गुरुवार, 2 अप्रैल 2020

43082 की मौत, 865970 संक्रमित

पेरिस। दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण से भारतीय समयानुसार बुधवार शाम साढ़े चार बजे तक 43,082 लोगों के मरने की आधिकारिक रूप से पुष्टि हुई है। एएफपी ने आधिकारिक सूत्रों से यह आंकड़े जुटाए हैं। चीन में दिसंबर में आए पहले मामले के बाद से अभी तक 186 देशों और क्षेत्रों में 865970 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।


इनमें से कम से कम 172500 लोगों के संक्रमण मुक्त होने की सूचना है। एएफपी के कार्यालयों ने राष्ट्रीय प्राधिकारों और विश्व स्वास्थ्य संगठन से आंकड़े एकत्र किए हैं, लेकिन संभवत: यह संक्रमित लोगों की वास्तविक संख्या का एक हिस्सा भर ही है। कई देशों में सिर्फ उन मामलों की जांच की जा रही है जिनमें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है।इटली में मरने वालों की संख्या 12428 हुईः इटली में कोरोना वायरस संक्रमण से मौत का पहला मामला फरवरी के अंत में आया था, लेकिन अब वहां संक्रमण से मरने वालों की संख्या 12428 हो गई हैं। देश में 105792 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और अभी तक 15729 लोग संक्रमण मुक्त हुए हैं। स्पेन में 9053 लोगों की मौत इस वायरस संक्रमण से हुई है, जबकि 102136 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। हॉन्गकॉन्ग और मकाउ से इतर चीन में अभी तक 3312 लोगों के मरने और 81554 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। वहां 76238 लोग संक्रमण मुक्त हुए हैं। मंगलवार से अभी तक देश में संक्रमण के 36 नए मामले आए हैं और सात लोगों की मौत हुई है। अमेरिका में सबसे ज्यादा लोग कोरोना से पॉजिटिवः फ्रांस में अभी तक 3523 लोगों की संक्रमण से मौत हुई है जबकि 52128 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।अमेरिका में सबसे ज्यादा 189633 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। देश में वायरस संक्रमण से अभी तक 4081 लोगों की मौत हुई है जबकि 7138 लोगों के संक्रमण से उबरने की सूचना है।


संक्रमण संख्या 2000, सैकड़ों आइसोलेट

नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर जारी है।भारत में भी संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है।रात के करीब 11 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 2012 लोग COVID-19 से संक्रमित पाए गए हैं और इनमें से 41 लोगों की मौत हुई है। 169 लोग ठीक हुए हैं।यहां बता दें कि आज देश में कोविड 19 के 377 मामले सामने आए हैं। आज ये पहली बार हुआ है जब देश में कोरोना के मामले इतनी तेजी से बढ़े हैं। अकेले तमिलनाडु में पिछले कुछ घंटो में 110 मामले सामने आए हैं।


राज्यों के आंकड़ेः महाराष्ट्र में सबसे अधिक 335 मामलों की पुष्टि हुई है। केरल में 265, तमिलनाडु में 234, दिल्ली में 152, उत्तर प्रदेश में 116, कर्नाटक में 110, राजस्थान में 108, तेलंगाना में 97, आंध्र प्रदेश में 87, गुजरात में 87, मध्य प्रदेश में 86, जम्मू-कश्मीर में 62, पंजाब में 46, हरियाणा में 43, पश्चिम बंगाल में 37, बिहार में 24, चंडीगढ़ में 15, असम में 13, लद्दाख में 13, अंडमान-निकोबार में 10, छत्तीसगढ़ में 9, उत्तराखंड में 7, गोवा में 5, ओडिशा में 4, हिमाचल प्रदेश में 3, पुडुचेरी में 3, झारखंड, मणिपुर और मिजोरम में एक-एक लोग COVID-19 से संक्रमित पाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 के मामलों में वृद्धि राष्ट्रीय स्तर पर संक्रमण फैलने की दर नहीं दर्शाती है, लेकिन इस बढ़ोतरी में निजामुद्दीन (पश्चिम) में हुआ एक आयोजन प्रमुख वजह रहा। बता दें कि दिल्ली स्थित निजामुद्दीन इलाके में एक से 15 मार्च तक हुये तब्लीगी जमात के एक आयोजन में हिस्सा लेने वालों में से कई लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि लॉकडाउन के पालन में विफलता के फलस्वरूप संक्रमण के मामलों में इजाफा होना तय है। इसके मद्देनजर उन्होंने देशवासियों से 21 दिन के लॉकडाउन का हर हाल में पालन करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि राज्यों से संक्रमित पाए गए लोगों के संपर्क में आने वालों की पहचान कर उन सभी को परीक्षण प्रक्रिया में शामिल करने को कहा गया है। साथ ही राज्यों को संक्रमित लोगों के संपर्क में आये व्यक्तियों की जांच सुनिश्चित करने के लिये गहन अभियान चलाने और संक्रमण की रोकथाम के लिये तय की गयी रणनीति पर सजगता से काम करने का निर्देश दिया गया है। दुनिया के देश की बात करें तो अब तक 9 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं और 45 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है। 190,660 लोग ठीक हुए हैं।अमेरिका, इटली, स्पेन, फ्रांस में लगातार मामले बढ़ रहे हैं और यहां लोगों की मौत हुई है।


