शनिवार, 2 मई 2020

1223 लोगों की मौत, 37776 संक्रमित

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस ‘कोविड-19′ संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही हैं और पिछले 24 घंटों के दौरान रिकॉर्ड 2411 नये मामले सामने आने के साथ ही देश में संक्रमितों की संख्या 38 हजार के करीब पहुंच गयी है तथा इसके कारण 71 और लोगों की मौत होने से मृतकों की तादाद 1223 हो गयी है। देश के 32 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस के अब तक कुल 37776 मामलों की पुष्टि हुई है जिनमें 111 विदेशी मरीज शामिल हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने के मामलों में भी लगातार वृद्धि हो रही है और पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमित 953 लोगों के स्वस्थ होने के साथ ऐसे लोगों की संख्या 10 हजार को पार कर 10018 पहुंच चुकी है। देश में वर्तमान में 26535 सक्रिय मामले हैं।


स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार शाम जारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना वायरस से सबसे अधिक गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में स्थिति में कोई सुधार हाेता नहीं दिख रहा है और पिछले एक दिन में 1006 नये मामलों के बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या 11506 पर पहुंच गयी है और इस दौरान 26 और लोगों की मौत के बाद इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 485 हो गयी है। राज्य में 1879 संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं। पश्चिमी राज्य गुजरात पिछले 24 घंटों के दौरान 326 नये मामले सामने आने के साथ संक्रमितों की संख्या के मामलों में दूसरे स्थान पर बना हुआ है। गुजरात में संक्रमितों की कुल संख्या 4721 हो गयी है तथा 22 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 236 पर पहुंच गयी है। राज्य में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़कर 735 हो गयी है। इसके बाद देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली मेंं स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। पिछले 24 घंटाें में 223 नये मामले दर्ज किये जाने के कारण अब तक कुल 3738 लोग इस महामारी से संक्रमित हुए हैं। दिल्ली में दो और संक्रमितों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 61 हो गयी है जबकि अब तक कुल 1167 मरीजों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।


कोरोना वायरस से गंभीर रूप से प्रभावित मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटों में संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है और संक्रमितों की संख्या 2719 पर ही बनी हुयी है जबकि मरने वालों की संख्या आठ बढ़कर 145 हो गयी है। राज्य में 524 मरीज भी ठीक हो चुके हैं। राजस्थान में पिछले 24 घंटों के दौरान 82 नये मामले सामने आये हैं और इनका आंकड़ा बढ़कर 2666 हो गया। राज्य में इस दौरान चार और मरीजों की मौत के बाद मरने वालों की संख्या 62 हो गयी हैं। राज्य में 1116 मरीज ठीक हुए हैं।


दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु में 203 नये संक्रमित सामने आये हैं और संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 2526 हो गई तथा राज्य में एक और व्यक्ति की मौत के मृतकों का आंकड़ा 28 हो गया है। राज्य में 1312 मरीज अब तक ठीक हुए हैं। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में संक्रमण के 174 नये मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या 2455 हो गई है तथा मृतकों की संख्या दो बढ़कर 43 हो गयी है। राज्य में अभी तक 656 मरीजों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।


दक्षिणी राज्य आंध्र प्रदेश में 1525 और कर्नाटक में 598 लोग संक्रमित हैं तथा इन राज्यों में क्रमश: 33 और 25 लोगों की मौत हुई है। दक्षिणी राज्य तेलंगाना में संक्रमितों की कुल संख्या 1057 हो गयी और इससे मरने वालों की संख्या 26 पर बनी हुयी है। केरल में 498 लोग संक्रमित हुए हैं और चार लोगों की मौत हुई है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में संक्रमितों की संख्या 639 है और आठ लोगों की मौत हुुई है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में 33, पंजाब में 20, बिहार, हरियाणा और झारखंड में तीन-तीन तथा मेघालय, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और असम में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।


चीन को सबक देंंगे 'लड़ाकू-विमान'

बीजिंग/ वाशिंगटन। चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में फैले इस वायरस ने अपने आगे सभी शक्तिशाली देशों को नतमस्तक कर दिया है। कोई भी देश इस भयंकर बीमारी का इलाज नही बना पा रहा है। हर दिन सैंकड़ों की संख्या में लोग इस बीमारी के चलते अपनी जान दे रहे हैं। कोरोना के चलते सबसे ज्यादा महामारी अमेरिका में फैली है, जिसके चलते दोनों देशों में भी तकरार बढ़ता जा रहा है।


जानकारी के लिए बता दें अमेरिका में इस समय कोरोना के मरीजों की संख्या 10 लाख से पार हो चुकी हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन को कई बार धमकी दे चुके हैं कि चीन इस वायरस के बारे में पूरी सच्चाई दुनिया को बताये।उन्होंने ये भी कहा है कि अगर चीन ने ये वायरस जानबूझकर फैलाया है तो फिर इसका अंजाम उसे भुगतना पड़ेगा।अमेरिका की एजेंसियां इसकी गहन जाँच कर रही है। इस वायरस के चलते चीन और अमेरिका के बीच सैन्य तनाव बढ़ता जा रहा है। इसी बीच एक बड़ी खबर आ रही है। इस समय की बड़ी खबर ये आ रही है कि चीन की नौसेना ने दावा किया है कि उसने साउथ चाइना सी में अमेरिका के एक जंगी जहाज को अपने इलाके से खदेड़ दिया है। जिस बात का सभी को अंदेशा हो रहा था अब वो शुरू हो गया है। चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी की सदर्न थिएटर कमान के प्रवक्ता सीनियर कर्नल ली हुआमिन ने कहा है कि चीन ने अमेरिका के गाइडेड मिसाइल विध्वंसक यूएसएस बैरी की टोह लेने के लिए समुद्री और हवाई बलों को मोर्चे पर लगाया, जिसके बाद अमेरिका के जंगी जहाज को बाहर खदेड़ दिया।


पाकः पेट्रोलियम की कीमतों में कटौती

पाकिस्तान सरकार ने पेट्रोलियम के उत्पादों की क़ीमत में भारी कटौती की घोषणा की है।


इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की पार्टी 'पाकिस्तान तहरीक़े इंसाफ़' ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया है कि 'अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की क़ीमतें कम हो रही हैं, इसलिए पाकिस्तान सरकार ने मई महीने के लिए पेट्रोलियम उत्पादों की क़ीमत कम कर दी है ताकि आम लोगों को इससे कुछ लाभ मिल सके।


पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार बुधवार को देश की ऑयल एंड गैस रेग्युलेटरी अथॉरिटी (OGRA) ने पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्रालय से यह अनुरोध किया था कि 'अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की क़ीमतें कम हो रही हैं, इसलिए देश में भी तेल की क़ीमतें कम की जाएं। पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्रालय के मुताबिक़ एक मई 2020 से देश में नई क़ीमतें लागू हो चुकी हैं जिसमें पेट्रोल पर 15 रुपए, हाई स्पीड डीजल पर 27.15 रुपए, मिट्टी के तेल पर 30 रुपए और लाइट डीजल ऑयल पर 15 रुपए कम किए गए हैं। यानी जो एक लीटर पेट्रोल पहले 96 रुपए का मिल रहा था, अब 81 रुपए लीटर हो गया है। वहीं हाई स्पीड डीजल की क़ीमत पहले 107 रुपए लीटर थी, जो अब घटकर 80 रुपए प्रति लीटर हो गई है।


श्रीलंकाः 27 क्षेत्र पूरी तरह 'प्रतिबंधित'

श्रीलंका में प्रभावित 27 क्षेत्र पूरी तरह प्रतिबंधित: अधिकारी


कोलंबो। श्रीलंका के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस के 31 मुख्यत: प्रभावित क्षेत्रों में से 27 को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया हैं। इनमें कोविड-19 के सबसे बड़े क्लस्टर के रूप में उभरा नौसैन्य अड्डा भी शामिल है।


अधिकारियों ने बताया कि श्रीलंका में 665 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई, जिसमें से 140 लोग पूरी तरह ठीक हो गए हैं।साथ ही उन्होंने कहा कि 16 और लोगों में बृहस्पतिवार को संक्रमण की पुष्टि हुई, जिसमें नौ और नौसैन्य कर्मी शामिल थे। पुलिस उपमहानिरीक्षक अजित रोहना ने शुक्रवार को कहा, ‘स्वास्थ्य अधिकारियों ने करीब 31 प्रभावित क्षेत्रों की पहचान की है। इनमें से 27 पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की खुफिया सेवा की सूचना के मुताबिक, कोरोना वायरस के मरीज इन्हीं 31 प्रभावित क्षेत्र से हैं। डेली मिरर की खबर के मुताबिक, रोहना ने कहा कि जा-ऐला के सुदुवेल्ला का प्रभावित क्षेत्र अलग था और नशे के आदी लोग उस क्षेत्र में वायरस फैलने के पीछे मुख्य कारण हैं।श्रीलंका नौसैन्यकर्मी उस वक्त संक्रमित हुए जब उन्होंने नशेड़ियों के समूह की तलाश के लिए अभियान शुरू किया और उन्हें पकड़ कर पृथक-वास में भेज दिया। इसके अनुसार, उनसे करीब 226 नौसैन्यकर्मी और सेना के चार सैनिक संक्रमित हो गए। नौसैन्यकर्मियों के संक्रमित होने की जानकारी मिलने के बाद नौसेना की एक टुकड़ी को पूरी तरह बंद कर दिया गया। श्रीलंका में फिलहाल पूरी तरह लॉकडाउन लागू है और यहां चार मई तक कर्फ्यू लगा हुआ है।


सिंगापुरः घरों में रहने की अवधि बढी़

सिंगापुर ने विदेशी कामगारों के लिए घरों में रहने की अवधि बढ़ाई


सिंगापुर। सिंगापुर ने निर्माण क्षेत्र में भारतीयों समेत विदेशी कामगारों के लिए घरों में रहने की अवधि शुक्रवार को 18 मई तक के लिए बढ़ा दी। देश ने विदेशी कामगारों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने पर यह कदम उठाया है।


स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि देश में संक्रमण के 932 नए मामले सामने आए हैं। नए मामलों में भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। सिंगापुर में कोविड-19 के मरीजों की कुल संख्या 17,101 हो गई है। मंत्रालय ने बताया कि नए मामलों में बड़ी संख्या में विदेशी कामगारों के सामूहिक शयनकक्षों में रह रहे कामकाजी परमिटधारक शामिल हैं। इनमें से पांच मामले सिंगापुर के नागरिकों या विदेशी मूल के स्थायी निवासियों के हैं। श्रमशक्ति मंत्रालय ने बताया कि निर्माण क्षेत्र में ‘एस’ पासधारक (सभी विदेशियों) और कामकाज संबंधी परमिट वाले लोगों के लिए अनिवार्य रूप से घरों में रहने का आदेश 18 मई तक दो हफ्तों के लिए और बढ़ा दिया गया है। इससे पहले यह नोटिस चार मई तक के लिए था जिसे अब बढ़ाकर 18 मई तक के लिए कर दिया गया है। मंत्रालय ने बताया कि अधिकारी निर्माण कार्य से जुड़े मजदूरों के बीच संक्रमण पर करीबी नजर रख रहे हैं और वे जहां रह रहे हैं, उन इलाकों में आवाजाही पर पाबंदियां बरकरार रहेंगी। सिंगापुर सरकार कोविड-19 से संक्रमित उन प्रवासी कर्मचारियों के लिए, सबसे अधिक प्रभावित स्थानों पर सामुदायिक देखभाल केंद्र स्थापित कर रही है, जिनकी हालत ठीक हो गई है या उनमें हल्के लक्षण हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जांच में संक्रमण की पुष्टि के तुरंत बाद मरीजों को दूर के किसी अस्पताल में ले जाने के बजाय इंटर-एजेंसी टास्क फोर्स द्वारा स्थापित सामुदायिक देखभाल सुविधा केंद्र (सीसीएफ) में ले जाया जाएगा।


दक्षिण कोरियाः संक्रमण में लगातार कमी

दक्षिण कोरिया में संक्रमण के मामलों में लगातार आ रही कमी


सियोल। दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आ रही है। देश में इस महामारी के छह नए मामले सामने आए हैं और पिछले एक महीने से मामलों की संख्या 100 से नीचे नीचे रही है।


