बुधवार, 20 नवंबर 2019

वैष्णो देवी पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा-सुविधा

नई दिल्‍ली/जम्‍मू । मां वैष्णो देवी (Maa Vaishno Devi) के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को अब ना तो ओवरचार्जिंग से जूझना पड़ेगा और ना ही उनकी सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की परेशानी होगी। भवन मार्ग पर चलने वाली बैटरी कार सेवा (Vaishno Devi Battery Car Service) श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हो, इसके लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा सभी बैटरी कारों में अत्याधुनिक जीपीएस सिस्टम लगाया गया है। 24 घंटे बैटरी कारों पर निगरानी रखने के लिए भवन के साथ ही अर्धकुंवारी (Ardhkuwari) में कंट्रोल रूम स्थापित किया है, जिससे एक और जहां श्रद्धालुओं को ओवरलोडिंग से निजात मिलेगी तो वहीं बैटरी कार चालक नियमित गति में ही बैटरी कार मार्ग पर चला सकेंगे। वहीं बैटरी कार चालक श्रद्धालुओं से ओवर चार्जिंग नहीं कर सकेंगे और ना ही बीच रास्ते में अपने मर्जी से किसी अन्य को बिठा सकेंगे।


दरअसल, इस बाबत श्रद्धालुओं को हो शिकायतें हो रही थीं और कई तरह की शिकायतें श्राइन बोर्ड को प्राप्त हो रही थीं। इसको लेकर साइन बोर्ड ने इन सभी बैटरी कारों में अत्याधुनिक जीपीएस सिस्टम तैनात कर दिया है। 


बढ़ाया गया है बैटरी कार चलाने का समय
श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक समय के लिए बैटरी कार सेवा भवन मार्ग पर उपलब्ध हो इसके प्रयास श्राइन बोर्ड द्वारा लगातार किए जा रहे हैं। हालांकि बीते माह श्रद्धालुओं को सुबह 7:30 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक बैटरी कार सेवा उपलब्ध होती थी। पर अब श्राइन बोर्ड ने इसका समय बढ़ाकर रात 10:00 बजे तक कर दिया है, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु इस सेवा का लाभ उठा सकें। अब श्रद्धालुओं को करीब 7 चरणों में बैटरी कार सेवा उपलब्ध होती है। इनमें सुबह 7:30 बजे तक, उसके बाद सुबह 10 बजे तक. फिर दोपहर 1 बजे तक इसके उपरांत बाद दोपहर 3:30 बजे तक तथा शाम 6 बजे और उसके बाद रात्रि 8 बजे तथा अंतिम में रात्रि 10 बजे तक यह बैटरी कार सेवा श्रद्धालुओं के लिए वर्तमान में उपलब्ध है।


अभी 25 बैटरी कारें दे रही हैं श्रद्धालुओं को अपनी सेवा
मां वैष्णो देवी के मार्ग पर करीब 25 बैटरी कारें वर्तमान में श्रद्धालुओं को अपनी सेवा दे रही हैंं। प्रत्येक बैटरी कार में 7 श्रद्धालु सवार हो सकते हैंं। अगर कहीं भी ओवरलोडिंग की शिकायत पाई जाती है तो तुरंत श्राइन बोर्ड द्वारा कार्रवाई की जाती हैै। श्रद्धालुओं को इस सेवा का लाभ लेने के लिए किराया अदा करना पड़ता है। अगर श्रद्धालु बैटरी कार द्वारा अर्धकुंवारी से लेकर भवन की ओर जाता है तो श्रद्धालु को प्रत्येक सवारी ₹354 अदा करना पड़ेंगे। अगर श्रद्धालु भवन से अर्धकुंवारी की ओर वापस आता है तो उसे प्रति सवारी ₹236 अदा करना पड़ेंगे। हालांकि इस बैटरी कार सेवा में दिव्यांग के साथ ही बुजुर्ग महिला तथा बच्चों को प्राथमिकता दी जाती है, लेकिन अन्य श्रद्धालु भी इस सेवा का भरपूर लाभ उठा रहे हैंं।


