शनिवार, 30 नवंबर 2019

यमन के सुल्तान की कैद से भागे 9 मछुआरे

कोच्चि। यमन में एक सुल्तान की कैद से भागे नौ भारतीय मछुआरे जब कोच्ची तट पर पहुंचे तो आंखों के आंसू उनकी खुशी ब्यां कर रहे थे। 10 दिन तक 3000 किलोमीटर लंबा समुद्री सफर तय करने के बाद सभी मछुआरों ने भारतीय सरजमीं पर पैर रखे तो घुटनों के बल बैठ गए और धरती को चूमा। उनकी खुशी का ठिका नहीं था। जानकारी के अनुसार 9 भारतीय मछुआरों को यमन में एक सुल्तान ने बीते एक साल से बंधक बनाकर रखा था। उनमें से 2 केरल व 7 मछुआरे तमिलनाडु के थे। इन मछुआरों से जरूरत से ज्यादा काम कराया जाता था और मारा-पीटा जाता था।
मछुआरों ने किसी तरह अपने मालिक की नाव चुरा ली और 10 दिनों तक 3000 किलोमीटर लंबा समुद्री सफर तय करने के बाद भारत पहुंच गए। कोच्चि तट से 75 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद भारतीय कोस्ट कार्ड के जवानों ने जब मछुवारों की नाव को रोका तो उन्होंने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इस नाव के बारे में कोस्ट गार्ड के डॉर्नियर एयरक्राफ्ट को जानकारी मिली थी। बताया जाता है कि 13 दिसंबर 2018 को इन मछुआरों ने मछलियां पकडऩे के लिए तिरुवनंतपुरम का तट छोड़ा था। वह मछली पकडऩे के चक्कर में काफी आगे निकल आए और उन्हें यमन में कैद कर लिया गया। वह उन्हें नाव में रखता था और काफी काम कराता था। इन मछुआरों को दिनभर में केवल एक बार खाने को दिया जाता था। मछुआरों ने बताया कि उन्होंने जिस नाव को चुराया था उसमें प्याज और ईंधन और खाने पीने का कुछ सामान पहले से मौजूद था, जिसके कारण वह 3000 किलोमीटर का सफर तय कर सके।
मछुआरों के परिजनों को दी गई जानकारी पुलिस ने बताया कि इन मछुआरों को इमिग्रेशन की औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ही परिजनों को सौंपा जाएगा। कोस्टल पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी मछुआरों के परिजनों को इसकी जानकारी दे दी गई है। सभी मछुआरों के परिजन शनिवार दोपहर तक कोच्चि पहुंच जाएंगे। अगर सबकुछ ठीक रहा तो उन्हें जल्द से जल्द रिहा कर दिया जाएगा।


गरीब सैकड़ों किसानों के लिए कौन उत्तरदायी

अरविंद सिसौदिया
नानौता। नानौता के ग्राम ठसका में रामपुरी राजवाहा टूटने से करीब सैंकडो बीघा गेहूं, गन्ना और सरसों की फसल जलमग्न होने से बर्बाद हो गई। राजवाहा टूटने से किसानों में विभागीय अधिकारियों के प्रति गुस्सा है। पीडित किसानों ने मुआवजे की मांग के साथ ही पटरी टूटने के स्थान को पक्की कराए जाने की मांग की है। 
ग्रामीणों रामपाल शर्मा, समयसिंह, भूषण सिंह, शेरसिंह, मुल्कीराज, साहबसिंह, जोनी, मुकेश, डा. तौफीक, रफीक, सफीक अहमद, सतेन्द्र, सतपाल, श्रवण, अशोक,रामकुमार आदि ने बताया कि राजवाहा टूटने से उनकी खडी फसलें गेहूं, सरसों, गन्ना, हल्दी, बरसीम की करीब 350 बीद्या से भी अधिक फसल बर्बाद हो चुकी है। जबकि राजवाहें की पटरी टूटने का मुख्य कारण नहर की सफाई के दौरान पटरी में सोरी (सुराख) होना बताया जा रहा है। किसानों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों एसडीओ व जेई को इस संबध में कई बार अवगत करा दिया गया है लेकिन कोई कारवाई नहीं हो पाई है। पीडितों ने जिला प्रशासन से उनकी नष्ट हुई फसलों का आंकलन कर उचित मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। इस संबध में सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राजवाहें को बंद करा दिया गया है जल्द पटरी को ठीक कराया जाएगा।


नेपाल के भैरहवां मैं रक्तदान कार्यक्रम संपन्न

नेपाल, भैरहवां में रक्तदान कार्यक्रम संपन्न
भैरहवा। रुपन्देही जिले के भैरहवा सिद्धार्थ नगर पालिका वार्ड नंबर 4 हनुमान मंदिर प्रांगण में श्रीबुद्ध सामुदायिक सेवा समाज तथा सामुदायिक प्रहरी केंद्र 4,6,10, 11 द्वारा परिचयात्मक एवं रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि पुलिस वरिष्ठ उपनिरीक्षक मोहन आचार्य विशिष्ट अतिथि सामुदायिक अध्यक्ष नरेंद्र प्रसाद रौनियार रहे। प्रमुख अतिथि श्रीआचार्य ने कहा की विगत 13 वर्षों से लगातार बुद्ध सामुदायिक केंद्र के पदाधिकारी द्वारा समाज के प्रति निरन्तर दुख सुख के साथ 24 घंटा सेवा के साथ एक दूसरे की जान बचाने के लिए एक बड़ा कार्य रक्त देकर किया जा रहा है। उन्होने कहा रक्तदान एक ऐसा कार्य है, जिससे एक दूसरे की जान रक्त दान देकर बचाया जा सकता है।
समुदाय के अध्यक्ष नरेन्द्र प्रसाद रौनियार को मैं हृदय से धन्यवाद देना चाहता हूं, कि ऐसे नेक कार्य कर रहे हैं अपने लिए नहीं की दूसरो की जिंदगी बचाने के लिए मैं सामुदायिक के प्रति आभार प्रकट करते हैं।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से वड़ा नंबर 4 अध्यक्ष भोला यादव मायादेवी चैरिटेबल अध्यक्ष रवि कुमार रौनियार ,वडा नंबर 6 अध्यक्ष विरेन्द्र नाथ श्रीवास्तव , विजयनाथ धवल, रेडक्रश अध्यक्ष रुपन्देही दीपक क्षेत्री, विजया क्षेत्री, समाजसेवी मिलन बस्नेत, दुर्गा गुप्ता ,बि.एन .गुप्ता प्रितम रौनियार ,मनोज अग्रहरि ,गोपाल उपाध्याय ,शैलेश उपाध्याय, तालकेस्वर कांदू, पिपरहिया चौकी इंचार्ज डीबी थापा, त्रिलोकी प्रसाद गुप्ता, गणेश गुप्ता, शिव सागर जायसवाल, रविंद्र गुप्ता, एवम् कार्यक्रम संयोजक लक्ष्मण यादव एवम् कार्यक्रम संचालक सामुदायिक सचिव श्रीराम गुप्ता लगायत सैकड़ों कार्यकर्ता एवं समाजसेवी उपस्थित रहे।


