गुरुवार, 30 अप्रैल 2020

बैक डोर की राजनीति में रुचि नहीं

मुंबई। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की कुर्सी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं, ऐसे में राज्य मंत्रिमंडल ने उद्धव ठाकरे को विधान परीषद में मनोनीत करने की दूसरी बार सिफारिश की थी और इसी सिलसिले में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के सदस्य मंगलवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से भी मिले थे, जिसके बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक बड़ा बयान दिया है, फडणवीस ने कहा कि भाजपा पीछे के दरवाजे से घुसकर राजनीति करने में कोई रुचि नहीं रखती है।


मैं बस यह कहना चाहूंगा कि राज्यपाल जो भी फैसला लेंगे वो संवैधानिक नियमों के अनुरूप और उचित होगा, उद्धव ठाकरे को परिषद में मनोनीत करने और सीएम के रूप में जारी रखने के लिए भाजपा बहुत खुश होगी क्योंकि बीजेपी राज्य में अस्थिरता नहीं चाहती है। मालूम हो कि ऐसी खबर है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी है, दरअसल उद्धव ठाकरे के विधान परिषद में राज्यपाल नामित सदस्य के तौर पर नियुक्ति का निर्णय फिलहाल राजभवन में लंबित है, ठाकरे ने पीएम मोदी से इस बारे में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से बात कर अपना रास्ता साफ कराने का आग्रह किया है।


‘राज्य में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिशें की जा रही है’


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी से फोन पर बात कर उन्हें बताया कि राज्य में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिशें की जा रही है। कोरोना संकट के चलते राज्य में विधानसभा या विधान परिषद का उप-चुनाव अभी संभव नहीं है। ऐसे में राज्य मंत्रिमंडल ने राज्यपाल से आग्रह किया है कि वह अपने कोटे से मुख्यमंत्री को विधान परिषद के लिए मनोनीत करें, दरअसल राज्यपाल के पास विधान परिषद में दो सदस्यों करने को मनोनीत करने का अधिकार है। हालांकि, राज्यपाल ने अभी तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। अगर राज्यपाल एक महीने के भीतर ठाकरे को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत नहीं करते हैं, तो उनका मुख्यमंत्री बने रहना संभव नहीं होगा और इस्तीफा देना पड़ सकता है। बताया जा रहा है कि उद्धव की बातें सुनकर पीएम मोदी ने उन्हें मामले को जल्द देखने की बात कही है।


अंतिम संस्कार में 24 लोग हुए शामिल

मुंबई। अभिनेता ऋषि कपूर ने 67 की उम्र में गुरुवार की सुबह आखिरी सांसे लीं। बुधवार (29 अप्रैल) को उनकी तबीयत अचानक से बिगड़ गई। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है, जब परिवार ने एच एन रिलायंस अस्पताल में भर्ती कराया था। ऋषि कपूर ने निधन की खबर सुनते ही रिश्तेदार और करीबी उनके अंतिम दर्शन के लिए यहां पहुंच रहे हैं। नीतू कपूर भी आदर जैन के साथ पहुंची हैं।


आलिया भट्ट, करीना कपूर, सैफ अली खान, आदर जैन समेत कपूर खानदान के कई सदस्य अस्पताल पहुंच चुके हैं। जहां करीना कपूर की तस्वीर सामने आई है, आलिया भट्ट को कार में स्पॉट किया गया है। बता दें, आलिया और रणबीर एक दूसरे को डेट कर रहे हैं और आलिया कपूर परिवार के काफी करीब है। लिहाजा, इस दुख के समय में वो परिवार के साथ हैं। ऋषि कपूर के निधन की जानकारी शेयर करते हुए नीतू कपूर ने लिखा- इस क्षति के मौके पर, हम महसूस करते हैं कि दुनिया एक संकट के समय से गुजर रहा है। लॉकडाउन है और लोग एकत्रित नहीं हो सकते। हम सभी फैंस और चाहने वालों से विनती करते हैं कि नियमों का उल्लंघन ना करें।


यूपी के सभी जोनों में छूट की तैयारी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण से अब तक अछूते या कम प्रभावित जिलों में कुछ गतिविधियां शुरू करने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि ग्रीन जोन तथा ओरेंज जोन में छूट वाली गतिविधियों के लिए एक कार्य योजना बनाई जाए। उन्होंने कहा है कोरोना संक्रमण की प्रत्येक चेन को तोड़ना है। मुख्यमंत्री ने यह बात टीम 11 के अधिकारियों के साथ लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने कहा कि 3 मई के पश्चात औद्योगिक इकाइयों को किस प्रकार शुरू किया जाए, इसके लिए एक कार्य योजना तैयार की जाए। प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने की कार्य योजना बनायी जाए।


जोनवार जिलों की श्रेणी–


रेड जोन के जिले ( 20 से ज्यादा मरीज वाले जिले) : – आगरा, लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा, कानपुर, मुरादाबाद, वाराणसी, शामली, मेरठ, बुलंदशहर, बस्ती, हापुड़, फिरोजाबाद, सहारनपुर, रायबरेली, बिजनौर, सीतापुर, रामपुर, अमरोहा, संतकबीरनगर, अलीगढ़।


आरेंज जोन :- ( जहां पिछले 14 दिनों में कोई नया केस नहीं आया ):श्रावस्ती, बहराइच,बागपत, बरेली, गाजीपुर, आजमगढ़, हरदोई, प्रतापगढ़, शाहजहांपुर, बांदा, महाराजगंज, हाथरस, मिर्जापुर, औरैया, बाराबंकी, कौशांबी, प्रयागराज, मथुरा, बदायूं, मुजफ्फरनगर, भदोही, कासगंज, इटावा, संभल, उन्नाव, कन्नौज, मैनपुरी, गोंडा, मऊ, लखीमपुर, पीलीभीत, एटा, सुलतानपुर बलरामपुर, अयोध्या, जालौन, गोरखपुर व झांसी…।


