शनिवार, 4 अप्रैल 2020

1480 की मौत, 2.7 लाख संक्रमित

मनोज सिंह ठाकुर


वाशिंगटन। दुनियाभर में कोरोना इस समय कहर बन कर बरस रहा है। इटली और स्पेन के बाद इसका सबसे ज्यादा प्रभाव अमेरिका पर देखने को मिल रहा है। अमेरिकी की खौफनाक स्थिति का पता इस बात से चलता है कि 24 घंटे में यहां 1480 लोगों की मौत हो गई। अमेरिका में एक दिन में इतनी ज्यादा मौतों का ये अभी तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। जॉन्स हॉप्किंस विश्वविद्यालय के ट्रैकर ने यह आंकड़ें दिए हैं। उनके अनुसार, अमेरिका में दो लाख 77 हजार से ज्यादा संक्रमित मरीज हैं, जबकि सात हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
ताजा आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका में कोरोना वायरस से पौने तीन लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। जबकि अब तक 7406 लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमित लोगों और मौत का आंंकड़ा भी यहां लगातार बढ़ रहा है। अमेरिका में संक्रमित और मौत की संख्या अन्य कई देशों के मुकाबले में बहुत ज्यादा है। इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित मरीजों और मौत के बावजूद ट्रंप ने अभी तक अमेरिका में लॉकडाउन की घोषणा नहीं की है। हालांकि सरकार ने लोगों को घर में रहने का आदेश जारी किया है। 
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने अपनी सिफारिश में कहा है कि अमेरिकियों को कोविड-19 से बचाने के लिए कपड़े से बने मास्क को पहनना चाहिए। व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रिफिंग के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, सीडीसी ने अपनी सिफारिश में कहा कि वॉलंटरी हेल्थ मेजर्स के रूप में नॉन-मेडिकल क्लॉथ (कपड़े) का इस्तेमाल किया जाए। यह वॉलंटरी है, उन्होंने कुछ समय के लिए इसकी सिफारिश की है। हालांकि, ट्रंप ने स्पष्ट किया कि वह खुद मास्क नहीं पहनेंगे।


14 राज्यों में जमात के 647 संक्रमित

नई दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि पिछले दिनों दिल्ली स्थित निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेने वालों में से अब तक कुल 647 लोगों में कोरोना वायरस (Corona virus) संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। ये लोग 14 राज्यों के हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि पिछले दो दिनों में तबलीगी जमात के 647 लोगों में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। ये लोग असम, अंडमान निकोबार, दिल्ली, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से हैं।
उन्होंने बताया कि देश में कोरोना के संक्रमण के अब तक 2301 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 56 मरीजों की मौत हई और 156 मरीजों को इलाज के बाद स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अग्रवाल ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 12 मरीजों की मौत हुई है।
उन्होंने कोरोना के संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए लागू देशव्यापी बंद (लॉकडाउन) को कारगर उपाय बताते हुए कहा कि संक्रमण के मामलों में जो बढ़ोतरी पिछले कुछ दिनों में हुई है, उसका मुख्य कारण एक खास घटना रही।
अग्रवाल ने कहा कि अगर इस घटना को छोड़ दें तो लॉकडाउन और इस दौरान सामाजिक मेलजोल से दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) के उपायों के कारण नए मामलों की गति में इजाफा नहीं हो रहा था।
अग्रवाल ने देशवासियों से अपील की कि हम सभी को यह समझना होगा कि हम एक संक्रामक बीमारी से जूझ रहे हैं, ऐसे में इससे निपटने के उपायों का पालन में करने में मामूली सी चूक हमारे सारे प्रयासों को व्यर्थ साबित कर देती है।


51 अस्पताल 5 प्रयोगशाला होगी तैयार

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस (Corona virus) के संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच कोविड-19 के मरीजों के उपचार के लिए सशस्त्र बलों के 51 अस्पतालों को तैयार किया जा रहा है।सैन्य अधिकारियों ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के संदिग्ध मामलों की जांच के लिए सेनाओं की 5 प्रयोगशालाओं को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित जांच केंद्रों से जोड़ा गया है।


इनमें दिल्ली स्थित आर्मी अस्पताल (रिसर्च एन्ड रेफरल), बेंगलुरु स्थित वायुसेना कमान अस्पताल, पुणे स्थित सशस्त्र बल चिकित्सा महाविद्यालय (एएफएमसी), लखनऊ स्थित कमान अस्पताल और उधमपुर स्थित कमान अस्पताल शामिल हैं। इसके अलावा 6 और अस्पतालों को उपकरण और अन्य सुविधाओं सहित कोविड-19 की जांच करने के लिए तैयार किया जा रहा है।


रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, देशभर में सशस्त्र सेनाओं के 51 अस्पतालों में गहन चिकित्सा कक्ष और कोविड-19 की जांच के लिए विशेष केंद्र बनाए जा रहे हैं। वर्तमान में सशस्त्र बलों द्वारा मुंबई में 6 पृथक-वास संचालित किए जा रहे हैं।


रायपुर में 48 घंटे का कर्फ्यू लागू

रायपुर। देश सहित छत्तीसगढ़ में 14 अप्रैल तक जारी लॉकडाउन के बीच अब अगले 48 घंटे राजधानी रायपुर में कर्फ्यू रहेगा। शनिवार शाम 4 बजे के बाद से यह कर्फ्यू लागू हो जाएगा। इसे लेकर जिला प्रशासन ने सख्त चेतावनी दी है। शनिवार को कई स्थानों पर पुलिस की ओर से फ्लैग मार्च किया गया है। घर से बेवज़ह निकलने वाले लोग पकड़े गए, तो उन्हें सीधे जेल का रास्ता दिखाया जाएगा।


