेंगे। गुड़गांव बॉर्डर से सटा कापसहेड़ा क्षेत्र कोरोना पीड़ित हो चुका है। वहां कोरोना कम्युनिटी स्प्रीड स्टेज पर जा चुका हो।

पीजीआई ने मौसी को सौंपी बच्ची की जिम्मेदारी

बहादुरगढ़! कोरोना पॉजिटिव महिला की नवजात बच्ची के देखभाल की जिम्मेदारी रोहतक पीजीआई प्रशासन ने उसकी मौसी को दे दिया है। बता दें कि बीते कुछ दिन पहले बहादुरगढ़ की कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिला ने पीजीआई रोहतक में स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया था। नवजात बच्ची की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है।


बहादुरगढ़ के कंटेनमेंट जोन से रोहतक पीजीआई में भर्ती हुई गर्भवती कोरोना पॉजिटिव महिला ने स्वस्थ बेटी को जन्म दिया था। पीजीआई ने नवजात का दूसरा कोरोना टेस्ट किया, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है।


रिपोर्ट आने के बाद पीजीआई प्रशासन ने फैसला लिया कि नवजात को उसकी मौसी को सौंप दिया जाएगा, ताकि बच्ची की देखभाल हो सके। पीजीआईएमएस के नियोनेटल विभाग ने बताया कि बहादुरगढ़ की कोरोना पॉजिटिव महिला की नवजात बेटी की लगातार दूसरी जांच रिपोर्ट निगिटिव आई है। अब अगले एक सप्ताह बच्ची की देखभाल उसकी मौसी करेगी।


नियोनेटल विभाग के हेड डॉ. जगजीत दलाल ने बताया कि बच्ची को डिस्चार्ज करने से पहले उसकी मां से पूछा गया था। इस पर उसने बहन को अपनी बेटी सौंपने की बात कही थी। क्योंकि उसके पति पहले से ही होम क्वारंटआइन में हैं। महिला की अभी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव है, इसलिए उसने बेटी को संक्रमण से बचाने के लिए मौसी को देने की बात कही है।


गौरतलब है कि डॉक्टरों ने कहा कि नवजात बच्ची बिल्कुल ठीक है, वो एक सप्ताह गाय के दूध और सप्लीमेंट पर रहेगी। बच्ची को ले जाने वालों को बता दिया है कि वे हाइजिन का ध्यान रखेंगे। बच्ची को ले जाने वाली महिला का पहचान पत्र ले लिया है। इसके अलावा टीम भी बच्ची का पूरा ध्यान रखेगी।


राशि के अनुसार आपको क्या करना चाहिए

राशिफल हमें बताता है, कि आपकों राशि के अनुसार क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। इस राशिफल को 4 भागों में बांटा जाता  है, जिसमें दैनिक राशिफल, साप्ताहिक राशिफल  मासिक और वार्षिक राशिफल (Yearly Horoscope) शामिल हैं। ज्योतिष के जानकार…


मेष विवाद को बढ़ने से खुद को रोके, उत्तेजना क्रोध पर नियंत्रण रखना आपके हित में रहेगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। घर में अशांति रहेगी। कुसंगति से बचें। वस्तुएं संभालकर रखें। कोई बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है, धैर्य रखें।


वृष धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। राजकीय बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। प्रतिद्वंद्वी शांत रहेंगे। आय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी से काम बिगड़ सकते हैं। ऐश्वर्य पर व्यय होगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा।


मिथुन कार्यस्थल पर सुधार होगा। योजना फलीभूत होगी। रोजगार में वृद्धि होगी। मान-सम्मान मिलेगा। राजकीय बाधा दूर होगी। मतभेद समाप्त होंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। कार्य में प्रगति होगी। दूसरों से अपेक्षा न करें। अज्ञात भय सताएगा। विरोधी पस्त होंगे। प्रमाद न करें।


कर्क रुका हुआ धन मिल सकता है। भाइयों व पार्टनर से सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। भाग्य अनुकूल है। समय का लाभ लें। रोजगार में वृद्धि होगी। परिवार में कोई मंगल कार्य हो सकता है। प्रसन्नता रहेगी। अपेक्षित कार्य पूर्ण होंगे।


सिंह सुख के साधनों पर अतिव्यय हो सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बोलचाल में हल्की मजाक न करें। घर-बाहर तनाव रह सकता है। कार्यकुशलता में कमी रहेगी। कोई बड़ी गलती हो सकती है। अपरिचितों पर विश्वास न करें।


कन्या लाभ के अवसर हाथ आएंगे। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। यात्रा से लाभ होगा। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जोखिम उठाने व जल्दबाजी करने से बचें। अतिउत्साह हानि देगा। विवाद न करें।


