शुक्रवार, 17 जनवरी 2020

हाथ धोने की सही जानकारी रखें

 हाथ धोने की आदत बचपन से ही सिखाई जाती है। टॉयलेट जाने के बाद, खाने से पहले, खाने के बाद या कोई गंदी चीज छूने व उठाने के बाद हाथों को धोना जरूरी बताया जाता है।इसका कारण यह है कि हमारे हाथ कीटाणुओं और गंदे बैक्टीरिया के सबसे आम वाहक होते हैं। शरीर में ज्यादातर हानिकारक जर्म्स हाथों से ही पहुंचते हैं। इसलिए हाथ धोना ज्यादातर लोगों की आदत में शामिल हो जाता है। लेकिन क्या आप सही तरीके से हाथ धोते हैं? कहीं आपके हाथ धोने का तरीका गलत तो नहीं? अगर ऐसा है तो आपको हाथ धोने का पूरा फायदा ही नहीं मिलेगा यानी हाथ धोने के बाद भी जर्म्स आपके शरीर में पहुंच ही जाएंगे।
डॉक्टरों का मानना है कि ज्यादातर लोग हाथ धोते समय कुछ सामान्य गलतियां करते हैं, जिसके कारण उनका हाथ सही तरह से कभी भी साफ नहीं हो पाता है। मगर इसके बारे में लोगों को सही जानकारी नहीं होती है। डॉक्टर्स ये बताते हैं कि अगर आप सही तरह से हाथ धोएं, तो हजारों तरह के रोगों और इंफेक्शन से आप खुद को बचा सकते हैं। आइए आपको बताते हैं हाथ धोने के दौरान की जाने वाली सामान्य गलतियों के बारे में जिनकी तरफ आपका ध्यान शायद नहीं जाता है।


'खुल के बोल' मे नीति ने दी अपनी आवाज

मुंबई। गायिका नीति मोहन ने आगामी सीरीज एमटीवी निषेध के लिए टाइटल ट्रैक खुल के बोल को अपनी आवाज दी है। इस गाने के माध्यम से प्रजनन स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, क्षय रोग और कुपोषण जैसे मुद्दे उठाए गए हैं। गायिका का कहना है कि वह रिलेशनशिप की चुनौतियों को समझती हैं और खुद की सुनने में सक्षम हैं। नीति ने कहा, मुझे एमटीवी निषेध अभियान के लिए गाए गाने से एक जुड़ाव महसूस हुआ और मैंने इसे समर्थन देने के लिए ही अपनी आवाज दी थी, क्योंकि मेरा मानना है कि जिन मुद्दों पर प्रकाश डाला गया है वे आज के युवाओं के लिए प्रासंगिक हैं। यह खुल के बोल का समय है। खुल के बोल मेरे लिए एक व्यक्तिगत जुनून वाली परियोजना थी, क्योंकि इसके बोल मुझसे बात करते हैं और इसके फ्यूजन ध्वनि ने मुझे आश्वस्त किया कि यह पूरे देश के लोगों का दिल छू लेगा।
गायिका ने आगे कहा, वहीं अगर व्यक्तिगत रूप से कहूं तो मैं रिलेशनशिप की चुनौतियों को समझती हूं और खुद की बात सुनने में भी सक्षम हूं।


राकेश रोशन की करण-अर्जुन के 25 साल

मुंबई। फिल्मेकर राकेश रोशन की फिल्म करण अर्जुन साल 1995 में आई थी, जिसमें सलमान खान और शाहरुख खान लीड ऐक्टर के रूप में नजर आए थे। दोनों नें फिल्म में करण और अर्जुन का किरदार निभाया था और यह किरदार आज तक दर्शकों के दिलों में बसा है। यह फिल्म यकीनन बॉलिवुड की बेहतरीन फिल्मों की लिस्ट में शामिल है और इसने अब इंडस्ट्री में अपने 25 साल पूरे कर लिए। इस खास मौके पर राकेश रोशन से पूछा गया कि इस फिल्म की रीमेक बने तो वह इसमें किन्हें लीड स्टार के रूप में देखना पसंद करेंगे?फिल्म ने 13 जनवरी 2020 को अपना 25वां साल पूरा कर लिया है। राकेश रोशन ने इस फिल्म के रीमेक से जुड़े सवाल के जवाब में कहा कि यदि फिल्म की रीमेक बनती है तो इस फिल्म में वह सलमान खान और शाहरुख की जगह रितिक रोशन और रणबीर कपूर को लेना चाहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस फिल्म में रितिक और रणवीर सिंह की जोड़ी भी अच्छी लगेगी।
वर्कफ्रंट की बात करें तो राकेश रोशन डायरेक्शन की दुनिया में कृष 4 से कमबैक करने जा रहे हैं, जिसमें रितिक रोशन लीड रोल में होंगे। साल 2003 की फिल्म कोई मिल गया के बाद साल 2006 में इसका सीच्ल आया, जिसका नाम कृष था और इसके बाद साल 2013 में आई कृष 3। अब साल 2020 में कृष 4 को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
बताना चाहेंगे कि पिछले साल जनवरी में रितिक ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया था कि उनके पिता व फिल्ममेकर राकेश रोशन को कैंसर डिटेक्ट हुआ है। बताया गया था कि उनका कैंसर फर्स्ट स्टेज में था। उन्हें स्किन से जुड़ा कैंसर हुआ, जिसे स्च्ैमस सेल कार्सिनोमा कहते हैं। यह कैंसर स्किन की सबसे बाहरी लेयर में मौजूद स्च्ैमस सेल में अनियंत्रित तरीके से वृद्धि होने का कारण होता है।


अंकल और पापा की फोटो की पोस्ट

मुंबई। बॉलिवुड ऐक्ट्रेस जाह्नवी कपूर इस समय चर्चित स्टार किड्स में से एक हैं। उन्होंने 2018 में करण जौहर की फिल्म धड़क से डेब्यू किया था। फिल्म में वह ईशान खट्टर के ऑपोजिट नजर आई थीं। वहीं, जाह्नवी कपूर की सोशल मीडिया पर बहुत लंबी फैन फॉलोइंग है। आए दिन वह फोटोज और विडियोज शेयर करती रहती हैं। जाह्नवी कपूर ने हाल ही में अपने पिता बोनी कपूर और अंकल अनिल कपूर की पुरानी तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की है। यह तस्वीर 1980 में रिलीज हुई फिल्म हम पांच के सेट पर की है। इस फिल्म को बोनी कपूर ने प्रॉड्यूस किया था जबकि अनिल कपूर का फिल्म में कैमियो रोल था। इस तस्वीर में आप देख सकते हैं कि बोनी कपूर कुर्सी पर बैठे हुए हैं और वहीं पर अनिल कपूर कुर्सी के नीचे हैट लगाकर बैठे हैं। प्रॉड्यूर के रूप में हम पांच बोनी कपूर की पहली फिल्म थी। जाह्नवी कपूर ने इस तस्वीर पर हार्ट इमोजी बनाया है। वर्कफ्रंट की बात करें तो जाह्नवी कपूर के पास इस समय कई फिल्में हैं। वह फिल्म दोस्ताना 2 में कार्तिक आर्यन के साथ और फिल्म तख्त में रणवीर सिंह, विकी कौशल, करीना कपीर, आलिया भट्ट, भूमि पेडनेकर और अनिल कपूर के साथ नजर आएंगी। करण जौहर की इन दो फिल्मों के अलावा जाह्नवी कपूर राजकुमार राव के साथ फिल्म रूहीआफ्जा और फिल्म गुंजन सक्सेना: द करगिल गर्ल में पकंज त्रिपाठी और अंगद बेदी के साथ नजर आएंगी।


तानाजी का 6 दिन में 106 करोड़ बिजनेस

मुंबई। अजय देवगन की हालिया रिलीज फिल्म तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर बॉक्स ऑफिस पर लगातार धुआंधार कमाई कर रही है। इस हिस्टोरिकल ड्रामा फिल्म ने अपने रिलीज के छठे दिन ही 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर ली है। हालिया अपडेट्स के मुताबिक बुधवार को फिल्म ने 16.25 करोड़ रुपये की कमाई की है। रिपोर्ट के मुताबिक, कुल 6 दिनों में 105 करोड़ रुपयों से ज्यादा का बिजनस कर लिया है। मुंबई सर्किट में फिल्म का प्रदर्शन शानदार रहा है। इस तरह वीकडेज में भी फिल्म की कमाई पर कुछ खास असर नहीं पड़ा है।
कहा जा रहा है कि अभी फिल्म का यह बिजनस जारी रह सकता है क्योंकि सेकंड वीक में कोई बड़ी फिल्म रिलीज नहीं होने जा रही है। इस तरह सेकंड वीकेंड में भी फिल्म की कमाई अच्छी रहने की उम्मीद है। बता दें कि इस फिल्म में अजय देवगन के साथ सैफ अली खान और काजोल मुख्य भूमिका में है।


डीएसपी की एनआईए को सौंपी जांच

राहुल गांधी का आरोप, बर्खास्त डीएसपी देविंदर को चुप कराने के लिए एनआईए को सौंपा जांच का जिम्मा 


मनोज सिंह ठाकुर
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर पुलिस के ऐंटी-हाइजैंकिंग सेल के डीएसपी रहे देविंदर सिंह का केस राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपे जाने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आपत्ति जताई। राहुल ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह इस गंभीर मामले पर लीपापोती करने में जुटी है। राहुल ने एनआईए की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़ा किया और कहा कि इस जांच एंजेंसी के प्रमुख भी एक ‘मोदी’ ही हैं।


वाईके मोदी की देखरेख में जांच पर आपत्ति
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘आतंकवादी डीएसपी देविंदर को चुप कराने का सर्वोत्तम तरीका है केस को एनआईए के हाथों सौंप देना।’ उन्होंने कहा कि वर्तमान एनआईए प्रमुख के अधीन इस केस की जांच का कुछ नतीजा नहीं आने वाला। राहुल ने कहा, ‘एनआईए के प्रमुख भी दूसरे मोदी ही हैं- वाईके जिन्होंने गुजरात दंगों और हरेन पांड्या की हत्या मामले की जांच की थी। वाईके की देखरेख में यह केस खत्म होने जैसा है।’


राहुल का सवाल, देविंदर को कौन चुप कराना चाहता है?
आखिर में राहुल ने सवाल किया कि आखिर टेररिस्ट देविंदर को कौन चुप कराना चाहता है और क्यों? उन्होंने हैशटैग के साथ लिखा, ‘आतंकवादी देविंदर को कौन लोग चुप कराना चाहते हैं और क्यों? राहुल पहले भी देविंदर सिंह के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की चुप्पी पर सवाल उठा चुके हैं।
कांग्रेस सरकार ने ही बनाई थी एनआईए
दिलचस्प बात यह है कि राहुल गांधी ने अब उसी एनआईए पर सवाल उठाया है जिसे कांग्रेस की यूपीए सरकार ने गठित किया था। राहुल से पहले छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी मुख्यमंत्री भूपेश बखेल भी एनआईए को असंवैधानिक घोषित कर चुके हैं। उनकी सरकार ने 15 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर एनआईए को असंवैधानिक घोषित करने की मांग की। छत्तीसगढ़ एनआईए ऐक्ट, 2008 की संवैधानिकता को चुनौती देने वाला पहला और एकमात्र राज्य है।


पिता ने केजरीवाल के सिर फोड़ा ठीकरा

नई दिल्ली। निर्भया से गैंगरेप और हत्या के दोषियों में से एक मुकेश सिंह की दया याचिका को गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति के पास भेज दिया है। 16 दिसंबर, 2012 को दिल्ली में हुई इस खौफनाक घटना के एक अन्य दोषी विनय शर्मा की माफी याचिका भी राष्ट्रपति के पास पहुंची थी, लेकिन उसने बाद में यह कहते हुए अर्जी वापस ले ली थी कि इसके लिए उसकी राय नहीं ली गई थी। अब एक अन्य दोषी मुकेश की याचिका को गृह मंत्रालय ने गुरुवार रात को राष्ट्रपति के पास भेज दिया। इस बीच, निर्भया की मां ने पीएम नरेंद्र मोदी से दोषियों को जल्द फांसी दिलवाने की मांग की है।


इससे पहले पटियाला हाउस कोर्ट ने डेथ वॉरंट को रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि 22 जनवरी को फांसी नहीं हो सकती है। अदालत ने मुकेश की दया याचिका पर फैसला न होने की दलील मानते हुए कहा कि राष्ट्रपति का फैसला जब तक नहीं आता है, तब तक फांसी नहीं दी जा सकती है। चूंकि राष्ट्रपति से दया याचिका खारिज होने के बाद भी दोषी को फांसी पर लटकाने से पहले कम-से-कम 14 दिनों का वक्त मिलता है, ऐसे में डेथ वॉरंट में तय तारीख 22 जनवरी को फांसी नहीं दी जा सकेगी।
पिता ने फोड़ा केजरीवाल पर ठीकरा
इस बीच दोषियों की फांसी लगातार टलते रहने से आहत निर्भया के परिजनों ने दिल्ली सरकार पर आक्रोश जाहिर किया है। निर्भया के पिता ने हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ से कहा कि दिल्ली सरकार तब तक सोई रही, जब तक हम लोग नहीं आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि आखिर दिल्ली सरकार ने जेल अथॉरिटी से पहले क्यों नहीं कहा था कि आप फांसी के लिए नोटिस जारी कीजिए। तब तक उन्होंने जेल प्रशासन से कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि यदि इलेक्शन से पहले कोई फैसला नहीं आता है तो इसके जिम्मेदार अरविंद केजरीवाल होंगे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने सत्ता में आने के लिए निर्भया केस का इस्तेमाल किया।
निर्भया की मां ने पीएम मोदी से की बड़ी अपील
निर्भया की मां ने पीएम नरेंद्र मोदी से दोषियों को फांसी की सजा को जल्द अमल में लाने की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘मैं सबसे दूर होकर, सिर्फ हाथ जोड़कर कानून से अपना इंसाफ मांगा। लेकिन अब मैं जरूर कहना चाहूंगी कि जब 2012 में घटना हुई तो इन्हीं लोगों ने हाथ में तिरंगा लिया, काली पट्टी बांधी और महिलाओं की सुरक्षा के लिए खूब रैलियां की और खूब नारे लगाए। लेकिन, आज यही लोग उस बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। कोई कह रहा है कि आपने रोक दिया, कोई कह रहा है कि हमें पुलिस दे दीजिए, मैं दो दिन में दिखाऊंगा। मैं अब जरूर कहना चाहूंगी कि ये अपने फायदा के लिए उनकी फांसी को रोके हैं और हमें इस बीच में मोहरा बनाया। इन दोनों लोगों के बीच में मैं पिस रही हूं। मैं यही कहना चाहती हूं, खासतौर पर प्रधानमंत्री जी से कि आपने 2014 में ही ये बोला था कि अब बुहत हुआ नारी पर वार, अबकी बार मोदी सरकार। तो मैं आपसे हाथ जोड़कर कहना चाहती हूं कि जिस तरह से आप दोबारा सरकार में आए हैं, जिस तरह से आपने हजारों काम किया तीन तलाक हटाए, अब कानून में संशोधन करिए क्योंकि कानून बनाने से नहीं होता है। मैं आपसे हाथ जोड़कर कहना चाहती हूं कि बच्ची की मौत के साथ मजाक मत होने दीजिए और उन चारों मुजरिमों को 22 तारीख को फांसी पर लटकाइए और समाज को दिखाइए कि आप देश के रखवाले हैं। हम महिलाओं को सुरक्षा दे सकते हैं।’


पहली लिस्ट में घोषित होंगे, 50 कैंडिडेट

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी के उम्मीदवारों का नाम तय करने के लिए पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक गुरुवार को हुई। माना जा रहा था कि गुरुवार की रात तक उम्मीदवारों की पहली लिस्ट आ जाएगी। देर रात तक पार्टी नेताओं के बीच उम्मीदवारों के नामों पर माथापच्ची चलती रही और उसी के साथ लिस्ट आने की संभावनाएं भी कम होती चली गईं। अब शुक्रवार को ही लिस्ट जारी होने की उम्मीद है।


पहली लिस्ट में घोषित हो सकते हैं 50 कैंडिडेट
सूत्रों के मुताबिक, पहली लिस्ट में करीब 50 सीटों पर पार्टी अपने उम्मीदवार घोषित कर सकती है। दिल्ली में बीजेपी के सहयोगी अकाली दल को कितनी और कौन-कौन सी सीटें देनी है, इस पर फैसला होना बाकी है।


निगम चुनावों के मुकाबले अलग होगी रणनीति
पार्टी सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की ओर से इस बार पिछली बार चुनाव लड़े कई कैंडिडेट्स को मौका दिया जा सकता है। निगम चुनावों में पार्टी की रणनीति के मुकाबले यह अलग तरह का दांव होगा। बता दें कि नगर निगम चुनावों में बीजेपी ने अपने कैंडिडेट्स को बदल दिया था और बड़ी संख्या में टिकट काटे थे। हालांकि विधानसभा में वह 2015 में लड़े अपने कई कैंडिडेट्स को फिर मौका देना चाहेगी।


CM के खिलाफ कैंडिडेट चुनना मुश्किल
नई दिल्ली सीट पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मजबूत उम्मीदवार का नाम तय करने के लिए भी पार्टी अभी और वक्त ले सकती है। कुछ सीटों पर पार्टी के लिए उम्मीदवारों के नाम तय करना आसान नहीं होगा क्योंकि इन सीटों पर कांग्रेस और आप, दोनों से ही कड़ी टक्कर मिलेगी।


मीटिंग में मौजूद थे ये दिग्गज नेता
बीजेपी मुख्यालय में रात 8 बजे के करीब शुरू हुई केंद्रीय चुनाव समिति बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अलावा कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत, डॉ. हर्ष वर्धन, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान, दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर, दिल्ली बीजेपी के प्रभारी श्याम जाजू, प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता और राज्यसभा सांसद विजय गोयल समेत कुछ अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।


बीजेपी को जनता से मिले 11 लाख सुझाव
विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र के लिए बीजेपी को दिल्ली की जनता की तरफ से 11 लाख से ज्यादा सुझाव मिले हैं। इनमें सड़क के गड्ढों, ट्रैफिक जाम और गंदे पानी से लेकर सीएए और एनआरसी जैसे मुद्दे भी शामिल हैं। इसके अलावा कई लोगों ने यह भी सुझाव दिया है कि बिजली और पानी के मुद्दे पर बीजेपी को स्पष्ट रूप से यह घोषणा करनी चाहिए कि वह दिल्ली सरकार द्वारा दी जा रही छूटों के मुकाबले बिजली-पानी के इस्तेमाल पर कितनी छूट या सब्सिडी देगी।


पूर्व प्रमुख सचिव की पत्नी को बड़ी राहत

मनोज सिंह ठाकुर


कोर्ट ने एसीबी की जांच पर लगाई रोक
अगली सुनवाई 10 फरवरी को
रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा शासन काल के समय में प्रमुख सचिव रहे अमन सिंह की पत्नी यास्मीन सिंह को आज हाईकोर्ट बिलासपुर से बड़ी राहत मिली है। हाईकोर्ट ने राज्य सरकार द्वारा उनके मामले में एसीबी जांच के दिए गए निर्देश पर फिलहाल रोक लगा दी है। 
न्यायाधीश गौतम भादुड़ी की बेंच में आज यास्मीन सिंह द्वारा लगाई गई याचिका में सुनवाई हुई। कोर्ट ने यास्मीन सिंह के वकील की ओर से दी गई दलील के बाद फिलहाल उनके खिलाफ राज्य सरकार द्वारा एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) से जांच कराने के दिए आदेश पर रोक लगाते हुए इस संबंध में शासन को आदेशित किया है।
ज्ञात हो कि भाजपा सरकार के समय में यास्मीन सिंह की नियुक्ति और उन्हें किए गए बड़े पैमाने पर भुगतान को लेकर कांग्रेस सरकार के पास शिकायत आई थी। ये शिकायत आरटीआई कार्यकर्ता उचित शर्मा ने की थी। इस शिकायत को आधार बनाकर सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एसीबी को अधिकृत किया है। इधर सरकार के इस आदेश को चुनौती देते हुए यास्मीन सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी, जिस पर आज हाईकोर्ट ने फिलहाल एसीबी की जांच पर रोक लगा दी है, वहीं मामले में अगली सुनवाई 10 फरवरी की तारीख तय किया है।


जहां नेटवर्क नहीं, वहां भी मिलेगा सिग्नल

नई दिल्ली। इसरो का संचार उपग्रह जिसैट-30 सफलता पूर्वक कक्ष में स्थापित हो गया है। इसे शुक्रवार सुबह 02:35 बजे फ्रेंच गुआना के कौरु स्तिथ स्पेस सेंटर यूरोपियन रैकेट एरियन 5वीटी552 से लॉन्च किया गया । लॉन्च के करीब 38मिनट 25सेकेंड बाद सेटेलाइट कक्ष में स्थापित हो गया।
इसके बाद अब देश की संचार व्यस्था और मजबूत हो जाएगी इससे इंटरनेट की स्पीड बढ़ेगी। साथ ही देश मे जहा नेटवर्क नही है वह नेट्वर्क का विस्तार होगा।
पुराने उपग्रह की कार्यावधि समाप्त होने वाली है देश मे इंटरनेट की नई तकनीक आरही है 5जी पर काम चल रहा है इस लिए ज्यादा ताकतवर सेटेलाइट की जरूरत थी यह जिसेट-30उन्ही जरूरतों को पूरा करेगा।


निर्भया के दोषियों की याचिका खारिज

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने निर्भया केस के दोषी मुकेश सिंह की दया याचिका खारिज कर दी है। मुकेश ने सुप्रीम कोर्ट से क्यूरेटिव पिटिशन खारिज होने के बाद राष्ट्रपति दया की गुहार लगाई थी। दिल्ली की पटियालाा हाउस कोर्ट ने मुकेश समेत चार दोषियों को फांसी देने के लिए 22 जनवरी का डेथ वॉरंट जारी किया था। हालांकि, मुकेश की दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित होने के कारण गुरुवार को कोर्ट ने कहा कि 22 जनवरी को फांसी नहीं दी जा सकती है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


जनवरी 18, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-161 (साल-01)
2. शनिवार, जनवरी 18, 2020
3. शक-1941, माघ - कृष्ण पक्ष, तिथि-अष्टमी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 07:11,सूर्यास्त 05:32
5. न्‍यूनतम तापमान -5 डी.सै.,अधिकतम-15+ डी.सै., कोहरे की संभावना।


समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...