मंगलवार, 12 मई 2020

50 दिन के भीतर पांचवी बार 'पीएम'

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को 50 दिन में पांचवीं बार देश के सामने आए। अपने संबोधन में उन्होंने चार अहम बातें कहीं। पहली- देश को आत्मनिर्भर बनना होगा। दूसरी- आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज दिया जाएगा। तीसरी- आत्मनिर्भर बनने की राह में हमें लोकल प्रोडक्ट्स को अपनाना होगा। चौथी- लॉकडाउन का चौथा फेज आएगा, पर यह नए रंग-रूप और नए नियमों वाला होगा। 33 मिनट के अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने 2300 से भी ज्यादा शब्दों का इस्तेमाल किया। इस दौरान उन्होंने सबसे अधिक 28 बार आत्मनिर्भर शब्द का जिक्र किया।


प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में उन प्रवासी मजदूरों का कोई जिक्र नहीं किया, जो पिछले कुछ दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों से अपने घरों की ओर जा रहे हैं और उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि आर्थिक पैकेज में गरीब, श्रमिक, प्रवासी मजदूरों के लिए भी महत्वपूर्ण फैसलों का ऐलान किया जाएगा। भारत दुनिया का 5वां ऐसा देश, जिसने जीडीपी के 10% हिस्से के बराबर पैकेज दिया।
लॉकडाउन के दौर में भारत दुनिया का पांचवां ऐसा देश बन गया है, जिसने अपनी जीडीपी का 10% या उससे ज्यादा हिस्सा आर्थिक पैकेज के तौर पर दिया है। भारत से पहले जापान अपनी जीडीपी का 21%, अमेरिका 13%, स्वीडन 12% और जर्मनी 10.7% के बराबर का आर्थिक पैकेज घोषित कर चुके हैं।


