गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

2 योनि, दो गर्भाशय, दो गर्भाशय ग्रीवा

मिशीगन। अमेरिका के मिशिगन में रहने वाली 27 वर्षीय बिथैनी मैक्मिलन के शरीर में इस दुर्लभ विकास को देखकर खुद डॉक्टर भी हैरान थे। मेडिकल की भाषा में इसे यूट्रेस डिडेलफिस कहते हैं। यानी किसी भी महिला के शरीर में दो योनियां, दो गर्भाशय और दो गर्भाशय ग्रीवा हो।


बिथैनी ने बताया कि 2018 में उसकी पहला बच्चा मिसकैरेज हो गया था. वह तब और दुखी हो गई जब उसे पता चला कि उसकी इस हालत की वजह से उसके गर्भ में कोई भी बच्चा 6 महीने से ज्यादा विकसित नहीं हो पाएगा। दूसरे बच्चे के गर्भपात का भी डर रहेगा। मिशिगन के प्राइमरी स्कूल में पढ़ाने वाली बिथैनी ने बताया कि एक दिन में रूटीन चेकअप के लिए अपने गाइनेकोलॉजिस्ट के पास गई तो वो चौंक गईं। उन्होंने मेरे शरीर के कुछ हिस्सों को दो-दो देखा। मैं खुद भी बेहद परेशान थी। क्या मैं बचपन से ही दो योनियों, दो भ्रूण, दो गर्भाशय और 2 गर्भाशय ग्रीवा के साथ पैदा हुई हूं। एक साल बाद पता चला कि मैं फिर से गर्भवती हूं। सभी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद मैंने एक प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया। इस बच्ची का नाम है माईव. अब यह बच्ची 5 महीने की है।


बिथैनी ने बताया कि मैं पूरे गर्भवस्था के दौरान डरी हुई थी कि पता नहीं मेरे इलाके में कोई ऐसा डॉक्टर है जो मेरे दो-दो अंगों के साथ मुझे डिलीवरी करा सके। मुझे यहां के डॉक्टरों पर तब भरोसा हुआ जब मैंने 9 हफ्ते के बाद अपनी बच्ची का हार्टबीट सुना। अब बीथैनी लोगों को अपनी कहानियां सुनाकर अपने दो-दो अंगों को लेकर जागरूक कर रही हैं। साथ ही लोगों को ये भी बता रही हैं कि इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है। सामान्य तरीके से जीवन जिया जा सकता है। 
Uterus Didelphys की स्थिति कई बार सामने आ जाती है। लेकिन इससे महिलाओं को घबराने की जरूरत नहीं है। इसका इलाज बेहद सामान्य है। इस विशेष परिस्थिति के साथ भी महिलाएं मां बन सकती हैं और अपना सामान्य जीवन जी सकती हैं।


की निर्माता इंजीनियर टेस्लर का निधन

वाशिंगटन। इस दुनिया में जिसने भी कंप्यूटर या स्मार्टफोन यूज किया है उन्होंने कंट्रोल सी (Ctrl+C) और कंट्रोल वी (Ctrl+V) का प्रयोग किया होगा। कंप्यूटर यूज करने के दौरान इन दोनों Key का काफी बार इस्तेमाल होता है। इन दोनों Key का आविष्कार करने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर लॉरी टेस्लर (Larry Tesler) का 74 साल की उम्र में निधन हो गया है।
लॉरी टेस्लर ने 1960 में अमेरिका के सिलिकॉन वैली में कंप्यूटर इंजीनियर के तौर पर काम करना शुरू किया था। उन्होंने अपने काम को सरल बनाने के लिए कंप्यूटर में Ctrl+C और Ctrl+V कमांड का ईजाद किया था।


लॉरी टेस्लर ने करियर के शुरुआती दिनों में काफी वक्त जेरॉक्स (Xerox) कंपनी में बिताया था। जेरॉक्स में रहते हुए लॉरी ने Ctrl+C और Ctrl+V कमांड की खोज की थी। लॉरी के निधन पर जेरॉक्स ने ट्वीट कर उनके खोज की सराहना करते हुए दुख जताया है।


लॉरी टेस्लर का जन्म 1945 में न्यूयॉर्क शहर में हुआ था। उन्होंने कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की थी। ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद लॉरी ने कंप्यूटर यूज को सरल बनाने वाले सिस्टम इंटरफेस डिजाइन में विशेषज्ञता हासिल की थी।


अपने लंबे करियर में लॉरी ने कई टेक फर्म के लिए काम किया। उन्होंने जेरॉक्स पालो अल्टो रिसर्च सेंटर (Parc) में अच्छा खास वक्त बिताने के बाद स्टीव जॉब्स के बुलावा पर Apple ज्वाइन कर लिया था, जहां उन्होंने मुख्य रिसर्चर के तौर पर 17 साल बिताए। Apple छोड़ने के बाद लॉरी ने शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े और कुछ दिन ऐमजॉन और याहू के लिए काम किया।


Ctrl+C और Ctrl+V क्या है?
जब हमें कंप्यूटर या स्मार्टफोन में कोई जानकारी कॉपी करना होता है तो हम उसे सलेक्ट करने के बाद Ctrl के साथ C का कमांड क्लिक करते हैं। इसके बाद इसी जानकारी को कहीं और प्लेस करने के लिए Ctrl के साथ V का कमांड क्लिक किया जाता है। कंप्यूटर या स्मार्टफोन पर कार्य के दौरान इन दोनों कमांड का अक्सर इस्तेमाल होता है।


मार्च में फंदे पर लटकेगें निर्भया के दोषी

नई दिल्ली। निर्भया के चारों गुनहगारों का डेथ वॉरंट जारी हो चुका है। चारों दोषियों को तीन मार्च को फंदे पर लटका दिया जाएगा। चारों दोषियों में से तीन ने फांसी टालने के लिए सारे कानूनी दांव-पेच आजमा लिए हैं। केवल पवन के पास क्यूरेटिव पिटीशन दायर करने का विकल्प है। ऐसे में तय माना जा रहा है कि तीन मार्च को सुबह छह बजे चारों दरिंदों को फांसी पर लटका दिया जाएगा। अगर ये चारों फांसी को कुछ दिन टालना चाहते हैं तो इनके पास कानूनी दांव-पेच के अलावा भी विकल्प है।


खुद को चोटिल करके फांसी टाल सकते हैं दोषी
फांसी के फंदे पर लटकाए जाने से पहले किसी भी दोषी का अच्छे से मेडिकल चेकअप किया जाता है। इस बात का ख्याल रखा जाता है कि फंदे पर लटकने से पहले दोषी पूरी तरह से स्वस्थ्य हो। यहां तक की फांसी के तख्त पर ले जाने से तुरंत पहले दोषी का ब्लड प्रेशर, शरीर का तापमान आदि की जांच की जाती है।


अगर दोषी खुद को चोटिल कर लेते हैं तो उसके स्वस्थ्य होने तक फांसी टल सकती है। साथ वजन कम होने की स्थिति में भी फांसी टल सकती है। निर्भया के दोषी अच्छे से जानते हैं कि अगर वे खुद को चोटिल कर लेते हैं तो उनकी फांसी कुछ दिनों के लिए टल जाएगी। इसी बात को ध्यान में रखकर दोषी विनय जेल के ग्रिल्स में अपना हाथ फंसाकर फ्रैक्चर करने की भी कोशिश कर चुका है।


उसके वकील एपी सिंह ने कहा कि यह घटना 16 फरवरी को हुई थी और विनय की मां ने उन्हें अगले दिन इसकी जानकारी दी थी। 17 फरवरी को विनय ने अपनी मां को पहचानने से भी इनकार कर दिया था। सिंह ने कहा कि विनय की मानसिक अवस्था ठीक नहीं है और नया डेथ वॉरंट जारी होने के बाद से उसकी दिमागी हालत बिगड़ गई है।


दीवार पर सिर पटक चुका है विनय
इसके अलावा विनय जेल की दीवार से अपना सिर भी पटक चुका है। हालांकि समय रहते सुरक्षाकर्मियों ने उसे गंभीर रूप से घायल होने से बचा लिया। घटना के बाद चारों दोषियों की सुरक्षा पहले से ज्यादा बढ़ा दी गई है। विनय पहले भी जेल में खुदकुशी की कोशिश कर चुका है।


जेल के जानकार बताते हैं कि फांसी की सजा मुकर्रर होने के बाद दोषियों को कड़ी निगरानी में रखा जाता है। कई बार दोषियों पर नजर रखने के लिए चौबिसों घंटेसुरक्षाकर्मी को तैनात कर दिया जाता है। बैरक में की जाने वाली उसकी सारी हरकतों पर नजर रखी जाती है। हालांकि खुद को चोटिल करके कोई भी दोषी अपनी फांसी को टाल तो सकता है, लेकिन उसे खत्म नहीं कर सकता है।


फांसी से बचने के लिए किसके पास क्या विकल्प
चारों दोषियों में से तीन से फांसी से बचने या उसे टालने के सारे विकल्प आजमा लिए हैं। तीनों दोषियों अक्षय ठाकुर, विनय शर्मा और मुकेश सिंह की पुनर्विचार याचिका, क्यूरेटिव पिटिशन और दया याचिका खारिज हो चुकी है। केवल पवन ही एक ऐसा दोषी है जिसके पास फांसी टालने के लिए क्यूरेटिव पिटिशन और दया याचिका दाखिल करने का विकल्प है।


