शुक्रवार, 17 अप्रैल 2020

निजी स्कूल फीस नहीं बढ़ा सकतेः मनीष

नई दिल्ली। कोरोना वायरस से पैदा हुए संकट के इस दौर में दिल्ली के निजी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों व उनके अभिभावकों के लिए राहत भरी खबर है। दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को फैसला लिया है कि कोई भी निजी स्कूल बिना सरकार की इजाजत के फीस नहीं बढ़ा सकेगा। वहीं, मासिक आधार पर सिर्फ ट्यूशन फीस ही लेनी होगी। इसके साथ स्कूल प्रबंधन को अपने पूरे स्टाफ को वेतन देना होगा। अगर कोई स्कूल इस फैसले का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ दिल्ली स्कूल एक्ट व राष्ट्रीय आपदा कानून के तहत सख्त कार्रवाई होगी। दिल्ली सरकार ने इस बारे में आदेश भी जारी कर दिया है।


मनीष सिसोदिया ने बताया कि उनको शिकायतें मिल रही थीं कि कई निजी स्कूल मनमाने तरीके से फीस ले रहे हैं। इतना ही नहीं, स्कूल बंद होने के बावजूद परिवहन शुल्क भी वसूला जा रहा था। उन्होंने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि यह ठीक नहीं है। स्कूलों को इतना नीचे गिरने की जरूरत नहीं है। स्कूलों का बुनियादी काम ट्रस्टी के तौर पर समाज सेवा का है, स्कूल धंधा नहीं कर सकते।


मनीष सिसोदिया ने बताया कि ऐसी स्थिति में दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि कोई भी निजी स्कूल बिना सरकार की इजाजत के फीस नहीं बढ़ा सकते। वहीं, वह मासिक आधार पर सिर्फ ट्यूशन फीस लेंगे। इस समय फीस ना देने की वजह से बच्चों का ऑनलाइन कक्षाओं से नाम काटना उचित नहीं है। मनीष सिसोदिया के मुताबिक, सभी प्राइवेट स्कूल अपने स्टाफ को समय पर वेतन देंगे। अगर कोई समस्या है तो पेरेंट्स संस्था की मदद से अपने स्टाफ को सैलरी देनी होगी। इसमें किसी तरह का कोई बहाना नहीं चलेगा। जो स्कूल इसका पालन नहीं करेगा उन पर राष्ट्रीय आपदा कानून और दिल्ली स्कूल एक्ट के तहत कार्यवाही होगी।


कोटा में फंसे बच्चों, 300 बस भेजी

लखनऊ/कोटा। राजस्थान के कोटा में फंसे बच्चों को निकालने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोटा से उत्तर प्रदेश के बच्चों को ले जाने के लिए बसें भेजी हैं। उत्तर प्रदेश के बच्चे को लेकर आज 300 बसें रवाना होंगी। 25 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन की वजह से कोटा में यूपी, बिहार समेत कई प्रदेशों के हजारों बच्चे फंसे हैं। छात्रों की समस्या को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पिछले 2 दिनों से केंद्र की एजेंसियों से बात करने की कोशिश कर रहे थे, मगर उन्हें भी निराशा हाथ लग रही थी। अब केंद्रीय एजेंसियों के कहने पर कोटा से बच्चों को निकालने की प्रक्रिया शुरू हुई है इससे पहले खबर आई थी कि जम्मू कश्मीर प्रशासन कोटा में फंसे अपने राज्य के बच्चों को वापस बुलाना चाहती है मगर उन्हें परमिशन नहीं मिल पा रही है, जबकि बिहार सरकार ने कोटा से आने वाले बच्चों को लेने से मना कर दिया है. उत्तर प्रदेश सरकार की पहल के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से भी बच्चों को लाने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।


क्या है मामलाः राजस्थान के कोटा में उत्तर प्रदेश-बिहार-झारखंड समेत देश के दूसरे राज्यों के हजारों छात्र मेडिकल और इंजीनियरिंग विषयों की कोचिंग के लिए आते हैं. यह सभी छात्र 25 मार्च से फंसे हैं। चिंता की बात ये है कि इस शहर में तेजी से कोरोना का संक्रमण भी बढ़ रहा है। यहां पर अभी 64 कोरोना के मरीज हैं।


सेना प्रमुख ने पाकिस्तान को लताड़ा

श्रीनगर। एक ओर जहां भारत समेत पूरी दुनिया कोरोना के खिलाफ जंग में व्यस्त है, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान है जो इस संकट के घड़ी में भी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की लगातार कोशिशें कर रहा है। बीते कुछ समय से सीमा पार से हो रहे आतंकी गतिविधियों पर सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया और कहा कि इस संकट के दौर में हम दुनियाभर में मेडिकल टीमें और दवाएं भेज कर मदद कर रहे हैं, मगर पाकिस्तान आतंकवाद का निर्यात कर रहा है। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में समाचार एजेंसी एएनआई से सेना प्रमुख नरवणे ने कहा कि जिस वक्त हम न सिर्फ हमारे देश के लोगों बल्कि अन्य देशों के लोगों को भी मेडिकल टीम, दवाएं भेजकर मदद कर रहे हैं, उस वक्त पाकिस्तान सिर्फ आतंक को एक्सपोर्ट कर रहा है। यह अच्छी बात नहीं है।’


उन्होंने आगे कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे समय में जब पूरी दुनिया और भारत इस कोविड-19 महामारी के खतरे से जूझ रहा हा, हमारा पड़ोसी हमारे लिए भारी मुसीबत बना हुआ है। बता दें कि सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं और गुरुवार को उन्होंने कश्मीर घाटी का दौरा कर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि सेना प्रमुख के दौरे में उनके साथ उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी और चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बी एस राजू मौजूद थे।


कर्नल कालिया ने कहा, ‘बादामी बाग छावनी में चिनार कोर के कमांडर ने सेना प्रमुख को नियंत्रण रेखा और अंदरूनी क्षेत्रों के हालात के बारे में जानकारी दी।’ उन्होंने कहा कि जनरल नरवणे ने जवानों के मनोबल और उत्साह की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख ने हर समय चुनौतियों से लड़ने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता दोहराई। उन्होंने कहा कि जनरल नरवणे ने घाटी में शांति और सतर्कता कायम रखने के लिए और कोविड-19 को फैलने से रोकने के वास्ते लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए सभी सरकारी विभागों की प्रशंसा की। जनरल नरवणे ने सेना के 92 बेस अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों से भी मुलाकात कर उनके द्वारा किए जा रहे कार्य की प्रशंसा की।


बिना राशन कार्ड मिलेगा खदान्नः योगी

लखनऊ। वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर जहाँ एक तरफ पूरे देश मे लॉक डाउन लगा हुआ है | देश के प्रधानमंत्री ने लोगों से अनावश्यक रूप से घरों से नही निकलने की अपील की है | जिससे कोरोना की चैन को तोड़ा जा सके |


वही इस संकट की घड़ी में गरीबों व जरूरतमंदों के पास खाने की समस्या उत्पन्न हो रही है जिसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार लगातार गरीबों व जरूरतमंदों को खाद्यान्न वितरित करवा रही है | तो वही कुछ ऐसे भी गरीब व जरूरतमंद लोग है जिनके पास किसी भी प्रकार का राशन कार्ड या आधार कार्ड नही है जिससे वह खाधान्न लेने से वंचित है और इस संकट की घड़ी में उनके पास खाने की समस्या उत्पन्न हो गयी है | उसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऐसे जरूरतमंदों को तत्काल ही राशन देने के अधिकारियों को निर्देश दिए है | उन्होंने ट्वीट करते हुए साफ शब्दों में कहा है कि जिनके पास राशन कार्ड व आधार कार्ड नही है चाहे वे शहर के निवासी हो या गांव के उनको जरूरत के हिसाब से खाद्यान्न उपलब्ध करवाया जाए जिससे संकट की इस घड़ी में कोई भी गरीब व जरूरतमंद भूखा न सो पाए |


प्रियंका ने सीएम योगी को लिखा पत्र

नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया कि कोरोना संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य के किसानों, मजदूरों और छोटे उद्योगों को तत्काल राहत एवं वित्तीय सहायता दी जाए। सीएम योगी को लिखे पत्र में उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को फसल की कटाई में मदद के साथ उनकी उपज की खरीद भी सुनिश्चित करने की जरूरत है।प्रियंका गांधी ने कहा कि कोरोना महामारी ने ज्यादातर क्षेत्रों की कमर तोड़ दी है। हर तबका इस आपदा और इसके दुष्प्रभावों से परेशान है। कोरोना की वजह से कई ऐसे आर्थिक व सामाजिक स्तर के मुद्दे हैं जिन पर तुरंत ध्यान देने से आमजन को बहुत राहत मिलेगी।उन्होंने किसानों की समस्याओं का उल्लेख करते हुए कहा कि विगत दिनों में उत्तर प्रदेश के किसानों पर ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश की मार पड़ी थी। उत्तर प्रदेश सरकार मुआवजा देने की भी घोषणा की थी, लेकिन अभी तक किसानों को मुआवजा नहीं मिला है। यह मुआवजा तत्काल जारी किया जाए।


प्रियंका के मुताबकि उत्तर प्रदेश का कांच उद्योग, पीतल उद्योग, कालीन उद्योग, बुनकरी, फ़र्नीचर उद्योग, चमड़े का उद्योग, होजरी उद्योग,डेयरी,मिट्टी बर्तन उद्योग,फिशरी-हेचरी उद्योग,अन्य घरेलू उद्योग सभी को तेज झटका लगा है। उन्होंने आग्रह किया कि छोटे उद्योगों की मदद और प्रदेश की आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने के लिए 'आर्थिक पुनर्निर्माण कार्य बल' का गठन किया जाए।प्रियंका ने यह भी कहा कि मजदूरों को आर्थिक मदद की गारंटी करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कई जगह राशन न मिलने की शिकायतें आ रहीं हैं। बिना राशनकार्ड धारकों को भी राशन देने की गारंटी की जाए और राशन में चावल के साथ गेंहू, दाल, तेल, नमक और मसाला पाउडर भी दिया जाए।


