रविवार, 26 अप्रैल 2020

63 वां संस्करण 'मन की बात'

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 11 बजे एक बार फिर रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में देश को संबोधित कर रहे हैं। आज अप्रैल महीने का आखिरी रविवार है। ‘मन की बात’ कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को ही प्रसारित होता है। पीएम मोदी ने कहा कि ताली, थाली, दीया, मोमबत्ती, इन सारी चीज़ों ने जिन भावनाओं को जन्म दिया। जिस जज्बे से देशवासियों ने कुछ-न-कुछ करने की ठान ली, हर किसी को इन बातों ने प्रेरित किया है। हमारे किसान भाई-बहन को ही देखिये – वो इस महामारी के बीच अपने खेतों में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और इस बात की भी चिंता कर रहे हैं कि देश में कोई भूखा ना सोये।


मन की बात में संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि चाहे करोड़ों लोगों का गैस सब्सिडी छोड़ना हो, लाखों सीनियर सिटिजन का रेलवे सब्सिडी छोड़ना हो, स्वच्छ भारत अभियान का नेतृत्व लेना हो, टॉयलेट बनाने हो, ऐसी अनगिनत बातें है। इन सारी बातों से पता चलता है कि हम सबको, एक मन, एक मजबूत धागे में पिरो दिया है। एक होकर देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा दी है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि हर मुश्किल हालात, हर लड़ाई, कुछ-न-कुछ सबक देती है, कुछ-नकुछ सिखा करके जाती है, सीख देती है। सब देशवासियों ने जो संकल्प शक्ति दिखाई है, उससे, भारत में एक नए बदलाव की शुरुआत भी हुई है। हमारे बिजनेस, हमारे दफ्तर, हमारे शिक्षण संस्थान, हमारे मेडिकल सेक्टर, हर कोई, तेजी से नए तकनीकी बदलावों की तरफ बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरे देश में गली मोहल्लों में, जगह जगह पर आज लोग एक दूसरे की सहायता के लिए आगे आए हैं। गरीबों के लिए खाने से लेकर राशन की व्यवस्था हो लॉकडाउन का पालन हो, अस्पतालों की व्यवस्था हो, मेडिकल इक्वीपमेंट का देश में निर्माण हो-आज पूरा देश एक लक्ष्य, एक दिशा, साथ साथ चल रहा है।


पीएम मोदी ने कहा कि भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई सही मायने में people driven है। भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई जनता लड़ रही है, आप लड़ रहे हैं, जनता के साथ मिलकर शासन, प्रशासन लड़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि आज पूरा देश, देश का हर नागरिक, जन-जन इस लड़ाई का सिपाही है और लड़ाई का नेतृत्व कर रहा है। आज पूरा देश, एक लक्ष्य, एक दिशा के साथ आगे बढ़ रहा है।


पीएम मोदी सुबह 11 बजे ‘मन की बात’ मासिक रेडियो कार्यक्रम के 64वें एडिशन में लोगों के सामने पेश हो रहे हैं। जाहिर है कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन है। इस वजह से छोटे दुकानदार, किसान और मजदूर वर्ग के लोगों के सामने जीने-मरने का संकट आ गया है। ऐसे में उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इनसे जुड़े मुद्दे भी उठाएंगे।


शनिवार को पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लोगों से आज के ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुनने की अपील की है। उन्होंने लिखा, “इस बार के कार्यक्रम के लिए लोगों की तरफ से ढेर सारे सुझाव मिले हैं।”बता दें, इससे पहले 63वें ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कोरोना वायरस की वजह से देश के हालात को केंद्र में रखते हुए अपनी बात रखी थी।


826 लोगों की मौत, 26917 संक्रमित

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 26,917 हो गई है। इस महामारी से मृतकों की संख्या बढ़कर 826 हो गई है। लेकिन राहत की बात यह है कि कोरोना को लेकर देश में हालात सुधर रहे हैं। हॉटस्पॉट जिलों की संख्या में कमी आ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने रविवार को यह बात कही। डॉ. हर्षवर्धन ने आज दिल्ली में एम्स ट्रॉमा सेंटर का किया दौरा और कोरोना से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “देश मे कोरोना को लेकर स्थिति में सुधार आ रहा है। हॉटस्पॉट जिले अब गैर-हॉटस्पॉट जिलों में बदल रहे हैं। लाकडॉन-2 को और असरदार बनाने के लिए लोग सामाजिक दूरी बनाए रखने और सरकार के निर्देशों का पालन करें.” हर्षवर्धन ने इस दौरान कोरोना के कुछ मरीजों से मोबाइल पर वीडियो कॉल के जरिये बात की। अस्पताल में मिल रही सुविधाओं को लेकर मरीजों से फीडबैक भी लिया। 
इधर, कैबिनेट सचिव ने आज कोरोना को लेकर राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के साथ वीडियो कनफ्रेसिंग के माध्यम से बैठक की। बैठक में कैबिनेट सचिव कहा कि उन राज्यों को लाकडाउन और कंटेनमेंट को लेकर दिए दिशा-निर्देशों को और असरदार तरीके से लागू कराने की जरूरत है, जहां कोरोना के काफी मामले सामने आ रहे हैं। कैबिनेट सचिव ने राज्यों को मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देने की बात कही। खासकर राज्यों को आइसोलेशन बेड्स, आईसीयू बेड्स और वेन्टीलेटर्स की संख्या बढ़ाने पर जोर देना चाहिए।


कारगर उपाय-क्षमता बढ़ाने की जरूरत

नई दिल्ली। पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह तथा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि कोरोना को हराने के लिए इसकी टेस्टिंग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है और इसे बढ़ा कर प्रति दिन कम से कम एक लाख किया जाना चाहिए।राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि सारे विशेषज्ञ इस बात से सहमत हैं कि कोरोना को हराने के लिए इसकी टेस्टिंग ही एक मात्र उपाय है। उन्होंने कहा कि कोरोना को हराना है तो इसकी टेस्टिंग को वर्तमान 40 हजार से बढाकर हर दिन कम से कम एक लाख किया जाना जरूरी है। इसके लिए हमारे पास क्षमता है और प्रधानमंत्री को इस दिशा में तेजी से काम करने की आवश्यकता है।”इससे पहले डॉ. मनमोहन सिंह ने एक वीडियो संदेश में कहा कि कोरोना को हराने में टेस्टिंग ही उपयोगी है इसलिए इसकी क्षमता को बढ़ाना आवश्यक है और पर्याप्त रूप से देश में कोरोना टेस्टिंग की सुविधा विकसित की जानी चाहिए। टेस्टिंग सुविधा नहीं होगी तो कोरोना पर जीत हासिल करना कठिन हो जाएगा।


भारतीय निवेश 177.5 अरब डॉलर हुआ

नई दिल्ली। अमेरिका सरकार की प्रतिभूतियों में भारत का निवेश फरवरी, 2020 में 13 अरब डॉलर बढ़कर 177.5 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। पिछले एक साल यानी फरवरी, 2019 से अमेरिकी प्रतिभूतियों में भारत के निवेश में 33.2 अरब डॉलर का जोरदार इजाफा हुआ है। अमेरिका के वित्त विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार एक माह के दौरान अमेरिकी प्रतिभूतियों में भारत के निवेश में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। भारत पिछले साल नवंबर से अमेरिकी प्रतिभूतियों में अपना निवेश लगातार बढ़ा रहा है। उस समय यह 159.2 अरब डॉलर था। अमेरिकी प्रतिभूतियों में सबसे ज्यादा 1,268 अरब डॉलर का निवेश जापान का है। उसके बाद 1,092 अरब डॉलर के साथ चीन का नंबर आता है। ब्रिटेन 403.2 अरब डॉलर के साथ अच्छे-खासे अंतर से तीसरे स्थान पर है। भारत इस सूची में 13वें स्थान पर है। जनवरी के अंत तक भारत के पास अमेरिका सरकार की 164.3 अरब डॉलर की प्रतिभूतियां थीं। यह उस समय का उच्चस्तर था। इससे पहले दिसंबर में भारत के पास 162 अरब डॉलर की प्रतिभूतियां थीं। रिजर्व बैंक इन बांडों की खरीद करता है। अमेरिका का वित्त विभाग विभिन्न देशों की प्रतिभूतियों में हिस्सेदारी के आंकड़े जारी करता है। ब्राजील 285.9 अरब डॉलर के साथ चौथे, आयरलैंड 282.7 अरब डॉलर के साथ पांचवें, लग्जमबर्ग 260.8 अरब डॉलर के साथ छठे, हांगकांग 249.8 अरब डॉलर के साथ सातवें, स्विट्जरलैंड 243.7 अरब डॉलर के साथ आठवें, केमन आइलैंड 219.4 अरब डॉलर के साथ नौवें और ताइवान 201.9 अरब डॉलर के साथ दसवें स्थान पर है। सऊदी अरब इस सूची में 11वें स्थान पर है। उसके पास 184.4 अरब डॉलर की प्रतिभूतियां हैं।


ठीक होने के बाद 8 को किया डिस्चार्ज

गौतम बुध नगर। जिलाधिकारी के नेतृत्व में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा का करोना को हराने में बड़ा प्रयास वर्तमान तक 31कोरोना  पेशेंट को ठीक कर डिस्चार्ज किया गया आज कोरोना से संक्रमित 8 मरीजों के स्वस्थ होने पर किया गया डिस्चार्ज राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान के सभी स्टाफ को जिलाधिकारी ने उनके कार्य की की भूरी भूरी प्रशंसा आज दिनांक 26.04.2020 को जिलाधिकारी सुहास एल वाई व निदेशक डा0 (ब्रिगे0) राकेश गुप्ता ने राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा में भर्ती कोरोना संक्रमित 8 मरीजों को सफलतापूर्वक उपचार के उपरान्त प्रमाणपत्र व उपहार भेंट कर उनको अस्पताल से डिस्चार्ज किया, जिसमें 82 साल की श्रीमती उर्मिला व 79 साल के श्री गोपाल कपिल जो बी0पी0, हाइपर टेन्शन के मरीज थे और 3 साल के बालक वैदिक के साथ डा0 सहर का 6 दिन के नवजात शिशु भी शामिल है जिनके उपचार का डाक्टरों ने विशेष ध्यान रखा। इसके साथ ही अब तक जिम्स में भर्ती कुल 35 कोविड-19 मरीजों में से 31 मरीजों की उपचार के बाद छुट्टी हो चुकी है। निदेशक डा0 (ब्रिगे0) राकेश गुप्ता ने बताया कि यह सब संस्थान के नोडल अधिकारी डा0 सौरभ श्रीवास्तव व डा0 रश्मि उपाध्याय व उनकी टीम के उपचार व नर्सिंग स्टाॅफ की कडी मेहनत का फल है कि जिम्स से अब तक 31 मरीज की छुट्टी हो सकी है बाकि अन्य मरीजों की हालत भी स्थिर बनी हुई है तथा आशा है शीघ्र स्वस्थ होने के बाद उनकी भी छुट्टी की जायेगी। इस अवसर पर जिलाधिकारी  सुहास एल वाई ने संस्थान के निदेशक व उनकी टीम की सराहना की गयी और सभी आभार जताया। डा0 सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि लोगों को कोरोना से घबराना नहीं चाहिये सकारात्मक होकर ही कोरोना को हराया जा सकता है। मुख्य चिकत्सा अधीक्षक डा0 शिखा सेठ ने बताया कि वृद्धों, छोटे बच्चों व पहले से बीमार लोग अपने स्वास्थ का विशेष ध्यान रखें कोई भी परेशानी होने पर तुरन्त चिकित्सक से परामर्श करें तनिक भी देर ना करें। निदेशक डा0 (ब्रिगे0) राकेश गुप्ता ने बताया कि दिनांक 13 अप्रैल से संस्थान में भी कोविड-19 के नमूनों की जाॅच शुरू कर दी जिसमें संस्थान के अनुभवी संकाय सदस्य डा0 विवेक गुप्ता, डा0 हरमेश मनोचा व डा0 वरूण गोयल लगातार दिन-रात काम कर रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी डा0 अनुराग ने जानकारी दी अभी संस्थान में एक दिन में लगभग 150 नमूनों की जाॅच की जा रही है जिसकी क्षमता बढाने के प्रयास चल रहें हैं। इस अवसर पर सी0डी0ओ0 अनिल कुमार, प्रभारी सी0एम0ओ0, डा0 सतेन्द्र कुमार, डा0 वनिता लाल, डा0 सुनील दोहरे, डा0 पायल जैन, डा0 विकास शर्मा, डा0 आकाश राजा, डा0 वन्दना आदि उपस्थित रहे। राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गौतम बुध नगर।


खबर के बाद बौखलाई स्थानीय पुलिस

पुलिसकर्मियों की पिटाई की ख़बर छपने से बौखलाए इंस्पेक्टर व एसएसआई


मीडियाकर्मियों की कोतवाली में एंट्री पर लगाई रोक


बेहट(सहारनपुर)। पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की व हमले की खबरें प्रकाशित होने से गुस्साए बेहट कोतवाली इंस्पेक्टर आनंद देव मिश्र ने मीडियाकर्मियों के लिए अनोखा फ़रमान जारी किया है।
दरअसल, कोतवाली बेहट कस्बे में खड़ी प्राइवेट बस से चोरों ने बैटरे चोरी कर लिए थे। पीड़ित ने चोर को पकड़कर पुलिस को सौंपा था।। चोर से पूछताछ के बाद  पुलिस ने कस्बे की ही इंदिरा कालोनी में एक महिला के घर दबिश दी थी जहां पुलिसकर्मियों पर बर्तनों से हमला करने के साथ ही जमकर अभद्रता भी की गई थी.! जिसकी ख़बर अखबारों में प्रमुखता के साथ प्रकाशित की गई थी। अखबारों में पुलिस पर हमले की ख़बर प्रकाशित होने के बाद कोतवाली इंस्पेक्टर ने पत्रकारों के कोतवाली में आने पर रोक लगा दी। एक ओर तो लॉकडाउन के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों, सफाईकर्मियों के साथ साथ मीडियाकर्मी भी जान हथेली पर रखकर जनता को खबरों से रूबरू करा रहे है ऐसे में बेहट पुलिस का यह फ़रमान गले नही उतर रहा। क्या पुलिसकर्मियों के खिलाफ ख़बर छापने पर कोतवाली में मीडियाकर्मियों की एंट्री बैन की जा सकती है।
कोतवाली में चस्पा किए गए नोटिस में लिखा गया है कि कोरोना वायरस से संक्रमण के दृष्टिगत सोशल डिस्टेंसिग का पालन किया जाना आवश्यक है, अब सवाल यह उठता है कि क्या कोरोना का संक्रमण आज से ही शुरू हुआ है, या फिर कोरोना संक्रमण की आड़ में पुलिसकर्मियों पर हमले की ख़बर छपने की चिढ़ उतारने का फार्मूला अपनाया है।


रिपोर्ट:- शेख़ परवेज़/खुर्शीद आलम


करंट से लाइनमैन की दर्दनाक मौत


अतुल त्यागी प्रभारी
प्रवीण कुमार रिपोर्टर
हापुड़। ट्रांसफार्मर ठीक करने गए लाइनमैन की करंट लगने से अस्पताल में इलाज के दौरान हुई दर्दनाक मौत।


मामला जनपद हापुड़ के कोतवाली नगर क्षेत्र के रामपुर रोड का है जहां ट्रांसफार्मर में फाल्ट ठीक करते वक्त ट्रांसफार्मर में करंट आने से लाइनमैन साबिर अली 55 वर्षीय झुलस गया स्थानीय लोगों ने इलाज के लिए पास के अस्पताल में कराया भर्ती इलाज के दौरान अस्पताल में बिजली कर्मचारी की हुई दर्दनाक मौत। बिजली कर्मचारी मृतक साबिर अली 55 वर्षीय कोटला मेवातीयान हापुड़ नगर कोतवाली क्षेत्र का है निवासी सूचना मिलते ही मृतक के परिजनों में मचा कोहराम।


सफाईकर्मी-पत्रकारों को किया सम्मानित

बेटी बचाओ बेटी बेटी पढ़ाओ के महानगर के पदाधिकारियों ने किया सफाई कर्मचारियों का सम्मान


प्रयागराज। सर्वोदय नगर अल्लापुर के वार्ड  23 मे प्रयागराज महानगर बेटी बचाओ बेटी पढा़ओ अभियान की पदाधिकारी चेतना ओझा द्वारा सफाईकर्मियो एवं पत्रकारो को माल्यार्पण अंगवस्त्र एवं पुष्पवर्षा कर सम्मानित किया गया। इस शुभ अवसर पर संयोजक जयश्री जयसवाल जी सह संयोजक प्रेमा श्रीवास्तव जी डाँली जायसवाल जी अल्लापुर पार्षद कमलेश सिंह जी अधिवक्ता सत्यदेव ओझा जी विश्वास जायसवाल अक्षित ओझा शुभम श्रीवास्तव ईशान ओझा आदि सम्मिलित हुये।
रिपोर्ट बृजेश केसरवानी जिला संवाददाता प्रयागराज


अक्षय तृतीया, नहीं दिखी सोने की चमक

बरेली। देशव्यापी लाकडाउन के बीच अक्षय तृतीया में गुलजार रहने वाला बाजार इस बार कोरोना के कारण बेजार रहा। सोने की चमक फीकी रही। बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। दुकानें खुली न खरीदार पहुंचे। इसके सापेक्ष पर्व को लेकर 10 फीसद लोगों ने ऑनलाइन सोने की खरीद का दावा किया।


सर्राफा कारोबारी बताते हैं कि लॉक डाउन के कारण एक माह से ज्यादा समय से दुकानें बंद हैं। पिछले साल जहां जिले में करीब 6 से 7 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। वहीं इस बार 10 करोड़ के करीब कारोबार की उम्मीद थी, लेकिन लाकडाउन के कारण कारोबार लगभग पूरी तरह ठप रहा। रविवार को अक्षय तृतीया था। अक्षय तृतीया को शुभ दिन माना जाता है। इस पावन दिन में शादियां तो होती ही हैं, बल्कि कोई भी नयी चीजों की खरीदारी को भी शुभ माना जाता है। हर साल इस दिन लोग खरीदारी भी करते रहे हैं। मगर, इस बार कोरोना की मार के कारण सोना-चांदी, बाइक-कार, बर्तन, फर्नीचर, बिजली के उपकरण समेत सभी दुकानें बंद हैं। खरीददार भी लक्ष्मण रेखा खींच कर घरों के अंदर है।शहर की बात करें तो यहां करीब 500 छोटी बड़ी सर्राफा दुकानों से अक्षय तृतीया पर करीब 10 करोड़ का करोबार होने की उम्मीद थी, लेकिन इस बार बाजार का ऐसा रंग रहेगा, किसी ने पहले कभी इसकी कल्पना भी नहीं की थी। शादी-ब्याह के लिए यह दिन शुभ माना जाता है। इस दिन सबसे अधिक शादियां होने के कारण सोना-चांदी के दुकानों पर भीड़ लगी रहती थी।


यही नहीं आमलोग भी इस दिन कुछ न कुछ खरीदना शुभ मानते हैं। बाजार खरीदारों से अटा पड़ा रहता था। इस दिन नई कार और नई बाइक भी लोग खूब खरीदते हैं। इसके लिए लोग पहले से ही लोग बुकिंग तक करवा कर रखते थे। मगर ऑटो मोबाइल सेक्टर भी बंद है। जिससे करोड़ों का नुकसान हो रहा है।


अक्षय तृतीय के दिन आलमगिरिगंज की गलियों में रहा सन्नाटा
कोरोना वायरस ने हर धंधा चौपट कर दिया है। इसका असर अक्षय तृतीय के दिन देखने को मिला। इसका अंदाजा ऐसे लगा सकते है, जो आलामगिरिगंज स्थित सराफा बाजार अक्षय तृतीय के दिन गुलजार रहता था। वो बाजार रविवार को अक्षय तृतीय के दिन सन्नाटे में बीता रहा। जिसके चलते आमजन से लेकर सर्राफा व्यापारी भी परेशान रहे। कोविड-19 के चलते पूरे सर्राफा मार्केट की चली रौनक गई। वहीं व्यापार ना होने से व्यापारियों के चेहरे मुरझाए नजर आए।


“आनलाइन सोने की खरीद का फार्मूला समझ से दूर है। वहीं दूसरी तरह लाकडाउन में इस बार पिछले कई दिन से रेट नहीं खुल रहे। ऐसे में व्यापारी और ग्राहक के बीच डिलींग पर कुछ कहना गलता होगा। हो सकता है कि शुभ म़ुहूर्त के चलते सोना या आभूषण की बुकिंग कर दी गई हो और भुगतान लाकडाउन के बाद डिलीवरी के दौरान उस समय के रेट से कर दिया जाए।” -संदीप अग्रवाल मिंटू, अध्यक्ष, बरेली सर्राफा एसोसिएशन


“अक्षय तृतीया पर कई शोरूम मालिकों द्वारा आनलाइन खरीददारी की बात कही गई है, लेकिन लाकडाउन में यहा मुनासिब होना नाकाफी है। वजह यह है डिलवीरी किसी भी कीमत पर नहीं की हो सकती। खरीददार को जब शुभ मुहूर्त में सोना या आभूषण नहीं मिलेगा तो बुकिंग का कोई मतलब नहीं बनता।” -संजीव औतार अग्रवाल, सर्राफा कारोबारी


बर्तन, इलेक्ट्रानिक बाजार को नुकसान
बर्तन के व्यापारी सुमित कुमार कहते हैं कि हर साल अक्षय तृतीया पर लोग कम से कम एक बर्तन जरूर खरीदते थे। थाली, गिलास, प्लेट, चम्मच समेत अन्य जरूरी बर्तन लोग खरीदकर बाजार से घर ले जाते थे। इस बार कोरोना के कारण सभी दुकानें बंद हैं। इससे बर्तन बाजार को भी काफी नुकसान हो रहा है। इसी तरह फर्नीचर-अलमीरा, बर्तन स्टैंड, ट्रंक, बिजली के उपकरण बेचने वाले दुकानदार भी कोरोना की मार झेल रहे हैं।


स्वास्थ्य रक्षा की ईश्वर से गुहार
आजाद नगर निवासी निशा कुमारी ने कहा कि इस बार अक्षय तृतीया पर मंदिरों में पूजा अर्चना नहीं कर पाएं। बाजार से भगवान के लिए फूल-मालाएं एवं भोग के लिए प्रसाद लाना भी मुश्किल था। लिहाजा घर में ही खीर और हलवा बनाकर मां लक्ष्मी और विष्णु को भोग लगाया। खुशियां दोगुनी इसलिए भी रही क्योंकि बच्चे मुंडन था। कोरोना वायरस के रोकथाम को लेकेर भी सभी के स्वास्थ्य रक्षा के लिए ईश्वर से गुहार लगाई।


 


यस बैंक घोटाले के आरोपी गिरफ्तार

मुंबई। केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रविवार को यस बैंक के घोटाले के आरोपी वधावन बंधुओं को महाबलेश्वर से हिरासत में लिया जहां से उन्हेंं मुंबई लाया जाएगा। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि, “सतारा पुलिस ने सीबीआई को सभी तरह की सहायता प्रदान की और आरोपियों को ले जाने के लिए एक लिखित अनुरोध पर मुंबई तक चार गार्डों के साथ एक एस्कॉर्ट वाहन उपलब्ध कराया। वधावन बंधुओं की गिरफ़्तारी की प्रक्रिया चल रही है। 
देशमुख ने यह भी घोषणा की कि पूर्णबंदी के दौरान पुणे से सतारा जाने के लिए वधावन (डीएचएफएल के प्रमोटरों) और अन्य को दी गई अनुमति की जांच पूरी हो गई।


प्रदेश के गृह मंत्री ने ट्वीट किया,“प्रधान सचिव गृह (विशेष) अमिताभ गुप्ता के खिलाफ जांच संबंधी अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज सौनिक की रिपोर्ट आज या कल सौंपे जाने की संभावना है।” गत नौ अप्रैल को पूर्णबंदी केे दौरान आरोपी कपिल वधावन और धीरज वधावन दोनों भाई परिवार के अन्य 21 सदस्यों के साथ पुणे में खंडाला हिलस्टेशन से सतारा के महाबलेश्वर गए थे। इससे एक दिन पहले आठ अप्रैल को अमिताभ गुप्ता ने पांच वाहनों में महाबलेश्वर की यात्रा करने के लिए लिखित में अनुमति दी थी लेकिन जब वे नौ अप्रैल को महाबलेश्वर पहुंचे तो स्थानीय लोगों ने इसका पुरजोर विरोध किया और इसके बाद इन सभी को पंचगनी हिल-स्टेशन पर क्वारंटीन में भेज दिया गया था। इस घटना के दौरान स्थिति विस्फोटक हो गयी और एक दूसरे पर आरोप और प्रत्यारोप की झड़ी लग गई।


गृह मंत्री देशमुख ने अमिताभ गुप्ता को 10 अप्रैल से ‘अनिवार्य छुट्टी’ पर भेज दिया और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को घटना की जांच का आदेश दिया। इस बीच 22 अप्रैल को वधावन बंधुओं की क्वारंटीन अवधि समाप्त हो गयी और राज्य सरकार ने सीबीआई को उन्हें हिरासत में लेने को कहा जिसे जांच एजेंसी ने आज पूरा किया।


क्वारंटीन के दौरान हालांकि दोनों भाइयों ने अपने वकीलों के जरिये यह दावा किया कि वे वास्तव में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ‘कोविड-19′ से बचने के लिए महाबलेश्वर आए थे और और उन्होंने खंडाला के किराए के आवास से महाबलेश्वर में अपने पैतृक घर आने का फैसला किया था। इस विवाद के बाद सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी सतारा पुलिस को वधावन को पकड़ने के लिए पत्र लिखा था। बाद में उन पांच वाहनों को जब्त कर लिया जिनमें वधावन परिवारों ने यात्रा की थी।


 


दिल्ली में 44 स्वास्थ्य कर्मी पॉजिटिव

नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में स्थित बाबू जगजीवन राम अस्पताल के 44 डाक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के कोरोना पाजिटिव पाये जाने से दहशत का माहौल है। पिछले दिनों इलाके में वायरस संक्रमण के दो स्थानों पर बडी संख्या में मामले आने पहले से ही हडकंप है और अब अस्पताल के कर्मचारियों के इतनी अधिक संख्या में संक्रमित होने से लोगों में और भय फैल गया है।


दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन रविवार को कहा जहांगीरपुरी में पिछले दिनों कोरोना संक्रमित सामने आए थे। अब बाबू जगजीवन राम अस्पताल के 44 कर्मी संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। उन्होंने कहा अभी अन्य कर्मियों की रिपोर्ट आना शेष हैं। सत्येंद्र जैन ने कहा कि अस्पताल की चिकित्सा सेवाओं को बंद कर पूरे अस्पताल को सैनेटाइज किया जा रहा है। उन्होंने कोरोन के गंभीर स्थानीय संक्रमण की आशंका व्यक्त की है। इससे पहले उत्तरी दिल्ली नगर निगम के बाड़ा हिंदूराव अस्पताल को अस्पताल की एक नर्स के कोरोना वायरस पॉजिटिव पाये जाने के बाद बंद कर दिया गया है। निगमायुक्त वर्षा जोशी ने बताया कि शनिवार शाम एचआरएच में कार्यरत एक नर्स कोरोना पाजिटिव पाई गई। नर्स ने अस्पताल परिसर में पिछले दो सप्ताह के दौरान कई जगहों पर काम किया है । इसलिए अस्पताल को पूरी तरह सैनेटाइज करने और नर्स के संपर्क में आने वालों का पता लगाने के लिए फिलहाल बंद कर दिया गया है।


निगमायुक्त ने कहा अस्पताल में प्रसूति विभाग मे केवल कुछ मरीज भर्ती हैं। उनके लिए अस्पताल प्रबंधन उचित व्यवस्था कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह निश्चित रुप से लापरवाही का मामला है। यह मामला डेढ घंटा पहले ही संज्ञान में आया है। इसलिये कौन जिम्मेदार है अभी कह पाना संभव नहीं है। इसकी पूरी जांच की जायेगी और जो भी जिम्मेदार होगा उसे बक्शा नहीं जायेगा।


यूपी में हुई संक्रमितो की संख्या-1793

लखनऊ। सुभे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा लॉकडाउन में हॉटस्पॉट बनाकर कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के प्रयास में तब्लीगी जमाती तथा उनके नजदीकी रोड़ा बन रहे हैं। प्रदेश में लगातार कोरोना वायरस पॉजिटिव बढ़ते ही जा रहे हैं। शन‍िवार शाम मुरादाबाद में एक और मौत के बाद प्रदेश में अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्‍या 27 हो गई है। इनमें से आठ आगरा के हैं। वहीं संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1793 तक पहुंच गई हैैै।


प्रदेश के 75 में से 57 जिले कोरोना वायरस पॉजिटिव की चपेट में हैं। प्रदेश में शनिवार को 177 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इस तरह से प्रदेश में अब कोरोना पॉजिटिव की सक्रीय मरीजों की संख्या 1793 हो गई है। इनमें तब्लीगी जमात के 1040 लोग हैं।अब तक आगरा 373, लखनऊ 193, गाजियाबाद 53, नोएडा 113, लखीमपुर खीरी 4, कानपुर 149, पीलीभीत 2, मुरादाबाद 101, वाराणसी 26, शामली 27, जौनपुर 5, बागपत 15, मेरठ 89, बरेली 6, बुलंदशहर 38, बस्ती 23, हापुड़ 18, गाजीपुर 6, आजमगढ़ 8, फिरोजाबाद 83, हरदोई 2, प्रतापगढ़ 6, सहारनपुर 160, शाहजहांपुर 1, बांदा 3, महाराजगंज 6, हाथरस 4, मिर्जापुर 3, रायबरेली 43, औरैया 10, बाराबंकी 1, कौशांबी 2,  बिजनौर 29, सीतापुर 20, प्रयागराज 4, मथुरा 9, बदायूं 13, रामपुर में 20, मुजफ्फरनगर 17,  अमरोहा 25, भदोही में 1, कासगंज 3, इटावा 2, संभल 12, उन्नाव 1, कन्नौज 7, संत कबीर नगर 21, मैनपुरी 5, गोंडा 1, मऊ 1,एटा 3, सुल्तानपुर 3, अलीगढ़ 11, श्रावस्ती 4, बहराइच 8, बलरामपुर 1, अयोध्या 1 मरीज अब तक कोरोना पॉजिटिव मिलेयूपी में अब तक कोरोना से बस्ती में 1, मेरठ में 4, वाराणसी में 1, बुलंदशहर में 1, मुरादाबाद में 6, आगरा में 8, कानपुर 3, लखनऊ 1, फिरोजाबाद 1, अलीगढ़ में 1 मरीजों की मौतकिंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में शनिवार सुबह 822 सैंपल में से 43 की रिपोर्ट पॉजिटिव है। इनमें 20 लखनऊ, 11 आगरा, नौ सहारनपुर तथा तीन सीतापुर में भर्ती हैं।


लखनऊ और आगरा के साथ ही अब सहरानपुर में भी तब्लीगी जमात के कारण पॉजिटिव की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। इससे पहले शुक्रवार को प्रदेश में 173 नए पॉजिटिव केस सामने आए थे। कल लखनऊ में मिले पॉजिटिव में नौ माह का बच्चा भी शामिल है। अलीगढ़ में एक महिला डाक्टर कोरोना संक्रमित पाई गई है। प्रदेश में बीते तीन दिन में 1499 संदिग्ध मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करवाया गया। वहीं 20 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई। अब तक 226 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त सूबे के प्रयागराज में फिर नए मरीज सामने आए हैं। प्रदेश में सर्वाधिक 359 पॉजिटिव आगरा में हैं और दूसरे नंबर पर लखनऊ में 224 हैं। तीसरे नंबर पर सहारनपुर में अब 160 पॉजिटिव हो गए हैैं। शुक्रवार को कोरोना वायरस के जो 173 संक्रमित पाए गए उनमें आगरा में 12, लखनऊ में कुल 21 (शुक्रवार शाम 19 मरीज), नोएडा में नौ, कानपुर में 48 मरीज, वहीं सहारनपुर में 28, , मुरादाबाद में सात, वाराणसी में सात, शामली में एक, मेरठ में चार, बुलंदशहर में पांच, बस्ती में तीन, प्रयागराज में तीन, अलीगढ़ में दो, आजमगढ़ में एक, फीरोजाबाद में नौ, सहारनपुर में 25, मथुरा, कन्नौज, मैनपुरी, कन्नौज में मिले एक-एक मरीज शामिल हैैं।वहीं, शुक्रवार को जो 20 डिस्चार्ज किए गए उनमें शामली में 13,बागपत में एक, गाजियाबाद में दो, मेरठ में दो और नोएडा में दो मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई। अब तक 226 मरीजों को छुट्टी दी जा चुकी है। अभी तक जो कुल 1683 मरीज कोरोना के पाए गए हैं उनमें 962 तब्लीगी जमात से लौटे लोग व इनके संपर्क में आए लोग शामिल हैं।अब तक जिन 26 मरीजों की मौत हुई है उसमें आगरा में आठ, मुरादाबाद में पांच, मेरठ में चार, कानपुर में तीन और बस्ती, वाराणसी, बुलंदशहर, लखनऊ, फीरोजाबाद और अलीगढ़ में एक-एक मरीज शामिल है। प्रदेश में कुल 57 जिलों में कोरोना वायरस के मरीज पाए जा चुके हैं। राज्य सरकार ने 11 जिलों को कोरोना मुक्त घोषित किया था मगर प्रयागराज में दोबारा मरीज मिलने के बाद अब 10 जिले कोरोना मुक्त हैं। ऐसे में कुल 47 जिलों में कोरोना के एक्टिव केस हैं।यूपी में कोरोना की जांच के लिए 15 लैब हैं और इसमें से चार चिकित्सा संस्थानों में पूल टेस्टिंग भी की जा रही है। ऐसे मे अब साढ़े तीन हजार से अधिक सैंपल लैब में रोजाना जांचे जा रहे हैं। शुक्रवार को नई जांच और बैकलाग के कुल 7683 नमूनों की रिपोर्ट जारी की गई। अब तक 53166 मरीजों की जांच हुई है और इसमें से 51161 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं 384 मरीजों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है।यूपी में चीन सहित विदेश यात्रा से लौटे 91719 लोगों को शुक्रवार को चिन्हित किया गया। इन्हें स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम की निगरानी में रखा गया है। अब तक 182190 लोग चिन्हित किए जा चुके हैं। 11936 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन किया गया है।राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को मिले कुल 19 पीडि़तों में एक ही परिवार के सात सदस्य शामिल हैं। जिनमें नौ माह का बच्चा भी शामिल है। इस परिवार के अब तक आठ लोग संक्रमित मिल चुके हैं। जो कि प्रदेश का सबसे कम उम्र का कोरोना संक्रमित है। इससे पहले गोमती नगर निवासी महिला डॉक्टर को ढाई वर्षीय बच्चे में कोरोना पाया गया था। वहीं, 19 संक्रमितों में छह दिल्ली निवासी जमाती भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि लखनऊ में अब तक 224 संक्रमित मिल चुके हैं।


आगरा हॉट स्पॉट में संक्रमित- 358

आगरा। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना का असर ताज नगरी आगरा पर पड़ रहा है। यहां 8 लोग अबतक अपनी जान गंवा चुके हैं जो प्रदेश में सबसे ज्यादा है। शनिवार को सुबह जिले में कोविड-19 से संक्रमित 10 लोग पाए गए। नए मरीजों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की संख्या 358 पहुंच गई है। जबकि 18 लोग स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं। वहीं जिले में एक्टिव केस 312 है। प्रदेश में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1648 पहुंच गई है। जबकि इस वायरस से अबतक कुल 26 लोग मर चुके हैं। शुक्रवार को भले ही नए कोरोना मरीजों की संख्या कम हो, लेकिन पुलिस लाइन की मैस में फॉलोअर के संक्रमित होने की खबर ने सबकी नींद उड़ा दी है। मैस में बड़ी संख्या में पुलिस वाले खाना खाने आते थे। फॉलोअर का मकान आवास विकास कालोनी में है। इसके अलावा संक्रमितों में एक एसएनएमसी का वार्ड ब्यॉय भी है। दो संक्रमित शहजादी मंडी क्षेत्र के हैं। अन्य संक्रमितों में भोगांव मैनपुरी, नगला कली की महिला, करोधना कलां, पश्चिमपुरी के लोग शामिल हैं। वहीं ताजगंज निवासी गुड्डू (35) की सांस की बीमारी के कारण 21 अप्रैल को मौत हो गई थी। सैंपल लिए जाने के बाद गुरुवार को रात में कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। वहीं, बुंदू कटरा निवासी सराफा व्यवसायी निरंजन अग्रवाल (57) की गुरुवार को मौत हो गई थी। देर रात आई कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव निकली। डीएम प्रभु एन. सिंह ने बताया कि आगरा में 13 संक्रमित मिलने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या 348 हो गई। है। आगरा में अब तक 4,605 लोगों की जांच हो चुकी है। उन्होंने बताया कि आगरा में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या आठ हो गई है। वीरवार को आए ताजा आंकड़ों ने आगरा के स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल भी खोलकर रख दी। विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अपने ही स्वास्थ्य कर्मियों और टेक्नीशियनों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया नहीं करा पा रहे हैं। बता दें कि कोरोना पॉजिटिव का सेंपल ले रहे टेक्नीशियन भी कोरोना पॉजिटिव निकला है। जिले के एसआर अस्पताल से 9 जबकि पारस अस्पताल से कोरोना के 9 संक्रमित सामने आ चुके हैं। जिला प्रशासन ने इनके खिलाफ कोई एफआईआर नहीं दर्ज कराई। इतना ही नहीं आगरा की स्थिति हर दिन बदहाल होती जा रही है। यहां कोरोना के एक्टिव केस 275 हो चुके हैं। 4332 से ज्यादा लोगों की अभी तक सेंपलिंग हो चुकी है। इतने केस बढने के बावजूद जिले में अभी तक 299 रेपिट किट टेस्ट उपलब्ध है। इसके अलावा एक एम्बुलेंस ड्राइवर भी संक्रमित पाया गया है। जिसके बाद से ही एम्बुलेंस स्टाफ में हड़कंप मचा हुआ है। अब जिला प्रशासन ने सभी एम्बुलेंस चालकों की जांच का फैसला लिया है। इस जिले में कोई भी दिन ऐसा नहीं है जिस दिन कोई मरीज न मिले। इससे पहले सोमवार को 12 नए मामले सामने आने के बाद मरीजों की संख्या 267 हो गई थी। लगातार कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के बाद आगरा अब यूपी का सबसे बड़ा हॉट स्पॉट बन गया है। आगरा में बढ़ते पॉजिटिव मरीजों की संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने और सख्ती बढ़ा दी है। पिछले दो दिनों से शहर में कफ्र्यू जैसा माहौल है। पुलिस के साथ ही पीएसी को भी सड़कों पर उतार दिया गया है। साथ ही अब शहर में सब्जी व दूध बेचने के लिए भी अनुमति लेनी होगी। बिना अनुमति के सब्जी या दूध बेचने पर एफआईआर दर्ज होगी। रविवार को दो सब्जी विक्रेताओं में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन ने यह फैसला लिया है। साथ ही शहर की तीन सब्जी मंडियों को भी बंद कर दिया गया है।दरअसल, रविवार को फ्रीगंज इलाके में एक सब्जी बेचने वाले में कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसके बाद चमन लाल बाड़ा इलाके को सील कर दिया गया। साथ ही 2000 लोगों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया। इसके बाद देर रात एक और सब्जी विक्रेता में संक्रमण की पुष्टि हुई। विजय नगर क्षेत्र में सब्जी विक्रेता में संक्रमण की पुष्टि मिलने के बाद हड़कंप मच गया। उसके बाद जिला प्रशासन ने बिना अनुमति के सब्जी या दूध बेंचने पर प्रतिबंध लगा दिया। साथ ही कहा गया है कि बिना अनुमति के सब्जी या दूध बेचने वालों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज होगी। फव्वारा इलाके में दवा के थोक विक्रेता के एक कर्मी में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद शहर के मेडिकल स्टोर संचालक सहमे हुए हैं। आगरा में अब तक 308 लोग कोरोना पाजिटिव हुए हैं। इनमें 104 लोग तबलीगी जमात से जुड़े हैं या फिर उनके संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं। अब तक जिले में 6 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है, जबकि 18 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।


इंफेक्शन रोकने को जिलेवार टीम गठित

लखनऊ, (इस्लाम खान)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेडिकल इंफेक्शन को रोकने के लिए बेहतर तथा प्रभावी प्रयास किये जाने पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि डाॅक्टरों सहित सभी चिकित्सा कर्मियों को प्रत्येक दशा में कोविड-19 के संक्रमण से सुरक्षित रखना आवश्यक है। उन्होंने मेडिकल इंफेक्शन की रोकथाम के लिए डेडिकेटेड टीम गठित करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेडिकल इंफेक्शन को रोकने के लिए राज्य मुख्यालय तथा जनपदों में टीम बनायी जाए। यह टीम सरकारी और निजी सभी अस्पतालों में मेडिकल इंफेक्शन पर फोकस करते हुए इसे रोकने के लिए कार्य करंे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग को प्राथमिकता पर ऐसी टीमों का गठन करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कोविड अस्पतालों की श्रृंखला तैयार करने, चिकित्सालयों में आॅक्सीजन की नियमित व सुचारू आपूर्ति बनाये रखने तथा ट्रेनिंग को और गति देने पर बल दिया। उन्हांेने कहा कि मेडिकल शिक्षा के विद्यार्थियों तथा आयुष आदि चिकित्सकों की भी मेडिकल ट्रेनिंग करायी जाए। उन्होंने एल-1, एल-2 तथा एल-3 अस्पतालों की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक जनपद में एक अतिरिक्त सी0एच0सी0 को एल-1 अस्पताल के तौर पर तैयार किया जाए। इस कार्य को समयबद्ध ढंग से सुनिश्चित कराने के लिए एक अधिकारी को नामित किया जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि लाॅकडाउन का शत-प्रतिशत पालन कराते हुए सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। पेट्रोलिंग को बढ़ाया जाए। अवैध शराब के विरुद्ध कार्रवाई निरन्तर जारी रखी जाए। उन्होंने कहा कि रमजान के दृष्टिगत पूरी सावधानी व सतर्कता बरती जाए। सोशल मीडिया पर नजर रखी जाए। उन्होंने संक्रमण की दृष्टि से जनपद संतकबीरनगर की बढ़ी हुई संवेदनशीलता के मद्देनजर, मण्डलायुक्त बस्ती, पुलिस महानिरीक्षक बस्ती तथा स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि सप्लाई चैन से जुड़े लोगों की टेस्टिंग करायी जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि क्वारंटीन सेन्टर तथा शेल्टर होम में हर हाल में सोशल डिस्टेंसिंग अपनायी जाए। शेल्टर होम में क्वारंटीन अवधि पूरी करने के बाद होम क्वारंटीन के लिए घर जाने वाले श्रमिकों को राशन की किट व एक हजार रुपये का भरण-पोषण भत्ता दिया जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद स्तर पर किये जा रहे कार्यों की प्रगति की निरन्तर जानकारी प्राप्त करते रहें। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर अलग-अलग कार्यांे के लिए अधिकारी नामित किये जाएं, जिससे कार्यांे का सुचारू संचालन हो और इनके लिए जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही भी तय की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार ने एक समिति गठित की है। प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, जिसे कार्य योजना बनाकर सफलतापूर्वक लागू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि तालाब व चेक डैम आदि से सम्बन्धित कार्य शुरू कराये जाए। इन कार्यों में प्रवासी मजदूरों को भी लगाया जाए। मुख्यमंत्री ने अन्य राज्यों में 14 दिन का क्वारंटीन पूरा कर चुके उत्तर प्रदेश के श्रमिकों, कामगारों तथा मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाए जाने के सम्बन्ध में भी विचार-विमर्श किया। उन्होेंने बड़ी संख्या में शेल्टर होम को तैयार किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इनमें पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाया जाए, भोजन एवं शौचालय की सुचारू व्यवस्था की जाए। उन्होंने कम्युनिटी किचन को और प्रभावी बनाये जाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि किसी भी उद्योग के संचालन से यदि संक्रमण फैलने की जरा भी सम्भावना हो तो उसे संचालन की अनुमति न दी जाए। उन्होंने कहा कि एम0एस0एम0ई0 के संचालन को बढ़ावा दिया जाए, क्यांेकि इनके माध्यम से इंफेक्शन बढ़ने की सम्भावना नहीं है। इस सेक्टर के उद्योगों के कच्चे माल की आपूर्ति के लिए सप्लाई चैन बनायी जाए। उन्होंने प्रमुख सचिव एम0एस0एम0ई0 को पी0पी0ई0 किट्स की आपूर्ति व्यवस्था को बढ़ाने के निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कृषि विभाग द्वारा इस बात का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए कि प्रदेश में कृषि उपकरणों की कमी नहीं है। किसान समय से फसल कटवाते हुए अपनी उपज को क्रय केन्द्र पर ले जाएं। प्रदेश में पर्याप्त संख्या मंे क्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं। उन्होंने निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाए कि मण्डियांे तथा क्रय केन्द्रों पर भीड़ एकत्र न हो तथा सोशल डिस्टेंसिंग प्रभावी ढंग से लागू रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि मण्डी तथा क्रय केन्द्रों के माध्यम से अब तक 50 लाख कुन्तल से अधिक गेहूं की खरीद हो चुकी है। इस अवसर पर मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल एवं संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव एम0एस0एम0ई0 नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव खाद एवं रसद निवेदिता शुक्ला वर्मा, प्रमुख सचिव कृषि डाॅ0 देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


शुक्र के करीब से गुजरेगा चंद्रमा

रविवार रात को आसमान में चन्द्रमा और सौरमंडल के सबसे चमकीले शुक्र ग्रह के कंजंक्शन की दुर्लभ खगोलीय घटना घटित होगी। रात 8.53 पर चन्द्रमा और शुक्र ग्रह एक दूसरे के इतने करीब आ जाएंगे कि वे एक दूसरे से इस माह में सबसे कम कोणीय दूरी पर होंगे। इनकी बीच की कोणीय दूरी लगभग 6 डिग्री रह जाएगी। 
इंदिरा गांधी नक्षत्र शाला के वैज्ञानिक अधिकारी सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि लखनऊ के रात्रि आकाश में ये दोनों ग्रह सूर्यास्त के बाद से ही दिखने लगेंगे। इन दोनों के एक दूसरे के करीब आने को शाम 6.52 मिनट से देखा जा सकेगा। रात में 8.53 पर इन दोनों के बीच की दूरी सबसे कम रह जाएगी। एस्ट्रो फोटोग्राफर के लिए ये बहुत ही अद्भुद घटना है। जिसकी पिक्चर्स हर कोई अपने कैमरे में कैद कर अपने पास संजोकर रखना चाहेगा।
इससे पूर्व इसी माह की 14 अप्रैल को चन्द्रमा और बृहस्पति, 15 अप्रैल को चन्द्रमा और शनि और 16 अप्रैल को चन्द्रमा व मंगल एक दूसरे के सबसे करीब आ चुके है। उनका कहना है कि अप्रैल माह हमेशा से ही एस्ट्रोनॉमर की पसंद रहा है। इस महीने में प्रतिदिन रात्रि आकाश में कोई न कोई खगोलीय घटना घटित होती रहती है। इस महीने ज्यादातर आसमान साफ रहता है। दिन लंबे होना शुरू हो चुके होते हैं। समस्त घटनाएं लोग आसानी से देख सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय खगोलिकी संगठन ने अप्रैल माह को ग्लोबल एस्ट्रोनॉमी मंथ घोषित किया हुआ है।


नाव से तमिलनाडु से पहुंचे उड़ीसा

भुनेश्वर। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए बंद के बाद तमिलनाडु में फंसे 38 मछुआरों ने ओडिशा के अपने गृह नगर पहुंचने के लिए एक नौका से पांच दिन की समुद्र की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने करीब 600 समुद्री मील का सफर तय किया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी है।
ये लोग एक मछली व्यापारी के पास काम करने के लिए चेन्नई गए थे, लेकिन राष्ट्रव्यापी बंद के बाद वे वहां फंस गए। एक मछुआरे ने बताया कि हमने दो इंजन वाली लकड़ी की एक नौका खरीदी और 20 अप्रैल को चेन्नई से रवाना हो गए। पांच दिन लंबी यात्रा के बाद, ये शनिवार शाम गंजाम पहुंचे। यह पूछे जाने पर कि वे बंद के दौरान चेन्नई छोड़ने पर मजबूर क्यों हुए, एक अन्य मछुआरे ने कहा कि आप जानते हैं कि तमिलनाडु में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। उसके अलावा, कुछ दिनों बाद हमारे पास खाने को कुछ नहीं होता। इन परिस्थितियों के कारण हम जोखिम लेने को मजबूर हुए। 38 मछुआरे गंजाम के चिकिती के पास पातिसोनापुर तट पर पहुंचे। चिकिती के तहसीलदार हरप्रसाद भोई ने बताया कि उन सभी को स्थानीय पुलिस थाने में भोजन दिया गया और उसके बाद 14 दिन के लिए एक केंद्र में क्वारंटाइन किया गया गया है। जिला कलेक्टर विजय अमृत कुलांगे ने बताया कि सभी 38 मछुआरे के नमूने कोरोना वायरस की जांच के लिए भेजे गए हैं।


यूपी में अजान पर लगी रोक, जानेंं सच

लखनऊ । कोरोना वायरस कोविड-19 और लॉकडाउन के बीच मुसलमानों का पवित्र रमजान का महीना शुरू हो चुका है। मुस्लिम समुदाय ने शनिवार को पहला रोजा रखा। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते लगातार विभिन्न प्रदेशों की सरकारें मुस्लिमों से घर पर ही नमाज पढ़ने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रही हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने मस्जिदों से अजान पर पाबंदी लगा दी है। हालांकि यह दावा बेबुनियाद है, यूपी सरकार की ओर से अजान पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है।


दरअसल सोशल मीडिया पर पूर्व राज्यसभा सांसद शाहिद सिद्दिकी समेत कई यूजर्स ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में अजान पर रोक लगा दी गई है। शाहिद ने ट्वीट किया, ‘रमजान में अजान बहुत महत्वपूर्ण होती है। यह एक क्षेत्र विशेष के लोगों को सेहरी और इफ्तार के बारे में बताती है। इसे सुनकर ही लोग अपना रोजा तोड़ते हैं। भारत समेत पूरी दुनिया में कहीं पर भी अजान पर रोक नहीं लगाई गई है, फिर इसे यूपी में क्यों रोका गया है?’ शाहिद के अलावा अन्य कई यूजर्स ने भी इसे लेकर ट्वीट किए हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर किए जा रहे ये दावे पूरी तरह से गलत हैं।


