गुरुवार, 14 मई 2020

14 को चांद-मंगल ग्रह नजदीक दिखेंगे

नई दिल्ली। पिछले कुछ वक्त से आसामन बेहद साफ है और रात के समय तो झिलमिल सितारों का नजारा ही अद्भुत होता है। दरअसल, पिछले कुछ वक्त से लॉकडाउन के कारण देशभर में वायु प्रदूषण के स्तर में भारी कमी देखने को मिली है। ऐसे में बड़े शहरों का आसमान भी इन दिनों साफ हो गया है। ऐसे में आसमान में चांद के साथ दिखने वाले अलग-अलग ग्रह आजकल लोग आसानी से देख पा रहे हैं और इसके लिए उन्हें किसी चश्मे या दूसरी चीज की जरूरत नहीं है। 
लोग बिना किसी बाइनोकुलर या टेलीस्कोप के आसानी से आसमान में साफ-साफ इन ग्रहों को देख सकते हैं. इसके लिए केवल आपको बिना बादल वाला आसमान और थोड़ा सा धैर्य रखने की जरूरत है और बस आप अंतरिक्ष में होने वाले इन ईवेंट्स को आसानी से देख सकते हैं।


12 मई की सुबह आसमान में चांद के साथ ब्रहस्पति ग्रह नजर आया था और अब जगह बदल जाने के बाद 14 मई को आसमान में चांद के साथ मंगल ग्रह नजर आएगा. 14 मई को आसमान में चांद और मंगल ग्रह काफी नजदीर दिखाई देंगे। हालांकि, अंतरिक्ष में वह असल में एक दूसरे के इतने नजदीक नहीं होंगे।


चांद और मंगल ग्रह को आप 14 मई को सुबह सूरज निकलने से पहले आसमान में आसानी से देख सकते हैं।आपको ग्रह को देखने के लिए दक्षिण-पूर्व की ओर देखना होगा. यदि आप उस दिशा का पता नहीं लगा पाते हैं तो आप अपने डिवाइस पर कम्पास ऐप की मदद ले सकते हैं।
अर्थस्काय.कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन दिनों मंगल ग्रह काफी ब्राइट नजर आ रहा है। सूरज को छोड़ कर मंगल ग्रह अंतरिक्ष में रात के वक्त नजर आने वाली चीजों में 8वां सबसे चमकीला ऑब्‍जेक्‍ट है, लेकिन मंगल ब्राइटेनस के मामले में ब्रहस्पति ग्रह जैसा नहीं है। दरअसल, ब्रहस्पति चौथा सबसे बड़ा ऑब्‍जेक्‍ट है और यह मंगल के मुकाबले 12 गुना ज्यादा चमकदार है।


गूगल ने पराग्वे का राष्ट्रीय दिवस मनाया

न्यूयॉर्क। डूडल पराग्वे के राष्ट्रीय दिवस को मनाता है, जिसे स्थानीय रूप से दियारा डे इंडिपेंडेंस नैशनल के नाम से जाना जाता है। 1811 में इस दिन, भूमि-बंद देश का नाम “द हार्ट ऑफ साउथ अमेरिका” घोषित किया गया था।


पराग्वे की बहुसंख्यक जातीय आबादी, गुआरानी वंश और यूरोपीय, ज्यादातर स्पेनिश, मूल लोगों का एक संयोजन है। संस्कृतियों का यह संलयन पारंपरिक रूप से स्पैनिर्ड्स द्वारा पराग्वे के लिए शुरू की गई पारंपरिक कढ़ाई फीता में परिलक्षित होता है, जिसे aranandutí (“मकड़ी के जाले” के रूप में जाना जाता है), और पैराग्वेयिन राजवंश के भाषा विज्ञान के बीच, जिनमें से कई लोग गुआरानी और स्पेनिश दोनों बोलते हैं।


राष्ट्रीय अवकाश और इसकी समृद्ध संस्कृति के सम्मान में, पूरे देश में पराग तिरंगा झंडा ऊंचा उठता है। डूडल कलाकृति में दर्शाया गया, पराग्वे का झंडा दुनिया के कुछ राष्ट्रीय झंडों में से एक है, जिसके दोनों ओर अलग-अलग प्रतीक चिन्ह हैं।


डिस्टेंसिंग का उल्लंघन, शौचालय की सफाई

जकार्ता। लॉकडाउन में नरमी के बाद देश अपने नागरिकों को सोशल डिस्‍टेंसिंग बनाए रखने को सख्‍ती से नियम लागू कर रहे है। ऐसे में इंडोनेशिया में सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वालों को शौचालय साफ करने की सजा देने की घोषणा की गई है। एक विदेशी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावित देशों में सामाजिक दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं और इन्‍हें पूरा करने के लिए सख्‍ती से कहा गया है।
इस सजा का मकसद कोरोना के प्रसार को रोकना है।