जंगलः हाथियों के हमले में 3 की मौत

अनूपपुर/ पुष्पराजगढ़। छग के अचानकमार के जंगलों से होते हुए जंगली हाथियों का एक समूह 1-2 अप्रैल की रात पुष्पराजगढ़ की पुरगा ग्राम पंचायत में घुस आया। ग्रामीण जब इन हाथियों को बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे, तभी हाथियों ने उन पर हमला कर दिया। हाथियों के इस हमले में गांव के तीन लोगों की मौत हो गई।


एसडीएम पुष्पराजगढ़ विजय डेहरिया ने बताया कि बीती रात छग के अचानकमार के जंगलों से लगभग 10 से 12 हाथियों का एक समूह ग्राम पुरबा में घुस गया। गुरुवार सुबह जब गांव के लोग खेतों में काम करने के लिए गए, तो इन हाथियों ने उन पर हमला कर दिया। हाथियों के इस हमले में एक महिला और एक पुरुष की मौके पर ही मौत हो गई। बुरी तरह घायल एक अन्य महिला को ग्रामीणों ने अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। इस घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। घटना की सूचना मिलने पर एसडीएम पुष्पराजगढ़ वन अमले के साथ गांव रवाना हो गए हैं और हाथियों की लोकेशन के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।


हरियाणा में वायरस से पहली मौत

चंडीगढ़। हरियाणा में कोरोना संक्रमण के कारण एक बुजुर्ग की मौत हुई है। हरियाणा में कोरोना वायरस के कारण हुई यह पहली मृत्यु है। कोरोना वायरस के कारण अपनी जान गंवाने वाले 67 साल के यह बुजुर्ग अंबाला के निवासी थे। चंडीगढ़ स्थित पीजीआई अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।


31 मार्च को उन्हें चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती करवाया गया था। मंगलवार शाम को उनका सैंपल लिया गया था। बुधवार दोपहर उनकी रिपोर्ट आई जिसमें वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। कोरोना वायरस के कारण अपनी जान गवाने वाले यह बुजुर्ग टिंबर मार्केट अंबाला छावनी के निवासी व सिंडिकेट बैंक के रिटायर्ड कर्मचारी थे। कोरोना वायरस से हुई 67 वर्षीय बुजुर्ग की मृत्यु के बाद अंबाला के टिंबर मार्केट इलाके को पूरी तरह से सैनिटाइज करने का काम किया जा रहा है। हरियाणा सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, अभी तक उनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं आई है। बताया जा रहा है कि वह दिल के मरीज थे।उनके परिवार में उनकी पत्नी, उनका बेटा और पुत्रवधू और एक पौत्री है। पुत्रवधू बैंक में कार्यरत हैं। स्वास्थ्य विभाग अब इन सभी परिजनों की जांच करवा रहा है साथ ही इन सभी लोगों को क्वॉरेंटाइन भी किया गया है। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक लॉक डाउन से पहले यह बुजुर्ग लगातार स्थानीय गुरुद्वारे जा रहे थे। अब गुरुद्वारे में उनके संपर्क में आए लोगों की जांच भी शुरू कर दी गई है। इतना ही नहीं गुरुद्वारा में सैनिटाइजेशन का काम भी शुरू कर किया गया है। कोरोना वायरस के कारण अपनी जान गवाने वाले बुजुर्ग को 2017 में स्वाइन फ्लू भी हुआ था। इसके अलावा वह शुगर, ह्दय रोग और बीपी के मरीज भी थे। पीजीआई भर्ती करने से एक दिन पहले उन्हें अंबाला छावनी के लाइफ लाइन अस्पताल में भी एडमिट करवाया गया था। इसके बाद 31 मार्च को उन्हें छावनी के नागरिक अस्पताल में फ्लू ओपीडी में ले जाया गया, जहां से उन्हें सीधे पीजीआई चंडीगढ़ भेज दिया गया। वहीं पर उन्होंने दम तोड़ा। वहीं, केंद्रीय गुप्तचर एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो द्वारा इनपुट दिए जाने के बाद हरियाणा में तबलीगी जमात के मरकज से आए 500 से अधिक व्यक्तियों को क्वारंटीन किया गया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में निजामुद्दीन क्षेत्र की असावधानी का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, हमें पुलिस और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) से इनपुट मिले हैं कि कुछ कोरोना पॉजिटिव लोगों ने मार्च के महीने में देश की राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र में एक जमात में भाग लिया। हरियाणा ने इस पर तुरंत कार्यवाही करते हुए दिल्ली के निजामुद्दीन से हरियाणा में आए 500 से अधिक लोगों को न्यूनतम 14 दिनों की अवधि के लिए क्वारंटीन में भेज दिया है।


हॉजकिस की वायरस से खतरनाक मौत

लंदन। लंकाशर काउंटी क्रिकेट क्लब के चेयरमैन डेविड हॉजकिस की खतरनाक कारोना वायरस से संक्रमित होने के बाद मौत हो गई। वह 71 वर्ष के थे। हालांकि लंकाशर ने अपने अधिकारिक बयान में उनके निधन का कारण नहीं दिया है, लेकिन क्लब के प्रवक्ता ने ‘प्रेस एसोसिएशन’ को बताया कि उनकी मौत कोरोना वायरस से संबंधित थी।


