सोमवार, 30 दिसंबर 2019

डार्क चॉकलेट खाने से मुंढ सही रहेगा

हममें से ज्यादातर लोग जानते हैं कि डार्क चॉकलेट खाने से मूड सही रहता है। लेकिन डार्क चॉक्लेट खाने के साथ-साथ स्किन को ब्राइट बनाती है, इस बारे में कम ही लोगों को पता है। खासतौर पर ये बातें कि स्किन को स्मूद और पैच फ्री बनाने के साथ ही यह हमारी स्माइल को बेहतर बनाने का काम करती है…
स्माइल पर असर 
अगर हम खुश रहते हैं तो हर चीज को पॉजिटिवली लेते हैं। चॉकलेट में साइकोऐक्टिव इंग्रीडिऐंट्स होते हैं, जो हैपी हॉर्मोन्स को रिलीज करते हैं, इससे हमारे चेहरे पर हर समय स्माइल बनी रहती है और स्किन में रिंकल्स की समस्या हमसे दूर रहती है।
ग्लो बढ़ाने के लिए चॉकलेट फेस पैक
चेहरे पर हुई टैनिंग को दूर करने के लिए चॉकलेट फेसपैक बहुत इफेक्टिव रहता है। यह स्किन को ग्लोइंग बनाता है। आप दो चम्मच डार्क चॉकलेट पाउडर में एक चम्मच शहद और 1 चम्मच दूध मिलाकर पेस्ट बना लें। पेस्ट गाढ़ा लगे तो दूध की मात्रा बढ़ाई जा सकती है लेकिन पेस्ट को सिर्फ इतना लूज बनाएं कि वह स्किन पर आसानी से फैल जाए। इसे फेस पर लगाएं और सूखने पर धो लें। पहली बार में ही फर्क नजर आएगा।
मुलतानी मिट्टी के साथ डार्क चॉकलेट 
डार्क चॉकलेट पाउडर और मुलतानी मिट्टी पाउडर को एक एक चम्मच लेकर इसे गुलाबजल के साथ मिक्स करके पेस्ट बना लें। तैयार पेस्ट को चेहरा धुलने के बाद फेस से लेकर नेक तक लगाएं और सूखने तक लगा रहने दें। इसके बाद ताजे पानी से धोकर अपने पसंदीदा मॉइश्चराइजर से हल्की मसाज करें। कुछ ही दिनों में आपको अपनी स्किन स्मूद, ग्लोइंग और रिंकल फ्री लगने लगेगी।
एजिंग साइन रोके
अगर आप तनाव और उलझनों के कारण चेहरे पर उभर आए बढ़ती उम्र के निशानों से परेशान हैं तो चायपत्ती के ठंडे पानी में चॉकलेट पाउडर घोलकर फेसपैक तैयार करें। इसमें कुछ बूदें गुलाबजल की भी डालें। तैयार पैक को सूखने तक चेहरे पर लगा लें और फिर ताजे पानी से धो लें। बढ़ती उम्र के निशान कुछ ही दिनों में गायब हो जाएंगे।
पिंपल्स से बचाए
डार्क चॉकलेट फेस पैक लगाने से चेहरे पर पिंपल्स और ब्लैकहेड्स जैसी समस्या भी नहीं होती है। वहीं चेहरा दमकता भी रहता है। पिंपल्स की समस्या से मुक्ति पाने के लिए आप ऊपर बताए गए फेसपैक्स में से कोई सा भी फेस पैक यूज कर सकती हैं। साथ ही डार्क चॉकलेट सीमित मात्रा में खाकर भी पिंपल्स को दूर कर सकती हैं।


नए साल पर दोस्तों को दे उपहार

एक और साल खत्म होने की कगार पर है और नया साल, साल 2020 नई उम्मीदें, नए सपने और नई स्टोरीज को बनाने का इंतजार कर रहा है। यह नया साल हम सबकी लाइफ में एक हैपी गिफ्ट की तरह आए और सभी के चेहरे पर हमेशा मुस्कान बनी रहे, इन उम्मीदों के साथ अगर आप भी अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों के लिए कुछ गिफ्ट्स खरीदने की सोच रहे हैं तो हम आपको दे रहे हैं कुछ बेहतरीन गिफ्टिंग आइडियाज। 
डायरी नहीं बुलेट जर्नल दें गिफ्ट में 
न्यू इयर के मौके पर आमतौर पर लोग एक दूसरे को डायरी गिफ्ट में देते हैं लेकिन इस बार ओल्ड स्कूल डायरी की जगह आप चुन सकते हैं बुलेट जर्नल। जी हां, अगर आपका दोस्त, पत्नी या परिवार का कोई सदस्य बेहद ऑर्गनाइज्ड तरीके से अपनी लाइफ जीता है तो ऐसे व्यक्ति के लिए यह एक अच्छा गिफ्टिंग ऑप्शन हो सकता है। इस जर्नल की मदद से गिफ्ट पाने वाला व्यक्ति अपनी सालभर की ऐक्टिविटी, टू-डू लिस्ट और अपने विचारों को बड़ी आसानी से इसमें कैद कर पाएगा।
स्किनकेयर हैम्पर 
अगर आप सोच रहे हैं कि इस तरह की चीजें तो सिर्फ लड़कियों की गिफ्ट की जाती हैं तो ऐसा बिलकुल नहीं है। एक अच्छा स्किन केयर हर कोई चाहता है। लिहाजा आप अपने दोस्त को शैंपू, साबुन, इंसेंस स्टिक, मॉइश्चराइजर आदि का एक पूरा हैम्पर तैयार करके गिफ्ट में दे सकते हैं। आप चाहें तो सर्दी के मौसम को देखते हुए इस बास्केट में बॉडी लोशन और लिप बाम भी ऐड कर सकते हैं ताकि उनका दिन हमेशा बना रहे फ्रेश और डीटॉक्स।
फिटनेस बैंड 
अगर आपके दोस्त या रिश्तेदार ने इस नए साल में वजन घटाने और फिट रहने का रेजॉलूशन लिया है तो ऐसे दोस्त के लिए फिटनेस बैंड एक अच्छा गिफ्ट ऑप्शन हो सकता है। अगर आपका फ्रेंड या परिवार का कोई सदस्य डायबीटिक है या हार्ट पेशंट है जिन्हें अपने स्टेप्स काउंट करने पड़ते हैं, कैलरी पर नजर रखनी होती है तो उनके लिए भी ये एक अच्छा गिफ्ट ऑप्शन हो सकता है।
गिफ्ट करें एक अच्छा सा स्टेकेशन 
अगर आपका बजट ये अलाउ करता है और आप गिफ्ट देने वाले व्यक्ति से हद से ज्यादा प्यार करते हैं तो उन्हें किसी फैंसी से होटल में वीकेंड पर स्टेकेशन गिफ्ट में दे सकते हैं। नए साल के मौके पर यह भी एक परफेक्ट गिफ्ट हो सकता है उस व्यक्ति के लिए जो एक अच्छी जगह पर, अच्छे खाने के साथ पर्सनल टाइम स्पेंड कर नए साल का स्वागत करे।
तोहफे में दें प्लांट्स 
इन दिनों चारों तरफ एयर पलूशन की दिक्कत हो रखी है। ऐसे में सांस लेने के लिए ताजी हवा किसे नहीं चाहिए। लिहाजा आप नए साल के मौके पर अपने दोस्त या किसी अपने को एयरप्योरिफाइंग प्लांट गिफ्ट में दे सकते हैं ताकि उन्हें मिल सके बाहर के वातावरण की जहरीली हवा से कुछ राहत।


