शनिवार, 14 मार्च 2020

किसानों की भरपाई के लिए सपा की बैठक

बेमौसम हुई बरसात और ओला वृष्टि से किसान बेहाल
सपा ने बैठक कर राजस्व वसूली रोके जाने और नुकसान की भरपाई के लिए उचित मुआवजे की मांग उठाई


बृजेश केसरवानी
प्रयागराज l बेमौसम हुई बरसात और ओला वृष्टि से पूरे जनपद की 70 प्रतिशत से अधिक रबी की फसलों को नुकसान हुआ है l सपा के नेताओं ने महानगर कैंप कार्यालय पर बैठक कर प्रदेश सरकार से किसानों गहरी क्षति पर नुकसान की भरपाई के लिए उचित मुआवजे की मांग करते हुए राजस्‍व वसूली को तत्काल प्रभाव से माफ किए जाने की मांग की है l
  सपा के नि वर्तमान महानगर अध्यक्ष सैयद इफ्तिखार हुसैन ने कहा कि पूरे जनपद में गेंहू, जौ, चना, मटर, सरसों, आलू सहित रबी की फसलों के लिए बेमौसम हुई बरसात और ओला वृष्टि ने कहर बरपा दिया है l
    वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह ने कहा कि पहले से ही विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे किसानों के सामने विकट स्थिति आ गयी है l बेमौसम बारिस से तापमान में उतार चढ़ाव के चलते संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा बढ़ गया है l 
जिला प्रवक्ता दान बहादुर सिंह मधुर ने राजस्‍व देयों की वसूली रोकते हुए इसे माफ करने और नुकसान का आकलन कर उचित मुआवजे की मांग की है l
  बैठक में कोरोना जैसे महामारी  से निपटने के लिए भी प्रशासन से सतर्क रहने की मांग की गई l
     बैठक में सर्व श्री सैयद इफ्तिखार हुसैन, नरेंद्र सिंह,दुर्गा गुप्ता, डॉ मान सिंह यादव, दान बहादुर सिंह मधुर, आर. एन. यादव, मो. अस्करी, मो. जैद, अब्बास नकवी, आदि नेतागण मौजूद थे l


मजलिस-ए-चेहल्लुम, बरसी आज मनाई

मजलिस ए चेहल्लूम व मजलिस ए बरसी आज
बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। स्व सै०अख्तर इब्ने मो०अकबर मरहूम की मजलिस ए चेहलूम रविवार को प्राताः ८:३० बजे रानी मण्डी स्थित इमामबारगाह आग़ा महमूद में होगी जिसे मौलाना जिनान असग़र मौलाई खिताब करेंगे वहीं स्व सै०शमीमुल हसन इब्ने महमूदुल हसन की मजलिस ए चेहलूम करैली अस्करी मार्केट चौराहा स्थित बन्धन पैलेस में प्राताः१० बजे होगी।अनीस जायसी की निज़ामत में होने वाली मजलिस को मुज़फ्फर नगर के मौलाना सै०मो०हुसैनी खिताब करेंगे।सोज़ख्वानी रेयाज़ मिर्ज़ा व शुजा मिर्ज़ा व पेशख्वानी शायर रौनक़ सफीपुरी व शबीह अब्बास की होगी।औरतों की मजलिस उसी स्थान पर दिन में १ बजे होगी जिसे मोहतरमा राना नक़वी खितिब करेंगी।अन्जुमन शब्बीरिया के सेक्रेटरी स्व सै०ज़फर अहमद नक़वी की मजलिस ए बरसी मस्जिद क़ाज़ी साहब बख्शी बाज़ार में रविवार को साँय ६:३० बजे होगी मजलिस को इमाम ए जुमा वल जमात मौलाना सै०ज़मीर हैदर रिज़वी करारी कौशाम्बी खिताब करेंगे।मजलिस से पूर्व रेयाज़ मिर्ज़ा व शूजा मिर्ज़ा द्वारा सोज़ख्वानी तथा शायर डॉ नायाब बलयावी की पेशख्वानी होगी।उक्त सूचना अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया के प्रवक्ता सै०मो०अस्करी ने दी।


जनता की बदहाली का जिम्मेदार कौन ?

जनता की बदहाली का जिम्मेदार कौन 


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जनपद की लोनी विधानसभा, तहसील, नगर पालिका और विकास खंड जैसी उपलब्धियां प्राप्त होने के बाद, क्षेत्र की जनता बदहाल जीवन जीने को विवश है।
 नगरीय और विधानसभा क्षेत्र स्थित बस्तियों एवं कालोनियों में निवास करने वाली जनता की समस्याओं की लंबी फेहरिस्त है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रास्ते, साफ-सफाई, जलजमाव, पेयजल, बिजली के पोल, आवागमन और जल निकासी आदि जैसी प्रमुख सुविधाओं की राह देखते-देखते कई लोगों की आंखें पथरा गई है। लेकिन क्षेत्र की स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है। कोई भी जनता की समस्या के विषय में गंभीरता सेे कार्य नहीं कर रहा है। जिसके लिए किसी की सफाई की जरूरत नहीं है। क्योंकि प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता ही नहीं होती है। जनता के हित साधने में व्यस्त प्रतिनिधियों की वास्तविकता साफ-साफ  देखी जा सकती है। जनता को इतनी पीड़ा देने के पीछे आखिर क्या कारण है ? स्थानीय जनप्रतिनिधियों या सरकार के नुमाइंदों की इसके पीछे क्या मंशा है ?
 बहरहाल, जनता की अपेक्षा और विश्वास का खुलेआम कत्ल किया जा रहा है। सांसद, विधायक और चेयरमैन सभी सत्ताधारी पक्ष से होने के बावजूद क्षेत्र की बदहाली सभी को सोचने के लिए मजबूर कर रही है। जीवन रेखा के रूप में स्थित दिल्ली-सहारनपुर अंंतर्र्राज्यीय राजमार्ग की दुर्दशा स्थानीय जनप्रतिनिधित्व की दूरगामी सोच एवं उदारता का सजीव उदाहरण है। लाखों लोगों का नित्य आवागमन, व्यापार का आधार, क्षेत्रीय विकास और भविष्य निर्माण का पुस्ट संकेत है। लंबे समय से जनता को इस प्रकार की यातनाएं सहन करने के, कारण और कारकों का अंत क्यों नहीं हो पा रहा है? हीन भावना से ओत-प्रोत कमजोर जनप्रतिनिधित्व इसका कारण हो सकता है। या फिर जनता को मूर्ख समझने की गलतफहमी पाली गई है। समस्याओं के अंबर से यह बात तो स्पष्ट होती है कि जनता की बदहाली का कारण कमजोर नेतृत्व है। जनता की पीड़ा को समझने की शक्ति का अभाव है। क्षेत्र की जनता से दिखावा तो है लेकिन लगाव नहीं है।
बात केवल जनप्रतिनिधित्व तक ही सीमित नहीं है। जनपद की प्रशासकीय भीड़ भी मूक-बधिर बनकर सारा तमाशा देख रही है।


