शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2020

जाने, लेमन टी के फायदे

आपमें से कई लोग ऐसे होंगे जो अपने दिन की शुरुआत चाय के साथ करते होंगे। चाय पीने से दरअसल हम एक्टिव फील करते हैं और चुस्त तंदुरुस्त भी बने रहते हैं। इसलिए हमारे आसपास आज कई तरह की चाय मौजूद है जिनमें से एक लेमन टी भी है। 
लेमन टी में साइट्रिक एसिड की मात्रा होने के कारण यह वजन घटाने में सहायक होने के साथ – साथ आपके स्वास्थ्य के लिए कई भी कई प्रकार से लाभदायक है। बदलते मौसम में लेमन टी पीना बेहद फायदेमंद हो सकता है। यहां जानें नींबू से बनी यह चाय आपके शरीर पर और कौन कौन से कमाल दिखा सकती हैज् 
वजन घटाने में है सहायक 
वैसे तो ज्यादातर लोग यही सोचते हैं कि नींबू पानी पीने से वजन घटता है लेकिन लेमन टी पीने से भी वजन को नियंत्रित करने में और उसे घटाने में मदद मिल सकती है। दरअसल नींबू में कैलोरी की बहुत कम मात्रा पाई जाती है। यही वजह है कि लेमन टी का उपयोग वजन घटाने में मदद करता है। 
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में करता है मदद 
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पीडि़त लोगों के लिए भी लेमन टी फायदेमंद है। लेमन टी पीने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या खत्म हो जाती है। इसमें पोटेशियम की मात्रा पाई जाती है। यह ब्लड प्रेशर को सामान्य रूप से बनाए रखने में मदद करता है। इसलिए ब्लड प्रेशर की समस्या से पीडि़त लोगों के लिए लेमन टी एक बढिय़ा विकल्प है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में है मददगार 
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी लेमन टी पीने के फायदे शामिल हैं। लेमन टी में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का गुण पाया जाता है। इस कारण अगर आप लेमन टी पीते हैं तो आप की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहेगी और आप कई प्रकार की बीमारियों से भी बचे रहेंगे। 
बढ़ती उम्र के प्रभाव के लिए है कारगर चाय 
लेमन टी पीने से आप स्लो एजिंग की समस्या से बचे रहते हैं। दरअसल इसमें एंटी ऑक्सीडेंट का गुण पाया जाता है जो स्लो एजिंग यानी कि बढ़ती उम्र की प्रक्रिया से होने वाले प्रभाव को कम कर देता है और आपकी त्वचा निखरी हुई लगती है। अपनी दिनचर्या में लेमन टी को शामिल करने के बाद आप खुद ब खुद इस फायदे को देख सकेंगे।
कैंसर के जोखिम को कम करने में करता है मदद 
लेमन टी पीने के फायदे में कैंसर के जोखिम को कम करना भी शामिल है। जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि लेमन टी में एंटीऑक्सीडेंट एक्टिविटी पाई जाती है। यह एक्टिविटी कैंसर के लिए जोखिम बनने वाली कोशिकाओं को पनपने से रोकता है। इसलिए आप लेमन टी को अपनी दिनचर्या में शामिल करके कैंसर के जोखिम से बचे रहेंगे।


एजीआर पर एससी ने अपनाया कड़ा रुख

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) बकाये का भुगतान करने के आदेश का अनुपालन न करने पर शुक्रवार को दूरसंचार कंपनियों को फटकार लगाई। कोर्ट ने टेलीकॉम कंपनियों को 17 मार्च तक बकाया जमा करने का आदेश भी दिया है। उच्चतम न्यायालय ने दूरसंचार विभाग के डेस्क अधिकारी के आदेश पर अफसोस जताया। आदेश में एजीआर मामले में दिए गए फैसले के अनुपालन पर रोक लगाई गई थी। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने दूरसंचार एवं अन्य कंपनियों के निदेशकों, प्रबंध निदेशकों से पूछा कि एजीआर बकाए के भुगतान के आदेश का अनुपालन नहीं किए जाने को लेकर उनके खिलाफ अवमानना कार्रवाई क्यों नहीं की जाए। इस संदर्भ में न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा ने कहा कि अगर एक डेस्क अधिकारी सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रोक लगाने की धृष्टता करता है, तो उच्चतम न्यायालय को बंद कर दीजिए। कोर्ट ने कहा कि, 'हमने एजीआर मामले में समीक्षा याचिका खारिज कर दी, इसके बावजूद पैसा जमा नहीं किया गया। न्यायालय ने कहा कि देश में जिस तरह से चीजें हो रही हैं, इससे हमारी अंतरआत्मा हिल गई है। उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने एजीआर बकाये को लेकर सुनवाई करते हुए दूरसंचार कंपनियों और कुछ अन्य कंपनियों को दूरसंचार विभाग को 1.47 लाख करोड़ रुपये का भुगतान करने का आदेश दिया था। इसके भुगतान की समयसीमा 23 जनवरी थी।


जानें क्या है एजीआर?


दूरसंचार कंपनियों को एजीआर का तीन फीसदी स्पेक्ट्रम फीस और आठ फीसदी लाइसेंस फीस के तौर पर सरकार को देना होता है। कंपनियां एजीआर की गणना दूरसंचार ट्रिब्यूनल के 2015 के फैसले के आधार पर करती थीं। ट्रिब्यूनल ने उस वक्त कहा था कि किराये, स्थायी संपत्ति की बिक्री से लाभ, डिविडेंड और ब्याज जैसे गैर प्रमुख स्रोतों से हासिल राजस्व को छोड़कर बाकी प्राप्तियां एजीआर में शामिल होंगी। जबकि दूरसंचार विभाग किराये, स्थायी संपत्ति की बिक्री से लाभ और कबाड़ की बिक्री से प्राप्त रकम को भी एजीआर में मानता है। इसी आधार पर वह कंपनियों से बकाया शुल्क की मांग कर रहा है।


पुलवामा हमले के शहीदों को किया नमन

नई दिल्ली। पुलवामा हमले की पहली बरसी पर पीएम मोदी ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने कहा कि भारत अपने बहादुर जवानों की शहादत को कभी नहीं भूलेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले में जान गंवाने वाले वे असाधारण व्यक्ति थे, जिन्होंने हमारे राष्ट्र की सेवा और रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। बता दें कि पिछले साल 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीआरपीएफ का काफिला गुजर रहा था। सामान्य दिन की तरह ही उस दिन भी सीआरपीएफ के वाहनों का काफिला अपनी धुन में जा रहा था। तभी एक कार ने सड़क की दूसरी तरफ से आकर इस काफिले के साथ चल रहे वाहन में टक्‍कर मार दी। इसके साथ ही एक जबरदस्‍त धमाका हुआ। यह आत्मघाती हमला इतना बड़ा था कि मौके पर ही सीआरपीएफ के करीब 42 जवान शहीद हो गए।


पुलवामा हमले से किसको हुआ फायदा

नई दिल्ली। पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 जवानों को देश भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहा है। इस आतंकी घटना की पहली बरसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नेताओं ने शहीदों को नमन किया है। वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस हमले को लेकर मोदी सरकार से तीन सवाल पूछा है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर पुलवामा हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 जवानों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने तीन सवाल किए, राहुल के इस ट्वीट पर भाजपा के कई नेताओं ने आपत्ति जताते हुए कांग्रेस पर जोरदार हमला भी किया है। भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा कि शर्म करो राहुल गांधी। पूछते हो पुलवामा हमले से किसका फायदा हुआ? अगर देश ने पूछ लिया कि इंदिरा राजीव की हत्या से किसका फायदा हुआ, फिर क्या बोलोगे? इतनी घटिया राजनीति मत करो शर्म करो। इस आतंकी घटना की पहली बरसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि पिछले साल पुलवामा में हुए भीषण हमले में जान गंवाने वाले बहादुर शहीदों को श्रद्धांजलि। वे असाधारण व्यक्ति थे जिन्होंने हमारे राष्ट्र की सेवा और रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।


बैंक धोखाधड़ी में एसबीआई, पीएनबी आगे

नई दिल्ली। वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाही नौ महीने में 18 सरकारी बैंकों से 1.17 लाख करोड़ रुपये की धोखाधड़ी सामने आई है। यह धोखाधड़ी 8,926 मामलों में की गई है। धोखाधड़ी का सबसे ज्यादा शिकार देश का सबसे बड़ा कर्जदाता बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया हुआ है। आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौर को सूचना के अधिकार के तहत रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से यह जानकारी मिली है। बताया कि दिसंबर 19 तक नौ महीने के दौरान 30,300 करोड़ के धोखाधड़ी के 4,769 मामले एसबीआई ने दर्ज कराए। सरकारी बैंकों में 1.17 लाख करोड़ की धोखाधड़ी के मामलों का यह 26 फीसदी है। पंजाब नेशनल बैंक को 294 मामलों में 14,928.62 करोड़ का चूना लगा। नुकसान में वह एसबीआई के बाद दूसरे नंबर पर रहा है।


वहीं दूसरी ओर बैंक ऑफ बड़ौदा में 250 मामलों में 11,166.19 करोड़ की धोखाधड़ी सामने आई। इलाहाबाद बैंक ने 860 मामले दर्ज कराए, जिसमें 6,781.57 करोड़ की धोखाधड़ी सामने आई। बैंक ऑफ इंडिया के 161 मामलों में 6,626.12 करोड़, यूनियन बैंक के 292 मामलों में 5,604.55 करोड़ का चूना लगा। ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स ने 282 मामले दर्ज कराए, जिससे 4,899.27 करोड़ की धोखाधड़ी हुई। केनरा बैंक, सिंडिकेट बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, यूको बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, आंध्र बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक और पंजाब व सिंध बैंक में 1,867 मामले सामने आए, जिसमें कुल 31,600.76 करोड़ की धोखाधड़ी सामने आई।


पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि

नई दिल्ली। पिछले साल आज के दिन यानी 14 फरवरी को दोपहर तीन बजे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आत्मघाती हमला किया था। इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। इस आतंकी घटना की पहली बरसी पर गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीआरपीएफ ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी है। अमित शाह ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि भारत हमेशा अपने बहादुरों और उनके परिवारों का आभारी रहेगा जिन्होंने मातृभूमि की संप्रभुता और अखंडता के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'मैं पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं। भारत हमेशा अपने बहादुरों और उनके परिवारों का आभारी रहेगा जिन्होंने मातृभूमि की संप्रभुता और अखंडता के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।'


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत उनके बलिदान को कभी नहीं भूल पाएगा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, '2019 में आज के दिन पुलवामा (जम्मू-कश्मीर) में हुए नृशंस हमले के दौरान अपने कर्तव्य पथ पर चलते हुए शहीद जवानों को श्रद्धांजलि। भारत उनके बलिदान को कभी भूल नहीं पाएगा। संपूर्ण राष्ट्र आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है और हम इस खतरे के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।' अपने वीर जवानों को याद करते हुए सीआरपीएफ ने कहा कि हम न भूले हैं और न ही माफ करेंगे। सीआरपीएफ ने ट्वीट करके कहा, 'तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोए नहीं। गर्व इतना था कि हम देर तक रोए नहीं। हम भूले नहीं हैं, हम माफ नहीं करेंगे। हम अपने भाइयों को सलाम करते हैं जिन्होंने पुलवामा में राष्ट्र की सेवा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। हम अपने बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ मजबूती से खड़े हैं।'


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


फरवरी 15, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-189 (साल-01)
2. शनिवार, फरवरी 15, 2020
3. शक-1941,फाल्गुन - कृष्ण पक्ष, तिथि- सप्तमी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 07:00,सूर्यास्त 06:06
5. न्‍यूनतम तापमान 14+ डी.सै.,अधिकतम-25+ डी.सै., हल्की बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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cont.:-935030275
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