कार को साइड न देने पर गोली मारी

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में एक बार फिर सड़क पर दबंगई जिंदगी पर भारी पड़ गई। यहां कार को रास्ता नहीं देने पर एक 24 वर्षीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि कार चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है और हत्या में इस्तेमाल की गयी पिस्तौल भी बरामद कर ली गई है।



पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को रात साढ़े नौ बजे घुकना कालोनी के पास भीम तिराहे पर आशीष अपने दोस्त से बात कर रहा था तभी आरोपी कृष्ण पाल अपनी कार के साथ वहां आया और उन्हें वहां से हटकर कहीं और जाकर बात करने के लिए कहा। इसी बात को लेकर आशीष और पाल में बहस हो गई जिसके बाद पाल आशीष को गोली मारकर मौके से फरार हो गया। पुलिस अधीक्षक(नगर) मनीष मिश्रा ने बताया कि सूचना के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और शनिवार रात 11:45 बजे पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है। उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान हरवंस नगर कालोनी निवासी पाल ने आशीष की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली है।


भयानक सड़क हादसे में तीन जिंदा जले

रतलाम। देर रात एक ट्रक व आईसर में जोरदार भिड़ंत हो गई, जिससे आईसर में आग लग गई ट्रक में सवार 4 लोगों में से तीन की जलकर मौत हो गई। जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है। हादसे से घायल युवक को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। फिलहाल सूचना मिलने से मौके पर पहुंची पुलिस मर्ग कायम कर शव पीएम के लिए भेज आगे की कार्रवाई कर रही है।


मिली जानकारी के अनुसार सोमवार रात मिर्ची भरकर रतलाम जा रहे एक ट्रक की सामने से आ रहे मिनी ट्रक से भिड़ंत हो गई। दोनों वाहनों में टक्कर इतनी जोरदार हुई कि गाड़ियों में आग लग गई। हादसे से ट्रक में सवार तीन लोग जिंदा जल गए। इस हादसे के बाद मिनी ट्रक में सवार चालक और क्लीनर मौके से फरार हो गए।


रावत देश के पहले 'चीफ ऑफ डिफेंस'

नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बनाया गया है। बता दें कि केंद्र सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) का कार्यकाल 3 साल के लिए और बढ़ा दिया गया है. अब चीफ ऑफ डिफेंस के रिटायर होने की उम्र 65 वर्ष होगी। 65 साल की उम्र पूरी होने के बाद ही इस पद से सीडीएस रिटायर होंगे। पहले 62 साल में ही रिटायर होने का प्रावधान था।


सीडीएस को तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बनाने की जिम्मेदारी दी जाएगी। मंगलवार को जनरल बिपिन रावत थल सेना प्रमुख के पद से रिटायर होने वाले हैं।


सीडीएस (CDS) फोर स्टार जनरल होगा और इनका का कार्यकाल तीन साल का होगा। जो अपने पद पर 65 साल की उम्र तक बने रहेंगे। हालांकि पहले यह 62 साल थी लेकिन सरकार ने इसमें बदलाव कर दिया था।


CDS की नियुक्ति युद्ध में सिंगल प्वाइंट आदेश देने के नजरिए से भी काफी अहम है। इसका मतलब यह कि तीनों सेनाओं को एक ही आदेश जारी होगा। मालूम हो कि करगिल युद्ध के बाद बनी के. सुब्रमण्यम की अध्यक्षता वाली रिव्यू कमेटी ने सीडीएस पद की सिफारिश की थी।


कमेटी ने पाया था कि करगिल जंग के दौरान तीनों सेनाओं में तालमेल की काफी कमी थी। इसलिए सेनाओं के तालमेल के लिए एक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की जरूरत है।


बहन से प्रेम-प्रसंग, बेटी से की शादी

नेब्रास्का। अपनी बेटी से शादी के जुर्म में 2 साल की सजा पा चुके पिता ने एक अन्य कोर्ट में अपने ऊपर लगे आरोपों को चुनौती नहीं देने का फैसला किया है। 40 के पिता को अमेरिका की एक अदालत ने सजा सुनाई है। लेकिन बेटी के साथ संबंध को लेकर ही पिता पर एक अन्य राज्य में भी मुकदमा चल रहा है।


डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रैविस फील्डग्रोव नाम का शख्स अपनी ही बेटी के साथ रोमांटिक रिलेशन में था और फिर शादी भी कर ली। अमेरिका के नेब्रास्का में ट्रैविल के खिलाफ फिलहाल इसी को लेकर दूसरा मुकदमा चल रहा है। वहीं, ट्रैविस की बेटी ने कहा कि उसके और सौतेली बहन के बीच, पिता का प्यार पाने के लिए कॉम्पिटिशन हुआ करता था। पिछले साल अक्टूबर में ट्रैविस से समंथा कर्शनर से शादी की थी। इसके एक महीने बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी। 


अमेरिका के नेब्रास्का का एडम काउंटी कोर्ट ट्रैविस को अब 14 जनवरी 2020 को सजा सुनागा। इससे पहले पिता से शादी करने के जुर्म में बेटी को 9 महीने प्रोबेशन की सजा दी गई थी। पुलिस ने कहा था कि पिता और बेटी ने रोमांटिक और सेक्शुअल रिलेशनशिप की बात कबूल कर ली है। बेटी के जन्म के बाद उसकी परवरिश पिता से अलग हुई थी। 17 साल की उम्र में वह पहली बार पिता से मिली थी।


ठंड कम होने के अभी कोई आसार नहीं

नई दिल्ली। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली समेत उत्तर भारत के बाकी इलाके भीषण शीतलहर की चपेट में हैं।  राष्ट्रीय राजधानी दिल्ी में शनिवार को मौसम का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया। अधिकारियों ने बताया कि सुबह न्यूनतम तापमान गिरकर 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शहर घने कोहरे की चादर में लिपटा रहा जिससे दृश्यता कम हो गई और सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ा।


मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि 28 और 29 दिसंबर को सामान्य से अधिक सर्दी पड़ेगी। पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में 30 दिसंबर की रात से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण 31 दिसंबर और एक जनवरी को उत्तर-पश्चिमी एवं मध्य भारत में बारिश एवं ओलावृष्टि का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार सहित देश में उत्तर, मध्य एवं पूर्व के अधिकांश इलाकों में अगले दो दिनों तक शीत लहर के कारण प्रचंड सर्दी व घने कोहरे का प्रकोप जारी रहेगा। नए साल की शुरुआत में बारिश और ओलावृष्टि होने का पूर्वानुमान है। मौसम का यह मिजाज बताता है कि अब अगले साल ही जनवरी के पहले सप्ताह में कड़ाके की ठंड से कुछ राहत मिलने की उम्मीद की जा सकती है।


केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के करगिल जिले के द्रास में तापमान -20 डिग्री तक पहुंच गया है। द्रास को दुनिया के दूसरे सबसे ठंडे रिहायशी इलाके में गिना जाता है। उच्च हिमालयी इलाकों में भारी बर्फबारी से तापमान में यह जबर्दस्त गिरावट आई है। राजस्थान में भी ठंड रेकॉर्ड तोड़ रही है। शनिवार को शेखावटी में पारा लुढ़ककर -4, जबकि सीकर में -1 पर चला गया। जबर्दस्त शीत लहर के कारण शुक्रवार को भी पारे ने रेकॉर्ड तोड़ा था। जयपुर में पारा पांच साल बाद फिर 4 डिग्री तक गिर गया। जयपुर जिले के जोबनेर में -1 डिग्री दर्ज किया गया।


शराब में स्नान करती है यह महिला

इस्लामाबाद। हर इंसान का शौक अलग होता है। किसी को महंगी महंगी गाड़ियों में घुमने के शौक होता है तो कोई करोड़ो की ज्‍वैलरी रखने का शौक फरमाता है। अपने शौक को पूरा करने के लिए ये लोग करोड़ो खर्च कर देतें है। ऐसे ही एक महिला के शौक के बारें में आपको बताने जा रहे है जिसकों जान कर आप भी चौक जाओगे।


हम बात कर रहे है पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश अरबपति मोहम्मद जहूर की वाइफ कमालिया की। इनको नहाने का शौक है। अब आप सोच रहे होंगे की इसमें नया क्या है यह भी कोई शौक हुआ। दरहसल, इनको पानी की बजह शैंपेन से नहाने का शौक है। इसके लिए वह कई महंगी शैंपेन की बोतलें खाली कर देती हैं। वे खुद को खूबसूरत बनाने के लिए सिर्फ नहाने पर ही 1 करोड़ रुपए खर्च कर देती हैं। हर दिन 18-20 बोतालें से नहाती हैं और एक शैंपेन की बोतल की कीमत 5 हजार की होती है। इसका मतलब एक दिन के नहाने में यह महिला तक़रीबन 1 लाख रुपए की शैंपेन का इस्तेमाल करती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी सेवा में दिन-रात 22 नौकर लगे रहते हैं। कमालिया के पति इन नौकरों की सैलरी पर ही सालाना 1.94 करोड़ रुपए खर्च कर देते हैं।


शादी से पहले कमालिया का नाम नताल्या शमरेनकोवा था। बाद में उन्होंने अपना नाम बदल लिया। कमालिया मॉडल और सिंगर भी रह चुकी हैं। उनका जन्म यूक्रेन में हुआ और वे लंबे वक्त तक रूस में रह चुकी हैं। पाकिस्तान में समय बिताते हुए उन्होंने वहां के चैरिटी प्रोग्राम में भी काम किया है। कमालिया हीरे जड़ी हुई घड़ियां पहनती है जिनकी कीमत 40 लाख रुपए से भी ज्यादा है। उनके एक चश्मे की कीमत 4 लाख रुपए है। अगर बात की जाए उनकी हैंडबैग की तो उसकी कीमत 90 लाख रुपए है और वह सालाना अपने जूतों पर 20 लाख से ज्यादा खर्च कर देती हैं।


यूं तो कमालिया को पेरिस के मशहूर और सबसे बड़े होटल सूट इंपेरियल रिट्ज में रुकने का शौक है। इस होटल में एक रात रुकने का ही खर्च करीब 20 लाख रुपए तक है। इसके अलावा खाने-पीने और अन्य खर्च अलग से होते हैं। लेकिन विदेश टूर के लिए उनके पास अलग-अलग देशों में 14 घर और 2 प्राइवेट जेट हैं।


कंकर पत्थर का भोजन करते हैं ये संत

अमेठी। एक सन्त किस-किस तरह की चीजें खाकर अपना पेट भरते है। यह सुनकर आप यकीनन हैरत में पड़ जाएंगे। ये सन्त मिट्टी बालू पत्‍थर जैसी चीजें न केवल खाते हैं। बल्‍कि उसे आसानी से हजम भी कर जाते हैं। कहने को तो हम सभी का अपना कोई न कोई पसंदीदा खाना जरूर होता है। उसे खाने के लिए हम हमेशा तैयार रहते हैं। लेकिन इससे हट के इस सन्त की कहानी है। उसकी पसंद खाना नहीं बल्कि खाने के तौर पर मिट्टी बालू और पत्थर है। उसे ईट पत्थर बालू घोलकर पीना और मिट्टी चाटना इतना पसंद है कि वो दिन भर में करीब किलोभर तक कंकड़-पत्थर खा जाते है।


मामला अमेठी जिले के गौरा प्राणी गांव का है। करीब 100 वर्ष के सती प्रसाद को किशोरावस्था से ही पत्थर खाना पसंद था। कंकड़ पत्थर खाने और बालू घोलकर पीने की हरकत कब उसकी आदत बन गई, उसको पता ही नहीं चला। यहीं नहीं वो ईंटें भी खाने लगे थे। ग्रामीणों ने बताया की बहुत कहने पर ही वह भोजन करते है। यही नही सन्त सती प्रसाद पूरे भारत वर्ष सहित कई देशों की पैदल यात्रा कर चुके है।


करीब बीस वर्ष की उम्र से ही सती प्रसाद ने कंकड़ पत्थर सहित बालू खाना शुरू कर दिया और 100 वर्ष की उम्र में भी यह जारी है हैरानी की बात है कि वो हर रोज करीब किलो भर कंकड़ पत्थर और बालू घोलकर पीने के बाद भी ठीक है। अपने अजब खाने की आदत की वजह से उसे कभी भी पेट दर्द या कोई गंभीर बीमारी की शिकायत आज तक नहीं हुई है। बेहद शौक से ईंट-पत्थर खाने और बालू घोलकर पीने वाला इस सन्त के दांत अब बिल्कुल नही हैं ।


67 का दूल्हा, 66 की दुल्हन ने रचाई शादी

केरल। कहते हैं प्यार करने की कोई उम्र नहीं होती है। उम्र के किसी पड़ाव में प्यार हो सकता है। प्यार के बंधन में कोई भी किसी उम्र में बंध सकता है। केरल से भी ऐसा ही मामले सामने आाया है, जहां एक अनोखी शादी देखने को मिली है।


केरल के एक सरकारी वृद्धा आश्रम में एक बुजुर्ग जोड़ा शादी के बंधन में बंध गया है। 67 साल के कोचानियन मेनन और 66 साल की लक्ष्मी अम्मल त्रिशूर जिले के रामावर्मापुरम के वृद्ध आश्रम में मिले। वृद्धा आश्रम में ही दोनों बुजुर्गों को आपस में प्यार हो गया, फिर क्या था दोनों ने उम्र के इस पड़ाव में किसी की परवाह किये बगैर शादी रचा ली।


जैसे ही मेनन (67) और लक्ष्मी (65) ने शादी की, सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें वायरल हो गई। शादी के फोटोज में दोनों बुजुर्ग बेहद खूबसूरत और खुश नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर दोनों को लोग ढेर सारी बधाईयां भी दे रहे हैं।


प्रशांत किशोर ने नीतीश पर बोला हमला

पटना। जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने एक बार फिर से सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है। नागरिकता संशोधन कानून को समर्थन देने पर एक बार फिर से प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के फैसले पर सवाल खड़े किये हैं। संसद में जेडीयू की ओर से नागरिकता संशोधन कानून को समर्थन देने पर प्रशांत किशोर ने अपना गुस्सा एक बार फिर से जाहिर किया है।


प्रशांत किशोर ने कहा है कि नीतीश कुमार ही बता सकते हैं कि आखिर किन परिस्थितियों में जेडीयू ने नागरिकता संशोधन कानून को संसद के दोनों सदनों में समर्थन दिया। आपको बता दें कि जबसे जेडीयू ने नागरिकता संशोधन कानून को संसद के दोनों सदनों में अपना समर्थन दिया है, तबसे प्रशांत किशोर पार्टी से नाराज चल रहे हैं। बिल को समर्थन देने के विरोध में प्रशांत किशोर पहले भी नीतीश कुमार के फैसले पर नाराजगी जता चुके हैं। 


पार्टी लाइन से अलग जाकर प्रशांत किशोर ने इसके लिए सीएम नीतीश की आलोचना भी की थी। हालांकि नीतीश कुमार से प्रशांत किशोर की मुलाकात के बाद ये मामला शांत हो गया था, जिसके बाद नीतीश कुमार ने भी सार्वजनिक तौर पर ये ऐलान किया था कि बिहार में NRC लागू नहीं किया जाएगा। लेकिन CAA पर एक बार फिर प्रशांत किशोर ने नीतीश के फैसले पर सवाल खड़ा किया है।


पत्रकारों का शोषण नहीं होगा बर्दाश्त

 अजय मिश्रा


प्रयागराज ,कोरांव। तहसील कोरांव अन्तर्गत क्षेत्र के लेड़ियारी बाजार में स्थित शिवजियावन इंटर कॉलेज के प्रांगण में शनिवार को ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की बैठक एसोसिएशन के जिला महामंत्री दिगंबर त्रिपाठी की अध्यक्षता में आहूत की गई । उक्त बैठक में बतौर मुख्य अतिथि ग्रापए एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष अयोध्या प्रसाद केसरवानी ने हिस्सा लिया । इस दौरान उन्होने कहा कि पत्रकारों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पत्रकारों की हर समस्या की लड़ाई जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक लड़ी जाएगी । इस दौरान जिलाध्यक्ष ने वार्षिक प्रगति रिपोर्ट की जानकारी मौजूदा तहसील अध्यक्ष ईश्वर चंद्र मिश्र से ली। एसोसिएशन के महामंत्री दिगंबर त्रिपाठी ने एसोसिएशन के नियम कायदे एवं संगठनात्मक ढांचे को विस्तार से सभी पदाधिकारियों को बताया और वार्षिक सदस्यता शुल्क प्रांतीय सम्मेलन के साथ कई बिंदुओं पर अहम चर्चा की। उक्त बैठक में तहसील अध्यक्ष कोरांव का मनोनयन किया जाना था किंतु संगठन के अगुवाकारों के द्वारा यह निर्णय लिया गया कि 5 तारीख की जिले की बैठक में कोरांव तहसील के अध्यक्ष के नाम की घोषणा की जाएगी। उक्त बैठक में प्रमुख रूप से वरिष्ठ पत्रकार सुखलाल विश्वकर्मा, कृष्ण शंकर पांडे, लक्ष्मण प्रसाद द्विवेदी ,केके मिश्रा, श्री कृष्ण केसरी, अजय मिश्रा, राजेश सिंह, मनीष वर्मा, जनेश्वर तिवारी, सरस्वती प्रसाद मिश्र, सोमधर शुक्ला ,साहब लाल कुशवाहा, सचिन केसरी ,अनुज कुशवाहा, जयशंकर भास्कर, खेमराज सिंह, अरविंद कुमार सिंह, मुकेश द्विवेदी, मनोकामना पांडेय सहित भारी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे।


भाजपा के 300 विधायक योगी के खिलाफ

भाजपा के 300 विधायक मुख्यमंत्री योगी के खिलाफ, अखिलेश यादव ने किया दावा                           


लखनऊ। युवाओं को संबोधित करते अखिलेश यादव सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी कुर्सी बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। भाजपा के 200 से ज्यादा विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए थे। हालत ये है कि भाजपा के करीब 300 विधायक सरकार के खिलाफ हैं इसलिए जानबूझकर प्रदेश में बवाल के बहाने मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है।


अखिलेश यादव रविवार को लखनऊ में सपा मुख्यालय पर पार्टी नेताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है भाजपा को हटाना है। भाजपा के लोग समाज में भेदभाव बढ़ाकर उसका लाभ लेने की कोशिश करते हैं। हम संविधान का सम्मान करते हैं और वो संविधान को नहीं मानते। आज जब देश की अर्थव्यवस्था आईसीयू में पहुंच गई है और इनके पास देश को दिखाने के लिए कुछ नहीं है तो समाज में एक दूसरे को लड़वाना चाहते हैं।


अखिलेश ने कहा कि समाजवादी लोग अन्याय के खिलाफ हैं। हम उनसे संघर्ष करेंगे। भाजपा सरकार को बताना चाहिए कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में हुई हिंसा में कितने लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई? आज सभी फोटो और वीडियो मौजूद हैं उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए जो जनता को धमकी दे रहे हैं लेकिन ये मुख्यमंत्री ऐसे हैं जिन्होंने खुद पर ही चल रहे मुकदमों को हटवा दिया और अब कुर्सी बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं


'एनआरसी व एनपीआर हर गरीब के खिलाफ हर मुसलमान के खिलाफ'
अखिलेश यादव ने कहा कि हम सरकार को कोई दस्तावेज नहीं दिखाएंगे। हम इसी देश के नागरिक हैं। भाजपा के लोग बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था से लोगों का ध्यान हटाने के लिए ये सब कर रहे हैं। गांवों में लोगों के पास दस्तावेज नहीं हैं वो कैसे प्रमाणित करेंगे कि वो इसी देश के रहने वाले हैं। मैं अपना कोई भी दस्तावेज नहीं दिखाऊंगा।


अखिलेश ने कहा कि राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर देश के गरीब, मुसलमान और माइनॉरिटी के खिलाफ है।


दूसरों की चिंता छोड़ मंथन करे कांग्रेस

बहिन मायावती जी का प्रियंका वाड्रा  को जबाव कहा-दूसरों की चिंता करने के बजाए आत्म-चिंतन करे कांग्रेस


लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की तीखी टिप्पणी पर बसपा सुप्रीमो बहिन मायावती जी ने ट्वीट कर जवाब दिया है :- कांग्रेस के 135वें स्थापना दिवस समारोह में शनिवार को राजधानी लखनऊ पहुंची प्रियंका ने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी पर हमला बोला था उन्होंने कहा था कि दोनों पार्टियां सरकार से डर रही हैं, वह कुछ नहीं कर रही हैं लेकिन कांग्रेस को संघर्ष की चुनौती स्वीकार है कार्यकर्ताओं के दिल में भय और हिंसा नहीं इस पर बहिन मायावती जी ने ट्वीट कर कहा :- कांग्रेस को दूसरों की चिंता के बजाए आत्म-चिंतन करने की सलाह दी है।


बहिन मायावती जी  ने ट्वीट किया है :- कांग्रेस आज अपनी पार्टी के स्थापना दिवस को 'भारत बचाओ, संविधान बचाओ' के रूप में मना रही है इस मौके पर दूसरों पर चिन्ता व्यक्त करने के बजाए कांग्रेस स्वयं अपनी स्थिति पर आत्म-चिन्तन करती है, तो यह बेहतर हो


नहीं भरेंगे एनपीआर, क्या करेंगे आप

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को साफ-साफ शब्दों में कहा है कि वह नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) नहीं भरेंगे। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक लखनऊ में पूर्व सीएम अखिलेश यादव का कहना है कि यदि जरूरत पड़ी तो मैं पहला ऐसा व्यक्ति बनूंगा, जो किसी भी फॉर्म को नहीं भरेगा। लेकिन सवाल यह है कि आप समर्थन करेंगे या नहीं। यादव ने आगे कहा कि हम नहीं भरते एनपीआर, क्या करेंगे आप?


नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में भड़की हिंसा के बीच अब एनपीआर को लेकर सभी विपक्षी दलों ने मोदी सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। एक तरफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सीएए के खिलाफ हुई हिंसा के आरोपियों के समर्थन में सड़कों पर हैं। पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एनपीआर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अखिलेश यादव का कहना है कि वह खुद और न ही समाजवादी पार्टी का कोई कार्यकर्ता इस एनपीआर को भरेगा। उन्होंने कहा कि आज के युवाओं को रोजगार चाहिए ना कि एनपीआर। एनपीआर और एनआरसी हर गरीब और अल्पसंख्यकों के खिलाफ है। हमें पहले कांग्रेस ने नहीं गिना, अब भारतीय जनता पार्टी भी नहीं गिन रही है। अखिलेश यादव ये बातें समाजवादी छात्रसभा की बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कही है।


राजनीतिः रद्द किए कोल ब्लॉक आवंटन

अब्दुल सलाम कादरी 


रांची। केंद्र सरकार ने चार राज्यों के छह कोल ब्लॉक आवंटन को रद्द कर दिया है। शुक्रवार को कोयला मंत्रालय की ओर राज्य की बिजली उत्पादन कंपनियों के साथ छह ब्लॉकों के आवंटन को रद्द कर दिया। इनमें झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कोल ब्लॉक शामिल है।चार बिलियन टन कोयले के स्टॉक वाले इन खदानों को 2007-10 के बीच आवंटित किया गया है। बताया जा रहा है कि इस कोल ब्लॉक्स का आवंटन भविष्य की बिजली उत्पादन प्रोजेक्ट के लिए किया गया था। लेकिन इस दिशा में काम आगे नहीं बढ़ने के बाद मोदी सरकार ने इनका आवंटन रद्द कर दिया।


झारखंड के दो कोल ब्लॉक का आवंटन रद्द
केंद्र सरकार ने कुल 4 बिलिटन टन उत्पादन क्षमता वाले छह कोल ब्लॉक्स का आवंटन रद्द किया है। इसमें झारखंड के दो कोल ब्लॉक है। पहला मोरनी (225.4 मीट्रिक टन कोयला) दूसरा केरंदारी जिसमें 916.5 मीट्रिक टन कोयले का भंडारण है। इसके अलावे महाराष्ट्र का भिखुन माइंस (100 मीट्रिक टन), छत्तीसगढ़ का पिंडराखी (421.5 मीट्रिक टन) और पुता पारोगिया (629.2 मीट्रिक टन) और ओडिशा की बनखुई (800 मीट्रिक टन) माइंस शामिल है।


राजस्व पर पड़ेगा असर
झारखंड में फिलहाल सरकारी खजाने की हालत खस्ता है। कर्ज के बोझ तले दबे झारखंड के पास वेतन-भत्ता देने के लिए भी राशि कम पड़ रही है। ऐसे में कोल ब्लॉक का आवंटन रद्द होने से राज्य को राजस्व का और नुकसान उठाना पड़ेगा। सरकार का ये फैसला ऐसे समय में आया है जब मौजूदा वित्त वर्ष में कैप्टिव कोयला उत्पादन 25.1 मीट्रिक टन है, जो 2015 में संचालित 42 ब्लॉक्स में हुए 43.2 मीट्रिक टन से बहुत कम है।


हालांकि, रद्द किये गये 6 कोल ब्लॉक की नीलामी कब की जायेगी, इस बारे में मंत्रालय की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गयी है। गौरतलब है कि झारखंड में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की करारी हार हुई है। और सत्ताधारी भाजपा 25 सीटों पर सिमट गयी, जबकि जेएमएम-कांग्रेस के गठबंधन ने 45 सीटों पर कब्जा जमाते हुए अप्रत्याशित जीत दर्ज की है।अब झारखंड में बीजेपी सत्ता से बाहर है, वहीं केंद्र की मोदी सरकार ने झारखंड के दो कोल ब्लॉक समेत कुछ ब्लॉक का आवंटन रद्द कर दिया, जिससे राज्यों को राजस्व की हानि उठानी पड़ेगी।


प्रेमी युगल ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

जांजगीर-चाम्पा। डभरा थानांतर्गत छुहीपाली में पिछले एक महीने से किराए के घर में रह रहे प्रेमी जोड़े ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सुचना मिलते ही डभरा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच में जुट गई है। फिलहाल आत्महत्या के कारण का पता नहीं चल पाया है। बता दें कि मृतक युवक डभरा तहसील में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर पदस्थ था।


विचारधारा-नेतृत्व के दोराहे पर खडी कांग्रेस

पूजा सिंह 


नई दिल्ली। कांग्रेस अपना 135 वां स्थापना दिवस एक ऐसे समय पर मना रही है जब वह विचारधारा और नेतृत्व, दोनों मामलों में दोराहे पर खड़ी है। विचारधारा का मामला तो महाराष्ट्र में शिवसेना से गठबंधन कर सरकार बनाने के बाद से थोड़ा नरम पड़ गया है, किंतु नेतृत्व का मामला अभी भी उलझा हुआ दिख रहा है। एक तरफ जहां अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने पुत्र राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के लिए उत्सुक नजर आती हैैं, वहीं आम कांग्रेसी नेताओं में एक ऐसी सोच है कि अभी सोनिया गांधी ही कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व संभाले रहें। कांग्रेसी नेताओं का यह भी मानना है कि दिल्ली में विधानसभा के चुनाव के बाद ही कांग्रेस के नेतृत्व के मुद्दे को देखने और समझने की कोशिश की जानी चाहिए। दिल्ली में अगले महीने ही विधानसभा हो सकते हैैं।
कांग्रेसी नेता राहुल को दोबारा अध्यक्ष के लिए तो तैयार हैं, लेकिन काम के तरीके में चाहते हैं बदलाव…
आज कांग्रेस के अंदर जो हलचल मची है उसका एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि महत्वपूर्ण पदों पर बैठे हुए कांग्रेसी नेता इस बात के लिए तो बिल्कुल तैयार नजर आ रहे हैैं कि वह राहुल गांधी को ही दोबारा अपना अध्यक्ष चुन लें, लेकिन इसके साथ ही वे राहुल गांधी के कामकाज करने के तौर-तरीके में थोड़ा बदलाव भी देखना चाहते हैं। उनकी एक-एक उम्मीद यह भी है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी, दोनों जल्द ही कांग्रेस कार्य समिति का निष्पक्ष चुनाव कराएंगे। देखना है कि ऐसा हो पाता है या नहीं?
दरअसल कांग्रेस में कार्य समिति के चुनाव हमेशा एक बहुत बड़ी चुनौती रहे हैं। वर्ष 1991 में जब पीवी नरसिंह राव कांग्रेस अध्यक्ष बने थे तो उन्होंने तिरुपति में अप्रैल 1992 में चुनाव कराए थे। इसके अलावा दूसरी बार सीताराम केसरी ने कोलकाता में अगस्त 1997 में कांग्रेस कार्य समिति के चुनाव कराए थे। कांग्रेस जन यह चाहते हैं कि कार्य समिति के चुनाव के जरिये कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की भूमिका तय हो जानी चाहिए। खासतौर से उन नेताओं के लिए जो नेहरू-गांधी परिवार के सदस्य नहीं हैैं।
सोनिया गांधी के तकरीबन 20 वर्ष के लंबे अध्यक्षीय कार्यकाल में कांग्रेस में महत्वपूर्ण पद पर ऐसे लोग मौजूद रहे हैैं जो उनके पसंदीदा थे। हालांकि राहुल गांधी ने भी उसी विधि को अपनाते हुए महत्वपूर्ण पदों पर अपने लोगों को बिठाने की कोशिश की, लेकिन उसमें वह पूरी तरह से कामयाब नहीं हुए थे। अब कांग्रेस के जो वरिष्ठ नेता हैं उन्हें डर है कि राहुल गांधी जब कभी वापस आएंगे तो कहीं वह पार्टी में बड़े पदों पर जैसे कार्य समिति के सदस्य, पार्टी के महासचिव या प्रदेश अध्यक्षों को अपनी पसंद से मनोनीत करना न शुरू कर दें।
जाहिर है कि यदि कार्य समिति का चुनाव होगा तो उसमें वरिष्ठता का एक तरीके से क्रम तय हो जाएगा। कांग्रेस कार्य समिति चुनने का अधिकार ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के 1500 सदस्यों को है जो पूरे देश के विभिन्न राज्यों से आते हैं। कांग्रेस के संविधान के अनुसार कांग्रेस कार्य समिति 24 सदस्य की होनी चाहिए। जिसमें 12 सदस्यों का चुनाव होना चाहिए और 12 सदस्यों को कांग्रेस अध्यक्ष मनोनीत कर सकता है। इन 12 सदस्यों में अल्पसंख्यक, महिलाएं और कमजोर तबके के लोग होते हैं।
सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पार्टी के अंदर से उठती आवाजों का संज्ञान लेना चाहिए…
एक तथ्य यह भी है कि कांग्रेस कार्य समिति के चुनाव बहुत बार इस बिना पर नहीं किए जाते हैं कि उससे पार्टी में बिखराव हो सकता है और आपसी झगड़े बढ़ सकते हैं। फलस्वरूप कार्य समिति ही कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकृत कर देती है कि वह समस्त 24 सदस्यों को मनोनीत कर दें, लेकिन आज पार्टी के अंदर से कुछ आवाजें उठ रही हैं। सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पार्टी के अंदर से उठती इन आवाजों का संज्ञान लेना चाहिए।
झारखंड विधानसभा के चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस में आशा की एक नई किरण आई है। यहां झारखंड मुक्ति मोर्चा और राष्ट्रीय जनता दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ी कांग्रेस को 16 सीटें मिली हैैं। झारखंड चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेसी नेताओं को लगता है कि यदि केंद्रीय नेतृत्व पार्टी में सबको साथ लेकर चले तो राज्यों में नतीजे बेहतर हो सकते हैं।
हरियाणा और महाराष्ट्र की तरह झारखंड में भी गांधी परिवार की बहुत सक्रिय भूमिका नहीं थी। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा, दोनों ने प्रचार में हिस्सा तो लिया था, लेकिन गठबंधन के अधिकतर काम हेमंत सोरेन के जिम्मे ही थे। कांग्रेस पार्टी की जिम्मेदारियों के निर्वाह का जिम्मा वहां मौजूद कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह और दूसरे जमीनी नेताओं पर था। कामकाज की इस परिपाटी में कांग्रेस को उम्मीद से ज्यादा कामयाबी मिली है। उम्मीद है कि यह मॉडल आने वाले समय में रहेगा और चलेगा।
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का काम यह है कि वह सबको साथ लेकर चले और जो राष्ट्रीय मुद्दे हैं उस पर एक स्पष्ट नीति तय करे। कार्य समिति के चुनाव होने से उसके जो सदस्य होंगे उनसे भी ऐसी आशा की जाती है कि वे संवेदनशील मुद्दों पर अपनी बात रख रखेंगे। कांग्रेस के अंदर फैसला लेने का अभी जो अधिकार है वह सोनिया गांधी के पास है। उनके सलाहकारों का पार्टी के अंदर या बाहर लोकप्रियता या जनाधार जानने का कोई पैमाना नहीं है।
प्रश्न यह उठता है कि क्या सोनिया गांधी और राहुल गांधी कांग्रेस कार्य समिति का चुनाव करने के लिए तैयार हैं? क्या कांग्रेस दिल्ली में भी एक ऐसी रणनीति अपनाएगी जहां वह पार्टी हित को सब कुछ न मानकर भाजपा के खिलाफ एक गठबंधन तैयार करेगी या फिर उसकी कोई और रणनीति होगी? यह समय ही बताएगा, लेकिन यह समझना आवश्यक है कि कांग्रेस जन और नेहरू-गांधी परिवार का रिश्ता बहुत दिलचस्प ।
एक आम कांग्रेसी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को अपनी तमाम शक्ति देने को तैयार है। वह उनकी बातों को मानने को भी तैयार रहता है और उनके निर्देश पर अपना सब कुछ गंवाने को तैयार रहता है। वह कुछ पाने की भी इच्छा रखता है, लेकिन उसकी सिर्फ एक ही चाह है कि कांग्रेस सत्ता से दूर न रहे। यह मंत्र सोनिया गांधी बखूबी समझती हैैं। क्या राहुल गांधी यह कर पाएंगे? कांग्रेस का अध्यक्ष बनना तो आसान है, लेकिन उसके साथ इंसाफ कर पाना एक बहुत बड़ी चुनौती है, जो राहुल गांधी को पूरा करना है। क्या वह इसके लिए तैयार हैैं? यह वह सवाल है जिसका जवाब आने वाले दिनों में ही सामने आएगा।