देश के सर्वाधिक प्रभावित दाएगू शहर में संक्रमण के मामलों का घटना लगातार जारी है जहां एक भी नया मामला सामने नहीं आया है। दक्षिण कोरिया रोग नियंत्रण एवं बचाव केंद्र की ओर से शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में संक्रमित लोगों की संख्या 10,780 है और वायरस से 250 लोगों की मौत हुई है। देश में कम से कम 1,081 मामलों को अंतरराष्ट्रीय आगमन से जुड़ा बताया गया है लेकिन हाल के कुछ हफ्तों में सरकार की ओर से सीमा नियंत्रण प्रक्रिया मजबूत किए जाने के बाद इन मामलों में भी कमी आई है। सरकार ने विदेशों से आने वाले सभी यात्रियों के लिए 14 दिन तक पृथक-वास में रहना अनिवार्य कर दिया है। मामलों की संख्या घटने के साथ, सरकारी अधिकारी भौतिक दूरी बनाकर रखने संबंधी निर्देशों में राहत दे रहे हैं और अब पूरा ध्यान अर्थव्यवस्था को नुकसान से उबारने की तरफ दिया जा रहा है।


रूसः तेज वृद्धि, प्रधानमंत्री संक्रमित

रूस में मामलों में तेज वृद्धि हुई, प्रधानमंत्री भी संक्रमित


मॉस्को। रूस में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के करीब 8,000 नये मामले सामने आए, जिससे देश में कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 1,14,431 हो गए हैं।


इस देश में अब तक 1,169 लोगों की मौत हो चुकी है। इन मामलों की संख्या और अधिक होने की संभावना है क्योंकि हर किसी की जांच नहीं हो पा रही है और रूस में जांच रिपोर्ट केवल 70 से 80 फीसदी ही सटीक आ रही है।वहीं, प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तीन ने बृहस्पतिवार को घोषणा की थी कि उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है और वह फिलहाल मंत्रिमंडल की बैठकों से दूर रहेंगे। स्वास्थ्य अधिकारियों ने रूस के पांच क्षेत्रों में निमोनिया के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है. कोविड-19 संक्रमण के आधे मामले मॉस्को से है। जन स्वास्थ्य एजेंसी ‘रोसपोट्रेनाजोर’ के मुताबिक मॉस्को में श्वसन संबंधी सभी संक्रमण कोरोना वायरस के कारण होने की संभावना है।


लंदन: मृतक-1212 संक्रमित-37,336

लंदन। देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर शनिवार को 1,218 हो गई और संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 37,336 तक पहुंच गई है.


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में अभी इस महामारी से संक्रमित 26,167 मरीजों का इलाज चल रहा है और 9,950 लोग स्वस्थ हो गए हैं। एक मरीज देश से बाहर चला गया है। इन मामलों में कुल 111 विदेशी नागरिक शामिल हैं। इस वायरस से शुक्रवार की शाम से हुईं मौतों के मामलों में महाराष्ट्र से 26, गुजरात से 22, मध्य प्रदेश से आठ, राजस्थान से चार, दिल्ली से दो और उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और तमिलनाडु से एक-एक मामला शामिल है। इस वायरस से सबसे अधिक 485 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है. इसके बाद गुजरात में 236, मध्य प्रदेश में 145, राजस्थान में 62, दिल्ली में 61, उत्तर प्रदेश में 42 और पश्चिम बंगाल तथा आंध्र प्रदेश में 33-33 लोगों की मौत हुई है। तमिलनाडु में मृतकों की संख्या 26 है जबकि कर्नाटक में इस महामारी से 22 मरीजों की मौत हुई है। पंजाब में 19 लोगों को इस महामारी से जान गंवानी पड़ी है, जबकि जम्मू कश्मीर में आठ, केरल तथा हरियाणा में चार-चार तथा झारखंड और बिहार में तीन-तीन लोगों की मौत हुई है। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार मेघालय, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और असम में एक-एक मरीज की मौत हुई है।स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में सबसे अधिक 11,506 मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं। इसके बाद गुजरात में 4,721, दिल्ली में 3,738 और मध्य प्रदेश में 2,719 मामले हैं। राजस्थान में 2,666 मामले सामने आए हैं। तमिलनाडु में 2,526 और उत्तर प्रदेश में 2,328 मामले हैं। आंध्र प्रदेश में कोविड-19 के मामलों की संख्या 1,463 है जबकि तेलंगाना में 1,039 मामले हैं। पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 795, जम्मू कश्मीर में 639, कर्नाटक में 589, केरल में 497, पंजाब में 480 और बिहार में 471 है। हरियाणा में 360 मामले और ओडिशा में 149 मामले सामने आए हैं। झारखंड में वायरस से 111 लोग और चंडीगढ़ में 88 लोग संक्रमित हुए हैं। उत्तराखंड में 58 मामले सामने आए हैं।असम और छत्तीसगढ़ में 43-43 जबकि हिमाचल प्रदेश में 40 लोग संक्रमित हैं। अंडमान निकोबार द्वीप समूह में कोविड-19 के 33 मामले जबकि लद्दाख में 22 मामले हैं. मेघालय में इस वायरस से 12, पुडुचेचरी में आठ जबकि गोवा में सात लोग संक्रमित हैं।मणिपुर और त्रिपुरा में दो-दो मामले, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में एक-एक मामला सामने आया है।


रक्षा मंत्री ने सुरक्षा समीक्षा बैठक की

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ कोरोना से देश में उपजे हालात की समीक्षा करने के लिए बैठक की। उसके बाद प्रेसवार्ता में जनरल बिपिन रावत ने कोरोना वारियर्स के प्रति आभार जताते हुए कहा कि पूरी दुनिया कोविड-19 के खतरे से लड़ रही है। बाकी सभी देशों की तरह हमारे देश पर भी इसका व्यापक असर पड़ा है। हमारे पुलिसकर्मी बहुत अच्छे से अपना काम कर रहे हैं और वे रेड जोन में तैनात हैं। वे लाल क्षेत्रों में भी कार्रवाई करने में सक्षम हैं। अब तक सैन्य तैनाती के लिए कोई आवश्यकता महसूस नहीं की गई है।
जनरल बिपिन रावत ने नाक का एक छिद्र बंद करके प्रदर्शित किया कि जब नाक का एक मार्ग अवरुद्ध होता है तो कोरोना वायरस नाक के जरिए शरीर में प्रवेश नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि हम सशस्त्र बलों की ओर से सभी कोरोना वॉरियर्स को धन्यवाद देना चाहते हैं। डॉक्टर, नर्स, स्वच्छता कर्मचारी, पुलिस, होमगार्ड, डिलीवरी बॉय और मीडियाकर्मी मुश्किल समय में आगे बढ़ने के लिए सरकार के संदेश के साथ लोगों तक पहुंच रहे हैं।


यूपीः सरकारी कार्यालयों में दीप जलाएं

लखनऊ। इप्सेफ के आहवान पर महंगाई भत्ते की तीन किस्तों की रोक,नई पेंशन योजना में सरकारी अंशदान में 4% की कटौती,नगर प्रतिकर भत्ता सहित 6-भत्ते समाप्त किए जाने जीपीएफ ब्याज दर में 0.8% की कटौती से नाराज कार्मिकों ने राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के नेतृत्व में  लखनऊ में मजदूर दिवस पर दोपहर 12:00 बजे अपने कार्यालयों और जो कर्मी आवास पर थे। वह अपने आवास पर मोमबत्ती जलाकर मजदूर दिवस पर विरोध जताया। सभी राजकीय कार्मिको ने शाम को 7:00 बजे अपने-अपने घरों पर भी दीप जलाया।


परिषद के लखनऊ शाखा के अध्यक्ष सुभाष श्रीवास्तव ने बताया कि सिविल अस्पताल में इप्सेफ प्रवक्ता सुनील यादव, राजकीय फार्मासिस्ट महासंघ के जिला सचिव जीसी दुबे, प्रभारी अधिकारी एएन द्विवेदी,चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महेंद्र पांडे, जिला सचिव राजेंद्र दुबे, संविदा कर्मचारी संघ के धीरज रावत, जावेद हुसैन आदि के नेतृत्व में मोमबत्ती जलाई गई।


लोहिया संस्थान में अमित कुमार, लोहिया चिकित्सालय में डी जी त्रिपाठी, राम मनोहर कुशवाहा , ए पी सिंह, बलरामपुर अस्पताल में इप्सेफ के राष्ट्रीय सचिव अतुल मिश्रा, उपाध्यक्ष के के सचान, अशोक कुमार, केजीएमयू में राजन यादव, प्रदीप गंगवार, प्रिया यादव, वन विभाग मुख्यालय में आशीष पांडे, पी के सिंह, नगर निगम मुख्यालय में शशि मिश्रा आदि के नेतृत्व में मोमबत्ती जलाकर विरोध दर्ज कराया गया। परिषद की लखनऊ शाखा द्वारा कर्मचारियों के विरोध से अवगत कराने हेतु माननीय प्रधानमंत्री, माननीय मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया है।मोमबत्ती जलाकर कर्मचारियों ने 1886 के मजदूर आंदोलन में शामिल मजदूरों,शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और देश में इस संक्रमण काल में कार्य कर कोरोना सैनिकों का सम्मान भी किया गया।


पत्रकारों के हित में सीएम से मुलाकात

 देहरादून। पत्रकारों की समस्या को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात हुई और उन्हें पत्रकारों की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री द्वारा आश्वस्त किया गया है कि पत्रकार कल्याण कोष से जो भी सहयोग हो पाएगा, उसके लिए प्रयास किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पत्रकार कल्याण कोष में उपयुक्त मात्रा में धन है। जोकि पत्रकारों के हित में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस संदर्भ में विश्वजीत नेगी अध्यक्ष उत्तराखंड स्टेट प्रेस क्लब महामंत्री आशुतोष डिमरी कैलाश जोशी अकेला साथ ही मनीष नयाल मौजूद थे।


आर्थिक विशेषज्ञ समिति गठित करें

विजयेन्द्र दत्त गौतम


शिमला। कांग्रेस के बरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश में राष्ट्रव्यापी कोरोना माहमारी के चलते लॉक डाउन से उत्पन्न लोगों की समस्याओं और उनके निदान बारे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक विस्तृत पत्र लिखा है।उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस की मुख्य विपक्षी दल होने के नाते प्रदेश व लोगों की समस्याओं  को सरकार के समक्ष रखने की उनकी नैतिक जिम्मेदारी है।उनका कहना है कि देश व प्रदेश आज जिस गंभीर चुनौती से गुज़र रहा है,उससे उभरने के लिए कांग्रेस मजबूती से सरकार का साथ दे रही है।जनहित में कांग्रेस के सुझावों पर सरकार को गंभीरता से विचार कर इस पर शुद्ध मन से कांग्रेस के सुझावों पर एक बृहद कार्ययोजना बना कर कार्य शुरु कर देना चाहिए।


कांग्रेस विधायक दल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा प्रतिपक्ष नेता मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया ,जिसमें प्रदेश के ताजा हालात पर बड़ी गम्भीरता से व्यापक विचार विमर्श करते हुए कांग्रेस विद्यायकों की चिंताओ को सरकार के समक्ष रखने का निर्णय लिया गया।यह पत्र कांग्रेस के बरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की मार्फ़त भेजा गया है।


वीरभद्र सिंह ने पत्र में लिखा है कि 22 मार्च से प्रदेश में लॉक डाउन की बजह से सभी प्रकार की वाणिज्यिक,ब्यवसाईक गतिविधियों के साथ साथ कृषि, बागवानी पर इसका व्यापक बुरा असर पड़ा है।आम आदमी का जीवन भी बहुत प्रभावित हुआ है।प्रदेश की सभी स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं अस्त व्यस्त होकर रह गई है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस विधायक चाहते है कि प्रदेश सरकार एक उच्च स्तरीय ऐसी आर्थिक विशेषज्ञ समिति का गठन करें जो प्रदेश लॉक डाउन के दौरान हुए नुकसान का जायजा लेकर अपनी एक्सपर्ट राय देते हुए प्रदेश को इससे उभरने की कोई ठोस रणनीति का प्रस्ताव प्रस्तुत करें, जिससे प्रदेश की विगड़ती वित्तीय स्थिति में सुधार हो सकें। पत्र में सरकार का कई बिदुओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रदेश में बेमौसमी वारिश और ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान पर भी चिंता व्यक्त की गई है। उन्होंने किसानों बागवानों को तुरन्त कोई राहत देने ,सब्जी उत्पादकों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का भुगतान करने को भी कहा है जिनकी सब्जियां या तो बाजार बंद होने या ट्रांस्पोर्टन्सन न होने से खराब हो गई या फिर बेमौसमी वर्षा या ओलावृष्टि से।


उन्होंने कहा कहा कि आम,लीची,चेरि ,आड़ू,पलम,खुमानी जैसे अनेक  फलों की फसल भी आज चौपट हो चुकी है,इन्हें भी राहत के साथ कोई आर्थिक पैकेज दिया जाना चाहिए।पत्र में कहा गया है कि सेब प्रदेश की आर्थिकी का एक बड़ा महत्वपूर्ण क्षेत्र है।कोरोना और लॉक डाउन से बाजार की व्यवस्था अस्त व्यस्त होने की बजह से लादानी और आढ़तियों के इस बार यहां आने की कम ही संभावना है। इसलिए प्रदेश सरकार को एचपीएमसी और हिम्फेड से सेब खरीद कर उन्हें विपणन करने की पूरी व्यवस्था करनी चाहिए।इसके लिए कार्टन बॉक्स,ट्रे आदि की व्यवस्था भी अभी से की जानी चाहिए।


पत्र में बिज़नेस,टूरिज्म और इंडस्ट्रीज के बिगड़े हालत पर भी चिंता प्रकट करते हुए इनके विजली,पानी के बिल घरेलू मूल्य के आधार पर लेने को कहा गया है।साथ ही उन ब्यवसाइयों को जिन्होंने बेको से लोन आदि ले रखा है उनकी ईएमआई एक साल के लिए स्थगित करने,इसी के साथ पर्यटन और उद्योगों में लगे कर्मचारियों के  6 माह तक का बेतनसरकारी कोष से करने को कहा है,क्योंकि यह सब पिछले एक माह से अधिक समय से बंद पड़े है,और अभी आगे भी ऐसी ही ऐसी ही स्थिति बने रहने की आशंका है,इसलिए  इन्हें इनके प्रोपर्टी टेक्स में मार्च से छूट देनेऔर एलपीजी गैस कमर्सिअल से घरेलू दरों में प्रदान करने के साथ नगर निगम के 30 प्रतिशत सेस को कम करने को भी कहा है।


पत्र में कहा गया है कि प्रदेश की भूगोलिक स्थितियों को देखते हुए  ऑनलाइन शिक्षा में दूर दराज के क्षेत्रों में छात्रों के पास स्मार्टफोन का न होना और साथ मे नेटवर्क की समस्या एक बड़ी दिक्कत हो सकती है। पत्र में निजी स्कूलों के अध्यापकों और स्टाफ को लॉक डाउन अवधि के बेतन का भुगतान सरकार को ही करना चाहिए, क्योंकि सरकार ने इन संस्थानों से इस दौरान की बच्चों से फीस न लेने को कहा है। पत्र में कोरोना माहमारी से रक्षा के लिए पर्याप्त मात्रा में टेस्टिंग किट के साथ साथ मास्क,सेनेटाइजर, पीपीई और बेसिक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी कहा गया है। पत्र में बेरोजगारी की बढ़ती समस्या को देखते हुए मनरेगा के तहत कम से कम 200 दिनों का कार्य अर्जित करने की बात कही गई है।उद्योगिक क्षेत्र में काम बंद होने से हजारों कामगार बेरोजगार हो गए है,इसलिए सरकार को इन्हें बेरोजगारी भत्ता देना चाहिए। पत्र में प्रदेश की विगड़ी अर्थव्यवस्था पर भी गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा गया है कि लॉक डाउन की बजह से सरकार के राजकीय कोष में एक्ससाइज व अन्य टैक्स न मिलने से सरकारी खर्च चलाना भी मुश्किल हो सकता है।इसलिए प्रदेश सरकार को केंद्र से इस नुकसान की भरपाई के लिए कोई विशेष आर्थिक पैकेज की मांग करनी चाहिए।पत्र में प्रदेश के वह लोग जो लॉक डाउन की बजह से अन्य राज्यों में फंसे पड़े है,उन्हें पूरे स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के तहत लाने की कोई सरकारी व्यवस्था की जानी चाहिए।


वीरभद्र सिंह से कहा है कि विपक्षी दल होने के नाते कांग्रेस ने इस आपदा के समय एकजुटता सेअपनी सकरात्मक भूमिका निभाई है।उनका कहना है कि जनहित में कांग्रेस के इन सुझावों पर कार्य करना चाहिए,जिससे प्रदेश के लोगों को इस कठनाई के समय कोई राहत  मिल सकें। वीरभद्र सिंह ने कहा है कि उनके लंबे 58 साल के राजनैतिक कॉल में उन्होंने पहली बार ऐसी कोई माहमारी की आपदा देखी,पर देश के सभी राजनैतिक दलों, प्रवुद्ध और आम लोगों ने जिस प्रकार से इसके खिलाफ लड़ने में अपनी सहभागिता दी है,उससे साफ है कि हम जल्द ही इस माहमारी के प्रकोप से बाहर निकलेंगे।


चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया

चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया  इकबाल अंसारी  चेन्नई। देश में इन दिनों आईपीएल की धूम मची हुई है। गत चैम्पियन चेन्नई सुपर...