अमेरिका में टूटा कहर, 4491 की मौत

वाशिंगटन। कोरोना वायरस के चलते अमेरिका की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। अमेरिकी सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी रोजाना में हजारों की संख्या में मौत हो रही है. जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण 4,491 लोगों की मौत हो चुकी है, जो कोरोना महामारी के कारण एक दिन में मौत का सर्वाधिक आंकड़ा है। अमेरिका में कोरोना वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 32,917 पर पहुंच गई है। वहीं अब तक कोरोना संक्रमण के 6,67,800 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ओपनिंग अप अमेरिका अगेन नाम का एक प्लान भी प्रस्तावित कर दिया है, जिसमें तीन चरणों में स्कूल, दफ्तर और फैक्ट्रियां फिर से खोली जाएंगी। हालांकि कई राज्यों के गवर्नर इससे इत्तेफाक नहीं रखते और न्यूयॉर्क ने गुरुवार को ही लॉकडाउन को 15 मई तक बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने ये प्लान एक सुझाव के तौर पर सभी राज्यों के गवर्नरों को भी भेजा है और इस पर उनकी राय मांगी है। ट्रंप ने इन प्लान के अनुसार इन तीन चरणों को 14 दिन तक लागू करने और फिर आगे की रणनीति तय करने का सुझाव दिया है।


पुलिस की जिप्सी में बच्ची का जन्म

नई दिल्ली। देश भर में लागू लॉक डाउन के दूसरे चरण में भी पुलिस लगातार लोगों के लिए मसीहा बनकर उनकी मदद कर रही है। इस दौरान पुलिस कभी लोगों को मां बनकर खाना खिला रही है, तो कभी उनकी गलतियों पर उन्हें सजा भी दे रही है। ऐसा ही एक ताजा मामला वेस्ट दिल्ली के रघुवीर नगर इलाके का आया है, जिसमें एक महिला अपने परिवार के साथ रघुबीर नगर पुलिस पोस्ट पर महिला कॉन्स्टेबल सुमन से बताती है कि उसे हॉस्पिटल जाने के लिए एक गाड़ी की आवश्यकता है। क्योंकि इस वक्त वह प्रेग्नेंट है और उसे लेबर पेन हो रहा है।
पुलिस जिप्सी का प्रबंधःजिसके बाद कॉन्स्टेबल सुमन ने तुरंत मामले की गंभीरता समझते हुए पुलिस पोस्ट पर मौजूद एसएचओ कुमार कुंदन और एसआई पंकज ठाकुर को जानकारी दी. जिसके बाद एसएचओ कुमार कुंदन के निर्देश पर तुरंत पुलिस जिप्सी का प्रबंध किया गया. जिसमें गर्भवती महिला सहित उसके परिवार वालों को बैठाकर हेड कांस्टेबल धरमवीर और कॉन्स्टेबल कुलदीप पश्चिम विहार के गुप्ता नर्सिंग होम ले जाने लगे.


लेकिन नर्सिंग होम पहुंचने से पहले पुलिस जिप्सी के अंदर गर्भवती महिला ने खुद से ही बच्चे को जन्म दे दिया. पुलिस द्वारा तुरंत हॉस्पिटल स्टाफ को फोन करके इस बारे में जानकारी दी गई।जिसके बाद हॉस्पिटल स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर महिला और बच्चे को मेडिकल केयर में लिया।
एसएचओ ने महिला और उसके परिवार को बधाई दीः ख्याला एसएचओ ने महिला और उसके परिवार को बधाई दी। वहीं महिला के परिवार वालों ने भी पुलिस के इस कार्य को लेकर उनकी बहुत प्रशंसा की और रघुवीर पुलिस पोस्ट की पुलिस टीम का दिल से धन्यवाद किया।
ऐसा ही एक मामला दिल्ली के ओखला से भी आया जहाँ रहने वाले आमिल को लगा अब लॉकडाउन में वो कैसे अपनी प्रेग्नेंट पत्नी को लेकर अस्पताल जाएगा। पता नहीं कब उसकी पत्नी को लेबर पेन हो और उसे तुरंत ही अस्पताल जाना पड़े। आमिल 28 मार्च को किसी तरह अपनी यह परेशानी लेकर दिल्ली पुलिस के साउथ ईस्ट जोन के एडीशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश के पास पहुंचा।


उन्होंने आमिल को तुरंत ही पास जारी करवा दिया, जिससे जरूरत होने पर घर से बाहर निकल सके। लेकिन, जब दो दिन पहले उसकी पत्नी को लेबर पेन हुआ तो अस्पताल तक जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिल रहा था। उस वक्‍त कुमार ज्ञानेश ने पुलिस की जिप्सी से उनकी पत्नी को कस्तूरबा गांधी अस्पताल पहुंचवाया, जहां उन्‍होंने एक बच्चे को जन्म दिया है।


पलवल में मिला 1 संक्रमित जमाती

पलवल। हरियाणा जिले में अब तक कोरोना के 31 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। अब जिस व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है पुलिस ने उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया है। यह व्यक्ति जमाती था और छुपकर रह रहा था। यह शख्स पलवल के हथीन में छिपा हुआ था।
इसी के साथ 7 अन्य लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। स्वास्थ्य विभाग लोगों से अपील कर रहा है कि लोग घरों में रहे, अपने आप को साफ-सुथरा रखें, हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग करें, एक दूसरे संपर्क में न आए, जो लोग जमाती है उनकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दे और उनके संपर्क में न आए। तभी इस भयानक महामारी से बचा सकता है।


