शनिवार, 4 अप्रैल 2020

कोरोनाः रूस में भूकंप ने तबाही मचाई

मॉस्को। एक तरफ जहां दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर नजर आ रहा है, वहीं दूसरी तरफ रूस में भूकंप ने तबाही मचाई है। रूस के उत्तरी पेसिफिक आइलैंड में बुधवार 25 मार्च को भीषण भूकंप आया है। इसकी रिक्टर स्कैल पर तीव्रता 7.5 मापी गई है और इसके बाद रूस के पूर्व में स्थित कुर्ली आइलैंड में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है. साथ ही हवाई में भी अलर्ट जारी किया गया है।


अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, यह भूकंप जापान सुदूर उत्तर में स्थित कुर्ली चेन के सेवेरो के उत्तर-पूर्व में 219 किमी दूर इस भूकंप का केंद्र बताया गया है। यह सतह से 56 किमी गहराई में है। अब तक इस भूकंप की वजह से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है लेकिन पेसिफिक सुनामी वॉर्निंग सेंटर के अनुसार 1000 किमी के दायरे में भयानक सुनामी का खतरा पैदा हो गया है। अलर्ट में कहा गया है कि इससे पहले भी भूकंप के केंद्र से कई किलोमीटर दूर तक सुनामी का असर देखा गया है। इसके अलावा अमेरिका के हवाई में भी सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही सुनामी वॉर्निंग सेंटर अलास्का और अमेरिका को भी होने वाले संभावित नुकसान का आंकलन कर रहा है। दूसरी तरफ जापान में भी अलर्ट जारी किया है और कहा गया है कि समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं हालांकि, सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।लेकिन लोगों को सतर्क रहने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।


पाक में लॉक डाउन सख्ती से लागू

इस्लामाबाद। चीन के वुहान से फैले कोरोना वायरस ने पड़ोसी देस पाकिस्तान को भी अपनी चपेट में ले लिया है। इसे देखते हुए इमरान खान सरकार ने लॉक डाउन की घोषणा कर दी थी, जिसके चलते मंगलवार को लाखों लोग घरों में रहे। सड़कों को सुनसान किया गया, सार्वजनिक परिवहन, कार्यालय, दुकानें, बाजार, पार्क, और अन्य सार्वजनिक स्थलों को सभी चार प्रांतों, उत्तरी गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र, और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में बंद रखा गया।


पाकिस्तान में कोरोनवायरस वायरस के मामलों की संख्या 900 तक पहुंच गई है, जबकि लगभग सात लोगों की मौत हो चुकी है।सोमवार को, सरकार ने लॉक डाउन के लिए देशभर में सेना के जवानों की तैनाती की, जो अगले दो सप्ताह तक चलेगी। सरकार ने मंगलवार आधी रात से 31 मार्च तक देश भर में रेलवे परिचालन को स्थगित करने की घोषणा की। इससे पहले ट्रेनों में सवार होने के लिए कराची, लाहौर और अन्य रेलवे स्टेशनों पर लोग लंबी कतार में लगे दिखे, जिसके फुटेज जियो न्यूज पर दिखाए गए। जमात इस्लामी ने कोरोना रोगियों के लिए अपने मुख्य हेड क्वार्टर मंसूरा लाहौर को अलगाव केंद्र में परिवर्तित कर दिया।दूरदराज के कई इलाकों से लॉक डाउन का पालन नहीं करने की खबरें सामने आईं। पाकिस्तान में स्वास्थ्य सेवाओं की अच्छी व्यवस्था नहीं है, लिहाजा सरकार लोगों से खुद ही घरों में रहकर सुरक्षित रहने की अपील कर रही है।राजधानी इस्लामाबाद, वाणिज्यिक राजधानी कराची, सांस्कृतिक केंद्र लाहौर और अन्य प्रमुख शहरों में सामान्य रूप से हलचल वाली सड़कों और सार्वजनिक स्थान पूरी तरह से खाली थे और सेना व पुलिस के जवानों ने सड़कों पर गश्त की।कई शहरों में बंद का उल्लंघन करने वाले दुकानदारों सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया गया। सर्वोच्च और उच्च न्यायालयों सहित न्यायपालिका ने भी अपने कार्यों को सीमित कर दिया है, और केवल आवश्यक मामलों की सुनवाई कर रहे हैं। जेलों में COVID-19 के प्रकोप के खतरों को कम करने के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने जमानत पर छोटे अपराधों में शामिल सैकड़ों कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया।यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब लाहौर जेल में कोरोनोवायरस मामले की पहली पुष्टि हुई। मामलों की बढ़ती संख्या के बावजूद, संक्रमित होने वाले अधिकांश लोग हल्के लक्षणों से पीड़ित होते हैं और ठीक हो जाते हैं।


