रविवार, 10 मई 2020

मुख्यमंत्रियों से चर्चा करेंगे 'पीएम मोदी'

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दोपहर तीन बजे देश के मुख्यमंत्रियो के साथ लॉक डाउन को लेकर चर्चा करेंगे। यह जानकारी पीएमओ इंडिया के ट्विटर हैंडर से शेयर की गई है। इसमें बताया गया है कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ पांचवीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सोमवार दोपहर को होगी। इससे पहले रविवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और स्वास्थ्य सचिवों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में चर्चा की। कल की बैठक के बाद पता चलेगा कि लॉकडाउन ( lockdown 3.0) आगे बढ़ाया जाएगा या इससे बाहर निकलने के लिए कोई योजना आएगी।


सूत्रों ने कहा कि बहुत से राज्यों ने रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन की मार्किंग पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि प्रवासियों की वापसी के साथ जिलों में मामलों की संख्या बढ़ रही है, अधिकांश जिले रेड जोन के अंतर्गत आएंगे। कई राज्यों ने तर्क दिया कि इससे सामान्य स्थिति में वापसी मुश्किल हो जाएगी। उन्होंने सुझाव दिया कि वर्तमान कलर कोडिंग नियमों के मामले में, क्वारंटाइन सेंटर्स वाले क्षेत्रों को लाल क्षेत्रों के रूप में अधिसूचित किया जाना चाहिए।


बताते चलें कि तीसरी बार बढ़ाए गए लॉक डाउन की अवधि 17 मई को खत्म हो रही है। मगर, देश में कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है। हालांकि, अच्छी बात यह है कि कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की दर बढ़कर 30 फीसदी तक पहुंच गई है। देश में अब तक कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 62 हजार 939 से अधिक हो चुकी है, जबकि इसकी वजह से 2,109 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 19 हजार 358 लोग स्वस्थ होकर घर वापस लौट चुके हैं।


चंद्रमौलेश्ववर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'


शाह के स्वास्थ्य पर अफवाह, 4 गिरफ्तार

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सेहत को लेकर अफवाह फैलाने के आरोप में चार लोगों को गुजरात में गिरफ्तार किया गया है। दो अहमदाबाद से और दो को भावनगर से पकड़ा गया है। अमित शाह की सेहत को लेकर अफवाह फैलाने पर हुए एक्शन के बारे में क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी अजय तोमर ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री के नाम से एक फर्जी पोस्ट बनाई गई और उसे अलग-अलग ग्रुप में डाला गया। अजय तोमर के मुताबिक इस मामले में जिन लोगों की भूमिका सामने आई है उनमें अहमदाबाद से फिरोज खान पठान, सरफराज मेमन और भावनगर से सजाद अली और सहजाद हुसैन शामिल हैं।


इस बीच अमित शाह ने खुद अपने ट्विटर हैंडल से अपनी सेहत पर स्थिति स्पष्ट की है - 'मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ हूं और मुझे कोई बीमारी नहीं है।' अब सवाल ये है कि जब तमाम सरकारी गतिविधियों में अमित शाह शामिल नजर आ ही रहे थे तो ऐसी सफाई देने की जरूरत ही क्या थी?


ये सही है कि अमित शाह को लेकर काफी दिनों से सोशल मीडिया पर कई तरह के सवाल पूछे जा रहे थे। कोरोना वायरस की महामारी और लॉकडाउन के दौरान ज्यादातर वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही मोर्चे पर सामने नजर आ रहे थे - और चुनाव प्रचार से लेकर तमाम राजनीतिक गतिविधियों में दोनों को साथ साथ न देखे जाने से ऐसे तत्वों को मौका मिल रहा था. ऐसा पहली बार तो था नहीं। पहले भी ऐसे कई मौके देखने को मिले हैं जब दोनों में से कोई एक ही एक बार में मोर्चे पर विरोधियों को ललकारते नजर आता है। दिल्ली विधानसभा चुनावों की ही तो बात है - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलीला मैदान में रैली कर बीजेपी की चुनावी मुहिम का आगाज कर दिया और फिर अमित शाह सामने आ डटे। कई दिनों तक लगातार अमित शाह अकेले मैदान में विरोधियों को ललकारते रहे। आखिरी दौर में जरूर प्रधानमंत्री दोबारा आये और चुनाव प्रचार में तेजी आ गयी।


कोरोना मरीज स्वस्थ करने का मुकदमा

डीएम वार रूम गौतम बुद्ध नगर से शारदा हॉस्पिटल द्वारा कोरोना पॉजिटिव मरीजों को स्वस्थ करने का नया मुकदमा


अश्वनी उपाध्याय


गौतम बुध नगर/गाजियाबाद। शारदा अस्पताल से 15 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को स्वस्थ करके डिस्चार्ज किया गया है। साथ ही दो सस्पेक्ट मरीजों को भी अस्पताल से छुट्टी दिया गया है। इन सभी का कल रात रिपोर्ट नेगेटिव आया था। किसी भी अस्पताल से एक बार में इतने मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने का या पहला मौका है। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा नामित अधिकारी डॉ देवेंद्र वार्ष्णेय, डीजीएमई के अधिकारी डॉ ज्ञानेंद्र कुमार, जिला प्रशासन द्वारा मनोनीत नोडल अधिकारी डॉ अभिषेक त्रिपाठी के साथ साथ शारदा विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाई के गुप्ता एवं शारदा हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ आशुतोष निरंजन ने सभी को डिस्चार्ज पत्र सौंपा।
शारदा हॉस्पिटल से अब तक 49 पॉजिटिव मरीजों को स्वस्थ करके डिस्चार्ज किया गया है वहीं 56 मरीजों का इलाज चल रहा है और उम्मीद जताई जा रही है कि वो भी जल्द ही स्वस्थ होकर अपने घर चले जाएंगे। 
आज होने वाले मरीजों में 6 बच्चे सहित सीआरपीएफ के जवान सत्यवीर भी शामिल है। डिस्चार्ज पत्र लेने के उपरांत उनके चेहरे की खुशी देखने लायक थी। उनके सेवा में लगे डॉक्टर, नर्स, तथा अन्य सदस्यों ने पुष्प वर्षा करके सभी को हॉस्पिटल से विदाई दिया।  शारदा हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ आशुतोष निरंजन ने कहा कि हमलोग मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वचनबद्ध है। हमलोग जिले के नोडल अधिकारी तथा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेन्द्र भूषण जी तथा जिलाधिकारी सुभाष एल वाई के निर्देशन में हमारे सभी सदस्य डॉक्टर, नर्स तथा अन्य सदस्य अपने जी जान से देश में आए इस महामारी से निपटने के लिए अपने तन मन से उपलब्ध है।


डॉ. अजीत कुमार


2 बंदरों की खासनें से मौत, दहशत

गाजियाबाद। गाजियाबाद के संजय नगर सेक्टर-23 में बंदरों को खांसी होने की जानकारी सामने आई है। वहीं, बी ब्लॉक के पार्क में दो बंदर खांसते हुए मर गए। लोगों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी, लेकिन कोई भी इन बंदरों की सुध लेने नहीं आया। इस वजह से क्षेत्र के लोगों को दहशत का माहौल है।


संजय नगर निवासी आयुष के मुताबिक, बी ब्लॉक संजय नगर के पार्क में बंदर कई दिनों से खांस रहे हैं। देखने से लग रहा है कि बंदरों में किसी प्रकार का इंफेक्शन हो गया है। गुरुवार को एक बंदर खांसते हुए मर गया। उसके बाद शुक्रवार को भी इसी तरह एक और बंदर की मौत हो गई। ये बंदर लोगों के घरों की छतों पर भी घूमते हैं और कई बार टंकी खोलकर पानी भी पी लेते हैं।


आज ही के दिन हुआ क्रांति का आगाज

धन सिंह कोतवाल गुर्जर के द्वारा आज के दिन ही हुआ था क्रांति का आगाज


दिनेश गुर्जर 


गाजियाबाद। गाजियाबाद के द्वारा आज सोशल मीडिया के माध्यम से धन सिंह कोतवाल गुर्जर के बारे में सभी साथियों को संबोधित किया उन्होंने कहा


1857 क्रान्ति का प्रारम्भ/आरम्भ ”10 मई 1857“ को हुआ था। क्रान्ति की शुरूआत करने का श्रेय अमर शहीद कोतवाल धनसिंह गुर्जर को जाता है। उस दिन मेरठ में धनसिंह के नेतृत्व मे विद्रोही सैनिकों और पुलिस फोर्स ने अंग्रेजों के विरूद्ध क्रान्तिकारी घटनाओं को अंजाम दिया। धन सिंह कोतवाल जनता के सम्पर्क में थे। उनका संदेश मिलते ही हजारों की संख्या में क्रान्तिकारी रात में मेरठ पहुंच गये। समस्त पश्चिमी उत्तर प्रदेश, देहरादून, दिल्ली, मुरादाबाद, बिजनौर, आगरा, झांसी, पंजाब, राजस्थान से लेकर महाराष्ट्र तक के गुर्जर इस स्वतन्त्रता संग्राम में कूद पड़े। विद्रोह की खबर मिलते ही आस-पास के गांव के हजारों ग्रामीण गुर्जर मेरठ की सदर कोतवाली क्षेत्र में जमा हो गए। इसी कोतवाली में धन सिंह पुलिस प्रमुख थे। 10 मई 1857 को धन सिंह ने की योजना के अनुसार बड़ी चतुराई से ब्रिटिश सरकार के वफादार पुलिस कर्मियों को कोतवाली के भीतर चले जाने और वहीं रहने का आदेश दिया और धन सिंह के नेतृत्व में देर रात २ बजे जेल तोड़कर 836 कैदियों को छुड़ाकर जेल को आग लगा दी। छुड़ाए कैदी भी क्रान्ति में शामिल हो गए। उससे पहले भीड़ ने पूरे सदर बाजार और कैंट क्षेत्र में जो कुछ भी अंग्रेजों से सम्बन्धित था सब नष्ट कर चुकी थी। रात में ही विद्रोही सैनिक दिल्ली कूच कर गए और विद्रोह मेरठ के देहात में फैल गया।


इस क्रान्ति के पश्चात् ब्रिटिश सरकार ने धन सिंह को मुख्य रूप से दोषी ठहराया, और सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि धन सिंह कोतवाल क्योंकि स्वयं गुर्जर है इसलिए उसने गुर्जरो की भीड को नहीं रोका और उन्हे खुला संरक्षण दिया। इसके बाद घनसिंह को गिरफ्तार कर मेरठ के एक चौराहे पर फाँसी पर लटका दिया गया।


मेरठ की पृष्ठभूमि में अंग्रेजों के जुल्म की दास्तान छुपी हुई है। मेरठ गजेटियर के वर्णन के अनुसार 4 जुलाई, 1857 को प्रातः 4 बजे पांचली पर एक अंग्रेज रिसाले ने 56 घुड़सवार, 38 पैदल सिपाही और 10 तोपों से हमला किया। पूरे ग्राम को तोप से उड़ा दिया गया। सैकड़ों गुर्जर किसान मारे गए, जो बच गए उनको कैद कर फांसी की सजा दे दी गई। आचार्य दीपांकर द्वारा रचित पुस्तक "स्वाधीनता आन्दोलन" और मेरठ के अनुसार पांचली के 80 लोगों को फांसी की सजा दी गई थी। ग्राम गगोल के भी 9 लोगों को दशहरे के दिन फाँसी दे दी गई और पूरे ग्राम को नष्ट कर दिया। आज भी इस ग्राम में दश्हरा नहीं मनाया जाता।


एक पेड़ पर आते हैं 40 तरह के फल

एक ही पेड़ पर कई तरह फल लगना आम बात नही है और वो भी एक दो नही पूरे 40 तरह के फल। अमरीका में एक विजुअल आर्टस के प्रोफेसर ने एक ऎसा ही अद्भुत पौधा तैयार किया है। इतना ही नहीं बल्कि यह 40 प्रकार फल देने वाला यह पौधा बिकाऊ भी है, जिसकी कीमत अभी तक 19 लाख रूपए लग चुकी है। इस पेड़ को अमरीका की सेराक्यूज यूनिवर्सिटी में विजुअल आर्ट्स के प्रफेसर वॉन ऎकेन ने तैयार किया है। उन्होंने इस पेड़ का नाम ट्री ऑफ 40 रखा गया है। इस पेड़ से लगने वाले फलों में बेर, सतालू, खुबानी, चेरी और नेक्टराइन जैसे फल शामिल है। 


वॉन के मुताबिक उन्होंने ट्री ऑफ 40 प्रॉजेक्ट 2008 में शुरू किया था, जब उन्होंने वॉन ऎकेन ने न्यू यॉर्क स्टेट ऎग्रिकल्चरल एक्सपेरिमेंट में एक बागीचा को देखा। वॉन ने देखा कि इस बगीचे में 200 तरह के बेर और खुबानी के पौधे थे। कई प्राचीन और दुर्गन पौधों की प्रजातियों वाला यह बगीचा फंड की कमी के चलते बंद होने जा रहा था। 


ग्राफ्टिंग तकनीक के तहत पौधा तैयार करने के लिए सर्दियों में पेड़ की एक टहनी कली समेत काटकर अलग कर ली जाती है। इसके बाद इस टहनी को मुख्य पेड़ में छेद करके लगा दिया जाता है। जुड़े हुए स्थान पर पोषक तत्वों का लेप लगाकर सर्दी भर के लिए पट्टी बांध दी जाती है।


पाक सेना ने लड़ाकू विमानों की गश्त बढ़ाई

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में हुए मुठभेड़ के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई से घबराए पाकिस्तानी सेना ने सीमा पर लड़ाकू विमानों की गश्त बढ़ा दी है। पाकिस्तान को आशंका है कि भारत लाइन ऑफ कंट्रोल को पार कर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है। बता दें कि हंदवाड़ा में पाक समर्थित आतंकियों के साथ हुए मुठभेड़ में भारतीय सेना के कर्नल आशुतोष शर्मा और चार जवान शहीद हो गए थे।
रियाज नायकू को ढेर कर सेना ने लिया था बदला
भारतीय सेना ने इस मुठभेड़ का बदला भले ही हिज्बुल के टॉप कमांडर रियाज नायकू को मारकर ले लिया है, लेकिन पाकिस्तान को अब भी कार्रवाई की चिंता सता रही है। यही कारण है कि उसने पीओके सहित समूची सीमा पर निगहबानी बढ़ा दी है।


पाक को बड़ी कार्रवाई का डरः समचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, इस मुठभेड़ के पहले से ही पाकिस्तान सीमा के पास हवाई सुरक्षा अभ्यास कर रहा था और इसके बारे में भारतीय खुफिया एजेंसियों को पूरी जानकारी भी थी। लेकिन, इस मुठभेड़ में कर्नल रैंक के अधिकारी के शहीद होने के बाद पाकिस्तान घबरा गया और उसे भारतीय सेना के कार्रवाई का डर लगने लगा है।


लॉक डाउन का ब्रेक, बीसीसीआई संघर्षरत

कोलंबो। कोरोना वायरस महामारी की वजह से अनिश्चितकाल के लिए रद्द किए गए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन के लिए बीसीसीआई (BCCI) को दूसरे देश के क्रिकेट बोर्ड्स से लगातार प्रस्ताव मिल रहे हैं। क्रिकेट श्रीलंका के बाद इमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड के सामने यूएई में आईपीएल का आयोजन करने का प्रस्ताव रखा है। श्रीलंका के बाद इस देश में BCCI के सामने रखा IPL 2020 के आयोजन का प्रस्ताव


BCCI के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने इस खबर की पुष्टि की। उन्होंने कहा, "यूएई ने आईपीएल के आयोजन का प्रस्ताव रखा है लेकिन फिलहाल अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल पर रोक लगी है इसलिए इस पर कोई फैसला लेने का सवाल नहीं उठता।" Also Read - सुरेश रैना-इरफान पठान की मांग, गैर अनुबंधित खिलाड़ियों को BCCI दे विदेशी लीग में खेलने का मौका।



उन्होंने कहा, "खिलाड़ियों और टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। फिलहाल, पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल पर रोक लगी है, इसलिए इस चरण में हम कुछ भी तय कर सकते हैं।" Also Read - देश में 60 हजार के पार पहुंचे कोरोना के मामले; टीका बनाने के लिए भारत बायोटेक के साथ काम कर रही ICMR। बीसीसीआई फिलहाल आईपीएल के नए शेड्यूल पर चर्चा करने में लगी है। मार्च-अप्रैल का अपना निश्चित विंडो खोने के बाद बोर्ड साल के आखिर में आईपीएल का आयोजन करने के बारे में सोच रहा है। हालांकि ऐसे में आईपीएल और आईसीसी टी20 विश्व कप से शेड्यूल का आपस में टकराव हो सकता है।


नौसेना का ऑपरेशन 'समुद्र-सेतु' लॉन्च किया

नई दिल्ली। विदेशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए नौसेना ने ऑपरेशन ‘समुद्र-सेतु’ लॉन्च किया है। ऑपरेशन के पहले चरण के तहत नौसेना के दो बड़े युद्धपोत माले पहुंचे थे। उनमें से आईएनएस जलाश्व 698 भारतीयों को लेकर शुक्रवार को केरल के कोच्चि के लिए रवाना हुआ था। भारतीय नौसेना ने आईएनएस जलाश्व और आईएनएस मगर की मदद से मालदीव में रह रहे करीब 1800 से 2000 लोगों को स्वदेश वापस लाने की योजना बनाई है। इसके लिए नौसेना के जहाजों को चार बार चक्कर लगाने होंगे। इसमें दो चक्कर कोच्चि के लिए और दो चक्कर तूतीकोरिन के लिए होंंगे। स्वदेश वापसी में जबसे ज्यादा प्राथमिकता जरूरतमंद लोगों को ही दी जा रही है। इनमें बच्चे, बूढ़े, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं शामिल हैं।


आकाशीय बिजली गिरने से 4 की मौत

लखनऊ। उत्तर प्रदेश रविवार शाम आई तेज आंधी और बारिश के दौरान बिजली गिरने से कासगंज में दो किसान और बलिया में दो बच्चों की मौत हो गई और कई लोग गम्भीर रूप से झुलस गए।


कासंगज में सोरों क्षेत्र के तारापुर कनिक गांव के आंधी-बारिश के दौरान बिजली गिरने से दो किसानों गोवर्धन और मथुरा प्रसाद की मृत्यु हो गई जबकि दो लड़कियों समेत चार लोग गंभीर रुप से झुलस गये। सभी लोग खेत में काम करने गए थे। झुलसे लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।


वहीं बलिया जिले के सिकन्दरपुर क्षेत्र में रविवार को बारिश के दौरान बिजली गिरने से किशोर समेत दो बच्चों की मृत्यु हो गई। पुलिस सूत्रों ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि माल्दह गांव का 14 वर्षीय सुधांशु और दस साल की बालिका प्रगति खेत में घूमने गए थे।


इसी बीच बारिश होने लगी। दोनों बच्चे बारिश से बचने के लिए खेत वहीं आम के पेड़ के निचे खड़े हो गए। उसी दौरान उन पर गडगडाहट के साथ बिजली गिर गई और दोनों गंभीर रूप से झुलस गए। उन्होंने बताया कि दोनों को अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से पीड़ित परिजनों को आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।


चीनः 50 हजार 334 मामले, फिर संक्रमण

चीन : वुहान में फिर संक्रमण


 बीजिंग। चीन में वुहान शहर रविवार को एक बार फिर चर्चा में आ गया। करीब 45 दिन बाद यहां संक्रमित मिला। प्रशासन ने भी इसकी पुष्टि की। इस संक्रमित की हालत गंभीर बताई गई है। उसकी पत्नी भी पॉजिटिव है। जिस क्षेत्र में यह संक्रमित मिला, वहां पहले भी 20 केस सामने आए थे। शहर के हेल्थ कमिश्नर ने कहा, “यह पुराने सामुदायिक संक्रमण का नतीजा है।” कुल मिलाकर पांच नए संदिग्ध पाए गए हैं। लेकिन, पुष्टि सिर्फ दो की हुई है। वुहान में 76 दिन लॉकडाउन रहा था। यहां कुल 50 हजार 334 मामले सामने आ चुके हैं।


वुहान के एक अस्पताल में संक्रमित की रिपोर्ट देखता मेडिकल स्टाफ। शहर में करीब 45 दिन बाद नया मामला सामने आया है। लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने इसकी पुष्टि की।


ब्रिटेनः सैंपलों की जांच अमेरिका भेजी

ब्रिटेन : टेस्ट में अमेरिकी मदद


लंदन। ब्रिटेन में सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के हेल्थ डिपार्टमेंट ने 50 हजार सैंपल जांच के लिए अमेरिका भेजे हैं। डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड सोशल केयर ने कहा- सरकारी लैबों में कुछ दिक्कतें पेश आईं थी।” वहीं,बोरिस जॉनसन सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए एक नई पहल की है। सरकार यहां साइकल से चलने के लिए जागरुकता अभियान चलाएगी। इसके लिए 2.48 करोड़ डॉलर का बजट मंजूर किया गया है। परिवहन मंत्री ग्रांट शेप्स ने कहा- इससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को मदद मिलेगी। वहां भीड़ कम होगी और लोग शारीरिक तौर पर ज्यादा मजबूत होंगे।


लंदन की एक सड़क से गुजरते लोग। कोरोना से जूझते ब्रिटेन के सामने एक नई दिक्कत आ गई है। यहां के सरकारी लैब्स में टेस्टिंग पूरी तरह नहीं हो पाई। 50 हजार सैंपल जांच के लिए अमेरिका भेजे गए हैं।


1000 ने लॉकडाउन का विरोध किया

जर्मनी : लॉकडाउन का विरोध


बर्लिन। जर्मनी देश के तीन बड़े शहरों बर्लिन, म्यूनिख और फ्रेंकफर्ट में शनिवार को कुल मिलाकर करीब 10 हजार लोगों ने लॉकडाउन के विरोध में प्रदर्शन किए। प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों को फूल देकर व्यवस्थाएं बनाए रखने के लिए शुक्रिया अदा किया। लोगों का कहना है कि सरकार हर महीने लॉकडाउन बढ़ाने की बजाए दूसरे विकल्प खोजे ताकि वे खुली हवा में सांस ले सकें। कुछ लोगों के मुताबिक, सोशल डिस्टेंसिंग संक्रमण से बचने का सबसे सरल उपाय है।


जर्मनी में लॉकडाउन के विरोध में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। यहां लोगों का कहना है कि सरकार लॉकडाउन लगाकर कारोबार बंद करने के बजाए इसके विकल्प खोजे। शनिवार को बर्लिन में ऐसे ही एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मी को फूल देती महिला।


ब्राजीलः मौतों का आंकड़ा 10,000 के पार

ब्राजील : मुश्किल बढ़ी


ब्रासिलिया। यहां सरकार और खास तौर पर राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने संक्रमण को गंभीरता से नहीं लिया। चेतावनी देने वाले अपने सहयोगी को ही हटा दिया। अब मौतों का आंकड़ा 10 हजार के पार हो गया है। एक लाख 56 हजार लोग संक्रमित हैं। इसके बावजूद सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए हैं। करीबी देश वेनेजुएला और अमेजन जनजातियों तक संक्रमण फैल चुका है। डब्लूएचओ ने भी पत्र लिखा,लेकिनसरकार अब तक पाबंदियां नहीं लगा पाई है।


ब्राजील में संक्रमण से मरने वालों को दफनाने के लिए बनाए गए नए कब्रिस्तान भी भर गए हैं।यहां मरने वालों का आंकड़ा 10 हजार से ज्यादा हो गया है।


जॉर्जियाः उद्योग को खोलने की इजाजत

जॉर्जिया में उद्योग-धंधों को खोलने की इजाजत


ढाका /त्बिलिसी। जॉर्जिया में कोरोनावायरस के कारण दुनियाभर के देशों में लॉकडाउन था। लेकिन, अब कई देशों में पाबंदियों में ढील दी जा रही है। अमेरिका के जॉर्जिया में गैर जरूरी उद्योग-धंधों को खोलने की इजाजत दे दी गई है। यूरोपियन देश नॉर्वे में स्कूल खुल गए हैं। वहीं न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डन ने कोरोना पर जीत की घोषणा कर चुकी हैं। यहां लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से खत्म किया जा रहा है। यूरोप के कुछ अन्य देश भी धीरे-धीरे लॉकडाउन में ढील देने पर विचार कर रहे हैं।


बांग्लादेश: एक दिन में रिकॉर्ड 887 मामले आए
बांग्लादेश में एक दिन में संक्रमण के रिकॉर्ड 887 मामले सामने आए हैं और 14 लोगों की मौत हुई है। बांग्लादेश में अब तक कुल 14 हजार 657 लोग संक्रमित हो चुके हैं।


साउथ कोरियाः 24 घंटे में 34 नए मामले

साउथ कोरिया : सियोल फिर बंद


सियोल। साउथ कोरिया में बीते 24 घंटे में संक्रमण के 34 नए मामले सामने आए हैं। संक्रमण की चपेट में आने वाले सभी युवा हैं और बार जाते रहे हैं। इसको देखते हुए सरकार ने सियोल में सभी क्लबों और बार को दो हफ्तों तक बंद करने का निर्णय लिया है। साउथ कोरिया में संक्रमण के कुल 10 हजार 874 मामले आ चुके हैं और 256 लोगों की मौत हो चुकी है।


चीन : 14 नए मामले


नेशनल हेल्थ कमीशन के मुताबिक, शनिवार को देश में 14 नए मामले सामने आए। 28 अप्रैल के बाद एक दिन में सामने आए पॉजिटिव मामलों की यह सबसे बड़ी संख्या है। शुक्रवार को 13 नए केस मिले थे। शनिवार को मिले 14 में से 2 संक्रमित ऐसे हैं जो दूसरे देश से चीन लौटे थे। जुलिन प्रांत में 11 मामले सामने आए। सरकार अब इस राज्य पर पैनी नजर रख रही है। यहां पाबंदियां लागू कर दी गई हैं।


चीन में शनिवार को 14 पॉजिटिव मामले सामने आए। इनमें से सिर्फ दो संक्रमित ऐसे हैं जो दूसरे देश से चीन पहुंचे। यहां ज्यादातर स्कूल फिर शुरू हो गए हैं। शनिवार को शेंडोंग राज्य के यांतेई स्कूल की छात्राएं हॉस्टल जाती हुईं।


यूएई में भारतीय नर्सों का बैच पहुंच गया

यूएई: 88 भारतीय नर्सों का बैच पहुंचा


तेहरान/आबू धाबी। यूएई की मदद करने के लिए भारत से 88 नर्सों का बैच पहुंच गया है। यहां पर संक्रमण के अबतक 17 हजार मामले सामने आ चुके हैं। यूएई में मेडकिल वर्कर्स की भारी कमी है, इसके चलते भारत ने मदद मुहैया कराई है।
ईरान: अमेरिका के साथ कैदियों की अदला-बदली को तैयार
कोरोनावायरस के संक्रमण के डर से ईरान ने कहा है कि वह अमेरिका के साथ बिना शर्त कैदियों की अदला-बदली के लिए तैयार है। ईरान की एक न्यूज वेबसाइट खैबरऑनलाइन.आईआर ने कैबनिट प्रवक्ता अली रबेई के हवाले सबे बताया है कि ईरान सभी कैदियों की अदला-बदली को तैयार है, लेकिन अमेरिका ने अभी तक कोई उत्तर नहीं दिया है।


तुर्कीः बुजुर्गों को घर से निकालने का आदेश

तुर्की। बुजुर्ग लोगों को घर से निकलने की अनुमति दी गई
तुर्की में पहली बार बुजुर्ग लोगों को घर से निकलने की अनुमति दी गई है। ये लोग सुबह 11 बजे से शाम तीन बजे तक ही बाहर निकल सकेंगे। सरकार ने 21 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा की थी। इस दौरान 65 साल से ऊपर की उम्र के किसी भी व्यक्ति को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी। यहां संक्रमण के एक लाख 37 हजार 115 मामले सामने आ चुके हैं और 3739 लोगों की मौत हो चुकी है।


तुर्की के इस्तांबुल में ग्रांड बाजार को डिसइन्फेक्ट करते हुए जब मेडिकल वर्कर थक गए तो वह आराम करने लगे। बाजार को 1 जून से खोलने की तैयारी है।


स्कॉटलैंडः 28 मई तक लॉकडाउन बढ़ाया

एडिनबरा/ वॉशिंगटन डीसी। दुनिया में संक्रमितों की संख्या 41 लाख से ज्यादा हो गई है। 2 लाख 80 हजार 431 की मौत हुई है। इसी दौरान 14 लाख 41 लाख हजार 429 स्वस्थ भी हुए।ब्रिटेन में अब धीरे-धीरे लॉकडाउन में ढील दी जा रही है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अब ‘स्टे होम’ की जगह ‘स्टे अलर्ट’नारे का इस्तेमाल करने को कहा है। हालांकि, स्कॉटलैंड इसके लिए बिल्कुल तैयार नहीं हैं। स्कॉटलैंड में 28 मई तक लॉकडाउन और बढ़ाया गया है।


अमेरिकाः 25 हजार नए मामले
शनिवार को यहां 25 हजार नए मामले सामने आए। देश में कुल मामले अब 13 लाख 9 हजार 550 हो गए हैं। करीब 79 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। शनिवार को 1615 लोगों ने दम तोड़ा। व्हाइट हाउस से जुड़े तीन बड़े अधिकारियों को क्वारैंटाइन में भेज दिया गया है। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हालात से निपटने में अपनाई गई रणनीति पर ट्रम्प प्रशासन की आलोचना की है।


डिक्लेरेशन की 70 वी वर्षगांठ मनाई

रूस की राजधानी मास्को में कोरोना मरीजों के एक हॉस्पिटल में आग लग गई। हादसे में एक मरीज की जलकर मौत हो गई।


मास्को। पोप फ्रांसिस ने यूरोप के नेताओं को कोरोनावायरस की लड़ाई में साथ आने के लिए कहा है। उन्होंने शूमैन डिक्लेरेशन की 70वीं वर्षगांठ मनाई। इस दिन फ्रांस के विदेश मंत्री रॉबर्ट शूमाँ ने कोयला और स्टीम उत्पादन में सहयोग के लिए जर्मनी और फ्रांस के लिए एक योजना घोषित की। यहीं से यूरोपीय एकता की नींव पड़ी थी।
सिंगापुर : फिर बढ़े मामले
यहां संक्रमण पर अब तक पूरी तरह काबू नहीं किया जा सका है। सरकार ने लॉकडाउन में भले ही ढील दी हो लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग और बाकी बंदिशें जारी हैं। इसके बावजूद 24 घंटे में 876 मामले सामने आए। कुल संख्या 23 हजार 336 हो गई। हालांकि, अब भी डोरमेट्रीज में रहने वाले प्रवासी मजदूर ही पाए जा रहे हैं। शनिवार को मिले कुल मामलों में सिर्फ 3 ही स्थानीय नागरिकों के हैं।


गुजरात में 23 की मौत, 394 नए मामले

गुजरात में 394 नए मामले, और 23 की मौत; एम्स प्रमुख पहुँचे गुजरात


गांधी नगर। गुजरात में पिछले 24 घंटों में 394 नए मरीज़ों की पुष्टि हुई है जिससे राज्य में संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़कर 7,797 हो गई है.


वहीं आज और 23 मरीज़ों की मौत हुई जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 472 हो गई है। अहमदाबाद राज्य में महामारी का केंद्र बना हुआ है। 394 नए मामलों में से 380 इसी शहर के हैं। राज्य में पिछले एक दिन में जिन 23 और लोगों की मौत हुई है उनमें 20 अहमदाबाद के मामले हैं। गुजरात में पिछले कुछ दिनों में संक्रमण के मामलों में काफ़ी तेज़ी आई है। देश में महाराष्ट्र के बाद गुजरात में संक्रमण के सबसे ज़्यादा मामले आए हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्र के निर्देश पर दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया को गुजरात भेजा गया है। डॉक्टर गुलेरिया ने आज अहमदाबाद में प्रदेश के अधिकारियों और चिकित्सकों से मिलकर स्थिति का जायज़ा लिया।


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