ज्यादातर देशों में नागरिक सामाजिक दूरी के आदेशों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और लगातार सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्‍लंघन कर रहे हैं. ऐसे में इंडोनेशिया के अधिकारियों ने इसका उल्लंघन करने वालों के लिए दंड की घोषणा की है. 'एआरवाई न्‍यूज' के मुताबिक इंडोनेशियाई अधिकारियों का कहना है कि सामाजिक दूरी के आदेशों का उल्लंघन करने वाले को सजा के तौर पर अपने शौचालयों की सफाई करनी होगी। विदेशी समाचार एजेंसी के अनुसार यह सुधार और सुधार के उद्देश्य से दी गई सजाओं में से एक है और इसका उद्देश्य कोरोना के प्रसार को रोकना है। इसी तरह इंडोनेशिया मास्‍क न लगाने वालों को ढाई हजार इंडोनेशियन रुपया यानी 17 डॉलर जुर्माना भी भरना पड़ेगा।
गौरतलब है कि इंडोनेशिया में अब तक 1028 लोगों की जान जा चुकी है, वहीं 15,438 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं। ऐसे में देश में वायरस का खतरा और न फैले इसके लिए नागरिकों को सोशल डिस्‍टेंसिंग बनाए रखने को कहा गया है। हालां‍कि इस महामारी के बावजूद कई लोग ऐसे भी हैं, जो इन नियमों का लगातार उल्‍लंघन कर रहे हैं। इसके लिए देश में कई तरह की सजा देने की बात की जा रही है।टॉयलेट साफ करने की सजा देना भी इन्‍हीं में से एक है।


53 किलो से अधिक चरस बरामद की

राणा ओबराय


हरियाणा पुलिस को तस्करों के खिलाफ फिर मिली बडी सफलता, 53 किलो से अधिक की चरस बरामद

चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस द्वारा लाकॅडाउन में भी मादक पदार्थ तस्करों पर ताबडतोड़ कार्रवाई लगातार जारी है। पुलिस ने नशा सौदागरों पर एक ओर प्रहार करते हुए जिला भिवानी ने 53 किलो 600 ग्राम चरस बरामद कर इस सिलसिले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान जयपाल के रूप में हुई है, जो कि गांव मिताथल का निवासी है।आरोपी मोटरसाइकिल पर मादक पदार्थ को ले जा रहा था। पुलिस की क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने महम रोड, भिवानी के पास यह कार्रवाई कर आरोपी को काबू किया। गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक नाके पर प्लास्टिक की थैलियों को ले जा रहे एक मोटरसाइकिल चालक को रोककर नियम अनुसार तैलाषी ली तो उसके कब्जे से 53 किलोग्राम 600 ग्राम ’चरस’ बरामद हुई।


विवादः किशोरी को पीटकर किया घायल

पुराने विवाद के चलते किशोरी को पीटकर किया घायल


सीएचसी में कराया गया भर्ती


फतेहपुर। घरेलू कलह के चलते किशोरी को पड़ोसी महिलाओं और उनके परिवार के पुरुष सदस्यों ने पीटकर घायल कर दिया घायल किशोरी को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य में भर्ती कराया गया सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।


जानकारी के अनुसार जाफर गंज थाना क्षेत्र के धीर का पुरवा गांव में पुरानी रंजिश के चलते देवी चरण की 17 वर्षीय पुत्री शबनम को पड़ोसी महिलाओं तथा उनके परिवार के पुरुष सदस्यों ने पीटकर घायल कर दिया घायल किशोरी को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया उधर सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है इस मामले में किशोरी के पिता देवीचरण ने बताया कि पुराने विवाद के चलते संगीता देवी पत्नी श्यामलाल सुशील कुमार पत्नी सुधा देवी आदि ने उनकी पुत्री को पीट कर घायल कर दिया है जिसके बाद से काफी देर से उनकी पुत्री भी हो रही मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई है।


लॉम्बार्ड के बच्चों को शरीर पर जलन

रोम। इटली के लॉम्बार्डी में बच्चों को शरीर पर जलन महसूस हो रही है। अकेले बरगामो शहर में 10 ऐसे मामले सामने आए हैं और अब एक अध्ययन में दावा किया जा रहा है कि ये कोरोना वायरस से जुड़े हुए हैं। डॉक्टरों के पास ऐसे बच्चे आए हैं जिनके पूरे शरीर पर लाल चकते बन गए हैं और हाथ-पांव में सूजन नजर आ रहा है।
अस्पताल में भर्ती हुए 80 फीसदी बच्चों में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए थे जबकि 60 प्रतिशत गंभीर रोगों जैसे कि हार्ट डिजिज से पीड़ित थे। शरीर पर जलन महसूस करने वाले लक्षण सबसे पहले ब्रिटेन, इटली और फिर स्पेन के बच्चों में दिखाई दिए हैं। यह कावासाकी बीमारी से मिलता-जुलता है।


कावासाकी बीमारी अधिकांश पांच साल से कम उम्र के बच्चों में पाई जाती है। पिछले 5 सालों में 19 बच्चों में कावासाकी केे लक्षण दिखे हैं। यह पता नहीं चल पाया है कि यह स्थिति कैसे पैदा होती है, लेकिन वैज्ञानिक मानते हैं कि संक्रमण के कारण इम्युन सिस्टम पर इसका असर पड़ता है।


बिजली बिल, जनता पर अतिरिक्त भार

प्रयागराज। जनहित संघर्ष समिति के प्रमिल केसरवानी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण के कारण पूरे देश की अर्थव्यवस्था खराब हो रही है। वहीं दूसरी ओर प्रयागराज के लोगो का धंधा ना होने के कारण आर्थिक तंगी का सामना करने को मजबूर हो गए हैं। वहीं दूसरी ओर घरेलू बिजली के बिल, कमर्शियल बिजली के बिल विभाग द्वारा भेजे जा रहे हैं। साथ ही प्राइवेट विद्यालय भी अपनी स्कूलों की फीस का मैसेज भी लोगों के मोबाइलों पर भेजने का काम कर रहे हैं। इन सभी के भुगतान को लेकर प्रयागराज की आम जनता काफी हैरान और परेशान हैं 3 महीने का बिजली का बिल बच्चों के स्कूल की शुल्क का बोझ जनता के ऊपर बढ़ता जा रहा है और जनता के ऊपर कर्ज़ का बोझ  धीरे-धीरे बढ़ता जा  रहा है।


इन सभी जन समस्याओं को देखते हुए जनहित संघर्ष समिति ने भारत सरकार से आवाहन किया है कि लाख डाउन के इस विपरीत परिस्थिति में घरेलू कमर्शियल बिजली का बिल के साथ प्राइवेट स्कूलों मै पढ़ने वाले बच्चों के स्कूलों की फीस को माफ कराया जाए।


बृजेश केशरवानी


लॉकडाउन का उल्लंघन करते दिखें 'लोग'

नगर में लॉक डाउन का उल्लंघन करते दिखे लोग


सैकड़ों लोग बिना मास्क और बिना सामाजिक दूरी के दिखे


क्षेत्र में एक कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद भी लोग नहीं ले रहे सबक


सुनील पुरी


बिंदकी। क्षेत्र में एक को रोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद भी लोग सबक नहीं ले रहे हैं। लॉक डाउन का उल्लंघन करते नजर आते हैं। कोरोनावायरस से बचाव के लिए मांस नहीं लगाते और ना ही सामाजिक दूरी का पालन करते हैं। ऐसी स्थिति में यही लगता है कि लोग खुद को धोखा दे रहे हैं या पुलिस प्रशासन को और जीवन को खतरे में डाल रहे हैं।


मालूम हो कि तहसील क्षेत्र के नया पुरवा गांव में 5 दिन पहले एक को रोना पॉजीटिव केस मिला था जिसके बाद से उस गांव में को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया था लगातार स्वास्थ्य विभाग पहुंचकर गांव के लोगों का परीक्षण कर रही है वहीं दूसरी ओर कोरोनावायरस का एक केस मिलने के बाद भी लोग सबक नहीं ले रहे हैं लॉक डाउन का पालन नहीं करते घरों से बेवजह निकले दिखाई देते हैं इतना ही नहीं सक्रल ओ मांस नहीं लगाते और ना ही सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते नजर आते हैं नगर के मोहल्ला मेन बाजार फाटक बाजार किराना गली नेहरू इंटर कॉलेज रोड आदमी लोगों की भारी भीड़ देखी गई खरीदारी करते वक्त लोग मास्क नहीं लगाए हुए थे कई दुकानदार भी मास्क का प्रयोग नहीं करते दिखाई दिए दुकानों के सामने सामाजिक दूरी का पालन नजर नहीं आया भारी भीड़ देखी गई लोग बैरिकेडिंग के ऊपर से साइकिल निकालते भी देखे गए यही लगता है कि लोग कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर बेफिक्र नजर आते हैं या फिर अपने को धोखा देते हैं या पुलिस प्रशासन को देखा दे रहे बदल लोग कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर सतर्क नहीं रहे तो परेशानी खड़ी हो सकती है।


इंग्लैंड में नई एंटीबॉडी जांच की मंजूरी

लंदन। इंग्लैंड में स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक ऐसी नई एंटीबॉडी जांच को मंजूरी दी है जिससे यह पता लगाया जा सकता है कि कोई व्यक्ति पूर्व में कोरोना वायरस से संक्रमित रहा है या नहीं। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने बताया कि स्विट्जरलैंड की दवा कंपनी रोशे द्वारा विकसित यह जांच बहुत ही सकारात्मक उपलब्धि है।


इसमें रक्त की जांच कर एंटीबॉडीज के जरिए यह देखा जाता है कि क्या व्यक्ति पहले कभी वायरस से संक्रमित था और अब उसमें इससे लड़ने की कुछ क्षमता हो सकती है। ब्रिटेन कोरोना वायरस जांच कार्यक्रम के राष्ट्रीय संयोजक प्रोफेसर जॉन न्यूटन ने कहा, यह बहुत ही सकारात्मक उपलब्धि है क्योंकि ऐसी सटीक एंटीबॉडी जांच पूर्व के संक्रमण का पता लगाने के लिए काफी विश्वसनीय है।


द गार्जियन की खबर के अनुसार 40,000 से अधिक लोग कोरोना वायरस के कारण जान गंवा चुके हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी इस जानलेवा विषाणु के खिलाफ लड़ाई में ऐसी एंटीबॉडी जांच को मील का पत्थर करार दिया था। स्वास्थ्य एवं सामाजिक देखभाल विभाग के प्रवक्ता ने कहा, एंटीबॉडी जांच कोरोना वायरस को फैलने से रोकने और यह समझने में मदद करने की हमारी रणनीति का अहम हिस्सा है कि किसे यह बीमारी रही है।


ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैंकॉक ने गत सप्ताह कहा था कि उनका देश कोरोना वायरस एंटीबॉडी जांच व्यापक पैमाने पर कराने के लिए दवा कंपनी रोशे के साथ बातचीत कर रहा है।


कोरोना संग ही रहना होगाः डब्ल्यूएचओ

राणा ओबराय

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा, अब शायद कोरोना संग रहना ही होगा!।कोरोना कभी नही हो सकता ख़त्म?

जिनेवा/ नई दिल्ली। जैसा कि आप सब जानते हैं कि उस समय कोरोना वायरस से पूरी दुनिया त्रस्त है। हर देश की सरकार ने इसे फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन किया हुआ है। वैज्ञानिक इसका इलाज ढूंढने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी निदेशक ने संभावना के साथ-साथ चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस शायद कभी खत्म न हो, जैसे एचआईवी खत्म नहीं हुआ। जानकारी के अनुसार विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आपात परिस्थिति संबंधी प्रमुख ने कहा है कि यह अनुमान लगाना असंभव है कि वैश्विक महामारी पर कब तक नियंत्रण पाया जा सकेगा। डॉ. माइकल रयान ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संभवत: यह वायरस कभी न जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या अभी तक कम है। उन्होंने कहा कि टीके के अभाव में लोगों के भीतर इस विषाणु के खिलाफ प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होने में वर्षों लग सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारे समुदायों में एक अन्य महामारी विषाणु बन सकता है।उन्होंने कहा कि पहले आई अन्य बीमारियां जैसे कि एचआईवी कभी खत्म नहीं हुई बल्कि उनका इलाज खोजा गया ताकि लोग इस बीमारी के साथ जी सकें। रयान ने बताया कि ऐसी उम्मीद है कि इसका एक प्रभावी टीका आएगा लेकिन तब भी इसे बड़ी मात्रा में बनाने और दुनियाभर के लोगों तक मुहैया कराने के लिए बहुत काम करने की आवश्यकता होगी।Coronavirus: कोरोना वायरस पर WHO ने जारी की चेतावनी, कहा- शायद कभी खत्म न हो वायरसबता दें कि अब तक पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के कारण पौन 3 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इससे 42 लाख से अधिक लोग संक्रमित पाए गए हैं। अकेले अमेरिका में मरने वालों की संख्या 80 के लगभग है वहीं यहां संक्रमितों की संख्या 11 लाख को पार कर चुकी है। हालांकि भारत में अब भी हालात काबू में हैं। भारत में अबतक कुल 75 से अधिक मामले कोरोना संक्रमण के सामने आए हैं। वहीं इससे 2415 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।


स्पेन में मृतकों की संख्या-27321 हुई

मैड्रिड। स्पेन में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण 217 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 27321 हो गयी है।


स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इससे पहले गत 10 मई को सबसे कम 143 मौतें दर्ज की गयी थीं। कोरोना के कारण हुयी मौतों के मामले में पूरे विश्व में स्पेन का चौथा स्थान है। कोरोना वायरस से सबसे अधिक अमेरिका में तथा उसके बाद ब्रिटेन में मौतें हुयी हैं। स्पेन में पिछले 24 घंटों के दौरान 506 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 229540 हो गयी है। संक्रमण के मामले में भी अमेरिका, रूस और ब्रिटेन के बाद स्पेन का चौथा स्थान है। इस दौरान 2500 और कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने के बाद ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 143374 पहुंच गयी है। वायरस के फैलाव में कमी को देखते हुए स्पेन ने इस सप्ताह लॉकडाउन में धीरे-धीरे ढील देनी शुरू की है। अधिकारियों की मंशा है कि जून के अंत तक प्रतिबंधों काे पूरी तरह हटा लिया जाय। स्पेन में 24 मई तक हाई अलर्ट लागू है।


सीरीज को लेकर फैसला लेंगा 'श्री लंका'

कोलंबो। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि वो भारतीय टीम और बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली सीरीज को लेकर इस हफ्ते फैसला लेंगे। भारत और बांग्लादेश दोनों को ही आने वाले समय में श्रीलंका का दौरा करना है, लेकिन कोरोनावायरस के कारण सीरीज होने की उम्मीद काफी कम नजर आ रही है।


श्रीलंका क्रिकेट के चीफ एक्सिक्यूटिव एश्ले डे सिल्वा ने कहा,


भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने हालात को देखने के लिए 15 मई तक का समय मांगा है और हमने उन्हें वो समय दिया है। हम इस हफ्ते के अंत तक किसी फैसले तक पहुंच जाएंगे।
हालांकि अगर यह सीरीज नहीं हो पाती है, तो यह श्रीलंका की लगातार तीसरी होम सीरीड होगी जिसे कोरोनावायरस के कारण कैंसिल किया जाएगा। आपको बता दें कि इससे पहले इंग्लैंड ने भी श्रीलंका के खिलाफ आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के तहत होने वाली टेस्ट सीरीज को पोस्टपोन कर दिया था।


चक्की वाले नहीं आ रहें 'कारनामों से बाज'

अतुल त्यागी, प्रवीण कुमार 


कोरोना वायरस को लेकर लोग अपने घरों में कैद हैं लॉक डाउन का सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन कर रहे हैं लेकिन आटा चक्की वाले अपने कारनामों से बाज नहीं आ रहे हैं।


हापुड़। जनपद हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के गांव गालंद में लोग उस वक्त आश्चर्यचकित रह गए जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया वीडियो वायरल ने आटा चक्की वाले की करतूतों का किया पर्दाफाश जिसे देखकर लोग रह गए दंग।


ग्रामीण आटा चक्की पर अपना विश्वास लेकर आटा पीसवाने के लिए अपने गेहूं रख कर आते हैं लेकिन आटा चक्की वाला लोगों का विश्वासघात कर रहा है सस्ते रेट में सूखी रोटी लेकर लोगों के आटे में पीस कर दे रहा है जिसका सोशल मीडिया पर वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है स्थानीय प्रशासन को लेना चाहिए बड़ा एक्शन अगर आटा खाने से लोग बीमार हो गए तो आखिर उसका जिम्मेदार कौन होगा।


बारिश आने से सोसाइटी में हुआ बचाव

अतुल त्यागी, प्रवीण कुमार 


उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ गढ़मुक्तेश्वर में नेशनल हाईवे 9 पर अचानक बारिश आने से सोसाइटी में अपना बचाव करते


हापुड़। लॉक डाउन 3 के चलते  प्रवासी मजदूर बेबस होकर अपने घरों को जाते लॉक डाउन के चलते सारी सीमाएं लांग ते हुए जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर पहुंचे जब उन्हों से बात की गई तो उन्होंने बताया हम लोगों के पास खाने को पैसा नहीं है मकान मालिक मकानों का किराया मांग रहे हैं जब खाने को पैसा नहीं है तो किराया कहां से हम दे पैरों में छाले खाने के लाले हम तो मजदूर लोग हैं मजदूरी करने के लिए अपना पेट पालने के लिए अन्य शहरों अन्य राज्यों में अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए आए थे हमें क्या पता था कोरोना महामारी आएगी और सब को घरों में कैद कर देगी हम तो भूखे प्यासे हैं कोरोना से डर नहीं लगता बस भूख से डर लगता है एक टाइम का खाना चलते रास्ते में कहीं ना कहीं कोई समाजसेवी दे देता है तो दूसरे टाइम की चिंता सताने लगती है।


13 को भूमि के पास से गुजरेगा 'धूमकेतु'

नई दिल्ली। अंतरिक्ष के कई ऐसे रहस्य हैं जिनसे अब भी पर्दा नहीं उठा है। लेकिन, कई बार लोगों को बेहद हैरतअंगेज नजारे देखने भी अंतरिक्ष में देखने को मिलते हैं। बुधवार को भी एक ऐसा ही नजारा देखने को मिलेगा। 13 मई को धरती पर आसमानी आतिशबाजी का नजारा देखने को मिल सकता है। ये बेहद खूबसूरत नजारा होगा जब आसमान से चमकते हुए धूमकेतु धरती के पास से निकलेंगे। इन्हें आप बिना किसी दूरबीन के खुली आंखों से देख सकते हैं।


गौरतलब है कि मई के महीने में ऐसा दो बार होने वाला है। एक धूमकेतु 13 मई को धरती से करीब 8.33 करोड़ किलोमीटर दूर से गुजरेगा। इसका नाम है कॉमेट स्वान फिलहाल ये धरती से करीब 8.50 करोड़ किलोमीटर दूर है। यह काफी तेजी से धरती की तरफ आ रहा है। इसके बाद 23 मई को कॉमेट एटलस धरती के पास से गुजरेगा।



खगोलविद् ने लगाया था पता: 13 मई को दिखने वाले कॉमेट यानी धूमकेतु स्वान के बारे में करीब एक महीने पहले 11 अप्रैल को एक नौसिखिये खगोलविद माइकल मैटियाज्जो ने पता लगाया था। वह नासा के सोलर एंड हेलियोस्फेयरिक ऑब्जरवेटरी से आंकड़े देख रहा था। तभी उसे सोहो सोलर विंड एनिसोट्रॉपिस इंस्ट्रूमेंट में इसकी तस्वीर दिखाई दी। फिर इसका नाम स्वान रख दिया गया। स्वान इंस्ट्रूमेंट का उपयोग सौर मंडल में हाइड्रोजन का पता लगाने के लिए किया जाता है। लेकिन, इसकी मदद से माइकल ने स्वान धूमकेतु का पता लगा लिया। अब यह धूमकेतु 13 मई को धरती के पास से निकलेगा। इस कॉमेट का एक ट्विटर हैंडल भी है।


यहां से दिखेगा अतिशबाजी वाला धूमकेतु: धूमकेतु स्वान सिर्फ उन लोगों को दिखाई देगा जो भूमध्य रेखा के दक्षिण में रहते होंगे। दुख की बात ये है कि भारत भूमध्य रेखा के उत्तर में है, इसलिए यहां के लोगों को खुली आंखों से ये धूमकेतु संभवतः देखने को न मिले। भारत के लोग इसे दूरबीन से इसे देख सकते हैं। यह पाइसेज कॉन्स्टीलेशन (मीन नक्षत्र) की तरफ से तेजी से आ रहा है। यह आपको हरे रंग में काफी तेजी से चमकता हुआ दिखाई देगा। इसके बाद, 23 मई को एक और धूमकेतु धरती के बगल से निकलेगा।


नाम है कॉमेट एटलस: इसे कॉमेट सी/2019 वाई4 एटलस भी बुलाते हैं। अभी तक इसकी दूरी का अंदाजा नहीं लग पाया है। कॉमेट एटलस की खोज 28 दिसंबर 2019 को हुई थी। उस समय इसकी चमक काफी धीमी थी। लेकिन अभी यह काफी तेजी से चमक रहा है। एटलस का नाम अमेरिका के हवाई द्वीप पर लगे एस्टेरॉयड टेरेस्ट्रियल इंपैक्ट लास्ट अलर्ट सिस्टम (एटलस) पर रखा गया है। इसका भी अपना ट्विटर हैंडल है। अब यह पता नहीं है कि एटलस पृथ्वी के बगल से किस समय निकलेगा, लेकिन जल्द ही वैज्ञानिक इसकी गति और धरती के बगल से गुजरने का समय पता कर लेंगे। ये भारत से नंगी आंखों से दिखाई देगा। ऐसी संभावना वैज्ञानिकों ने जताई है।


बॉक्स में क्या है धूमकेतु का रहस्य: धूमकेतु जमे हुए गैस, पत्थर और धूल से बनी हुई कॉस्मिक गेंद हैं, जो सूर्य के चारों ओर परिक्रमा कर रही हैं। जब वे जमे हुए होते हैं, तो उनका आकार एक छोटे से सूर्य जैसा होता है। परिक्रमा करते हुए जब ये सूर्य के निकट आ जाते हैं तो बहुत गर्म हो जाते हैं और गैस व धूल का वमन करते हैं जिसके कारण विशालकाय चमकती हुई पिंड का निर्माण हो जाता है जो कभी कभी ग्रहों से भी बड़े आकार के होते हैं ।


नासा के अनुसार अभी तक 3526 धूमकेतु पहचाने जा चुके हैं। धूमकेतु को बर्फ का मिश्रण भी माना जाता है क्योंकि ये जमे हुए गैस और पानी से मिलकर बने हुए रहते हैं। 1995 तक 878 धूमकेतुओं को सूचीबद्ध किया गया है और उनकी कक्षाओं की गणना की जा चुकी है। इनमें से 184 धूमकेतु का परिक्रमा काल 200 वर्षों से कम है। धूमकेतु का अंतरिक्ष विज्ञान में बहुत महत्व है क्योंकि उसके अध्ययन से अंतरिक्ष के बारे में कई अनोखी जानकारियां मिलती हैं।


धरती के पास से गुजरेगे कई 'ऐस्टाइरॉइड'

नई दिल्ली। अंतरिक्ष में चक्‍कर लगा रही हमारी पृथ्‍वी के बेहद पास से इस महीने कई खतरनाक ऐस्‍टरॉइड गुजरेंगे। इन सभी ऐस्‍टरॉइड में सबसे खतरनाक अपोलो श्रेणी का ऐस्‍टाइरॉइड 1997 BQ है। यह ऐस्‍टाइरॉइड अंतरिक्ष के सबसे बड़े और खतरनाक ऐस्‍टरॉइड में शामिल किया जाता है जिससे दुनियाभर के वैज्ञानिकों की सांसें फूली हुई हैं। अमेरिकी अंतर‍िक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक यह ऐस्‍टरॉइड बहुत तेजी से धरती की ओर बढ़ रहा है और 21 जून पृथ्‍वी की कक्षा से गुजरेगा।


राजदूत अली-सती ने पीएम से की मुलाकात

सऊदी अरब के कूटनीतिक प्रयास


रियाद/ नई दिल्ली। सऊदी अरब के उप-रक्षा मंत्री अदेल अल-ज़ुबैर शहज़ादा सलमान का संदेश लेकर इस्लामाबाद गए। उसी समय भारत में सऊदी अरब के राजदूत डॉक्टर सऊद मोहम्मद अल-सती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की।


पुलवामा हमले से पहले ही मोदी सरकार ने सऊदी सरकार को बहुत तवज्जो देना शुरू कर दिया था। इस दौरान शहज़ादा सलमान और प्रधानमंत्री मोदी का निजी 'इक्वेशन' भी काफ़ी मज़बूत हो गया था।


सऊदी अरब ने पाकिस्तान के चरमपंथ पर रवैये के खिलाफ़ कड़ा रुख़ अपनाना शुरू कर दिया था। जब पुलवामा हुआ था तो सऊदी सरकार ने पाकिस्तान का साथ देने के बजाए आतंकवाद के ख़िलाफ़ एक कड़ा वक्तव्य जारी किया था।


सामरिक मामलों के जानकार हर्ष पंत बताते हैं, ''सऊदी अरब नहीं चाहता था कि ये मामला इतना तूल पकड़े कि उसे सार्वजनिक रूप से भारत या पाकिस्तान में से किसी एक पक्ष का समर्थन करना पड़े। चूँकि सामरिक मामलों पर बहुत पहले से पाकिस्तान और सऊदी अरब की आपसी समझ एक दूसरे के बहुत क़रीब है, सऊदी अरब ने 'बैक चैनल' से ये कोशिश की कि पाकिस्तान इसे और आगे न ले जाए।


उसने भारत से भी बात की और जब उसे भारत से संकेत मिल गया कि कोई बीच का रास्ता निकल जाने पर उसे कोई आपत्ति नहीं है तो उसने पाकिस्तान से संपर्क किया। उसने पाकिस्तान को साफ़ कर दिया कि अगर उसने तनाव को कम करने की कोशिश नहीं की तो वो पाकिस्तान के साथ खड़े होने की हालत में नहीं होगा।


सेना पर हमले रोकने के लिए कार्रवाईः पाक

पाकिस्तान ने ईरान से कहा है कि वो पाकिस्तानी सेना पर चरमपंथी हमले रोकने के लिए उचित कार्रवाई करे।


इस्लामाबाद/ तेहरान। पाकिस्तान का आरोप है कि अलगाववादी बलूच लिबरेशन ऑर्मी चरमपंथी हमलों को अंजाम देने के लिए ईरान की ज़मीन का इस्तेमाल करती है। इसी संबंध में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल क़मर बाजवा ने ईरानी सेना प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद बक़ेरी से बात की और कहा कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते में परस्पर सम्मान और बराबरी के साथ ये भी चाहता है कि कोई दखलंदाज़ी न हो।


हाल के दिनों में ये दूसरा मामला है जब दोनों देशों के रिश्तों में किसी मुद्दे को लेकर खटास पैदा हुई है। पिछले दिनों पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि उसकी आपत्ति के बावजूद कोरोना के दौर में ईरान ने पाँच हज़ार लोगों को वापस पाकिस्तान भेज दिया। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने पाकिस्तान में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के लिए ईरान को ज़िम्मेदार ठहराया था।


ट्रंप ने दिया अभिनंदन की रिहाई का संकेत

ट्रंप ने सबसे पहले दिया अभिनंदन की रिहाई का संकेत


वाशिंगटन डीसी। भारत के राजनीतिक नेतृत्व ने ये आभास देने में कोई कसर नहीं रख छोड़ी कि इमरान ख़ाँ ने भारत के सख़्त रुख़ से डर कर ये क़दम उठाया है।


पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने पाँच मार्च को गोड्डा, झारखंड में एक चुनावी सभा में कहा, "उन्होंने हमारे पायलट को पकड़ा लेकिन मोदीजी की वजह से उन्हें उसे 48 घंटों के अंदर छोड़ना पड़ा। लेकिन अमित शाह की इस शेख़ी से पहले ही इस तरह के संकेत आने लगे थे कि अभिनंदन को छोड़ा जा रहा है।


28 फ़रवरी को ही उत्तर कोरिया के नेता किम जॉग उन से हनोई मिलने पहुंचे अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप से जब पत्रकारों ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने जवाब दिया, ''मैं समझता हूँ कि जल्द ही आपको पाकिस्तान से एक अच्छी ख़बर सुनने को मिलेगी। हम लोग इस प्रकरण से जुड़े हुए हैं और जल्द ही इसका अंत हो जाएगा। कुछ घंटो बाद ही इमरान ख़ान ने अभिनंदन को छोड़ने का ऐलान किया।


सऊदी अरब ने भी बड़ी भूमिका निभाई

क्राउन प्रिंस सलमान की निर्णायक भूमिका


लेकिन इसमें अमरीका के अलावा सऊदी अरब ने भी बड़ी भूमिका निभाई।


पुलवामा हमले के तुरंत बाद सऊदी के क्राउन प्रिंस सलमान ने पहले पाकिस्तान का दौरा किया और फिर भारत का।


रियाद। भारत के विदेशी मामलों के पंडितों ने नोट किया कि जहाँ सलमान ने कूटनीतिक 'टाइटरोप' चलते हुए पाकिस्तान में उनकी आतंकवाद के खिलाफ़ लड़ाई में दी गई क़ुर्बानी की तारीफ़ की वहीँ भारत में उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की इस बात से सहमत होने में कोई परेशानी नहीं हुई कि आतंकवाद को किसी भी तरह जायज़ नहीं ठहराया जा सकता।


यही नहीं सऊदी अरब के उप-विदेश मंत्री आदेल अल-ज़ुबैर ने इस्लामी देशों के सम्मेलन के दौरान तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात की. इस गतिरोध को सुलझाने में सऊदी अरब की क्यों दिलचस्पी हो सकती है?


सऊदी अरब में भारत के राजदूत रह चुके तलमीज़ अहमद मानते हैं कि 'सऊदी अरब अपने ईरान विरोधी गठजोड़ में पाकिस्तान को अपने साथ रखना चाहता है। साथ ही साथ वो भारत को ईरान से दूर ले जाने की रणनीति पर भी काम कर रहा है।


56,754 उद्यमियों को एकमुश्त लोन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को राज्य के 56 हजार 754 उद्यमियों को एकमुश्त दो हजार दो करोड़ के लोन बांटे। केंद्र से आर्थिक पैकेज एलान के बाद यूपी पहला राज्य है, जिसने लॉकडाउन अवधि में भी इतनी बड़ी धनराशि का लोन दिया है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक क्लिक पर ऑनलाइन दो हजार दो करोड़ रुपया का लोन देकर रोजगार संगम ऑनलाइन मेले की व्यापक शुरूआत की है। 56 हजार 754 उद्यमियों को एक क्लिक पर 2 हजार 2 करोड़ का लोन दिया गया है। इस दौरान इन 56 हजार 754 इकाईयों से दो लाख लोगों को रोजगार की गारंटी भी मिली है।


लोक भवन में टीम-11 की बैठक से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूक्ष्म, लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन तथा खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्घार्थनाथ सिंह, प्रमुख सचिव नवनीत सहगल तथा अन्य अधिकारियों की मौजूद्गी में लाभार्थियों को ऋण का चेक प्रदान किया।


इस दौरान योगी ने कहा, “हमारे कामगार और श्रमिक हमारी ताकत और पूंजी हैं। हम इनके श्रम और हुनर का हर संभव उपयोग कर उप्र को देश और दुनिया का मैन्यूफैक्च रिंग हब बनाएंगे। उप्र के माथे पर पलायन को जो कलंक है उसे हरदम के लिए मिटाने को हमारे लिए यह बेहतरीन मौका है। दूसरे प्रदेश से आने वाले श्रमिकों का प्रदेश के नवनिर्माण में संभव उपयोग हो इसके लिए हर श्रमिक की दक्षता का रिकार्ड भी तैयार किया जा रहा है।”


मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे दीपावली का पर्व है। इस दौरान पूरे देश में चीन से आने वाली गौरी-गणेश की मूर्तियां बड़े पैमाने पर बिकती हैं। हमारी कोशिश रहे कि इस बार स्थानीय इकाईयां उसका विकल्प दें। टेराकोटा के सामान बनाने वाले गोरखपुर के उद्यमियों में यह हुनर है। वह चीन से भी बेहतर गुणवत्ता की मूर्तियां बना सकते हैं। इसके लिए उनकी हर संभव मदद की जाए।


उन्होंने कहा, “उप्र का एमएसएमई सेक्टर भारत में सबसे बड़ा है। इस सेक्टर में कई ऐसी इकाईयां ने जिनके उत्पाद की पूरे देश और दुनिया में धूम है। जरूरत इनको अवसर मिलने की है। कोरोना महामारी के दौरान ही यूपी में पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट) की 26 नई इकाईयां लग गयीं। ऐसे और भी उदाहरण हैं।”


कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...