स्पेनः 9053 की मौत, लाखों संक्रमित

कुल 9053 मरे, मरीजों की संख्या एक लाख पार


मैड्रिड। दुनिया भर में फैली कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहे 180 देशों में कोविड 19 से सबसे ज्यादा मौत वाले दूसरे नंबर के देश स्पेन में पिछले 24 घंटे में 864 कोरोना मरीजों की मौत हो गई है जो कोरोना संकट में एक दिन में स्पेन में सबसे ज्यादा मौत है। स्पेन में कोरोना पॉजिटिव केसों की संख्या एक लाख को पार कर गई है जबकि कुल मौत की संख्या 9053 हो चुकी है।


मंगलवार तक स्पेन में 8189 मौत हुई थी जबकि पॉजिटिव केसों की संख्या 94417 थी। स्पेन में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 1 लाख 2 हजार 136 हो चुकी है। स्पेन में 14 मार्च से लॉकडाउन है लेकिन मरीजों और मौत के बढ़ते आंकड़ों से लगता नहीं है कि कोरोना वायरस का प्रकोप कम हो रहा है। स्पेन के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि बीमारी अब स्टैबलाइजेशन फेज में घुस रही हो सकती है- मतलब ऐसी स्थिति जब मौत और नए मरीजों की संख्या हर रोज बहुत ज्यादा बढ़ना बंद हो जाए।बढ़ती मौत के साथ ही पीएम पेड्रो सांचेज सरकार पर विपक्ष का हमला तीखा होता जा रहा है जो सरकार पर सही समय पर कड़े और जरूरी कदम ना उठाने का आरोप लगा रही है। वहीं सरकार कह रही है कि वो विश्व स्वास्थ्य संगठन और सरकारी विशेषज्ञों की सलाह पर काम कर रही है।चीन से शुरू कोरोना के कहर का सबसे बड़ा शिकार यूरोपीय देश इटली बना है जहां अब तक 12 हजार से ज्यादा लोग मारे इस बीमारी से मर चुके हैं। मौत के मामले में स्पेन दूसरे नंबर पर है और उसके बाद अमेरिका है जहां अब तक 4000 से ज्यादा लोग कोरोना से जान गंवा चुके हैं।अमेरिका के बाद फ्रांस है जहां साढ़े तीन हजार से ज्यादा लोग मर चुके हैं। चीन पांचवें नंबर पर है जहां 3300 से कुछ ज्यादा मौत की आधिकारिक पुष्टि की गई है। 500 से ज्यादा मौत वाले देशों में ईरान, यूनाइटेड किंगडम, नीदरलैंड, जर्मनी, बेल्जियम भी शामिल है। भारत में कोरोना के अब तक 1673 मामले सामने आए हैं जिसमें 133 ठीक हुए जबकि 38 की मौत हुई है।