15 घटिया तोड़कर 80 लीटर शराब बरामद

आबकारी विभाग ने तोड़ीं 15 भट्ठियां, 80 लीटर शराब बरामद, दो पर मुकदमा


पडरौना/कुशीनगर। डीईओ की अगुवाई में आबकारी विभाग की टीम ने भैसहां हेतिमपुर में कच्ची शराब के एक ठिकाने पर छापा मारा। वहां कच्ची शराब की 15 भट्ठियां तोड़ी गईं और 80 लीटर कच्ची शराब बरामद हुई। दो व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया।
जिला आबकारी अधिकारी राजवीर सिंह ने बताया कि आबकारी विभाग और प्रवर्तन गोरखपुर की संयुक्त टीम ने भैसहा हेतिमपुर में कच्ची शराब की 15 भट्ठियां तोड़ीं। वहां से 80 लीटर कच्ची शराब बरामद किया। छह हजार किलोग्राम लहन भी बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि कच्ची शराब के दो धंधेबाजों के खिलाफ आबकारी अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस छापेमारी में आबकारी निरीक्षक सत्येंद्र प्रताप, पीयूष विक्रम, आरक्षी विजय कुमार सोनकर, आशुतोष पाठक, जयप्रकाश आदि शामिल थे।


आवास विकास मंडोला विहार में भ्रष्टाचार

उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद के मंडोला विहार आवास योजना में फ्लाईओवर घोटाला


अविनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद। उत्तर-प्रदेश आवास विकास परिषद की मंडोला विहार आवासीय योजना में करीब 3 साल पहले आवास विकास परिषद के द्वारा एक पत्र दिया गया था। जिसमें गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाली मास्टर प्लान 2021 रोड के लिए मंडोला में दिल्ली-सहारनपुर रोड को पार करने के लिए फ्लाईओवर का निर्माण करने की बात कही गई थी। इस रोड एवं फ्लाईओवर को बनाने का उद्देश्य गाजियाबाद से दिल्ली जाने वालों के लिए आवागमन की सुगम सुविधा उपलब्ध कराना था। मास्टर प्लान रोड एवं इस फ्लाईओवर का निर्माण कार्य गाजियाबाद के विकास कार्यों की सर्वोच्च प्राथमिकता मे थी।
अब से 3 साल पहले फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू हुआ, निर्माण शुरू होने के करीब 1 वर्ष बाद पांच परिवारों को पत्र दिया गया कि यह फ्लाईओवर उनकी आबादी जमीन और मकान के ऊपर से जाएगा। जबकि मास्टर प्लान 2021 के नक्शे में यह फ्लाईओवर दिल्ली-सहारनपुर रोड को बिल्कुल सीधा क्रॉस कर रहा है। परंतु भ्रष्टाचारी अधिकारियों के द्वारा इस फ्लाईओवर को खतरनाक अंग्रेजी के एस के आकार का मोड़ देकर 5,6अन्य परिवारों के मकान दुकान और आबादी से प्रभावित भूमि जिसमें करीब 100 से अधिक पेड़ों को उजाड़ कर और इनके  ऊपर से बनाने का पत्र संबंधित किसानों को दिया गया। इसके जवाब में संबंधित परिवारों ने संबंधित अधिकारियों को पत्राचार के माध्यम से जवाब दिया। जिस के क्रम में गाजियाबाद जिलाधिकारी के निर्देशानुसार उपजिलाधिकारी लोनी के साथ सभी प्रभावित परिवारों आवास विकास परिषद व राज्य सेतु निगम के उच्चाधिकारियों के साथ लोनी तहसील सभागार में एक मीटिंग हुई।
 इस मीटिंग में प्रभावित परिवारों के द्वारा सवाल जवाब करने पर राज्य सेतु निगम और आवास विकास के परिषद के अधिकारी कोई संतुष्टि जनक जवाब नहीं दे सके एवं अपने आप को फंसता हुआ, देखकर एक दूसरे पर आरोप लगाने लगे। उनकी हालत को देखकर उपजिलाधिकारी से पीड़ित किसानों ने स्वयं मौके पर जाकर निरीक्षण करने के लिए कहा। जिसमें अगले ही दिन उप जिलाधिकारी लोनी के द्वारा संबंधित निर्माणाधीन फ्लाईओवर का निरीक्षण किया गया एवं मौके पर इसे बेहद खतरनाक व भविष्य में जनहित के लिए गंभीर बताया परंतु एक महीने बाद उप जिलाधिकारी लोनी के द्वारा अपना बचाव करते हुए पटवारी महोदय से जो सर्वे रिपोर्ट कराई गई थी। उसी के आधार पर इस गंभीर समस्या का निस्तारण करने का प्रयास किया गया। जिसके बारे में जिलाधिकारी गाजियाबाद और पीड़ित परिवारों को अवगत करा दिया गया। इसके जवाब में पीड़ित परिवारों ने अपना जवाब जिलाधिकारी एवं उप जिलाधिकारी महोदय को कार्यालय में उपस्थित होकर अवगत कराया। जिसके जवाब में आवास विकास परिषद या प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा आज तक किसी प्रकार की कोई सूचना या कार्यवाही नहीं हुई है एवं तभी से इस फ्लाईओवर का निर्माण कार्य बंद है। निर्माण कार्य करने वाली राज्य सेतु निगम अपना बोरिया बिस्तर सामान उठाकर कभी का जा चुकी है निर्माण स्थल पर पढ़ा हुआ, करोड़ों का सामान जंग लगकर खराब हो चुका है।
 ₹53 करोड के इस घोटाले में ना तो कोई जनप्रतिनिधि ना ही कोई संबंधित अधिकारी और ना ही सत्ताधारी पार्टी का कोई कार्यकर्ता  जवाब देने के लिए तैयार है। 
अतः सभी जनप्रतिनिधियों नेताओं अधिकारियों एवं पत्रकार बंधुओं से निवेदन है कि जनहित के लिए इस फ्लाईओवर के संबंध में आवास विकास परिषद एवं संबंधित अधिकारियों से सिर्फ 2 सवाल पूछ ले। 
कि 
( 2 )जब मास्टर प्लान 2021 रोड का कहीं अता पता नहीं है तो अब से 3 साल पहले बिना किसानों की जमीन का अधिग्रहण किये मुआवजा दिए जमीन पर कब्जा लिए इस फ्लाईओवर को बनाने की शुरुआत क्यों की गई???
 ( 2 )जब 2 परिवारों की जमीन लेकर उन्हें मुआवजा या अन्यत्र जमीन देकर यह फ्लाईओवर सीधा बन सकता है तो फिर पांच अन्य परिवारों की जमीन लेकर उनके मकान दुकान और 100 से अधिक पेड़ उजाड़ कर इस फ्लाईओवर को खतरनाक अंग्रेजी के एस के आकार का क्यों बनाया जा रहा है।
अगर भविष्य में यह फ्लाईओवर इसी आकार में बना तो यह फ्लाईओवर मौत का फ्लाईओवर कहलाया जाएगा।


हादसे में छात्रा की मौत, सड़क पर लगाया जाम

सलीम अहमद
रामनगर। बेकाबू चैदह टायरा डंपर ने स्कूली छात्रा को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया। जस्सा गाजा इंटर काॅलेज की गोबरा गांव निवासी दसवीं की साइकिल सवार छात्रा आईशा थापा पुत्री गणेश थापा को कालू सिद्ध गांव के पास बेलगाम डंपर ने पीछे से टक्कर मारकर कुचल दिया। जिससे छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने डम्पर में आग लगा दी जबकि चालक डम्पर छोड़कर फरार हो गया।


छात्रा की निर्मम मौत से गुस्साए ग्रामीणों की घटना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों से तीखी नोकझोंक हुई। और उन्होंने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा रखा है। तनाव के मद्देनजर घटनास्थल पर भारी मात्रा में पुलिस बल लगा हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की उदासीनता के चलते क्षेत्र में खनन वाहनों से लगातार मौतें हो रही हैं। घटनास्थल पर अभी भी सैकड़ों की तादाद ग्रामीण मौजूद हैं। पीरूमदारा चैकी इंचार्ज कवेन्द्र शर्मा ने बताया कि लोगों ने अभी जाम लगाया हुआ है। लोगों को समझाने की कोशिशे जारी हैं।


शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव बरकरार

मुंबई। भारतीय शेयर बाजार में इस सप्ताह घरेलू व विदेशी कारकों से भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। इस दौरान प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी ने नई बुलंदियों को छुआ, लेकिन देश के जीडीपी के आंकड़े कमजोर आने से सप्ताह के आखिरी सत्र में बाजार की तेजी पर ब्रेक लग गया और सेंसेक्स 41,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे बंद हुआ, जबकि निफ्टी 12,000 के ऊपर रहा। हालांकि पिछले साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स और निफ्टी में एक फीसदी से ज्यादा बढ़त दर्ज की गई।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को पिछले सप्ताह के मुकाबले 434.40 अंकों यानी 1.08 फीसदी की तेजी के साथ 40,793.81 पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 141.65 अंकों यानी 1.19 फीसदी की तेजी के साथ 12,056.05 पर बंद हुआ।
बीएसई मिड-कैप सूचकांक पिछले सप्ताह के मुकाबले 346.19 अंकों यानी 2.35 फीसदी की तेजी के साथ 15,084.86 पर बंद हुआ, जबकि बीएसई स्मॉल कैप सूचकांक 206.79 अंकों यानी 1.55 फीसदी की बढ़त के साथ 13,560.57 पर रहा। अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक मसलों को सुलझाने की दिशा में प्रगति की रिपोर्ट से उत्साहित विदेशी बाजारों से मिले मजबूत संकेतों से सप्ताह की शुरुआत में सोमवार को सेंसेक्स 529.82 अंकों यानी 1.31 फीसदी के उछाल के साथ 40,889.23 पर बंद हुआ और निफ्टी भी 164.60 अंकों यानी 1.38 फीसदी की तेजी के साथ 12,079 पर ठहरा।


हालांकि सप्ताह के दूसरे कारोबारी सत्र में मंगलवार को महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रमों से बाजार पर विकवाली का दबाव दिखा, जिससे सेंसेक्स 67.93 अंक फिसलकर 40,821.30 रुका और निफ्टी भी 36.05 अंक नीचे फिसलकर 12,037.70 पर बंद हुआ। अगले सत्र में बुधवार को सेंसेक्स ने 41,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर चढ़कर 41,120.28 की नई उंचाई बनाई और निफ्टी भी 12,132.45 के रिकॉर्ड स्तर तक उछला। सेंसेक्स बुधवार को पिछले सत्र के मुकाबले 199.31 अंकों यानी 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 41,020.61 पर, जबकि निफ्टी 63 अंकों यानी 0.52 फीसदी की तेजी के साथ 12,100.70 पर बंद हुआ।
तेजी का यह सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा और सेंसेक्स 109.56 अंकों की तेजी के साथ रिकॉर्ड स्तर 41,130.17 पर बंद हुआ, जबकि सत्र के दौरान सेंसेक्स अब तक के सबसे ऊचे स्तर 41,163.79 को छुआ। निफ्टी भी 53 अंकों की बढ़त के साथ 12,154.30 पर बंद हुआ, जोकि अब तक का रिकॉर्ड क्लोजिंग स्तर है। जबकि निफ्टी कारोबार के दौरान 12,158.80 के सर्वाधिक स्तर तक उछला। सप्ताह के आखिरी सत्र में शुक्रवार को इस तेजी पर ब्रेक लग गया और सेंसक्स पिछले सत्र से 336.36 अंकों यानी 0.82 फीसदी फिसलकर 40,793.81 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 95.10 अंकों यानी 0.78 फीसदी फिसलकर 12,056.05 पर बंद हुआ।


वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी के आंकड़े खराब आने और विदेशी संकेत भी कमजोर मिलने के कारण आखिरी सत्र में शेयर बाजार में विकवाली का दबाव दिखा। दूसरी तिमाही में भारत की जीडीपी विकास दर 4.5 फीसदी रही, जोकि सात साल का सबसे निचला स्तर है।


तेजी से 7000 रन बनाने वाले बल्लेबाज स्मिथ

सबसे तेजी से 7000 टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज


एडिलेड। आस्ट्रेलिया के अनुभवी बल्लेबाज स्टीव स्मिथ सबसे तेजी से 7000 टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। स्मिथ ने पाकिस्तान के साथ यहां जारी दिन-रात के टेस्ट मैच के दूसरे दिन शनिवार को यह मुकाम हासिल किया।


स्मिथ ने 126 पारियों में 7000 टेस्ट रन पूरे किए। स्मिथ ने इस क्रम में 131 पारियों में इतने रन बनाने वाले इंग्लैंड के वॉली हेमंड को पीछे छोड़ा। भारत के वीरेंद्र सहवाग ने 134 पारियों में 7000 रन बनाए थे। इस क्रम में भारत के सचिन तेंदुलकर 136 चौथे स्थान पर हैं। गैरी सोबर्स कुमार संगकारा और विराट कोहली 138 पारियों के साथ संयुक्त रूप से पांचवें स्थान पर हैं।
स्मिथ अपने देश के महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन को पीछे छोड़ते हुए 7000 टेस्ट रन बनाने वाले 11वें आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बने। रिकी पोंटिंग ने 168 टेस्ट मैचों में आस्ट्रेलिया के लिए सबसे अधिक 13, 378 रन बनाए हैं। इसके बाद एलन बार्डर (11,174) और स्टीव वॉ (10,927) का स्थान है।


ऑस्ट्रेलिया के कप्तान के सर में चोट, बाहर

मेलबर्न। आस्ट्रेलिया की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान एरॉन फिंच को शनिवार को शेफील्ड शील्ड मुकाबले के दौरान सिर पर चोट लगी। इस चोट के कारण फिंच को मैदान से बाहर जाना पड़ा। वेबसाइट क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू के मुताबिक न्यू साउथ वेल्स के साथ एमसीजी मैदान पर हुए मैच के दौरान फिंच को कन्कशन के कारण मैदान से बाहर जाना पड़ा। ट्राविस डीन ने उनका स्थान लिया।
टीम डॉक्टर ट्रेवर जेम्स ने हालांकि फील्डिंग के दौरान सिर पर चोट लगने के बाद 33 साल के फिंच को खेलने की अनुमति दे दी थी लेकिन क्रिकेट विक्टोरिया ने कहा कि फिंच को बाद में लंच ब्रेक के दौरान डिलेड कन्कशन हुआ और इसके बाद वह मैदान में नहीं गए।
शेफील्ड शील्ड में कन्कशन सब्सीट्यूट रूल 2017 से ही लागू है। इसे हालांकि इस साल इंटरनेशनल क्रिकेट में लागू किया गया है। मार्नस लाबूशाने टेस्ट इतिहास के पहले कन्कशन बने थे। वह स्टीव स्मिथ के स्थान पर मैदान पर आए थे, जिन्हें एशेज सीरीज के दौरान जोफ्रा आर्चर की गेंद पर सिर पर चोट लगी थी।


अभिनेत्री अदा शर्मा के जोरदार एक्शन सीन

मुंबई। ऐक्ट्रेस अदा शर्मा अपनी आने वाली फिल्म कमांडो 3 में जोरदार ऐक्शन सीन करती दिखाई देंगी। उन्होंने बताया कि उनकी मां ने उन्हें डांस के अलावा मार्शल आर्ट की भी ट्रेनिंग दी है। उन्होंने बताया कि बचपन में ही उनका डांस के साथ ही फिजकल ट्रेनिंग की तरफ झुकाव था। अदा का कहना है कि डांस और ऐक्शन लगभग एक जैसे हैं क्योंकि दोनों में ही कोरियॉग्रफी की जरूरत पड़ती है। अदा ने कहा, मेरी मां ने मुझे केवल कथक ही नहीं बल्कि कलारिपयट्टू और मल्लखंब की भी ट्रेनिंग दी है। 
जब अदा से पूछा गया कि क्या कभी असल जिंदगी में उन्हें मार्शल आर्ट काम आई तो उन्होंने कहा, जब मैं सातवीं क्लास में थी तब अपने ट्यूशन से घर लौट रही थी। तब कुछ लड़कों ने मेरे ऊपर पत्थर फेंके। मैं मुड़ी और उनसे ऐसा नहीं करने के लिए कहा लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद एक लड़का मेरे पास आकर बोला क्या करोगी? उस समय मेरे अंकल की सिखाई ताई ची याद आई और मैंने इसके मूव को बखूबी इस्तेमाल करते हुए उसके मुंह पर जड़ दिया। इसके बाद मैं तेजी से वहां से निकल गई।


फिल्म में अपने को-स्टार विद्युत जामवाल के बारे में उन्होंने कहा कि वे दोनों कमांडो 2 के दौरान अच्छे दोस्त बन गए थे। उन्होंने बताया कि वे दोनों फिटनेस और मार्शल आर्ट के बारे में अक्सर चर्चा करते रहते हैं। अदा ने कहा कि विद्युत की फिजिकल और मेंटल स्ट्रेंग्थ उन्हें काफी प्रेरित करती है।
अदा शर्मा ने बताया कि कमांडो 3 के लिए उन्होंने केवल अपनी कलारिपयट्टू ही नहीं बल्कि सिलम्बम की भी ट्रेनिंग ली है जो एक तमिल युद्ध कला है। इसके अलावा उन्होंने शार्प शूटिंग की भी ट्रेनिंग ली है। फिल्म में वह एक एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की भूमिका मे दिखाई देंगी।


सरकार की नीतियों के विरोध में धरना-प्रदर्शन

इंदौर। केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इंदौर के भाजपा सांसद शंकर लालवानी के घर पहुंचकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। 'सीटी बजाओ, सांसद जगाओ' अभियान के तहत तय वक्त पर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शंकर लालवानी के मनीषपुरी स्थित घर पर विरोध करने के लिए पहुंचे। यहां पुलिस ने घर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को घर से 500 मीटर की दूरी पर ही बैरिकेट्स लगाकर रोक दिया था, लेकिन इस दौरान विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेट्स तोड़ने की कोशिश की। इस वजह से पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच कहासुनी भी हुई। कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार यही मांग कर रहे थे कि सांसद शंकर लालवानी उनसे मिलने के लिए आएं, लेकिन सांसद नहीं पहुंचे.
भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई नारेबाजी
जबकि सांसद शंकर लालवानी के पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी मोर्चा संभाल रखा था और वह हाथों फूल लेकर स्वागत के लिए खड़े थे। जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी शुरू की तो भाजपा कार्यकर्ता भी नारेबाजी पर उतर आए और करीब आधे घंटे तक दोनों तरफ से चलती रही नारेबाजी चलती रही। हालांकि जोरदार हंगामे के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर विरोध प्रदर्शन खत्म कर दिया। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा के सभी सांसद राज्य के हित में कोई कदम नहीं उठा रहे हैं और केन्द्र सरकार भी राज्य सरकार का हिस्सा मार रही है। लिहाजा भाजपा सांसदों को नींद से जगाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया गया है।
कांग्रेस नेता ने लगाया ये आरोप
स्‍थानीय कांग्रेस नेता देवेंद्र यादव के मुताबिक प्रदेश सरकार राज्य से साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपना रहा है. इस पर सांसद का भी ध्यान नहीं है, इसीलिए आज घंटे, ढोल और मंझीरे लेकर सांसद निवास पहुंचे, ताकि सांसद का ध्यान आकर्षित हो सके और बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंच सके. जबकि भाजपा ने कांग्रेस के सभी आरोपों को निराधार बताते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा है।


रेप विरोधी प्रदर्शन कारियो पर बरसाए लाठी

नई दिल्ली। हैदराबाद में डॉक्टर के रेप और हत्या के विरोध में लोग सड़क पर उतर आये हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ रहा है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी भी चलाई। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि परसों जो डॉक्टर के साथ घटना हुई उसके आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए। बता दें कि सोशल मीडिया समेत देश में कई जगहों पर इस मुद्दे को लेकर प्रदरेशन हो रहे।


वेटनरी डॉक्टर रेप और मर्डर केस में बड़ा खुलासा


वेटनरी डॉक्टर के रेप और मर्डर केस में एक और खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक महिला डॉक्टर का रेप साजिश के तहत किया गया। पहले महिला का स्कूटर पंचर किया और उसके वापस लौटने के बाद पंचर बनाने का बहाना कर गैंगरेप किया और फिर मर्डर कर दिया। जानकारी के मुताबिक घर से शाम 5.50 बजे निकल कर टोंदुपल्ली टोल गेट पर शाम 6 बजे स्कूटर पार्क कर वहीं से गची बोली में अपने क्लीनिक के लिए कैब से निकली। इस बीच वहां खड़े एक ट्रक के साथ मौजूद चार लोगों ने यह साजिश रची। उसके वापस लौटने से पहले ही स्कूटर को पंक्चर कर दिया गया। जब वेटेरिनरी डॉक्टर वापस लौटी करीब 9 बजे तो उसने देखा कि स्कूटर फ्लैट है। ऐसे में उसे मदद कि ज़रूरत थी। उसने अपनी बहन को फोन कर बताया कि कुछ ट्रक वालों से उसे डर लग रहा है। इस बसी हाईवे पर युवती का मुंह बंद कर उसे ट्रक के पीछे ले जाया गया। वहीं पास में एक ग्राउंड है जहां उसे घसीट कर ले गए और इस घिनौने वारदात को अंजाम दिया। हैरानी वाली बात यह कि इस ग्राउंड में वॉचमैन का घर भी है लेकिन उसने भी इसे नोटिस नहीं किया।


तेलंगाना के गृहमंत्री का शर्मनाक बयान


महिला डॉक्टर की हत्या को लेकर तेलंगाना के गृहमंत्री ने बेहद शर्मनाक बयान दिया है। गृह मंत्री मोहम्‍मद महमूद अली ने कहा कि महिला डॉक्‍टर ने अपनी बहन की जगह पुलिस को फोन किया होता तो उसे बचाया जा सकता था। उन्होंने कहा, ''इस घटना से हम दुखी हैं। पुलिस सतर्क है और अपराध नियंत्रित कर रही है। यह दुर्भाग्‍यपूण है कि महिला डॉक्‍टर ने 100 नंबर की जगह अपनी बहन को फोन किया। अगर उन्‍होंने 100 नंबर पर कॉल किया होता तो उन्‍हें बचाया जा सकता था।''


एक और जली हुई लाश मिलने से मंची सनसनी


महिला डॉक्टर का शव मिलने के 24 घंटे के भीतर एक और महिला का अधजला शव बरामद हुआ है। डॉक्टर प्रियंका रेड्डी का गैंगरेप का मामला साइबराबाद पुलिस ने अभी सुलझाया ही था इस बीच हैदराबाद के शमसाबाद इलाके में ही और एक घटना सामने आई है, करीब 35 साल के एक महिला का जला हुआ शव बरामाद हुआ। महिला की पहचान अभी नहीं हो पाई है।


झारखंड विधानसभा चुनाव का पहला चरण

रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव में पहले चरण में 13 सीटों पर शनिवार सुबह मतदान शुरू हो गया। चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और दोपहर तीन बजे तक चलेगा। प्रथम चरण में कुल 37,83,055 मतदाता 189 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला कर सकेंगे। इस चरण में 27-चतरा (एससी), 68-गुमला (एसटी), 69-बिशुनपुर (एसटी), 72-लोहरदगा (एसटी), 73-मनिका (एसटी), 74- लातेहार (एससी), 75-पांकी, 76-डाल्टेनगंज, 77-विश्रामपुर, 78-छत्तरपुर (एससी),79- हुसैनाबाद, 80- गढ़वा और 81-भवनाथपुर सीट के लिए कुल 189 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जिनमें 174 पुरुष और 15 महिला उम्मीदवार हैं।


मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार चौबे ने कल संवाददाता सम्मेलन में बताया था कि पहले चरण में 13 सीटों के लिए 30 नवम्बर को होने वाले मतदान को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।उन्होंने बताया था कि 4,892 मतदान केंद्रों पर 37,83,055 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन मतदाताओं में 19,81,694 पुरुष, 18,01,356 महिला और 5 तीसरे लिंग के मतदाता हैं। मतदान में नए मतदाताओं (18-19 साल के) की कुल संख्या 1,05,822 है, जिनमें 57,687 पुरुष और 48,135 महिला मतदाता हैं।


दावेदारों के नाम पर आज शाम लगेगी मुहर

रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस से दावेदारों का नाम तय करने के लिए रविवार शाम तक का समय दिया गया है। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने दोपहर 12 बजे तक सभी जिलों में बैठक करने कर शाम तक सभी सिंगल नाम पीसीसी को भेजने का निर्देश दिया है। इस संबंध में शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गिरीश दुबे ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि कल रविवार को प्रदेश चुनाव समिति को नाम भेजे जाएंगे, दावेदारों के नामों पर अंतिम मुहर वही लगेगी। दुबे ने कहा कि यहां 12 ब्लॉक हैं, सभी में एक-एक प्रभारी बनाकर भेजे गए हैं। सभी प्रभारियों ने बैठक कर रिपोर्ट सौंप दी है। कल शुक्रवार को जिला चयन समिति की पहली बैठक हो चुकी है, जिसमें रूपरेखा तय की गई कि किस स्वरूप में टिकट का वितरण किया जाना है। आज शनिवार 5 बजे जिला चयन समिति की दूसरी बैठक हैं, जिसमें लगभग पैनल तय कर लिए जाएंगे। दुबे ने कहा कि बायोडाटा देने का विषय जहां तक है तो दावेदारों ने वार्ड में और ब्लॉक में बायोडाटा पहले दिया हुआ है। कांग्रेस में भीतरघात और निर्दलीय की कम संभावना है। शपथ और समर्थन की प्रक्रिया चल रही है। अनुशासन समिति व समन्वय समिति बनाई जाएगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर हमने वार्ड स्तर पर कमेटी का गठन करके बैठकें करवा रहे हैं।


दुल्हन बनकर पकड़ा खूंखार अपराधी

भोपाल। मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक महिला पुलिसकर्मी ने दुलहन बनकर एक खूंखार अपराधी को गिरफ्तार करवाने में मदद की। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हत्या, डकैती के 15 मामलों में फरार चल रहे खूंखार हत्यारोपी बालकिशन को मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन खूंखार हत्यारोपी बालकिशन को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को क्या-क्या जतन नहीं करने पड़े इसका उदाहरण मध्य प्रदेश के छतरपुर पेश हुआ। दरअसल, 10 हजार रुपए के इनामी गैंगस्टर बालकिशन को पकड़ने के लिए छतरपुर थाने में तैनात महिला सब-इंस्पेक्टर दुल्हन बनना का नाटक रचा।


मामाल मध्य प्रदेश के छतरपुर का है। नौगांव थाना पुलिस पिछले काफी समय से बालकिशन की तलाश कर रही थी, लेकिन वो पुलिस टीम के हाथ नहीं आ रहा था। इसको पकड़ने के लिए सब-इंस्पेक्टर माधवी अग्निहोत्री (28) को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिसके बाद पुलिस ने चौबे को फेसबुक अकाउंट के जरिए ट्रैक करना शुरू किया। इतना ही नहीं सब-इंस्पेक्टर माधवी अग्निहोत्री ने किसी व्यक्ति के जरिए सलवार-सूट पहने हुए अपनी फोटो आरोपी के पास भिजवाई। फोटो देखने के बाद दोनों में बात-चीत शुरू हो गई।


सब-इंस्पेक्टर माधवी अग्निहोत्री ने 'राधा' बनकर बालकिशन चौबे से फोन पर तीन दिन बात की और अपने जाल में फंसा लिया। फोन पर बात-चीत के बाद बालकिशन ने 'राधा' के सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया। चौबे ने उससे शादी से पहले एक बार मिलने के लिए कहा और यूपी-एमपी की सीमा पर एक गांव के मंदिर में मिलना तय हुआ। लेकिन बालकिशन को यह नहीं पता था कि गुरुवार को मंदिर में जिस राधा से मिलने वह पहुंचा था वह एक पुलिसकर्मी है। जब चौबे बाइक पर आया और गुलाबी सलवार-कुर्ता पहने एक महिला को देखकर उसकी तरफ बढ़ा। पहले से ही इंतजार कर रहे पुलिसकर्मियों ने फौरन उसे धर दबोचा। माधवी ने बताया, 'जैसे ही मैंने उससे कहा 'राधा आ गई' उसके होश उड़ गए।


बता दें कि पुलिस को चौबे की तलाश उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हत्या और डकैती के 15 मामलों में थी। हर बार छत्तरपुर की पुलिस उसे गिरफ्तार करने के बेहद करीब पहुंच जाती थी लेकिन हर बार वह बच निकलता था। थाना प्रभारी बैजनाथ शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश के खमा गांव का रहने वाला है। यूनिवर्सिटी नैशनल चैंपियनशिप में माधवी को गोला-फेंक और दूसरी प्रतियोगिता में गोल्ड मिला था। माधवी ने बताया, 'मुझे पता चला कि वह हथियार चलाने से पहले कभी नहीं सोचता था। मुझे यह भी पता चला कि उसे महिलाओं में दिलचस्पी थी।'


मिलीभगत से श्रमिकों का हो रहा शोषण

बिलासपुर। शिवपुर पंचायत में खनिज न्यास मद से मांझी तालाब मे रिटर्न वाल निर्माण का काम चल रहा है। जहां पर मजदूरों को उसके मजदूरी सरकारी रेट नहीं बल्कि ठेकेदार द्वारा ₹150 पुरुष एवं ₹140 महिला मजदूर को मजदूरी दी जा रही है। मजदूरों द्वारा मजदूरी बढ़ाने की बात कही गई, तो ठेकेदार द्वारा धमकाते हुए कहा जा रहा है, कि काम करना है, तो करो नहीं, हमें अन्यत्र लेवर मिल जाएंगे गरीब मजदूर क्या करें, काम ना करें तो पेट कैसे जीवन चलेगा ,परिवार का पालन पोषण कैसे होगा। मांझी तलाव के रिटर्न वालों में काम करने वाले मजदूर शैलेंद्र पिता पुरुषोत्तम, भारत पिता मंगल, सरिता पिता बिसाहू राम, पुष्पा पिता प्रेमचंद, प्रेमचंद पिता मोहन साए एवं अन्य और मजदूर उस रिटर्न वालों में काम कर रहे हैं। रिटर्न वॉल निर्माण का काम पंचायत द्वारा अन्यत्र पंचायत सचिव सुनील जायसवाल द्वारा कराया जा रहा है । जिनका ऊपर राजनेताओं कर्मचारियों से अच्छे पकड़ है। इस बात के डर पर गरीब मजदूर शिकायत भी नहीं कर सकते। शिवपुर पंचायत, जिला मुख्यालय एवं जनपद मुख्यालय के आखरी छोर, बिलासपुर जिले से लगी होने के कारण, अधिकारी एवं नेताओं का आना जाना बहुत कम रहती है। जिसका फायदा ऐसे ठेकेदार मजदूरों की मजदूरी काटकर अपनी जेब गरम करने में लगे रहते हैं।


अमेरिका के बाद जापान से टू प्लस टू वार्ता

नई दिल्ली। भारत और जापान के बीच पहली रक्षा और विदेश मंत्री स्तर 2+2 वार्ता शनिवार को नई दिल्ली में होगी। यह वार्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बीच होने वाली वार्ता से पहले अहम है, जिसमें कई रणनीतिक सहयोग परियोजनाओं पर चर्चा होगी। विदेश मंत्रालय के मुताबिक यह बैठक अक्टूबर 2018 में जापान में आयोजित 13वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री आबे के बीच बनी रजमांदी की कड़ी है। द्विपक्षीय सुरक्षा और रक्षा सहयोग को अधिक गहरा बनाने के लिए दो मंत्री स्तर की यह संवाद प्रक्रिया स्थापित की जा रही है।


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर इस 2+2 वार्ता के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जबकि जापानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोतेगी और रक्षा मंत्री ताओ कोनो करेंगे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक इस बैठक में दोनों पक्षों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा होगी ताकि भारत-जापान विशेष सामरिक और वैश्विक भागीदारी को अधिक गहराई दी जा सके। साथ ही दोनों देश भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और जापान के फ्री एंड ओपन इंडो-पैसिफिक विजन के तहत अपनी नीतियों का तालमेल बनाने का प्रयास करेंगे।


अमेरिका के बाद जापान दूसरा ऐसा देश है जिसके साथ भारत 2+2 वार्ता में साझेदार बना है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक इस वार्ता में भारत और जापान के बीच नई रणनीतिक परियोजनाओं और साझेदारी की संभावनाएं तलाशने पर जोर होगा। खास तौर पर एशिया प्रशांत क्षेत्र में भारत और जापान की संयुक्त सहयोग परियोजनाओं पर भी बात चीत होगी।


शानदार एक्ट्रेस ड्रेस इसका क्या होता है

मुंबई। फिल्में समाज का आइना होती हैं लेकिन कई बार सिनेमा रियलिटी से दूर जाने का तरीका भी होता है। यही कारण है कि एक्टर्स कई फिल्मों में ऐसे शानदार परिधानों में दिखते हैं जिन्हें आम जिंदगी में कोई पहनने के बारे में शायद ही सोचता होगा। इनमें से ज्यादातर परिधान पीरियड फिल्मों के होते हैं लेकिन कई कमर्शियल फिल्मों में भी अजीबोगरीब फैशन सेंस होता है। वहीं, कई परिधान ऐसे भी होते हैं जिन्हें पहनने की चाह हर कोई रखता है लेकिन फिल्म की शूटिंग खत्म होने के बाद स्टार्स की इन ड्रेसेस के साथ आखिर होता क्या है?


यशराज फिल्म्स की स्टायलिस्ट आयशा खन्ना ने मिड डे के साथ बातचीत में बताया था कि इनमें से ज्यादातर कपड़ों को संभाल कर रख दिया जाता है और उन पर फिल्म के नाम का लेबल लगाया दिया जाता है. इसके बाद इन कपड़ों को मिक्स मैच करने के बाद जूनियर आर्टिस्ट्स के लिए इस्तेमाल भी किया जाता है और उसी प्रोडक्शन हाउस की दूसरी फिल्मों में इनका इस्तेमाल होता है। हालांकि इस दौरान इन कपड़ों पर सतर्कता से काम होता है ताकि दर्शकों को ये आभास ना हो कि इस ड्रेस को किसी और फिल्म में पहना गया है। हालांकि सभी कपड़ों के साथ ऐसा नहीं होता है और कई खास वेशभूषाओं को स्टार्स भी फिल्म से जुड़ी एक यादगार मेमोरी के लिए अपने पास रख लेते हैं। बॉलीवुड के कई स्टार्स हैं जो किसी फिल्म से खास लगाव होने के चलते फिल्म से जुड़े ड्रेस अपने पास रख लेते हैं।


हाइड्रोफोबिया के बावजूद अंडर वाटर एक्शन

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी इन दिनों आपनी आने वाली फिल्म 'मर्दानी 2' में बिजी हैं। इस फिल्म के लिए रानी ने अपने हाइड्रोफोबिया का मर्दानी अंदाज में सामना किया है। बहुत कम लोग यहां तक की रानी मुखर्जी के फैंस भी नहीं जानते होंगे कि रानी मुखर्जी को हाइड्रोफोबिया (पानी से डर) है। इसके बावजूद इस फिल्म के लिए रानी ने अंडरवाटर एक्शन दृश्यों की शूटिंग की। इसके लिए उन्हें अपने डर पर काबू पाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी। इस बारे में रानी ने कहा, “फिल्म में एक ऐसा दृश्य था, जिसके लिए मुझे पानी के अंदर एक्शन सीक्वेंस शूट करना था। गोपी ने स्क्रिप्ट पढ़ने के दौरान मुझे जब इसके बारे में पहली बार बताया तो मैं काफी घबरा गई थी, क्योंकि ईमानदारी से कहूं तो मुझे पानी से बहुत डर लगता है, क्योंकि मुझे तैरना नहीं आती है। बचपन से ही मैं पूल में उतरने से डरती हूं।”


अभिनेत्री ने आगे कहा, “मैंने अपनी जिंदगी में कई बार तैराकी सीखने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश मैं इसमें सफल नहीं रही। स्क्रिप्ट खत्म होने के बाद मैंने गोपी से पहली बार पूछा था कि अंडरवाटर सीक्वेंस कितना महत्वपूर्ण है, क्या यह फिल्म के लिए अनिवार्य है, या हम इसके बिना भी फिल्म कर सकते हैं। मुझे झटका देते हुए गोपी ने कहा कि इसे बदला नहीं जा सकता है और मैं इसे अंडरवाटर ही शूट करना चाहूंगा।” अपने इस डर पर जीत हासिल करने के अनुभव के बारे में रानी ने बताया, “मुझे मेरे स्वीमिंग कोच (अनीस अदेनवाला) ने बहुत अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया, जो काफी शानदार था। उन्होंने पानी के प्रति मेरे डर को कम किया और मुझे अहसास हुआ कि अगर इस वक्त मैं हाइड्रोफोबिया से उबर नहीं पाई तो जीवन में कभी इससे बाहर नहीं आ पाऊंगी, और इस फिल्म ने मुझे अपने सबसे बड़े डर पर जीत हासिल कराने में मदद की।” आपको बता दें कि ये फिल्म 13 दिसंबर को रिलीज होने वाली है। फिल्म का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है जिसे सोशल मीडिया पर दर्शकों का काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है।


अंतरराष्ट्रीय एड्स दिवस पर राष्ट्रीय समीक्षा

नई दिल्ली। सरकार के 2030 तक एड्स उन्मूलन के वादे को पूरा करने की दिशा में सराहनीय प्रगति तो हुई है। परन्तु नए एचआईवी संक्रमण दर में वांछित गिरावट नहीं आई है। जिससे कि आगामी 133 माह में एड्स उन्मूलन का स्वप्न साकार हो सके। इटरनेशनल एड्स सोसाइटी की संचालन समिति में एशिया पैसिफ़िक क्षेत्र के प्रतिनिधि और एड्स सोसाइटी ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष डॉ ईश्वर गिलाडा ने कहा कि "2020 तक, विश्व में नए एचआईवी संक्रमण दर और एड्स मृत्यु दर को 5 लाख से कम करने के लक्ष्य से हम अभी दूर हैं। 2018 में नए 17 लाख लोग एचआईवी संक्रमित हुए और 7.7 लाख लोग एड्स से मृत। दुनिया में 3.79 करोड़ लोग एचआईवी के साथ जीवित हैं। भारत में अनुमानित है कि 21.4 लाख लोग एचआईवी के साथ जीवित हैं, जिनमें से 13.45 लाख लोगों को जीवनरक्षक एंटीरेट्रोवायरल दवा प्राप्त हो रही है। एक साल में 88,000 नए लोग एचआईवी से संक्रमित हुए और 69,000 लोग एड्स से मृत।"


