बुधवार, 8 जनवरी 2020

कोर्ट से मांग तिहाड़ में घूमने दिया जाए

नई दिल्ली। आरजेडी नेता और बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन ने जेल के अंदर ही घुमने की आजादी मांगी है। बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन ने कोर्ट से यह मांग की है कि उन्हें तिहाड़ परिसर में घूमने दिया जाए।


इस संबंध में बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन ने सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन दिया है। पिटीशन में बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन ने कोर्ट से मांग की है कि उन्हें जेल परिसर में घूमने की आजादी मिलनी चाहिए। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से इस पर जवाब मांगा है। आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन काफी वक्त से दिल्ली के तिहाड़ जेल में सजा काट रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही शहाबुद्दीन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिक के दौरान सरकारी वकील को गुंडा कहा था, इसके साथ ही बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन ने सरकारी वकील को कहा था कि तुम जैसा कितना वकील देखे  हैं।


नीतीश नहीं भाजपा का हो मुख्यमंत्री

पटना। बीजेपी के एमएसली संजय पासवान ने एक बार फिर बीजेपी का सीएम बनाए जाने की वकालत की है। उन्होनें कहा कि जनता बीजेपी के नेता को ही बिहार के सीएम के तौर पर देखना चाहती है।संजय पासवान ने प्रशांत किशोर पर तंज कसते हुए कहा है कि  प्रशांत किशोर कोई नेता नहीं है वह  मैनेजर के रूप में काम कर रहे हैं। बिहार में नेता सुशील मोदी और नित्यानंद राय और हम हैं।


संजय पासवान ने बार-बार दोहराते हुए कहा कि प्रशांत किशोर लीडर नहीं मैनेजर हैं। जनता बीजेपी के नेता को ही बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं नीतीश कुमार को नहीं । उन्होनें बीजेपी के नेता के तौर पर डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और खुद का नाम लिया। उन्होनें कहा कि बिहार में बीजेपी सक्षम हैं कई राज्यों के मुकाबले यहां पार्टी का रुतबा ज्यादा बड़ा है इसलिए जनता भी चाहती है कि बीजेपी को एक बार फिर मौका मिले। हालांकि उन्होनें ये भी कहा कि ये सब कुछ पार्टी के बड़े नेता ही मिल जुल कर करेंगे और जो भी फैसला होगा हमें मंजूर होगा। इससे पहले भी सीएम पद को लेकर बयानबाजी करते हुए बीजेपी एमएलसी संजय पासवान ने नीतीश कुमार को दिल्ली की राजनीति करने की नसीहत दी थी। पासवान ने कहा था कि बिहार की सत्ता को डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के हवाले कर देना चाहिए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नयी दिल्ली की राजनीति करनी चाहिए। इससे बिहार की राजनीति अचानक गरमा गयी थी।


अपराध को रोकने में पुलिस असफल

सीतामढी। बिहार में बढ़ते अपराध को रोकने में पुलिस फेल साबित हो रही है। पुलिसवालों की कार्यशैली में भारी लापरवाही देखी जा रही है। इस वक्त एक बड़ी खबर सीतामढ़ी से आ रही है. जहां एसपी ने तीन दारोगा और 3 थानेदारों के वेतन पर रोक लगाने का निर्देश दिया है। पुलिस कप्तान के इस फैसले के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।


एसपी ने वेतन पर लगाई रोकःसीतामढ़ी एसपी अनिल कुमार ने काम में लापरवाही बरतने को लेकर पुलिसवालों के ऊपर यह बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस अधीक्षक की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक अगले आदेश तक वेतन भुगतान पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया है। एसपी ने क्राइम मीटिंग में यह फैसला लिया। हाईकोर्ट के निर्देश को गंभीरता से नहीं लेने पर एसपी ने पुलिसवालों से स्पष्टीकरण मांगा है। 


पुलिसवालों से कप्तान ने मांगा क्ट्जवाबः स्थित कार्यालय कक्ष में आयोजित क्राइम मीटिंग में एसपी ने हाईकोर्ट के निर्देश का समय पर पालन नहीं करने को लेकर पुपरी, बाजपट्टी और बैरगनिया थाने के थानाध्यक्ष और तीन दारोगा से जवाब मांगा है। एसपी ने बताया कि जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।


बैठक में मृत्युभोज नहीं करने का निर्णय

सहरसा। प्रखंड क्षेत्र कई गांव में मृत्युभोज नहीं करने का निर्णय लिया जा रहा है। इसी कड़ी में महारस गांव में मंगलवार को ग्रामीणों ने बैठक कर मृत्युभोज नहीं करने का निर्णय लिया। हिदू धर्म में मृत्यु होने के बाद होने वाली भोज की परंपरा को बंद करते हुए मात्र संपीडन के दिन शांति भोज करने पर विचार हुआ। पूर्व प्रमुख शंकर प्रसाद यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक सभी वर्ग के लोग बैठक में शामिल हुए। भेाज नहीं करने का प्रस्ताव धीरेंद्र कुमार यादव ने रखा जिसपर सभी लोगों ने सहमति जताई। मौके पर घनश्याम प्रसाद यादव, गुंजेशवर सिंह, सत्यनारायण सिंह, हरिशंकर प्रसाद सिंह, पूर्व चौकीदार सरयुग शर्मा, डॉक्टर वीरेंद्र शर्मा, डॉक्टर बाल किशोर सिंह, प्रदीप शर्मा, रणजीत सिंह, पवन कुमार, उपसरपंच रणबीर कुमार, लक्ष्मी प्रसाद यादव, विलास वर्मा, रामचंद्र यादव, सुधीर प्रसाद यादव, सत्येंद्र यादव, पूर्व मुखिया प्रेम कुमार, महेंद्र सिंह, अमरदीप सिंह सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे। इससे पहले खुरेशान गांव के लोगों ने मृत्युभोज नहीं करने का निर्णय लिया था।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


जनवरी 09, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-153 (साल-01)
2.  बृहस्पतिवार, जनवरी 09, 2020
3. शक-1941, पौष - शुक्ल पक्ष, तिथि- एकादशी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 07:15,सूर्यास्त 05:37
5. न्‍यूनतम तापमान -5 डी.सै.,अधिकतम-14+ डी.सै., बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


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मंगलवार, 7 जनवरी 2020

सारा अली खान की तस्वीरो ने मचाया बवाल

मुंबई। सारा अली खान इन दिनों मालदीव में छुट्टियां बिता रही हैं और उनकी तस्वीरें और विडियो सोशल मीडिया में धमाल मचा रखा है। बीते कई दिनों से सारा की रंगबिरंगी बिकीनी में तस्वीरें सोशल मीडिया भरमार है। अब सारा का एक विडियो सामने आया है जिसमें वह सफेद बिकीनी में स्वीमिंग करती दिख रही है। वाइट बिकीनी में स्वीमिंग करतीं सारा बिल्कुल जलपरी जैसी दिख रही हैं।


आग ने ली एक ही परिवार के तीन की जान

आग की वजह से एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत


सुनील शर्मा 


गाजियाबाद। गाजियाबाद के प्रताप विहार केला खेड़ा के नजदीक 10 मंजिला जीडीए द्वारा बनाए गए फ्लैट में जीडीए के कर्मचारी बच्चू सिंह उम्र 50 वर्ष रानी 47 वर्ष नारायण सिंह 35 वर्ष निवासी बांदा उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे जो यहां 5 महीने से रह रहे थे अचानक से लगी आग में अफरातफरी का माहौल रहा मौके पर पुलिस प्रशासन वह आला अधिकारी पहुंचे दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया और जब तक लोग वहां पहुंचे वहां तीनों पति पत्नी और उसका भाई मृत अवस्था में पड़े थे जांच में अभी तक शॉर्ट सर्किट का ही मामला प्रकाश में आया है हालांकि मृतक के कमरे से कुछ शराब की बोतल भी मिली है और बिजली हीटर भी मिला है जिससे प्रतीत हो रहा है कि हो सकता है कि पहले तीनों मृतक करंट की चपेट में आए हो उसके बाद घर में आग लगी हो।
बाइट- एस पी सिटी गाजियाबाद
बाइट- पीड़िता की देवरानी


आमरण अनशन पर बैठी दुष्कर्म पीडिता

बांदा। उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के अतर्रा थाना क्षेत्र में कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई एक महिला ने मंगलवार से अपने घर में ही अन्न-जल त्यागकर आमरण अनशन शुरू कर दिया है। कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 45 वर्षीय पीड़ित महिला का आरोप है कि दो दिसंबर की रात करीब साढ़े 11 बजे वह अपने खलिहान में फसल की रखवाली कर रही थी, तभी शराब के नशे में चार लोग आए और कथित रूप से उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म करने के बाद बेहोशी की हालत में उसे वहीं छोड़कर भाग गए। पीड़िता का आरोप है कि सुबह घटना की लिखित सूचना थाने में दी तो पुलिस ने उसकी तहरीर बदलकर सिर्फ मारपीट की धारा में एनसीआर दर्ज की है। बकौल पीड़िता, उसने कुछ दिन पूर्व पुलिस अधीक्षक से भेंटकर अपनी फरियाद सुनाई थी, जिसमें उन्होंने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने का आदेश दिया था, लेकिन अतर्रा पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया और रुपये लेकर समझौते का दबाव बना रही है। पीड़ित महिला ने अपने घर में टांगे बैनर पर लिखा है कि उसने आज (मंगलवार) से अन्न-जल त्याग दिया है, उसकी मौत के जिम्मेदार पुलिस अधीक्षक बांदा और थानाध्यक्ष अतर्रा होंगे। इस मामले में थाना प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) रामेंद्र तिवारी का कहना है कि यह घटना उनकी तैनाती से पूर्व की है। पीड़िता की तहरीर के मुताबिक तब मारपीट की धारा में एनसीआर दर्ज कर शांति भंग के आरोप में सीआरपीसी की धारा-151 के तहत उपजिला मजिस्ट्रेट अतर्रा के न्यायालय में आरोपियों का चालान किया जा चुका था। महिला अब सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगा रही है, जिसकी भी जांच चल रही है।


देश में दिल्ली के स्कूलो को प्रथम स्थान

नई दिल्ली। दिल्ली के एक सरकारी स्कूल को देश के सभी सरकारी स्कूलों में पहला स्थान मिला है, वहीं राष्ट्रीय राजधानी के दो अन्य स्कूल भी शीर्ष-10 में जगह बनाने में सफल हुए है। रैंकिंग को पिछले सप्ताह शिक्षा से जुड़े पोर्टल एजुकेशन वर्ल्ड ने ‘इंडियन स्कूल रैंकिंग 2019’ में जारी किया। दिल्ली के राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय (आरपीवीवी), सेक्टर 10, द्वारका को एजुकेशन वल्र्ड द्वारा जारी सूची में पहले स्थान पर रखा गया है। यह पोर्टल शिक्षकों और अभिभावकों के लिए शिक्षा से जुड़े क्षेत्र में काम करता है, जो हर साल स्कूलों के लिए राष्ट्रीय रैंकिंग जारी करता है।


इस वर्ष जारी की गई इस रैंकिंग में जहां आरपीवीवी लाजपत नगर पांचवें स्थान पर पहुंच गया, वहीं आरपीवीवी रोहिणी सातवें स्थान पर रहते हुए शीर्ष-10 में जगह बनाने में कामयाब रहा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इन स्कूलों के शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को उनके प्रयासों के लिए बधाई दी। दिल्ली सरकार ने शिक्षा और सरकारी स्कूलों में सुधार को प्राथमिकता दी है।


तेहरान में अमेरिका के खिलाफ मतदान

तेहरान। अमेरिका के हमले में ईरान के शीर्ष मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद से ईरान में गुस्से का माहौल है। इस बीच ईरान की संसद ने पेंटागन (अमेरिकी रक्षा मंत्रालय) के सभी सदस्यों और सुलेमानी की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को आतंकी ताकतें घोषित करने के समर्थन में मतदान किया है। तेहरान स्थित मेहर न्यूज एजेंसी ने एक रिपोर्ट में कहा है कि तिहरा-आवश्यक प्रस्ताव 23 अप्रैल, 2019 को पहले से पुष्टि किए गए विधेयक का एक संशोधन है, जिसने वाशिंगटन द्वारा ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) को आतंकवादी संगठन ठहराए जाने के बाद इसके जवाब के तौर पर अमेरिकी सेंट्रल कमांड को भी आतंकी संगठन घोषित किया था। संसद के अध्यक्ष अली लारिजानी ने मंगलवार को खुले सत्र में कहा कि पिछले अमेरिका विरोधी कानून में अमेरिकी सेंट्रल कमांड को आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया गया था। “आज, जनरल सुलेमानी की हत्या के लिए अमेरिका के क्रूर कदम के बाद, जिसकी जिम्मेदारी अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा स्वीकार की गई है, हम पिछले कानून को संशोधित करते हैं। इसके साथ ही घोषणा करते हैं कि पेंटागन के सभी सदस्य, कमांडर, एजेंट और जो भी जनरल सुलेमानी की शहादत के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें आतंकवादी ताकत के रूप में माना जाएगा।” उन्होंने कहा कि संशोधित कानून अगले दो महीनों के लिए ईरान के राष्ट्रीय विकास कोष से आईआरजीसी को 22.3 करोड़ डॉलर की निकासी की अनुमति देता है। इसके बाद सांसदों ने संसद में अमेरिका विरोधी नारे लगाए। अमेरिका द्वारा तीन जनवरी को किए गए ड्रोन हमले में सुलेमानी, उनके दामाद और इराक के पॉपुलर मोबिलाइजेशन फ्रंट (पीएमएफ) के द्वितीय कमांडर अबू महदी अल-मुहांदिस मारे गए थे। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर हुए इस हमले में आठ अन्य लोगों की भी मौत हो गई थी। इस हमले के बाद ईरान ने इसकी व्यापक निंदा की जा रही है। सुप्रीम लीडर खामेनी और राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अमेरिका से बदला लेने की कसम खाई है।


जिंदल स्टील ने किया अधिक उत्पादन

नई दिल्ली। जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) ने चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में 16.1 लाख टन इस्पात का उत्पादन किया। यह किसी भी तिमाही में कंपनी का सर्वाधिक उत्पादन है। कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजार को बताया , जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2019-20 की तीसरी तिमाही में किसी भी तिमाही की तुलना में सबसे ज्यादा इस्पात उत्पादन किया है। अक्टूबर – दिसंबर अवधि में जेएसपीएल की रायगढ़ और अंगुल परिचालन ने इस्पात उत्पादन में 8,17,344 टन और 7,92,822 टन का योगदान किया। जिंदल स्टील एंड पावर के प्रबंध निदेशक वी . आर . शर्मा ने कहा , कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में मजबूत प्रदर्शन किया। बाजार स्थितियों के प्रतिकूल रहने के बावजूद जेएसपीएल ने यह नतीजे हासिल किए हैं।


चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया

चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया  इकबाल अंसारी  चेन्नई। देश में इन दिनों आईपीएल की धूम मची हुई है। गत चैम्पियन चेन्नई सुपर...