सोशल डिस्टेंसिंग, को समझे नागरिक

न्यूयॉर्क। कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के शरीर में ही नहीं बल्कि उसकी गैर-मौजूदगी में कमरे में टिका रह सकता है। यह जानकारी एक नए अध्ययन से सामने आई है। अध्ययन में पाया गया है कि जब मरीज अपने कमरे में नहीं होता है तब भी वायरस के अंश हवा में मौजूद रहते हैं। इसने अध्ययन ने मरीज के संपर्क में आने वाले मेडिकल स्टाफ के प्रॉटेक्टिव सूट पहनने की जरूरत पर बल दिया है।


वैज्ञानिकों को यूनिवर्सिटी ऑफ नेब्रास्का मेडिकल सेंटर में रूम और उससे बाहर जा रहे रास्तों में वायरस के अंश मिले हैं जहां कोरोना के मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया था। साइंस वेबसाइट MedRxiv में प्रकाशित रिपोर्ट को लिखने वाले वैज्ञानिक जॉन लोई ने कहा, ‘हमने और नमूनों को चिह्नित किया है जिसमें हवा में वायरस के जीन्स पाए गए हैं, इसने स्वसन संबंधी सुरक्षा पर ध्यान देने के महत्व को दर्शाया है।’इसलिए मेडिकल स्टाफ के लिए एहतियात जरूरी
रिपोर्ट को लिखने से पहले अस्पताल के 11 कमरे के सैंपल लिए गए हैं और इसमें एक ही जगह बड़ी मात्रा में वायरस को एकत्रित पाया गया। रूम के बाहर जहां से अस्पताल के कर्मचारी गुजर रहे थे वे भी पॉजिटिव पाए गए हैं। शोधकर्ताओं ने कहा कि अध्ययन में अभी यह विश्लेषण नहीं किया गया है कि वायरस हवा में विस्तार लेने वाले हैं या नहीं, लेकिन इसने मेडिकल स्टाफ के प्रॉटेक्टिव सूट पहनने पर जोर दिया है। रिपोर्ट के एक अन्य राइटर जोशुओ ने कहा, ‘इस तरह के अध्ययन से हेल्थ केयर वर्कर्स, मरीज के संपर्क में रहने वाले लोगों की सुरक्षा की जरूरत को समझा जा सका है जो कि मरीज की देखभाल करते हैं और उन्हें इस महामारी से लड़ने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा, ‘मौजूदा अध्ययन जारी रहेगा और ताकि कोरोना वायरस के ट्रांसमिशन को समझा जाए और कोरोना के मरीजों की देखभाल में जुटे लोगों की सुरक्षा के रास्ते ढूंढने में मदद मिले।


भारत-अमेरिका करेंगे वायरस का सामना

भारत-अमेरिका साझेदारी के साथ पूरी ताकत से करेंगे कोरोना का सामना


ट्रंप से फोन पर बातचीत के बाद बोले पीएम मोदी


नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ 21 दिनों के लॉकडाउन के बीच पूरा देश महामारी से इस वक्त डटकर सामना कर रहा है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने कोविड-19 पर शनिवार को गहन चर्चा की। दोनों नेताओं ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत-अमेरिका साझेदारी की पूरी ताकत का उपयोग करने का संकल्प लिया।
 पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि उनकी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ फोन पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा, ”हमारी चर्चा काफी अच्छी रही और हमने कोविड-19 से निपटने में भारत-अमेरिका साझेदारी की पूरी ताकत का उपयोग करने पर सहमति व्यक्त की।