आईएएस,आईपीएस,आईएफएस से हटी पाबंदी

नई दिल्ली। केंद्र सरकार उस नियम को बदलने की तैयारी में है। जिसमे IAS, IPS और IFS अफसर विदेशी गणमान्य लोगों से गिफ्ट नहीं ले सकते थे। नियम की इस पाबंदी को हटाने के लिए DOPT ने सभी राज्यों के चीफ सिकरेट्री को पत्र लिखकर उनसे मंतव्य मांगा है। 3 मार्च को लिखे पत्र में नियम 1968 के नियम 11 के तहत एक नया उप नियम जोड़ने के लिए मसौदा प्रस्ताव भेजा है। और कहा है कि अगर वे इस महीने के अंत तक कोई जवाब जारी नहीं करते हैं। तो यह माना जाएगा कि राज्यों को प्रस्ताव पर कोई आपत्ति नहीं है।


बता दे कि अखिल भारतीय सेवा नियमावली के नियम 11 में कहा गया है कि IAS, IPS या IFS अफसर शादियों, वर्षगाँठ, अंत्येष्टि या धार्मिक अवसरों पर 25,000 रुपये से अधिक मूल्य का उपहार स्वीकार नहीं कर सकते है। इसकी सूचना सरकार को देनी होती है। वहीं बिना सूचना दिये या फिर अवसर छोड़ सामान्य दिनों में 5 हजार रुपये से अधिक का गिफ्ट लेने पर पाबंदी थी।


संस्थाओं को हटाने का नोटिसः खलबली

धार्मिक संस्थानों के प्रतिनिधियों की रणनीति तय करने को लेकर बैठक आज


रुद्रपुर। नगर निगम ने महानगर के 17 धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं को हटाने के नोटिस से खलबली मच गई है। इस संबंध में महानगर के संभ्रांत लोग व धार्मिक संस्थाओं ने जुड़े पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से मुलाकात की, मगर वार्ता में कोई ठोस हल नहीं निकल पाया। इस संबंध में शनिवार शाम को फिर से अग्रवाल धर्मशाला में बैठक बुलाने की खबर है, जिसमें अगली रणनीति तय की जाएगी।


सूत्रों की मानें तो हाईकोर्ट के 29 सितंबर 2009 व सात नवंबर 2016 के आदेश का जिक्र करते हुए महानगर के दुर्गा मंदिर, हरि मंदिर, गुरुद्वारा कॉप्लैक्स मैन बाजार, आर्य समाज मंदिर, शिव पार्वती मंदिर भदईपुरा, गिरजा मंदिर गुरुनानक स्कूल के सामने, सांई मंदिर खेड़ा, हनीमान मंदिर रम्पुरा, इंदिरा चौक स्थित मजार, संत बाबा लाल सिंह गुरुद्वारा मटके वाली गली, सनातन धर्म कन्या इंटर कालेज, अग्रवाल धर्मशाला, दुर्गा मंदिर धर्मशाला वीर हकीकत राय मार्ग, शिव मंदिर निकट इंडेन गैस गोदाम, विश्वकर्मा एवं हनूमान मंदिर निकट रोडवेज बस अड्डा, हरि मंदिर खेड़ा, शिव मंदिर झाड़ी वाले बाबा नैनीताल रोड के प्रबंधकों को नोटिस दिया है। धार्मिक व सामाजिक संरचनाओं को हटाने के नोटिस से पूरे शहर में उबाल की स्थिति है। सूत्रों के अनुसार गुरुवार को महानगर की सभी धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं के लोगों की एक बैठक अग्रवाल धर्मशाला में हुई तथा इस मुद्दे पर जिलाधिकारी से बात करने की सहमति बनी। लोगों का कहना है कि वह न तो खुद अपने धर्मस्थल हटाएंगे और न ही किसी को तोडऩे देंगे। नगर निगम की इस कार्रवाई को लेकर पूरे शहर में हड़कंप मचा हुआ है। कल पहले 11 बजे जिलाधिकारी से बैठक का वक्त तय हुआ था, लेकिन बाद में दोपहर करीब एक बजे का वक्त दिया गया।


