सोमवार, 18 मई 2020

'मोदी के खिलाफ' याचिका पर सुनवाई

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय 2019 के आमसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन को चुनौती देने वाली याचिका की सुनवाई अब शुक्रवार को करेगा। इसकी सुनवाई आज के लिए सूचीबद्ध थी, लेकिन अज्ञात कारणवश मुख्य न्यायाधीश के उपलब्ध न रहने के कारण उनके समक्ष सूचीबद्ध सभी मामलों की सुनवाई के लिए 22 मई की तारीख मुकर्रर की गयी, जिनमें मोदी के निर्वाचन के खिलाफ चुनाव याचिका भी शामिल है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव ने मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनावी पर्चा भरा था लेकिन वह खारिज हो गया था। यादव ने मोदी के निर्वाचन को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी, लेकिन गत वर्ष दिसंबर में इसने यह कहते हुए याचिका खारिज कर दी थी कि याचिकाकर्ता का नामांकन पत्र खारिज हो गया था और वह उम्मीदवार नहीं रह गए थे, इसलिए उन्हें निर्वाचन को चुनौती देने का कोई अधिकार नहीं है।


यादव ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी है। जिसकी सुनवाई मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे, न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति हृषिकेश राय की खंडपीठ को आज करनी थी, लेकिन न्यायमूर्ति बोबडे के उपलब्ध न हो पाने के कारण इसे शुक्रवार के लिए टाल दिया गया है।


रात 10 से सुबह 4 बजे तक यातायात बंद

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अब रात 10 बजे से सुबह चार बजे तक कोई भी सवारी वाहन नहीं चलेंगे। सिर्फ मालवाहक ट्रकों और गाड़ियों को इस दौरान सड़कों पर चलने की अनुमति होगी। औरैया सड़क हादसे के बाद डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को इसके निर्देश जारी किए हैं।


डीजीपी ने बताया कि औरैया हादसे के बाद मुख्यमंत्री ने हादसों को लेकर समीक्षा की। उस बैठक में ही ये निर्देश दिए गए हैं। बैठक में यूपी-112 की पीआरवी टीमों और थानों को निर्देश दिए गए हैं कि वे रात में पट्रोलिंग करेंगे। यूपी-112 की गाड़ियां हाई-वे पर मौजूद रहेंगी और ओवर स्पीडिंग पर नजर रखेंगी। इसके अलावा सामान लदे वाहनों में किसी सवारी को जाने नहीं दिया जाएगा। ऐसे लोगों को उतारकर शेल्टर होम में भेजने के बाद जिला प्रशासन की मदद से गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए सभी डीएम को 200-200 वाहन रिजर्व रखने के निर्देश दिए गए हैं। डीजीपी ने बताया कि मजदूर किसी अन्य साधन से न आए-जाएं, इसके लिए महोबा व झांसी से गोरखपुर-वाराणसी के लिए ट्रेनें शुरू की गई हैं। अभी तक सहारनपुर वाले रूट से ये ट्रेनें चल रही थीं।


अलीगढ़ः मरीजों के मिलने का सिलसिला

अलीगढ़। अलीगढ़ जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला थम नहीं रहा। रविवार को भी दो नए कोरोना संक्रमित मरीज घोषित हुए हैं। इनमें एक युवक देहली गेट के हॉटस्पॉट एरिया उस्मानपाड़ा से सटे टनटनपाड़ा का है, जबकि डेढ़ साल की बच्ची कोतवाली के तुर्कमान गेट की है। 


दोनों पहले से अन्य गंभीर बीमारियों के चलते जेएन मेडिकल कॉलेज में इलाज पा रहे हैं। वहीं जांच में उन्हें संक्रमित पाया गया है। दोनों फिलहाल मेडिकल में ही भरती हैं। सूचना पर टीमों ने परिवारों को होम क्वारंटीन कराने की तैयारी कर दी है।