प्रशासन के अनुसार इस दौरान बहुत ही अधिक जरूरी सेवा को खुला रखा जाएगा। इसमें पूरी तरह से जांच-पड़ताल के बाद लोगों को जरूरी सेवाओं के लिए निकलने दिया जाएगा। जरुरी सेवाओं को यथावत जारी रखा गया है। जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन रायपुर की ओर से यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि लॉकडाउन का लोग कड़ाई से पालन नहीं कर रहे हैं। जरूरी सेवाओं के बहाने लोग घरो से तफरी करने सड़क पर निकल रहे हैं। जिसके कारण शहर में अचानक ट्रैफिक बढ़ गया है। लिहाजा कोरोना वायरस से बचाव के लिए सख्ती बेहद जरूरी है। ऐसे में लोगों को सावधान रहने को कहा गया है। इस दौरान अगर किसी ने भी  लापरवाही बरती, मनमानी करते हुए दिखे तो फिर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


लॉक डाउन को बढ़ाया जा सकता है

नई दिल्ली। अमेरिकन कंसल्टिंग फर्म बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (BCG) की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस (Coronavirus) को देखते हुए इंडिया में लागू किए गए लॉकडाउन को सितंबर के मध्य तक बढ़ाया जा सकता है। मनीकंट्रोल में प्रकाशित BCG की रिपोर्ट के हवाले से बताया गया कि भारत जून के चौथे सप्ताह और सितंबर के दूसरे सप्ताह के बीच देशव्यापी लॉकडाउन को हटाना शुरू करेगा।


अध्ययन में बताया गया है कि प्रतिबंध हटाने में देरी देश के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की तैयारी और सार्वजनिक नीति प्रभावशीलता के रिकॉर्ड के कारण उत्पन्न चुनौतियों का परिणाम हो सकती है। रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि भारत में जून के तीसरे सप्ताह तक COVID-19 के संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं। अमेरिकन कंसल्टेंसी फर्म बीसीजी की रिपोर्ट कोरोना वायरस महामारी पर रोकथाम के उपायों पर केंद्रित है। यह रिपोर्ट 25 मार्च तक के अनुमानों पर तैयार की गई है, जो जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय के डेटा का पूर्वानुमान लगाने वाली मॉडलिंग पर आधारित है।


रिपोर्ट में देश की स्थिति, यह पूरी तरह से लॉकडाउन है या नहीं, संभावित लॉकडाउन की शुरुआती तारीख, संबंधित देशों के लिए पीक डेट्स और लॉकडाउन के खत्म होने की तारीख सरीखे मानकों पर COVID-19 से संबंधित लॉकडाउन के खत्म होने की अनुमानित तारीखें बताई गई हैं। नरेंद्र मोदी की सरकार ने 24 मार्च को यूनाइटेड किंगडम, पोलैंड और कोलंबिया जैसे अन्य देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के अनुसार लॉकडाउन की घोषणा की. देश में 3 अप्रैल तक, कोरोनोवायरस के मामलों की संख्या 2,300 का आंकड़ा पार कर गई, जबकि मरने वालों की संख्या 62 थी।


दिल्ली में 91 नए केसो ने बढ़ाई चिंता

दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 91 नए केस: केजरीवाल
नई दिल्ली। ‘कोरोना से दिल्ली में अब तक 5 लोगों की मौत’
दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में हर रोज तेजी से इजाफा हो रहा है। 24 घंटे में 91 केस सामने आए हैं, जिसके बाद यहां पर कोरोना के 384 केस हो गए हैं। 91 नए मामलों में 77 वो हैं जो तबलीगी जमात के मरकज में पहुंचे थे। ये जानकारी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को दी।


उन्होंने बताया कि 384 में से 58 मरीज विदेश यात्रा वाले हैं। इनमें से बहुत से दिल्ली के भी नहीं हैं. 259 वो हैं जो मरकज में पहुंचे थे। वहीं, अब तक 5 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। ये काफी चिंताजनक लगता है। बता दें इससे पहले गुरुवार को दिल्ली में कोरोना के मरीजों की संख्या 293 थी। अरविंद केजरीवाल ने कहा अच्छी बात है कि दिल्ली में कोरोना फैलना शुरू नहीं हुआ। हम सबने मिलकर इसे रोका हुआ है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का पालन जरूरी है।


‘7 किलो राशन दे रहे’


दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि हम 71 लाख राशन कार्ड वालों को साढ़े 7 किलो राशन दे रहे हैं। 60 फीसदी लोगों को मिल चुका है, जिनके पास कार्ड नहीं है। हम उनको भी अगले कुछ दिन में दे देंगे। वहीं, उन्होंने आगे बताया कि 8 लाख विधवा, बुजुर्ग, विकलांगों को 5-5 हजार रुपये दे रहे हैं। कंस्ट्रक्शन वर्कर्स और ड्राइवर्स को राहत के पैसे दे रहे हैं। गरीबों के लिए 1780 सेंटर्स खोले गए हैं, जहां लंच डिनर दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुरुवार को 6,52,850 लोगों ने लंच किया और करीब 6 लाख 30 हजार ने डिनर किया।


प्रिंस चार्ल्स ने मंत्री के दावे को नकारा

प्रिंस चार्ल्स ने केंद्रीय मंत्री के दावे को झूठा बताया, कहा - आयुर्वेद से नहीं हुआ ठीक


नई दिल्ली। केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने हाल ही में दावा किया था कि ब्रिटिश राजघराने के प्रिंस चार्ल्स आयुर्वेद की मदद से कोरोनावायरस से उबरने में सफल हुए। हालांकि, प्रिंस चार्ल्स की प्रवक्ता ने उनके इस दावे को नकारते हुए कहा है कि चार्ल्स ने सिर्फ ब्रिटिश नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) की चिकित्सीय सलाह मानी और कुछ नहीं।


प्रिंस चार्ल्स की प्रवक्ता एला लिंच ने द इंडियन एक्सप्रेस को भेजे मेले में कहा कि प्रिंस चार्ल्स के आयुर्वेद से ठीक होने की जानकारी गलत है। दरअसल, नाइक ने गुरुवार को गोवा में प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा था कि प्रिंस चार्ल्स का ठीक होना सिर्फ हमारी हजारों सालों पुरानी पद्धति की वैधता दर्शाती है। नाइक ने कहा था कि वे यह विश्वास से कह सकते हैं, क्योंकि बेंगलुरु में आयुर्वेद का रिसॉर्ट चलाने वाले एक डॉक्टर ने उनसे बात की है।


नाइक ने कॉन्फ्रेंस में कहा था- "मुझे बेंगलुरु में सौक्य आयुर्वेद रिसॉर्ट चलाने वाले डॉक्टर आइजैक मथई का फोन आया था। उन्होंने मुझे बताया कि उनके द्वारा आयुर्वेद और होम्योपैथी के जरिए किया गया प्रिंस चार्ल्स का इलाज सफल रहा। यह सिर्फ एक उदाहरण है कि हमारा सिस्टम कैसे काम करता है।"


गोवा के ही रहने वाले नाइक ने इस मौके पर सरकार की तरफ से कोरोनावायरस को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की तरफ भी की थी। उन्होंने कहा था कि भारत वायरस का फैलाव नियंत्रित करने में सफल रहने वाला पला देश है।


गौरतलब है कि गुरुवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रिंस चार्ल्स से फोन पर बात की थी। पीएम ने प्रिंस को खुद ही संक्रमण से उबरने पर बधाई देते हुए उन्हें बेहतर स्वास्थ्य की शुभकामनाएं दी थीं। विदेश मंत्रालय ने इसके बाद बयान जारी कर कहा था कि प्रधानमंत्री ने प्रिंस को उनकी आयुर्वेद में रुचि के लिए शुक्रिया कहा। मोदी ने प्रिंस को योगा वीडियो के जरिए इम्युनिटी बढ़ाने की भी जानकारी दी थी। प्रिंस ने भी स्वास्थ्य और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले इन तरीकों की तारीफ की थी। उन्होंने एनएचएस में सेवा दे रहे भारतीय मूल के लोगों की भी तारीफ की थी।


नोएडा में बना अत्याधुनिक कंट्रोल रूम

कोरोना की दहशत के बीच नोएडा में बना 'कंट्रोल प्लान', इस नंबर पर दें जानकारी 


गौतम बुध नगर। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। उत्तर प्रदेश के नोएडा में इसके ढेरों मामले सामने आए हैं। इसे देखते हुए नोएडा में एक अत्याधुनिक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।


स्थापित किया गया कंट्रोल रूमः नोएडा में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 50 पहुंच चुकी है। यहां पर वायरस से बढ़ते संक्रमण के मामलों पर लगाम लगाने के लिए अहम निर्णय लिया गया है। जिला प्रशासन की ओर से गौतमबुद्ध नगर के रहने वाले लोगों के लिए अत्याधुनिक एकीकृत कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। यही नहीं, कंट्रोल रूम में अहम यह भी है कि यहां कई कॉल एकसाथ की जा सकती हैं। इस कंट्रोल रूम को कॉल सेंटर के साथ-साथ सरकारी अधिकारियों के जरिए संचालित किया जा रहा है। कंट्रोल रूम का टोल फ्री नंबर: 1800 419 2211 है। डीएम सुहास कहते हैं कि यह कंट्रोल रूम 'ऑल इन वन' मॉडल पर आधारित है, जिसके माध्यम से जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, नोएडा अथॉरिटी, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की कोरोना वायरस और अन्य समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा। 


नियुक्त किए गए हैं डॉक्टर्सः इस कंट्रोल रूम में आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ कुछ डॉक्टर्स भी नियुक्त किए जाएंगे, जिन्हें कोरोना से संबंधित अहम जानकारियां हों। इस कंट्रोल रूम का नोडल अधिकारी गौतमबुद्ध नगर के अपर जिलाधिकारी बलराम सिंह को बनाया गया है।