मोदी का राष्ट्र के नाम 5वां संदेश


भारत में लोगों ने अपने स्वजन खोए: प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, ‘‘सभी देशवासियों को आदरपूर्वक नमस्कार। कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुए दुनिया को अब चार महीने से ज्यादा समय बीत गया है। इस दौरान तमाम देशों के 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। पौने तीन लाख से ज्यादा लोगों की दु:खद मृत्यु हुई है। भारत में भी अनेक परिवारों ने अपने स्वजन खोए हैं। मैं सभी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस किया: ‘‘साथियो! एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया है। विश्व भर में करोड़ों जिंदगियां संकट का सामना कर रही हैं। सारी दुनिया जिंदगी बचाने में एक प्रकार से जंग में जुटी है। हमने ऐसा संकट न देखा है, न ही सुना है। निश्चित तौर पर मानव जाति के लिए यह सब कुछ अकल्पनीय है। यह क्राइसिस अभूतपूर्व है, लेकिन थकना, हारना, टूटना, बिखरना, मानव को मंजूर नहीं है। सतर्क रहते हुए ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए अब हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है।’’
संकल्प संकट से भी विराट होगा: ‘‘आज जब दुनिया संकट में है तो हमें अपना संकल्प और मजबूत करना होगा, हमारा संकल्प इस संकट से भी विराट होगा। साथियो! हम पिछली शताब्दी से ही लगातार सुनते आए हैं कि 21वीं सदी हिंदुस्तान की है। हमने कोरोना से पहले की दुनिया को, वैश्विक व्यवस्थाओं को देखने समझने का मौका मिला है। कोरोना संकट के बाद भी दुनिया में जो स्थितियां बन रही हैं, उसे भी हम निरंतर देख रहे हैं। विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है, आत्मनिर्भर भारत। हमारे यहां शास्त्रों में भी यही कहा गया है। इतनी बड़ी आपदा भारत के लिए एक संकेत, एक संदेश, एक अवसर लेकर आई है।’’
भारत ने आपदा को अवसर में बदला:‘‘मैं एक उदाहरण के साथ अपनी बात बता रहा हूं। जब कोरोना संकट शुरू हुआ, तब भारत में एक भी पीपीई किट नहीं बनती थी। एन-95 मास्क का भारत में नाममात्र उत्पादन होता था। आज स्थिति यह है कि भारत में ही हर रोज दो लाख पीपीई और दो लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं। हम ऐसा इसलिए कर पाए, क्योंकि भारत ने आपदा को अवसर में बदल दिया। ऐसा करने की भारत की दृष्टि आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प के लिए उतनी ही प्रभावी होने वाली है।’’
हम बेस्ट प्रोडक्ट बनाएंगे, सप्लाई चेन को आधुनिक बनाएंगे: ‘‘आज फिर भारत विकास की ओर सफलतापूर्वक कदम बढ़ा रहा है, तब भी विश्व कल्याण की राह पर अटल है। इस शताब्दी की शुरुआत के समय y2k संकट आया था। भारत के वैज्ञानिकों ने दुनिया को इस संकट से निकाला था। आज हमारे पास साधन, सामर्थ्य है, दुनिया का सबसे बेहतरीन टैलेंट है। हम बेस्ट प्रोडक्ट बनाएंगे। अपनी क्वॉलिटी और बेहतर करेंगे। सप्लाई चेन को और आधुनिक बनाएंगे। ये हम कर सकते हैं और हम जरूर करेंगे।’’
मोदी की स्पीच के 3 अहम प्वाइंट
1. आत्मनिर्भर भारत:मोदी ने कहा- ‘‘मैंने अपनी आंखों के साथ कच्छ भूकंप के दिन देखे हैं। हर तरफ सिर्फ मलबा ही मलबा। सबकुछ ध्वस्त हो गया था। ऐसा लगता था मानो कच्छ मौत की चादर ओढ़ कर सो गया था। उस परिस्थिति में कोई सोच भी नहीं सकता था कि कभी हालत बदल पाएगी। लेकिन देखते ही देखते कच्छ उठ खड़ा हुआ। कच्छ बढ़ चला। यही हम भारतीयों की संकल्पशक्ति है। हम ठान लें तो कोई लक्ष्य असंभव नहीं, कोई राह मुश्किल नहीं। और आज तो चाह भी है, राह भी है। ये है भारत को आत्मनिर्भर बनाना।’’
2. आत्मनिर्भर भारत के 5 स्तंभ:‘‘भारत आत्मनिर्भर बन सकता है। यह भव्य इमारत पांच पिलर्स पर खड़ी है।


पहला पिलर- इकोनॉमी। एक ऐसी इकोनॉमी जो इन्क्रीमेंटल चेंज नहीं, बल्कि क्वांटम जम्प लाए।


दूसरा पिलर- इन्फ्रास्ट्रक्चर। एक ऐसा इन्फ्रास्ट्रक्चर जो आधुनिक भारत की पहचान बने।


तीसरा पिलर- सिस्टम। ऐसा सिस्टम जो बीती शताब्दी की रीति नहीं, बल्कि 21वीं शताब्दी की टेक्नोलॉजी ड्रिवन व्यवस्था पर आधारित हो।


चौथा पिलर- डेमोग्राफी। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की डेमोग्राफी आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी ऊर्जा का स्रोत है।


पांचवां पिलर- डिमांड। इसका चक्र और इसकी ताकत का इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है।’’
3. विशेष आर्थिक पैकेज: ‘‘देश में डिमांड बढ़ाने और इसे पूरा करने के लिए हमारी सप्लाई चेन के हर स्टेकहोल्डर का सशक्त होना जरूरी है। हमारी सप्लाई चेन को हम मजबूत करेंगे, जिसमें मेरे देश की मिट्‌टी की महक हो। हमारे मजदूरों के पसीने की खुशबू हो। कोरोना संकट का सामना करते हुए नए संकल्प के साथ मैं आज 20 लाख करोड़ रुपए के एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूं। यह आर्थिक पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा।’’