गौरतलब है कि अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 2,78,458 मामले सामने आये हैं और 7,100 से अधिक मौतें हुई हैं।वहीं, भारत में 3,000 से अधिक मामले दर्ज किये गये हैं और 68 लोगों की मौतें हुई हैं। भारत में कोरोना के मामले 3 हजार के पारः भारत में कोरोना संक्रमण के मामले 3 हजार के पार हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, शनिवार को कोरोना के नए मामले में पिछले 24 घंटे के दौरान अब तक की सबसे बड़ी बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है। चौबीस घंटे के दौरान 525 नए मामले आए हैं। इसके बाद कोरोना के अब तक कुल मामले भारत में बढ़कर 3,072 हो गए हैं। इनमें से 2,784 एक्टिव केस, 235 डिस्चार्ज और 75 मौत शामिल हैं। कोरोना से दुनियाभर में 60 हजार की मौतः ना से दुनियाभर में तबाही मचा रखी है। इस महामारी के चलते दुनियाभर में 60 हजार लोगों की शनिवार की शाम तक मौत हो चुकी है। उधर, स्पेन ने कोरोना के चलते स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए 25 अप्रैल तक लॉकडाउन को बढ़ा दिया है। स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज शनिवार (4 अप्रैल) को यह जानकारी दी। वहीं, इस वायरस की वजह से देश में अब तक 11 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। स्पेन में कोरोना वायरस के संक्रमण से होने वाली मौतों में लगातार दूसरे दिन कमी आई। हालांकि मौतों का आंकड़ा 809 रहा। यह जानकारी सरकार द्वारा शनिवार (4 अप्रैल) को जारी आधिकारिक आंकड़ों में दी गई। इसके मुताबिक स्पेन में गुरुवार (2 अप्रैल) को सबसे अधिक 950 लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हुई थी। स्पेन में अब तक 11,744 लोगों की मौत हुई है जो इटली के बाद सबसे अधिक है। आंकड़ों के मुताबिक स्पेन में संक्रमण के नए मामलों में भी कमी आई है और 7,026 नये मामलों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 1,24,736 हो गई है। उधर, अमेरिका में शुक्रवार को अमिका में सबसे अधिक 1480 लोगों की मौत हुई।


कोरोना वायरस से सुरक्षित राज्य

गंगटोक। सिक्किम के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि अब तक राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है।
महानिदेशक (स्वास्थ्य सेवा) पीटी भूटिया ने बताया कि प्रशासन ने 35 लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे थे लेकिन किसी के भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई। उन्होंने बताया, ” अब तक राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है।”
भूटिया ने कहा कि हालांकि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण जैसे लक्षणों के कारण आठ लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य में 1,122 लोगों को उनके घर में ही पृथक-वास में रखा गया है जबकि 107 लोगों को सरकारी पृथक केंद्रों में रखा गया है।


बांग्लादेश में 7 अप्रैल तक उड़ाने रद्द

ढाका। बांग्लादेश के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएबी) ने कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने के लिए सभी घरेलू उड़ानों और लगभग सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर 7 अप्रैल तक प्रतिबंध लगा दिया है। सीएएबी के प्रवक्ता मोहम्मद सोहेल कमरुज्जमां ने शनिवार को बीडीन्यूज24डॉटकाम को बताया कि हमने प्रतिबंध एक सप्ताह के लिए बढ़ा दिया है।
उन्होंने कहा कि मालवाहक विमान की उड़ानें सामान्य रूप से संचालित होंगी।


बांग्लादेश और अधिकांश अन्य देशों ने पहले ही महामारी से लड़ने के लिए हवाई यात्रा प्रतिबंधित कर दिया है।
बांग्लादेश ने इस महामारी को खत्म करने के प्रयासों के तहत लोगों को घर पर रखने के लिए सार्वजनिक परिवहन और कार्यालयों को 4 अप्रैल तक 10 दिनों के लिए बंद कर दिया। स्कूल और अन्य शैक्षणिक संस्थान 9 अप्रैल तक बंद रहेंगे।बीडीन्यूज24डॉटकाम के रिपोर्ट के मुताबिक बीमन बांग्लादेश एयरलाइंस ने शुक्रवार को कहा, “ब्रिटेन को अपनी अंतिम उड़ानें, जो यूरोप से आने वाले प्रतिबंधों के दायरे में नहीं थीं, मंगलवार को ढाका से रवाना होंगी और अगले दिन वापस आ जाएंगी।” यूरोप के अलावा, बांग्लादेश ने 21 मार्च को भारत, सऊदी अरब, कतर, बहरीन, कुवैत, यूएई, तुर्की, मलेशिया, ओमान और सिंगापुर के साथ हवाई संपर्क को बंद कर दिया। अधिकारियों ने कहा कि अभी चीन से कुछ उड़ानों का संचालन हो रहा है। बांग्लादेश में कोरोनावायरस से अब तक पांच की मौत हो चुकी है।