जिला मथुरा में नहीं होगी कालाबाजारी

मथुरा। मथुरा ब्रज यातायात एवं पर्यावरण जन जागरूकता समिति रजि उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष  विनोद दीक्षित के द्वारा मथुरा के जिलाधिकारी से कालाबाजारी को लेकर शिकायत किए जाने के बाद जिला प्रशासन आया हरकत में बुलाई गई आपातकालीन बैठक मथुरा के जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने कलेक्ट्रेट के सभागार में अधिकारियों की बैठक लेते हुए निर्देश दिये कि जिन 06 टीमों को काला बाजारी रोकने के लिए लगाया गया है वह मुस्तैदी से अपने कार्यों को पूरा करते हुए कृत कार्यवाही से उन्हें अवगत करायेें। उन्होंने कहा कि जो दुकानदार काला बाजारी में लिप्त पाये जायें उनके विरूद्ध सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज करायी जाये। जिलाधिकारी  सर्वज्ञराम मिश्र ने बताया कि जनपद लागू धारा 144 में आंशिक संशोधन किया गया है, अब 05 व्यक्तियों के स्थान पर केवल 02 ही व्यक्ति एक स्थान पर रूक सकते हैं। उन्होंने दुकानदारों से कहा कि आवश्यक वस्तुओं को वितरित करते समय सोशल डिस्टेंश का विशेष ध्यान रखा जाये।जिलाधिकारी ने जनपद के सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि होम डिलीवरी पर केन्द्रित होकर लोगों में आवश्यक वस्तुओं का वितरण करवायें, इसके लिए क्षेत्रबार टीमें बना ली जायें, व्यक्तियों को आवश्यकतानुसार सामान उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा होम डिलीवरी का पूरी प्लान तैयार किया जा चुका है, यथाशीघ्र उसे क्रियान्वित कर दिया जायेगा।


डीएम ने निर्देश दिये हैं कि एक ही स्थान पर सब्जी मण्डी लगने के कारण लोग अधिक संख्या में एक स्थान पर एकत्रित हो जाते हैं। सोशल डिस्टेंश को दृष्टिगत रखते हुए क्षेत्रबार ढकेलों द्वारा सब्जियों की आपूर्ति की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिये कि आवश्यक वस्तुओं से संबंधित सामान एवं खाद्यान्नों से लदी हुई गाड़ियों को किसी भी दशा में नहीं रोकी जायेंगी। उन्होंने जनपद स्तरीय एवं अन्य जनपद व अन्य राज्यों में जाने वाली गाड़ियों के पास नगर मजिस्ट्रेट द्वारा पास जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने तहसील क्षेत्र में आवश्यक वस्तुओं के लिए पास जारी करने के लिए उप जिलाधिकारी को अधिकृत किया है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि बन्दर एवं अन्य जानवरों को भोजन देने वाले वाहनों एवं चारा ले जाने वाली गाड़ियों को नहीं रोका जायेगा। उन्होंने कहा कि भिखारियों को रैन बसेरों में रखा जायेगा तथा उनको उसी में भोजन के पैकेट भी उपलब्ध कराये जायेंगे।


उन्होंने कहा कि अस्पतालों में बीमारों के तमीरदारों को भी भोजन उपलब्ध कराने हेतु स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा व्यवस्था की जा रही है,जिसको प्रशासन द्वारा वितरित कराया जायेगा। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा0 गौरव ग्रोवर ने बताया कि खाद्यान्न सामग्री एवं आवश्यक वस्तुओं के लाने एवं लेजाने तथा काला बाजारी की शिकायत पुलिस कन्ट्रोल रूम 7839003402 पर सूचना दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि एक स्थान पर अधिक लोग एकत्रित न हों और बिना किसी कारण बाहर न निकलें। वेबजह बाहर घूमने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। बैठक में नगर आयुक्त रविन्द्र कुमार मांदड ने होम डिलीवरी सप्लाई की पूरी योजना को बताया। उन्होंने बताया कि क्षेत्रबार दुकानें चिन्हित की जा रही हैं, जो व्यक्तियों को फोन पर बतायी गई आवश्यक सामग्रियों को उनके घर तक पहुॅचायेंगे। उन्होंने बताया कि ईजीडे, वीमार्ट, बिग बाजार के कर्मचारियों द्वारा उनकी मांग पर तथा स्थानीय दुकानदारों से मांग पर सामान उपलब्ध कराने के लिए पार्षद के क्षेत्रबार 20-20 टीमें गठित कर ली गई हैं, जो डोर टू डोर सामान पहुॅचायेंगी। उन्होंने बताया कि प्रातः 07 से 11 बजे तक आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलेंगी तथा थोक मण्डी का समय प्रातः 04 से 07 बजे तक रहेगा। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बृजेश कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस से संबंधित कन्ट्रोल रूम के फोन नम्बर-0565 -2471914, 2970373 एवं 2970374 के नम्बरों पर केवल कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों की सूचना दे सकते हैं तथा काला बाजारी से संबंधित सूचनायें जिला प्रशासन नागरिक सुरक्षा कलेक्टेªट में बनाये गये कन्ट्रोल रूम नम्बर-0565-2470218 पर दें। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन सतीश कुमार त्रिपाठी, नगर मजिस्ट्रेट मनोज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक नगर अशोक कुमार मीणा सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।


66 करोड की खादी के मास्क बनेंगे

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मास्क की कमी को पूरा करने के लिए योगी सरकार 23 करोड़ जनता के लिए 66 करोड़ खादी के ट्रिपल लेयर स्पेशल मास्क बनाने की योजना पर विचार कर रही है। जानकारी के अनुसार यूपी सरकार ये स्पे़शल मास्क ग़रीबों को फ्री देगी। बाक़ी लोगों को बेहद सस्ते दामों पर मिलेगा।


माना जा रहा है कि ये कपड़े का रीयूज वाला वाशेबल मास्क होगा। इसके तहत हर नागरिक को दो-दो मास्क दिए जाएंगे। तैयारी है कि अगर लाक डाउन समाप्त होता है तो एपेडमिक एक्ट के तहत सबको ये मास्क पहनना होगा। बिना मास्क के घर के बाहर निकलने की बिल्कुल अनुमति नहीं होगी।


जमात में गए हरियाणा के 13 संक्रमित

राणा ओबराय


चंडीगढ़। हरियाणा में कम से कम 13 लोगों के कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। यह सभी लोग मार्च महीने में दिल्ली के निजामुद्दीन के पास स्थित मरकज में तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे। अधिकारियों ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी। सभी मामले पलवल जिले के है, जिसमें से अधिकांश बांग्लादेशी नागरिक हैं।


जिले में अभी तक सामने आए 17 मामलों में से 16 में मरीजों ने निजामुद्दीन मरकज में शिरकत की थी। पलवल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ब्रह्मदीप सिंह ने मीडिया से कहा, “जमात से आए कुल 88 लोगों के नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 13 के कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।”


एक दिन पहले अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) विजई वर्धन ने कहा कि कार्यक्रम में भाग लेने वाले 107 विदेशियों को राज्य में लौटने के बाद से क्वारंटाइन किया गया है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि सभी पर्यटक वीजा पर भारत आए और उनके खिलाफ पलवल, फरीदाबाद, पानीपत, अंबाला और नूंह में प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की गई है।


योगी ने मायावती को धन्यवाद कहा

लखनऊ। कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनि‍वार को लखनऊ में आला अफसरों के साथ समीझा बैठक की। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने बसपा सुप्रीमो मायावती को कोरोना वायरस के खिलाफ अभियान में सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया है। उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम और बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी विधायकों से जरूरतमंदों की मदद के लिए अपनें अपनें विधायक निधि से 1-1 करोड़ रुपये देने को कहा है। इसके साथ ही अपने जरूरतमंद पड़ोसियों की भी हर संभव मदद करने को भी कहा है।


बसपा सुप्रीमो ने शुक्रवार को ट्वीट कर देशभर में कोरोना वायरस की महामारी के मद्देनजर खासकर यूपी के बसपा विधायकों से भी खास अपील की कि वे आपदा की इस घड़ी में सरकार का सहयोग करें व सरकारी निर्देशों का अनुपालन करें। मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'केन्द्र सरकार से भी अपील है कि विश्व बैंक से मिले 100 करोड़ डालर की कोरोना सहायता को विशेषकर स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने में उचित इस्तेमाल करे ताकि कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोका जा सके। जनता से भी अपील है कि वे आपदा की इस घड़ी में सरकार का हर संभव सहयोग करें।'


जरूरतमंदों को किया राशन वितरण

कुसमुंडा। लॉक डाउन के दौरान कोविड 19 कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने लोगो को घर से निकलने में मनाही है। वही इस वजह से रोजी मजदूरी कर प्रतिदिन अपना पेट भरने वालो के सामने खाने पीने की समस्या उत्पन्न होने लगी है, हालांकि सरकार, जनप्रतिनिधि व कई सामाजिक संग़ठन ऐसे अनेको परिवारों की मदद कर रहे हैं, बावजूद इसके अधिकांश परिवार इस मदद से छूट जा रहे है। ऐसे में क्षेत्र में पेट्रोलिंग के दौरान कई गरीब परिवार की जानकारी कुसमुण्डा थाना प्रभारी राकेश मिश्रा को मिली, उन्होंने ततकाल ऐसे परिवारों की सूची बनवाई और उनको राशन पैकेट मुहैया कराया, इस राशन के पैकेट में 5 किलो साफ चांवल, आधा किलो दाल, आधा किलो रिफाइन तेल, डेढ़ किलो आलू, आधा किलो प्याज,1 पाव सोयाबीन बड़ी,100-100 ग्राम मिर्ची, मसाला, हल्दी शामिल है।
हमने ऐसे ही बिरदा निवासी एक मजदूर रामनारायन रात्रे से बात की उन्होंने बताया कि वे 3 से 4 दिन में थाना प्रभारी से सम्पर्क करते है और इस राशन के पैकेट को ले जाते है, उनका कहना था कि इस बन्द में भीख मांगने की नोबत आ गयी थी, ऐसे में थाना प्रभारी द्वारा राशन बांटने से उनके परिवार का दो वक्त के भोजन का इंतजाम हो गया है।
थाना प्रभारी श्री मिश्रा ने बताया कि वे प्रतिवर्ष नवरात्रि पर्व पर थाना परिसर में ही स्थित मन्दिर प्रांगण में विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है, मौजूदा हालात को देखते हुए ऐसा मुमकिन नही हो सका, ऐसे में इन मजदूरों की जानकारी हुई इसलिए भंडारे में लगने वाली राशि का उपयोग अब गरीब मजदूर परिवारो जरूरी राशन मुहैया कराने में लगाया जा रहा है, अभी तक करीब 700 पैकेट का वितरण किया जा चुका है,जिसका वितरण आगे भी चालू रहेगा।
आपको बता दें जिलेभर में अनेको लोग अपने अपने तरीको से जरूरतमंदों की मदद कर रहे है, ऐसे में थाना प्रभारी द्वारा समाज के इस मेहनती वर्ग का मदद करना अत्यंत ही सराहनीय कार्य है।


भूपेश टांडिया


सत्संग के नाम पर अस्मत से खिलवाड़

शाहजहांपुर। हमारे भारत देश में पाखंडी बाबाओं की भरपूर बहार है। हर एक महिने कोई ना कोई नया बाबा अपनी करतूतों के चलते मीडिया की ख़बरों में छा जाता है। कोई प्रवचन देकर लोगों से ठगी करता है, तो कोई मोक्ष दिलाने के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाता है। ऐसे बाबाओं की भी कमी नहीं है, जो केवल महिलाओं का उद्धार करने में विश्वास रखते हैं। उनकी इज्जत और आबरू से खेलते हैं। लेकिन जिस बाबा के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, वो बाबा शादियों का शौकीन है। वो दूसरों की नहीं बल्कि खुद की शादियां करने में यकीन करता है। पर शादी के बाद बाबा अपनी पत्नियों को जिस्मफरोशी के लिए मजबूर करता है।


Must Read: इस ग्राम सभा मे प्रारंभ हुआ सेनेटाइजेशन का कार्य, ग्राम प्रधान ने की क्वारंटाइन सेंटर पर भोजन की व्यवस्था


बाबाओं के बाजार में इस नए साधु का नाम है स्वामी अनुज चेतन सरस्वती। इस पर आरोप है कि बाबा ने एक नहीं दो नहीं बल्कि पांच-पांच शादियां की हैं। पहले ये बाबा महिलाओं को सत्संग के नाम पर भक्त बनाकर अपने जाल में फंसाता है। फिर प्रेम लीला करता है। अंत में उस महिला भक्त से शादी करके उसका उद्धार करने का दावा करता है। लेकिन उद्दार के नाम पर ये ढोंगी बाबा अपनी पत्नी को नशे का इंजेक्शन लगाता है और फिर उसे देह व्यापार में काले धन्धे मे झोंक देता है। इस अय्याश बाबा की करतूत खुद इसका शिकार बनी महिलाओं ने बताई. साधु के नाम पर शैतान बने इस बाबा की करतूत सुनकर पुलिस भी हैरान है। ढोंगी साधु का श‍िकार बनी मह‍िलाओं ने अब पुल‍िस से इंसाफ की गुहार लगाई है।


पीड़ित महिलाओं ने डीआईजी राजेश कुमार पांडेय से मुलाकात की और फिर बाबा का काला चिठ्ठा उनके सामने खोलकर रख दिया। महिलाओं ने ढोंगी साधु की एक एक करतूत डीआईजी साहब को बताई। डीआईजी राजेश कुमार पांडेय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित इलाका पुलिस को आरोपी साधु के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं। डीआईजी से शिकायत करते हुए महिलाओं ने स्वामी अनुज चेतन सरस्वती पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिलाओं का आरोप है क‍ि अनुज चेतन सरस्वती, साधु के रूप में बाबा नहीं बल्कि वहशी दरिंदा है। वह सत्संग करता है और तंत्र विद्या कर महिलाओं को अपने मायाजाल में फंसा लेता है।


महिलाओं का आरोप है कि इस साधु ने अब तक 5 शादियां की हैं। महिलाओं का आरोप है कि वह महिलाओं को नशीला इंजेक्शन देता है और देह व्यापार करने के लिए मजबूर भी करता है। जो भी महिला उसकी बात नहीं मानती उसको बुरी तरह से मारता-पीटता है और बंधक बनाकर रखता है। पीड़ित महिलाओं का कहना है कि उसकी एक पत्नी आत्महत्या कर चुकी है जबकि बाकी की पत्नियां भी उसे छोड़कर जा चुकी हैं। वहीं, इस मामले में डीआईजी राजेश कुमार पांडेय का कहना है क‍ि शाहजहांपुर की कुछ महिलाएं उनके पास आई थीं। उन्होंने अनुज चेतन सरस्वती नाम के शख्स पर आरोप लगाया है कि उसने 5 शादियां की हैं।


महिलाओं ने कुछ फोटोग्राफ भी दिखाए हैं। जिनके आधार पर लगता है कि आरोपी साधु महिलाओं की अस्मत के साथ खिलवाड़ करता है। डीआईजी का कहना है क‍ि शाहजहांपुर पुलिस को 3 दिन के अंदर इस मामले की जांच कर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं। आरोपी स्वामी अनुज चेतन सरस्वती, शाहजहांपुर जिले के निगोही थाना क्षेत्र के संगम इंटर कालेज के पास रहता है। अब पुलिस उसका इतिहास खंगालने में जुटी है। जल्द ही शादियों का शौकीन ये बाबा सलाखों के पीछे से सत्संग करेगा।


 (परवेज सागर)


जरूरी सेवाओं को गृह मंत्रालय की छूट

 अनामिका


नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते कहर को कम करने के लिए देश भर में 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है। जिसका आज 11वां दिन है। इसी बीच लॉकडाउन के दौरान हो रही परेशानियों को देखते हुए गृह मंत्रालय ने बड़ा  फैसला लेते हुए कुछ जरूरी सेवाओं के लिए छूट देने का ऐलान किया है। खेती से जुड़ी मशीनों, रिपेयरिंग की दुकान, हाइवे पर ट्रकों की मरम्मत से जुड़ी दुकानों समेत कुछ अन्य सेवाओं पर छूट मिलेगी। गृह मंत्रालय के तरफ से जारी की गई नई एडवाइजरी में  लॉकडाउन में दी जाने वाली छूट की लिस्ट दी गई है।


बता दें कि किसानों को अपनी खड़ी फसल की कटाई के लिए मजदूरों की जरूरत है, लेकिन लॉकडाउन के चलते न तो उनके पास मजदूर हैं और न ही पर्याप्त मशीनें. जिसे देखते हुए गृह मंत्रालय ने खेती से जुड़ी मशीनें, उनके स्पेयर पार्ट्स और रिपेयरिंग से जुड़ी दुकानों को लॉकडाउन के दौरान खुलने की छूट दी है। वहीं इसके साथ ही चाय उद्योग और बगानों को भी लॉकडाउन में छूट दी गई है। नई एडवाइजरी के अनुसार 50 वर्कर्स के साथ चाय उद्योग अपना काम शुरू कर सकता है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने देश के सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर खेती और किसानों को लॉकडाउन के दौरान दी जाने वाली छूट को सुनिश्चित किया है। इसके पीछे का मकसद ये है कि लॉकडाउन को लेकर किसानों को फसलों  से जुड़ी परेशानी का सामना न करना पड़े।


दूसरे राज्यों से बिहार में पहुंचे 1.8 लाख

पटना। दूसरे राज्यों से बिहार आए बिहारियों की आज से फिर स्क्रीनिंग की जाएगी। बाहर से आने वाले लोगों की संख्या 1 लाख 80 हजार है। यह फैसला सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लिया है। स्क्रीनिंग का काम 6 दिन में पुरा कर लिया जाएगा।
22 मार्च के बाद आने वाले लोगों का होगा स्क्रीनिंग
यह स्क्रीनिंग उनलोगों की होगी जो 22 मार्च के बाद बिहार आए है। सरकार ऐसी किसी भी गुंजाइश को पूरी तरह खत्म कर देना चाहती है जो कोरोनावायरस को कम्युनिटी इंफेक्शन तक विस्तारित करे। ऐसे की खतरे से पहले ही सरकार सतर्क हैं और ऐहतियातन यह जांच कराया जाएगा।
मुंबई से आने वालों की सबसे पहले होगी स्क्रीनिंग
स्क्रीनिंग की शुरूआत आज से होगी। सबसे पहले मुंबई से आने वाले लोगों की होगी। क्योंकि यह हाई रिस्क वाला एरिया है। उसके बाद केरल, तमिलनाडु तथा दिल्ली से आए लोगों की स्क्रीनिंग होगी। मुख्य सचिव ने सभी जिलों के डीएम के साथ दोबारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग इसको लेकर निर्देश दिए हैं। बता दें कि लॉकडाइन के बाद दूसरे राज्यों में रहने वाले लाखों बिहार के लोग बिहार आए है। बाहर से आने वालों में दिल्ली, नोएड़ा और गाजियाबाद के लोगों की संख्या अधिक है। जो लॉकडाउन में गाड़ी नहीं मिलने पर पैदल ही चल दिए थे। बाहर से आने वाले लोगों की आने के दौरान ही स्क्रीनिंग हुई थी। लेकिन एक बार भी किया जाएगा।


मनीष कुमार


शर्तों पर खुल सकता है 'लॉक डाउन'

नई दिल्ली/लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन है। बाजार बंद हैं। ट्रेनें, बसें, हवाई जहाज, टैक्सियां कुछ भी नहीं चल रहा। ऐसे में सरकार ने लॉकडाउन खोलने की तैयारियों पर चर्चा शुरू कर दी  है। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें कहा गया लॉकडाउन खुलने का मतलब पूरी छूट नहीं होगा। यूपी सरकार 14 अप्रैल के बाद लोकडाउन हटने की सूरत में कई बन्दिशें बरकरार रखेगी। इसका मकसद अफ़रातफ़री को रोकना व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का है।
स्कूल कालेज बंद रहेंगे, फंसे लोगों को मिलेगी तरजीह
सूत्रों के मुताबिक, सरकार बेसिक  व माध्यमिक स्कूल व कॉलेज आगे भी एक निश्चित अवधि तक बंद रखेगी लेकिन टेक्निकल व व्यवसायिक कॉलेज खोलने की तैयारी है। लॉकडाउन जब खुलेगा तब पहले उन लोगों को आने जाने में तवज्जों दी जाएगी, जो कई दिनों से इधर उधर फंसे हुए हैं। और घर नहीं जा पा रहे हैं। इसके लिए सीमित दायरे में परिवहन सेवा शुरू होगी।
बाजार व मंडियां खुल सकती हैं, माल रह सकते हैं बंद
बाजार व मंडियों को खोला जाएगा। माल में मल्टीपलेक्स को इस दायरे से बाहर रखने की योजना बन रही है। मुख्यमंत्री का कहना है कि डीएम व एसपी पहले लॉक डाउन हटाने के बाद के हालात का आकलन अभी कर लें, जिससे बाद की आने वाली मुश्किलों से निपटा जा सके। सरकार का जोर 15 के बाद भी कही भी किसी रूप में भीड़ न लगने देने का है। मौजूदा वक्त की सारी ऐहतियात बाद में भी सख्ती से बरती जाएगी। इसमें समूह में न निकलने से लेकर सैनिटाइजेशन तक शामिल हैं।
कम संक्रमण वाले जिलों में पहले हटेगा लाकडाउन
सरकार पहले उन जिलों से लॉकडाउन हटाएगी, जहाँ कोरोना वायरस संक्रमण अपेक्षा काफी  कम है। इसमे भी वायरस संक्रमण वाले हॉट स्पॉट चिन्हित किए जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि तब्लीगी जमात के संक्रिम त लोग कई जिलों में पहुँच चुके हैं और कोरोना वैरियर बन हुए हैं। ऐसे लोगो के कारण खास जिलों या उनके खास इलाको में जांच पूरी होने तक बंदिश रहेगी।
सीएम ने पहले 15 जिलो में व बाद में पूरे यूपी में लॉकडाउन का एलान किया। 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में इसका ऐलान करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा था। पीएम ने हाल में 14 अप्रैल के बाद लॉक डाउन हटाने का संकेत दिया है।
लॉकडाउन खुलने पर सोशल डिस्टेंसिंग पर अमल  करें 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर 15 अप्रैल से लॉकडाउन खुलता है तो हालात बहुत चुनौतीपूर्ण होंगे। सभी को इसका पूरा ख्याल रखना जरूरी है। ऐसे में जो जहां फंसा होगा, वहां से आने का प्रयास करेगा। इन हालातों में सोशल डिस्टेंसिंग पर अमल  कराना बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। इसके लिए अभी से कार्ययोजना तैयार करें। स्कूल, कॉलेज, अलग-अलग तरह के बाजार और मॉल कब और कैसे खुलेंगे इसकी कार्ययोजना तैयार करें।


10 बांग्लादेशियों के खिलाफ मामला

सीतापुर। 10 बांग्लादेशियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना अध्यक्ष अजय यादव ने बताया कि धर्म प्रचार के लिए निकले इन 10 बांग्लादेशी मौलानाओं का वीजा टूरिस्ट से संबंधित था। मामला खैराबाद थानाक्षेत्र का है। पिछले दिनों कस्बे में मिले 10 बांग्लादेशियों के विरुद्ध पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। यह लोग 6 मार्च को जिले में आए थे। इनके साथ में दो व्यक्ति महाराष्ट्र राज्य के भी मौजूद थे। यह सभी लोग 31मार्च को खैराबाद कस्बे के अर्जुनपुर मोहल्ले में एक मकान में मौजूद मिले थे। इन लोगों की खबर मिलते ही एसडीएम सदर अमित भट्ट ने डाक्टरों की टीम के साथ इनके स्वास्थ्य की प्रारंभिक जांच कराई थी। इसके बाद इन सभी को गुरुवार को कस्बे के जेएलएमडीजे कॉलेज के क्वारंटाइन केंद्र में शिफ्ट किया गया था। गुरुवार देर रात जिला प्रशासन के निर्देश पर इनके विरुद्ध वीजा उल्लंघन के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है।बताया जा रहा है कि यह लोग सीतापुर शहर में किसी मस्जिद में होने वाली जमात में शामिल होने के लिए आए थे। यह सभी बांग्लादेशी खैराबाद कस्बे के मसवासी टोला स्थित मस्जिद में ठहरे हुए थे। इन लोगों को 2 अप्रैल को वापस दिल्ली जाना था, लेकिन लाकडाउन होने के चलते ये लोग अभी तक स्वदेश नहीं लौट सके थे।मतिउर्रहमान, अब्दुल मालिक, मोहम्मद जहीरुल आलम, हारून रशीद, मोहम्मद दिलवाड़ शरीफ, हाजी मोहम्मद अयूब, मोहम्मद मोहसिन, जानी हुसैन, मोहम्मद शाह आलम हुसैन, मोहम्मद अबू सईद खान।


स्वास्थ्य कर्मियों से दुर्व्यवहार निंदनीय

लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संकट के समय सेवा भावना से जुटे डाक्टरों एवं स्वास्थ्यकर्मियों के साथ हुई दुर्व्यवहार की घटनाओं को निंदनीय बताया है। उन्होंने सरकार से इनकी सुरक्षा के समुचित प्रबंध की मांग की है।पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मरीजों की सेवा में लगे 50 से भी अधिक डाक्टरों एवं स्वास्थ्यकर्मियों के कोरोनाग्रस्त होने की सूचना पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सरकार डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों के सुरक्षा उपकरणों का भी समुचित प्रबंध करे। उन्होंने जनता से अफवाहों से बचने और स्वास्थ्य कर्मियों का सम्मान करने की अपील की है।पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि जनता का विश्वास बनाए रखने के लिए सरकार से कुछ अपेक्षाएं भी हैं, जिनका समय से निराकरण होना चाहिए। क्या संकट में अभाव के समय में भी मेडिकल उपकरणों का निर्यात हुआ है? क्या केवल मनरेगा या राशनकार्ड धारकों को ही राशन मिल रहा है? लॉकडाउन में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) का सर्वर डाउन होने के कारण जनता पूरे-पूरे दिन भूखी प्यासी लाइनों में खड़ी रही।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रविवार पांच अप्रैल की रात नौ बजे देश की जनता से सभी लाइटें बंद कर नौ मिनट मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाने की अपील पर अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि 'बाहर भी कम न होगी रोशनी, दिलों में उजाले बनाए रखिए।'


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


अप्रैल 05, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-237 (साल-01)
2. रविवार, अप्रैल 05, 2020
3. शक-1942,चैैत्र-शुक्ल पक्ष, तिथि- द्वादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 06:15,सूर्यास्त 06:40।


5. न्‍यूनतम तापमान 18+ डी.सै.,अधिकतम-31+ डी.सै., बरसात की संभावना बनी रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


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