ग्रीन जोन:- अंबेडकरनगर, अमेठी, बलिया, देवरिया, चित्रकूट, फर्रुखाबाद, कानपुर देहात, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, कुशीनगर, ललितपुर, महोबा, फतेहपुर, चंदौली और सोनभद्र। ( सभी ऐसे जिले जहां अभी तक कोई कोरोना संक्रमण का केस नहीं है। रेड जोन का जिला भी ग्रीन जोन में जा सकता है, जहां 28 दिनों में कोई नया केस नहीं आया है


कोविड अस्पतालों का डीएम व सीएमओ करें निरीक्षण


मुख्यमंत्री ने कहा,शेल्टर होम में 14 दिन की संस्थागत क्वारंटीन पूरा करने वालों का चिकित्सीय परीक्षण कराके होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। मेडिकल टेस्टिंग के लिए पूल टेस्टिंग व रैण्डम टेस्टिंग का उपयोग किया जाए। जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों, शेल्टर होम व क्वारंटीन सेन्टर का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा है कि शेल्टर होम को जियो टैग किया जाए।


कोविड अस्पताल में प्लाज्मा थेरेपी को दें बढ़ावा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एल-1, एल-2 अस्पतालों में आक्सीजन की सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाए। एल-1 श्रेणी के कोविड अस्पतालों की संख्या में वृद्धि की जाए। एल-3 कोविड अस्पतालों में बेड्स बढ़ाये जाएं। सभी चिकित्सालयों में पीपीई किट तथा एन-95 मास्क की सुचारु उपलब्धता की जाए। कोविड-19 के रोगियों के उपचार के लिए प्लाज्मा थेरेपी को बढ़ावा दिया जाए। टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि की जाए। सभी टेस्टिंग लैब्स में पूल टेस्टिंग की व्यवस्था उपलब्ध करायी जाए। टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के मद्देनजर वैश्विक स्तर पर टेक्नोलाजी प्राप्त करने पर विचार किया जाए।


स्वास्थ्य कर्मियों को करें प्रशिक्षितः मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की प्रत्येक चेन को तोड़ना है। मेडिकल इन्फेक्शन को रोकने के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाए। उन्होंने बायो-मेडिकल वेस्ट का उचित निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये। मुख्य चिकित्सा अधिकारी नर्सिंग होम के संचालकों तथा अन्य डाक्टरों के साथ बैठक करते हुए टेलीमेडिसिन के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराने वाले डाक्टरों की व्यवस्था करें।


भूसा बैंक बनाने के निर्देशः मुख्यमंत्री ने कहा कि निराश्रित गोवंश के लिए गोवंश आश्रय स्थलों पर भूसा बैंक स्थापित किया जाए। उन्होंने कहा कि निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर शासन द्वारा अनुमन्य राशि से दिवंगत का अन्तिम संस्कार कराया जाए।


संवाददाता-कैलाश नाथ राना की रिपोर्ट…


शराब की दुकानें खोलने की मांग

नई दिल्ली। लॉकडाउन के बाद देश में सभी शराब की दुकानें बंद पड़े हैं। पिछले कई दिनों से इन दुकानों को खोलने पर बातचीत हो रही है। केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में इन दुकानों को खोलने पर चर्चाएं भी हुई। इसके बावजूद कामयाबी नहीं मिली। लेकिन अब एक संगठन सामने आया है जिसने देश के 10 राज्यों में शराब की दुकानों को खोलने की मांग की है। संगठन से कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बीच एक नायाब आइडिया भी सरकार को दिया है।


CIABC आया सामने
शराब निर्माता कंपनियों के संगठन दि कंफेडरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहल बेवरेज कंपनीज (CIABC) सामने आया है। संगठन ने दस राज्यों में शराब की दुकान खोलने की मांग की है। संगठन से सुझाया है कि इन राज्यों में कई ऐसी जगह है जहां कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है। राज्यों से अनुरोध किया गया है कि इन स्थानों की निशानदेही कर यहां शराब की दुकानें दोबारा खोलने की इजाजत देनी चाहिए।


दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत 10 राज्यों से की मांग
संगठन के एक अधिकारी ने बताया कि हमने राजधानी दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और कर्णाटक के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है। हमने राज्यों से कहा है कि इन राज्यों के कई जिलों में कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है। ऐसे में इन जिलों में सुरक्षा के सभी उपायों के साथ शराब की दुकान खोलने की इजाजत मिलनी चाहिए। अधिकारी ने बताया कि फिलहाल राज्यों ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।


हो रहा है करोड़ों का नुकसान
मामले से जुड़े जानकारों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से शराब निर्माता कंपनियों को करोड़ों का नुकसान हो रहा है। देश में सभी शराब की दुकानें बंद हैं। ऐसे में कंपनियों के प्रोडक्ट नहीं बिक रहे हैं। इसी वजह से राज्यों को भी राजस्व का भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। संगठन को उम्मीद है कि जल्द सरकार इस मामले में कदम उठाएगी और शराब की दुकानों को दोबारा खोलने की इजाजत दे देगी।


पंजाबः 23 श्रद्धालुओं में मिला संक्रमण

अमृतसर। पंजाब में कोरोना के पाजीटिव मामले सामने रहे हैं। गुरुद्वारा श्री हजूर साहिब नांदेड़ साहिब से श्रद्धालुओं का पंजाब आना लगातार जारी है। हालांकि सरकार की तरफ से सभी श्रद्धालुओं को आते ही उन्हें चेक करने और उन्हें क्वॉरेंटाइन करने के पूरे इंतजाम किए गए हैं लेकिन श्रद्धालुओं ने पंजाब के लिए बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। आज पंजाब में 52 श्रद्धालुओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है जिनमें से 23 श्रद्धालु अमृतसर जिले में है। तरनतारन में 7 श्रद्धालु पाजीटिव पाए गए हैं। तरनतारन में अब कुल संख्या 15 हो गई है। जालंधर से भी एक श्रद्धालु पाजीटिव पाया गया है। पंजाब में अब तक 87 श्रद्धालु कोरोना पाजीटिव पाए गए हैं। वहीं प्रदेश में पाजीटिव केसों की संफ्या 400 हो गई है। इसमें एक और भी बड़ी बात सामने आ रही है कि ज्यादातर पाजीटिव पाए गए श्रद्धालुओं में कोरोना के कोई भी लक्षण नहीं पाए गए हैं जो एक बड़ी चिंताजनक बात है। जालन्धर में भी एक श्रद्धालु की रिपोर्ट पाजीटिव आई है। ज्यादातर श्रद्धालु वो पाजीटिव आए है जो कि निजी वाहनों से वापस आए है।


मददः 65 हजार करोड़ की जरूरत

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर और जानेमाने अर्थशास्त्री रघुराम राजन ने लॉकडाउन के बाद आर्थिक गतिविधियां जल्द खोलने की पैरवी करते हुए कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के साथ ही लोगों की आजीविका की सुरक्षा करनी होगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किए गए संवाद के दौरान उन्होंने कहा कि देश के गरीबों, मजदूरों और किसानों की प्रत्यक्ष अंतरण के माध्यम से वित्तीय मदद करनी होगी जिसमें 65 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे।


गरीबों की मदद जरूरी
गांधी के एक प्रश्न के उत्तर में राजन ने कहा कि सामाजिक सौहार्द में लोगों की भलाई है और इस चुनौतीपूर्ण समय में हम विभाजित रहने का जोखिम नहीं उठा सकते। राजन ने कहा, ‘हमारी अर्थव्यवस्था 200 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की है और हम 65 हजार करोड़ रुपये वहन कर सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को जल्द खोलना होगा और साथ ही कोरोना वायरस से निपटने के कदम भी उठाते रहने होंगे।


रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर ने भारत में कोरोना की जांच की संख्या के मुद्दे पर कहा कि अमेरिका में रोजाना औसतन 1,50,000 जांच हो रही हैं। बहुत सारे विशेषज्ञ कह रहे हैं कि पांच लाख लोगों की जांच करनी चाहिए। भारत में हम रोजाना 20-25 हजार जांच कर रहे हैं। ऐसे हमें बड़े पैमाने पर जांच करनी होगी। वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था को लेकर रघुराम राजन ने कहा कि मुझे लगता है कि ग्लोबल आर्थिक सिस्टम में कुछ गलत तो है, लोगों के पास नौकरी नहीं हैं, जिनके पास नौकरी है उनको आगे की चिंता है, आय का असमान वितरण हो रहा है अवसरों का सही वितरण करना होगा।


लॉक डाउन: जारी होगी नई गाइडलाइन

नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से निपटने की रणनीति के तहत वह नए दिशा निर्देश जारी करेगी जो कि चार मई से लागू होंगे और उनमें अनेक जिलों को कई छूट दी जाएंगी।


केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आज ट्वीट कर कहा कि कोरोना के खिलाफ अभियान के तहत लॉकडाउन के संबंध में नए दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे जो कि चार मई से लागू होंगे। इनमें अनेक जिलों को कई प्रकार की छूट दी जाएगी। मंत्रालय जल्द ही इन दिशा निर्देश की घोषणा करेगा। मंत्रालय ने देश भर में कोरोना महामारी के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के कारण उत्पन्न स्थिति की आज व्यापक समीक्षा की। समीक्षा में यह बात सामने आई कि लॉकडाउन के कारण स्थिति में काफी सुधार हुआ है और यह निर्णय लिया गया कि सुधार की इस स्थिति को बनाये रखने और इससे अधिक फायदे के लिए लॉकडाउन को तीन मई तक सख्ती से लागू करना जरूरी है। मंत्रालय की आज की घोषणा को इस संकेत के रूप में देखा जा रहा है कि अनेक छूटों के साथ लॉकडाउन की अवधि को तीन मई से आगे बढ़ाया जा सकता है।


गृह मंत्रालय ने देश भर में अलग-अलग जगहों पर फंसे हुए लोगों को राहत देते हुए आज ही राज्यों के बीच आवागमन को खोलने की अनुमति दी थी। उल्लेखनीय है कि देश भर में तीन मई तक लॉकडाउन लागू है और सरकार को इसके बाद कि रणनीति तय करनी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस संबंध में बैठक भी की थी। इससे पूर्व आज सरकार ने घोषणा की थी कि कोरोना महामारी के कारण विभिन्न जगहों पर पूर्णबंदी के कारण फंसे प्रवासी मजदूरों,श्रद्धालुओं, श्रमिकों, पर्यटकों , छात्रों और अन्य लोगों को सड़क मार्ग से उनके गृह राज्यों में जाने की अनुमति देते हुए देश में अंतर्राज्यीय आवागमन की मंजूरी दे दी है।


केन्द्रीय गृह सचिव ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को आज पत्र लिखकर इन लोगों के एक राज्य से दूसरे राज्य में आवागमन की सुविधा करने को कहा है। इससे पहले दोनों संबंधित राज्यों को इस बारे में सलाह मश्विरा कर आम सहमति बनानी होगी। सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से इसके लिए नोडल अधिकारी की निुयक्ति के साथ साथ फंसे हुए लोगों के राज्यों में आने और उन्हें भेजने के लिए मानक प्रोटोकोल बनाने को कहा गया है।


नोडल अधिकारी अपने यहां फंसे लोगों का पंजीकरण भी करेंगे। किसी भी व्यक्ति के आवागमन से पहले उसकी मेडिकल जांच की जायेगी और उसमें बीमारी के लक्षण नहीं होने पर उसे जाने की अनुमति दी जायेगी। गंतव्य पर भी स्थानीय स्तर पर उनकी जांच की जायेगी और उन्हें घर में ही रहने को कहा जायेगा। उनके स्वास्थ्य पर निरंतर नजर भी रखी जायेगी।आदेश में राज्यों से यह भी कहा गया है कि वे इन लोगों को अपने फोन में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने के लिए भी प्रोत्साहित करें।


सहारनपुर से दिखी हिमालय की चोटी

नई दिल्ली/सहारनपुर। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 24 मार्च के बाद से ही पूरे देश में लॉकडाउन जारी है। भारत की पूरी आबादी इस वक्त अपने घरों में कैद है और कल-कारखानों पर भी ताला लगा है। इस लॉकडाउन की वजह से प्रदूषण के स्तर में भी भारी कमी आई है और प्रकृति अपने पूराने स्वरूप में लौट आई है। लॉकडाउन में लोगों ने पहली बार प्रकृति को इतनी नजदीक से देखा व उससे जुड़ाव महसूस किया है। वाहन-फैक्ट्री सब बंद होने से हवा साफ व धूल-धुंए से मुक्त हो गईं है और प्रकृति के नजारे आम हो गए हैं। जी हां, नीले आसमान में दृश्यता का आलम यह है कि सहारनपुर से अपर हिमालयन रेंज की बर्फीली पहाड़ियां तक आसानी से देखी जा रही हैं। ऐसे ही कुछ खुशनुमा पल इनकम टैक्स अधिकारी दुष्यंत कुमार सिंह ने अपने कैमरे में कैद किए है। दुष्यंत सिंह के अनुसार, रविवार शाम बारिश के बाद नजारा देखकर वह भी एक बारी चौक गए थे। चकराता से ऊपर की ओर गंगोत्री यमुनोत्री पर्वत श्रंखला की बंदरपूंछ आदि की पहाड़ियां साफ दिखाई दे रही थी जिन्हें उन्होंने अपने कैमरे में कैद किया हैं। सिंह की अध्यापक पत्नी निधि बताती हैं कि यह पहाड़ियां करीब 200 किलोमीटर दूर है।


खास है कि अभी तक वायुमंडल में पसरे घने प्रदूषण के चलते देहरादून-मसूरी की पहाड़ियां भी कभी-कभार बारिश के बाद मुश्किल से दिखाई दे पाती थीं लेकिन आज अपर हिमालयन रेंज की पर्वत श्रृंखलाएं सहारनपुर से दिखाई दे रही हैं तो मतलब साफ है। हवाओं को साफ व प्रदूषण मुक्त बनाने का जो काम पूरी सरकारी मशीनरी न कर पाई हो, उसे लॉकडाउन ने कर दिखाया हैं। लॉक डाउन के चलते वाहन फैक्ट्री सब बंद होने से धूल धुंए के साथ हवा में हानिकारक गैसें आदि का प्रभाव खत्म हो गया और लोगों ने पहली बार प्रकृति को इतनी नजदीक से देखा और उसकी अप्रतिम सुंदरता का अहसास किया है।प्रदूषण विभाग के भी अनुसार, लॉक डाउन के चलते हवाओं की गुणवत्ता में करीब 35% तक सुधार है। जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई लेवल 70 पर आ गया है। जो दिवाली के आसपास 300 पार पहुंच जाया करता था और 120-125 से कम तो कभी आता ही नहीं था।


सहायक वैज्ञानिक अधिकारी गीतेश चंद्र कहते हैं कि लाक डाउन में वाहन फैक्ट्री आदि सब बंद है। बारिश में धूल-धुंआ आदि सब धुल गया है तो आसमान साफ दिखेगा ही। बता दें कि बीते 24 मार्च से देशभर में लॉकडाउन जारी है और इसकी वजह से गंगा नदी का जल भी काफी साफ हो गया है। इतना ही नहीं, वायु प्रदूषण में भी काफी कमी देखने को मिली है।


प्रयागराज-जौनपुर बॉर्डर का निरीक्षण

मण्डलायुक्त व आईजी ने प्रयागराज-जौनपुर बार्डर का किया निरीक्षण
बाहर से आने वाले लोगो की थर्मल स्कैनिंग करने के पश्चात ही उनको जाने की दे अनुमति-मण्डलायुक्त
आईजी ने पुलिस कर्मियों को लाॅकडाउन का कड़ाई से पालन कराने के दिए निर्देश


बृजेश केसरवानी
 प्रयागराज।मण्डलायुक्त प्रयागराज श्री आर0 रमेश कुमार व आईजी के0पी0 सिंह ने फूलपुर तहसील स्थित प्रयागराज-जौनपुर बार्डर का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि लोगो की एवं माल वाहक गाड़ियों की बिना चेकिंग आने-जाने की अनुमति नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि यहां पर एक डाॅक्टर्स की टीम लगाये, जो कि बाहर से आने वाले लोगो की थर्मल स्कैनिंग करें, उसके पश्चात ही उनको जाने की अनुमति दी जाये। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया कि आने वाले लोगांे का एक रजिस्टर तैयार करें, जिसमें इनका पूरा विवरण साथ ही इनकी यात्रा का डिटेल अंकित किया जाये। उन्होंने विशेष तौर पर बाहर से आने वाले लोगो को क्वारंटीन सेंटर में 14 दिन के लिए क्वारंटीन करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बार्डर पर किसी स्कूल को क्वारंटीन सेंटर के रूप में विकसित करें, जिससे वहां पर लोगो को क्वारंटीन किया जा सके।
तत्पश्चात मण्डलायुक्त फूलपुर तहसील स्थित उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कार्यालय में साफ-सफाई, सैनीटाइजेशन इत्यादि कार्यों का जायजा लिया एवं इसे और बेहतर करने के निर्देश दिए। मण्डलायुक्त ने ग्राम पंचायत कनेहटी स्थित कान्हा गौशाला, गो-वंश आश्रय स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने वहां कर्मचारियों से गायों को दिया जाने वाला चारा, पानी एवं अन्य सुविधाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली एवं इनकी देखभाल प्राथमिकता के साथ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कान्हा गौशाला में साफ-सफाई एवं जानवरों की देखभाल हेतु पशुचिकित्सकों की लगायी गयी ड्यूटी के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने गौशाला कार्यरत कर्मचारियों का रजिस्टर देखा एवं उनके ड्यूटी चार्ट के बारे में भी पूछा।
पुलिस महानिरीक्षक श्री कवीन्द्र प्रताप सिंह ने बार्डर पर चेकिंग के दौरान पुलिस अधिकारियों को अपनी ड्यूटी कड़ाई से करने, किसी भी व्यक्ति को बिना जांच किए एवं उनका पूरा विवरण लिए बिना अंदर प्रवेश न करने देने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि बार्डर एरिया पर अन्य साइड मार्गो की चेकिंग पूरी मुस्तैदी के साथ करें, जिससे कि जिले की सीमा पर कोविड-19 की बिना जांच कराये कोई भी व्यक्ति जिले में प्रवेश न कर सके। उन्होंने कहा कि अनाउंसमेंट सिस्टम एवं पम्फलेट के माध्यम से कोविड-19 की जानकारी आम लोगो तक पहुंचाये।
निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त ने शास्त्रीपुल पर आने-जाने वाले लोगो को रोककर उनसे पूछताछ की एवं लाॅकडाउन का पालन करने के निर्देश दिए। इसके साथ बाहर से आने वालों को क्वारंटाइन करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त प्रथम-श्री भगवान शरण, संयुक्त विकास आयुक्त-श्री शिव कुमार पाण्डेय सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।


विशेष ट्रेनों के संचालन की मांग की

जालोर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा श्रमिकों एवं प्रवासियों के अन्तराज्यीय आवागमन के संबंध में बुधवार को जारी किए गए आदेश का स्वागत किया है। प्रवासियों को सकुशल उनके घर पहुंचाने के लिए राजस्थान सरकार ने एक व्यवस्थित एवं सुगम प्रक्रिया के तहत ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की है जिसमें बुधवार रात तक करीब 6 लाख 35 हजार श्रमिकों एवं प्रवासियों ने अपना पंजीयन कराया है।
आने वाले समय में और भी श्रमिक अपना पंजीयन करा सकते हैं। ऐसे में कामगारों की इतनी बड़ी संख्या तथा लंबी दूरी को देखते हुए विशेष ट्रेनों का संचालन किया जाना  कामगारों के सुरक्षित घर लौटने का व्यावहारिक समाधान होगा। प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि इन लाखों प्रवासियों एवं श्रमिकों के सुरक्षित आवागमन के लिए भारत सरकार को बिना किसी देरी के विशेष ट्रेनों का संचालन प्रारंभ करना चाहिए।
राजस्थान सरकार द्वारा लगातार की जा रही मांग के बाद केन्द्र सरकार द्वारा श्रमिकों एवं प्रवासियों को उनके गृह स्थान पहुंचाने के लिए जारी आदेश का स्वागत है। बड़ी संख्या में राजस्थान के प्रवासी विभिन्न राज्यों में फंसे हुए थे। साथ ही अन्य राज्यों के लोग भी यहां अटके हुए थे। दोनों ही संकट की इस घड़ी में अपने परिवारजनों के पास पहुंचना चाहते थे। राज्य सरकार ने उनकी भावनाओं को समझा और इस दिशा में लगातार सकारात्मक प्रयास किए, जिससे उनकी घर लौटने की राह खुल सकी।
विभिन्न पत्रों एवं प्रधानमंत्री के साथ समय-समय पर हुई वीडियो कांफ्रेंस में प्रवासियों एवं श्रमिकों की इस समस्या की ओर ध्यान आकर्षित किया था। साथ ही प्रवासी राजस्थानियों की सहायता एवं उनकी समस्याओं के समाधान के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को संबंधित राज्य सरकारों के साथ समन्वय की जिम्मेदारी दी गई थी। पत्र में कहा कि काफी समय से घर से दूर रहने की पीड़ा झेल रहे इन श्रमिकों एवं प्रवासियों की इस समस्या को दूर करने के लिए हमें व्यावहारिक मार्ग अपनाना होगा।


रोजेदारों को वितरण की खाद सामग्री

मनरेगा मजदूर यूनियन रमजान के पाक महीने में कर रही है रोजेदारों की मदद


वाराणसी। एक तरफ कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से देश ही नहीं पूरा विश्व संकट के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में काशी की गंगा जमुनी तहजीब लोगों में जिंदा रखने के लिए मनरेगा मजदूर यूनियन ने पहल किया है। यूनियन के संयोजक सुरेश राठौड़ का कहना है कि विभिन्न राजनीतिक दल, धर्म, मजहब और जाति के नाम पर अपनी राजनीति करते हैं लेकिन वाराणसी में हमारी संगठन रमजान के पाक महीने में रोजेदारों की निस्वार्थ भाव से सेवा करने में जुटी हुई है। इस नेक काम मे पूर्वांचल किसान यूनियन भी पूरी शिद्दत के साथ सहयोग कर रहा है। कोरोना महामारी में मजदूर बुनकर लॉक डाउन होने की वजह से  आर्थिक संकट में हैं और भुखमरी के कगार पर आ गया है प्रशासन तो खूब दावे कर रही है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ भी नहीं है। मनरेगा मजदूर यूनियन संगठन गरीब बुनकरों के बीच जाकर उनकी सेवा में लगी हुई है। गुरुवार को आराजी लाइन ब्लॉक के परमंदापुर गांव में लगभग 15 गरीब वंचित बेसहारा परिवारों को खाद्य सामग्री और रोजे का खाघ सामान पैकेट संगठन के द्वारा वितरित किया गया गौरतलब हो कि जब से लॉक डाउन है तब से मनरेगा मजदूर यूनियन की तरफ से अबतक 350 से अधिक परिवारों को राहत सामग्री वितरित किया जा चुका है। आशा ट्रस्ट, साझा संस्कृति मंच के सहयोग से ऐसे  मुस्लिम परिवारों को रमजान के महीने में मुस्लिम बस्तियों में जाकर खाद्य सामग्री और रोजे का सामान बांटा जा रहा है। और इसी तरह आगे भी मदद जारी रहेगा जिनके पास इस रमजान में खाने का सामान नही है।
इस कार्यक्रम में मनरेगा मजदूर यूनियन के सुरेश राठौर, महेंद्र राठौर, ओमप्रकाश पटेल, मनोज कुमार, पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगीराज सिंह पटेल आदि लोग उपस्थित थे।


रिपोर्ट राजकुमार गुप्ता वाराणसी


योगी सख्त, दोषियों पर गैंगस्टर लगाएं

लखनऊ। कानपुर में पुलिसकर्मियों के साथ हुई हिंसा पर बेहद नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो टूक कहा है कि कोरोना योद्धाओं पर हमले जैसा कृत्य कतई बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने हमले के दोषियों पर डिजास्टर मैनेजमेंट, एपिडेमिक एक्ट, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून, गैंगस्टर और आइपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने कानपुर में मेडिकल टीम और पुलिस टीम पर हमला करने वालों पर सख्‍त कार्रवाई करने के आदेश द‍िए है।


सीएम ने कहा, कानपुर में हमलावरों को तत्काल चिन्हित किया जाए और क‍िसी भी दोषी को क‍िसी भी कीमत पर बख्शा न जाये। सभी दोषियों पर गैंगस्टर और NSA के तहत कार्रवाई की जाए।कानपुर की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि पूरा प्रदेश मिलकर कोरोना के विरुद्ध लड़ाई लड़ रहा है। ऐसे समय में इस कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए हमने एपिडेमिक एक्ट में व्यापक संशोधन की कार्रवाई को आगे बढ़ाया है और इसके तहत सुरक्षाकर्मी, स्वच्छता कर्मी और कोरोना वॉरियर्स पर अगर कोई भी व्यक्ति हमला करता है तो उसे सात वर्ष की सजा और पांच लाख रुपये तक का जुर्माना भुगतना होगा। योगी ने कहा कि कानपुर में कुछ लोगों ने दुस्साहस किया है। इसके पीछे जो भी लोग हैं, सबके ऊपर सख्त कार्रवाई के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिए गए हैं।


इस साल अगस्त से शुरू होंगे कॉलेज

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और लॉकडाऊन के कारण सभी स्कूल व कॉलेज बंद हैं जिससे छात्रों को पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। लेकिन अब कॉलेज और विश्वविद्यालय से जुड़े छात्रों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। जी हां… विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने अब कॉलेजों के खुलने की तारीखों का ऐलान कर दिया है। बता दें कि इस मामले में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया था जो कि मामले में सुझाव दे सके। यूजीसी ने अब इस समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है। यूजीसी ने बुधवार को बताया है कि वर्तमान छात्रों के लिए कॉलेज का नया सत्र अगस्त में शुरू होगा और नए छात्रों का नया सत्र सितंबर में शुरू होगा। नए छात्रों का मतलब, जो इस बार कॉलेज में एडमिशन लेंगे। क्लास में दाखिले की प्रक्रिया 01 अगस्त से 31 अगस्त तक चल सकती है। पहले और दूसरे साल के छात्रों के लिए कक्षा की शुरुआत 01 अगस्त से हो सकती है। पहले सेमेस्टर की कक्षा 01 सितंबर से शुरू की जा सकती हैं। परीक्षा का आयोजन अगले साल 01 जनवरी से 25 जनवरी के बीच किया जा सकता है। इसके बाद 27 जनवरी से अगले सेमेस्टर की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। जो कि अगले साल 25 मई तक चलेंगी। इसके बाद परीक्षा का आयोजन 26 मई 2021 से 25 जून 2021 के बीच किया जाएगा। फिलहाल सत्र 2019-20 के लिए शिक्षकों को 31 मई तक ऑनलाइन टीचिंग के लिए कहा गया है. कोर्स का सिलेबस और इंटरनल एसेसमेंट पूरा करने केलिए 01 जून से 15 जून तक का समय तय किया गया है। यूजीसी के मुताबिक इसके बाद टर्मिनल सेमेस्टर/सालाना परीक्षा 01 जुलाई से 15 जुलाई के बीच आयोजित की जाएगी। जिसके नतीजे 31 जुलाई तक दिए जाएंगे। इंटरमीडिएट सेमेस्टर /ईयर परीक्षा का आयोजन 16 जुलाई से 31 जुलाई के बीच किया जाएगा और उसका रिजल्ट 14 अगस्त तक दिया जा सकता है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 24 मार्च को 21 दिनों के लिए देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था। इसके बाद 14 अप्रैल को पीएम मोदी ने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा कर दी।


प्रतिभा के पावर हाउस का निधन

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह प्रतिभा के पावरहाउस थे। मोदी ने कहा कि इस दुखद समाचार से उन्हें बहुत पीड़ा हुई है।


प्रधानमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा, “ऋषि कपूर जी बहुआयामी, सभी के प्रिय और खुशमिजाज थे। वह प्रतिभा के पावरहाउस थे। मैं हमेशा सोशल मीडिया पर उनके साथ हुई बातचीत को याद करूंगा। वह फिल्मों और भारत की प्रगति के बारे में जुनूनी थे। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ऊं शांति।” ऋषि कपूर का कैंसर की लंबी जंग के बाद आज सुबह निधन हो गया।ऋषि कपूर के निधन से दुखी, प्रतिभा के पावरहाउस थे।


पंचायती राज व्यवस्था भी शिथिल

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने देश के समग्र विकास के लिए जिस पंचायती राज व्यवस्था की शुरुआत की, वह जबरदस्त असरदार साबित हुई लेकिन दुर्भाग्य से आज हम उस व्यवस्था से भटक गये हैं। राहुल गांधी ने गुरुवार को रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के साथ चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा “राजीव गांधी जी जिस पंचायती राज को लेकर आए थे उसका समाज पर जबरदस्त असर हुआ लेकिन अफसोस के साथ कहना पड़ेगा कि यह अब कम हो रहा है। पंचायती राज के मोर्चे पर जितना आगे बढ़ने का काम हुआ था, हम उससे पीछे लौट रहे हैं और जिलाधिकारी आधारित व्यवस्था में जा रहे हैं।”


उन्होंने कहा कि देश के उत्तरी राज्यों की तुलना में पंचायती राज व्यवस्था पर दक्षिण के राज्यों में ज्यादा बेहतर काम हुआ है। उन्होंने कहा “अगर आप दक्षिण भारतीय राज्य देखें, तो वहां इस मोर्चे पर अच्छा काम हो रहा है, व्यवस्थाओं का विकेंद्रीकरण हो रहा है लेकिन उत्तर भारतीय राज्यों में सत्ता का केंद्रीकरण हो रहा है। पंचायतों तथा जमीन से जुड़े संगठनों की शक्तियां कम हो रही हैं।”