कुत्ते-बिल्लियों के मांस खाने पर रोक

बीजिंग। चीन के शेन्जेन शहर में कुत्ते और बिल्लियों का मांस खाने पर रोक लगा दी गई है। ऐसा करने वाला चीन का ये पहला शहर है। ये कदम कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए उठाया गया है जिसका संबंध जंगली जानवरों के मांस के आहार से बताया जा रहा है। चीन सरकार ने इसके बाद जंगली जानवरों का मांस खाने पर पाबंदी लगा दी थी। मगर शेन्जेन ने एक कदम और आगे जाते हुए कुत्तों और बिल्लियों के मांस खाना भी बैन कर दिया है।


ह्यूमेन सोसायटी इंटरनेशनल नामक संस्था के अनुसार एशिया के देशों में हर साल तीन करोड़ कुत्तों को मांस के लिए मार दिया जाता है। हालांकि चीन में बिल्लियों का मांस खाना सामान्य नहीं है। वहां के ज्यादातर लोगों ने न तो इन जानवरों का मांस कभी खाया है और न ही वे इन्हें खाना चाहते हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक शेन्जेन सरकार ने कहा है, कुत्ते और बिल्लियां पालतू जानवरों के तौर पर इंसानों के काफी करीब हैं और पालतू जानवरों के मांस खाने पर विकसित देशों और हांगकांग और ताइवान में पाबंदी लगाई जाती रही है। ये बैन मानव सभ्यता के अनुकूल है। जानवरों के हितों के लिए काम करने वाली संस्था ह्यूमेन सोसायटी इंटरनेशनल ने इस कदम का स्वागत किया है। संस्था के विशेषज्ञ डॉक्टर पीटर ली ने कहा, ये फैसला उस बर्बर व्यापार पर रोक लगाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा जिसमें चीन में हर साल एक करोड़ कुत्तों और 40 लाख बिल्लियों का कत्ल कर दिया जाता है।भालुओं का पित्त लेना जारीः मगर इन कदमों को उठाने के साथ-साथ चीन ने कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए भालुओं के पित्त के इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है। चीन में भालुओं के पित्त में मौजूद एसिड का इस्तेमाल पथरी और लिवर की बीमारियों के इलाज के लिए देसी दवाओं के तौर पर होता रहा है। मगर इस बात के कोई प्रमाण नहीं हैं कि ये कोरोना के लिए भी कारगर है। ऐनिमल एशिया फाउंडेशन नामक संस्था के प्रवक्ता ब्रायन डेली ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, हमें उस खतरनाक वायरस के इलाज के लिए जंगली जानवरों पर निर्भर नहीं होना चाहिए, जिसका स्रोत ही जंगली जानवर बताए जा रहे हैं। जंगली जानवरों का बाजारः चीन सरकार ने फरवरी में वन्य जीवों के व्यापार और उनके मांस के खाने पर रोक लगा दी थी। ये कदम ये बात सामने आने के बाद उठाया गया कि वुहान का एक बाजार से कोरोना वायरस फैलना शुरू हुआ जहां वन्य जीवों के मांस बेचे जाते थे। इन जानवरों के माध्यम से ही ये वायरस इंसानों में आया। मगर वैज्ञानिक अभी तक ये पता नहीं लगा पाए हैं कि इस वायरस का स्रोत क्या था और ये इंसानों में कैसे फैला।