सरकार-भाजपा पर लगाए आरोप

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि पूरा देश कोरोना वायरस के खिलाफ संघर्ष में एकजुट है। लॉकडाउन का भी सभी समर्थन कर रहे हैं। जनहित और जनसुविधा सम्बन्धित सरकारी निर्देशों का पालन भी हो रहा है। लेकिन सरकार के भ्रामक बयानों से जनता में दुविधा की स्थिति बन रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा प्रशंसित मॉडल कामयाब नहीं हो रहे हैं। मजदूर और गरीब को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। सरकार द्वारा उनकी सुध नहीं ली जा रही है कि उनका इलाज, उनके भोजन और आवास की व्यवस्था करनी चाहिए। जहां जनता कोरोना को हराने के लिए प्रतिबद्ध है, वहीं भाजपा सरकारें ईमानदारी से काम करने के बजाय राजनीति करने से बाज नहीं आ रही हैं।


कम्युनिटी किचन और आरएसएस के भण्डारे में कोई फर्क नहीं दिख रहा


उन्होंने कहा कि प्रदेश में कम्युनिटी किचन और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) के भण्डारे में कोई फर्क नहीं दिखता है। स्वयंसेवी संस्थाओं और सरकारी संस्थानों से प्राप्त खाद्य सामग्री को आरएसएस द्वारा अपना बताकर और मोदी थैली में भरकर कुछ भाजपाई परिवारों में वितरित करना घटिया मानसिकता प्रदर्शित करता है।


संघ की कुटुम्ब शाखा कैसे लगाई जा रही है? 


अखिलेश ने सवाल किया कि संघ की कुटुम्ब शाखा कैसे लगाई जा रही है? भाजपा की सरकार क्या संघ का एजेंडा बढ़ाने के लिए ही चुनी गई है? कोरोना युद्ध में जिस आगरा मॉडल की प्रधानमंत्री ने तारीफ की थी, वह लगातार गम्भीर लापरवाही और बदइंतजामी से फेल हो चुका है। जिला प्रशासन की हेल्पलाइन कारगर नहीं हो सकी है। दवा पूर्ति दूर की कौड़ी साबित हो रही है। लखनऊ और प्रदेश के कई अन्य जनपदों में जहां हॉटस्पॉट हैं, वहां भी न तो लॉकडाउन का पूरा पालन हो पा रहा है और न ही वहां के निवासियों को आवश्यक खाद्य पदार्थों और दूध आदि की ठीक से सप्लाई हो पा रही है।


उन्होंने कहा कि टेस्टिंग का ब्यौरा टीम-इलेवन को बताना चाहिए। जहां-जहां लॉकडाउन सख्ती से लागू है, वहां दोगुना कोरोना केस कैसे आये हैं? मुख्यमंत्री के इस मॉडल की खुद भाजपाई प्रशंसा करते रहते हैं परन्तु इस मॉडल की नाकामयाबी भी जाहिर है। राज्य सरकार ने राजधानी में कई दुकानों को दवा, किराना आदि की सप्लाई के लिए विशेष पास जारी किए गए थे। कई दुकानदारों ने जनता को राहत पहुंचाने की जगह अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए। फोन पर लोगों को भटकाते रहे या फिर सामानों के इतने मंहगे दाम बताए कि लोगों ने तौबा कर ली। विशेष पास का इस्तेमाल शहर में घूमने फिरने में किया जाने लगा है।


गांव के दो पक्षों ने खेला खूनी खेल

थाना निवाड़ी इलाके के अबुपुर गांव में दो पक्षो का ख़ूनी खेल
प्रभात तिवारी
गाजियाबाद। जनपद के थाना निवाड़ी इलाके के अबुपुर गांव में दो पक्षो में विवाद इतना बढ़ गया कि आपस में गोलियां चल गई । बताया जा रहा है कि गेंहू कटाई के दौरान ये विवाद हुआ और जिसके बाद 2 गोलियां चली और एक युवक को गोली लग गई  और साथ ही झगडे में 2 और युवक घायल हो गए जिसके बाद मौके पर मौजूद युवक के परिजनों ने उसे आनन् फानन में अस्पताल में भर्ती कराया और साथ ही बाकि दोनों घायलों को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।


घायल युवक के परिजन ने बताया कि इन दोनों परिवारों में पहले से ही गांव में आपस में विवाद चल रहा था जिसकी वजह से गोली चली और युवक घायल हो गया ।वही पुलिस के आलाधिकारी बता रहे है खेत पर विवाद हुआ है और मामले की जांच कर कार्यवाई कर रहे है ।


अवैध शराब की बिक्री करते गिरफ्तार

गाजियाबाद पुलिस ने गोदाम से अवैध शराब की बिक्री करते 7 लोगो को धार दबोचा
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। जनपद में लॉकडाउन के चलते प्रसाशन द्वारा शराब की बिक्री पर पूरी तरह से पावंदी के चलते जनपद में शराब की सभी दुकाने बंद है। उसके बाबजूद कुछ दुकानदार ऐसे भी है जो नियमों को ताक पर रख कर कानून की परवाह किये बिना खुले आम शराब बेचते है। इसी तरह का एक मामला गाजियाबाद में सामने आया है I आज गाजियाबाद पुलिस द्वारा एक वीडियो जारी कर पुलिस लॉक डाउन के चले अवैध शराब की बिक्री करते कुछ लोगो को पुलिस ने धार दबोचा I
गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी द्वारा एक वीडियो जारी कर पूरी घटना की जानकारी दी उन्होंने बताया की लॉक डाउन के चलते गाजियाबाद जनपद में प्रसाशन के आदेशानुसार सभी शराब की दुकाने खोलने व बिक्री बंद है इस के बाबजूद कुछ दुकानदार थाना सिहानी गेट क्षेत्र के अंतर्गत चोरी छुपे गोदान के माध्यम से शराब की अबैध बिक्री कर रहे है जिसकी सूचना मिलते ही थाना सिहानी गेट पुलिस ने तुरंत गोदाम पर छापेमरी करते हुए रंगे हाथों कई लोगो को धार दबोचा I पुलिस द्वारा दुकान के दो मालिकों, सुपरवाइजर वअन्य 7 लोगो के खिलाफ FIR दर्ज की है I


मेरठ में संक्रमित की मौत, क्षेत्र सील

मेरठ में कोरोना पाॅजिटिव की मौत के बाद पूरा इलाका सील, परिवारजनों को भी किया क्वारेंटाईन


प्रेमशंकर 
मेरठ। शनिवार को दाल मंडी में रहने वाले 65 वर्षीय विजय कुमार गर्ग की मैडिकल में मौत हो गई, परिजनों ने सीएमओ मेरठ समेत प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाया है। 


शनिवार की रात केसरगंज दाल मंडी के रहने वाले 65 साल के विजय गर्ग की कोरोना से मौत हो गई, इस मौत के बाद परिजनों ने स्वास्थ विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाएं, रविवार को मृतक की कोरोना रिपोर्ट भी सामने आ गई जिनमें उनके पाॅजिटिव होने की पुष्टि हो गई। पुष्टि होने के बाद रविवार को केसरगंज दाल मंडी के आर के पुरम इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया। वहीं मृतक के परिजनों को भी क्वारेंटाईन किया गया है। अगर स्वास्थ विभाग द्वारा सही समय पर विनोद गर्ग का इलाज शुरू हो गया होता और उन्हें अस्पताल में भर्ती कर लिया जाता तो जो हालात आज है वह काबू में होते। दूसरी तरफ स्वास्थ विभाग की दलील है कि विनोद गर्ग की मौत ब्रेन हैमरेज से हुई है।


 


यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश

यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश  संदीप मिश्र  लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके ...