रविवार, 15 मार्च 2020

साइंटिस्ट का रोल निभाएंगे शाहरुख

मुंबई। बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान आने वाली फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ में साइंटिस्ट का किरदार निभाते नजर आ सकते हैं।


शाहरुख खान पिछले कुछ सालों से सिल्वर स्क्रीन से दूर हैं। चर्चा है कि शाहरुख फिल्म ब्रह्मास्त्र में काम करने जा रहे हैं। अयान मुखर्जी के निर्देशन में बन रही ब्रह्मास्त्र में रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की मुख्य भूमिका है। बताया जा रहा हैं कि इस फिल्म में शाहरुख का रोल छोटा होगा लेकिन वह अहम किरदार में दिखेंगे। फिल्म का यह सीन फिल्मसिटी में शूट होगा। इसकी शूटिंग एक या दो महीने के अंदर शुरू होगी जो 10 दिन तक चलेगी।


कहा जा रहा है कि शाहरुख फिल्म में एक साइंटिस्ट का किरदार निभाने वाले हैं। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, मौनी रॉय और डिंपल कपाड़िया और नागार्जुन भी अहम भूमिका निभाते नजर आयेंगे। यह फिल्म चार दिसंबर 2020 को रिलीज होगी।


'जनसंख्या नियंत्रण' को राष्ट्रपति की मंजूरी

नई दिल्ली। देश में संसाधन सीमित हैं लेकिन आबादी बेहद तेजी से बढ़ती जा रही है। हर साल बढ़ते बेरोजगारी के आंकड़े दर्शा रहे हैं कि हालात ऐसे ही रहे तो स्थिति कभी भी विस्फोटक हो सकती है। देखा जाये तो 1951 में भारत की आबादी 10 करोड़ 38 लाख थी जो साल 2011 में बढ़कर 121 करोड़ के पार पहुंच गयी और साल 2025 तक इसके बढ़कर 150 करोड़ के पार पहुंचने का अनुमान है। दरअसल जनसंख्या गुनांक में बढ़ती है जबकि संसाधनों में वृद्धि की दर बहुत धीमी होती है। वाकई अब समय आ गया है जब देश को जनसंख्या नियंत्रण कानून की सख्त जरूरत है।


इस दिशा में पूर्व में भी सांसदों ने कई प्रयास किये हैं, मंत्रियों ने बयान दिये हैं लेकिन अब एक गंभीर पहल के साथ आये हैं कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी। वह राज्यसभा में एक प्राइवेट मेंबर बिल पेश करने जा रहे हैं जिसमें दो बच्चा नीति को लागू करने का प्रस्ताव किया गया है। सिंघवी का प्रस्ताव है कि दो बच्चा नीति को मानने वालों को प्रोत्साहन और ना मानने वालों को हतोत्साहित या सुविधाओं से वंचित किया जाना चाहिए। सिंघवी निजी आधार पर ‘हम दो हमारे दो’ नीति वाला जो विधेयक पेश करने जा रहे हैं उसको सदन में पेश करने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। अब देखना होगा कि सरकार का इस निजी विधेयक पर क्या रुख रहता है।


जहाँ तक अभिषेक मनु सिंघवी के Population Control Bill, 2020 की बात है तो इसमें प्रस्ताव किया गया है कि दो बच्चा नीति का पालन नहीं करने वालों को चुनाव लड़ने, सरकारी सेवाओं में प्रोन्नति लेने, सरकारी योजनाओं या सबसिडी का लाभ लेने, बीपीएल श्रेणी में सूचीबद्ध होने और समूह ‘क’ यानि Group A की नौकरियों के लिए आवेदन करने से रोका जाना चाहिए। विधेयक में यह भी प्रस्ताव किया गया है कि केंद्र सरकार को राष्ट्रीय जनसंख्या स्थिरीकरण फंड की स्थापना करनी चाहिए ताकि जो लोग दो बच्चा नीति का पालन करना चाहते हैं उनकी मदद की जा सके। इसके अलावा सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भनिरोधकों को उचित दर पर उपलब्ध कराया जाना चाहिए।


अभिषेक मनु सिंघवी का यह विधेयक यह भी प्रस्ताव करता है कि जिन दंपति का एक ही बच्चा है और उन्होंने अपनी नसबंदी भी करा ली है उन्हें सरकार की ओर से विशेष प्रोत्साहन दिये जाने चाहिए जैसे उनके बच्चे को उच्च शिक्षण संस्थानों और सरकारी नौकरियों में वरीयता दी जाये। ऐसे दंपति जो गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर कर रहे हैं यदि वह स्वतः ही नसबंदी करा लेते हैं तो केंद्र उन्हें एकमुश्त रकम के माध्यम से मदद करे जिसमें अगर उस दंपति का एक ही बच्चा अगर लड़का है तो उन्हें 60 हजार रुपये और यदि वह एक ही बच्चा लड़की है तो एक लाख रुपए दिये जाएं।


जहाँ तक विधेयक में दो बच्चा नीति का पालन नहीं करने वालों को हतोत्साहित करने की बात है तो सिंघवी का विधेयक प्रस्ताव करता है कि ऐसे दंपतियों पर लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा, पंचायत और किसी भी निकाय का चुनाव लड़ने पर रोक लगा देनी चाहिए। उन्हें सरकारी सेवाओं में प्रमोशन नहीं देना चाहिए, केंद्र और राज्य सरकारों की ग्रुप ए की नौकरियों में आवेदन करने का हक नहीं होना चाहिए और यदि वह गरीबी रेखा से नीचे के हैं तो उन्हें कोई भी सरकारी सबसिडी नहीं मिलनी चाहिए।


यह विधेयक यह भी प्रस्ताव करता है कि इसके लागू होने के बाद केंद्र सरकार के कर्मचारियों को लिखित में यह भी देना चाहिए कि वह दो बच्चा नीति का पूरी तरह से पालन करेंगे। जिन कर्मचारियों के पहले से ही दो से ज्यादा बच्चे हैं वह भी लिखित में यह देंगे कि वह अब और बच्चे नहीं पैदा करेंगे। केंद्र सरकार को भी नियुक्तियों के समय उन्हीं लोगों को वरीयता देनी चाहिए जिनके दो या उससे कम बच्चे हों। सरकारी कर्मचारियों के बच्चों में यदि कोई दिव्यांग है या कोई अन्य ऐसी परिस्थिति है कि तीसरा बच्चा आवश्यक है तो ही उसे विधेयक में प्रस्तावित किये गये नियमों के तहत छूट मिलेगी। विधेयक में प्रस्ताव किया गया है कि दो बच्चा नीति का पालन जो भी सरकारी कर्मचारी नहीं करेगा उसकी सेवाएं समाप्त भी की जा सकती हैं।


बहरहाल, सिंघवी उन कुछ नेताओं में शुमार हैं जो देश की बढ़ती जनसंख्या को लेकर चिंतित हैं और देश आगे जाकर विकट स्थिति में ना फँस जाये इसके लिए अभी से कोई उपचार चाहते हैं। संसद के वर्तमान बजट सत्र में ही भाजपा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग करते हुए इसे समय की जरूरत बताया और कहा कि वर्तमान में ही सभी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना संभव नहीं हो रहा है जबकि जब आबादी 150 करोड़ के पार पहुंच जाएगी तब पीने का पानी मिलेगा ही नहीं। इससे पहले राज्यसभा में 7 फरवरी को शिवसेना सांसद अनिल देसाई ने जनसंख्या पर नियंत्रण करने के लिए संविधान संशोधन का प्रस्ताव रखा और कहा कि सरकार के द्वारा छोटे परिवार को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। पिछले साल जुलाई में भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने भी सदन में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया था। लोकसभा में भी यह मुद्दा कई बार उठ चुका है। पिछले साल नवंबर में भाजपा सांसद अजय भट्ट ने ‘छोटे परिवार को अपना कर जनसंख्या नियंत्रण’ बिल रखा था। 2016 में भी भाजपा के एक सांसद लोकसभा में जनसंख्या नियंत्रण पर प्राइवेट बिल लेकर आए थे।


बहरहाल, विश्व में आबादी के मामले में भारत अभी दूसरे नंबर पर खड़ा है और यदि तरक्की की रफ्तार यही रही तो जल्द ही हम चीन को पछाड़ देंगे। हम 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का सपना देख रहे हैं और इसे लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ रहे हैं लेकिन यह तभी संभव है जब प्रति व्यक्ति आय बढ़े। देश की कुल आय से सही समृद्धि नहीं आयेगी हमें हर व्यक्ति को खुशहाल बनाना होगा और ऐसा तभी हो सकता है जब कल्याणकारी योजनाओं और देश के संसाधनों पर जनसंख्या का भारी बोझ नहीं हो। यह अच्छी बात है कि जनसंख्या नियंत्रण को लेकर देश की दो बड़ी पार्टियों के समान विचार हैं अब सरकार को भी चाहिए कि वह इस दिशा में आगे बढ़े।


151 देश जद में, 5835 लोगों की मौत

वॉशिंगटन। कोरोनावायरस के मामले फिलहाल थमते नजर नहीं आ रहे।  दुनिया में कुल 1 लाख 56 हजार 533 मामले सामने आए। 5835 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दो संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए थे। उनकी टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज की पत्नी डोना को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। फ्रांस ने देश के सभी रेस्टोरेंट और कैफे बंद कर दिए हैं। स्पेन, जर्मनी और इजराइल ने सार्वजनिक स्थानों पर लोगों की आवाजाही पर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं।


ट्रम्प कुछ दिन पहले ब्राजील के डेलिगेशन से मिले थे। इस दौरान उन्होंने वहां के संचार प्रमुख फेबिओ वानगार्टन के साथ डिनर भी किया था। बाद में वानगार्टन कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए। पहले ट्रम्प और उपराष्ट्रपति पेंस ने टेस्ट से इनकार किया। जब मीडिया में चर्चा हुई तो जांच को तैयार हुए। शनिवार दोपहर सैंपल दिया। देर रात रिपोर्ट निगेटिव आई। ट्रम्प की बेटी और उनकी सीनियर एडवाइजर इवांका ट्रम्प ऑस्ट्रेलिया के संक्रमित गृह मंत्री पीटर डटन से मिलने के बाद घर के काम कर रही हैं। वे इसी हफ्ते डटन और अन्य अधिकारियों से मिली थीं, डटन को कोरोनावायरस पॉजिटिव पाया गया है। अमेरिका ने अब ब्रिटेन और आयरलैंड को लेकर भी नए वीजा प्रतिबंध लागू किए हैं। पहले इन दोनों देशों को वीजा रिस्ट्रिक्शन लिस्ट से बाहर रखा गया था।


ट्रांसजेंडर को मिलेगा आरक्षण, बिल पारित

नई दिल्ली। उड़ीसा की बीजू जनता दल की सांसद सस्मित पात्रा ने संसद और राज्य विधानसभाओं में ट्रांसजेंडर को आरक्षण देने के लिए संविधान संशोधन विधेयक पेश किया। इसके पास होते ही ट्रांसजेंडर्स को आरक्षण का रास्ता साफ हो जाएगा।
दरअसल लंबे अरसे से ट्रांसजेंडर्स को नौकरियों समेत कई जगहों पर आरक्षण दिये जाने की बात चल रही है। इसके लिए ये समुदाय कई बार कई जगहों पर धरना और आंदोलन भी कर चुका है। अगर ये बिल संसद से पास हो जाता है तो इस समुदाय को आरक्षण का रास्ता साफ हो जाएगा। जिसकी मांग ये समुदाय लंबे समय से कर रहा है।
राज्यसभा में परिवार में महिलाओं से अनाचार और यौन शोषण के अपराध के लिए सजा का प्रावधान वाला एक विधेयक भी पेश किया गया। इन दोनों विधेयकों पर बहस के बाद वोटिंग होगी। जिसके बाद ही तय होगा कि ये विधेयक कानून का रूप ले पाएंगे या नहीं। अगर ट्रांसजेंडर्स को आरक्षण संबंधी कानून संसद से पास हो गया तो इस समुदाय की बड़ी जीत होगी।


एमपी गवर्नर ने सीएम को लिखा पत्र

भोपाल। मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार पर अंतिम फैसला सोमवार को होगा। राज्यपाल लाल जी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को बहुमत साबित करने पत्र लिखा है, जिसके बाद राजनीतिक घमासान और तेज हो गई है। बीते दो दिनों में मुख्यमंत्री कमलनाथ और बीजेपी नेताओं ने अलग अलग राज्यपाल से मुलाकात कर अपनी मांगे रखी थी। जिसमें कमलनाथ ने विधानसभा का बजट सत्र korona वायरस के चलते आगे बढ़ाने की मांग की थी, वहीं बीजेपी नेताओं ने सरकार को अल्पमत में बताते हुए तत्काल फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की। दोनों ही पक्षों के मेल मुलाकात के बाद राज्यपाल लाल जी टंडन ने सोमवार को राज्यपाल के अभिभाषण के बाद बहुमत साबित करने कहा है। राज्यपाल ने सीएम कमलनाथ को लिखे पत्र में कहा कि


“आपके 22विधायक इस्तीफा दे चुके है और आपके 6 मंत्रियों को भी बर्खास्त किया जा चुका है। ऐसे में सरकार अल्पमत में है, अतः सोमवार को राज्यपाल के अभिभाषण के बाद आप बहुमत साबित करे।”राज्यपाल के इस पत्र के बाद कमलनाथ सरकार पर संकट बढ़ गया है। कांग्रेस के 22 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है तो 6मंत्रियों को सीएम कमलनाथ ने पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। ऐसे में सोमवार को फ्लोर टेस्ट पर सबकी निगाहें रहेगी। वहीं विपरीत परिस्थिति में फ्लोर टेस्ट से पहले ही सीएम कमलनाथ इस्तीफा भी दे सकते है।


डिजिटल ट्रांजैक्शन फ्रौड पर कसेगी लगाम

नई दिल्ली। अगर आप डेबिट-क्रेडिट कार्ड ग्राहक हैं और आपने अभी तक अपने कार्ड से कोई ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, कॉन्टेक्टलेस ट्रांजेक्शन या इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन नहीं किया है तो कार्ड पर ये सेवाएं 16 मार्च से अपने आप बंद हो जाएंगी। डिजिटल ट्रांजेक्शन से जुड़े फ्रॉड पर रोक लगाने के लिए रिजर्व बैंक के नए नियम 16 मार्च से लागू हो जायेगा। इन नियमों से डेबिट और क्रेडिट कार्ड के दुरुपयोग पर रोक लगाने में मदद मिलेगी। आरबीआई ने इस संबंध में जनवरी 2020 में अधिसूचना जारी की थी। ये नियम सभी डेबिट-क्रेडिट कार्ड (फिजिकल और वर्चुअल) पर लागू होंगे। हालांकि, यह नए नियम प्रीपेड गिफ्ट कार्ड्स और मेट्रो कार्ड पर लागू नहीं होंगे।


आरबीआई ने बैंकों से कहा है कि वे डेबिट-क्रेडिट कार्ड जारी करते समय उन्हें केवल भारत में एटीएम और प्वाइंट ऑफ सेल  टर्मिनल्स पर ट्रांजेक्शन के लिए सक्रिय करें। नए नियम के अनुसार केवल अब डेबिट-क्रेडिट कार्ड के साथ सिर्फ एटीएम और पीओएस टर्मिनल पर इस्तेमाल करने की सुविधा मिलेगी। अगर ग्राहक ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, कॉन्टेक्टलेस ट्रांजेक्शन या इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन करना चाहते हैं तो इन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए इन सेवाओं को चालू कराना होगा। बता दें कि पुराने नियमों के अनुसार ये सेवाएं कार्ड के साथ स्वत: आती थी लेकिन अब ग्राहक के आग्रह पर ही शुरू होंगी। ग्राहक अगर अपने कार्ड के स्टेटस में कोई बदलाव करते हैं या कोई अन्य करने की कोशिश करता है तो बैंक एसएमएस/ई-मेल के जरिए ग्राहक को अलर्ट करेगा और सूचना भेजेगा।


गुजरात में चार विधायकों का इस्तीफा

अहमदाबाद। मध्य प्रदेश की राजनीतिक उठापटक के बीच अब गुजरात में भी कांग्रेस को झटका लगता दिख रहा है। सूत्रों के मुताबिक गुजरात कांग्रेस के 4 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि किन विधायकों ने अपना इस्तीफा दिया है, उनके नामों का आधिकारिक तौर पर अभी ऐलान नहीं हुआ है। गुजरात कांग्रेस के 4 विधायकों ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिया है। विधानसभा अध्यक्ष के जरिए कल इस्तीफा देने वाले विधायकों के नामों का खुलासा किया जाएगा।


दरअसल, गुजरात में राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है, जिसे लेकर पहले से ही आशंका जताई जा रही थी कि कांग्रेस के कुछ विधायक पाला बदल सकते हैं। 182 सदस्यों वाली गुजरात विधानसभा में फिलहाल 180 सदस्य है जिसमें 103 विधायक बीजेपी के हैं। वहीं 73 MLA कांग्रेस के हैं। गुजरात में कांग्रेस के सहयोगी दलों की बात करें को बीटीपी 2, एनसीपी 1 और 1 निर्दलीय को जोड़कर पार्टी के पास 77 MLA हैं। हर राज्यसभा सीट जीतने के लिए प्रेफरेंस वोट होंगे। 2 सीटों पर कानूनी प्रक्रिया चल रही है ऐसे में 180/(4+1) 5=36+1=37 यानी जीत के लिए 37 वोट चाहिए। गुजरात में राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए दोनों ही दलों को 38 वोट चाहिए। राज्यसभा की दो सीटें जीतने के लिए 76 वोट चाहिए जबकि कांग्रेस के पास 74 वोट हैं जो दो सीटों के लिए काफी नहीं है। ऐसे में कांग्रेस राज्यसभा की एक सीट से हाथ धो सकती है। हालांकि बीजेपी तीसरी सीट हर हाल में जीतना चाहती है।


राज्यसभा चुनाव को लेकर गुजरात में कांग्रेस के भीतर टूट की आशंका बढ़ गई है। इसी को देखते हुए कांग्रेस ने अपने विधायकों को जयपुर शिफ्ट कर दिया है। सभी 14 विधायकों को होटल शिव विलास में रखा जाएगा। गुजरात में राज्यसभा चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग से बचाने के लिए विधायकों को जयपुर लाया गया है।


सर्च ऑपरेशन में चार आतंकी ढेर

अनंतनाग। जम्मू कश्मीर के अनंतनाग और कुलगाम में 4 आतंकवादियों को मारे जाने की खबर है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अनंतनाग और कुलगाम सेक्टर में हिजबुल और लश्कर के 4 आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मार गिराया है। मुठभेड़ के बाद सेना ने इंटरनेट सेवा को इस सेक्टर में बंद कर दिया है। फिलहाल, मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन शुरू हो गया है।


वायरसः ट्रंप की टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव

न्यूयॉर्क। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कोरोना वायरस की टेस्ट रिपोर्ट आ गई है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने व्हाइट हाउस के डॉक्टरों के हवाले से कहा है कि ट्रंप का कोरोना टेस्ट निगेटिव आया है। यानी कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोरोना वायरस से पीड़ित नहीं हैं। ट्रंप ने अमेरिकी समय के मुताबिक शुक्रवार को ही कोरोना वायरस का टेस्ट करवाया था। ट्रंप के कोरोना वायरस की टेस्ट रिपोर्ट 24 घंटे से भी कम समय में आ गई है।


राष्ट्रपति ट्रंप में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं


ट्रंप के टेस्ट रिपोर्ट की जानकारी देते हुए राष्ट्रपति के चिकित्सक डॉ सीन कोनली ने व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेट्री स्टैफनी ग्रीसम को कहा कि उन्हें बताया गया है कि राष्ट्रपति की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव है। उन्होंने कहा, “पिछली रात को, राष्ट्रपति ट्रंप के साथ कोविड-19 टेस्ट पर लंबी चर्चा हुई, इसके बाद उन्होंने टेस्ट की प्रक्रिया आगे बढ़ाई, मुझे जानकारी मिली है कि उनकी टेस्ट निगेटिव आई है। डॉ सीन कोनली ने कहा कि ब्राजील के राष्ट्रपति के प्रतिनिधिमंडल के साथ डिनर के एक हफ्ते के बाद भी राष्ट्रपित में कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं दिखे हैं।


दुनिया भर में 5764 मौतें


बता दें कि दुनिया भर में कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों की संख्या 1 लाख 51 हजार 760 हो गई है। ये खतरनाक वायरस अबतक 137 देशों में फैल चुका है और इसकी चपेट में आकर 5764 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन में इस बीमारी से 3189 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि चीन से बाहर कोरोना की वजह से मरने वालों की संख्या 2575 है।चीन के बाद इस बीमारी से सबसे प्रभावित देश इटली है जहां 1441 लोगों की मौत हो चुकी है और 21 हजार157 लोग इससे पीड़ित हैं। इरान में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 611 है।


कैसे प्रभावित करता है वायरस ?

कुछ इस तरह शरीर में फैलता है कोरोनावायरस, पढ़ेंं पूरी खबर…


 दुनियाभर में वैश्‍विक माहामारी घोषित हो चुका कोरोनावायरस इस वक्‍त हर किसी के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। इस वायरस से दुनियाभर में अब तक 4000 से ज्‍यादा मौतें हो चुकी हैं। दिसंबर में चाइना से शुरू हुआ ये वायरस अब लगभग हर देश में लाखों लोगों में फैल चुका है, इसका अभी तक कोई इलाज इजाद नहीं हो पाया है। इस वायरस से निपटने के तरीकों में सभी वैज्ञानिक लगे हैं। अब तक इस संक्रमण का एक ही इलाज है, वो है इसको फैलने से रोकना। जिसके चलते स्‍कूल, कॉलेज, ऑफिस और कोई भी जगह जहां ज्‍यादा लोग इकठ्ठा हों, उसे बंद करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। देश और कई बड़े शहरों से हर दिन कुछ न कुछ इस वायरस को लेकर सुनने में आ रहा है।


दिन प्रति-दिन इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में भी इज़ाफा हो रहा है। लोगों को मास्‍क लगाने, हैंड सैनिटाइजर का इस्‍तेमाल करने, लोगों से हाथ न मिलाने और लगातार हाथों को धुलने की सलाह दी जा रही है। दुनिया में कोरोनावायरस की चपेट में अब तक 134,679 से भी ज्‍यादा लोग आ चुके हैं।


WHO इस वायरस के मिथकों को तोड़ने के लिए भी कई न‍िर्देश जारी कर रहा है। इसी बीच रेडियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका ने कोरोनावायरस से प्रभावित फेफड़े की 3D तस्वीर जारी की है। रेडियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ नॉर्थ की ओर से एक वीडियो ट्वीट किया गया है, जिसमें कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों के फेफड़े की स्थिति को देखा जा सकता है। कोरोना के वायरस मानव शरीर में सबसे पहले श्वसन तंत्र को ही संक्रमित करते हैं। जिसमें फेफड़े का संक्रमण पहला स्टेज है। इस 3D इमेज से डॉक्‍टर मरीज़ एक्स-रे और सीटी स्कैन से उसके संक्रमण की पहचान आसानी से कर पाएंगे।


Covid-19 बहुत घातक नहीं है, लेकिन यह एक संक्रामण है। जैसे-जैसे यह अधिक लोगों को संक्रमित करेगा, उतनी ही बड़ी संख्या में लोग मरते रहेंगे।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की पूर्व प्रमुख डॉ शोभा ब्रोर की मानें अभी तक लोगों को या वैज्ञानिकों को इसका असली कारण भी नहीं पता चल पाया है। अभी सब यही समझते हैं कि यह श्वसन प्रणाली से गैस्ट्रो-आंत्र पथ तक रक्त में जाता है, जिससे यह हमारे खून हमारे शरीर के कई अंगों पर प्रभाव डालता है, जिससे मौत हो सकती है।


वुहान ‘Lancet’ में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक, 191 रोगियों में रोग में इसके बढ़ने के विश्लेषण ये यह पता चलता है कि Sars-Cov-2 वायरस गले के पीछे से फेफड़ों और फिर रक्त में जाता है। इस इमेज की मदद से इस वायरस के ट्रैक को समझाया गया कि आखिर किस तरह से यह संक्रमित व्‍यक्ति को प्रभावित करता है।


कोरोनावायरस ट्रैकिंग कुछ इस प्रकार है:-


1. इस वायरस के शुरू होने पर 1-3 दिन में व्‍यक्ति इसके संपर्क में आता है। यह ऊपरी श्वसन प्रणाली को प्रभाव‍ित करता है, जिससे हल्‍का बुखार जैसा महसूस होता है। बढ़ते हुए यह तीसरे दिन तक खांसी और गले में खराश की समस्‍या पैदा करता है। दुनिया भर मेंअभी तक लगभग 80 प्रतिशत लोगों में यह
लक्षण काफी देखने को मिलेंगे।


2. 3-4 दिन में यह संक्रमण हमारे फेफड़ों तक जा पहुंचता है। जिसकी वजह से 4 से 9 दिन तक सांस लेने में तकलीफ महसूस होने लगती है। 14 प्रतिशत लोगों में यह लक्षण पाए गए हैं।
3. फेफड़ों के संक्रमण से यह हमारे खून में मिल जाता है। जिसके बाद यह व्‍यक्ति को इस कदर कमज़ोर कर देता है कि उसके जीने की संभावना काफी मक होती है। 5 प्रतिशत लोग जो कोरोनावायरस से संक्रमित हैं, वह ICU में हैं।


चीन में जिनिन्टन और वुहान पल्मोनरी हॉस्पिटल्स के 191 वयस्कों के हालिया अध्ययन से पता चलता है कि 48 प्रतिशत की co-morbid स्थिति थी – 30 प्रतिशत लोगों में उच्च रक्तचाप काफी आम रहा, इसके बाद 19 प्रतिशत मधुमेह और कोरोनरी हृदय रोग के 8 प्रतिशत संख्‍या रही।


आपको बता दें कि सरकार ने केंद्रीय स्तर पर


011-23978046 फोन नंबर पर हेल्पलाइन बनाई है। वहीं दिल्ली सरकार ने नंबर 011-22307145 को हेल्पलाइन जारी की है। 15 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में भी हेल्प लाइन जारी की गई है। लोगों को जागरूक करने के लिए फोन करने पर Ring Bell से पहले कोरोनावायरस से बचने और इसको लेकर जारी हुई हेल्‍पलाइन की जानकारी दी जा रही है।


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मार्च 16, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-217 (साल-01)
2. सोमवार, मार्च 16, 2020
3. शक-1942,चैैत्र - कृष्ण पक्ष, तिथि-सप्तमी, संवत 2077


4. सूर्योदय प्रातः 06:30,सूर्यास्त 06:32
5. न्‍यूनतम तापमान 13+ डी.सै.,अधिकतम-24+ डी.सै., भारी बारिश की संभावना रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...