क्लब ने बयान में कहा कि परिवार की घोषणा के बाद बड़े दुख के साथ बताना पड़ रहा है कि इसके चेयरमैन डेविड हॉजकिस का निधन हो गया है। रिपोर्टों के अनुसार उन्हें पहले कुछ स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां थीं। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड चेयरमैन कोलिन ग्रेव्स ने भी शोक व्यक्त किया।


महिला खिलाड़ियों को एकमुश्त भत्ता

ढाका। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने कोविड-19 महामारी के चलते सभी टूर्नामेंट के बंद होने से होने वाली परेशानियों से उबरने के लिए अपनी महिला खिलाड़ियों को एकमुश्त 20,000 टका का भत्ता देने का फैसला किया। बोर्ड अध्यक्ष नजमुल हसन ने कहा कि खिलाड़ियों को मौजूदा परिस्थितियों में मदद दी जानी चाहिए।


2018-19 महिला राष्ट्रीय क्रिकेट लीग में भाग लेने वाली और बोर्ड के 2019-20 में लगे चयन शिविर में शामिल होने वाली खिलाड़ियों को इससे फायदा मिलेगा। यह राशि 17,000 रूपये से कुछ ज्यादा है। हसन ने विज्ञप्ति में कहा, ‘पुरूष खिलाड़ियों की तरह ज्यादातर महिला क्रिकेटर भी घरेलू प्रतियोगिताओं की कमाई पर निर्भर रहती हैं। इसके अलावा हमने महिला खिलाड़ियों के लिये कुछ ट्रेनिंग शिविर लगाए थे, लेकिन कोविड-19 के कारण उन्हें भी रोकना पड़ा।


सोनिया ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से ली जानकारी

रायपुर/नई दिल्ली। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने आज सभी कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर कोरोना से बचाव के उपायों और लागू लॉक डाउन के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भी कान्फ्रेंस में शामिल हुए। उन्होंने छत्तीसगढ़ में कोरोना के बचाव और नियंत्रण, लॉक डाउन में आम जनता और जरूरतमंद लोगों को राहत देने के उपायों की विस्तृत जानकारी दी। 


मुख्यमंत्री श्री बघेल ने श्रीमती सोनिया गांधी को जानकारी दी कि प्रदेश में 62 लाख राशन कार्ड धारी है जिन्हें 2 माह का राशन एकमुश्त वितरित करना प्रारंभ कर दिया गया है । प्रदेश में 10 हजार मजदूर बाहर से आए हैं जिनके रहने खाने की व्यवस्था की गई है। पूरे प्रदेश में 355 कैंप स्थापित किए गए हैं, जिसमें 2200 कमरे हैं । आंगनबाड़ी के बच्चों को घर पहुंचा कर पोषण आहार दिया जा रहा है, इसी तरह मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम सूखा राशन बच्चों को घर पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पूरी तरह लॉक डाउन का पालन किया जा रहा है । सीमावर्ती राज्यों की सीमाएं सील कर दी गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में लॉक डाउन का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। राज्य में विदेश से आने वाले सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करने का निर्णय लिया गया है। मनरेगा में 2000 काम शुरू किए गए हैं । जिसमें 5 लाख लोग काम कर रहे हैं । मनरेगा के श्रमिकों को भुगतान के लिए 100 करोड़ रुपए की राशि रिलीज की गई है। प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण नियंत्रण में है छत्तीसगढ़ में 9 मरीज मिले थे, जिनमें से 2 ठीक हो गए हैं । राज्य में अनाज और सब्जी की सप्लाई सामान्य है । बाजारों में मूल्य नियंत्रण में हैं । बाजारों में सामाजिक दूरी का पालन किया जा रहा है। 
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने श्रीमती सोनिया गांधी को यह भी बताया कि राज्य सरकार को केंद्र सरकार से जीएसटी की दो हजार करोड़ रुपए की राशि नहीं मिली है इसी तरह मनरेगा में मात्र 75 करोड़ रूपय की राशि मिली है। सरकार ने अपनी ओर से 25 करोड़ मिलाकर 100 करोड़ रुपए की राशि रिलीज की है। इस मद में केंद्र से 400 करोड़ रुपये मिलने हैं जो अभी नहीं मिल पाए हैं।


भारत में 50 की मौत, 1965 संक्रमित

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के संक्रमण से अब तक 50 लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1965 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस का प्रकोप देश के 29 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में फैल चुका है और अब तक इसके 1965 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें 49 विदेशी मरीज भी शामिल हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से देशभर में अब तक 50 लोगों की मौत हुई है जबकि 151 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।


महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में संक्रमण के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। दिल्ली में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 152 हो गई है। कोरोना महामारी से महाराष्ट्र में 13, गुजरात और मध्य प्रदेश में छह-छह, पंजाब में चार, कर्नाटक, तेलंगाना, और पश्चिम बंगाल में तीन-तीन, दिल्ली, केरल, जम्मू-कश्मीर एवं उत्तर प्रदेश में दो-दो, बिहार, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।


दिल्लीः 328 नए मामले, 12 लोगों की मौत

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कोरोना वायरस को लेकर बुलेटिन जारी की। इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रायलय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि बीते 24 घंटे में कोरोना के 328 नए मामले सामने आए हैं। इसमें संक्रमित 12 लोगों की जान गई है।


साथ ही उन्होंने बताया कि देश में कोरोना के अब तक 1965 केस हैं और अब तक 151 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस से अब तक 50 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात में हाल में शामिल हुए देशभर के करीब 9000 लोगों की पहचान कर क्वॉरेंटाइन किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि देश भर में मिले 1965 पॉजिटिव केस में से 400 निजामुद्दीन मरकज से जुड़े हुए हैं। देश भर में तबलीगी जमात के जो 9000 लोगों की पहचान की गई है, उनमें से 1300 लोग विदेशी हैं। लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई अभी चल रही है। सभी को इसमें सहयोग की जरूरत है। सभी धर्म के लोग सोशल डिस्टेंस का पालन करें। लॉक डाउन का राज्य सरकारें सख्ती से पालन कराएं। मुंबई के धारावी से मिले मामले पर सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि उस घर को सील कर दिया गया है। बिल्डिंग में रहने वाले सभी लोगों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा है। हम इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि किसके संपर्क में आने से यहां संक्रमण फैला है।


वायरसः अस्पतालों में 9000 से ज्यादा बेड

नई दिल्ली। कोरोनावायरस जैसी महामारी से निपटने के लिए रक्षा प्रमुख अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने राजनाथ सिंह को बताया कि कोविड-19 से लड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अस्पतालों में 9,000 से ज्यादा बेड और जरूरत होने पर 8500 डॉक्टर मुहैया कराए जा सकते हैं आपको बता दे कि जैसलमेर, जोधपुर, चेन्नई , मानेसर, हिंडन और मुंबई में 1,000 से ज्यादा निष्क्रांतो को क्वारंटाइन किया गया है। उनकी क्वारंटाइन की अवधि 07 अप्रैल 2020 तक है।


आपको बता दे कि नौ सेना अध्यक्ष एडमिरल कर्मबीर सिंह ने रक्षा मंत्री को बताया कि किसी भी प्रकार की आवश्यक सहायता करने के लिए नौसेना के जहाज तैयार स्थिति में रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि नौसेना स्थानीय सिविल प्रशासन को आवश्यक सहायता प्रदान कर रही है। वायु सेना के अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने बताया कि पिछले पांच दिनों में देश के अंदर लगभग 25 टन चिकित्सा आपूर्ति करने के लिए वायु सेना के जहाजों ने कई उड़ान भरे हैं।उन्होंने कहा कि सभी आवश्यक सावधानियां सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक संक्रियात्मक कार्य भी जारी हैं। थलसेना अध्यक्ष जनरल एम एम नरवणे ने रक्षा मंत्री को बताया कि आवश्यकता पड़ने पर सिविल प्रशासन को 8,500 से ज्यादा डॉक्टर और सहायक स्टाफ प्रदान कराये जा सकते हैं। राजनाथ सिंह के पड़ोसी देशों को सहायता प्रदान करने के निर्देश की ओर संकेत करते हुए उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर नेपाल को चिकित्सा उपकरणों की सहायता शीध्र प्रदान की जा सकती है। रक्षा आर एंड डी विभाग के सचिव और डीओरडीओ के अध्यक्ष डॉ सतीश रेड्डी ने रक्षा मंत्री को बताया कि दिल्ली पुलिस सहित सुरक्षा संस्थानों को डीआरडीओ की प्रयोगशालाओं में निर्मित 50,000 लीटर से ज्यादा सेनेटाइजर की आपूर्ति की गई और इसके अलावा एक लाख लीटर से ज्यादा सेनेटाइजर की आपूर्ति पूरे देश में गई. उन्होंने कहा कि वार फुटिंग में पांच लेयर वाला नैनो तकनीक से बना फेश मास्क एन99 बनाया जा रहा है। एक हजार बना लिए गए हैं और शीघ्र ही प्रतिदिन के हिसाब से 20,000 फेश मास्क बनाए जाएंगे। डीआरडीओ की प्रयोगशालाओं ने दिल्ली पुलिस को इनके अतिरिक्त 40,000 फेश मास्क की आपूर्ति की है। महानिदेशक एएफएमएस लैफ्टिनेंट जनरल अनुप बैनर्जी ने जानकारी दी कि आवश्यक उपकरण मंगवाए गए हैं और विभिन्न अस्पतालों में भेज दिए गए हैं। सेवानिवृत्त स्वास्थ्य कर्मियों को भी स्वैच्छिक सेवा करने के लिए तैयार किया गया है। राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के लगभग 25,000 कैडेटों को आवश्यक स्थानीय सहायता प्रदान करने के लिए तैयार किया जा रहा है।


केंद्र सरकार को एससी का नोटिस

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के दौरान देश में मास्क और सेनिटाइजर को फ्री देने वाली याचिका पर बुधवार को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को नोटिस जारी किया है। केंद्र ने सोमवार तक उस पर जवाब मांगा है। दरअसल, वकील ने कोर्ट में कहा कि मास्क और सेनेटाइजर इस समय मेडिकल की लाइन में जरूरी वस्तु की कैटेगरी में है, जो कि फ्री अब मिलनी चाहिए। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर दिया है।


गौरतलब है कि कोरोना काल में सेनिटाइजर और मास्क की कालाबाजारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। जिसमें इनके दाम नियंत्रित करने और मास्क फ्री बाटने की मांग की कोर्ट में पेश गई है। बताते चलें कि संविधान के अनुच्छेद 360 के तहत देश में वित्तीय आपातकाल लागू करने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने आज यानी बुधवार को सुनवाई होनी थी लेकिन कोरोना वायरस के दौरान देश में उत्पन्न हालातों को देखते हुए इस सुनवाई को दो हफ्ते के लिए टाल दिया है। दरअसल, CASC नाम की संस्था का कहना था कि इस समय पूरे देश में एक जैसी व्यवस्था जरूरी है। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अभी इस पर विचार नहीं कर सकते और सुनवाई को लॉकडाउन के बाद करें।


वित्तीय आपातकाल याचिका, सुनवाई टली

नई दिल्ली। संविधान के अनुच्छेद 360 के तहत देश में वित्तीय आपातकाल लागू करने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने आज यानी बुधवार को सुनवाई होनी थी। लेकिन कोरोना वायरस के दौरान देश में उत्पन्न हालातों को देखते हुए इस सुनवाई को दो हफ्ते के लिए टाल दिया है।


दरअसल, CASC नाम की संस्था का कहना था कि इस समय पूरे देश में एक जैसी व्यवस्था जरूरी है। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अभी इस पर विचार नहीं कर सकते और सुनवाई को लॉकडाउन के बाद करने का फैसला लेते हुए 2 हफ्ते के लिए टाल दिया।


बताते चलें कि कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में हाहकार मचा हुआ है। देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों को रोकने के लिए सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर रखा है। वहीं लोग इससे बचने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में वायरस से बचाव के लिए सरकार ने मास्क और सेनिटाइजर का इस्तेमाल करने की अपील की है।


देश में कोरोना के खिलाफ जारी इस महायुद्ध में पूरा देश एकजुट हो गया है और मदद के लिए आगे आ रहा है। मदद की इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए बुधवार को देश की शीर्ष अदालत के 33 न्यायाधीशों ने 17 लाख रुपये की धनराशि को पीएम केयर्स फंड में दान दी है।


कोरोना से सब मिलकर साथ लड़े

नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में आ रही बढ़ोतरी के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से वीडियो कांफ्रेसिंगे के जरिए चर्चा करते हुए मौजूदा हालात की समीक्षा की है। इस दौरान मोदी ने कोरोना महामारी के फैलाव को रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से किए जा रहे उपायों पर विस्तार से चर्चा की और कुछ अहम सुझाव भी दिए। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकारों को आश्वस्त किया है कि केंद्र इस आपदा में राज्यों के साथ मजबूती से खड़ा है और हर संभव मदद की जाएगी।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में कोरोना से बचाव के लिए किए जा रहे उपायों के साथ-साथ लाॅकडाउन के दौरान आम जनता और जरूरतमंद लोगों को राहत देने के उपायों पर विस्तृत जानकारी प्रधानमंत्री मोदी से साझा किया है। उन्होंने राज्य में अब तक सामने आए पाॅजिटिव केसेज के साथ पूरी तरह स्वस्थ हो चुके मरीजों की जानकारी दी है। प्रधानमंत्री ने राज्य की कवायद की सराहना की है। मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चिंता लॉकडाउन को लेकर दिखी। उन्होंने हर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराने की अपील की। साथ ही कहा कि लोगों को जरूरी सामान भी मुहैया कराए जाएं, ताकि किसी को दिक्कत न आए। मजदूरों के पलायन पर प्रधानमंत्री ने अपील की कि पलायन को रोकना होगा। इसके लिए हर राज्य अपने ओर से सारे इंतजाम करे। मजदूरों के लिए शेल्टर होम के साथ उनके खाने-पीने की व्यवस्था की जाए। साथ ही मजदूरों से अपील की जाए कि वह सड़कों पर न निकलें।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस संकट की घड़ी में केंद्र और राज्य सरकारों के बेहतरीन समन्वय की जरूरत है। केंद्र सरकार हर राज्य के साथ खड़ी है और उन्हें जरूरी मदद उपलब्ध कराई जाएगी। इस दौरान मोदी ने राज्यों से मेडिकल सुविधाओं के बारे में भी की। मोदी ने पिछले दिनों में बढ़े कोरोना मरीजों की तादाद पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि जिन लोगों में भी लक्षण दिखे उन्हें आइसोलेट किया जाए। साथ ही संपर्क में आए सभी लोगों को क्वारनटीन किया जाए. अगर क्वारनटीन वार्ड बढ़ाने की जरूरत है तो उसे बढ़ाया जाए। वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान राज्य के मुख्य सचिव आर.पी. मंडल, पुलिस महानिदेशक डी. एम. अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, स्वास्थ्य विभाग की सचिव निहारिका बारिक सिंह, सीएम की उप सचिव सौम्या चौरसिया भी इस दौरान मौजूद रही।


प्रधानों की लापरवाही बढ़ाएगी संकट

प्रधानों की लापरवाही बढ़ा सकती है,कोरोना सन्दिग्ध लोगों की संख्या


बरेली। रामनगर,आलमपुर,मझगवां में अभी भी कुछ प्रधान अपनी लापरवाही के कारण गाँव के दुश्मन बन रहे हैं।
या प्रधान अपने गांव पर पकड़ नही कर पा रहे हैं।
या प्रधान की बाहर से आने बाले लोग मान नही रहे हैं।
क्योंकि इन्हें न तो खुद की जान प्यारी है ना देश, गाँव या परिवार की
तभी तो सरकार की लाखों कोशिश को यह लोग ठेंगा दिखाते बखूबी नजर आ रहे हैं।
जहां सरकार बार बार कह रही है कि घर से बाहर बहुत ही इमरजेंसी में जाएं, फालतू घर से बाहर न जाएं,पर लोग हैं कि मानने को तैयार ही नही।
कोई मोर्निंगवॉक के लिये जा रह तो कोई घूमने,कोई क्रिकेट खेलने जा रहा है तो कोई पंचायत करने,कोई लुकाछिपी खेल रहा है तो कोई आउटडोर गेम कोई साइकल से मजे लेते घूम रहा है तो कोई तो मोटरसाइकिल से कोई गेट पर मजे ले रहा है तो कोई बाग बगीचे में पुलिस लगातार अपनी तरफ से कोई कसर नही छोड़ रही है कि लोग सरकार ने स्थानीय पुलिस को आदेश दिया है कि किसी मंदिर में पूजा अर्चना को इकठ्ठा न हों।
मस्जिद में नमाज करने न जाएं बल्कि अपनी सभी नमाज़े घर पर ही अदा करें,लोग रुके हैं पर अभी भी कुछ असमाजिक लोग समाज के बारे में सोचे बिना करते ही जा 
 रहे हैं।सरकार का सपना है कि सब सेफ रहे,सुरक्षित रहें, पर आमजनमानस कह रहा है कि मरेंगे हम,आपको क्या है गम?
लेकिन बात यह नही की आप मरेंगे बल्कि बात यह है कि आप अपने साथ और को भी वायरसित कर कोरोना पीड़ित कर जाएंगे। सरकार इस लिये प्रयासरत है कि कोई भी बीमारी से ग्रसित न हो।इसलिये पर सरकार एक दिन में अरबो की गर्त में गिरती जा रही है पर हमारे देशवासियों को अभी भी यह मोदी जी का कोई कारनामा लग रहा है।
तभी तो पुलिस के डंडा मारने पर प्रधानमंत्री जी के समझाने से भी नही समझ रहे हैं।


यह सप्ताह भारत के लिए महत्वपूर्ण

भारत में कोरोना के पहले पीड़ित के दो महीने बाद संक्रमित लोगों की संख्या एक हजार पार कर चुकी है। पिछले सप्ताह में एक हजार कोरोना पीड़ितों की संख्या पार करने वाला भारत दुनिया के 20 देशों में शामिल हो चुका है। संक्रमित लोगों की संख्या और संक्रमण दर को लेकर भारत की स्थिति अभी काबू में कही जा सकती है। सरकार भी इसे नियंत्रित सामुदायिक संक्रमण करार दे रही है।


चुनौती आगे है। इसके बाद बढ़ने वाले नए मामलों की संख्या यह तय करेगी कि भारत में कोरोना वायरस के प्रकोप की स्थिति कैसी रहने वाली है। इसी से यह भी पता चलेगा कि पूरे देश में एक सप्ताह के लाकडाउन का क्या असर रहा। आइए जानते हैं और समझते हैं कि दुनिया के विभिन्न देशों में 1000वें मामले के बाद संक्रमित मामलों का ग्राफ कैसा रहा? इसी ट्रेंड के आधार पर भारत में इस वायरस के आगामी प्रकोप को समझा जा सकता है।


पिछले सप्ताह जिन देशों ने एक हजार मामलों का आंकड़ा पार किया उनमें रोजाना वृद्धि दर बहुत कम रही : वृद्धि दर कम रहने के पीछे माना जा सकता है कि कोरोना वायरस के शुरुआती प्रकोप से जूझने वाले देशों से इन देशों ने बहुत कुछ सीखा है। तभी भारत सहित इन देशों में लाकडाउन और शारीरिक दूरी पर तेजी के साथ भरोसा किया। इटली और स्पेन ने तब कड़े कदम उठाए जब वहां पर यह वायरस व्यापक रूप से विस्तार कर चुका था।



इटावा जेल में गैंगवार, 1 की मौत

इंजी.सनत तिवारी



इटावा। कुख्यात अपराधी मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद उत्तरप्रदेश के जनपद इटावा में आपसी भिंडन्त में मारा गया D-2 कम्पनी से जुड़ा कुख्यात अपराधी मोनू पहाड़ी? योगी सरकार सवालों के घेरे में,,,,जेल में इतने बड़े बबाल को अंजाम देने के पीछे जिम्मेदार कौन? कहीं D-2 कम्पनी से जुड़े मोनू पहाड़ी को मरवाना कोई सोची समझी साजिश तो नही? जेल प्रशासन क्यों नही रोक पाया इस खूनी संघर्ष को? समय समय पर इटावा के जिलाधिकारी जेबी सिंह भी जेल का निरीक्षण करते रहते हैं बावजूद इसके जिलाधिकारी महोदय को भी इतनी बड़ी घटना की सुगबुगाहट तक नही लगी जबकि जनपद इटावा में LIU पूरी तरह सक्रिय हैं? क्या योगी सरकार ने हाफ काउंटर के बाद अपराधियो को मरवाने का ये नया तरीका तो नही खोज लिया कि जेल में गेंगवार में खूनी संघर्ष होने दो,,किसी कैदी की मौत के बाद आपसी झगड़ा दिखाकर मामले को दबा दो,,,कुख्यात भी मारा गया ओर मुठभेड़ भी नही करनी पड़ीं? हालांकि इटावा प्रशासन मृतक मोनू पहाड़ी के मामले को मौत करार दे रहा है लेकिन दूसरे स्वरूप में क्या मोनू पहाड़ी की मौत को सोची समझी साजिश के तहत गेंगवार के बाद हत्या कहना गलत नही होगा? कैसे पहुंचे इटावा जेल के अंदर लाठी डंडे व ईट पत्थर ये जेल प्रशासन पर एक गम्भीर व बड़ा सवाल है वहीं क्या माहौल बिगड़ते वक़्त जेल परिसर के अंदर सुरक्षा व्यवस्था मुस्तेद नही थी या साजिशन सुरक्षा व्यवस्था को दरकिनार कर ये खूनी संघर्ष कराया गया?


गमजदा कर गया' आत्म चिंतन

ड्राइवर, क्लीनर ,कंडक्टर, मैकेनिक मिलावट और मजदूर पेशा व्यक्तियों का हाल भी पूछ लो जनाब


                               पंजाब से सुरिंदर प्रसाद की रिपोर्ट । 


लॉक डाउन के चलते हुए देशभर में हर आदमी अपने घर में रहने की कोशिश कर रहा है बल्कि यूं कहें कि वह भी लाक डाउन हो चुका है। लेकिन इस लाक डाउन में जिस तरह से गरीब लोगों का एक अहम तबका परेशान हैं, उसके बारे में शासन और प्रशासन को गंभीरता से सोचना बहुत ज्यादा जरूरी हो गया है क्योंकि यह वह लोग हैं जो खुद भूखे रहकर अपने मालिकों का गल्ला भरते हैं । यह वह लोग हैं जो सुबह कमा कर शाम को पेट भरते हैं। ऐसे कई लोग अपने घरों के अंदर कैद होकर इस तरह से इंतजार कर रहे हैं जैसे कोई रोज आने वाली इनकम उन्हें घर बैठे ही मिलेगी। लेकिन ऐसी कोई इनकम उनके घर आना नहीं है। हम यहां बात कर रहे हैं बसों पर और ट्रकों पर काम करने वाले वह ड्राइवर, क्लीनर, कंडक्टर तथा बस को सुधारने वाला मैकेनिक। घर बनाने का काम करने वाला सिलावट और तगारी तो क कर घर बनाने में मदद करने वाला वह मजदूर जो इस समय ना तो महाराष्ट्र गुजरात और ना ही राजस्थान गया है वह अपने जिले में अपने गांव में ही रह कर इस प्रकार की मजदूरी कर रहा है। उनका घर भी आज बर्बादी की ओर बढ़ रहा है। क्योंकि बस के या ट्रक के ड्राइवर , क्लीनर और कंडक्टर को अथवा मैकेनिक को कोई महीने की पगार गाड़ी के मालिक नहीं दे रहे हैं यह वह लोग हैं जो रोजाना ?200 से लेकर ?400 तक कमाते हैं आज वह इनकम बंद हो चुकी है। गाड़ी मालिक या प्रशासन इनकी खेर खबर लेने के लिए अभी तक इनके दरवाजे पर नहीं पहुंचा है। दूसरी ओर चालक परिचालक संघ के द्वारा भी शासन और प्रशासन से यह मांग की जा रही है कि उन्हें 21 दिनों तक घर पर रहते हुए लाकडाउन में किस तरह से अपना और अपने परिवार का गुजर बसर करना है उसके लिए उन्हें मदद देना जरूरी है किंतु 22 मार्च से लेकर समाचार लिखने तक ना तो गाड़ी के सेठ और ना ही शासन का कोई जवाबदार अधिकारियों ने उनकी खेर खबर नहीं ली में आने वाला समय उनके लिए कितना कठिन होगा इसकी कल्पना की जा सकती है । कोरोना की महामारी से बचते हुए कहीं भूखे मरने की महामारी आम ना हो जाए इसके लिए खासतौर से कमजोर, मध्यमवर्गीय एवं अत्यंत गरीब परिवारों की पूछ परख करना, उन्हें मदद करना, समाजसेवियों के लिए शासन के लिए और प्रशासन के लिए अति आवश्यक हो गया है। क्योंकि शहर तो वीरान हो चुके हैं और जो घर में रहते हुए वर्षों से गुमसुम थे, वह आज फिर घरों में रहते हुए और ज्यादा गुमसुम हो चुके हैं। क्योंकि उनके पास ना तो बाजार से लाने का और ना घर चलाने का कोई साधन मुहैया है यही हाल मजदूर पेसा सिलावट लोगों और मजदूरों का है। जो रोजाना कमा कर रोजाना खाते हैं आज रोज की कमाई में घर को चलाना और बच्चों को पालना इन लोगों के लिए भी काफी तनावपूर्ण बन चुका है। इसलिए हमारा यही कहना है कि । ऐसे बंद हो चुकी है, लेकिन खाने का काम जारी है ऐसे
      शहरों का यू वीरान होना 
        कुछ गजब कर गया, 
    बरसों से पडे गुमसुम घरो को 
       और गमज़दा कर गया।


सभी ड्राइवर कल्याण संघ लुधियाना पंजाब।


मथुरा-वृंदावन विदेशियों से कराया खाली

ब्रज चौरासी कोस को विदेशी भक्तों से कराया जा रहा है खाली


वृंदावन गोवर्धन मथुरा आदि क्षेत्रों से विदेशी भक्तों को भेजा जा रहा है उनके देश


वृंदावन मथुरा। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु भक्त ब्रज क्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण की लीला एवं तपस्या हेतु अपने अपने देशों से ब्रज चौरासी कोस के गोवर्धन मथुरा वृंदावन दाऊजी महावन गोकुल बरसाना नंदगांव आदि भगवान कृष्ण की पौराणिक स्थलों के अवलोकन एवं श्रद्धालु भावना के साथ आते हैं। कोरोनावायरस को विश्व में संक्रमण होने के कारण भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जिला प्रशासन मथुरा को निर्देश जारी किए गए हैं कि क्षेत्र में जितने भी विदेशी हो उनको स्वदेश वापस भेजा जाए। प्रशासन द्वारा कार्यवाही करते हुए इस्कॉन टेंपल से संबंधित विदेशी भक्तों को दूतावास के माध्यम से उनके देश भेजने की कार्रवाई की जा रही है। जिसके अंतर्गत वृंदावन से अनेकों श्रद्धालु विदेशी भक्तों को उनके सुदेश जाने के लिए एयरपोर्ट तक बस आदि की व्यवस्था की गई भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण होने के कारण यह कठोर कदम उठाए गए हैं।


 रिपोर्ट डॉ केशव आचार्य गोस्वामी, जीके गौतम वृंदावन मथुरा से स्पेशल रिपोर्ट


बच्चों के नाम 'लॉक डाउन, कोरोना' रखा

देवरिया। कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर विश्व सहित भारत में कोहराम मचा है। कोरोना संक्रमण को देश के बचाने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन किया गया है। डरे-सहमे लोग जरूर हैं लेकिन इस क्षण को यादगार बनाने में भी लोग कसर नहीं छोड़ रहे हैं। कुछ ऐसा ही एक दिलचस्प मामला गोरखपुर में में देखने को मिला। यहां जनता कर्फ्यू के दिन पैदा हुई एक नवजात बच्ची का नाम उसके माता-पिता ने ‘कोरोना’ रख दिया।


कोरोना के खिलाफ जंग में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से प्रभावित होकर उत्तरप्रदेश में देवरिया के एक दंपत्ति ने अपने नवजात शिशु का नाम ‘लॉकडाउन’ रखा है। जिले के खूखुंडू गांव के निवासी दंपत्ति का कहना है कि पीएम मोदी पूरे देश को कोरोना जैसे खतरनाक वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए एक अभिभावक की तरह देश की जनता से लॉकडाउन के नियमों का पालन करने और घरों की दहलीज पार न करने की बार बार अपील कर रहे हैं। उनका यह प्रयास अद्‍भुत है।


दंपत्ति ने कहा कि उन्होंने अपने नवजात का नाम लॉकडाउन इसलिए रखा कि लोगों को प्रधानमंत्री का संदेश दिलों तक छू सके और वे अपने और परिवार की खातिर सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइन का अक्षरश: पालन कर सकें। बच्चे के पिता पवन ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सोमवार को उनके यहां बेटा हुआ और उनके लिए इससे अच्छा नाम बच्चे के लिए हो ही नहीं सकता था।


नवजात बच्ची का नाम रखा कोरोना :


गोरखपुर में जनता कर्फ्यू के दिन पैदा हुई एक नवजात बच्ची का नाम उसके माता-पिता ने ‘कोरोना’ रख दिया। गोरखपुर के सोहगौरा गांव निवासी बबलू त्रिपाठी की पत्नी रागिनी ने जनता कर्फ्यू के दिन बेटी को जन्म दिया। उसके चाचा नितेश त्रिपाठी ने बच्ची का नाम ‘कोरोना’ रखा। जिला अस्पताल की स्टाफ नर्स संगीता कुमारी ने बताया कि हमें आश्चर्य हुआ, जब उसके चाचा ने उसका नाम कोरोना रखा। चाचा ने बताया कि कोरोना वायरस ने देश को एकजुट कर दिया है इसलिए उन्होंने अपनी भतीजी का नाम कोरोना रखा।


अमेठी में राहत सामग्री प्रदान करायेंं

अमेठी। देश में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामले लोगों के लिए चिंता का विषय बन गए हैं। कोरोना के चलते देश में दो हजार से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ गए हैं। वहीं 41 लोगों की मौत हो गई है। सरकार और प्रशासन इस महामारी को रोकने में हर संभव प्रयास कर रहा है। सभी देशवासियों से घरों में रहने की अपील की जा रही है। देश में इस महामारी के हालातों को देख लोग मदद का हाथ बढ़ाते दिख रहे हैं।


ऐसे में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने माहौल को देखते हुए जिला कांग्रेस कमेटी को जरूरतमंद लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। जिसके बाद पार्टी जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने बुधवार को बताया कि निर्देश पर कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता जरूरतमंद लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने में लगे हैं, और वह खुद जगह-जगह जा कर लोगों की मदद कर रहे हैं।


सिंघल ने बताया कि वो लोगों को 10 किलो आटा, 5 किलो चावल, एक किलो दाल, एक किलो सरसों का तेल, धनिया, जीरा, हल्दी, सब्जी मसाला, नमक और चीनी उपलब्ध करा रहे हैं।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


अप्रैल 03, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-235 (साल-01)
2. शुक्रवार, अप्रैल 03, 2020
3. शक-1942,चैैत्र-शुक्ल पक्ष, तिथि- दसवीं, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 06:15,सूर्यास्त 06:40।


5. न्‍यूनतम तापमान 15+ डी.सै.,अधिकतम-30+ डी.सै., बरसात की संभावना बनी रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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