गुरुवार, 6 फ़रवरी 2020

हुसैनाबाद ट्रस्ट को कुर्सियों का अनुदान

लखनऊ। भारतीय स्टेट बैंक की लखनऊ चौक शाखा ने हुसैनाबाद ट्रस्ट को कुर्सियों का किया अनुदान, इस मौके पर शाखा के मुख्य प्रबंधक उमेश कुमार आर्या ने बताया कि यहां आने वाले पर्यटकों की सुविधा हेतु उनके बैठने की व्यवस्था के लिए कुर्सियों का अनुदान किया गया है। जिसमे मुख्य रूप से उमेश कुमार आर्या के साथ भारतीय स्टेट बैंक के छेत्र पंचम के क्षेत्रीय प्रबंधक मनीष उप्पल एवं मुख्य प्रबंधक मोहित श्रीवास्तव भी उपस्थित रहें, शाखा के प्रबंधक उमेश कुमार आर्या इससे पहले भी ऐसे कई सामाजिक कार्य करते आए उनका कहना है। कि समाज में रहते हुए सामाजिक कार्य करना हर मानव की बड़ी ज़िम्मेदारी है। क्योंकि इंसानी ज़िन्दगी और समाज की सेवा और लोगो के काम आना ये इंसानी धर्म है, उमेश कुमार आर्या के इस सामाजिक कार्यों को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता इससे पहले भी वो सामाजिक कार्यों में वर्षा से हिस्सा लेते रहे हैं। और गरीबों की मदद के लिए हमेशा आगे रहते हैं, यही वजह है। कि उनकी शाखा में हर खाताधारी को हर सुविधा दी जाती है। साथ ही उनकी हर समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाता है, समय समय पर अनेको बार पर्यटकों की सविधा के लिए शाखा प्रबंधकों ने ऐसे कार्य किये और शाखा ने अनुदान किये।


पतित-पावन 'उपन्यास'

पतित-पावन     'उपन्यास' 
गतांक से...
 कल्पना ने उत्सुकता से कहा- वहां तो बहुत सारे आचार्य होंगे, तुम्हें डर नहीं लगेगा।
जया ने कहा- वहां केवल अध्यापिका ही पढ़ाती है, रही बात उनके स्वभाव की, वह तो वही जाकर पता लग पाएगा। रही बात दिल लगने की, तुम्हारी याद जो साथ रहेगी। अतीत में जाकर तुम्हारी बातों को याद करके आराम से टाइम कट जाएगा। कल्पना ने जया की बात काटते हुए कहा- चलो मैं तुम्हे एक कहानी सुनाती हूं। 
जया आश्चर्य से कल्पना की ओर देखती रही- ठीक है, सुनाओ। कल्पना आराम से आलती-पालती लगाकर बैठ जाती है और खखार कर कहने लगी- एक वन में एक समी का बहुत बड़ा वृक्ष था। वह वृक्ष बहुत पुराना और विशालकाय था। उस वृक्ष पर हजारों पशु-पक्षी निवास करते थे। उस वृक्ष के नीचे कई पशु, जंगली जानवर सुरक्षित रहते थे। वृक्ष का फैलाव काफी दूर तक हो गया था और उसकी गहरी छाया में बहुत सारे जंगली पशु, पक्षी, जीव-जंतु आराम करते थे। शमी का वृक्ष सभी जीव जंतुओं को समान रूप से शुद्ध वायु और शांत वातावरण प्रदान करता था। इसी कारण तोते, कबूतर, बंदर, जंगली सूअर, गीदड़ आदि बहुत सारे जंगली पशु-पक्षी उस पेड़ के आगोश में रहते थे। उसकी गहरी छाया में हिंसक और अहिंसक दोनों ही प्रकार के जीव खुशी-खुशी रहते थे। एक बार एक मस्त हवा का झोंका वृक्ष के पास आया, आकर वृक्ष से गुम गया, परंतु वह मस्त हवा का झोंका भारी भरकम शमी के वृक्ष में इस कदर लुप्त हो गया की कई घंटों तक वह वहां से निकल ही नहीं पाया। इस प्रकार से अपनी दुर्दशा पर वह बहुत लज्जित हुआ और स्वभाविक रूप से वह क्रोधित भी हो गया। क्रोधित होकर उसने वृक्ष से कहा कल बहुत तेज आंधी-तूफान बन कर आऊंगा। कल मैं देख लूंगा आज तूने मेरे साथ भद्दा मजाक किया है। हवा का झोंका चेतावनी देकर वहां से चला गया।
 लेकिन उसके कहे हुए शब्द शमी के वृक्ष के मस्तिष्क में गूंजने लगे। शमी के वृक्ष ने इस बात का अनुमान लगाया था कि आंधी-तूफान हकीकत में मुझे जड़ से उखाड़ देगा। अब अपनी आत्मरक्षा के लिए मैं क्या करूं? वह इसी प्रकार बहुत सारे उपाय सोचने लगा। झोंके ने चेताया है कि वह कल आंधी तूफान बन कर आएगा। क्रोध और आवेश में वह इस प्रकार विचलित हो गया है कि वह कल अवश्य आएगा। शमी का वृक्ष इस बात से वाकिफ हो गया था। हवा के झोंके को आत्मग्लानि महसूस हुई है और इसे अपना अपमान मानकर अपनी संपूर्ण शक्ति लगा देगा। इस अपमान के बदले वह मुझे अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। हवा के झोंके ने अपना रूप बदलने के लिए अपना विस्तार प्रारंभ कर दिया। उधर समी ने बहुत सोच-विचार करने के बाद सभी पशु-पक्षियों को संबोधित किया। जितने भी पशु-पक्षी, जीव-जंतु मेरा आश्रय पाते हैं। उन सभी से मेरा अनुरोध है कि शीघ्र अति शीघ्र अपने बच्चे, अंडे मुझ से हटा ले। क्योंकि जल्दी यहां आंधी-तूफान आने वाला है और ऐसी स्थिति में मेरा उखड़ कर गिरना निश्चित है। इससे पहले की आंधी-तूफान आ जाए। तुम सभी सुरक्षित हो जाओ और जल्दी-जल्दी मुझे छोड़ दो। सभी पशु-पक्षी, जीव-जंतु एक साथ चिल्लाए। तुम्हें कैसे पता है कि आंधी-तूफान आने वाला है? शमी के वृक्ष ने सभी जीव-जंतुओं को हवा के झोंके वाली बात बताई, और झोंके के द्वारा दी गई चेतावनी की भी जानकारी दी। इस पर पशु- पक्षी उदास हो गए। जब किसी पक्षी ने पूछा- क्या इसका कोई उपाय नहीं है? शमी के वृक्ष ने कहा- इसका उपाय है। खासकर बंदर इस बात को ध्यान से सुने। अगर बंदर कहीं से तेजधार हथियार ले आए और मेरे चारों तरफ फैले हुए पत्तों की भारी शाखाओं को काट दे तो शायद हम सब सुरक्षित रह सकते हैं। सभी पशु-पक्षी, जीव-जंतु भयभीत और चिंतित हो गए थे। सभी शमी के वृक्ष पर चिल्लाने लगे। तुमने हमारे बच्चे और अंडे तथा घौंसले के बारे में कुछ भी नहीं सोचा है। अब हमारा क्या होगा?
 शमी के वृक्ष ने उन्हें समझाते हुए कहा- तुम सभी मेरे प्राणों की रक्षा चाहते हो और अपने परिवारों की रक्षा चाहते हो तो तुम्हें ऐसा ही करना होगा और घबराने की आवश्यकता नहीं है। कुछ ही महीनों के बाद नए पत्ते और शाखाएं आ जाएगी और मैं फिर से हरा-भरा और विशाल हो जाऊंगा। कुछ समय तुम्हें समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। वह भी बहुत कठिन समस्या नहीं है। लेकिन अगर तुमने आज मेरे पत्ते और शाखाओं को नहीं काटा तो आंधी-तूफान मुझे जड़ से उखाड़ देगा। अब तुम्हें क्या करना है यह तुम सोच सकते हो? विचार-विमर्श करने का समय नहीं है। जल्दी ही तुम्हें कुछ ना कुछ फैसला लेना होगा। बंदरों की अक्ल में बात आ गई और वह गांव की तरफ भागे। जल्दी तो-तीन बंदर तेजधार हथियार उठाकर ले आए और सुबह होने से पहले ही शमी के वृक्ष की भारी शाखाएं नीचे आ गिरी थी। अब उसके चारों तरफ कुछ ही शाखाएं और पत्ते रह गए थे। हवा के झोंके की चेतावनी के अनुसार आंधी-तूफान का रूप धारण करके सुबह की पहली किरण के साथ झोका तूफान बन कर आ गया। आंधी-तूफान का वेग इतना कठिन था कि आसपास के पेड़ जड़ से उखाड़ने लगे। शमी का वृक्ष भी घबरा गया था। लेकिन उसने अपनी अक्लमंदी से स्वयं को खतरे से बाहर कर लिया था। आंधी-तूफान चारों तरफ देखता रहा, लेकिन उसे वह शमी का वृक्ष कहीं दिखाई नहीं दिया। आंधी-तूफान शमी के वृक्ष के चारों तरफ तेज गति से आवागमन करने लगा। लेकिन शमी के वृक्ष का कुछ भी न बिगाड़ सका। इस पर लज्जाकर आंधी-तूफान ने कहा- मूर्ख शमी जब कोई निर्वस्त्र हो जाता है तो उसको कोई कुछ नहीं कर पाता है। 
कल्पना ने लंबी सांस लेकर 
कहा- जया कभी-कभी अधिक चतुराई आदमी को निर्लज्ज और निर्वस्त्र कर देती है। पता नहीं मैं तुम्हारी मित्रता निभा पाऊंगी या नहीं शायद कमजोर पड़ जाऊंगी। क्योंकि मेरी खुदगर्जी मुझे अपमान की चादर भी नहीं होने देगी। मैं फिर भी समस्याओं की वेदना बन कर घायल नागिन की भांति हो जाओगी। मेरी बहनों में मुझे तुम्हारा प्रतिबिंब दिखने लगा है और मैं व्यर्थ ही कोशिश क्यों करूं?
 जया ने कहा- तुम कैसी बातें करती हो, सही अर्थ मालूम नहीं होता है? क्या कहती हो समझ में नहीं आता है? देखो मुझे किसी बात से कोई लेन-देन नहीं है। मुझे तुमसे मित्रता रखनी है, सो हम मित्र है। 
कल्पना ने कहा- मित्रता का अर्थ भी नहीं जानते हैं, इसकी परिभाषा भी नहीं जानते हैं। मित्रता किसे कहते हैं?
 जया ने सरलता से उत्तर दिया- मित्रता आत्माओं का संबंध है जो सभी नाते और रिश्तो से अलग है। सबसे विशेष बंधन जो दुख में राहत लाए, सुख में खुशियां बढ़ाएं। दुख-सुख को बांटने के अधिकारी होते हैं। जीवन में गलती होने पर सुधार के उपाय-उपचार करें। मित्र को सही रास्ता दिखाएं, जो अपने मित्र पर उपकार करें। सहानुभूति स्नेह का आवरण रखें। दुख-सुख का पूर्णतया विभाजन करने की क्षमता रखें। व्याकुलता को संतुष्टी में बदलने का सामर्थ्य रखे। वही एक सच्चे अर्थ में मित्र होता है।
 कल्पना ने उदारता से कहा- बिल्कुल सही कह रही हो। मगर जया कभी-कभी मुझ से खुदगर्ज लोग अपनी खुशियां नहीं बताते हैं और दुखों की फेहरिस्त लेकर बैठ जाते हैं। कभी-कभी खुद्दार मित्र अपने गम, दुख, दर्द नहीं बताते, छुपा लेते हैं। जानती हो सच्चा मित्र अपने मित्र को मित्र के दुखों की बू हवा से पहचान लेता है और उसके खुशियों के रंग फूलों में ढूंढ लेता है। अपने मित्र की चिंता को शांत पानी की लहरों में भी जान लेता है और यह सब तुम्हारी पहुंच से बाहर है। क्योंकि हालात की लात शायद तुम्हें नहीं पड़ी है मैं भी यही चाहती हूं कि तुम्हें लात ना पड़े और खास बात है जया कि सच्चे मित्र तानाशाह की तरह वार्तालाप नहीं करते हैं। जब तक उनका अंतरमन एक दूसरे को अच्छे से नहीं पहचानता है ।तब तक मित्रता से किसी भी रिश्ते को परिभाषित नहीं किया जा सकता है। जानती हो तुम्हारे और मेरे बीच क्या अंतर है। यही कि मुझे गरीबी के साथ भगवान ने सहनशीलता दी है और तुम्हें धन के साथ अभिमान। जया बुरा मत मानना मैं आज तुम्हें अपने घर बुला लेती हूं। वह तुम्हारी दावत करती हूं। लेकिन शायद ही तुम मेरे घर पर आओ और अगर आ भी गई तो, तुम्हें मेरे घर कोई पकवान भी चने के भोरड की जली रोटी नजर आएगी और इससे अधिक मेरी अक्षमता नहीं है कि मैं तुम्हारे लिए पकवानों का ढेर लगा सकूं।


कृतः- चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'


यूपी पंचायत-चुनाव का बजा बिगुल

बज गया पंचायत चुनाव का बिगुल, 4 चरणों में होगा मतदान, 1 नवंबर को होगी मतों की गिनती


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों का औपचारिक शंखनाद हो गया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव को लेकर चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया है। कार्यक्रम के तहत चुनाव चार चरणों में संपन्न करवाये जाएंगे। चुनाव कार्यक्रम की शुरुआत 9 अक्टूबर से होगी जबकि मतगणना एक नवंबर को करवाई जाएगी। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों का औपचारिक शंखनाद हो गया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव को लेकर चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया है। कार्यक्रम के तहत चुनाव चार चरणों में संपन्न करवाये जाएंगे। चुनाव कार्यक्रम की शुरुआत 9 अक्टूबर से होगी जबकि मतगणना एक नवंबर को करवाई जाएगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त सतीश कुमार अग्रवाल ने संवाददाताओं को आज यहां यह जानकारी दी। अग्रवाल ने बताया कि पंचायत चुनाव के प्रथम चरण में जिला पंचायत सदस्यों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों के चुनाव होंगे। मतदान 9, 13, 17 और 29 अक्टूबर को होगा जबकि मतगणना एक नवम्बर को होगी। चुनाव की घोषणा के साथ ही सूबे में आदर्श आचार संहिता लागू की जायेगी। उन्होंने बताया कि गौतमबुद्ध नगर जिले को छोडकर राज्य के अन्य 74 जिलों में चुनाव होंगे। इस तरह संपन्न करवाए जाएंगे चुनाव पहला चरण 9 अक्‍टूबर, दूसरा चरण 13 अक्‍टूबर को जबकि तीसरे और चौथा चरण क्रमश: 17 और 29 अक्‍टूबर को होगा। इन सभी चार चरणों के मतदान वाली जगहों पर मतगणना एक साथ एक ही दिन 1 नवंबर को होगी।
पहले चरण के लिए नामांकन की तारीख 28 सितंबर से 29 सितंबर दोपहर 4 बजे तक रहेगी वहीं जांच का काम 30 सितंबर से 1 अक्‍टूबर तक किया जाएगा। उम्‍मीदवार अपने नाम 3 अक्‍टूबर को दोपहर 3 बजे तक वापस ले सकते हैं।
वहीं दूसरे चरण के लिए 1 अक्‍टूबर से 3 अक्‍टूबर तक नामांकन दाखिल करने के बाद इनकी 4-5 अक्‍टूबर तक की जाएगी। दूसरे चरण के लिए उम्‍मीदवार अपने नाम 6 अक्‍टूबर को दोपहर तक वापस ले सकते हैं।
तीसरे चरण के लिए नामांकन 6 अक्‍टूबर से शुरू होगा जो 7 अक्‍टूबर तक चलेगा। 8 अक्‍टूबर को जांच के बाद उम्‍मीदवार 10 अक्‍टूबर तक अपने नाम वापस ले सकते हैं।
चौथे चरण के लिए 9 अक्‍टूबर से 10 अक्‍टूबर के बीच नामांकन लिए जाएंगे वहीं 14 अक्‍टूबर को जांच के बाद 16 अक्‍टूबर तक उम्‍मीदवार नाम वापस ले सकते हैं।


प्रधानमंत्री के निर्णय का किया स्वागत

प्रयागराज। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में प्रयागराज से श्रीमद् ज्योतिष्पीठाधिश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज जी को ट्रस्ट का सदस्य मनोनीत होने पर अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा ने माननीय प्रधानमंत्री जी के निर्णय का स्वागत किया है। अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय महासचिव श्री चन्द्रनाथ चकहा मधु जी ने तत्काल प्रभाव से परम पूज्य महाराज श्री जी को फोन के माध्यम से बधाई। और महाराज जी से आग्रह किया है, कि माघ मेले के पश्चात भव्य आयोजन करके अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के पदाधिकारियों एवं प्रयाग प्रतिनिधियों द्वारा जोरदार स्वागत अभिनन्दन करने का निर्णय लिया। महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमित राज वैध ने बताया कि महासभा के राष्ट्रीय महासचिव जी के देखरेख में तिथि निर्धारित करके भव्य अभिनंदन समारोह आयोजित किया जाएगा।


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का अभियान

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने चलाया यातायात जागरूकता अभियान


मेरठ। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गाजियाबाद की मोदीनगर इकाई द्वारा यातायात जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमें विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ताओं ने हाथों में पोस्टर लेकर, लोगों से शराब पीकर वाहन न चलाने, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करने व हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग आदि की अपीलें की। यह अभियान 5 तारीख से 8 तारीख तक प्रतिदिन समय शाम 5:00 बजे व स्थान सौंदा रोड कट पर चलाया जाएगा।
जिसमे प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विपुल शर्मा, नगर मंत्री सैंकी बड़गुर्जर, उत्कर्ष त्यागी, आयुष, रजत, सागर पंवार, शिवम पंवार,हिमांशु जांगड़ा आदि उपस्थित रहे।


विपुल शर्मा


रनवे पर फिसला विमान, 179 यात्री घायल

इस्तांबुल। तुर्की की पेगासस एयरलाइंस का एक विमान इस्तांबुल के सबीहा गोकेन एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान रनवे पर फिसल गया। हादसे में विमान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। और उसके तीन टुकड़े हो गए। विमान में सवार कुल 183 लोगों में से 179 लोग घायल हुए हैं। तीन लोगों की अस्पताल में मौत हो गई। इस्तांबुल के गवर्नर अली यारलीकाया ने एक नए ट्वीट में कहा कि दुर्घटना स्थानीय समय अनुसार शाम 6.19 बजे उस वक्त हुई जब 183 यात्री से भरा तुर्की पेगासस एयरलाइंस का विमान लैंडिंग के तुरंत बाद रनवे से फिसल गया।


जेल में बच्चों के लिए खुलेगा प्ले स्कूल

पटना। जेल में बंद महिला कैदियों के बच्चों के लिए प्ले स्कूल खुलेगा। बच्चों में बौद्धिक विकास के साथ-साथ मनोविज्ञान में बदलाव लाकर घर जैसा माहौल दिया जाएगा। उन्हें महसूस नहीं होने दिया जाएगा कि बच्चे जेल में बंद हैं। उनके लिए रहन-सहन, खेलकूद और पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी। जेल से बाहर पार्क में भी घुमाया जाएगा और बर्थ डे पार्टियां भी मनाई जाएंगी। सूबे के जेलों में करीब 164 बच्चे महिला कैदियों के साथ रह रहे हैं। बच्चों के भविष्य संवारने के लिए कई योजनाएं तैयार
सूबे में भागलपुर और बक्सर जिले में महिला कारा है। दोनों जेल में सजायाफ्ता महिला कैदियों को रखा जाता है, लेकिन विचाराधीन कैदियों को जिले के काराओं में रखा जाता है। वहां पर काफी संख्या में महिला कैदियों के बच्चे रह रहे हैं। जेल में बंद बच्चों के बौद्धिक विकास में कमी पाई गई थी। जेल प्रशासन ने बच्चों के भविष्य संवारने के लिए कई योजनाएं तैयार की हैं। इसी के तहत बच्चों को प्ले स्कूल में दाखिला कराया जाएगा। शिक्षित महिला कैदियों को  जिम्मेदारी: महिला कक्षपालों और जेल में बंद शिक्षित महिला कैदियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। सुबह से शाम तक के लिए बच्चों का रूटीन तैयार किया गया है। समय-समय पर हेल्थ चेकअप भी किया जाएगा, ताकि बच्चे स्वस्थ रह सकें। बच्चों के भोजन और नाश्ते का मेन्यू भी तैयार किया गया है। उनके लिए दूध, अंडा, फल और हरी सब्जी अनिवार्य किया गया है।


बच्चों के लिए अलग से मिलेगी राशि
जेल में बंद बच्चों के लिए कारा मुख्यालय ने अलग से राशि का प्रावधान किया है। बच्चों के खेलने के लिए कई तरह के खिलौने, अक्षर ज्ञान के लिए फ्लैक्स लगाने, वार्ड में बनाए गए प्ले स्कूल की दीवार पर फल, फूल, जानवर व कार्टून की चित्रकारी कराई गई है। जेल प्रशासन के मुताबिक सूबे के जेल अधीक्षकों को सामान खरीद के लिए राशि उपल्बध कराई गई है। कई जेलों में सामान की खरीद की गई है। सभी का जन्म तिथि के अनुसार बर्थ डे मनाया जाएगा। जेल आईजी मिथिलेश मिश्रा स्वयं कारा सुधार की योजनाओं की मॉनेटरिंग कर रहे हैं। कैदियों के बच्चों को सुरक्षा के बीच महिला कक्षपाल की सुरक्षा में पार्क में घुमाया जाएगा। कटिहार जेल में बच्चों को पार्क में घुमाया गया है।
रूपम पाठक को दी गई जिम्मेदारी: पूर्णिया विधायक की हत्या के आरोप में महिला कारा, भागलपुर में बंद रूपम पाठक को प्ले स्कूल की देखरेख की जिम्मेदारी दी गई हैं। जेल में करीब 20 बच्चे महिला कैदी के साथ रह रही हैं। बच्चों के साथ खेलने और पढ़ाने के लिए दो महिला कक्षपाल को टीचर बनाया गया है। जेल अधिकारी ने कहा कि रूपम पाठक पूर्णिया में पहले स्कूल चलाती थीं। बच्चों को पढ़ाने और देखभाल की बेहतर समझ है। इसलिए रूपम पाठक का शिक्षक के रूप में चयन किया गया है।


साजिश के तहत लालू को भेजा जेल

पटना। लालू के बड़े लाल और आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव इन दिनों तेजस्वी से भी ज्यादा एक्टिव हैं। तेज प्रताप यादव लगातार जनसभाएं कर रहे हैं। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ तेज प्रताप यादव ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मसौढ़ी के मालिकाना में CAA के खिलाफ आयोजित सभा को संबोधित करते हुए तेज प्रताप ने बीजेपी को जमकर कोसा। तेज प्रताप यादव ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस वालों ने षडयंत्र के तहत लालू जी को जेल भेजा फिर देश में काला कानून ला दिया। तेज प्रताप ने कहा कि अगर लालू जी जेल से बाहर होते तो किसी भी कीमत पर देश में CAA-NRC जैसा काला कानून लागू नहीं होता। तेज प्रताप यादव ने कहा कि बीजेपी वाले भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं, इसलिए पहले पूरे हिंदुस्तान पर कब्जा किया फिर हिंदू-मुसलमान को आपस में लड़वा रहे हैं। तेज प्रताप यादव ने नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर भी हमला बोला। तेज प्रताप ने नीतीश कुमार को पलटूराम करार देते हुए कहा कि उन्होंने धोखा देते हुए रातोंरात महागठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ हाथ मिला लिया।


सीतापुर में परिवार के 7 लोगों की मौत

सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक हादसे में एक परिवार के सात लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि यह हादसा चंदनपुर गांव स्थित एक एसिड फैक्ट्री में गैस रिसाव के चलते हुआ है। गैस रिसाव के चलते पास की दरी फैक्ट्री में रह रहे एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में तीन पुरुष, एक महिला व तीन बच्चे हैं। घटना की सूचना के बाद पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम राहत और बचाव के लिए मौके पर पहुंच गई है। इनके साथ-साथ डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंच गए हैं। एसपी एलआर कुमार ने बताया कि मरने वाले एक ही परिवार के लोग हैं, जिसमें से 3 बच्चे एक महिला और तीन पुरुष है। थाना प्रभारी अजय रावत ने बताया कि मौके पर रेस्क्यू में दिक्कतें आ रही हैं। गैस लीक के कारण कोई भी फैक्ट्री तक नहीं पहुंच पा रहा है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीमें भी जांच के लिए पहुंच रही हैं। गैस के असर से फैक्ट्री के आसपास 5 कुत्तों समेत कई मवेशियों की भी जान गई है। वहीं, इलाके में गंध फैलने से लोग दहशत में हैं। मृतकों के रिश्तेदार मुनौव्वर ने बताया कि पूरा परिवार एक ही छप्पर के नीचे सो रहा था। सुबह जब जहरीली गैस चोरों और फैली तो बच्चों में झटपटाहट हुई। सभी ने छप्पर से निकलकर भागने की कोशिश की, लेकिन वे बच नहीं सके और दम तोड़ दिया। गांव के लोग कहते है कि जब गैस फैलती हुई गांव तक पहुंची तो उन लोगों को आंखों में जलन होने की दिक्कत महसूस हुई। इसी के बाद कई लोग गांव छोड़कर भाग निकले। बदहवासी का आलम पूरे गांव में देखने को मिला। हर किसी ने अफसोस जताया है।


ट्यूबलाइट के साथ ऐसा ही होता है

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राहुल गांधी के एक बयान का जिक्र संसद में किया। राहुल ने बुधवार को एक चुनावी रैली में कहा था कि 6 महीने बाद देश के युवा पीएम मोदी को डंडे मारेंगे। पीएम ने कहा कि मैंने भी तय कर लिया कि सूर्यनमस्कार की संख्या बढ़ा दूंगा। ताकि मेरी पीठ को मार झेलने की सहनशक्ति बढ़ जाये। पीएम ने कहा कि पिछले 20 साल से गाली सुनने की आदत पड़ गयी है। राहुल पर तंज कसते हुए कहा कि 35 मिनट से बोल रहा हूं लेकिन अब जाकर करंट लगा है। पीएम ने कहा कि 30-40 मिनट से बोल रहा था मगर करंट पहुंचते हुए इतनी देर लगी।ट्यूबलाइट के साथ ऐसा ही होता है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


फरवरी 07, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-181 (साल-01)
2.  शुक्रवार, फरवरी 07, 2020
3. शक-1941, माघ - शुक्ल पक्ष, तिथि- त्रयोदशी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 07:02,सूर्यास्त 06:01
5. न्‍यूनतम तापमान 8+ डी.सै.,अधिकतम-22+ डी.सै., हल्की बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...