रविवार, 29 दिसंबर 2019

बाल झड़ने से रोकने के कारगर उपाय

सर्दी के दिनों में सिर्फ त्वचा ही नहीं, बाल भी रूखे और बेजान हो जाते हैं, और बालों को अतिरिक्त पोषण की आवश्यकता होती है। सर्द मौसम में बालों का झडऩा एक बड़ी समस्या होती है, जिससे निजात पाना जरूरी है। जानें बाल झडऩे के कारण और 5 कारगर उपाय-
कारण – पोषण की कमी बालों के झडऩे की एक प्रमुख वजह है, लेकिन इसके अलावा भी कुछ कारण हैं जो बालों के झडऩे के लिए जिम्मेदार होते हैं। यह रहे बाल झडऩे के कारण –
1 तनाव
2 एनीमिया
3 बालों के साथ एक्सपेरिमेंट
4 विटामिन बी की कमी
5 प्रोटीन की कमी
6 हाइपो थॉयरॉडिज्म
7 डैंड्रफ
8 बोरिंग के पानी से बाल धोना
9 अनुवांशिक
10 बालों की जड़ों में इंफेक्शन
बालों को झडऩे से बचाने के लिए उसके कारण को पहचानना और सही उपचार अपनाना बेहद जरूरी है। अब जानिए ऐसे 5 कारगर उपचार, जो बालों को झडऩे से रोकने के लिए बेहद फायदेमंद साबित होंगे –
1 नारियल – बालों को पोषण देने के लिए नारियल हर रूप में बेहद उपयोगी है। नारियल तेल को हल्का गर्म कर बालों की जड़ों में मसाज करने से जड़ों को पोषण मिलता है और बाल मजबूत होते हैं। इसे कम से कम 1 घंटा बालों में लगाए रखें। इसके अलावा नारियल का दूध बालों में लगाकर मसाल करने के 1 घंटे बाद बाल धोने से भी लाभ होता है।
2 गुड़हल – गुड़हल के लाल फूल बालों के लिए वरदान से कम नहीं है। गुड़हल के फूल को पीसकर नारियल तेल के साथ बालों में लगाएं और आधे से 1 घंटे तक बालों में रखें। इसके बाद बालों को धो लें। यह प्रयोग बालों को डैंड्रफ से बचाने के साथ ही मजबूत और चमकदार बनाता है।
3 अंडा – अंडा प्रोटीन से भरपूर होता है, साथ ही इसमें जिंक, मिनरल और सल्फर भी होता है। ये सभी पोषक तत्व मिलकर बालों को मजबूती प्रदान करते हैं और बालों का झडऩा रोकते हैं। अंडे के सफेद भाग को जैतून के तेल के साथ अच्छी तरह मिक्स करके बालों में मसाज करें। आधे घंटे के बाद बाल धो लें।
4 प्याज – प्याज का रस लगाने से न केवल बालों का झडऩा कम होता है, बल्कि बालों का फिर से उगना और लंबाई बढऩा भी शुरू हो जाता है। सप्ताह में दो बार प्याज के रस का बालों में लगाकर आधे घंटे बाद शैंपू कर लीजिए। यह बेहद कारगर उपाय है।
5 लहसुन – सल्फर की अधिकता के कारण लहसुन भी बालों के लिए बेहद फायदेमंद है। इसे नारियल तेल में पकाकर या फिर इसके जूस को नारियल तेल में मिलाकर लगाने से काफी फायदा होता है।


शक्कर से करे कॉकरोच का सफाया

सभी के घरों में पाई जाने वाली शकर के कुछ ऐसे जबरदस्त नुस्खे है, जो सभी को नहीं पता होते। अगर आप इन नुस्खों को जानकर इन्हें आजमाएंगे तो आपकी कई परेशानियां दूर हो सकती है, जिनमें घर से कॉकरोच 
का सफाया करना भी शामिल है। आइए, जानते हैं कैसे-
1 बादाम को खराब होने से बचाने के लिए कंटेनर में रखने से पहले उसमें तीन-चार चम्मच शक्कर डाल दें, इससे सालों-साल बादाम खराब नहीं होंगे।
2 यदि आप चाहते हैं कि फूलदान और गमलों का पानी जल्दी ना बदलना पड़ें तो लगभग 10-12 लीटर पानी में एक औंस हाइड्रोजन सल्फेट मिलाकर थोड़ी-सी चीनी डाल दें, इस घोल से फूल 15-20 दिनों तक ताजे बने रह सकते हैं।
3 फटे हाथ-पैरों के इलाज के लिए चीनी के शर्बत से उन्हें धोना चाहिए।
4 कॉकरोच कई बीमारियों के वाहक है, उनसे बचने के लिए दस ग्राम बोरिक एसिड पाउडर, एक बड़ा चम्मच चीनी, एक बड़ा चम्मच दही और एक बड़ा चम्मच गेहूं के आटे को मिलाकर गोलियां बनाएं, अब इन गोलियों को अलमारी या फ्रिज में रखें कॉक्रोच नहीं आएंगे।


अमरकंटक में दूसरे दिन भी न्यूनतम 1 डिग्री

अम्बिकापुर/पेंड्रा। छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड, बिलासपुर जिले में बदला गया स्कूलों को टाइम टेबल पूरा छत्तीसगढ़ कड़ाके की ठंड की चपेट में है। अमरकंटक में दूसरे दिन भी न्यूनतम पारा 1 डिग्री दर्ज किया गया। यहां कई जगहों पर बर्फ जम गई है। रंगमहला मंदिर, बस स्टैंड, रामघाट, कपिलधारा, श्री यंत्र मंदिर सोनमुडा सहित कई स्थानों में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। वहीं पेंड्रा में पारा 5 डिग्री दर्ज की गई है।


ठंड से आम जनजीवन प्रभावित है। पेंड्रा में कड़ाके की ठंड के कारण जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर ने स्कूलों के समय में बदलाव किया है। जारी किया आदेश के बाद अब स्कूल सुबह 8:30 बजे से 12 बजे। पहली पाली की कक्षाएं दोपहर 12:45 से शाम 5 बजे तक। दूसरी पाली की कक्षाएं और एकल पाली स्कूल के समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 10 जनवरी तक यह व्यवस्था लागू रहेगी।
वहीं ठंड का कहर सरगुजा में भी जारी है। मैनपाट बर्फ की चादर से ढक गया है। फसलों तथा पैरा में भी बर्फ जम गई है। ठंड ने कई सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। यहां तापमान करीब 1 डिग्री तक पहुंच गया है। ठंड से आलू समेत कई फसलों को नुकसान हो रहा है।


देश में हिंसा के पीछे पीएफआई का हाथ

एनआरसी और सीएए के विरोध के पीछे खड़े होकर फैला रहे अराजकता


स्थानीय स्तर पर मुस्लिम युवकों को जोड़कर बढ़ा रहे अपना नेटवर्क


लखनऊ । देश में नागरिकता अधिनियम का विरोध कर रहे इस्लामिक संगठनों के बीच से एक नाम उभरकर सामने आ रहा है। वह है इस्लामिक चरमपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया विश्वस्त सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में भड़की हिंसा में पीएफआई का नाम प्रमुखता से सामने आया है। जानकारी के अनुसार, पीएफआई यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया 2006 में केरल में नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट (एनडीएफ) के मुख्य संगठन के रूप में शुरू हुआ था। जो आज देश के कई राज्यों में मजबूत हो चुका है।
केंद्रीय एजेंसियों के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से साझा किए गए ताजा खुफिया इनपुट और गृह मंत्रालय के मुताबिक, यूपी में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के दौरान शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर, बाराबंकी, गोंडा, बहराइच, वाराणसी, आजमगढ़ और सीतापुर क्षेत्रों में पीएफआई लगातार सक्रिय रहा है जिसके कारण इन इलाकों में उपद्रव ज्यादा हुए हैं। केंद्र और राज्य सरकार की खुफिया विभागों की संयुक्त रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट, मनिथा नीति पासराई, कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी और अन्य संगठनों के साथ मिलकर कई राज्यों में पहुंच हासिल कर ली है और वह पिछले दो साल से उत्तर प्रदेश में अपना आधार फैला रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि तत्कालीन मायावती सरकार की ओर से शुरू किए गए सख्त उपायों ने पीएफआई सदस्यों को उत्तर प्रदेश छोड़ने के लिए मजबूर किया था, लेकिन उन्होंने पिछले दो साल में राज्य में पैठ बनानी शुरू कर दी है। एक जानकारी के अनुसार पीएफआई के सदस्य पूर्वांचल से ज्यादा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय हैं।
जहां शामली जिले में 19 दिसंबर से पीएफआई के 14 सदस्यों सहित 28 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो कथित रूप से सीएए के विरोध प्रदर्शनों के दौरान बड़े पैमाने पर लोगों को उकसाने का प्रयास कर रहे थे। शामली के एसपी विनीत जायसवाल ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, 'पीएफआई के कुल 14 सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं जिनमें इस संस्था का अहम सदस्य मोहम्मद शदाब भी शामिल है. पीएफआई के दो और सदस्य वॉन्टेड हैं। वहीं प्रदेश की राजधानी लखनऊ भी पीएफआई के जद से बाहर नहीं दिखाई दे रही है । एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा, 'लखनऊ हिंसा के मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। इनके नाम हैं वसीम, नदीम और अशफाक हैं और ये तीनों पीएफआई से जुड़े हैं। जिसमें वसीम पीएफआई का प्रदेश प्रमुख है जबकि वसीम खाजानची और नदीम इसी संस्था का सक्रिय सदस्य है। उत्तर प्रदेश पुलिस गिरफ्तार पीएफआई के सदस्यों के सहारे पूरे प्रदेश में हुए हिंसक प्रदर्शन के तार जोड़कर देख रही है। गिरफ्तार हुए इन सदस्यों के सहारे पुलिस इस पूरे संगठन को खत्म करने के प्रयास में जुटी हुई है।


कर्नाटक के किसान ने बनाया मोदी 'मंदिर'

प्रधानमंत्री की योजनाओं से है प्रभावित


प्रधानमंत्री किसान कल्याण निधि योजना से पहुंचा लाभ


मुंबई। एक तरफ जहां केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कानून नागरिकता संशोधन का देश में लगातार विरोध हो रहा है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोषी ठहराया जा रहा है । वहीं दूसरी तरफ कर्नाटका में एक किसान ने प्रधानमंत्री मोदी की मूर्ति अपने खेत में स्थापित की है और रोज उसकी पूजा करता है। बता दें कि तमिलनाडु में एक किसान ने अपने खेत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंदिर बनवाया है। पी.शंकर नाम के इस 50 वर्षीय किसान ने वहां करीब 63 किलोमीटर दूर इराकुड़ी गांव में पिछले सप्ताह मंदिर का उद्घाटन किया है। मोदी का यह मंदिर आठ गुणा आठ फुट का है और इसकी फर्श पर टाइल्स लगी है। लोगों के स्वागत के लिए परंपरागत रंगोली भी बनाई गई है। मंदिर की लागत करीब 1.2 लाख रुपये है और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक मूर्ति लगी है। उसका कहना है वह प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी कल्याणकारी योजनाओं से बेहद प्रभावित है और उसे इसका स्कीम का फायदा भी मिला है। यही वजह है कि उसने पीएम मोदी का मंदिर बनाया है, जहां वह रोजाना उनकी आरती उतारता है। शंकर ने बताया, ''कुछ दिक्कतों के चलते मैं इसे जल्दी नहीं पूरा कर सका और मंदिर का उद्घाटन पिछले सप्ताह हुआ है।


भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा 450 करोड़ का पुल

कर्मनाशा नदी पर बना पुल मात्र 10 सालों में धराशाई


 बिहार से चंदौली के रास्ते ओवरलोड ट्रकों का कारनामा


प्रखर चंदौली। उत्तर प्रदेश बिहार की सीमा पर कर्मनाशा नदी पर बना 450 करोड़ का पुल मात्र 10 सालों में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। उसके पिलर के पाए क्षतिग्रस्त हो चुके हैं जिसको देखते हुए प्रशासन ने अब उस पर आवागमन प्रतिबंधित कर दिया है। एनएच-2 पर स्थित पुल के टूटने से यूपी से बिहार जाने के साथ-साथ पूरे उत्तर भारत के शहरों की तरफ जाने वाले वाहनों के आवागमन की समस्या हो गई है। वहीं, पुल के टूटने को लेकर जिला प्रशासन जहां जांच की बात कह रहा है, तो वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ओवरलोडिंग की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ रहा है। फिलहाल पुलिस ने पुल टूटने की खबर मिलते ही दोनों तरफ के वाहनों की आवाजाही रोक दी है। बतादें कि
450 करोड़ रुपए की लागत से बने इस पुल का निर्माण 2003 में शुरू हुआ था। करीब 6 साल बाद साल 2009 में इस पर वाहनों की आवाजाही शुरू हुई थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि घटिया निर्माण के कारण मात्र 10 साल में इस पुल का गर्डर टूट गया है।  यह घटना शनिवार के अलसुबह की है, जब तेज आवाज के साथ पुल के बीच का पिलर का विंग टूट गया। इस कारण पुल का बीच का हिस्सा बैठ गया। वहीं, अगल-बगल वाले पिलर में भी दरारें आ गईं हैं। वाहनों के चक्के थमने से एनएच-2 पर कई किलोमीटर का लंबा जाम लग गया। इस घटना के बाद जिलाधिकारी ने वैकल्पिक व्यवस्था के आदेश दिए हैं। लेकिन अब तक सिर्फ छोटी गाड़ियों के लिए ही पुराने पुल से रास्ता बनाया जा सका है । जबकि बड़ी गाड़ियों का जाम लगातार बढ़ता जा रहा है। इस मामले में चंदौली के जिला अधिकारी नवनीत सिंह ने जांच के आदेश दे दिए हैं । तो दूसरी तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण प्राधिकरण ने इस पर बयान देते हुए कहा है कि ओवरलोडिंग के कारण यह समस्या हुई है। एनएचएआई के अधिकारी योगेश गढ़वाल ने घटना को लेकर बताया कि ओवरलोडिंग की वजह से पिलर का विंग टूटा है।  आपको बता दें कि कर्मनाशा नदी पर बने इस पुल से रोजाना सैकड़ों वाहन यूपी से बिहार और उत्तर भारत के अन्य शहरों के लिए गुजरते हैं। इस पुल के बंद होने से पूर्वांचल इलाके में बालू की सप्लाई के ठप होने का अंदेशा है। बता दें कि इस पुल के माध्यम से बिहार के कर्मनाशा से अवैध रूप से बालू लगातार पूर्वांचल के कई जनपदों में पहुंचता रहा है । अब इस घटना के बाद भले ही जिलाधिकारी चंदौली अब इस मामले में जांच कराने की बात कर रहे हो लेकिन अगर समय रहते इस पर कदम उठाया गया होता तो इस तरह की घटना सामने नहीं आती।


ठंड ने तोड़े रिकॉर्ड, यूपी में 57 की जान ली

नई दिल्ली। पहाड़ों पर बर्फबारी, सर्द हवाओं और घने कोहरे के कारण देश की राजधानी दिल्ली समेत समूचा उत्तर भारत बर्फीली ठंड से जम गया है। शनिवार को दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश से लेकर केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की द्रास घाटी और जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर तक जबरदस्त शीत लहर से जनजीवन थम सा गया।


पारा रोजाना नए रिकॉर्ड बना रहा है। दिल्ली के सराय काले खान इलाके में सुबह तापमान गिरकर 2.0 डिग्री तक चला गया। दिसंबर में इस सीजन का यह न्यूनतम तापमान है। सर्दी के बदतर हालात को देख मौसम विभाग ने दिल्ली के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।


वहीं, यूपी के कानपुर में यह दो डिग्री और लद्दाख के कारगिल जिले के द्रास में पारा -28.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मध्य प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में तापमान 1.2 डिग्री तक पहुंचा। राजस्थान के शेखावटी में न्यूनतम तापमान -4 डिग्री रहा।


छह राज्यों के लिए रेड अलर्ट
ठंड को देखते हुए छह राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली शामिल हैं।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में सर्दी की वजह से झरना जम गया। शिमला में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री रहा, जो दिल्ली के औसत 2.4 डिग्री से काफी ज्यादा है। पहाड़ों में हो रही भारी बर्फबारी के चलते तापमान में भारी गिरावट आई है।


घने कोहरे और तकरीबन शून्य दृश्यता के चलते दिल्ली आने-जाने वाली कम से कम चार उड़ानों के मार्ग बदले गए हैं। कोहरे की वजह से दिल्ली आने-जाने वाली 24 ट्रेनों के मार्ग बदले गए। दिसंबर से अब तक 8 सर्द दिवस और 7 गंभीर सर्द दिवस रिकॉर्ड हो चुके हैं।


भीषण ठंड के बीच वायु प्रदूषण ने भी हाला बदतर कर दिया है। दिल्ली, यूपी समेत कई शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति बदतर रही। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 413 रहा । जिसके चलते सांसों पर संकट बढ़ा है। कानपुर में में यह 291 और लखनऊ में 338 के खतरनाक स्तर पर रहा।


दिल्ली: 15 दिनों से लगातार शीतलहर का बना रिकॉर्ड
दिल्ली शनिवार को लगातार 15वें दिन सबसे सर्द रहा। 1901 के बाद यहां सबसे ज्यादा ठंडा दिसंबर रहा है। 1997 में आखिरी बार इसी तरह की ठंड से दो चार हुआ था। दिल्ली में 30 दिंसबर 2013 को भी पारा 2.4 डिग्री रहा और वहीं 11 दिसंबर, 1996 को 2.3 डिग्री और 27 दिसंबर 1930 को शून्य डिग्री दर्ज हुआ था।


राजस्थान: सीकर में पारा माइनस में, खेतों पर पड़ा पाला
राजस्थान में सीकर में पारा -1 पर चला गया। जयपुर में पारा पांच साल बाद फिर 4 डिग्री तक गिर गया। जयपुर जिले के जोबनेर में तापमान -1 डिग्री दर्ज किया गया। माउंट आबू में -1.5 डिग्री दर्ज हुआ। सर्दी का आलम यह है कि सुबह छतों, खेतों और गाड़ियों में पाले की परत जम गई है।


उत्तर प्रदेश में ठंड से 57 लोगों की मौत, पारा जमाव बिंदु के करीब


उत्तर प्रदेश में ठंड के कहर के चलते ज्यादातर शहरों में पारा जमाव बिंदु के करीब जा पहुंचा है। न्यूनतम तापमान शनिवार को अलीगढ़ में 1.8 डिग्री, बहराइच में 2.0 डिग्री, बरेली में 3.1 डिग्री, झांसी में 2.3 डिग्री, कानपुर में 2.0 डिग्री और लखनऊ में 3.5 डिग्री दर्ज किया गया। स्थिति यह है कि घर के अंदर रजाई में भी राहत नहीं मिल रही। ठंड की वजह से विभिन्न जिलों में 57 लोगों की मौत हो गई है।


कानपुर में शनिवार को एक झटके में न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री लुढ़ककर रिकॉर्ड 2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। यह प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी चेतावनी में कहा गया है कि आगामी 31 दिसंबर तक प्रदेश में कोल्ड डे रहेगा। 1 से 3 जनवरी तक बारिश हो सकती है। मौसम खराब होने के कारण बस, ट्रेन और विमान सेवाएं प्रभावित हुई हैं।


झांसी में ठंड ने 65 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यहां ठंड से खेत की रखवाली कर रहे एक किसान समेत दो लोगों की मौत हो गई। मध्य यूपी और बुंदेलखंड में 35 जबकि पूर्वांचल में 16 लोगों की मौत ठंड से हो गई। अकेले कानपुर शहर में ही ठंड से 19 लोगों ने दम तोड़ दिया। हाथरस जिले में एक मासूम समेत तीन लोगों ने दम तोड़ दिया।



जात-पात से ऊपर सोचता है आज का युवा

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने साल के आखिरी मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि देश के युवाओं को अराजकता, अस्थिरता और जातिवाद से चिढ़ है। आज का युवा जात-पात से ऊंचा सोचता है। आज की युवा पीढ़ी परिवाववाद और जातिवाद पसंद नहीं करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का युवा सिस्टम को फॉलो करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का पीढ़ी बेहद तेज-तर्रार है। नई पीढ़ी कुछ नया और कुछ अलग करने की सोचती है। अपने मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने बिहार के एक स्कूल के कार्यों को सराहा।प्रधानमंत्री ने कहा कि स्कूल का पहल काफी सराहनीय है।


पश्चिम चंपारण के के.आर. स्‍कूल के पूर्ववर्ती छात्रों के पहल को सराहा


2019 के अंतिम 'मन की बात' में पीएम मोदी ने बताया कि बिहार के पश्चिम चंपारण जिला स्थित भैरवगंज में लोगों ने हेल्‍थ सेंटर बनाया है।हेल्थ सेंटर के संचालन का जिम्मा जिला मुख्‍यालय बेतिया के केआर स्‍कूल के साल 1995 के पूर्ववर्ती छात्रों ने उठाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 1995 बैच के स्‍कूल के छात्रों ने अपना पूर्ववर्ती छात्र सम्‍मेलन 'संकल्‍प 95' आयोजित किया, जिसमें उनलोगों ने उक्‍त संकल्‍प लिया गया।


विधानसभा में एक साथ,देवर-भाभी,ससुर-दामाद

पटना। झारखंड विधानसभा में इसबार अनोखा नजारा देखने को मिलेगा। राजनीति में परिवारवाद को मुद्दा बनाकर एक-दूसरे पर निशाना साधने वाले पार्टियों के नेता खुद परिवार के सदस्यों के साथ विधानसभा में बैठेंगे। इसबार झारखंड विधानसभा के अंदर काफी दिलचस्प नजारा देखने को मिलेगा। क्योंकि सदन में विधानसभा पहुंचे विधायकों में देवर-भाभी, ससुर-दामाद के साथ-साथ समधियों की जोड़ी नजर आएगी।


झारखंड चुनाव में इसबार जनता ने महागठबंधन को मौका दिया है। झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन ने एक बड़ी जीत हासिल की है। हेमंत सोरेन रविवार को 11वें सीएम के तौर पर सपथ लेने जा रहे हैं। लेकिन इसबार चुनाव में कई ऐसे विधायक भी चुनकर आये हैं। जिनके ऊपर परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है।


देवर-भाभी की जोड़ी
हेमंत सोरेन दुमका और बरहेट से निर्वाचित हुए हैं। शिबू सोरेन की विरासत को संभाल रहीं दुर्गा सोरेन की विधवा सीता सोरेन भी तीसरी बार संथाल परगना की जामा सीट से जेएमएम के टिकट पर विधायक बनी हैं। इस तरह से देवर-भाभी की जोड़ी विधानसभा में सत्तापक्ष में बैठेगी। बता दें 2014 और 2009 में भी यह जोड़ी विधानसभा की शोभा बढ़ा चुकी है।


पक्ष और विपक्ष में ससुर-दामाद की जोड़ी
झारखंड में इसबार पक्ष और विपक्ष का मुकाबला भी रोचक होगा। सत्ताधारी पार्टी के टुंडी से विधायक मथुरा महतो के सामने अपने दामाद मांडू से बीजेपी विधायक जयप्रकाश भाई पटेल होंगे। बता दें कि इनके पिता टेकलाल महतो झामुमो के संस्थापक सदस्यों में से थे और उसी सीट पर पांच बार विधायक बने। ससुर और दामाद की यह जोड़ी जेएमएम की पूर्व की सरकारों में मंत्री और साथ में विधायक भी रह चुकी है।


एकसाथ दो समधी भी दिखेंगे
इसबार के विधानसभा में दो समधियों की जोड़ी भी देखने को मिलेगी। हुसैनाबाद से एनसीपी के नवनिर्वाचित विधायक कमलेश कुमार सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता औ बेरमो से चुने गए विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह के साथ सदन में साथ दिखेंगे। एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष और विधायक कमलेश कुमार सिंह की बेटी राजेंद्र प्रसाद सिंह की बहू हैं। बता दें कि इससे पहले भी समधियों की यह जोड़ी झारखंड सरकार में मंत्री रह चुकी है।


झारखंड के नतीजे बिहार में डालेंगे असर

रांची। इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है रांची से जहां राजद नेता तेजस्वी यादव रांची एयरपोर्ट पहुंचे हैं। तेजस्वी हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने रांची पहुंचे हैं। झामुमो नेता हेमंत सोरेन आज झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभालने वाले हैं। झामुमो के नेता हेमंत सोरेन आज दोपहर दो बजे मोरबाड़ी मैदान में सीएम पद की शपथ लेंगे।


कोऑर्डिनेशन के साथ लड़ा महागठबंधन
तेजस्वी यादव ने कहा कि इस जीत से लोगों में काफी उत्साह है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने इस चुनाव में काफी मेहनत किया। भाजपा के खिलाफ लड़ रही पार्टियों में कोऑर्डिनेशन देखने मो मिला। झारखंड की जनता ने हमलोगों को मौक़ा दिया है। तेजस्वी ने बताया कि वह हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। हेमंत सोरेन ने जिसको न्योता दिया है। विपक्ष के सभी लोग आने वाले है। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, राजद नेता तेजस्वी यादव और सपा प्रमुख अखिलेश यादव शामिल हो सकते हैं।


नकारात्मक राजनीत करने वालों का अंजाम नकारात्मक हुआ
एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने मुद्दे पर चुनाव लड़ा। जिसको लेकर झारखंड की जनता ने हमे मौका दिया। सरकार  पूरी जिम्मेदारी के साथ काम करेगी। तेजस्वी ने कहा कि झारखंड चुनाव का रिजल्ट बिहार चुनाव सहित देश के अन्य राज्यों में काफी असर डालेगा। कांग्रेस मुक्त भारत के सवाल पर तेजस्वी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि नकारात्मक राजनीत करने वालों का अंजाम नकारात्मक हुआ है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


दिसंबर 30, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-145 (साल-01)
2. सोमवार, दिसंबर 30, 2019
3. शक-1941, पौष - शुक्ल पक्ष, तिथि- तीज, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 07:15,सूर्यास्त 05:37
5. न्‍यूनतम तापमान -5 डी.सै.,अधिकतम-14+ डी.सै., शीत लहर के साथ बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...