हिमाचल में वायरस के मामले बढ़े

शिमला। हिमाचल में कोरोना वायरस के तीन नए मामले सामने आए हैं। सभी मरीज ऊना जिले के बताए जा रहे हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने बताया कि सैंपल पॉजिटिव होने के साथ ही मरीजों के यात्रा इतिहास और कांटेक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी गई है। बताया कि गुरुवार को प्रदेश के 27 लोगों के कोरोना वायरस की जांच को लेकर सैंपल लिए गए थे जिनमें से तीन के सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। एक का फिर से सैंपल लिया जा रहा है, बाकि 23 सैंपल सामान्य पाए गए हैं।


इसके साथ ही प्रदेश में अब कोरोना मरीजों की संख्या चार हो गई हैं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग कांगड़ा में तीन से नौ अप्रैल से विदेशों और बाहरी राज्यों से आए लोगों के लिए सर्च अभियान चलाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले में लगभग 1700 टीमें गठित कर दी हैं। एक टीम प्रतिदिन कम से कम 30 घरों का भ्रमण करेगी। टीमें बीएमओ को हर दिन की गतिविधियों की रिपोर्ट करेगी। टीमों के निरीक्षण के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों को जिम्मा सौंपा गया है। उधर, सीएमओ कांगड़ा डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि एक्टिव केस फाइडिंग के लिए शुक्रवार से हर घर में टीमें जाएंगी। इसमें हाल ही में विदेशों और देश के बाहरी राज्यों से आए लोगों का डाटा एकत्रित किया जाएगा।


'चंडीगढ़' वासियों को मिली राहत

राणा ओबराय

चण्डीगढ़ वासियो को मिली राहत,दो दिनों में चंडीगढ़ में तीन कोरोना वायरस के मरीज हुए ठीक

चंडीगढ़। देशभर में कोरोना का कहर जारी है। इस बीच एक अच्छी खबर सामने आई है। दो दिनों में चंडीगढ़ में तीन कोरोना वायरस के मरीज ठीक हो गए है। इस बात की जानकारी चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा ने दी है। जानकारी के अनुसार, शनिवार को जीएमसीएच 32 में भर्ती सेक्टर 30बी निवासी कोरोना पॉजिटिव युवक और 21डी निवासी 45 वर्षीया महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। दोनों की रिपीट टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। इससे पहले शुक्रवार रात पीजीआई से कोरोना संक्रमित 26 वर्षीय डॉक्टर को डिस्चार्ज किया था, जोकि लंदन से शहर लौटी थी। यहां अब पॉजिटिव मरीजों की गिनती 18 से घटकर 15 हो गई है। शुक्रवार को यहां सेक्टर-32 जीएमसीएच से चार कोरोना पॉजिटिव मरीजों को शिफ्ट भी कर दिया गया। शिफ्टिंग के दौरान संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए ग्रीन कॉरिडोर का इस्तेमाल किया गया। पीजीआई प्रवक्ता डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि मरीजों को हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया है। अन्य मरीजों के लिए भी कमरे तैयार हैं। 300 बेड के नेहरू एक्सटेंशन को कोरोना के मरीजों के लिए ही तैयार किया गया है। वहां जिन डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है, उनकी सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ताकि उन्हें संक्रमण न हो।


108 डॉक्टर-नर्स, कोरोना का संपर्क

राणा ओबराय

दिल्ली गंगाराम अस्पताल में कोरोना मरीजों के संपर्क में आए 108 डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टाफ हुए क्वारंटाइन

नई दिल्ली। कोरोना महामारी से देश में संकट बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के 108 स्वास्थ्य कर्मचारियों को क्वारंटाइन किया गया है। इनमें 23 लोग अस्पताल में भर्ती हैं और 85 अपने घरों पर आइसोलेशन में रह रहे हैं। इनमें सीनियर डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टाफ शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती दो कोरोना संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद यह फैसला लिया गया है।