राहुल गांधी ने कहा कि इस दौर में अधिकारवाद का एक नया मॉडल सामने आया है जो ‘सत्तावादी मॉडल’ है और यह उदार मॉडल पर सवाल उठा रहा है। उन्होंने कहा कि यह एक अलग तरीका निकाला गया है जो बहुत तेजी से फलता-फूलता नजर आ रहा है। राजन ने भी इस व्यवस्था पर चिंता जताई और कहा “अधिकारवादी व्यक्तित्व अपने आप में एक ऐसी धारणा बना लेता है कि ‘मैं ही जनशक्ति हूं’ इसलिए मैं जो कुछ भी कहूंगा, वह सही होगा। सब कुछ मेरे सामने से होते हुए गुजरना चाहिए। इतिहास उठाकर देखें तो पता चलेगा कि जब-जब इस हद तक केंद्रीकरण हुआ है, व्यवस्थाएं धराशायी हो गई हैं।”


राष्ट्रपति ने व्यक्त की गहरी संवेदनाएं

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को बॉलीवुड के सदाबहार अभिनेता ऋषि कपूर के असामयिक निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।कोविंद ने ट्वीट कर कहा है, “ऋषि कपूर के असामयिक निधन से गहरा दुःख हुआ है। उनके सदाबहार और प्रसन्नचित्त व्यक्तित्व तथा ऊर्जा के कारण यह विश्वास करना मुश्किल हो रहा है कि वह नहीं रहे।”


उन्होंने आगे लिखा है, “उनका निधन सिने जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके परिवार, शुभचिंतकों और प्रशंसकों के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं।”



रिपोर्ट मिलते ही संक्रमित ने तोड़ा दम

मुरादाबाद। कोरोना ने एक और मरीज को अपना शिकार बना लिया। इस बार एक वृद्ध महिला ने कोरोना संक्रमित होने के कारण दम तोड़ दिया। महिला का शव अब परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाएगा। मुरादाबाद के पाकबड़ा स्थित टीएमयू में इस महिला का इलाज चल रहा था।


अमरोहा की नई बस्ती की रहने वाली इस बुजुर्ग महिला की तबियत बिगड़ने पर उसे रविवार को टीएमयू में भर्ती कराया गया था। यहां उसका इलाज शुरू हुआ पर, तबियत में सुधार नहीं हुआ। महिला की कोरोना जांच के लिए सैम्पल भेजा गया, जिसकी रिपोर्ट बुधवार की शाम को आई। महिला संक्रमित थी, जिससे स्वास्थ्य महलमे में भी खलबली तेज हो गई। रिपोर्ट आने के बाद दूसरे दिन गुरुवार की सुबह महिला ने दम तोड़ दी। महिला की मौत से जहां अफसरों में हड़कंप की स्थिति है तो वहीं परिवार में कोहराम मच गया है। महिला के परिवार में दो मासूम सही 22 लोग बताए जा रहे हैं, जिनकी भी कोरोना जांच होगी। अब तक जिले में इलाज के दौरान संक्रमितो की मौत की संख्या 7 हो चुकी है। जिसमें 4 मुरादाबाद, टांडा और सम्भल के 1-1 भी शामिल है।


ऋषि कपूर भी हारे जिंदगी की जंग

कल इरफान खान के निधन के बाद आज बॉलीबुड को लगा एक और झटका दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर हारे ज़िन्दगी की बाज़ी 67 वर्ष की उम्र में हुआ निधन
शेख़ नसीम 


मुंबई। बेहतरीन एक्टर इरफान खान के आकस्मिक निधन की खबर से अभी बॉलीबुड उभरा भी नही था की आज एक और बुरी खबर ने बॉलीबुड को झकझोर के रख दिया मशहूर और दिग्गज अभिनेता आज मुंबई के अस्पताल में कैंसर की बीमारी के चलते ज़िन्दगी की बाज़ी हार गए उनके बड़े भाई रणधीर कपूर ने बताया की ऋषि को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी पिछले कुछ दिनों से वो मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती थे आज उनका निधन हो गया हैं सबसे पहले अमिताभ बच्चन ने ट्वीट करके ऋषि कपूर के निधन की खबर दी। भारतीय सिने जगत के साथ ही ऋषि कपूर के फैन्स भी उनके निधन से स्तब्ध हैं पूरे बॉलीबुड में इस समय शोक की ऐसी लहर उठी हैं जो अभी थमने का नाम नही ले रही हैं ऋषि कपूर की आयु 67 वर्ष की थी।


ऋषि कपूर विगत कई महीनों से कैंसर से पीड़ित थे और अभी इंग्लैंड से कैंसर का इलाज कराकर लौटे थे। आज सांस लेने की तकलीफ की वजह से ऋषि कपूर ने मुंबई के अस्पताल में अंतिम सांस ली।


ऋषि कपूर ने बॉलीबुड में ऐसे समय इंट्री की जब सुपर स्टार राजेश खन्ना का बॉलीबुड पर राज था उसके बाद सुपर स्टार अमिताभ बच्चन के राज में भी ऋषि कपूर अपनी जगह बनाने में सफल रहे। 1970 में मेरा नाम जोकर से बतौर बाल कलाकार के रूप में ऋषि कपूर ने अपनी फिल्मी यात्रा शुरू की ये फ़िल्म उनके पिताजी राजकपूर ने बनाई थी जो खुद उस फिल्म के हीरो थे। 1973 में उनके पिताजी राजकपूर ने बतौर नायक ऋषि कपूर को लेकर बॉबी फ़िल्म बनाई जो एक लव-स्टोरी फ़िल्म थी इस फ़िल्म से डिंपल कपाड़िया को ऋषि कपूर के साथ लॉन्च किया गया था बॉबी ने ताबड़तोड़ कमाई करके 1973 की सुपरहिट फिल्मों की फेहरिस्त में अपना नाम दर्ज करवाया इस फ़िल्म के लिए ऋषि कपूर को सर्वश्रेष्ठ नायक का फ़िल्म फेयर अवार्ड मिला था इसके बाद ऋषि कपूर ने एक के बाद एक सफल फिल्मों में काम करके अपने अभिनय का लोहा मनवाया।


*ऋषि कपूर की कुछ बेहतरीन और यादगार फिल्में।* बॉबी,अमर अकबर एंथोनी,बदलते रिश्ते,कुली,नसीब,कभी-कभी,प्रेमरोग,तवायफ,नगीना,चाँदनी, दामिनी,बोल राधा बोल,ज़हरीला इंसान,एक चादर मैली सी,खेल खेल में,घर-घर की कहानी,खोज,घराना,दीवाना जैसी फिल्मों में यादगार भूमिकाए निभाकर इन फिल्मों पर अपने अभिनय की गहरी छाप छोड़ी। करण जौहर की फ़िल्म अग्निपथ में ऋषि कपूर ने खलनायक का चरित्र निभाकर दर्शकों की खूब वाहवाही बटोरी। बहरहाल ऋषि कपूर अब हमारे बीच नही हैं लेकिन वो अपनी फिल्मों के ज़रिए भारतीय सिने प्रेमियों के दिलो में हमेशा ज़िंदा रहेंगे।
ऋषि कपूर के साथ ही अभिनेता इरफान खान को एक भावभीनी श्रद्धाजंलि,ऊपर वाला दोनों की आत्मा को शांति प्रदान करे।


चेयरमैन से दुर्व्यवहार, इंस्पेक्टर निलंबित

इंस्पेक्टर को चेयरमैन से दुर्व्यवहार करना पड़ा महंगा, एसपी ने किया लाइन हाजिर


पीलीभीत। एक तरफ लॉक डाउन के दौरान जिस तरह से डॉक्टरों व पुलिस पुलिस की छवि काफी तेजी से उबर रही थी वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन काफी अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहे थे पुलिस प्रशासन की अब की बार पीएम मोदी जी ने भी काफी प्रशांत करते हुए दिखाई दे रहे थे यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल होते हुए दिखाई दे रहा है इन दिनों इस वीडियो का खूब चर्चा हो रहा है यह वीडियो के बारे में बताया जा रहा है यह वीडियो जहानाबाद क्षेत्र का है वीडियो मैं भी कुछ पुलिसकर्मी भी दिखाई दे रहे हैं जो लगातार घर के बाहर खड़े होकर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहे हैं इस वीडियो में पीछे से एक महिला समेत कुछ अन्य आवाज भी सुनने को मिल रही हैं बताया जा रहा है कि यह वीडियो जहानाबाद चेयरमैन आवास के पास का है यह मामला पुलिस अधीक्षक तक पहुंचा तो उन्होंने इस वायरल वीडियो को लेकर एक जांच बैठा दी थी इसी के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक ने जहानाबाद इंस्पेक्टर को दोषी मानते हुए उनको देर रात लाइन हाजिर कर दिया ।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित ने बताया कि पुलिस की छवि को धूमिल करने वाले कोतवाल जहानाबाद मनीराम सिंह को तत्काल प्रभाव से जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव के अनुमोदन पर लाइन हाजिर कर दिया गया है पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच में है वीडियो संज्ञान में ले लिया गया है जिसे लेकर राजपत्रित अधिकारी से जांच कराई जा रही है जांच आते हैं उच्च कार्रवाई की जाएगी आपको बताते चलें 27 अप्रैल की रात का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा तो जिले में हड़कम्प मच गया । वीडियो में जहानाबाद कोतवाली प्रभारी मनीराम सिंह अपने दलबल के साथ महिला चेयरमैन ममता के घर पर पहुंचे और जमकर गाली गलौज किया । चेयरमैन का आरोप था कि पुलिस उनके घर में घुस कर तोड़फोड़ की और नकदी भी उठा ले गए मामला संज्ञान में आते ही पुलिस अधीक्षक ने जांच बैठा दी थी।


रिपोर्टर-इफ्तिखार अहमद


अर्थव्यवस्था संकट से कैसे उबरे ?

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से चर्चा करेंगे। कोरोना संकट के बीच अर्थव्यवस्था के सामने जिस तरह की चुनौतियां हैं, उसको लेकर ये बातचीत होगी। कोरोना वायरस के संकट काल में पिछले करीब एक महीने से लॉकडाउन लागू है। देश में सबकुछ बंद पड़ा है, लोग घरों में हैं, फैक्ट्रियों में ताले लटके हैं। जिसका असर अर्थव्यवस्था पर पड़ा है और जीडीपी की गति पूरी तरह से थम गई है। अर्थव्यवस्था के सामने आ रही इन्हीं चुनौतियों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से चर्चा करेंगे।


कांग्रेस के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर होने वाली इस चर्चा में अर्थव्यवस्था, नौकरियां, कोरोना संकट काल के बाद किस तरह उबरा जाए और सरकार को क्या कदम उठाने होंगे, ऐसे मुद्दों पर चर्चा होगी। रघुराम राजन 2013 से 2016 तक रिजर्व बैंक के गवर्नर रह चुके हैं, कई मौकों पर वह मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करते भी नज़र आए हैं। कांग्रेस पार्टी की ओर से एक सीरीज़ की शुरुआत की जा रही है, जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी अलग-अलग क्षेत्रों के एक्सपर्ट्स से बात करेंगे और इस वक्त जो संकट देश के सामने आया हुआ है, उसपर चर्चा करेंगे। गौरतलब है कि आर्थिक चुनौतियों के बीच दुनियाभर की एजेंसियों ने इस बात का अंदाजा लगाया है कि इस बार भारत की जीडीपी 0 से 1 फीसदी के बीच में रह सकती है, जबकि कोरोना संकट काल खत्म होने के बाद ही कोई राहत देखने को मिल सकती है। जबकि इसका असर नौकरियों पर भी पड़ रहा है और हजारों-लाखों लोगों की नौकरी पर बात आ गई है।


कोरोना पर पहले भी की थी बात
बता दें कि इससे पहले भी बीते दिनों राहुल गांधी ने कोरोना संकट काल के बीच पत्रकारों से बात की थी। राहुल गांधी ने तब कोरोना वायरस को लेकर मुद्दा उठाया था, देश में टेस्टिंग की संख्या पर जोर देने की बात कही थी। बकौल राहुल गांधी, लॉकडाउन सिर्फ एक पॉज़ बटन है जो कि आगे की लड़ाई के लिए तैयारी करने का मौका दे रहा है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


अप्रैल 31, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-264 (साल-01)
2. शुक्रवार, अप्रैल 31, 2020
3. शक-1943, वैशाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि-अष्टमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 06:00,सूर्यास्त 06:54।


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-35+ डी.सै., तेज हवाएं चलने की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


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कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...