विधायक राजकुमार ठुकराल, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा व मेयर रामपाल सिंह की अगुवाई में शहर के लोगों को शिष्टमंडल जिलाधिकारी से उनके आवास पर मिला। जिलाधिकारी ने कोर्ट के आदेशों का हवाला दिया। अलबत्ता लोगों को ऐसा कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला कि यह धर्मस्थल यथास्थिति में रखे जाएंगे। बैठक में इस मामले को फिलहाल ठंडे बस्ते में डालने की बात भी कही गई। बताया जाता है शनिवार को इस संबंध में पुन: एक बैठक अग्रवाल धर्मशाला में आहुत की गई है। जिसमें अगली रणनीति तय की जानी है।


डीएम बोले खुद अतिक्रमण हटाएं धार्मिक संस्थाएं


रुद्रपुर। अतिक्रमण की जद में आ रही धार्मिक संस्थाओं को राहत दिलाये जाने की मांग को लेकर विधायक राजकुमार ठुकराल के नेतृत्व में शहर की धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने डीएम डा. नीरज खैरवाल से उनके निवास पर भेंट की। इस दौरान डीएम नीरज खैरवाल ने कहा सड़कों के चौड़ीकरण के लिए अतिक्रमण हटाया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा सभी धार्मिक व सामाजिक संस्थाएं अपना अपना अतिक्रमण स्वयं हटाकर प्रशासन का सहयोग करें। 


इस अवसर पर जिलाधिकारी भााजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, मेयर रामपाल सिंह, श्री सनातन धर्म सभा के पूर्व अध्यक्ष हरी चन्द्र मिड्डा, अध्यक्ष नन्द लाल भुड्डी, सचिव महेश बब्बर, गुरूद्वारा सिंह स भा के प्रधान राम सिंह बेदी, प्रीतम सिंह चावला, पूर्व प्रधान सुरमुख सिंह,  गुरमीत सिंह, अग्रवाल सभा के अध्यक्ष महेश अग्रवाल,  कृपाल सिंह, आर्य समाज के पुरोहित प्रभात कुमार, विपिन शर्मा, इन्द्रजीत सिंह, ओमप्रकाश अरोरा, विजय जग्गा, अमित वैद्य, अशोक मित्तल, गुरशण बब्बर, लखविंदर बेदी, नरेश बंसल, आनन्द शर्मा, दुर्गा मंदिर समिति की रेनू अरोरा के अलावा प्रशासन की ओर से डा. नीरज खैरवाल, एसएसपी बरिंदरजीत सिंह, अपर जिलाधिकारी जगदीश काण्डपाल, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी नरेश दुर्गापाल, प्रशिक्षु आईएएस तहसीलदार विशाल मिश्रा, एएसपी देवेन्द्र पिंचा, नगर आयुक्त जयभारत सिंह, एसडीएम मुक्ता मिश्रा, नगर निगम के ड्राफ्टमैन राम सिंह, सीओ अमित कुमार आदि मौजूद थे।


संवेदनशील त्वचा का रखें ख्याल

नई दिल्ली। संवेदनशील त्वचा या सेंसिटिव स्किन पर किसी भी चीज का प्रभाव त्वचा की अन्य प्रकारों की अपेक्षा हमेशा ही ज्यादा पड़ता है, ऐसे में इनका खास ख्याल रखा जाना चाहिए।


विशेषज्ञों ने सेंसिटिव स्किन होने के सात संकेत सुझाए हैं, जिनमें त्वचा का रूखा होना, उनका बेजान होना, खुरदुरापन, इनका खींचा-खींचा होना, लाल पड़ जाना, खुजली और नमीं का न होना शामिल हैं। संवेदनशील त्वचा के लिए सल्फेट व खुशबू रहित सौम्य उत्पादों का ही इस्तेमाल करना चाहिए।संवेदनशील त्वचा के लिए ज्यादा उत्पादों का उपयोग न करना ही बेहतर है। इसके लिए एक फोमिंग मिसेलर क्लींजर, एसपीएफ युक्त एक डे क्रीम और एक हाइड्रेटिंग नाइट सीरम ही पर्याप्त है। 1. सबसे पहले क्लींजर की बात करें, तो इनका चुनाव हमेशा इस बात को ध्यान में रखकर करें कि इनमें एलोवेरा, खीरा या गुलाब के सार तत्व हो और यह सौम्य हो। इसके साथ ही यह भी जांच लें कि क्या यह प्रोडक्ट डर्मेटोलॉजिकली टेस्टेड है या नहीं, हाइपोएलर्जेनिक है या नहीं, जिससे त्वचा का पीएच बैलेंस बरकरार रहता है और यह भी देख लें कि यह खुशबू, पैराबेन और सल्फेट मुक्त हो। 2. कम से कम 25 एसपीएफ वाले किसी लाइट डे क्रीम का इस्तेमाल जरूर करें, जिससे त्वचा में नमीं बनी रहेगी और सूरज की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से भी यह निष्प्रभावी रहेगा। 3. रात में त्वचा का पर्याप्त ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है और इसके लिए हाइपोएलर्जेनिक नाइट सीरम को चेहरे पर अप्लाई करें। इन्हें खरीदने से पहले देख लें कि अन्य तत्वों के साथ इसमें गुलाब के सार तत्व, हाईलूरोनिक एसिड और ग्लिसरीन मौजूद हैं या नहीं।


प्राथमिक शिक्षकों को आँनलाइन प्रशिक्षण

तिरुवनंतपुरम। केरल इंफ्रास्ट्रचर एंड टेक्नोलॉजी फॉर एजुकेशन (केआईटीई) ने कोरोना वायरस के मद्देनजर राज्य के 81,000 से अधिक प्राथमिक शिक्षकों को ऑनलाइन आईटी प्रशिक्षण देने की योजना बनायी है। जिसमें 11,274 स्कूल शामिल होंगे।


केआईटीई के कार्यकारी निदेशक अनवर सदाथ ने कहा, “सामान्य तौर पर आईटी प्रशिक्षण 1,000 से अधिक केंद्रों में तीन बैचों में आयोजित किया जाता, जिसमें प्रत्येक केंद्र में 25 शिक्षक और दो प्रशिक्षक होते हैं। हालांकि, ऑनलाइन माध्यम के जरिये स्कूलों में उपलब्ध कराई गई सभी हाई-टेक सुविधाओं का प्रभावी उपयोग करके उसी प्रशिक्षण को पांच दिनों के भीतर पूरा किया जाएगा।” अंग्रेजी भाषा की दक्षता में सुधार के लिए केआईटीई के ‘ई-क्यूब इंग्लिश’ कार्यक्रम के तहत अप्रैल-मई में सभी प्राथमिक-उच्च प्राथमिक शिक्षकों के लिए विशिष्ट अवकाश प्रशिक्षण प्रदान करने का निर्णय लिया था। प्रस्तावित नयी प्रणाली 18-27 मार्च के दौरान उक्त प्रशिक्षण के पहले भाग को पूरा करने पर जोर देगी। कार्यक्रम की सामग्री में साइबर अपराधों से निपटने और ऑनलाइन सुरक्षा के उपाय भी शामिल हैं। राज्य सरकार ने प्राथमिक स्तर के विद्यालयों की वार्षिक परीक्षाओं को रोक दिया है, और कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए एहतियातन उन्हें पहले ही छुट्टी दी गई थी।


आने वाले 30 दिन ज्यादा चुनौती पूर्ण

नई दिल्ली। कोरोनावायरस के खौफ से जूझ रहे भारत के लिए आने वाले तीस दिन ज्यादा चुनौती पूर्ण हैं। न सिर्फ यहां के नागरिकों के लिए बल्कि यहां की सरकारों के लिए भी। भारत में कोरोनावायरस अभी दूसरी स्टेज में है। अगर इसे फैलने से नहीं रोका गया तो यह 30 दिनों संक्रमण के तीसरे स्टेज में पहुंच जाएगा। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने कहा, ‘‘अगले स्टेज में वायरस को रोकने के लिए 30 दिन हैं। यदि पर्याप्त उपाय किए तो स्टेज-III में पहुंचने से रोका जा सकता है। सरकार इस दिशा में आगे बढ़ रही है। वायरस से निपटने के लिए देश में जहां भी संक्रमण फैला, वहां इसके लिए तैयारियां स्थानीय परिस्थितियों के मुताबिक की गईं।’’ 
भार्गव ने बताया कि थर्ड स्टेज में वायरस लोगों में फैलना शुरू होता है, जबकि फोर्थ स्टेज में पहुंचने पर यह स्थानीय महामारी का रूप लेता है। फिलहाल यह कह पाना मुश्किल है कि यह कब खत्म होगी। चीन और इटली में कोरोनावायरस संक्रमण में स्टेज 6 में पहुंच गया हैं।
वायरस देश में सीमित जगहों पर
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुख्य महामारी विशेषज्ञ डॉ. आरआर गंगाखेडकर ने बताया कि संक्रमण ऐसे लोगों से फैला जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री है। इन लोगों ने वायरस प्रभावित देशों की यात्राएं की और संक्रमितों के संपर्क आए। अभी जिन लोगों में कोरोनावायरस के लक्षण दिखे, उनकी जांच की गई है। जिन लोगों में फ्लू और सर्दी-जुकाम के लक्षण हैं, उन्हें टेस्ट कराने की जरूरत नहीं हैं, क्योंकि वायरस का प्रभाव देश में भी सीमित जगहों पर ही है।
ये हैं स्टेजेज
पहली स्टेज में वायरस संक्रमित जगहों से ट्रांसमिट होता है।
दूसरी स्टेज में स्थानीय लोगों में यह फैलना शुरू होता है और नए केस सामने आते हैं।
तीसरी स्टेज में यह बड़े पैमाने पर समुदायों के बीच फैलना शुरू होता है।
चौथी स्टेज में बीमारी महामारी का रूप लेती है, कब-कहां खत्म होगी पता नहीं होता।


गुरुवार से मिल सकेगी निकासी की छूट

नई दिल्ली। सरकार ने निजी क्षेत्र के चौथे बड़े बैंक एस बैंक लिमिटेड के पुनर्गठन को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। जिससे उसके ग्राहकोे को गुरूवार से निकासी की छूट मिल सकती है। कल देर रात जारी अधिसूचना के अनुसार बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 के तहत यह अधिसूचना जारी की गयी है और बैंक के लिये नये निदेशक मंडल का गठन किया गया है।


भारतीय स्टेट बैँक के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी एवं उप प्रबंधन निदेशक प्रशांत कुमार को पुनर्गठित एस बैंक का मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक बनाया गया है। पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व गैरकार्यकारी अध्यक्ष सुनील मेहता को बैंक का गैरकार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। महेश कृष्ण मूर्ति एवं अतुल भेरा कार्यकारी निदेशक बनाये गये है। भारतीय रिजर्व बैंक अपर निदेशकों के रुप में एक या अधिक व्यक्तियों को नियुक्त कर सकेगा। पुनगर्ठित बैंक एस बैँक की पुरानी सभी देनदारियों को पूरा करेगा।