जेएन मेडिकल कॉलेज से जारी बुलेटिन के अनुसारः टनटनपाड़ा का 22 वर्षीय युवक लंबे समय पेट रोग से ग्रसित है। उसका मेडिकल कॉलेज से ही इलाज च रहा है। तबियत खराब होने पर यह फिर से तीन दिन पहले वहां भरती हुआ। जहां जांच में उसे कोरोना संक्रमित पाया गया है। इसी तुर्कमान गेट की डेढ़ साल की बच्ची के शरीर में संक्रमण है। जिससे इस बच्ची की इम्युनिटी क्षमता बेहद कमजोर है। इसका इलाज भी मेडिकल में ही चल रहा है। तबियत बिगड़ने पर इसे भी वहीं ले जाया गया, जहां जांच में इसे भी संक्रमित घोषित किया गया है। लोगों को बार-बार सचेत किया जा रहा है। शहर में कोरोना संक्रमितों के मिलने का सिलसिला जारी है। रविवार को भी मेडिकल में भरती पुराने शहर के दो मरीज संक्रमित पाए गए हैं। इनके परिवारों को क्वारंटीन कराया जा रहा है। लोगों से अपील है कि वह लॉकडाउन का पालन करें।


चंद्रभूषण सिंह


लॉक डाउन के बाद सीएम ममता का ऐलान

लॉकडाउन को लेकर सीएम ममता बनर्जी का ऐलान


कोलकाता/ जयपुर। केंद्र सरकार की ओर से लॉकडाउन को बीते रविवार 31 मई तक बढ़ाए जाने की घोषणा के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि राज्य में 31 मई तक के लिए लॉकडाउन को बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा- हम कुछ दिनों में 115 और ट्रेनों की व्यवस्था करने की कोशिश करेंगे और राज्य सरकार ट्रेन का किराया चुकाएगी।


राजस्थान में 140 नए मामलेः राजस्थान में 140 नए मामले सामने आए हैं जिनमें से 2 की मौत हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, राजस्थान में अब कोरोना के कुल मामलों की संक्या 5342 हो गई है जिसमें से 133 लोगों की मौत हो गई है और 2666 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। राज्य में सबसे ज्यादा 1597 मामले जयपुर से सामने आए हैं जबकि जोधपुर में भी 1036 कोरोना के केस सामने आए हैं।


उत्तर प्रदेशः मृतक-112 संक्रमित 4464

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में रविवार को कोरोना संक्रमण के 208 नये मामले सामने आये। आठ और मौतों के साथ राज्य में इस संक्रमण के कारण जान गंवाने वालों की संख्या 112 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से देर शाम जारी बुलेटिन में बताया गया कि राज्य में कोविड-19 संक्रमण के 208 नये मरीज सामने आये। इसी के साथ राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले अब 4464 हो गये हैं। कुल 2636 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं जबकि इस संक्रमण की वजह से 112 लोगों की मौत हुई है। लेटिन में बताया गया कि बीते चौबीस घंटों के दौरान सबसे अधिक पांच मौतें अलीगढ में हुई। दो मरीजों की कानपुर और एक मरीज की मेरठ में मौत हुई। बुलेटिन के अनुसार कोविड-19 संक्रमण से सबसे अधिक 27 मौतें आगरा में हुई हैं। मेरठ में 19, मुरादाबाद में 11, अलीगढ और कानपुर नगर में आठ आठ, गौतम बुद्ध नगर में पांच, फिरोजाबाद, मथुरा और झांसी में चार चार, गाजियाबाद और मैनपुरी में दो दो तथा लखनऊ, वाराणसी, हापुड, बुलंदशहर, बस्ती, बिजनौर, प्रयागराज, जालौन, संत कबीर नगर, प्रतापगढ, अमरोहा, बरेली, श्रावस्ती, आजमगढ, एटा, कानपुर देहात, महोबा और ललितपुर में एक एक व्यक्ति की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हुई है। बुलेटिन में बताया कि राज्य में इस संक्रमण के 1716 मरीज अब भी अस्पतालों में हैं । तबलीगी जमात और उसके संपर्क में आये मरीजों की संख्या 1282 हैं। इससे पहले प्रमुख सचिव :चिकित्सा एवं स्वास्थ्य: अमित मोहन प्रसाद ने यहां संवाददाताओं को बताया था कि पूरे राज्य में 56, 019 आइसोलेशन एवं 26, 419 क्वारेंटाइन बेड हैं। वेंटीलेटर बेड की संख्या 1260 है । राज्य में 10, 201 लोगों को पृथकवास केन्द्रों में रखा गया है। राज्य में टेस्टिंग लैब की संख्या 27 है ।प्रसाद ने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप का लगातार उपयोग हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण कक्ष से 11 हजार से अधिक लोगों से संपर्क कर स्वास्थ्य संबंधी सलाह दी गयी है ।उन्होंने बताया कि स्रर्विलांस टीमें लगातार सर्वेक्षण का कार्य कर रही हैं । कुल 78, 576 टीमों ने 64 लाख से अधिक घरों और इन घरों में तीन करोड 19 लाख से अधिक लोगों का सर्वेक्षण किया है ।उन्होंने बताया कि जो प्रवासी कामगार घर पर पृथक-वास में रह रहे हैं, आशा कार्यकर्ता लगातार उनके स्वास्थ्य की जानकारी ले रही हैं। अब तक तीन लाख 72 हजार से अधिक प्रवासी कामगारों के स्वास्थ्य का सर्वेक्षण किया गया है और 414 लोगों को इंफ्लुएंजा या सांस लेने में तकलीफ जैसे कोई ना कोई लक्षण हैं। उनकी जांच की जा रही है।


डीएम की लापरवाही, गई मजदूरों की जान

'डीएम की लापरवाही से मजदूर जान गंवा रहे'


लखनऊ/ औरैया। पुलिस अफसरों का कहना है कि इसके बावजूद डीएम बसों का इंतजाम नहीं कर रहे और मजदूर जान गंवा रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में इस पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने निर्देश भी दिए कि प्रवासी मजदूरों को सभी प्रकार की सुविधाएं देना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होगी। 13 अप्रैल को भी इस संबंध में शासनादेश जारी हुआ था।


पुलिस पर कार्रवाई से नाराजगीः औरैया हादसे के बाद दो एसएचओ के निलंबन और पुलिस अधिकारियों से मांगे गए स्पष्टीकरण को लेकर महकमे में नाराजगी है। पुलिस अफसरों के बीच चर्चा है कि सभी जिलों के डीएम को श्रमिकों को भेजने के लिए प्राइवेट बसों का इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे जुड़ा 15 मई का अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार का सभी डीएम को जारी पत्र वायरल हुआ है। इसमें कहा गया है कि रोडवेज बसें कम पड़ने पर डीएम प्राइवेट बसें भी ले सकते हैं और लोकसभा चुनाव की दर से इनका भुगतान होगा।


लॉक डाउन, चिकन-जरदोजी को झटका

लखनऊ। लॉकडाउन में सबसे बड़ा झटका लखनऊ की पहचान चिकन और जरदोजी के काम को लगा है। दरअसल, पूरे साल में चिकन के कपड़ों की सबसे ज्यादा बिक्री मार्च से जुलाई के बीच होती है। लॉकडाउन के कारण इस साल चिकन का करीब 3000 करोड़ का कारोबार नहीं हो सका है। फिलहाल कारोबारी लॉकडाउन खुलने और काम शुरू होने की आस लगाए बैठे हैं। इसके उलट चिकन कारीगरों ने पेट भरने के लिए दूसरा काम शुरू कर दिया है। ज्यादातर कारीगर फल और सब्जी बेचने लगे हैं। चिकन-जरदोजी के काम से प्रदेश भर में करीब पांच लाख लोग जुड़े हैं। लखनऊ के अलावा बाराबंकी, सीतापुर, हरदोई और लखीमपुर खीरी में भी इसके कारीगर हैं। किचन कारोबारियों के मुताबिक, लॉकडाउन में इन कारीगरों के पास कोई काम नहीं बचा। ऐसे में कई कारीगर फल-सब्जी के ठेले लगा रहे हैं। इससे पहले पिछले पांच साल में 20% कारीगरों ने चिकन का काम छोड़ ई-रिक्शा चलाना शुरू कर दिया है।
नहीं मिल रहे ऑर्डर में चिकन का सालाना कारोबार करीब 8 हजार करोड़ का है। लखनऊ चिकन असोसिएशन के सुरेश छबलानी के मुताबिक, होली के बाद से कारोबार की स्थिति ठीक नहीं है। चौक में होल सेल का काम करने वाले कृष्णा के मुताबिक, करीब 10 देशों में उनका माल जाता है। इसके साथ यहां बने जरदोजी वाले लहंगों की भी काफी मांग है, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण ऑर्डर नहीं आ रहे।


गोदाम में डंप है मालः चिकन और जरदोजी का काम करने वाले नदीम ने बताया कि वह करीब 50% बाहर सप्लाई करते हैं। इसका बड़ा हिस्सा बांग्लादेश, कनाडा, अमरिका और खाड़ी देशों में जाता है, लेकिन ऑर्डर न होने के कारण माल गोदामों में डंप है। सहालग नहीं तो जरदोजी नहींः जरदोजी का काम करने वाले सुमित और उत्तम कपूर बताते हैं कि सहलाग में जरदोजी का काम काफा अच्छा होता है। इस बार स्थिति ज्यादा खराब है। शादियां न होने के जरदोजी के ऑर्डर भी नहीं आ रहे।


ओडीओपी के बाद भी मदद नहींः लखनऊ का चिकन और जरदोजी का कारोबार प्रदेश सरकार की वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रॉडक्ट (ओडीओपी) योजना के तहत आता है। चिकन कारोबारियों के मुताबिक, ओडीओपी के तहत इस उद्योग को मदद मिलनी चाहिए। इसके साथ तरह चिकन को जीएसटी मुक्त भी किया जाना चाहिए।


ऑनलाइन पढ़ाई की भी हो 'मॉनिटरिंग'

'ऑनलाइन पढ़ाई की भी हो मॉनिटरिंग'


अगर बच्चा मोबाइल ऐप से मानसिक अयोग्य हुआ तो अपराध मानकर होगी कार्रवाई


बाराबंकी। ऑनलाइन पढ़ाई के प्रयासों पर सवाल खड़े हो गए हैं। डीएम आदर्श सिंह ने एक पत्र जारी कर कहा है कि यदि ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान कोई बालक मानसिक रूप से अयोग्य हो जाता है और उसको मानसिक रोग हो जाता है तो उसको किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 75 के अंतर्गत दंडनीय अपराध माना जाएगा।


डीएम ने अपने पत्र में कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली ने मोबाइल ऐप के दुष्प्रभाव से बच्चों की सुरक्षा के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए स्कूल के शिक्षकों-प्रबंधकों व बच्चों के अभिभावकों को भी इसकी निगरानी करने का अनुरोध किया गया है। इस क्रम में बाराबंकी के समस्त बीईओ तथा समस्त प्रबंधकों व प्रधानाचार्य आईसीएसई, सीबीएसई, बेसिक शिक्षा से मान्यता व सहायता प्राप्त विद्यालयों को उनके विद्यालयों का नोडल अधिकारी नामित करते हुए निर्देशित किया जाता है कि ऑनलाइन कक्षाओं की पूर्ण निगरानी एवं उससे उत्पन्न होने वाले समस्याओं का निराकरण राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की एडवाइजरी के अनुरूप करते हुए उनको अवगत करवाएं। वहीं इस संबंध में प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कुमार पांडेय का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर शिक्षक दुविधा में है, एक तरफ परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले 90 प्रतिशत बच्चों के पास स्मॉर्टफोन नहीं है। वहीं दूसरी तरफ विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाएं। इसकी लगातार समीक्षा भी हो रही है और कार्रवाई की चेतावनी दी जा रही है। बच्चों की आंखें नाजुक होती हैं, इससे ध्यान केंद्रित करके वो हर समय मोबइल देखा करेंगे। उनकी आंखों को नुकसान हो सकता है। इसलिए मैंने बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी से मांग की थी कि ऑनलाइन शिक्षा को छोटे बच्चों पर थोपा नहीं जाए। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। बाराबंकी में कार बाजार में व्यापार करने वाले रवि नाद का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान मैं अपनी दोनों बच्चियों को लेकर परेशान रहने लगा हूं। यह दोनों बच्चियां मोबाइल के माध्यम से पढ़ाई कर रही हैं। इनको स्कूल से ऑनलाइन एजुकेशन के नाम पर घंटों पढ़ते देखकर इनकी चिंता हो रही है।


2.05 लाख टिकटें, 76.22 करोड़ कमाए

नई दिल्ली। भारतीय रेल ने विशेष राजधानी एक्सप्रेस के 15 जोड़ी ट्रेनों की बुकिंग में सप्ताह के भीतर 2.05 लाख टिकटों की बिक्री कर 76.22 करोड़ रुपये की कमाई की। भारतीय रेल ने 10 मई को घोषणा की थी कि 12 मई से 15 जोड़ी राजधानी ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा, जिसकी बुकिंग 11 मई से शुरू की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर 3.80 लाख यात्रियों के टिकट बुक किए गए हैं। सोमवार को, 26,830 से अधिक यात्री स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों से यात्रा करेंगे, जबकि रविवार को 30,039 यात्री ने इससे सफर किया था।
रेलवे ने घातक कोरोना वायरस के प्रसार से निपटने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन के बीच 25 मार्च से यात्री, मेल और एक्सप्रेस ट्रेन सेवाओं को निलंबित कर दिया है।


विशेष राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों के अलावा, रेलवे एक मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेन भी चला रहा है। ताकि फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, छात्रों और पर्यटकों को उनके गंतव्य तक पहुचाया जा सके। रविवार रात तक 1,300 से अधिक श्रमिक स्पेशल ने देश के विभिन्न हिस्सों में 17 लाख से अधिक लोगों को उनके गृहराज्य पहुंचाया है। रेलवे पूरे देश में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए माल और विशेष पार्सल ट्रेनें भी चला रहा है।


मजदूरों को घर पहुंचाने में लगाए संसाधन

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि प्रवासी मजदूरों को सरकारें इंसानियत के नाते घर पहुंचाने में सरकारी शक्ति व संसाधन इस्तेमाल करें क्योंकि देश इनके ही बल पर ‘आत्मनिर्भर’ बनेगा। मायावती ने सोमवार को ट्वीट किया, “सरकारों से अपील है कि वे अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी के साथ-साथ मानवता व इंसानियत के नाते भी घर वापसी कर रहे गरीब प्रवासी मजदूर परिवारों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने में सरकारी शक्ति व संसाधन का पूरा इस्तेमाल करें, क्योंकि देश इनके ही बल पर ‘आत्मनिर्भर’ बनेगा।” इससे पहले उन्होंने लिखा, “औरैया की भीषण दुर्घटना में मारे गए मजदूरों व घायलों को इकट्ठा ट्रक में भरकर उनके घर भेजने की हृदयहीनता पर उभरा जन आक्रोश उचित ही है। इससे साबित होता है कि सीएम के निर्देशों को गंभीरता व संवेदनशीलता से नहीं लिया जा रहा है। अति-दु:खद। दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।”


उन्होंने लिखा, “इतना ही नहीं बल्कि देश में अभी भी हर जगह लाखों गरीब प्रवासी मजदूर परिवारों की बर्बादी, बदहाली व भूख-प्यास आदि के दृश्य मानवता को शर्मसार कर रहे हैं। खासकर ऐसे महाविपदा के समय में इन लोगों पर पुलिस व प्रशासन की बर्बरता को रोकना केन्द्र व राज्य सरकारों के लिए बहुत जरूरी है।”


ओप्पो की वर्कशॉप के 6 कर्मी संक्रमित

गौतम बुध नगर। ग्रेटर नोएडा  में स्थित चीनी स्मार्टफोन ब्रांड ओप्पो की फ्रैक्ट्री में कम से कम छह कर्मचारी घातक कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। कंपनी के विश्वसनीय सूत्रों ने रविवार को आईएएनएस को इसकी सूचना दी। सूत्रों के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा के कासना में स्थित ओप्पो की फैक्ट्री में कोरोनावायरस के मामलों की पुष्टि होने के बाद रविवार को अगले नोटिस तक काम को तुरंत रोक दिया गया। नाम न बताने की शर्त पर ओप्पो के एक कर्मी ने बताया, “हमें कारखाने में न आने को कहा गया है, क्योंकि ग्रेटर नोएडा में स्थित हमारी विनिर्माण इकाई में कोविड-19 के छह मामलों की पुष्टि हुई है। कंपनी ने अगली सूचना तक हमें घर पर रहने को कहा है। ओप्पो के एक अंदरूनी पोस्ट में लिखा गया, “कल से काम पर मत आइए. हर कोई कंपनी के अगले नोटिस के इंतजार में है।”


गौतमबुद्ध नगर जिले में तेजी से बढ़ रहे मामले


बता दें कि गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। रविवार को 8 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही जिले में कोराना संक्रमण के कुल मामले अब 255 हो गए हैं। डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस ऑफिसर सुनील दोहरे ने बताया, “107 रिपोर्ट की जांच की गई। इनमें 99 रिपोर्ट नेगेटिव आईं, वहीं 8 पॉजिटिव नए मामले सामने आए। जो नए मामले सामने आए हैं, उसमें तीन मरीज सेक्टर-12 के निवासी हैं, जिनमें 2 पुरुष जिनकी उम्र 21 वर्ष है, वहीं एक महिला मरीज की उम्र 53 वर्षीय है।”


उन्होंने बताया, “संक्रमितों में 50 वर्षीय पुरुष जो सेक्टर-10 के निवासी हैं और दो मरीज, जिनमें 23 वर्षीय महिला और 47 वर्षीय पुरुष सेक्टर 8 नोएडा के रहने वाले हैं।”गौतमबुद्ध नगर में अब करोना संक्रमित मामलों की संख्या कुल 255 हो गई है। इनमें से 191 लोग घर जा चुके हैं और अब तकपांच लोगों की मौत हो चुकी है। इस समय 59 संक्रमितों का इलाज चल रहा है।


कोरोना चाट जाएगा, 13.5 करोड़ की नौकरी

नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था को हो रहे नुकसान के चलते देश में करीब 13.5 करोड़ लोगों की नौकरी जा सकती है। इतना ही नहीं, 12 करोड़ लोग गरीबी के दायरे में आ सकते हैं। महामारी का असर लोगों की आय, खर्च और बचत पर भी पड़ेगा।


अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन परामर्श कंपनी आर्थर डी लिटिल की रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 का सबसे बुरा असर देश में लोगों की नौकरियों पर पड़ेगा और गरीबी बढ़ेगी जबकि प्रति व्यक्ति आय में कमी आएगी। इसके परिणाम स्वरूप सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में तीव्र गिरावट आएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए हमारा मानना है कि भारत के लिए डब्ल्यू आकार की रिकवरी सबसे संभावित परिदृश्य है। वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी में 10.8 फीसदी की गिरावट और वित्त पर्ष 2021-22 में 0.8 फीसदी की जीडीपी वृद्धि होगी। रिपोर्ट के अनुसार, देश में बेरोजगारी 7.6 प्रतिशत से बढ़कर 35 फीसदी हो सकती है। इसके चलते 13.5 करोड़ लोगों की नौकरी जा सकती है और 17.4 करोड़ लोग बेरोजगार हो सकते हैं। इतना ही नहीं, 12 करोड़ लोग गरीबी के दायरे में आ सकते हैं और 4 करोड़ लोग बहुत ही गरीबी में पहुंच सकते हैं। आर्थर डी लिटिल के भारत और दक्षिण एशिया के सीईओ और प्रबंधन पार्टनर बार्णिक चित्रन मैत्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री का आत्मनिर्भर भारत अभियान नए दृष्टिकोण के लिए अच्छी शुरुआत है। रिपोर्ट में सरकार और आरबीआई द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की गई लेकिन अर्थव्यवस्था को हो रहे व्यापक नुकसान से बचाने के लिए और अधिक मुखर दृष्टिकोण की जरूरत बताई गई है।


रिपोर्ट में अर्थव्यवस्था की रिकवरी के लिए 10 बिंदु कार्यक्रम भी सुझाए गए हैं। इसमें छोटे और मध्यम कारोबार को बचाने, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को फिर से शुरू करने और खतरे वाले सेक्टरों को लक्षित सहायता प्रदान करना शामिल है।


कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...