दर्दनाक हादसे में परिवार के 6 लोगों की मौत

अविनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में सोमवार सुबह हुए एक दर्दनाक हादसे में छह लोगों की मौत हो गई। लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र की मौलाना आजाद कॉलोनी बेहटा हाजीपुर में एक घर के अंदर शॉर्ट सर्किट होने के चलते आग लग गई। इस घटना में एक ही परिवार के 5 बच्चों समेत छह लोगों की आग में झुलसने के चलते मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि उत्तरांचल विहार कॉलोनी में शार्ट सर्किट के कारण घर में रखा फ्रिज अथवा बैटरी इनवर्टर फटने से आग लग गई जिसमें ताई परवीन (40 उम्र) के साथ सो रहे 5 बच्चों की जलने से मौत हो गई।


आग लगने के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक आग विकराल रूप धारण कर चुकी थी और ताई सहित पांचों बच्चे मौत का शिकार हो गए। यह परिवार मूल रूप से बागपत जनपद के जानी गांव का रहने वाला है। गत कई वर्षों से लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र उत्तरांचल विहार कॉलोनी में अपने 100 वर्ग गज के मकान में रहता है। पांचों बच्चों के पिता का नाम आसिफ अली बताया जा रहा। है वह मकान की प्रथम मंजिल पर रहता था, जबकि भूतल पर उसका बड़ा भाई युसूफ अपनी पत्नी परवीन के साथ रह रहा था। बताया जा रहा है यूसुफ और आसिफ अपने गांव में किसी शादी समारोह में गए हुए थे पांचों बच्चे रात में भूतल पर अपनी ताई परवीन के सो रहे थे।


पैन आधार से लिंक कराने का 1 दिन शेष

नई दिल्ली। पैनकार्ड को आधार कार्ड से लिंक करवाने का अब मात्र एक दिन शेष है, अगर आपने अभी तक अपने पैन कार्ड को आधार से लिंक नहीं कराया है तो 31 दिसंबर 2019 के बाद एक जनवरी से यह अवैध माना जाएगा। वहीं पैन कार्ड को आधार से लिंक नहीं कराएंगे तो आप निवेश या लोन आदि से जुड़ा कोई भी काम भी नहीं कर पाएंगे।


इसलिए विभाग ने एक बार फिर लोगों से पैन कार्ड को आधार से लिंक करवाने की अपील की है। आयकर विभाग के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी।


अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार ने मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत बैंक अकाउंट, पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करवाना जरूरी कर दिया है, जो लोग ऐसा नहीं करेंगे, उनका पैन कार्ड अमान्य घोषित कर दिया जाएगा। इसलिए आयकर रिटर्न भरने वाले हर व्यक्ति के लिए पैन से आधार को लिंक करना जरूरी है। इसके लिए विभाग पहले भी कई बार लोगों को समय दे चुका है। लोगों को बार-बार हिदायत दी जा रही है कि वह पैन का आधार से लिंक करवा लें।


अब पैन कार्ड से आधार लिंक करने के लिए लोगों के पास मात्र एक दिन का समय बचा है। पैन कार्ड लिंक नहीं होने की स्थिति में अगली बार से ऑनलाइन आईटीआर (रिर्टन) फाइल नहीं कर पाएंगे। टैक्स रिफंड रुक सकता है, साथ ही, पैन कार्ड अवैध हो जाएगा।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


दिसंबर 31, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-146 (साल-01)
2. मंगलवार, दिसंबर 31, 2019
3. शक-1941, पौष - शुक्ल पक्ष, तिथि- चतुर्थी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 07:15,सूर्यास्त 05:37
5. न्‍यूनतम तापमान -4 डी.सै.,अधिकतम-14+ डी.सै., शीत लहर के साथ बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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