मोदी ने विशेष पैकेज क्यों दिया?
1. प्रधानमंत्री के मुताबिक, 20 लाख करोड़ रुपए का यह पैकेज भारत की जीडीपी का करीब-करीब 10 फीसदी है। इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को 20 लाख करोड़ रुपए का संबल और सपोर्ट मिलेगा।
2. यह पैकेज 2020 में देश की विकास यात्रा को और आत्मनिर्भर भारत अभियान को नई गति देगा। आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडी और लॉ... सभी पर बल दिया गया है।
3. मोदी ने कहा कि आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, लघु उद्योग, एमएसएमई के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन हैं।
4. आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए, उस किसान के लिए है, जो हर स्थिति और हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन-रात परिश्रम कर रहा है। यह पैकेज देश के मध्यमवर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है। यह भारत के उद्योगपतियों के लिए जो भारत को आर्थिक बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए संकल्पित हैं।
5. ‘‘गरीब, श्रमिक, प्रवासी मजदूर हों, मछुआरे हों, हर तबके लिए आर्थिक पैकेज में कुछ महत्वपूर्ण फैसलों का ऐलान किया जाएगा। कोरोना ने हमें लोकल मैन्यूफैक्चरिंग, लोकल सप्लाई चेन, लोकल मार्केटिंग का भी मतलब समझा दिया है। लोकल ने ही हमारी डिमांड पूरी की है और हमें इस लोकल ने ही बचाया है। लोकल सिर्फ जरूरत नहीं, बल्कि हम सबकी जिम्मेदारी है।’’


कोरोना पर अब तक मोदी के 4 संदेश


पहला: प्रधानमंत्री ने 19 मार्च को देश को संबोधित किया था और जनता कर्फ्यू लगाने की बात कही थी। 22 मार्च को देशभर में सबकुछ बंद रहा। शाम को लोगों ने घरों के अंदर से ही कोरोना फाइटर्स का ताली और थाली बजाकर आभार जताया था।


दूसरा: मोदी ने 24 मार्च को संबोधित किया और कोरोना संक्रमण रोकने के लिए 25 मार्च से 14 अप्रैल तक देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लोग घरों में रहने की लक्ष्मण रेखा का पालन करें।


तीसरा: प्रधानमंत्री मोदी ने 3 अप्रैल को एक वीडियो संदेश जारी किया। इस दौरान लोगों से 5 अप्रैल की रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घरों की लाइट बंद कर घरों में दीये, मोमबत्ती और मोबाइल की लाइट जलाकर एकजुटता दिखाने की अपील की थी।


चौथा: प्रधानमंत्री मोदी 14 अप्रैल को एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित किया था। इसमें उन्होंने लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान किया था।


लॉकडाउन के अब तक तीन फेजः कोरोना की वजह से देश पहला लॉकडाउन 25 मार्च से 14 अप्रैल तक और दूसरा लॉकडाउन 15 अप्रैल से 3 मई तक रखा गया था। इसके बाद तीसरे फेज का लॉकडाउन 4 मई से शुरू हुआ जो 17 मई तक चलेगा।


बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 3604 मामले सामने आए हैं। इसके बाद कोरोना मरीजों का कुल आंकड़ा 70756 हो गया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कुल केस में से 46008 एक्टिव केस हैं और 22454 लोग रिकवर हो चुके हैं। देश में कोरोना संक्रमण के चलते अब तक 2293 लोगों की मौत हो चुकी है।


यूपी में मृतक संख्या-80 संक्रमित-3573

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का असर 74 जिलों में फैल गया है। सिर्फ चंदौली ही इससे बचा हुआहै। राज्य में बीते 24 घंटे में 109 कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई है। अब तक कुल 3573 मरीजों की कोराना रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी हैं।इनमें1184 जमाती हैं। 1758 लोगठीक होकर घर जाचुके हैं। 80 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में1735 संक्रमितोंका इलाज चल रहा है।



वाराणसी: सोशल डिस्टेंसिंग की शर्त पर ही खुलेगी लमही मंडीः वाराणसी मेंसोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने के आरोप में लमही सब्जी मंडी के 5 आढ़तियों और 30-40 अज्ञात व्यक्तियों पर एफआईआरदर्ज की गईहै।अधिकारियों के मुताबिक, अज्ञात लोगों की पहचान वीडियो देख कर की जाएगी। पहलेभी यह मंडी सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं करने के कारण 7 दिन बंद रह चुकी है। प्रशासन का कहना है कि आढ़तिए लिखित में दें कि वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे तभी मंडी खोली जाएगी।


झांसी में 1000 कामगारों को ट्रेन से गोरखपुर भेजा गया। लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजा जा रहा है।झांसी से मंगलवार को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 1000 मजदूरों कोगोरखपुर भेजा गया। श्रमिकों को सबसे पहले बसों में बैठाकर झांसी रेलवे स्टेशन लाया गया। यहां स्क्रीनिंग के बाद उन्हें ट्रेन में बैठाया गया। यह तस्वीर झांसी रेलवे स्टेशन की है। यहां से मंगलवार को 1000 मजदूरों को ट्रेन के जरिए गोरखपुर भेजा गया।


यूपी के सभी जिलों में वायरस पहुंचा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी फैलती जा रही है। प्रदेश में 75 में से 74 जिलों में कोरोना संक्रमण अपने पैर पसार चुका है। अब सिर्फ चंदौली ही ऐसा जिला है, जहां कोविड-19 के मामले सामने नहीं आए हैं। इसी बीच किंज जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (लखनऊ) ने बताया कि सोमवार को कोरोना टेस्टिंग के लिए 1019 संदिग्धों के नमूने लिए गए थे, जिनमें आज दस लोगों को कोरोना वायरस की पुष्टि ही है।


गौतम बुद्ध नगर जिले में भी चार नए केस मिले हैं। इससे जिले में संक्रमितों की संख्या 222 तक जा पहुंची है। पूरे प्रदेश की बात करें तो पिछले 24 घंटों में 63 नए मामले सामने आए हैं। अब प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 3520 हो गई है। इनमें 1655 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है और 80 लोगों की मौत हो चुकी है।


उपचारित-संक्रमितो का आंकड़ा बराबर

उत्तर प्रदेश में पहली बार उपचारित लोगों का आंकड़ा सक्रिय संकमण के मामलों से ज्यादा


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण शुरू होने के बाद से रविवार को पहली बार ऐसी स्थिति आयी, जब उपचारित होकर घर गये लोगों का आंकड़ा सक्रिय संक्रमण के मामलों से अधिक रहा । प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने यहां संवाददाताओं को बताया कि जब से कोरोना वायरस संक्रमण फैला है, कल शाम पहली बार ये स्थिति आयी कि उपचारित होकर छुट्टी पाने वाले लोगों की संख्या 1758 थी और सक्रिय संक्रमण के मामलों की संख्या 1735 रही । उन्होंने कहा कि कल पहली बार ये स्थिति आयी जब सक्रिय संक्रमण से ज्यादा लोगों को उपचार के बाद छुट्टी मिली, जो अच्छा लक्षण है । प्रसाद ने बताया कि कल कुल 4754 सैम्पल की जांच हुई । पूल टेस्ट में कल 289 पूल लगाये गये । इनमें से 32 पूल पाजिटव पाये गये । पूल में कुल 1445 सैम्पल की जांच की गयी । उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु ऐप का हम लगातार उपयोग कर रहे हैं । देश में बड़ी संख्या में लगातार लोग उसे डाउनलोड कर रहे हैं । उसका लाभ भी देखने को मिल रहा है । उससे जितने अलर्ट मिल रहे हैं, जनपदों को उपलब्ध कराये जा रहे हैं ताकि जनपदों में लोगों से संपर्क कर उनका हालचाल पूछा जा सके।


मृतक संख्या-2293, संक्रमित-70,000

देश में संक्रमितों की संख्या 70 हजार के पार, 2293 की गई जान


नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 70 हजार को पार कर गई है। देश में अब तक कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 70756 हो गई है। जिसमें से 22454 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है और देश में अभी कोरोना के एक्टिव संक्रमितों की संख्या 46008 है। देश में अभी तक कोरोना के कारण 2293 लोगों की जान जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि हमारा रिकवरी रेट लगातार बेहतर हो रहा है। अभी हमारा रिकवरी रेट 31.7 फीसदी है। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में हमारी मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम है। आज मृत्यु दर लगभग 3.2 फीसद है, कई राज्यों में यह दर इससे भी कम है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वैश्विक मृत्यु दर लगभग 7-7.5 फीसद है। वहीं, आज राजस्थान में कोरोना वायरस (COVID-19) के 21 और मामले सामने आ गए हैं। राज्य में अब तक 4056 मामले सामने आ गए हैं। इनमें से 1563 एक्टिव केस हैं और 115 लोगों की मौत हो गई हैं। राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी है। राज्य में अब तक 1,84,853 टेस्ट हो गए हैं।


हापुड़ः लोगों की भीड़, खडी़ देख हड़कंप

अतुल त्यागी 


हापुड़। फ्यूचर सप्लाई चैन रिटर्न इंडिया लिमिटेड कंपनी के अंदर लॉक डाउन में अचानक सैकड़ों लोगों की भीड़ खट्टी देख मचा हड़कंप।


मामला जनपद हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र की फैक्ट्री का है जहां करीब 300 लोग मजदूरी करते थे कोविड-19 की महामारी के चलते हुए लोग डॉन के बीच सभी लोग फैक्ट्रियां बंद होने के बाद अपने घरों में काम बंद कर के चले गए थे मजदूरों का आरोप है फैक्ट्री मालिक ने 2 महीने की तनखा रोक कर रखी है फैक्ट्री मालिक बार-बार परेशान कर रहा हे मजदूरों के पैसे देने के लिए तैयार नहीं था जिसको लेकर लॉक डाउन की वजह से लोग पैसे से परेशान थे इसी बात को लेकर करीब सैकड़ों मजदूर फैक्ट्री में अचानक हड़ताल पर बैठ गए।


बताया जा रहा है फैक्ट्री में करीब सैकड़ों लोग फिलहाल काम कर रहे हैं कुछ लोग बाहर गांव के जो काम छोड़कर गए हुए थे वह भी आ गए और हड़ताल पर बैठ गए अचानक सैंकड़ों लोगों के फैक्ट्री में हड़ताल पर बैठने की खबर जैसे ही पुलिस प्रशासन को पता चली तो पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया और भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई पुलिस प्रशासन द्वारा फैक्ट्री के उच्च अधिकारियों से बात करने के बाद आने वाली 20 तारीख के लिए फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे मजदूरों को पैसे देने की बात हुई।


तब जाकर कहीं घंटों के बाद मजदूरों का गुस्सा शांत हुआ फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को तो तीर वीर कर दिया लेकिन अब सवाल मजदूरों की तनख्वा का है क्या 20 तारीख में मजदूरों की तनख्वा मिल सकी मिल सकेगी वही संपर्क सूत्रों द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार पता चल रहा है अगर मजदूरों की 20 तारीख में तनखा नहीं मिली तो वह फिर धरने पर बैठकर अपनी तनख्वाह की मांग करेंगे।


युवक ने घर में फांसी लगा की आत्महत्या

घरेलू कलह के चलते युवक ने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या का किया प्रयास


परिजनों पड़ोसियों को जानकारी हुई तो फांसी के फंदे से बाहर निकाला


सुनील पुरी


फतेहपुर। घरेलू कला के चलते युवक ने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया परिजनों और पड़ोसियों को जानकारी हुई तो तुरंत फांसी के फंदे से बाहर निकाला हालत गंभीर होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया हालांकि काफी देर चली उपचार के बाद युवक की हालत में सुधार हुआ तो फिर वापस घर ले गए।


जानकारी के अनुसार जाफर गंज थाना क्षेत्र के समसपुर गांव में घरेलू कलह के चलते बसंता निषाद उम्र 22 वर्ष पुत्र स्वर्गीय गेंदा प्रसाद निषाद ने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया परिजनों तथा पड़ोसियों को आहट मिली तो दौड़कर फांसी के फंदे से बाहर निकाला हालत गंभीर होने पर निजी वाहन से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया काफी देर चले उपचार के बाद युवक की हालत में सुधार हुआ तो परिजन वापस घर ले गए इस बीच परिजनों में हड़कंप मचा रहा लोग दहशत में रहे।


कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...