जल्द ही अधिक सवारियों वाली बैटरी कार होंगी उपलब्ध
हालांकि वर्तमान में जो बैटरी कारें श्रद्धालुओं को सेवाएं दे रही हैं, उसमें प्रति बैटरी कार में केवल 7 श्रद्धालु ही सवार हो सकते हैं। पर जल्द ही श्राइन बोर्ड करीब 10 सवारी की क्षमता वाली बैटरी कार भवन मार्ग पर लगाने जा रहा है। इसकी तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु इस बैटरी कार सेवा का लाभ उठा सकेंं। वैष्णो देवी भवन तथा धार्मिक स्थल अर्धकुंवारी में बनेगी अत्याधुनिक मल्टी लेयर कार पार्किंग हालांकि श्रद्धालु चाहते हैं कि उन्हें यह बैटरी कार सेवा 24 घंटे यानी दिन-रात उपलब्ध ।
वर्तमान में 25 बैटरी कारें अपनी सेवाएं दे रही हैं....
इसके प्रयास श्राइन बोर्ड लगातार कर रहा है, लेकिन अर्धकुंवारी के साथ ही वैष्णो देवी भवन (Vaishno Devi Bhavan) पर उचित कार पार्किंग ना होने के कारण श्राइन बोर्ड इस सेवा का विस्तार नहीं कर पा रहा है, जबकि  वर्तमान में 25 कारें अपनी सेवाएं दे रही हैं पर इन कारों को मार्ग पर ही पार्क करना पड़ रहा है, जिसको लेकर आने जाने में श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैै। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड अपनी महत्वपूर्ण योजना पर लगातार कार्य जारी रखे हुए हैं। उम्मीद है कि जल्द ही श्राइन बोर्ड अर्धकुंवारी के साथ ही वैष्णो देवी भवन पर अत्याधुनिक मल्टी लेयर कार पार्किंग स्थापित करेगा, ताकि एक और जहां श्रद्धालुओं को आने-जाने में हो रही परेशानियों से निजात मिल सके तो दूसरी तरफ बैटरी कारों में भी इजाफा संभव होगा।
जल्द ही बनाई जाएंगी अत्याधुनिक मल्टी लेयर कार पार्किंग
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (Shri Mata Vaishno Devi Shrine Board) के सीईओ सिमरनदीप सिंह ने कहा कि भवन पर जारी बैटरी कार सेवा के रखरखाव के साथ ही पार्किंग के लिए वैष्णो देवी भवन व अर्धकुंवारी में जल्द ही अत्याधुनिक मल्टी लेयर कार पार्किंग स्थापित की जाएगीी। इस महत्वपूर्ण योजना पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। तो वहीं अधिक से अधिक श्रद्धालु इस सेवा का लाभ उठा सकें, इसके लिए 9 से 10 सवारियों की क्षमता वाली अत्याधुनिक बैटरी कार जल्द ही सेवा में लाई जाएंगी। इस बात की कोशिश की जाएगी कि जल्द से जल्द श्रद्धालुओं को दिन-रात यानी 24 घंटे बैटरी कार सेवा उपलब्ध हो सके।


उल्‍लेखनीय है कि विश्व प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी यात्रा को लेकर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा समय-समय पर कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाई है, जिनमें बैटरी कार सेवा भी प्रमुख है। श्रद्धालु वैष्णो देवी यात्रा के दौरान भवन मार्ग पर चलने वाली बैटरी कार सेवा का सहारा लेते हैं। यह बैटरी कार अर्धकुंवारी से मां वैष्णो देवी भवन के नई 5.50 किलोमीटर लंबे मार्ग पर चलती हैं। यह बैटरी कार सभी श्रद्धालुओं के लिए विशेषकर दिव्यांग, बुजुर्ग, महिलाओं तथा बच्चों के लिए बेहद सहायक होती हैं, क्‍योंकि वे बिना किसी परेशानी के वैष्णो देवी यात्रा करते हैं। 
बैटरी कार हैं श्रद्धालुओं के लिए प्रमुख सहारा
विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल वैष्णो देवी भवन पर बीते कुछ वर्ष पहले पहुंचने के लिए एकमात्र पारंपरिक मार्ग होता था। करीब 13 किलोमीटर लंबा यह पारंपरिक मार्ग श्रद्धालुओं के लिए किसी चुनौती से कम नहीं एक और कठिन चढ़ाई तो दूसरी और कहीं ना कहीं समय की बर्बादी। हालांकि पारंपरिक मार्ग पर श्रद्धालुओं को घोड़ा- पिट्ठू के अलावा पालकी आदि की भी सुविधा उपलब्ध है। वहीं श्रद्धालुओं की वैष्णो देवी यात्रा आसान करने के लिए वर्ष 2000 में श्राइन बोर्ड द्वारा अर्धकुंवारी से लेकर भवन तक 5.50 किलोमीटर लंबा सुगम मार्ग बनाया गया और साथ ही श्रद्धालुओं के लिए बैटरी कार सेवा शुरू की गई। जो वर्तमान में भी निरंतर जारी हैै। विशेषकर यह बैटरी कार सेवा दिव्यांग, बुजुर्ग, महिलाओं तथा बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही हैै।


आकलन करने के बाद हटाई सुरक्षा: नड्डा

नई दिल्ली। गृह मंत्रालय की ओर वीवीआईपी सुरक्षा में कटौती किए जाने के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी बुधवार को बिना एसपीजी सुरक्षा के संसद पहुंचीं। कांग्रेस ने राज्यसभा में गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के मुद्दे को उठाया। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि नेताओं की सुरक्षा का मुद्दा पक्षपात और राजनीति से ऊपर होना चाहिए। 
इस पर जेपी नड्डा ने कहा कि खतरे का आकलन करने के बाद ही गृह मंत्रालय ने यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला किसी राजनीतिक पार्टी या नेता का नहीं है, बल्कि गृह मंत्रालय का है। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि सुरक्षा नहीं हटाई गई है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय का पैटर्न और प्रोटोकॉल तय है, किसी नेता नहीं गृह मंत्रालय के द्वारा खतरे का आकलन कर सुरक्षा दी या हटाई जाती है। 


मालूम हो कि गृह मंत्रालय द्वारा समीक्षा के बाद गांधी परिवार की सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली गई है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सुरक्षा से भी एसपीजी कवर हटा लिया गया है। इन नेताओं को सीआरपीएफ की जेड-प्लस सुरक्षा दी गई है। सीआरपीएफ के अनुसार, गांधी परिवार को एडवांस सिक्यॉरिटी लायजन (एएसएल) प्रोटोकॉल के तहत सुरक्षा दी गई है। सीआरपीएफ इसके लिए नई बटालियन बनाएगी। 


लोकसभा में भी उठाया था मुद्दा, कांग्रेस ने किया था हंगामा
गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने के विरोध में कांग्रेस सदस्यों ने मंगलवार को लोकसभा में भी हंगामा किया था। शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए थे, जिसके बाद डीएमके के सदस्यों ने भी कांग्रेस का समर्थन किया था। कांग्रेस और डीएमके के सदस्यों ने 'बदले की राजनीति बंद करो', 'एसपीजी के साथ राजनीति करना बंद करो' और 'वी वांट जस्टिस' के नारे लगाए थे।


'जहर' की एक बूंद कर सकती है 'शहर' तबाह

सिडनी। समुद्र के किनारे लहरों का मजा लेना हर कोई पसंद करता है, लेकिन यह कितना जोखिम भरा हो सकता है, इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता। पत्थरों के बीच मछली की शक्ल में मौत से भी सामना हो सकता है। समंदर में कई तरह के जीव-जंतु पाए जाते हैं। इनमें से कई ऐसे भी हैं जो इतने जहरीले होते हैं कि  जान ले सकते हैं। ऐसे ही जहरीले जीव में शुमार है स्टोन फिश नामक मछली। दुनिया में पाई जाने वाली तमाम मछलियों से यह बिलकुल अलग है। दिखने में ये मछलियों जैसी नहीं दिखती बल्कि पत्थर जैसी दिखती है। सभी मछलियों का शरीर बेहद कोमल होता है तो वहीं इसका शरीर पत्थर के समान होता है। इसका ऊपरी खोल एकदम पत्थर के जैसे सख्त होता है। मछली के ऊपर यह पत्थर का खोल कुछ-कुछ इंसानी चेहरे के जैसा नजर आता है।
स्टोन फिश ज्यादातर मकर रेखा के आसपास समुंद्र में पाई जाती है। पत्थर की तरह दिखती इस मछली को ज्यादातर लोग पहचान नहीं पाते और इसका शिकार हो जाते हैं। अगर गलती से भी इस मछली पर किसी का पैर पड़ जाए तो ये अपने ऊपर पड़ने वाले वजन की मात्रा में जहर निकालती है। यह जहर इतना खतरनाक होता है कि किसी ने भी इस पर पैर रख दिया तो पैर काटना ही पड़ेगा और जरा सी लापरवाही मौत का कारण भी बन सकती है। पैर रखते ही यह फिश 0.5 सेकेंड की तेजी से अपना जहर छोड़ती है। मछली का जहर इतना खतरनाक है कि इसकी एक बूंद अगर किसी शहर के पानी में मिला दी जाए तो शहर के हर इंसान की मौत हो सकती है।


नाबालिक की आंख निकाली,एक कान काटा

मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। जहां डोंडरी गांव के पास खेतों में लापता नाबालिग का शव मिलने से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि शव का गला घोंटा गया था और एक कान भी कटा हुआ था। गांव वाले इसे नरबलि का मामला मान रहे हैं क्योंकि शव के पास तंत्र-मंत्र का सामान, पूजा सामग्री, नारियल आदि पड़ा हुआ था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।


मुरैना के डोंडरी गांव का रहने वाला एक युवक सोमवार की सुबह अपने दोस्तों के साथ दौड़ लगाने घर से निकला था। लेकिन पूरा दिन बीत जाने के बाद भी वह वापस नहीं लौटा। पुलिस और गांववालों ने जब नाबालिग की तलाश शुरू की तो मंगलवार को उसका शव खेतों में एक पेड़ के पास पाया गया। उसका गला घोंट दिया गया था। उसका दाहिना कान भी कटा हुआ था। दोनों आंखे गायब थी और उनसे खून बह रहा था। इस निर्दयता से की गई हत्या के बाद गांव में तनाव की स्थिति बन गई।


परिजनों ने दोस्त व तांत्रिक पर जाता हत्या का आशंका:-इस हत्या के पीछे परिजनों ने उसके दोस्तों और एक तांत्रिक पर शक जताया है। जिसके बाद पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। नाबलिग के शव के पास तंत्र-मंत्र का सामान, पूजा सामग्री और नारियल पाए जाने से नरबलि से इनकार नहीं किया जा सकता है।


निर्मम हत्या से गांव में तनाव का माहौल:-फिलहाल नाबालिग की निर्मम से गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए एमपी पुलिस ने अतिरिक्त फोर्स को तैनात कर दिया गया है। साथ ही पुलिस ने संदिग्धों से पूछताछ कर केस का खुलासा जल्द करने की बात कही है। बता दें कि ऐसा ही एक मामला जून 2019 में सामने आया था जब एक व्यक्ति ने अपने 12 वर्षीय भतीजे को अच्छी फसल के लिए देवताओं को खुश करने के लिए मौत के घाट उतार दिया था। इसके अलावा जुलाई में, असम में एक परिवार ने घर में तीन साल के बच्चे की बलि देने की कोशिश की थी। हालांकि पड़ोसियों और पुलिस की सतर्कता से वो बच गया था।


आतंकी गठजोड़, दुनिया के लिए खतरा

न्यूयार्क । संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने कहा है कि लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद और इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकवादी संगठनों और अपराधी गिरोहों के बीच गठजोड़ है। यह गठजोड़ पूरी दुनिया के लिए खतरा है। उन्होंने यह बात बुधवार को संयुक्त राष्ट्र और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के बीच सहयोग संवाद के लिए आयोजित सम्मलेन में कही।


सैयद अकबरूद्दीन ने कहा, अपराधी गिरोह अपनी असामाजिक गतिविधियों से आतंकवादी संगठनों को धन मुहैया कराते हैं। नशीले पदार्थों की तस्करी, हथियारों की अवैध खरीद फरोख्त, मानव तस्करी, यौन शोषण और कलाकृतियों के कारोबार के जरिये भारी धनराशि का लेनदेन करते हैं। आतंकवादी संगठन और अपराधी गिरोह साथ मिलकर काम करते हैं और कभी-कभी आतंकवादी और अपराधी में भेद कर पाना भी मुश्किल हो जाता है।


उन्होंने कहा, यह संगठन विभिन्न देशों में मजहबी कट्टरता फैलाने के लिए रंगरूटों की भर्ती करते हैं। इसके लिए साइबर माध्यम और सोशल मीडिया का उपयोग किया जाता है। उल्लेखनीय है कि रूस और चीन के प्रभाव वाले संगठन एससीओ में भारत और पाकिस्तान दोनों शामिल हैं। इस संगठन में द्विपक्षीय मामले नहीं उठाए जा सकते इसलिए भारतीय प्रतिनिधि ने आतंकवादी खतरे के संबंध में पाकिस्तान का नाम नहीं लिया लेकिन उनका संकेत साफ था।


संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने संयुक्त राष्ट्र के धनशोधन निरोधक कार्रवाई दल (एफएटीएफ) को अधिक कारगर बनाने और एससीओ देशों की आतंकवाद विरोधी प्रणाली को और सक्रिय करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देशों की सीमाओं के आर-पार आतंकवादियों और अपराधियों की गतिविधियों पर काबू पाने के लिए मजबूत अंतरराष्ट्रीय सहयोग जरूरी है। दुर्भाग्य से इस संबंध में विश्व समुदाय का रवैया लचर है।


उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद जैसे विश्व संगठनों से आतंकवादियों और उनके सगठनों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने का आग्रह किया। साथ ही, आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए व्यापक अंतरराष्ट्रीय समझौता किये जाने पर जोर दिया। अकबरूद्दीन ने कहा कि आतंकवादियों और अपराधियों की मंशा और उनका शक्ति स्रोत एक जैसा है। दोनों मिलकर विकास, प्रशासन और समाज जीवन को तहस-नहस करने की कोशिश करते हैं।


छात्रों पर लाठीचार्ज, पूजा ने विरोध किया

मुंबई। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रों का विरोध प्रदर्शन हर तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है। जेएनयू के छात्र बढ़ी हुई हॉस्टल फीस के विरोध में हैं। हालांकि विरोध के बाद फीस बढ़ोत्तरी को आंशिक रूप से वापस लेने का फैसला लिया है। नए नियमों के विरोध में छात्रो का आक्रोश देखने को मिला। छात्रों में मार्च निकाल कर पूरे दिन बवाल मचाया। छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसमें कई छात्र घायल हो गए। ऐसे में इस पूरे घटनाक्रम पर एक्ट्रेस पूजा भट्ट का गुस्सा फूटा है। पूजा भट्ट ने जेएनयू छात्रों का सपोर्ट किया और दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा। पूजा ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि शिक्षा कोई विशेषाधिकार नहीं है, इस पर सबका उतना ही अधिकार है, जितना साफ हवा में सांस लेना। जेएनयू के छात्रों के साथ पुलिस को ऐसा बर्बरता से बर्ताव करना बेहद परेशान करने वाला है। क्या वह भूल जाते हैं कि उनका प्राथमिक कर्तव्य सेवा और सुरक्षा करना है, हिंसा का सहारा क्यों? छात्रों के खिलाफ? पूजा के इस ट्वीट पर लोगों की जमकर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग पूजा के सपोर्ट में ट्वीट कर रहे हैं तो कुछ पूजा को विपक्ष में ट्वीट कर रहे हैं। 


इससे पहले स्वरा भास्कर ने कहा था कि एक टैक्सपेयर होने के नाते मुझे कोई दिक्कत नहीं है कि मैं मेहनत से कमाया हुआ पैसा सब्सिडाइज्ड एजुकेशन के लिए दूं। फिर भी मुझे लगता है कि हमारा देश ऐसा देश है जहां गरीबी है। जहां आज भी अनेकों परिवार गरीबी रेखा के नीचे आते हैं। पब्लिक फंडिंग से शिक्षा और उच्च शिक्षा के लिए अधिक से अधिक लोग अपने हिसाब से शिक्षा ले पाएंगे। उच्च शिक्षा के लिए पब्लिक फंडिंग जरूर होना चाहिए। लोगों का संवैधानिक अधिकार है शिक्षा। स्वरा ने कहा है कि जेएनयू के प्रोफेसर्स को घेरना हिंसा है। वहां के छात्र अपने प्रदर्शन के लिए हमेशा के लिए जिम्मेदार रहे हैं। मैंने भी कई प्रदर्शन में हिस्सा लिया है। शांति से प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर दिल्ली पुलिस का लाठीचार्ज करना गलत हैं।