तुला भूले-बिसरे मित्र व संब‍ंधियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। दूसरों के काम की जवाबदारी न लें। प्रयास भरपूर करें, लाभ होगा। वरिष्ठजनों से मेल-मुलाकात होगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।


वृश्चिक घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। मेहनत का फल मिलेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। आय में वृद्धि होगी। कोई बड़ी समस्या का हल मिलेगा। मित्र व संबंधी सहयोग करेंगे। घर के बड़ों की चिंता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। संतान पक्ष तरक्की करेगा।


धनु शोक समाचार मिल सकता है। दौड़धूप अधिक होगी। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। घर-बाहर तनाव रहेगा। शांति बनाए रखें। अधिक प्रयास करने से लाभ होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। पार्टनरों से मतभेद हो सकते हैं। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।


मकर यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। बुद्धि व ज्ञान की वृद्धि होगी। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। बड़ों की बात मानें, लाभ होगा। अच्छी खबर मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। वरिष्ठ जन सहयोग करेंगे। जोखिम न लें। आलस्य रहेगा।


कुंभ पुराना रोग उभर सकता है। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। बुद्धि का प्रयोग लाभ में वृद्धि करेगा। दूसरों की जवाबदारी न लें।


मीन रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। रोजगार में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बाहरी-भीतरी मतभेद समाप्त होने से प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न लें। भाइयों से सहयोग मिलेगा।


जयंती पर डिजिटल भुगतान का शुभारंभ

राजीव कश्यप


अम्बिकापुर!  संचार क्रांति की स्वप्न दृष्टा स्वर्गीय राजीव गांधी के क्षेत्रीय विधायक, डॉ प्रीतम, राम जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु सिंह कार्यकारी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष यूनुस अंसारी जनपद अध्यक्ष गंगाराम जनपद उपाध्यक्ष वीरभद्र सिंह सचिन बाबा एवं किसान मोर्चा ब्लॉक अध्यक्ष दिलीप गुप्ता के विशिष्ठ आतिथ्य व मुख्य कार्यपालन अधिकारी संजय दुबे कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा देव कुमार पैकरा के उपस्थिति में कार्यरत मनरेगा मजदूरों को बैंक सखियों के माध्यम से कार्यस्थल पर ही मजदूरी का भुगतान किया गया कूल 6 स्थानों पर क्रमशः रघुनाथपुर लमगांव करौली ककनी पटोरा ड्कई मे चल रहे राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत डबरी निर्माण तालाब गहरीकरण वह समतलीकरण आदि विभिन्न कार्यों के कुल दो लाख 12 हज़ार रुपए की मजदूरी भुगतान जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के द्वारा मजदूरों को किया गया मजदूरी भुगतान में बैंक सखी कार्यस्थल पर जा जाकर भुगतान करने की प्रक्रिया को कर रहे हैं! इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रीतम राम एवं जिला पंचायत अध्यक्षा श्रीमती मधु सिंह ने उपस्थित मजदूरों को कहा कि कोरोना महामारी से हमें डरने की जरूरत नहीं है!बल्कि इससे लड़ने की आवश्यकता है! कोरोना अब हमारे जीवन शैली में शामिल हो जाएगा और हमें इसके साथ ही बतौर एतिहात सुरक्षा एवं बचाव तथा स्वच्छता के साथ संपूर्ण सावधानी बरतते हुए इस कोरोना रूपी राक्षस को अपने गांव क्षेत्र में आने से रोकना होगा! जिसके लिए आप हम सब मिलकर ही इस संकट को आने से रोक सकते हैं। जनप्रतिनिधियों ने मनरेगा द्वारा चल रहे अन्य कार्यों का भी इस दौरान निरीक्षण किया।


अंफान तूफान ने बंगाल में मचाई तबाही

नई दिल्ली! बुधवार को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अम्फान तूफान ने दस्तक दी थी! 160 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले अम्फान तूफान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भारी तबाही मचाई है! माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में 283 साल बाद ऐसा भयानक तूफान आया था! एक अनुमान के मुताबिक इस तूफान से राज्य में एक लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा का नुकसान हुआ है!






 





प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 23, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57547


1. अंक-283 (साल-01)
2. शनिवार, मई 23, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, कृष्ण-पक्ष, तिथि- अमावस्या, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:45,सूर्यास्त 07:08।


5. न्‍यूनतम तापमान 24+ डी.सै.,अधिकतम-40+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


https://universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.:-935030275


(सर्वाधिकार सुरक्षित)


यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश

यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश  संदीप मिश्र  लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके ...