सोमवार, 4 मई 2020

केरल में 495 मामले, गुजरात में 2788

तिरुवंतपुरम। जिद्दी रिपोर्टर ने राज्यों के आंकड़ों के लिए एक ग्राफ बनाया है। आप प्रत्येक राज्य पर क्लिक करते ही पता चल जाता है कि राज्य में कोविड-19 का पहला केस किस तारीख को आया और उसके बाद अभी कितनी संख्या है। यानि कितने कम समय में किस राज्य में मरीज़ों की संख्या में तेज़ी आई है।


उड़ीसा में 16 मार्च को पहला केस आया। अभी वहां पर कुल केस की संख्या 157 ही है। 47 दिनों में उड़ीसा में 157 केस हैं। इसे शानदार रिकार्ड कहा जाना चाहिए। केरल का रिकार्ड और भी शानदार है। पहला केस 31 जनवरी को दर्ज हुआ था। 92 दिनों में केरल में संक्रमित मरीज़ों की संख्या 495 ही पहुंची है। मध्य प्रदेश की स्थिति बहुत ख़राब है। यहां पहला केस 21 मार्च को रिपोर्ट हुआ था। लेकिन मात्र 39 दिनों में यहां संक्रमित मरीज़ों की संख्या 2,788 हो गई है।


मध्य प्रदेश से बहुत पहले राजस्थान में पहला केस 3 मार्च को रिपोर्ट हुआ था। लेकिन 61 दिनों के बाद यहां संक्रमित मरीज़ों की संख्या 2,772 हो चुकी है। दिल्ली में पहला केस 2 मार्च को रिपोर्ट हुआ था। 62 दिन लगे दिल्ली को 3843 पर पहुंचने में।


गुजरात में पहला केस 20 मार्च को रिपोर्ट हुआ था। 44 दिनों में ही गुजरात में संक्रमित मरीज़ों की संख्या  5054 हो गई है। अगर आप पहले केस के दिन से ताज़ा आंकड़ें देखेंगे तो पता चलेगा कि गुजरात में कितनी तेज़ी से संक्रमित मरीज़ों की संख्या बढ़ रही है। यह राज्य टेस्ट करने के मामले में काफी पीछे है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 5000 टेस्ट हर दिन किए जाने की ही खबर आती रही है। गुजरात के 5054 मामलों में से 3,543 मरीज़ केवल अहमदाद ज़िले में हैं। विगत 24 घंटे में अहमदाबाद में 250 और पूरे गुजरात में 333 मामले सामने आए हैं। अहमदबाद में शनिवार को 20 लोगों की मौत हुई है। महाराष्ट्र में 10 मार्च को पहला केस रिपोर्ट हुआ था। अब वहां पर 12,296 से अधिक मामले दर्ज हुए हैं। 54 दिनों के भीतर ही इस राज्य में 12000 से अधिक मामले हो गए।  स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार शनिवार को 2,411 नए मामले सामने आए हैं। यह अब तक किसी भी एक दिन में सबसे अधिक संख्या है। देश भर में कुल संक्रमित मरीज़ों की संख्या 37 हज़ार से अधिक हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत ने सैंपल टेस्ट की संक्या 10 लाख से अधिक पार कर ली है। इस वक्त हर दिन करीब 75000 सैंपल टेस्ट हो रहे हैं।


एमपी में नहीं खुलेगी शराब की दुकानें

भोपाल। केंद्र सरकार ने लॉकडाउन का समय बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया है। साथ ही जिलों को ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में बांटकर लॉकडाउन में छूट दी है। इसी छूट में शराब की दुकानें खोलने का भी निर्देश था, जिस पर आज मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान की ओर से फैसला लिया गया। साथ ही यह तय किया गया की प्रदेश में शराब की दुकानें लॉकडाउन खत्म होने यानी 17 मई तक नहीं खुलेंगी। वहीं दूसरी ओर सरकार ने सिनेमाघरों के लिए एक आदेश जारी भी कर दिया है, जिसके तहत प्रदेश में सभी सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्स को 17 मई तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। गौरतलब है कि एमपी में कुल 9 जिले रेड जोन में शामिल है, वहीं 19 जिले ऑरेंज जोन में शामिल किए गए हैं और 24 जिले ग्रीन जोन में शामिल हैं।


मध्यप्रदेश के रीवा समेत 24 जिले ग्रीन जोन में, 19 ऑरेंज और 9 रेड जोन की सूची में रखे गए हैं। जानिए सूची के मुताबिक़ मध्यप्रदेश के कौन से जिले किस जोन में हैं।


ग्रीन जोन वाले 24 जिले- रीवा, अशोकनगर, राजगढ़, शिवपुरी, अनूपपुर, बालाघाट, भिंड, छतरपुर, दमोह, दतिया, गुना, झाबुआ, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, नीमच, पन्ना, सतना, सीहोर, सिवनी, सीधी, उमरिया, सिंगरौली, निवाड़ी


ऑरेंज जोन वाले 19 जिलेः खरगोन, रायसेन होशंगाबाद, रतलाम, आगर-मालवा, मंदसौर, सागर, शाजापुर, छिंदवाड़ा, आलीराजपुर, टीकमगढ़, शहडोल, श्योपुर, डिंडोरी, बुरहानपुर, हरदा, बैतूल, विदिशा, मुरैना


रेड जोन वाले 9 जिलेः इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, धार, बड़वानी, पूर्व निमाड़ (खंडवा), देवास, ग्वालियर


भीड़ ने प्रशासन के हाथ पांव फुलाए

विपिन बंसल


नई दिल्ली। डेढ़ महीेने के इंतजार के बाद जब आज सुबह शराब की दुकानें खुली, तो भीड़ ऐसे टूटी, मानों खैरात बंट रहा हो। कोई तड़के चार बजे से कतार में खड़ा हो गया। तो कोई सुबह से 5 बजे से ही मोर्चे पर डट गया। ना भूख की परवाह और ना धूप की। बस अनुशासित सिपाही की तरह बनाये गोले पर सुबह से ही जम गया। हालांकि इस समर्पण के बाद कईयों को तो शराब नसीब हो गयी। लेकिन कई ऐसे भी लोग थे जो सुबह तीन-चार बजे से कतार में रहने के बाद भी मायूस होकर घर लौटने को मजबूर हो गये। दरअसल रविवार दोपहर राज्य सरकार ने शराब दुकान के संचालन का आदेश जारी तो कर दिया था, लेकिन साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के सख्त निर्देश भी जारी किये थे, लिहाजा कई दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर व्यवस्थाएं नहीं की जा सकी। ऐसे में उन दुकानों को व्यवस्था दुरुस्त किये बगैर शराब दुकान खोलने की इजाजत नहीं दी गयी।


राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली स्थित उत्तर पूर्वी दिल्ली में शराब की दुकानों का आलम बहुत बुरा था। भीड़ बेकाबू हो जाने के कारण प्रशासन के द्वारा दुकानों के शटर गिरा दिए गए। हालांकि कई राज्यों से इसी प्रकार के इनपुट मिल रहे हैं। पब्लिक ने अपना आपा खो दिया है। जिस को संयमित करने के लिए प्रशासन जीत और प्रयास कर रहा है। हरियाणा, पंजाब, छत्तीसगढ़, झारखंड, राजस्थान आदि राज्यों में समान स्थिति रही। शराब दुकान का संचालक नहीं किया जा सका। सुबह यहां 3 बजे से ही भीड़ जुटनी शुरू हो गयी थी, सुबह 7 बजते-बजते लोगों की लंबी कतारें यहां सज चुकी है, लेकिन सुबह 10 बजे से NPG की टीम मौके पर पहुंची तो दुकानें नहीं खुली थी, लिहाजा लोगों में जबरदस्त गुस्सा भी यहां देखा गया। वही आलम माना और देवपुरी में भी देखने को मिला, जहां सुबह से कतार में खड़े होने के बावजूद लोगों को सुबह 8 बजे से दुकान नहीं खुलने के बाद अफसोस के साथ वापस लौटना पड़ा। दुकान में पहुंचे लोगों से जब NPG की टीम ने बात की तो मालूम चला कि कई लोग शराब के लिए लंबे समय से पैसे को बचाकर रखे थे…तो कईयों ने बताया कि इसके लिए उसने उधार ली है। इनमें से कुछ ऐसे भी थे, तो सुबह दुकान खुलने की आस में रात भर सो ही नहीं पाये।


श्रमिकों की यात्रा का खर्च उठाएगेंः सीएम

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के श्रमिक जो लाॅकडाउन के कारण अन्य राज्यांे में फंसे हुए हैं, उनकी घर वापसी के लिए अहम फैसला लेते हुए कहा है कि छत्तंीसगढ़ के श्रमिकों को स्पेशल ट्रेन द्वारा छत्तंीसगढ़ लाने पर उनके यात्रा किराया का व्यय भार राज्य सरकार वहन करेगी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल के निर्देश पर राज्य के परिवहन आयुक्त डाॅ. कमलप्रीत सिंह ने रायपुर के डिवीजनल रेलवे मैनेजर एवं नोडल अधिकारी (रेलवे) श्री श्याम सुंदर गुप्ता को पत्र लिखकर राज्य शासन के निर्णय से अवगत कराते हुए छत्तीसगढ़ के श्रमिकों की वापसी के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन हेतु यथोचित आवश्यक कार्यवाही करने का आग्रह किया है।
परिवहन आयुक्त ने अपने पत्र में लिखा कि कोविड-19 के तहत भारत सरकार द्वारा संपूर्ण देश में तृतीय लाॅकडाउन के तहत 4 मई से दो सप्ताह की प्रभावी अवधि तक लाॅकडाउन घोषित किया गया है। लाॅकडाउन के कारण छत्तीसगढ़ राज्य के मजदूर-श्रमिक जो अन्य राज्यों में फंसे है, उन मजदूरों-श्रमिकों को रेल सुविधा के माध्यम से लाने हेतु राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है। इस संबंध में छत्तीसगढ़ के मजदूरों-श्रमिकों को अन्य राज्य से छत्तीसगढ़ आने रेलवे द्वारा श्रमिक स्पेशल रेल सुविधा प्रदाय करने पर, उनके यात्रा किराये का व्यय भार राज्य शासन द्वारा वहन किया जाएगा। इस संबंध में यथोचित आवश्यक आगामी कार्यवाही करते हुए, अवगत कराने का कष्ट करें।


कर्फ्यू हटते ही आईएएस ने दिया इस्तीफा

चंडीगढ़ । पिछले काफी समय से विवादों में रही 2014 बैच की आईएएस रानी नागर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हरियाणा कैडर की IAS अधिकारी रानी नागर ने इस्तीफा की प्रति अपने फेसबुक अकाउंट पर डाल कर इसकी जानकारी दी है। रानी नागर ने पिछले माह 23 अप्रैल को एक वीडियो जारी कर कहा था कि उन्हेंं और उनकी बहन की जान को खतरा है, इसलिए उन्हें सुरक्षा दी जाए। तब भी रानी ने अपने त्यागपत्र का मुद्दा उठाया था। उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्य सचिव को भेजा। अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट लिखकर उन्होंने इसकी जानकारी दी। इस्तीफा देने के साथ ही उन्होंने अपने घर गाजियाबाद लौटने के लिए पास का आवेदन भी कर दिया है।


अपने फेसबुक अकाउंट पर आज रानी नागर ने लिखा, “मैं रानी नागर पुत्री श्री रतन सिंह नागर निवासी ग़ाज़ियाबाद गांव बादलपुर तहसील दादरी ज़िला गौतमबुद्धनगर आप सभी को सूचित करना चाहती हूं कि मैंने आज दिनांक 04 मई 2020 को आइएएस के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। मैं व मेरी बहन रीमा नागर माननीय सरकार से अनुमति लेकर चंडीगढ़ से अपने पैतृक शहर ग़ाज़ियाबाद वापस जा रहे हैं। हम आपके आशीर्वाद व साथ के आभारी रहेंगे।”बता दें कि 2014 बैच की आईएएस अधिकारी मूल रूप से उत्तर प्रदेश की निवासी हैं। गत 23 अप्रैल को अपने फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट डाली थी, जिससे अफसरशाही में हलचल मच गई थी। वह दिसंबर 2019 से बहन के साथ चंडीगढ़ के सेक्टर-6 स्थित यूटी गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 311 में किराए पर रह रही हैं।


अपने फेसबुक अकाउंट पर आज रानी नागर ने लिखा, “मैं रानी नागर पुत्री श्री रतन सिंह नागर निवासी ग़ाज़ियाबाद गांव बादलपुर तहसील दादरी ज़िला गौतमबुद्धनगर आप सभी को सूचित करना चाहती हूं कि मैंने आज दिनांक 04 मई 2020 को आइएएस के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। मैं व मेरी बहन रीमा नागर माननीय सरकार से अनुमति लेकर चंडीगढ़ से अपने पैतृक शहर ग़ाज़ियाबाद वापस जा रहे हैं। हम आपके आशीर्वाद व साथ के आभारी रहेंगे।”बता दें कि 2014 बैच की आईएएस अधिकारी मूल रूप से उत्तर प्रदेश की निवासी हैं। गत 23 अप्रैल को अपने फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट डाली थी, जिससे अफसरशाही में हलचल मच गई थी। वह दिसंबर 2019 से बहन के साथ चंडीगढ़ के सेक्टर-6 स्थित यूटी गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 311 में किराए पर रह रही हैं।


एससी के इतिहास में पहली वर्चुअल विदाई

रोनक दुबे


नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में पहली बार किसी जज का विदाई समारोह वर्चुअल तरीके से होने जा रहा है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि कोरोना वायरस के चलते पूरा देश लॉकडाउन में चल रहा है। हालांकि 4 मई से इसमें कुछ ढील दी गई है लेकिन अधिकांश कार्यों पर अभी पाबंदी जारी है। इस बीच 6 मई को जस्टिस दीपक गुप्ता का वर्चुअल विदाई समारोह सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) आयोजित करने जा रहा है।


इस वर्चुअल विदाई में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एस ए बोबडे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए समारोह की अध्यक्षता करेंगे। SCBA के पदाधिकारी और सुप्रीम कोर्ट के अन्य जज भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही वर्चुअल समारोह में शामिल होंगे। लॉकडाउन के दौरान ही जस्टिस दीपक गुप्ता सेवानिवृत्त हो रहे हैं। जस्टिस गुप्ता इस तरह सेवानिवृत्त होने वाले सुप्रीम कोर्ट के पहले जज होंगे।


परंपरा के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट में हरेक जज जॉइनिंग और रिटायरमेंट यानी अपने पहले और अंतिम कार्य दिवस पर चीफ जस्टिस के साथ उनकी बेंच में बैठते हैं। एक से ज्यादा जज एक ही दिन जॉइन करते हैं तो पहले नंबर पर शपथ लेने वाले जज चीफ जस्टिस के साथ और बाकी जज शपथ ग्रहण के क्रमानुसार वरिष्ठता क्रम में दो तीन या चार नंबर कोर्ट वाली बेंच में बैठते हैं। जज जॉइन भले ही एक दिन करें लेकिन रिटायरमेंट तो जन्मतिथि के हिसाब से अलग-अलग दिन होता है. यानी 65वीं सालगिरह से ठीक एक दिन पहले। जस्टिस गुप्ता की विदाई भले ही इस रीति-रिवाज से नहीं हो लेकिन सभी जज उन्हें शुभकामनाएं जरूर देंगे।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 05, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-268 (साल-01)
2. मंगलवार, मई 05, 2020
3. शक-1943, वैशाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि- द्वादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 06:00,सूर्यास्त 06:54।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै., तेज हवाएं चलने की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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 (सर्वाधिकार सुरक्षित)


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...