शुक्रवार, 15 मई 2020

2649 की मौतें, संक्रमित-81,970

शुक्रवार को कोविड-19 के मामलों की संख्या बढ़कर 81 हजार, 970 पहुंच गई है।
देश में कोरोना से अबतक 27 हजार, 919 लोग ठीक हो गए हैं।


नई दिल्ली। देश में कोरोना पर काबू पाने के लिए लॉकडाउन किया गया है। इसके बावजूद भी संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को कोविड-19 के मामलों की संख्या बढ़कर 81 हजार, 970 पहुंच गई है। हालांकि राहत की बात यह है कि 27 हजार, 919 लोग ठीक हो गए हैं। इस समया कोरोना के 51 हजार, 401 मामले सक्रीय हैं। वहीं, अबतक 2649 लोगों की मौत हो गई है। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है।  संक्रमित संख्या 80 हजार के पार हो गई है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना से पिछले 24 घंटों के दौरान 100 लोगों की मौत हुई है, जबकि 3967 नए मामले आए सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में 51401 लोगों का उपचार चल रहा है जबकि अब तक 27919 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और एक मरीज देश से बाहर जा चुका है। अब तक 33.63 फीसदी मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।


आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में अब तक 1019, गुजरात में 586, मध्य प्रदेश में 237, पश्चिम बंगाल में 215, राजस्थान में 125, दिल्ली में 115, उत्तर प्रदेश में 88, तमिलनाडु में 66 और आंध्र प्रदेश में 48 लोगों की मौत हुई। तेलंगाना में 34, कर्नाटक में 35, पंजाब में 32, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में 11-11 तथा बिहार में सात और केरल में 4 लोगों की मौत हुई। 


मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार झारखं और ओडिशा में कोविड-19 से तीन-तीन लोगों की मौत हुई। वहीं हिमाचल प्रदेश और असम में दो-दो लोगों की मौत हुई। मेघालय, उत्तराखंड और पुडुचेरी में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई। 


इधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिये भविष्य की तैयारियों, प्रतिक्रियाओं और नयी परिस्थितियों के अनुकूल ढालने के लिए विकासशील देशों की मुख्य क्षमताओं का निर्माण और उन्हें मजबूत बनाना जरूरी है। हर्षवर्धन ने वीडियो लिंक के जरिये राष्ट्रमंडल देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की 32वीं बैठक में सभी मौजूदा और नए चिकित्सा उत्पादों तथा प्रौद्योगिकियों तक सार्वभौमिक और किफायती पहुंच पर जोर दिया है। 


एक बयान में उनके हवाले से कहा गया है, कोरोना वायरस से निपटने के लिये निष्पक्ष और न्यायसंगत ढंग से इनकी उपलब्धता होनी चाहिये।'' इस बैठक का विषय 'कोविड-19 को राष्ट्रमंडल देशों की प्रतिक्रिया' था। हर्षवर्धन ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिक सरकार के सक्रिय समर्थन से टीके, दवाओं, नैदानिक किट और विभिन्न जीवन रक्षक उपकरण विकसित कर रहे हैं। भविष्य की तैयारियों, प्रतिक्रिया और नयी परिस्थितियों के अनुकूल ढालने के लिए विकासशील देशों की मुख्य क्षमताओं का निर्माण और उन्हें मजबूत करना जरूरी है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत में इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए दुनिया के सबसे बड़े लॉकडाउन को लागू किया गया। इसका उद्देश्य बीमारी के विस्फोटक प्रसार को रोकना और यह सुनिश्चित करना है कि देश की स्वास्थ्य व्यवस्था श्वास संबंधी दिक्कतों के मामलों में तेजी से वृद्धि का सामना करने में सक्षम हो।


'राष्ट्रपति' वेतन का 30% दान करेंगे

नई दिल्ली। राष्ट्रपति भवन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कोविड-19 संकट के मद्देनजर एक वर्ष तक अपने वेतन का 30 प्रतिशत हिस्सा दान करेंगे। आत्मनिर्भर भारत मुहीम का समर्थन करते हुए राष्ट्रपति भवन द्वारा कहा गया है कि वो अपने संसाधनों के इस्तेमाल में कटौती करेगा और कोविड-19 को लेकर मदद करने में अपना योगदान देगा।


राष्ट्रपति ने खर्च को कम करने, संसाधनों का बचाकर उपयोग करने, कोविड-19 का मुकाबला और लोगों की आर्थिक दुर्दशा को कम करने के लिए निर्देश दिए हैं। राष्ट्रपति के अनुमान में, यह भारत को आत्मनिर्भर बनाने की सरकार की दृष्टि को साकार करने के लिए एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण योगदान होगा और देश को महामारी से लड़ने और विकास और समृद्धि की हमारी यात्रा को एक साथ जारी रखने के लिए सक्रिय करेगा।


राष्ट्रपति कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के कर्मचारियों से खर्चें कम करने और बचे हुए पैसे कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में देने को कहा है। राष्ट्रपति भवन अपने खर्च को कम करने के लिए कई उपाय करेगा। जिसमें कहा गया है कि वित्त वर्ष 2020-21 में कोई नया पूंजीगत कार्य नहीं किया जाएगा। केवल पहले से चल रहे कामों को ही पूरा किया जाएगा। मरम्मत और रखरखाव का काम केवल संपत्ति के उचित रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा।


कार्यालय उपभोग्य सामग्रियों के उपयोग में पर्याप्त कमी होगी। उदाहरण के लिए, राष्ट्रपति भवन अपव्यय से बचने और कार्यालय को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए कागज के उपयोग में कटौती करने के लिए ई-तकनीक का उपयोग करेगा। उनके उपयोग को तर्कसंगत बनाकर ऊर्जा और ईंधन की बचत के प्रयास किए जाएंगे। राष्ट्रपति ने लिमोजीन की खरीद को स्थगित करने का फैसला किया है जो कि औपचारिक अवसरों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. राष्ट्रपति भवन और सरकार के मौजूदा संसाधनों को ऐसे अवसरों के लिए उपयोग किया जाएगा।


राष्ट्रपति का 1 ओर 'सराहनीय कदम'

पालमपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से कोरोना संकट के समय एक बहुत ही सराहनीय कदम उठाया है। उन्होंने पूरे देश को रास्ता दिखाने की कोशिश की है। पूरे देश को उनकी इस सराहनीय पहल को अपने-अपने स्थान पर लागू करना चाहिए। कोरोना संकट के कारण पूरे देश में प्रत्येक वर्ग पर आर्थिक मंदी की सबसे बड़ी समस्या होगी। कोरोना संकट लंबा चलेगा। हर परिवार, समाज और सरकारों को आर्थिक मंदी का मुकाबला करने के लिए बचत के सुनहरी असूलों को अपनाना होगा। सबके लिए सबसे जरूरी यह मंत्र है कि अब केवल जरूरत और आवश्यकता के अनुसार ही खर्च करना होगा। न सुविधा, न आराम और शानो शाैकत तो अब एक बहुत बड़ा अपराध और पाप हो जाएगा।


राष्ट्रपति ने 30 प्रतिशत अपने वेतन की कटौती के साथ राष्ट्रपति भवन के खर्च में 20 फीसद की कटौती का निर्णय किया है, इससे 45 करोड़ रुपये की बचत होगी। वह अपने लंबे अनुभव के आधार पर कह सकते हैं कि सभी सरकारों में सभी जगह भयंकर फिजूलखर्ची होती है। भयंकर शब्द का प्रयोग जानबूझ कर किया है। अति गरीब देश की सरकारें कर्इ बार नवाबी तरीकों से खर्च करती हैं। शांता कुमार ने कहा मैं विस्तार में नहीं जाना चाहता। 1977 में सब प्रकार की बचत करके छोटे से हिमाचल में दो साल में 50 करोड़ रुपये की बचत की थी। इस प्रकार कर्इ लाख करोड़ रुपये बचेंगे। भारत सरकार का कुल बजट करीब 30 लाख करोड़ रुपये का है। गैर योजना 25 लाख करोड़ का। यदि इसमें 20 प्रतिशत की बचत की जाए तो भारत सरकार ही 5 लाख करोड़ की बचत कर सकती है।


हिमााचल सरकार का वार्षिक बजट लगभग 50 हजार करोड़ रुपये का है, उसमें गैर योजना 40 हजार करोड़ रुपये है। यदि हिमाचल 20 प्रतिशत की बचत करे तो छोटे से हिमाचल की बचत ही 8 हजार करोड़ रुपये हो जाएगी। इसी तरह पूरे देश की सभी राज्य सरकारें 20 प्रतिशत बचत कर सकती हैं। उन्होंने केंद्र समेत प्रदेश की सरकारों से आग्रह किया है कि वे अपने गैर योजना बजट में कम से कम 20 प्रतिशत की कटौती का निर्णय अति शीघ्र करें। इस कदम से देशवासियों को एक बहुत अच्छा संदेश जाएगा।


विभाग के प्रधान सचिव बने 'महाबीर'

राणा ओबराय

हरियाणा शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव डॉ महाबीर सिंह बने अतिरिक्त मुख्य सचिव


चण्डीगढ़। हरियाणा शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव डॉ महावीर सिंह आईएएस (1989) पदोन्नति पाने के बाद अतिरिक्त मुख्य सचिव बन गए हैं। हरियाणा सरकार द्वारा जारी आदेश अनुसार पदोन्नति पाने के बाद अतिरिक्त मुख्य सचिव बने डॉ महावीर सिंह अपने वर्तमान विभाग में ही कार्य करते रहेंगे। इसी के साथ विवेक जोशी को भी अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर पदोन्नत किया गया है। वह वर्तमान में केन्द्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।


भीड़ को लेकर हाईकोर्ट का बड़ा फैसला

यूपी में दूसरे राज्यों से आ रही भीड़ को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला


प्रयागराज। हाईकोर्ट ने हर चार सौ लोगों पर एक अधिकारी नियुक्त करने को कहा। हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने यूपी सरकार को दिया आदेश।बाहर से आने वाले सभी लोगों का रिकार्ड तैयार कर उनकी मानीटरिंग कराने का आदेश। चार सौ लोगों की मानीटरिंग करे कोई ज़िम्मेदार अफ़सर। कोरोना के केस होने पर बचाव व रोकथाम के मद्देनजर दिया आदेश। चीफ जस्टिस गोविंद माथुर और जस्टिस सिद्धार्थ वर्मा की डिवीजन बेंच का आदेश। कवारन्टीन सेंटर्स और अस्पतालों की बदहाली पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने दिया आदेश। वकील गौरव गौर ने दाखिल की थी अर्जी। 18 मई को फिर होगी मामले की सुनवाई।


बृजेश केसरवानी


ऐसे नहीं जीती जा सकती 'वायरस जंग'

अतुल त्यागी


हापुड़ ऐसे नहीं जीती जा सकती कोरोना वायरस जंग


हापुड़। हापुड़ के गांव वझीलपुर निवासी व राष्ट्रीय सैनिक संस्था के जिला अध्यक्ष ज्ञानेंद्र त्यागी ने बताया कि गांव वझीलपुर में क्रिकेट खेलने वाले बच्चों को उनके द्वारा अनेकों बार सामाजिक दूरी बनाने को लेकर समझाने के बावजूद बच्चे क्रिकेट खेलने से बाज नहीं आ रहे हैं। जिसकी सूचना उन्होने सम्बन्धित चौकी प्रभारी साईलो द्वितीय को दे दी थी। और दो तीन बार चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर मनोज सेहरावत व बीट अधिकारी प्रमोद कुमार ने भी गांव में आकर बच्चों व बच्चों के अभिभावकों को समझा भी दिया। लेकिन उसके बावजूद बच्चे नहीं मान रहे हैं। ज्ञानेन्द्र त्यागी ने मांग की है कि तुरंत गांव किक्रेट बन्द करा दिया जाए।


किसानों की फसल हुई बर्बाद, नुकसान

आंधी पानी से गेहू की कटाई मड़ाई हुई बंद


किसानों का हुवा भरी नुकसान गेहू की फसल हुई बर्बाद


सुनील पुरी


फतेहपुर। शुक्रवार को देर शाम तेज आंधी के साथ हुई बारिश से बिंदकी क्षेत्र के  कई गाँव में अभी किसानों की खेती कटाई मड़ाई लगभग 50 बीघा खेती पड़ी हुई है। खजुहा विकास  खण्ड क्षेत्र के बसन्ती खेड़ा, अमेना,छीछा,दरिया पुर  मंडराव, कोरवा दिलावल पुर ऐसे कई गांव की खेती अभी पड़ी हुई है वहीं तेज आंधी और बारिश से किसानों की फसलों को भी भारी नुकसान हुआ। आंधी से किसानों के खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल उड़ गई तो वही बारिश  होने से कटाई मड़ाई का कार्य भी कुछ दिनों के लिए स्थगित हो गया।


तेज आंधी से किसानों की आम को की फसल को भी भारी नुकसान हुआ है। आम के पौधों में छोटे-छोटे फल ही लगे थे जो कि आंधी से झड़ गए।अरगल गांव के किसान सभा जीत सिंह ने बताया की लगातार कई दिनों से हो रही है रुक रुक बारिश से किसानों के खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल नष्ट होने की आशंका है।लाखों जद्दोजहद कर के किसान अन्ना मवेशियों से फसल बचाने में कामयाब हुए तो आंधी और बारिश से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।


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11 विधानसभाओं की ईवीएम को सुरक्षित रखा पंकज कपूर  हरिद्वार। मतदान के बाद बीएचईएल स्थित केंद्रीय विद्यालय में बनाए गए स्ट्रांग रूम में जनपद क...