अब दोनों मरीजों को आरएमएल अस्पताल में भेज दिया गया है। इन 108 लोगों में से कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से अस्पताल प्रशासन ने यह फैसला लिया है। बता दें कि यहां पर दो ऐसे लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जो इस अस्पताल में दूसरी बीमारियों का इलाज कराने आए थे। पहले इन मरीजों में कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं पाए गए थे, लेकिन जब इनका टेस्ट किया गया तो ये कोरोना पॉजिटिव पाए गए।जानकारी के अनुसार मरकज मामले के बाद दिल्ली में बड़ा इजाफा देखने को मिला है। दिल्ली में कोरोना वायरस के अब तक 400 मामले सामने आए हैं। यहां दिल्ली में कोविड-19 महामारी से जहां 7 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 8 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं।.बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात मामले से देश में कोरोना वायरस के मामलों में बड़ा इजाफा देखने को मिला है और शनिवार को यह आंकड़ा 2900 पार कर गया। वहीं, इस खतरनाक कोविड-19 महामारी से अब तक देशभर में जहां 68 लोग जान गंवा चुके हैं और 183 लोग पूरी तरह से ठीक हो गए हैं या फिर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह 9 बजे तक के अपडेटेड आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस के कुल 2901 मामलों में से 2650 केस एक्टिव हैं। महाराष्ट्र जहां 484 मामलों के साथ इस तालिका में टॉप पर है, वहीं दिल्ली में मरकज मामले के बाद संक्रमितों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है और यह आंकड़ा 400 पहुंच गया है।


'सोशल मीडिया' की अफवाहो पर कार्रवाई

राणा ओबराय


हरियाणा सरकार ने टीमो का किया है गठन,सोशल मीडिया पर अफ़वाह फैलाई तो होगी सख्त क़ानूनी कार्यवाहीः पीसी मीना

चंडीगढ़। कोविड- 19 के संक्रमण संकट के समय किसी तरह की भ्रामक सूचना से विकट स्थिति पैदा हो सकती है, अपुष्ट सूचनाओं से आम जनता में भ्रम की स्थिति पेदा ना हो, इस लिहाज से सरकारी एजेंसियां भी इस बात पर कड़ी निगरानी रख रही हैं कि गलत अथवा आधारहीन सूचनाओं का प्रेषण न हो। कड़ी निगरानी रखने के लिए हरियाणा के सूचना व जनसम्पर्क निदेशक पी सी मीणा ने राज्यस्तरिय व ज़िला स्तरीय टीमों का व्यापक गठन किया है जो फ़ेस्बुक, ट्विटर, यूटूब, वेब पॉर्टल्ज़, न्यूज़ चैनल्ज़, अन्य सोशल मीडिया पलटेफ़ोरम पर नज़र रखेंगे । इस संदर्भ में राज्य में हरियाणा पुलिस की साइबर सेल इस इस बात पर पहले से नजर रख रही है कि किसी भी तरह की भ्रामक सूचनाओं का प्रेषण न हो।


सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि आम जन को भी सोशल मीडिया अथवा अन्य कहीं से मिली कोई सूचना भ्रामक अथवा तथ्यों से परे लगती है तो वह इसकी सूचना पुलिस व स्थानीय प्रशासन को दे तथा diprfactcheck@gmail.com पर भी भेज सकता है।सरकारी प्रवक्ता के अनुसार सोशल मीडिया पर अफवाह या बिना पुष्टि किये गलत पोस्ट करने या फारवर्ड करने वालो खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के साथ साथ IT ऐक्ट व एपिडेमिक ऐक्ट में मामला दर्ज हो सकता है ,कानून में इसके लिये सजा का प्रावधान भी है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है और सभी से अपील भी है कि वे सहयोग करे और सोशल मीडिया पर कोई भी पोस्ट या फ़ॉर्वर्ड जिम्मेदारी के साथ ही करे ताकि इस वैश्विक संकट में भ्रम की स्थिति पेदा ना हो।


यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश

यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश  संदीप मिश्र  लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके ...