शनिवार, 9 मई 2020

आज अभिनेता ज्यादा पेशेवर है

मुंबई। सिंघम जैसी फैल्मों से अपनी विशेष पहचान बनाने वाले अभिनेता अजय देवगन को नपे-तुले यानी बेहद सीमित शब्दों में जवाब देने के लिए जाता जाता है। बहुत सारी फिल्मों में सिर्फ दोस्ती-यारी की वजह से काम करने वाले अजय कहते हैं कि उनकी परवरिश ऐसी ही हुई है, दोस्ती के कारण अगर किसी फिल्म में काम किया और वह असफल हुई तब भी कोई पछतावा नहीं होता है।
अभिनेता अजय देवगन ने कहा कि नए जमाने के अभिनेता बहुत ज्यादा पेशेवर हैं। वह दोस्ती-यारी में किसी फिल्म में काम नहीं करते हैं, इसमें नुकसान भी है और फायदा भी। अजय अपनी जेनरेशन के ऐक्टर्स के बारे में बात करते हुए कहते हैं कि उनकी परवरिश और पढ़ाई-लिखाई जिस तरह की हुई है, उस तरह वह कभी भी पेशेवर रुख नहीं अपना सकते हैं।
अजय कहते हैं, ‘बहुत बार ऐसा होता है, जब हम लोग कई फिल्में दोस्ती यारी के खाते में कर देते हैं। मैंने तो बहुत सारी फिल्मों में काम सिर्फ दोस्ती-यारी की वजह से की है, हम कई बार सोचते हैं कि दोस्ती-यारी में फिल्म नहीं करेंगे, लेकिन फिर भी हम करते हैं। आज की नई जेनरेशन के ऐक्टर्स ऐसा बिल्कुल भी नहीं करते हैं। आज के सभी अभिनेता बहुत पेशेवर हैं, बहुत ज्यादा सोच-समझ कर काम करते हैं, मुझे लगता है काम करने का यह तरीका बहुत अच्छा हैं।’
दोस्ती-यारी में फिल्म करने के बाद जब वह फिल्म असफल हो जाती है, तब क्या कभी पछतावा करते हैं?
जवाब में अजय कहते हैं, ‘मुझे दोस्ती खाते में फिल्म करने के बाद कोई दुख नहीं होता है। अब जब कुछ सोचा था इसलिए किया, मेरे किसी फिल्म में काम करने से किसी का कुछ फायदा हो जाए तो क्या हर्ज है। एक बात यह भी है कि अब मुझे फिल्म इंडस्ट्री में काम करते हुए 28 साल हो गए हैं, ऐसे में किसी के लिए कुछ कर दिया तो क्या फर्क पड़ जाएगा। अब हमारा करियर तो खराब होगा नहीं किसी की मदद जरूर हो जाएगी।’
अजय बताते हैं, ‘हमारी जेनरेशन के लोग कोशिश जरूर करते हैं पेशेवर ढंग से काम करने की, लेकिन यह संभव नहीं हो पता है। ज्यादा प्रफेशनल होने से नुकसान सबका होता है। आज के अभिनेताओं ने पेशेवर रुख को दोस्ती-यारी से अलग रखा है। यह सोच पेशेवर होने के लिहाज से बहुत अच्छी है, लेकिन हम जैसे पले-बढ़े हैं और जिस तरह व्यवहार करना सीखा है, वह सीख ही ऐसी है, जिसमें किसी को भी देखकर आज भी पिघल जाते हैं।’



पीएम से मांगा 30 हजार करोड का पैकेज

CM भूपेश बघेल का प्रधानमंत्री मोदी को खत.. राज्य की हालत सुधारने मांगा 30 हजार करोड़ रु. का पैकेज.. पढ़े पत्र।


रायपुर। राज्य की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने राज्य को राहत के तौर पर 30 हजार करोड़ रुपए के राहत पैकेज की मांग की है।


 
कोरोना वायरस की वजह से समूचे देश और देश के सभी राज्यो की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। पूरा देश बीते डेढ़ माह से लॉकडाउन के हालात में हैं। जाहिर है उद्योग धंधे और अन्य सेवाओं के बंद होने से राज्य के आमदनी और कोष पर इसका खासा असर पड़ा है। राज्य की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने राज्य को राहत के तौर पर 30 हजार करोड़ रुपए के राहत पैकेज की मांग की है. उन्होंने 10 हजार करोड़ रुपए तत्काल प्रदान करने को कहा है। इसके अलावा श्री भूपेश बघेल ने बताया है की केंद्र द्वारा जिलों का जोन निर्धारण अव्यावहारिक है लिहाजा आर्थिक गतिविधियों के संचालन का अधिकार राज्यों को सौंपा जाए।


व्हाट्सएप पर फेसबुक का नया फीचर

मनोज सिंह ठाकुर


नई दिल्ली। फेसबुक की ओर से पिछले महीने अनाउंस किया गया था कि नया मैंसेंजर रूम्स जल्द ही यूजर्स को वॉट्सऐप पर भी मिलेगा। इसके बाद ही कंपनी ने ऐंड्रॉयड ऐप के बीटा वर्जन पर फीचर की टेस्टिंग भी शुरू कर दी थी। अब सामने आया है कि स्मार्टफोन पर वॉट्सऐप में आने से पहले मेसेंजर रूम फॉर वॉट्सऐप को Whatsapp Web पर रोलआउट किया जाएगा। जल्द ही यह फीचर यूजर्स को विडियो कॉलिंग का ऑप्शन देगा।


मेसेंजर रूम्स दरअसल नया ग्रुप विडियो चैट फीचर है, जिसे कंपनी फेसबुक मेसेंजर में ही लेकर आई है। इसकी मदद से बिना ऐप्स स्विच किए यूजर्स वॉट्सऐप, पोर्टल या फिर इंस्टाग्राम से ही विडियो चैटिंग रूम्स का हिस्सा बन सकेंगे। वॉट्सऐप में आने वाले अपडेट्स और नए फीचर्स को ट्रैक करने वाले WABetaInfo की ओर से कहा गया है कि मेसेंजर रूम्स फीचर बहुत जल्द वॉट्सऐप वेब यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा।


रूम में विडियो कॉलिंग
ब्लॉग साइट के मुताबिक, वॉट्सऐप अपने वेब प्लैटफॉर्म में मेसेंजर रूम्स का शॉर्टकट ऐड करने पर काम कर रहा है। यह फीचर वॉट्सऐप वेब वर्जन 2.2019.6 में मिलेगा और इसकी मदद से यूजर्स किसी मेसेंजर रूम को जॉइन कर पाएंगे। वॉट्सऐप वेब यूजर्स अपने लैपटॉप या पर्सनल कंप्यूटर पर फैमिली और फ्रेंड्स से विडियो कॉलिंग रूम बनाकर चैटिंग कर पाएंगे। इस तरह एकसाथ 50 यूजर्स तक विडियो कॉलिंग कर पाएंगे।


दिखेगा नया आइकन
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस फीचर को सभी यूजर्स के लिए अभी रोलआउट नहीं किया जा रहा है और फ्यूचर अपडेट्स में यह बाकी यूजर्स को मिल सकता है। मेन ऐप की बात करें तो स्मार्टफोन्स पर यह एक अलग फीचर के तौर पर वॉट्सऐप में शामिल किया जा सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यूजर्स को डॉक्यूमेंट्स और गैलरी ऑप्शंस के साथ ही एक नया आइकन मेसेंजर रूम्स का भी दिखाई देगा। यूजर्स को अगले महीने तक यह ऑप्शन मिल सकता है।


शराब की होम डिलीवरी पर विचार करें

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को शराब की बिक्री पर स्पष्टता की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया। याचिका में लॉकडाउन के दौरान शराब की बिक्री के दौरान अदालत से सामाजिक दूरी को सुनिश्चित करने की मांग की गई थी। हालांकि अदालत ने राज्य सरकारों को शराब की होम डिलीवरी पर विचार करने को कहा है।


याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा, हम ऐसा कोई आदेश पारित नहीं करेंगे, लेकिन राज्यों को सामाजिक दूरियों के मानदंडों और मानकों को बनाए रखने के लिए शराब की अप्रत्यक्ष बिक्री/ होम डिलीवरी पर विचार करना चाहिए। गौरतलब है कि सरकार ने लॉकडाउन के तीसरे चरण में राज्य सरकारों को चार मई से शराब की दुकानें खोलने की इजाजत दे दी थी। हालांकि सरकार ने साफ कहा था कि शराब की दुकानों के बाहर सामाजिक दूरी का उचित पालन किया जाए। इसके बाद कई जगह लंबी-लंबी कतारें देखी गई थीं। देश की राजधानी दिल्ली में शराब की दुकानें खुलने के पहले ही दिन सामाजिक दूरी की काफी धज्जियां उडऩे की वजह से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शराब के मूल्य (एमआरपी) पर स्पेशल कोरोना फीस लगाने का एलान किया था। जिससे शराब की कीमत 70 प्रतिशत बढ़ गई। कई और राज्यों ने भी शराब पर सेस लगाने का फैसला लिया है।
पंजाब, छत्तीसगढ़ में शराब की होम डिलीवरी
शराब की दुकानों पर लगने वाली कतारों को देखते हुए पंजाब, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों ने शराब की होम डिलीवरी का विकल्प दिया है। सात अप्रैल से पंजाब में शराब की होम डिलीवरी शुरू हो गई है। वहीं छत्तीसगढ़ में ग्रीन और ऑरेंज जोन में रहने वाले लोग तकरीबन 120 रुपए ज्यादा देकर शराब की होम डिलीवरी ले सकते हैं।


मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की शिनाख्त

मुठभेड़ में मारे गये नक्सलियों की हुई शिनाख्ती, 8 लाख से लेकर एक लाख तक के इनामी निकले मारे गये नक्सली
राजनांदगांव। राजनांदगांव के मदनवाड़ा थाना अंतर्गत हुए मुठभेड़ में मारे गए चारो माओवादियों की शिनाख्त हो गई हैं। राजनांदगाँव पुलिस के मुताबिक़ मारे गए नक्सलियों में नक्सल संगठन के मानपुर मोहला कमेटी मेम्बर अशोक भी शामिल है, जिसपर 8 लाख रुपए का इनाम और कृष्णा पर 5 लाख का इनाम घोषित था।


मारे गये अन्य नक्सलियों मे शामिल प्रमिला और सरिता पर भी 1-1 लाख का इनाम घोषित होने की बात बताई जा रही है। देर रात तक चले मुठभेड़ के बाद जवानों ने चारों नक्सलियों का शव बरामद कर लिया है। राजनांदगांव एसपी जितेंद्र शुक्ल ने बताया कि मारे गए सभी नक्सली लंबे समय से इस क्षेत्र में सक्रिय थे। नक्सलियों के पास से दो एसएलआर , एक एके-47 और एक इंसास राइफल बरामद किया गया है। मुठभेड़ की जानकारी देते उन्होने बताया कि, शुक्रवार रात करीब 9 बजे आठ नक्सलियों के मानपुर मोहला क्षेत्र के आसपास होने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद मदनवाड़ा के थाना प्रभारी दल के साथ सर्चिंग पर रवाना हो गए। इस दौरान मुठभेड़ में वे शहीद हो गए। फिलहाल एसआई के अलावा सभी पुलिसकर्मी सुरक्षित है।


भारतीय नौसेना ने किफायती किट बनाई

नई दिल्ली। भारतीय नौसेना द्वारा तैयार और डिजाइन की गई पर्सनल प्रौटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) किट को बड़े स्तर तैयार करने का सर्टिफिकेट मिल गया है। इसे कोविड-19 से सुरक्षा की स्थिति में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस पीपीई को डीआरडीओ के दिल्ली स्थित नाभिकीय औषधि और संबद्ध विज्ञान संस्थानय(इन्मास) ने टेस्ट किया और प्रमाणित किया। पीपीई को परीक्षण के मानदंडों को पूरा करना जरूरी होता है। ये मानदंड भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्धारित किए जाते हैं।


इस पीपीई की लागत व्यावसायिक रूप से इस्तेमाल होने वाली पीपीई किट से बहुत ही कम है। इस पीपीई किटो को इनोवेशन सेल, इंस्टीट्यूट ऑफ नेवल मेडिसिन, मुंबई और नेवल डॉकयार्ड मुंबई द्वारा गठित एक टीम ने डिजाइन और निर्माण करने के लिए सहयोग किया। यह आईएसओ 16603 मानक के अनुसार न्यूनतम 3/6 और उससे अधिक का स्तर रखती है।


पीपीई में सांस लेने की क्षमता 


संस्थान द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, इस पीपीई की विशेषताएं इसकी सरल, नई और कम लागत वाला डिजाइन हैं। पीपीई को बनाने में फैब्रिक के इनोवेटिव विकल्प का उपयोग किया गया है। जोकि पीपीई में ‘सांस लेने की क्षमता’ और प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है, जो उपयोगकर्ता के लिए आरामदायक और सुरक्षित है।


चिकित्सा पेशेवरों के लिए एक जैव सूट (Bio Suit)


इस बीच, डीआरडीओ ने कोरोनोवायरस बीमारी से लड़ने में मदद करने के लिए चिकित्सा पेशेवरों के लिए एक जैव सूट बनाया है। दिलचस्प बात यह है कि डीआरडीओ द्वारा बनाए गए जैव-सूट में एक अनूठी विशेषता है। डीआरडीओ का कहना है कि इसे पनडुब्बी अनुप्रयोगों में प्रयुक्त सीलेंट के आधार पर सीलिंग टेप के विकल्प के रूप में एक विशेष सीलेंट (पानी को रोकने वाला) से बनाया गया है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 10, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-273 (साल-01)
2. रविवार, मई 10, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, कृष्ण-पक्ष, तिथि- दूज, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:50,सूर्यास्त 07:02।


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै., तेज हवाएं चलने की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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 (सर्वाधिकार सुरक्षित)


 


डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की

डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की पंकज कपूर  नैनीताल/हल्द्वानी। उच्च न्यायालय उत्तराखंड द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में नैनीताल ...