विदुर को 40 हजार में बेच दी नाबालिक

बिलासपुर। परिजनों से नाराज होकर घर से भागी एक नाबालिग लड़की को 50 हजार रूपये में बेचकर एक विधूर से शादी कराने का प्रयास करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में बिलासपुर की रक्षा टीम ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें महिलाएं भी शामिल है। 
बिलासपुर पुलिस ने आज इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस की रक्षा टीम को जिले के मंगला बस्ती धुरी पारा का एक परिवार द्वारा एक नाबालिग बच्ची को संदेहास्पद तरीके से 18-20 दिन से अपने घर में रखे होने की जानकारी मिली। रक्षा टीम जब उक्त घर पहुंचकर वहां रहने वाले शशि चतुर्वेदी पिता राजाराम चतुर्वेदी जो पेशे से ऑटो चालक से नाबालिग के बारे में पूछताछ की गई तो उसने लड़की को अपनी बहन बताते हुए टीम को गुमराह करने का प्रयास करने लगा। रक्षा टीम ने संदेह के आधार पर इस मामले की जानकारी तत्काल नोडल अधिकारी निमिषा पांडेय एवं उप पुलिस अधीक्षक आईयूसीएडब्ल्यू बिलासपुर को दी।


जिसके बाद पुलिस ने नाबालिग को आरोपियों के चंगुल से निकालकर बिलासपुर लेकर पहुंची। यहां जब नाबालिग से बातचीत की गई तो उसने पुलिस को जो जानकारी दी उसे सुनने के बाद सभी के होश उड़ गए। पुलिस के अनुसार नाबालिग लड़की कवर्धा जिले के दामापुर की रहने वाली है और 30 जनवरी को माता-पिता से किसी मामूली बात पर विवाद होने के बाद वो घर से भाग कर बिलासपुर आ गई थी। यहां मंगला चौक पर खड़े रहने के दौरान आरोपी आटो चालक उसे बहला-फुसलाकर काम का झांसा देकर अपने घर लेकर आया और यहां 50 हजार रुपए में सौदा कर कथित तौर पर उसकी शादी मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिला के ग्राम बिरमढाना निवासी देव उर्फ देशराज जाटव पिता लाखन सिंह से करवा रहे थे। पुलिस ने इस मामले में शशि चतुर्वेदी पिता राजा राम चतुर्वेदी, देव उर्फ देशराज जाटव निवासी ग्वालियर, राजा राम चतुर्वेदी निवासी मंगला, फुलवती पति मुन्ना राज निवासी जिला ग्वालियर, चंपा बाई सिवारे निवासी छतौना-चकरभाठा, रोला पति करणा राम बंजारे निवासी तेंदूवा थाना कोटा और शालिनी चतुर्वेदी पति शशि चतुर्वेदी निवासी मंगला धुरी पारा को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है। नाबालिग के मिलने की सूचना उसके परिजनों को भेज दी गई है।


दर्दनाकः बस-ट्रक की भिड़ंत में 19 की मौत

चेन्नई। तमिलनाडु में तिरुपुर जिले के अविनाशी शहर में दर्दनाक सड़क हादसा में 19 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है 20 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। मरने वालों में 14 पुरुष और 5 महिला हैं। यहा हादसा केरल राज्य परिवहन की बस और ट्रक के टक्कर होने के कारण हुआ है।


बस कर्नाटक के बेंगलुरु से केरल के एर्नाकुलम जा रही थी। ट्रक कोयम्बटूर-सलेम हाईवे पर विपरीत दिशा से आ रही थी। सुबह 4.30 बजे यह हादसा हुआ। बस में 48 लोग सवार थे। अविनाशी टाउन के उप तहसीलदार ने बताया कि अविनाशी शहर के पास बस और ट्रक की टक्कर में 14 लोगों और 5 महिलाओं सहित 19 लोगों की मौत हो गई। शवों को तिरुपुर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया है।बचावकर्मी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि सीएम पिनाराई विजयन ने पलक्कड़ के जिला कलेक्टर को दुर्घटना के पीड़ितों को जल्द से जल्द चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का निर्देश दिया है। मृतकों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है।तमिलनाडु सरकार और तिरुपुर के जिला कलेक्टर के सहयोग से सभी संभव राहत उपाय किए जाएंगे।केरल के मुख्यमंत्री ने अपने दो मंत्रियों परिवहन मंत्री ए के ससीन्द्रन और कृषि मंत्री वीएस सुनीलकुमार को निर्देश दिया कि वे राहत कार्यों में समन्वय के लिए पड़ोसी राज्य में जाएं। दोनों मंत्री सभी सहायता प्रदान करने और आगे की कार्यवाही में समन्वय के लिए तमिलनाडु के तिरुपुर पहुंचेंगे।


केरल के परिवहन मंत्री ए के ससीन्द्रन ने कहा कि केरल राज्य सड़क परिवहन निगम के वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।


सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


फरवरी 21, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-194 (साल-01)
2. शुक्रवार, फरवरी 21, 2020
3. शक-1941,फाल्गुन - कृष्ण पक्ष, तिथि- त्रयोदशी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:56,सूर्यास्त 06:06
5. न्‍यूनतम तापमान 14+ डी.सै.,अधिकतम-26+ डी.सै., हल्की बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश

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