हरियाणा में अबतक कोरोना के 200 मामले आए सामनेः हरियाणा में कोरोना वायरस से कुल संक्रमितों की संख्या 200 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कुल 200 संक्रमितों में 51 ठीक हो चुके हैं जबकि दो की मौत हुई है और राज्य के विभिन्न अस्पतालों में 147 मरीजों का इलाज चल रहा है।


झूलसती गर्मी में भी नहीं मरता वायरस

कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया में अलग-अलग शोध हो रहे हैं। कुछ समय पहले दुनिया के कई वैज्ञानिकों ने कहा था कि कोरोना वायरस 30 डिग्री से ज्यादा तापमान में मर जाता है। यही वजह है कि हर कोई गर्मी आने का इंतजार कर रहा था। लेकिन इस बीच अब एक चौंकाने वाला खुलासा हो गया है। एक ताजा शोध में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि 60 डिग्री तापमान में भी कोरोना वायरस जिंदा रह सकता है।खुद वैज्ञानिक भी हैं हैरान। दक्षिण फ्रांस की Aix-Marseille University की रिचर्स में यह खुलासा हुआ है कि इस वायरस पर गर्मी का भी कोई खास असर नहीं होता है। हमारे सहयोगी ज़ीबिज के अनुसार यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रेमी शेरेल और उनकी टीम कोरोना वायरस पर लगातार रिसर्च कर रही है।


क्या हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन है असरदार?
कोरोना वायरस को समझने के लिए हुए इस शोध में वैज्ञानिकों ने ये भी दावा किया है कि मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन कोरोना वायरस को मारने में बहुत ज्यादा कारगर नहीं है. फ्रेंच स्टडी में दावा किया गया है कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन से कोरोना पर बहुत ज्यादा असर नहीं होगा। पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया (PHFI) के प्रमुख डॉ. के श्रीनाथ रेड्डी ने ज़ी न्यूज डिजिटल से बातचीत में कहा कि कोरोना वायरस को टेंपरेचर सेंसिटिव कहा जा रहा है। लेकिन भारत इस पर शोध कर रहा है। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के संक्रमण के अपने अपने शोध हैं. भारत में आने के बाद इसका स्वरूप कैसा है इस पर रिपोर्ट्स आने बाकी हैं. हम अपने शोध के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंच पाएंगे।


उल्लेखनीय है कि गुरुवार की शाम तक देशभर में कोरोना संक्रमण के 826 नए केस सामने आए जो कि पिछले दिनों के मुकाबले कुछ कम थे. हालांकि देशभर में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 12 हजार के पार पहुंच गया है।


पत्नी व एसीपी, थाना प्रभारी संक्रमित

लुधियाना। महानगर लुधियाना में कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पाए गए एसीपी नार्थ की पत्नी, एक थाना प्रभारी और ड्राइवर का भी कोरोना वायरस की रिपोर्ट पाजीटिव आई है। रिपोर्ट आने से पहले ये सभी पहले से ही क्वारंटाइन चल रहे थे। अब इनका ईलाज शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि एसीपी का ड्राइवर फिरोजपुर जिले का रहने वाला है। कुछ दिन पहले एसीपी नार्थ कोरोना पाजीटिव पाए गए थे। जिसके बाद उनकी सब-डिवीजन के तीन थाना प्रभारी व मुलाजिम क्वारंटनाइन कर दिए गए थे। जिसके बाद आज तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।



437 लोगों की मौते, 13387 संक्रमित

 नई दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 13,387 हुई है। कोरोना से अब तक 437 लोगों की मौत हुई है। कोरोना से 24 घंटे 23 लोगों की मौत हुई है। देश में कोरोना केस बढ़ने में 40 फीसदी की कमी आई है। कोरोना संक्रमित 13.6 फीसदी मरीज ठीक हुए हैं। देश में कोरोना के 80 फीसदी मरीज ठीक हो रहे हैं। देश के लिए एक भी मौत चिंता का विषय है। हमें हर मोर्चे पर कोरोना से लड़ना है। हमारी कोशिश तेजी से काम करने की है। देश में एंटी बॉडीज पर काम हो रहा है। प्लाज्मा तकनीकी से इलाज पर काम कर रहे हैं।


कोरोना के मामलों में 40% की गिरावट आई है, 80% मरीज ठीक हो रहे हैं, राज्यों को 5 लाख रैपिड किट दे रहे हैं, नई टेस्टिंग किट से 30 मिनट में रिजल्ट
1749 केस अब तक ठीक हुए हैं, 13.6% लोग #Corona की बीमारी से ठीक हुए हैं, COVID19 से मौत का आंकड़ा 437 तक पहुंचा
पिछले 24 घंटों में 23 लोगों की मौत हुई है, अब 6.2 दिन में केस डबल हो रहे हैं। 13.6% लोग #Corona की बीमारी से ठीक हुए हैं।
पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1007 केस सामने आए हैं,
पूरे देश में लॉकडाउन का पालन हो रहा है। बैंको और बाज़ारों में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। कुछ उद्योगों को कम स्टाफ़ के साथ मंजूरी दी गई है।
हमें हर मोर्चे पर कोरोना से लड़ना है, कोशिश की जा रही है कि इसकी वैक्सीन जल्द से तैयार होः लव अग्रवाल, जॉइंट सेक्रटरी, स्वास्थ्य मंत्रालय। कोरोना के मामले दोगुने होने की दर पिछले 7 दिनों में कम हुई है, इसके ग्रोथ फैक्टर में भी 40 फीसदी की कमी हुई हैः लव अग्रवाल, जॉइंट सेक्रटरी, स्वास्थ्य मंत्रालय
लॉकडाउन से पहले #COVID19 मामलों की डबलिंग रेट लगभग 3 दिन लग रहे थे, पिछले 7 दिनों के आंकड़ों के अनुसार मामलों को डबलिंग रेट अब 6.2 दिनों की है। 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में तो डबलिंग रेट देश की डबलींग रेट से भी कम है।


नोएडा प्राधिकरण वितरित करेगा भोजन

गौतम बुध नगर। नोएडा प्राधिकरण की नोएडा एम्पलाइज एसोसिएशन द्वारा प्रत्येक वर्ष नोएडा प्राधिकरण के स्थापना दिवस पर उपहार स्वरूप प्राधिकरण के समस्त नियमित एवं संविदा कर्मचारियों को मिलने वाली धनराशि को इस बार एक अच्छी पहल करते हुए उसका आधा हिस्सा प्राधिकरण द्वारा नोएडा में दिहाड़ी मजदूरों एवं जरूरतमंदों के भोजन की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्राधिकरण द्वारा चलाई जा रही सामुदायिक किचन को दिये जाने का निर्णय लिया जिसका सहमति पत्र मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदया को सौंपा गया। और आधी धनराशि वर्तमान गंभीर परिस्थितियों में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं प्राधिकरण कर्मचारियों (कोरोना योद्धाओं) को प्रोत्साहन स्वरूप दिया जाएगा एसोसिएशन अध्यक्ष चौधरी राजकुमार सिंह ने बताया कि लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक रोजाना 15000 भोजन पैकेट पांचों सामुदायिक किचन दिए जाएंगे ताकि पूरे नोएडा में सामुदायिक किचन के माध्यम से दिए जा रहे 85 से 90000 भोजन पैकेट को 100000 किया जा सके और नोएडा के अंदर कोई भी भूखा ना रहे, उन्होंने बताया कि नोएडा के 44 वर्ष पूर्ण होने एवं 45 वर्ष में प्रवेश करने पर प्राधिकरण के मुख्य प्रशासनिक भवन मैं एक सूक्ष्म हवन किया गया जिसमें ईश्वर से प्रार्थना की गई कि नोएडा के साथ पूरे देश और पूरे विश्व की वैश्विक महामारी कोविड-19 से रक्षा करें। इसके पश्चात आज शुभारंभ करते हुए मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी एवं एनईए अध्यक्ष चौ राजकुमार सिंह द्वारा 15000 भोजन पैकेट की बसों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया जिसकी मील ऑन व्हील के नाम से शुरुआत की गई. इस अवसर पर विशेष कार्याधिकारी इंदुप्रकाश,विशेष कार्याधिकारी राजेश कुमार सिंह, महासचिव महेशचंद्, उपाध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा,अस्थायी कर्मचारी संघ अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा,विनोद शर्मा,महाप्रबंधक केके अग्रवाल, विजय रावल, सलिल यादव,मुकेश कुमार वैश्य,एसपी सिंह,वी के रावल,थान सिंह,विजेंद्र लोहिया प्रमोद यादव आदि उपस्थित रहे!


गृहमंत्री से मिले सिंधिया, संभावित दावेदार

भोपाल (संतोष जैन) । मध्यप्रदेश में दो-तीन दिन के भीतर होने जा रहे मंत्रिमंडल के गठन की कवायद के बीच भाजपा के वरिष्ठ विधायक व संभावित दावेदार भोपाल में जुट गए हैं। इनमें गोपाल भार्गव नरोत्तम मिश्रा भूपेंद्र सिंह विजय शाह और तुलसी सिलावट आदि शामिल इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री  ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की सिंधिया की इस मुलाकात को भी मंत्रिमंडल गठन से ही जोड़कर देखा जा रहा है।  सिंधिया ने बड़ा मंत्रिमंडल बनाने जा बनाए जाने की बात रखी है। वह अपने खेमे के 6 पूर्व मंत्रियों  को एक साथ मंत्री बनवाना चाहते हैं ताकि वे क्षेत्र में चुनाव के लिए जा सकें है।


समान रूप से लागू नहीं है लॉक डाउन

मोदी राज में लॉक डाउन का नियम केवल गरीबो पर


यहां कानून और नियम आम लोगों के लिए अलग और वीवीआईपी लोगों के लिए अलग है।
ओम माथुर


बैंगलुरू। ये देश और हर खतरे से ऊपर हैं। हो भी क्यों नहीं ? नेताओं की जमात से है और कोढ में खाज कि पिताजी देश के प्रधानमंत्री रहे हैं और बेटे कर्नाटक के मुख्यमंत्री। लेकिन फिर भी इन्हें ये पता नहीं कि कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में लोक डाउन चल रहा है और सोशल डिस्टेसिंग की पालन पर जोर दिया जा रहा है।


लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा के पोते एवं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के पुत्र का आज बेंगलुरु में कांग्रेस नेता एम कृष्नाप्पा की बेटी के साथ धूमधाम से विवाह हुआ और इसमें कई लोगों ने शिरकत कर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उडा दी है। ऐसे समय में जब आम आदमी लाकडाउन  के कारण घरों में कैद है या परिवहन के साधन बंद होने से  देश में यहां वहां फंसे पड़े हैं,बड़े नेताओं को तो अपनी करनी से उनके सामने मिसाल कायम करनी चाहिए लेकिन जब यही लोग कानून का उल्लंघन करेंगे तो आम आदमी में क्या संदेश जाएगा? हमारे देश का यह दुर्भाग्य है कि यहां  कानून और नियम आम लोगों के लिए अलग और वीवीआईपी लोगों के लिए अलग है। आम आदमी की छोटी सी गलती उसे हवालात में पहुंचा देती है, तो बड़े लोग बड़ी से बड़ी गलती करके भी आसानी से बचे रह सकते हैं ।


जब देश में आम आदमी के घरों की हजारों शादियां स्थगित हो चुकी है, तो क्या देवगौडा अपने पोते की शादी को टाल नहीं सकते थे या सिर्फ परिवार के दो चार सदस्यों के बीच करके देश के सामने उदाहरण पेश नहीं कर सकते थे? अब सवाल यह भी है कि क्या कर्नाटक की भाजपा सरकार इस मामले को गंभीरता से लेते हुए देवेगौड़ा व कुमार स्वामी सहित शादी में शामिल वीवीआईपी लोगों पर मुकदमा दर्ज करने की हिम्मत दिखाएगी?जैसा कि लाक डाउन व सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना करने वाले आम लोगों पर दर्ज किए जा रहे हैं।


एमपी में जल्द ही मंत्रिमंडल का गठन

भोपाल। कोरोना संकट के बीच शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल का गठन कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि पार्टी हाईकमान से चर्चा के बाद शिवराज सिंह चौहान 18 या 19 अप्रैल को अपने मंत्रिमंडल का गठन कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि अभी मंत्रिमंडल का गठन छोटा हो सकता है। लॉकडाउन हटने के बाद मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। शिवराज सिंह चौहान के सामने मंत्रिमंडल के गठन की सबसे बड़ी चुनौती ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के नेताओं को एडजस्ट करना है।


मंत्रिमंडल में ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे से कमलनाथ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे तुलसी सिलावट और राजस्व मंत्री रहे गोविंद सिंह राजपूत को शामिल किया जा सकता है। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह, रामपाल सिंह, विजय शाह, गौरीशंकर बिसेन और मीना सिंह को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है।


इन्हें भी मिल सकता है मौकाःकांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए वरिष्ठ नेता बिसाहूलाल को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि छोटे मंत्रिमंडल में दलित कोटे से तुलसी सिलावट तो आदिवासी कोटे से बिसाहूलाल, मीना सिंह और विजय शाह को मौका मिल सकता है।


उपचुनाव पर भी नजरःमध्यप्रदेश की 24 सीटों पर उपचुनाव होना है। ऐसे में ये माना जा रहा है कि इन उपचुनावों को ध्यान में रखते हुए भी मंत्रिमंडल में नेताओं को जगह मिल सकती है। बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बड़ा मंत्रिमंडल बनाए जाने की बात रखी है। वे अपने खेमे के छह पूर्व मंत्रियों तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रभुराम चौधरी, इमरती देवी और प्रद्युम्न सिंह तोमर को एक साथ मंत्री बनवाना चाहते हैं, ताकि वे क्षेत्र में चुनाव के लिए जा सकें। हालांकि मंत्रिमंडल का स्वरूप छोटा होगा या बड़ा इस पर अंतिम फैसला पार्टी हाई कमान को लेना है।


विपक्ष उठा रहा है सवालःमध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल नहीं होने के कारण विपक्ष शिवराज सिंह चौहान पर सवाल उठा रहा है। कांग्रेस के सीनियर लीडर और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने राष्ट्रपति को लेटर लिखा था। उन्होंने मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल नहीं होने पर राष्ट्रपति से मांग की थी कि मध्यप्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए। वहीं, दिग्विजय सिंह और कमलनाथ कह चुके हैं कि ऐसे संकट में मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री तक नहीं है।


कोरोनाः चिकित्सकों ने बताएं नए लक्षण

नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया है। इस लाइलाज बीमारी की दवा बनाने में दुनिया के बड़े-बड़े बैज्ञानिक भी नाकामयाब साबित हो रहे हैं। इसी बीच एक और चौकाने वाली खबर सामने आई है। अभी तक आप कोरोना वायरस के जिन लक्षणों के बारे में जानते थे, उनमें प्रमुख थे खांसी, बुखार, थकान, फ्लू, जुकाम। लेकिन अब यूरोप के डॉक्टरों ने कोरोना का इलाज करा रहे मरीजों में कोरोना वायरस का नया लक्षण देखा है। नए लक्षणों को खोजना हमेशा से एक कठिन काम रहा है। लेकिन इस बार यूरोपियन डॉक्टर्स ने ऐसा कर दिखाया है।
संक्रमित मरीज के पैरों में मिले छोटे-छोटे घाव
कोरोना के इन सामान्य लक्षणों के आलावा डॉक्टरों ने बताया था कि कोरोना वायरस से ग्रसित व्यक्ति की सूंघने की क्षमता कम या खत्म हो जाती है। लेकिन इस बार जो लक्षण बताया जा रहा है वह और भी ज्यादा भयावह है। यूरोप के डॉक्टरों ने इलाज करा रहे कोरोना के मरीजों के पैरों में छोटे-छोटे घाव को खोजा है। डॉक्टरों का कहना है कि हॉस्पिटल में भर्ती हो रहे ज्यादातर मरीजों के पैर में ये छोटे घाव देखने को मिल रहे हैं।
इस वायरस से संक्रमित मरीजों के पैरों की उंगलियों के ऊपर, बीच में या फिर पैर के तलवे में ये छोटे-छोटे लाल या गुलाबी रंग के घाव देखने को मिल रहे हैं। ये घाव मरीज के ठीक होते ही अपने आप गायब भी हो जा रहे हैं। फ़िलहाल इसके लिए अलग से उपचार की जरूरत नहीं पड़ रही है।
दीखते हैं ये लक्षण-
वहीं स्पेन के डॉक्टरों का कहना है कि यह कोरोना वायरस के होने का एक प्रमुख निशान है। इसे बीमारी आने से ठीक पहले का प्रमुख लक्षण माना जा सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि सबसे पहले पैर में अगर छोटे-छोटे लाल या गुलाबी घाव दिखने लगे तो समझ जाना चाहिए कि कोरोना वायरस का हमला होने वाला है। इसके ठीक बाद वो सारे लक्षण दिखने लगेंगे जो कोरोना वायरस के संक्रमण पर होते हैं।
यूरोप के डॉक्टरों का कहना है कि हम चाहते हैं कि इस लक्षण के बारे में पूरी दुनिया को पता चले। ताकि दुनियाभर के डॉक्टर सिर्फ खांसी, बुखार और सांस की दिक्कतों तक ही सीमित न रहें। डॉक्टरों के मुताबिक ये लक्षण यूरोप के ज्यादातर मरीजों में देखने को मिला है। जिन मरीजों में यह लक्षण दिखाई दिया है, वे सभी पुख्ता तौर पर कोरोना संक्रमित थे।
कोरोना महामारी की शुरुआत में विश्व स्वास्थ्य संगठन और सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने इसके लक्षणों पर एडवाइजरी जारी की थी। जिसके मुताबिक, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, खांसी, सीने में तेज दर्द, चेहरा या होंठ नीला पड़ना, संक्रमण का लक्षण था। लेकिन पिछले 4 महीने में जो मामने सामने आए उसमें कई और लक्षण सामने आए, इसे समझना बेहद जरूरी है। अब पेट में दर्द महसूस होना, गंध या स्वाद का पता न चलना, लगातार सिरदर्द महसूस, पैर में जामुनी रंग का घाव होने पर इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टरी सलाह लें।


अर्थव्यवस्था संकट में जान फूंकेगा आरबीआई

नई दिल्ली। कोरोना वायरस महासंकट से जूझ रही अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए शुक्रवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से बड़े ऐलान किए गए। गवर्नर शक्तिकांत दास ने रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती का ऐलान किया, इसी के साथ बाजार में नकदी संकट ना आए इसके लिए भी 50 हजार करोड़ रुपये की अतिरिक्त मदद की बात कही। क्रक्चढ्ढ की ओर से रिवर्स रेपो रेट में कमी करने से सीधी मदद आम लोगों को पहुंच सकती है, इस ऐलान से बैंकों के पास ज्यादा पैसा उपलब्ध होगा। ऐसे में बैंक आम आदमी को कर्ज दे सकेंगे। ऐसे में इस ऐलान के बाद बैंकों पर कर्ज पर ब्याज दर कम करने का दबाव होगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्रक्चढ्ढ गवर्नर ने कहा कि कोरोना संकट के बीच बैंक सभी हालात पर नजर रखे हुए है, कदम-कदम पर फैसले लिए जा रहे हैं। कोरोना संकट की वजह से जीडीपी की रफ्तार घटेगी, लेकिन बाद में ये फिर तेज रफ्तार से दौड़ेगी। रिजर्व बैंक की ओर से बड़ी राहत देते हुए रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की गई है, इसी के साथ अब ये 3.75 फीसदी हो गई है। क्रक्चढ्ढ गवर्नर की ओर से कहा गया कि बैंक की ओर से लगातार इस तरह के ऐलान किए जाएंगे, जो तबके हालात के आधार पर होंगे।


नकदी संकट को दूर करने के लिए बैंक की तरफ से बाजार में 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, ताकि नकदी में किसी तरह की कमी ना आए। इसके लिए ञ्जरुञ्जक्रह्र का ऐलान किया गया है। क्रक्चढ्ढ गवर्नर की ओर से कहा गया कि बैंकों की ओर से कर्ज मिलने में आम आदमी को कोई दिक्कत नहीं आएगी। इसके अलावा बैंक की ओर से नाबार्ड, एनएचबी, एनबीएफसी समेत अन्य क्षेत्रों में भी 50 हजार करोड़ की अतिरिक्त मदद दी जाएगी, ताकि नीचे तक मदद पहुंच सके।


शक्तिकांत दास ने कहा कि ढ्ढरूस्न ने इस बात का अनुमान लगाया है कि दुनिया में सबसे बड़ी मंदी आने वाली है, जो कि खतरे की घंटी है। कई देशों में आयात और निर्यात में भारी गिरावट देखने को मिली है। कोरोना संकट की वजह से भारत की त्रष्ठक्क 1.9 की रफ्तार से बढ़ेगी, त्र20 देशों में ये सबसे बेहतर स्थिति है। दुनिया में 9 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान होने का अनुमान है। लेकिन जब कोरोना का दौर चला जाएगा तो भारत की जीडीपी एक बार फिर 7 से अधिक की रफ्तार से बढ़ेगी।


नाबार्ड, सिडबी और हाउसिंग फाइनेंस बैंक को मिली नकदी : आरबीआई गवर्नर ने कहा कि इकोनॉमी में ग्रोथ के लिए नाबार्ड को 25 हजार करोड़ रुपये, सिडबी को 15 हजार करोड़ रुपये और हाउसिंग फाइनेंस बैंक को 10 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे। इससे एनबीएफसी, एमएसएमई, रियल एस्टेट को नकदी की किल्लत दूर होगी।


हृक्क्र नियमों में बैंक को राहत : आरबीआई गवर्नर ने एनपीए नियमों में बैंकों को 90 दिन की राहत दी है। मोरेटोरियम पीरियड में एनपीए को नहीं गिना जाएगा। त्र20 देशों में इंडिया की ग्रोथ सबसे बेहतर रहने का अनुमान : ष्टश1द्बस्र-19 महामारी के समय में मानवता की परीक्षा है। हमारा मिशन है किसी भी तरह मानवता को बचाना। इस माहौर में क्रक्चढ्ढ काफी एक्टिव है। लगभग हर दूसरे या तीसरे दिन क्रक्चढ्ढ कुछ नए ऐलान लेकर आया है। हम यह बतााना चाहते हैं कि आगे भी हम ऐसा करते रहेंगे। दास ने कहा, ढ्ढरूस्न के अनुमानों के मुताबिक, त्र20 देशों में इंडिया की ग्रोथ सबसे बेहतर रह सकती है। 2020 ग्लोबल इकोनॉमी के लिए सबसे बड़ी मंदी है।


मालगाड़ी के 4 डिब्बे पटरी से उतरे

कोरबा में दीपिका के पास मालगाड़ी के चार डिब्बे पटरी से उतरे


दुर्घटना से मालगाड़ी का यातायात हुआ बाधित


 गेंदलाल शुक्ला 


कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के दीपका नगर गुरुवार सुबह एक मालगाड़ी के चार डिब्बे पटरी से उतर गए जिससे रेल माल यातायात बाधित हो गई। कोरबा रेलवे स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि दीपका रेलखंड  के समीप कोयले से भरे छह चार डिब्बे ‌पटरी से उतर गए। जिससे रेल यातायात बाधित हो गया। पर बहुत जल्द ठीक कर लिया जाएगा , गांधीनगर दीपका से लोड होकर जा रहे मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से नीचे उतर गए। इसके कारण दीपका चौक आने जाने वाले मुख्य मार्ग में जाम की स्थिति निर्मित हो गई। मालगाड़ी जैसे ही बेपटरी हुई लोग कोयला बिनने के लिए उमड़ पड़े। और कोयला लूटने की होड़ मच गयी। अफरा-तफरी में सोशल डिस्टेंस का नहीं हो रहा है यहां भी पालन।


वीरान शहर और सुनी सड़केंः सीएम

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना के प्रति जागरूक करने वाला शानदार ट्वीट किया है। CMO छत्तीसगढ़ के ट्वीटर हैंडल पर उन्होंने राजधानी की चार अलग-अलग एंगल से ली गयी तस्वीर को पोस्ट किया है। तस्वीर में सुनसान सड़कें और वीरान पड़ा शहर नजर आ रहा है।टॉप एंगल से ली गयी तस्वीर में राजधानी के उन व्यस्तम प्वाइँट की तस्वीरें हैं, जहां कभी पैर रखने तक की जगह नहीं होती थी, लेकिन आज वहां कोरोना की वजह से वीरानी पसरी है। मुख्यमंत्री ने इस तस्वीर के साथ जो कैप्शन लिखा है, वो वाकई में दिल को छू लेने वाला है। उन्होंने लिखा है…मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना के खिलाफ युद्ध की संज्ञा दी है, जिसमें जंग के मैदान में बाहर नहीं निकलने वाला योद्धा ही जीतेगा। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर, दुर्ग में अगले 72 घंटे के लिए पूर्ण लॉकडाउन घोषित किया गया है। सिर्फ दूध, दवाई और पेट्रोल पंप को छोड़कर सभी सेवाओं को बंद कर दिया गया है। यहां तक कि किराना और सब्जी दुकानें तक बंद हैं और बेवजह बाहर निकलने वालों पर पुलिस की कार्रवाई भी चल रही है।


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


अप्रैल 18, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-251 (साल-01)
2. शनिवार, अप्रैल 18, 2020
3. शक-1942, वैशाख, कृष्ण-पक्ष, तिथि- एकादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 06:02,सूर्यास्त 06:51।


5. न्‍यूनतम तापमान 22+ डी.सै.,अधिकतम-37+ डी.सै.।


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यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...