रविवार, 17 मई 2020

31 मई तक फिर बड़ा 'लॉक डाउन'

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। देश भर में कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन 3.0 की मियाद 17 मई को खत्म हो रही है।राष्ट्रीय महामारी प्रबंधन प्राधिकरण ने देश में 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसे लेकर गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन 4.0 के लिए गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं।कोरोना वायरस के कारण लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का चौथा चरण सोमवार से शुरू होगा और इसमें लोगों को ज्यादा रियायत और लचीलापन देखने को मिलेगा। केंद्र सरकार के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि बंद के इस चौथे चरण (लॉकडाउन-4) में यात्री रेल सेवा और घरेलू यात्री उड़ानों को क्रमिक रूप से शुरू किये जाने के साथ ही राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को अपने यहां हॉटस्पॉट को परिभाषित करने का अधिकार दिया जाएगा।


126 की मौत, संक्रमण 90 हजार के पार

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि जारी है। देशभर में रविवार सुबह तक कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त हुए लोगों का आंकड़ा 90 हजार के पार पहुंच गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की। स्वास्थ्य मंत्रालय ने नवीनतम आंकड़े जारी करते हुए कहा, “देश भर में अब तक कोरोना संक्रमण के 90 हजार 927 मामले सामने आए हैं, जबकि महामारी के चलते 2 हजार 872 लोगों की जान गई है।”


स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, वर्तमान में कुल 53 हजार 946 लोग अभी भी कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त हैं, जबकि उपचार के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर 34 हजार 108 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। देश मे सिर्फ अंडमान-निकोबार, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम ही कोरोना वायरस से पूरी तरह मुक्त राज्य बने हुए हैं। कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में कुल 1 हजार 135 मौतों के साथ ही संक्रमण के सर्वाधिक 30 हजार 706 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 7 हजार 88 लोगों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई है। उधर, गुजरात में रविवार सुबह तक कोरोना पीड़ित लोगों की संख्या 10 हजार 988 हो गई। इसमें से कुल 4 हजार 308 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है, जबकि 625 लोगों की यहां मौत हुई है।


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यह आंकड़ा 9 हजार 333 पहुंच गया है। 3 हजार 926 मरीजों को अस्पताल से इलाज के बाद छुट्टी दी जा चुकी है। यहां मरने वालों की संख्या 129 तक पहुंच गई है। तमिलनाडु में भी पीड़ित लोगों की संख्या 10 हजार को पार कर गई है। राज्य में रविवार सुबह तक कुल 10 हजार 585 कोरोना के मामले सामने आए हैं, जिनमें 3 हजार 538 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां 74 लोगों की मौत हुई है। असम में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 92 है, जिनमें से 41 को डिस्चार्ज किया गया है और 2 की मौत हुई है। बिहार में यह संख्या 1 हजार 179 पहुंच चुकी है, जिनमें से 453 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। यहां 7 लोगों की मौत हुई है। चंडीगढ़ में यह संख्या 191 है, जिनमें से 51 को डिस्चार्ज किया चुका है। तीन की मौत हुई है। छत्तीसगढ़ में कोरोना पीड़ित लोगों की संख्या 67 पहुंच चुकी है, जिनमें से 56 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। उधर, दादर नगर हवेली से सिर्फ एक मामला अब तक सामने आया है। गोवा में अब तक 17 मामले दर्ज किए गए हैं, इनमें से 7 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। इस बीच हरियाणा में 887 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 514 को डिस्चार्ज किया गया है। राज्य में अब तक 13 मरीजों की मौत हुई है। हिमाचल प्रदेश में 78 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 43 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां तीन लोगों की मौत हुई है। उधर, जम्मू एवं कश्मीर में 1 हजार 121 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 542 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां 12 मरीजों की मौत हुई है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार सुबह तक झारखंड में 217 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 113 को छुट्टी दी जा चुकी है। यहां अब तक 3 मौतें दर्ज की गई हैं। कर्नाटक में यह आंकड़ा 1 हजार 92 पहुंच चुका है, 496 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। 36 की मौत हुई है। केरल में कोरोना पीड़ितों की संख्या 587 पहुंच गई है, 495 को डिस्चार्ज किया गया और राज्य में चार की मौत हुई है। लद्दाख में सिर्फ 43 मामले सामने आए, जिनमें से 22 को डिस्चार्ज किया जा चुका है।मध्य प्रदेश में रविवार सुबह तक कोरोना से पीड़ित हुए मरीजों की संख्या 4 हजार 789 पहुंच चुकी है। इनमें से 2 हजार 315 को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां 243 लोगों की मौत की सूचना है। उधर, मणिपुर में सिर्फ 7 मामले सामने आए हैं, जिनमें से दो को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। मेघालय में भी 13 मामले सामने आए हैं और 11 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां एक की मौत हो गई है। उड़ीसा में 737 मामले सामने आए। 196 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां तीन की मौत हो गई है। पुडुचेरी में अब तक 13 मामले सामने आए हैं, 9 को डिस्चार्ज किया गया है और एक व्यक्ति की मौत हुई है।


पंजाब में अब तक 1 हजार 946 मामले दर्ज किए गए हैं। 1 हजार 257 को डिस्चार्ज किया गया है और 32 लोगों की मौत हुई है। राजस्थान में 4 हजार 960 मामले सामने आए हैं। 2 हजार 839 को डिस्चार्ज किया गया है, जबकि 126 की यहां मौत हुई है। तेलंगाना में 1 हजार 509 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 971 को डिस्चार्ज किया गया और यहां 34 की मौत हुई है। त्रिपुरा में रविवार सुबह तक 167 मामले दर्ज किए गए हैं, 64 को डिस्चार्ज तक किया जा चुका है। उत्तराखंड में 88 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 51 को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। यहां 1 की मौत हुई है। उधर उत्तर प्रदेश में 4 हजार 258 मामले दर्ज किए गए हैं और 2 हजार 441 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं। यहां रविवार सुबह तक 104 लोगों की मौत हो चुकी है। पश्चिम बंगाल में यह आंकड़ा 2 हजार 576 हो गया है। 872 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और राज्य में 232 लोगों की मौत हुई है।


गरीब देशो को पीछे नहीं छोड़ना चाहिए

बीजिंग/ वाशिंगटन डीसी। 73वीं विश्व स्वास्थ्य महासभा के पूर्व दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति किरिल रामफोसा, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री गोर्डन ब्राउन समेत 140 से अधिक राजनीतिज्ञों और विशेषज्ञों ने संयुक्त रूप से खुला पत्र जारी कर यह अपील की कि कोविड-19 के टीके का विकास होने के बाद उसे पेटेंट अधिकारी नहीं होगा और विश्व भर में इस का मुफ्त प्रयोग किया जाना चाहिए।


गरीब देशों को पंक्ति के पीछे नहीं छोड़ा जाना चाहिए। 
इस खुले पत्र को जारी करने की पृष्ठभूमि ऐसी है: फ्रांसीसी दवा कंपनी सानोफी के उच्च पदाधिकारी ने हाल ही में बताया कि अमेरिका ने उस टीके के विकास में सर्वाधिक पूंजी लगायी, अमेरिका को टीके के प्रयोग में प्राथमिकता मिलेगी। यह बात सामने आने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हल्ला मच गया है। फ्रांसीसी सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव से उस कंपनी ने अपना रूख बदलकर कहा कि अमेरिका को सिर्फ अपने ही देश में उत्पादित होने वाले टीके के प्रयोग में प्राथमिकता मिलेगी।


इस घटना से जाहिर है कि अमेरिका को कोविड-19 के टीके पर एकाधिकार जमाने की बदनीयत है।


गरीब की जिंंदगी पर लगा दो 'रासुका'

लखनऊ। समजावादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रवासी मजदूरों को राज्य में न घुसने देने पर भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार तंज कसते हुए कहा कि सरकार लोगों को गैर कानूनी काम करने के लिये बाध्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ऐसा क्यों नही करती कि गरीबों की जिंदगी पर ही रासुका लगा दे।


जिस राज्य ने देश को महामहिम और प्रधानमंत्री दिये है उसी उत्तर प्रदेश ने अपनी सीमाओं को ग़रीबों के लिए सील कर दिया है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने मजदूरों से श्रम क़ानूनों का रक्षा-कवच भी छीन लिया है। यादव ने रविवार को ट्वीटकर कहा “भाजपा सरकार का आदेश है कि प्रवासी मज़दूरों को उप्र बार्डर पर न घुसने देंगे, न सड़क या रेल ट्रैक पर चलने देंगे, न ट्रक-दुपहिया से जाने देंगे।


भाजपाई ग़रीब विरोधी नीतियां ही लोगों को ग़ैर-क़ानूनी काम करने के लिए बाध्य कर रही हैं। ऐसा करो बाबू ग़रीब की ज़िंदगी पर ही रासुका लगा दो!” उन्होंने कहा कि ऐसा ही दुर्भावपूर्ण व उपेक्षापूर्ण व्यवहार रहा तो कौन प्रवासी मजदूर काम पर लौटेगा। उन्होंने ट्वीटकर कहा “अगर सरकार का ग़रीब-मज़दूरों के प्रति ऐसा ही दुर्भावपूर्ण व उपेक्षापूर्ण व्यवहार रहा तो भला किस पर विश्वास करके ये प्रवासी मज़दूर वापस काम पर लौटेंगे।


अमीरों की इस सरकार ने अब तो श्रम क़ानूनों का रक्षा-कवच भी छीन लिया है। बिना मज़दूर के कोई काम-कारख़ाना कैसे चलेगा, कोई तो समझे। ” यादव ने कहा “जिस प्रदेश ने देश को महामहिम दिए, प्रधान जी दिए, उस उप्र ने अपनी सीमाओं को ग़रीबों के लिए सील कर दिया है। बिना सड़क प्रवासी मज़दूर भला कैसे बिहार, उड़ीसा, झारखंड, बंगाल व पूर्वोत्तर जाएंगे। ये हवा-हवाई सरकार कोई हवाई मार्ग ही बता दे। ‘वंदे भारत’ में ग़रीब वंदनीय क्यों नहीं है?।”


गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रवासियों के पैदल, दो पहिया या ट्रक से उत्तर प्रदेश में प्रवेश पर रोक लगा दी है। शासन ने कहा है कि जिलाधिकारी तय करें कि कोई भी पैदल, अवैध या असुरक्षित वाहनों से यात्रा न करे। ऐसा कही पाया गया तो लापरवाही मानी जायेगी।


मेंबर्स ने निकासी का फायदा उठाया

देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण प्रेस कांफ्रेस


प्रयागराज। वित्त मंत्री ने बताया कि 12 लाख ईपीएफओ मेंबर्स ने ऑनलाइन निकासी की सुविधा का फायदा उठाया। 2.02 निर्माण से जुड़े मजदूरों को सीधी मदद पहुंचाई गई। वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम गरीब कल्याण योजना द्वारा तकनीक के इस्तेमाल से सीधे जरूरतमंद लोगों के खातों में मदद पहुंचाई गई। उन्होंने कहा कि सरकार ने 8.19 करोड़ किसानों के खातों में 2000 रुपए पहुंचाए गए। उन्होंने कहा कि 20 करोड़ जन धन खातों में सीधी मदद पहुंचाई गई। पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत 20 करोड़ महिला जनधन खाताधारकों के अकाउंट में सीधी मदद भेजी गई। साथ ही निर्माण से जुड़े श्रमिकों के अकाउंट में भी सरकार ने पैसे डाले। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण किया गया। वित्त मंत्री ने रविवार को अपने संबोधन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कही गई बात से की। सीतारमण ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी, लॉ जैसी चीजों बल दिया गया है, जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा था।


बृजेश केसरवानी


जल्दी शुरू हो सकती है 'घरेलू उड़ान'

नई दिल्ली। कोरोना के संकट को देखते हुए लॉकडाउन (पूर्णबंदी) में घरेलू उड़ानों पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध था।हालांकि 17 मई को पूर्णबंदी का तीसरा चरण खत्म हो रहा है। और इसके चौथे चरण में काफी हद तक ढील दी जाएगी। और यदि सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही एक बार फिर से घरेलू उड़ान सेवा शुरू हो जाएगी।


देश में घरेलू हवाई यातायात का संचालन करने वाली एयलाइन कंपनियों ने जल्द ही घरेलू उड़ानों को फिर से शुरू करने की संभावना के साथ नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MOCA) के लिए अपने विमान की वायु योग्यता रिपोर्ट शुक्रवार को प्रस्तुत की है। प्रोटोकॉल के अनुसार, एयरलाइनों को अपने उड़ान संचालन को फिर से शुरू करने से पहले अपने विमान का विवरण डीजीसीए और एमओसीए को प्रस्तुत करना होता है। एमओसीए ने एक बयान जारी कर बताया है कि एयरलाइंस विनियामक रिपोर्ट प्रस्तुत कर रहे हैं। केंद्र सरकार कई दिशा-निर्देशों के साथ घरेलू उड़ानें शुरू करने की योजना बना रही है, लेकिन अभी तक उन्हें कोई स्पष्ट निर्देश नहीं दिया गया हैै। एमओसीए ने एयरलाइनों और एयरपोर्ट ऑपरेटरों सहित सभी विमानन हितधारकों को एसओपी के मसौदे के माध्यम से सूचित किया है कि 80 साल से अधिक आयु के लोगों को उड़ान शुरू होने के पहले चरण में यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। एमओसीए के ड्राफ्ट एसओपी के अनुसार, प्रारंभिक स्तर पर किसी भी केबिन बैगेज को अनुमति नहीं दी जाएगी और चेक-इन बैगेज जिसका वजन 20 किलोग्राम से कम है, उसे ही अनुमति दी जाएगी. इस बीच भारत सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AFI) ने उड़ानों को फिर से शुरू करने से पहले आवश्यक कदम उठाए हैं।


AFI के निर्देशों के मुताबिक यात्रियों को हवाई अड्डे पर पहुंचने से पहले अपने स्मार्टफोन पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा, एक मुखौटा, एक हाथ सैनिटाइजर और दोनों हाथ में दस्ताने पहनने होंगे। एएआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट में यह गाइडलाइन दी गयी है। देश में विमानन सेवा प्रदाता कंपनियों में विस्तारा के पास 41 विमान, इंडिगो के पास अपने बेड़े में लगभग 260 विमान हैं, स्पाइसजेट के साथ 120 विमान और एयर इंडिया समूह के बेड़े में 155 से अधिक विमान हैं।


उल्लेखनीय है कि हाल ही में एमओसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंत्री समूह (जीओएम) के सामने एक विस्तृत प्रस्तुति दी थी, जब भारत वंदे भारत मिशन के तहत विदेश से भारतीयों को वापस लाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रत्यावर्तन उड़ानों पर निर्णय लिया गया था। एयर इंडिया उन लोगों के लिए घरेलू उड़ानों का संचालन कर रही है जो वंदे भारत मिशन के तहत प्रत्यावर्तन उड़ानों में विदेश से भारत आ रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत में 17 मार्च से 17 मई तक व्यावसायिक उड़ानों की आवाजाही पर प्रतिबंध है।


मुठभेड़ में जवान शहीद, 2 आतंकी ढेर

श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर के डोडा में रविवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक आतंकी की मौत हो गई, जबकि कार्रवाई के दौरान सेना का एक जवान भी शहीद हो गया। जम्मू एवं कश्मीर पुलि के डीजी ने कहा, मुठभेड़ जारी है, एक आतंकवादी मारा गया और एक सैनिक ने अपनी जान गंवाई है। सुरक्षाबलों को क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद डोडा में मुठभेड़ शुरू हो गई।


सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी की और आतंकियों के ठिकाने पर पहुंचे। जवानों को देखकर आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद एनकाउंटर शुरू हो गया। सुरक्षाबलों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई जारी है। सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया है। इसकी पुष्टि जम्मू कश्मीर पुलिस ने की है। वहीं एक जवान के शहीद होने की भी खबर है। अभी मुठभेड़ जारी है। एक से दो आतंकियों के इस मुठभेड़ में होने की आशंका जताई जा रही है। इस ऑपरेशन को सेना की 10 आरआर, सीआरपीएफ और डोडा पुलिस द्वारा अंजाम दिया जा रहा है।


डोडा जिले में इस साल सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच यह दूसरी मुठभेड़ है। इससे पहले 15 जनवरी को हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर हारून अब्बास सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। इस महीने की शुरुआत में जिले में हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से कुछ हथियार और गोला बारूद भी बरामद किए गए थे।
बता दें कि हिजबुल मुजाहिद्दीन के कश्मीर कमांडर रियाज नायकू के सफाए के बाद हिजबुल ने कश्मीर में अपना नया कमांडर बनाया है। हिजबुल के इस नए कमांडर के साथ ही 3 और हिजबुल के आतंकी सुरक्षा बलों के निशाने पर हैं। जिन 10 आतंकियों के सफाए का टारगेट है उसमें 4 हिजबुल के, 3 जैश के आतंकी शामिल हैं। सिक्यॉरिटी एजेंसी सूत्रों के मुताबिक अब जो आतंकी निशाने पर हैं उनमें हिजबुल का नया कमांडर सेफुल्ला है।


आतंकी संगठन में इसका कोड नेम गाजी हैदर है। सेफुल्ला 8 अक्टूबर 2014 को हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुआ। हिजबुल का दूसरा आतंकी जो हिट लिस्ट में है उसका नाम मोहम्मद अशरफ खान उर्फ अशरफ मौलवी हैं जो 9 सितंबर 2016 से हिजुबल के साथ है। हिजबुल को दो और आतंकी इस लिस्ट में है- जुनैद सहराई और अब्बास शेख।


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