चेन्नई के वोलंटरी हेल्थ सर्विसेज़ अस्पताल के संक्रामक रोग केंद्र के निदेशक और एड्स सोसाइटी ऑफ़ इंडिया के महासचिव डॉ एन कुमारसामी ने कहा कि "भारत सरकार की राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 और संयुक्त राष्ट्र के एड्स कार्यक्रम (UNAIDS) दोनों के अनुसार, 2020 तक एचआईवी का 90-90-90 का लक्ष्य पूरा करना है: 2020 तक 90% एचआईवी पॉजिटिव लोगों को यह पता हो कि वे एचआईवी पॉजिटिव हैं; जो लोग एचआईवी पॉजिटिव चिन्हित हुए हैं उनमें से कम-से-कम  90% को एंटीरेट्रोवायरल दवा (एआरटी) मिल रही हो; और जिन लोगों को एआरटी दवा मिल रही है उनमें से कम-से-कम 90% लोगों में 'वायरल लोड' नगण्य हो. वायरल लोड नगण्य रहेगा तो एचआईवी संक्रमण के फैलने का खतरा भी नगण्य रहेगा, और व्यक्ति स्वस्थ रहेगा।"
डॉ गिलाडा ने बताया कि विश्व में 79% एचआईवी पॉजिटिव लोगों को एचआईवी टेस्ट सेवा मिली, जिनमें से 62% को एंटीरेट्रोवायरल दवा मिल रही है और 53% लोगों में 'वायरल लोड' नगण्य है। भारत में 79% एचआईवी पॉजिटिव लोगों को टेस्ट सेवा मिली, जिनमें से 71% लोगों को एंटीरेट्रोवायरल दवा भी मिल रही है। 90-90-90 के लक्ष्य की ओर प्रगति अधिक रफ़्तार से होनी चाहिए क्योंकि सिर्फ 13 माह शेष हैं।
डॉ गिलाडा ने कहा कि आज एचआईवी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित अनेक नीति और कार्यक्रम हमें ज्ञात हैं। हमें यह भी पता है कि कैसे एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति भी एक स्वस्थ और सामान्य जीवन जी सकते हैं। परन्तु जमीनी हकीकत भिन्न है। यदि हम प्रमाणित नीतियों और कार्यक्रमों को कार्यसाधकता के साथ लागू नहीं करेंगे तो 2030 तक एड्स-मुक्त कैसे होंगे?


एचआईवी पॉजिटिव लोगों में सबसे बड़ा मृत्यु का कारण क्यों हैं टीबी?
टीबी से बचाव मुमकिन है और इलाज भी संभव है। तब क्यों एचआईवी पॉजिटिव लोगों में टीबी सबसे बड़ा मृत्यु का कारण बना हुआ है?सीएनएस निदेशिका शोभा शुक्ला ने बताया कि 2018 में 15 लाख लोग टीबी से मृत हुए जिनमें से 2.5 लाख लोग एचआईवी से भी संक्रमित थे (2017 में 16 लाख लोग टीबी से मृत हुए जिनमें से 3 लाख लोग एचआईवी से संक्रमित थे)।


हर नया टीबी रोगी, पूर्व में लेटेंट टीबी से संक्रमित हुआ होता है। और हर नया लेटेंट टीबी से संक्रमित रोगी इस बात की पुष्टि करता है कि संक्रमण नियंत्रण निष्फल था जिसके कारणवश एक टीबी रोगी से टीबी बैक्टीरिया एक असंक्रमित व्यक्ति तक फैले। लेटेंट टीबी, यानि कि, व्यक्ति में टीबी बैकटीरिया तो है पर रोग नहीं उत्पन्न कर रहा है। इन लेटेंट टीबी से संक्रमित लोगों में से कुछ को टीबी रोग होने का ख़तरा रहता है। जिन लोगों को लेटेंट टीबी के साथ-साथ एचआईवी, मधुमेह, तम्बाकू धूम्रपान का नशा, या अन्य ख़तरा बढ़ाने वाले कारण भी होते हैं, उन लोगों में लेटेंट टीबी के टीबी रोग में परिवर्तित होने का ख़तरा बढ़ जाता है।


दुनिया की एक-चौथाई आबादी को लेटेंट टीबी है। पिछले 60 साल से अधिक समय से लेटेंट टीबी के सफ़ल उपचार हमें ज्ञात है पर यह सभी संक्रमित लोगों को मुहैया नहीं करवाया गया है।
 विश्व स्वास्थ्य संगठन की 2018 मार्गनिर्देशिका के अनुसार, लेटेन्ट टीबी उपचार हर एचआईवी संक्रमित व्यक्ति को मिले, फेफड़े के टीबी रोगी, जिसकी पक्की जांच हुई है, उनके हर परिवार सदस्य को मिले, और डायलिसिस आदि करवा रहे लोगों को भी दिया जाए।
संयुक्त राष्ट्र उच्च स्तरीय बैठक में सरकारों द्वारा पारित लेटेन्ट टीबी लक्ष्य इस प्रकार हैं: 2018-2022 तक 3 करोड़ को लेटेन्ट टीबी इलाज मिले (इनमें 60 लाख एचआईवी संक्रमित लोग हैं, और 2.4 करोड़ फेफड़े के टीबी रोगी - जिनकी पक्की जांच हुई है – के परिवार सदस्य (40 लाख 5 साल से कम उम्र के बच्चे और 2 करोड़ अन्य परिवार जन)।
2018 में 65 देशों में लेटेन्ट टीबी इलाज 18 लाख एचआईवी से संक्रमित लोगों को प्रदान किया गया (2017 में 10 लाख एचआईवी से संक्रमित लोगों को लेटेन्ट टीबी इलाज मिला था)। परन्तु वैश्विक लेटेन्ट टीबी इलाज का 61% तो सिर्फ एक ही देश - दक्षिण अफ्रीका - में प्रदान किया गया।
भारत में 2018 में, नए एचआईवी संक्रमित चिन्हित हुए लोगों (1.75 लाख) में से, सिर्फ 17% को लेटेन्ट टीबी इलाज मिल पाया (29,214)।
सीएनएस निदेशिका शोभा शुक्ला ने कहा कि "यह अत्यंत आवश्यक है कि एचआईवी से संक्रमित सभी लोगों को उनके संक्रमण के बारे में जानकारी हो, उन्हें एआरटी दवाएं मिल रही हों, और उनका वायरल लोड नगण्य रहे तथा वह टीबी से बचें, अन्यथा एचआईवी रोकधाम में जो प्रगति हुई है वो पलट सकती है, जो नि:संदेह अवांछनीय होगा।"


खाना बनाते समय फटा सिलेंडर, 4 की मौत

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के रामबन में खाना बनाते वक्त गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से मां व उसकी तीन बेटियों की मौत हो गई जबकि दो बच्चों समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए इलाज के लिए कमांड अस्पताल उधमपुर भेजा गया है। ये 3 लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच लड़ रहे हैं। वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर घटना के कारणों का पता लगाने का काम शुरू कर दिया है।


पुलिस द्वारा बताया गया कि एलजीपी गैस सिलेंडर में आग लगने से विस्फोट हो गया, जिसमें एक ही परिवार के 6 सदस्य और उनके रिश्तेदार चपेट में आ गए। इस हादसे में बलोट निवासी दर्शना देवी और उसकी तीन बेटियों की गंभीर रूप से जलने से मौत हो गई। हादसे में गंभीर रूप से झुलसे तीन लोगों को जम्मू के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल होने वाले लोगों में मृतक महिला के 2 बेटे और एक रिश्तेदार शामिल है। परिवार का सिर्फ एक सदस्य यानी महिला का पति इस हादसे में बच गया क्योंकि वो घटना स्थल पर मौजूद नहीं था। बताया गया कि वह उसमय किसी शादी समारोह में शामिल होने गया था और वह घर पर नहीं था।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...