पुनगर्ठित बैंक के पास रखी सभी जमा राशियों और देनदारी, देनेताओं के अधिकार पूर्णत: अप्रभावित रहेंगे। पुनर्गठित बैंक के सभी कर्मचारियों को कम से कम एक वर्ष तक पहले की तरह वेतन भत्ता मिलता रहेगा। अधिसूचना के अनुसार एस बैक से निकासी पर लगी रोक तीन कार्यदिवसों में हट दी जायेगी और बैंक के लिये नियुक्त प्रशासक सात दिनों में कार्यालय खाली कर देंगे। पुनर्गठन बैंक की अधिकृत पूंजी 6200 करोड़ रुपये होगी और इसके शेयर का मूल्य दो रुपये होगा। अधिकृत शेयर पूंजी 200 करोड़ रुपये बनी रहेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में कल हुयी मंत्रिमंडल की बैठक में पुनगर्ठन योजना को मंजूरी दी गयी थी।


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया था कि भारतीय स्टेट बैंक इसमें 49 प्रतिशत हिस्सेदारी लेगा और इसके निदेशक मंडल में दो सदस्य होंगे। और वह अपने निवेश में से 26 फीसदी हिस्सेदारी का तीन वर्ष तक विनिवेश नहीं कर सकेगा। यह लॉकिंग अवधि है। अन्य निवेशकों के लिए यह सीमा 75 फीसदी और तीन वर्ष है। उन्होंने कहा कि गत पांच मार्च को रिजर्व बैंक ने यस बैंक के निदेशक मंडल को भंग करते हुये इसको प्रतिबंधित कर दिया था और इसके लिए प्रशासक नियुक्त किया था।


छह मार्च को पुनगर्ठन योजना का प्रारूप जारी किया गया और उस पर मिली प्रतिक्रिया के बाद इस प्रारूप को अंतिम रूप दिया गया जिसे आज मंजूरी दी गयी। रिजर्व बैंक ने इस बैंक को प्रतिबंधित करने के साथ ही ग्राहकों के लिए निकासी की सीमा 50 हजार रुपये निर्धारित कर दिया था। यह प्रतिबंध 30 दिनों के लिये है लेेकिन अब सरकार ने पुनगर्ठन योजना के लिए अधिसूचना जारी होने के बाद तीन कार्यदिवस में इस रोक को हटाने की बात कही है।


नानपारा-मेलानी लाइन पर दौड़ेगी रेल

नानपारा-मैलानी रेल लाइन पर 23 मार्च से फिर से दौड़ेगी छोटी लाइन की रेलगाड़ी…


बहराइच। ट्रेनों का संचालन बन्द होने से मायूस जनता के लिए खुशखबरी भरी खबर है 23 मार्च से पुनः छोटी लाइन की रेलगाड़ियों का संचालन शुरू हो जायेगा। पूर्वोत्तर रेलवे महाप्रबनधक ललित चन्द्र त्रिवेदी ने अपने अधीनस्थों को निर्देश दिया है कि इसके लिये समय सारिणी जारी किया जाय।


आपको बता दें कि रेलवे बोर्ड ने 16 फरवरी को मैलानी-नानपारा के बीच चल रही मीटरगेज की ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया था। रेलवे बोर्ड ने कोर्ट के आदेश पर ट्रेनों का संचालन बंद करने की बात कही थी। ट्रेनों के बंद होने पर जागरूक लोगों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर रेल बोर्ड के निर्णय को चुनौती दी थी।


याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने मैलानी-नानपारा की मीटरगेज ट्रेनों के संचालन बंद करने पर जवाब मांगा था। कोर्ट ने कहा है कि किस आदेश से ट्रेनों का संचालन रोका गया। सुनवाई के समय याची की ओर से कहा गया कि रेलवे विभाग जब तक नए ट्रेक का अपग्रेडेशन न कर दे तब तक मीटरगेज का संचालन जारी रखा जाए। कोर्ट के कड़े रुख से पलिया, भीरा, बेलरायां,तिकुनियां, मझरा, बिछिया, मिहीपुरवा नानपारा समेत कई स्टेशन के आसपास के रहने वाली लगभग 50 लाख से भी ज्यादा आबादी को सस्ते सफ़र का लाभ मिलेगा।


ओलावृष्टि से आहत सांसद का पीएम को पत्र

हरदोई। बेमौसम आंधी बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुक़सान का आकलन उच्च स्तरीय टीम से कराकर प्रभावितों को सहायता उपलब्ध कराने के लिए मिश्रिख सांसद अशोक रावत ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है। मिश्रिख संसदीय क्षेत्र से सांसद अशोक रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम लिखे पत्र में कहा है कि मार्च महीने में दूसरी बार आंधी बारिश और भारी ओलावृष्टि हुई है। इस प्राकृतिक आपदा से संसदीय क्षेत्र के किसानों को किसानों को फसलों और पशुधन की भारी क्षति हुई है। ईंट भट्ठों की कच्ची ईंटें बर्बाद हो गईं हैं। किसान तैयार फसलों को घर लाने की तैयारी कर रहा था। मगर ओलावृष्टि और बारिश से फसलें तबाह हो गईं। सांसद ने प्रधानमंत्री से अपने संसदीय क्षेत्र में उच्चस्तरीय टीम भेजकर नुक़सान का आकलन कराकर केंद्र और राज्य सरकार की ओर से प्रभावितों को आर्थिक सहायता दिलाये जाने की मांग की है।


अल्पसंख्यक विभाग के सह-प्रभारी नियुक्त

हंजला उस्मानी को राष्ट्रीय जिम्मेदारी देकर जिले का बढ़ाया है सम्मान----तलत


हंजला उस्मानी को राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनाए जाने पर बैठक कर कांग्रेस ने बाटी मिठाई


कौशाम्बी। जिला अल्पसंख्यक विभाग के पदाधिकारियों ने शनिवार को जिला अल्पसंख्यक अध्यक्ष तमजीद अहमद के भरवारी कस्बा स्थित आवास पर एक बैठक कर हंजला उस्मानी को अल्पसंखयक विभाग का राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनाये जाने पर हर्ष प्रकट किया और लोगों को मिठाई बाँट कर इसका इस्तेकबाल किया गया। बता दे कि हंजला उस्मानी चायल तहसील के सैय्यद सरावा के रहने वाले है और कांग्रेस के प्रति इनकी गहरी आस्था है।


 इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष तलत अज़ीम ने कहा की हंजला उस्मानी को कांग्रेस नेतृत्व ने राष्ट्रीय स्तर की जिम्मेदारी देकर जिले का सम्मान बढ़ाया है। तलत अजीम ने कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व के इस निर्णय से जिले के युवाओं के अंदर ऊर्जा का संचार होगा। जिलाध्यक्ष तमजीद अहमद ने अल्पसंख्यक विभाग कौशाम्बी की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अल्पसंख्यक चेयरमैन नदीम जावेद का आभार प्रकट किया है।
इस मौके पर जिला प्रभारी मिस्बहुल ऐन, शाहिद सिद्दीकी, मक़सूद कुरैशी, हेमंत, तसलीम, गुफरान, अल्तमश सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।


 ज़ैगम अब्बास


माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक का इस्तीफा

नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और प्रौद्योगिकी सलाहकार बिल गेट्स ने कंपनी के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया है। माइक्रोसॉफ्ट ने उनके इस्तीफे की वजह समाजिक कार्यों के लिए अधिक समय देना बताया है। हालांकि वह कंपनी में सीईओ सत्या नडेला और अन्य अधिकारी के प्रौद्योगिकी सलाहकार के रूप में काम करना जारी रखेंगे। उनके इस्तीफे पर कंपनी के सीईओ सत्या नडेला ने कहा कि गेट्स के साथ काम करना बहुत ही सम्मान और सौभाग्य की बात है। मैनें उनके साथ वर्षों तक काम किया है और सीखा है। गेट्स ने इस कंपनी की स्थापना समाज की चुनौतियों को हल करने के लिए किया है। बता दें कि बिल गेट्स ने 1975 में पॉल एलन के साथ माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की स्थापना की। सन् 2000 तक वह कंपनी के सीईओ के पद पर रहे।


6 नए रूटों पर चलेगी 'बुलेट ट्रेन'

नई दिल्ली। पूरे देश में रेलवे की 6 बुलेट ट्रेन चलाने की योजना है। इसके लिए मुंबई और अहमदाबाद के बीच बन रहे हाईस्पीड कॉरिडोर की तर्ज कुल छह कॉरिडोर के लिए मार्गों को चिह्नित किया गया है।


इसके लिए काम जोर-शोर से शुरू कर दिया गया है. जापान सरकार के सहयोग से पहले बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर पर काम चल रहा है जिसमें टेक्निकल और फाइनेंशियल मदद जापान कर रहा है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि जल्द ही भारतीय रेलवे दुनिया की पहली ऐसी रेलवे होगी जो पूरी तरह से इलेक्ट्रीफाइड होगी। इसके लिए मोदी सरकार ने एक बड़ा प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसके साथ ही रेल मंत्री ने कहा कि 44 और वंदे भारत देशभर में चलेंगी।


सभी रेलवे स्टेशनों पर महिला पुरुष के लिए अलग से शौचालय
रेल मंत्री ने लोकसभा में बताया, “सभी रेलवे स्टेशनों पर महिला पुरुष के लिए अलग से शौचालय बना दिए गए हैं और जल्द ही दिव्यांगों के लिए भी अलग से शौचालय बनाए जा रहे हैं। सभी स्टेशनों पर एक्स लेटर और लिफ्ट लगाई जा रही हैं। इसके साथ ही 5628 रेलवे स्टेशनों पर रेलवे ने वाईफाई की सुविधा दी हुई है।”


पहले प्रोजेक्ट की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने अहमदाबाद में रखी थी जिस पर तेजी से काम हो रहा है। इसके साथ ही सरकार अब और आगे बढ़ने की तैयारी में यही वजह है अब देश में 6 नए रूट पर बुलेट ट्रेनों की शुरुआत होगी। चरण में मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर काम हो रहा है जिसको 2023 तक पूरा किया जाना है। रेल मंत्रालय ने इन सभी छह रूट की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करनी शुरू कर दी है।


नए 6 रूट हैं:
दिल्ली से बनारस
दिल्ली से अहमदाबाद
मुंबई से नागपुर
मुंबई से हैदराबाद
चेन्नई मैसूर
दिल्ली से अमृतसर


रेल मंत्रालय के मुताबिक अभी इन सभी छह कॉरिडोर का अलाइनमेंट फाइनल किया जाना है जबकि सभी छह कॉरिडोर का डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर काम तेजी से चल रहा है। बुलेट ट्रेन की भारी-भरकम लागत को देखते हुए इसका विरोध भी शुरू से होता रहा है लेकिन सरकार इस मामले में दृढ़ संकल्प दिख रही है।


सरकार की तरफ से पहले भी कहा गया है कि दुनिया से कदमताल में लाने के लिए और भारत की जनता को दुनिया के सबसे आधुनिक और तीव्रतम ट्रांसपोर्ट के साधन उपलब्ध कराने के लिए बुलेट ट्रेन पर काम होना जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली मुंबई हाई स्पीड कॉरिडोर की शुरुआत की गई थी और अब बाकी के 6 पर भी सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है। हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है देश के जिन छह नए रूट पर काम शुरू हुआ है, उनमें वित्तीय मदद कौन देगा।


खौफः आरएसएस की वार्षिक सभा रद्द

कोरोना वायरस का असर, आरएसएस ने आखिरी वक्त में रद्द की वार्षिक सभा…


नागपुर। कोरोना वायरस का असर भारत पर भी देखने को मिल रहा है। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लोगों को समूह में इकट्ठा न होने के लिए भी सलाह दी जा रही है। इस बीच कोरोना के इफेक्ट को देखते हुए कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को भी रद्द किया जा रहा है। इस क्रम में आरएसएस ने बेंगलुरु में होनी वाली वार्षिक प्रतिनिधि सभा को फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया गया है।


करोना वायरस के कारण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की बेंगलुरु में होनी वार्षिक प्रतिनिधि सभा को टाल दिया गया है। ये बैठक 15 मार्च से 17 मार्च के बीच होनी थी। आरएसएस प्रतिनिधि सभा में करीब 1450 प्रतिनिधि हिस्सा लेने वाले थे। इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत, भैया जी जोशी, कृष्ण गोपाल समेत अन्य 5 सह सरकार्यवाह भी इस बैठक में मौजूद रहने थे।


एक्सीडेंट में एक परिवार के 11 की मौत

जोधपुर। ट्रक और बोलेरो में टक्कर हो गई। इस हादसे में एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत हो गई है। मरने वाले में दूल्हा और दुल्हन भी शामिल हैं। घटना राजस्थान के जोधपुर के शेरगढ़ की है।
भगवान के दर्शन करने जा रहे थे सभी
हादसे के बारे में बताया जा रहा है कि यह परिवार नवविवाहित जोड़े को बालोतरा से रामदेवरा दर्शन के लिए ले जा रहा था। दोनों की शादी 27 फरवरी को ही हुई थी। परिवार के लोग दोनों के साथ मंदिर में भगवान का दर्शन करने जा रहे थे इस दौरान ही यह हादसा हुआ।
3 घायलों को हॉस्पिटल में कराया गया भर्ती
हादसे में घायल 3 लोगों को जोधपुर के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। मरने वालों में 4 पुरुष, 6 महिलाएं और 1 बच्चा शामिल है। सभी 11 लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। हादसा इतना जोरदार था कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। किसी तरह से बोलेरो से पुलिस ने शव निकाला।


पटना 'स्मार्ट सिटी' की खुली पोल, 33 रैंक

 मनीष कुमार


पटना। शहरी विकास मंत्रालय ने स्मार्ट सिटी को लेकर वार्षिक रिपोर्ट जारी कर दिया है। इसमें एक बार फिर पटना फिसड्डी साबित हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार पटना स्मार्ट सिटी को 100 शहरों में 33वां रैंक मिला है। स्मार्ट सिटी को लेकर पटना में कितना काम किया जा रहा है। उसकी पोल इस रिपोर्ट से खुल गई है।
हर साल गिरता जा रहा रैकिंग
2018 में पटना को 22वां रैंक मिला था. 2019 में 2019 था. हर बार रैंकिंग में गिरता जा रहा है। पटना स्मार्ट सिटी को कुल 42.89 स्कोर मिला है। टॉप सिटी में आगरा है. जिसे 73.17 स्कोर मिला है।
बिहार के बाकी शहरों का बुरा हाल
पटना के अलावे बाकी शहरों की भी बुरी स्थिति हैं। भागलपुर को 71वां, बिहारशरीफ को 73वां और मुजफ्फरपुर को 96वां रैंक मिला है। मुजफ्फरपुर में एरिया बेस्ड 1268 करोड़ और पैन सिटी डेवलपमेंट के लिए 312 करोड़ के प्रोजेक्ट तो मिल गए, लेकिन अबतक 197.52 करोड़ की योजना का न तो टेंडर हो सका है और किसी नहीं एक पर काम शुरू नहीं हो सका है। वही, पटना स्मार्ट सिटी के 11 में से 5 प्रोजेक्ट में गड़बड़ी की शिकायतें मिली थी जिनकी अभी जांच चल रही है।


ट्रंप भी कराएंगे वायरस की जांच

वाशिंगटन डीसी। ट्रप ने अपने फ्लोरिडा रिसॉर्ट मार-ए-लागो में ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो और उनके संचार प्रमुख फैबिओ वाजेनगार्टन से मुलाकात की थी। वाजेनगार्टन के टेस्ट पॉजिटिव पाए गए, जबकि बोलसोनारो को टेस्ट निगेटिव आए।


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वे नोवेल कोरोना वायरस की जांच करा सकते हैं। हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा कि उनमें कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं मिले हैं। ट्रंप ने शुक्रवार को कहा, मैं ऐसा नहीं कह रहा कि टेस्ट नहीं कराउंगा, बल्कि ऐसा कराए जाने की संभावना ज्यादा है।


बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उप-राष्ट्रपति माइक पेंस से कुछ दिनों पहले मिले एक ब्राजील के अधिकारी के कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ब्राजील की सरकार ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के प्रेस सचिव फैबिओ वाजेनगार्टन कोरोनावायरस से संक्रमित हैं। सप्ताहांत में अमेरिका के दौरे में राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के साथ वाजेगार्टन भी मौजूद थे, जहां उन्होंने ट्रंप, पेंस और अन्य व्हाइट हाउस के अधिकारियों से मुलाकात की थी।


डोनाल्ड ट्रंप की यह टिप्पणी व्हाइट हाउस रोज गार्डन में एक संवाददाता सम्मेलन में बार-बार पूछे जाने के बाद आई कि उन्होंने कोविड-19 का टेस्ट नहीं कराया क्योंकि उन्होंने पिछले सप्ताहांत ब्राजील के एक अधिकारी से मुलाकात की थी जो बाद में टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए थे। ट्रंप ने अपने फ्लोरिडा रिसॉर्ट मार-ए-लागो में ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो और उनके संचार प्रमुख फैबिओ वाजेनगार्टन से मुलाकात की थी। वाजेनगार्टन के टेस्ट पॉजिटिव पाए गए, जबकि बोलसोनारो को टेस्ट निगेटिव आए।


संवाददाता सम्मेलन में उठाए गए सवाल पर ट्रंप ने कहा, इसका (टेस्ट नहीं कराने का) कोई कारण नहीं है लेकिन मैं टेस्ट कराउंगा। हालांकि व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया था कि राष्ट्रपति को कोविड-19 का टेस्ट कराने की फिलहाल कोई जरूरत नहीं है। ट्रंप ने कहा कि टेस्ट कराने को लेकर विचार चल रहा है और जल्द ही इसका शेड्यूल जारी किया जाएगा। ट्रंप ने यह भी कहा कि उनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं। कुछ दिन पहले ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ एहतियातन अपना चेहरा हफ्तों से नहीं छुआ है और ऐसा करना वह मिस कर रहे हैं। समाचार एजेंसी एफे न्यूज ने व्हाइट हाउस में हुई एक बैठक के दौरान ट्रंप के हवाले से कहा, “मैंने हफ्तों से, हफ्तों से अपना चेहरा नहीं छुआ है! मैं ऐसा करना मिस कर रहा हूं।


मध्यप्रदेश में सियासत या साजिश ?

एम.एच.जकरीया 


मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को बड़ा झटका लगा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया । ऐसी क्या मज़बूरी थी की ज्योतिआदित्य सिंधिया की राजनीतिक शुरुवात कांग्रेस से शुरू हुई और पिता माधव राव सिंधिया के आकस्मिक दुर्घटना में निधन होने के बाद अपने पिता के स्थान पर ग्वालियर और गुना से अपनी राजनीति के सफर की शुरुवात की ज्योतिरादित्य बीते 18 सालों से कांग्रेस के साथ रहे हैं. उनके पिता माधवराव सिंधिया भी पार्टी के आला नेताओं में शुमार किए जाते थे. 30 सितंबर 2001 को ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया की उत्तर प्रदेश में एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई. वे मध्य प्रदेश की गुना सीट से सांसद थे.


2001 में पिता माधवराव के निधन के तीन महीने बाद ज्योतिरादित्य कांग्रेस में शामिल हो गए और इसके अगले साल उन्होंने गुना से चुनाव लड़ा जहाँ की सीट उनके पिता के निधन से ख़ाली हो गई थी. वो भारी बहुमत से जीते. 2002 की जीत के बाद वो 2004, 2009 और 2014 में भी सांसद निर्वाचित हुए. मगर 2019 के चुनाव में वे अपने ही एक पूर्व निजी सचिव केपीएस यादव से हार गए. केपीएस यादव ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था.


ज्योतिरादित्य केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकारों (2004-2014) में मंत्री रहे. 2007 में उन्हें संचार और सूचना तकनीक मामलों का मंत्री बनाया गया, 2009 में वे वाणिज्य व उद्योग मामलों के राज्य मंत्री बने और 2014 में वे ऊर्जा मंत्री बने.


कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ ज्योतिरादित्य की नज़दीकी कई मौक़ों पर साफ़ दिखाई दी. 2014  के चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद भी दोनों नेता कई बार साथ दिखे थे. लेकिन मध्य प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ उनके रिश्ते उतने मधुर नहीं रहे. वो पहले भी राज्य में सरकार के कामकाज से नाराज़गी जता चुके थे लेकिन ये कोई इतना बड़ा मसला नहीं था यूँ तो कांग्रेस के कई दिग्गज बड़े नेता चुनाव हार चुके है जिसमे पी चिदंबरम भी है जिन्हे कई तरह की जांच और जेल जाना पड़ा था लेकिन उन्होंने समझौता नहीं किया क्या  ज्योतिरादित्य भी किसी दबाव में थे ?


क्योकि इतना बड़ा फैसला नासमझी भरा तो नहीं कहा जा सकता है जो वर्षो पुरानी अपनी स्वतः की राजनीति को छेड़ने का प्रयास करे क्योकि वे बेहतर जानते है की उन्हें और उनके सहयोगियों को भारतीय जनता पार्टी में ज़ीरो से शुरुवात करनी होगी क्योकि मध्यप्रदेश की राजनीति में पहले से ही कई बड़े राजनीतिक दिग्गज मौजूद है क्या उन्हें कांग्रेस जैसा सम्मान मिल पायेगा क्या वैसा स्थान भारतीय जनता पार्टी म ज्योतिआदित्य सिंधिया बना सकेंगे ?


क्योकि कांग्रेस को उनके पिता माधवराव सिंधिया ने भी छोड़कर देखा था परिणाम क्या हुआ सबने देखा था ।  तो क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया किसी साजिश का शिकार हो गए है या किसी बड़े दबाव के चलते उन्हें कांग्रेस छोड़ने को मज़बूर होना पड़ा है क्योकि सामने राज्यसभा के चुनाव है और वर्तमान केंद्र सरकार हर तरह से राज्यों में अपना वर्चस्व स्थापित करना चाहती है और उसके लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही है गोवा, कर्नाटक, असम, कई उदाहरण सामने देखे जा सकते है और जानकारी के अनुसार और भी कांग्रेस शासित राज्यों को प्रभावित करने की इनकी योजना है जिससे सावधान रहने की आवश्यकता है ।


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मार्च 15, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-216 (साल-01)
2. रविवार, मार्च 15, 2020
3. शक-1942,चैैत्र - कृष्ण पक्ष, तिथि-षष्ठी, संवत 2077


4. सूर्योदय प्रातः 06:30,सूर्यास्त 06:32
5. न्‍यूनतम तापमान 11+ डी.सै.,अधिकतम-20+ डी.सै., भारी बारिश की संभावना रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

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