भारतीय फुटबॉल टीम विश्वकप से बाहर

नई दिल्ली। फीफा वर्ल्ड कप 2020 के क्वालिफाइंग मुकाबले में ओमान ने भारतीय फुटबॉल टीम को 1-0 से हरा दिया। इस हार के बाद भारतीय फुटबॉल टीम 2020 विश्व कप के क्वालिफाइंग चरण में लगभग बाहर हो गई। ओमान के लिए सबसे अहम गोल 33वें मिनट में मोहसिन अल घसानी ने किया। ओमान ने दूसरी बार भारत को हराया है। उसने गुवाहाटी में सितंबर में पहले चरण में भारत को 2-1 से हराया था। पांच मैचों से मिले महज तीन अंकों के साथ भारत अब भी ग्रुप ई में चौथे स्थान पर है। कतर 13 अंकों के साथ शीर्ष पायदान पर है जबकि ओमान 12 अंकों के साथ दूसरे पायदान पर है। ग्रुप टेबल में दूसरे नंबर की टीम ओमान से नौ अंकों के अंतर के साथ भारत के लिए अब विश्व कप की राह लगभग खत्म हो गई है। उसके पास क्वालिफायर के तीसरे चरण में केवल तीन मैच बचे हैं, जिनमें अधिकतम नौ अंक हासिल किए जा सकते हैं।


'रोबोट' समस्या सुनेगा और निपटाएगा

विशाखापत्तनम। शिकायतों में भाग लेने में दक्षता में सुधार करने के लिए, विशाखापत्तनम पुलिस ने CYBIRA सायबीरा नामक एक साइबर सुरक्षा इंटरैक्टिव रोबोट एजेंट की शुरुआत की है। रोबोट कपलर टेक्नोसोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित, CYBIRA एक विशेष रूप से सुसज्जित पुलिस रोबोट है जो ऑडियो संदेशों को ऑडियो संदेशों में रिकॉर्ड करता है।सोमवार को इस वर्चुअल असिस्टेंट रोबोट को विशाखापत्तनम के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार मीणा (IPS) ने महारानीपेटा स्टेशन पर लॉन्च किया। मीडिया से बात करते हुए, पुलिस आयुक्त ने कहा कि जनता रोबोट के सामने खड़ी हो सकती है और मौखिक रूप से अपनी शिकायतें दर्ज कर सकती है। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग खुद से लिखित शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं, वह CYBIRA से जुड़ी टैबलेट के माध्यम से कर सकते हैं।


एक बार शिकायत दर्ज होने के बाद, शिकायतकर्ता, साथ ही संबंधित पुलिस अधिकारी, लिखित प्रारूप में शिकायत की एक प्रति प्राप्त करेगा। कथित तौर पर, संबंधित अधिकारी को शिकायत प्राप्त होने के एक दिन के भीतर जांच शुरू करनी होगी। अन्यथा, रोबोट स्वचालित रूप से वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत की स्थिति को अग्रेषित करेगा। इसके अलावा, CYBIRA शिकायतकर्ता को शिकायत की स्थिति की जाँच करने की सुविधा प्रदान करेगा।इससे पहले, तिरुवनंतपुरम और हैदराबाद में पुलिस रोबोट के समान मॉडल तैनात किए गए थे। शिकायतों को प्राप्त करने के अलावा, इन रोबोटों को बमों का पता लगाने, और संदिग्धों की पहचान करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।


सरकारी संस्थाएं बेचने पर उतरी सरकार

नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार पर देश के कई अहम संस्थानों को बेचने और निजी हाथों में देने के मुद्दे को लेकर आज बुधवार को हमला बोला है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि जहां डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा, वो भारत देश है मेरा। हमारे संस्थान हमारी शान हैं। ये ही हमारी 'सोने की चिड़िया' हैं। भाजपा ने वादा तो देश बनाने का किया था लेकिन काम भारत के बेहतरीन संस्थानों को खोखला कर उन्हें बेचने का कर रही है। दुखद।”  प्रियंका गांधी ने ये ट्वीट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान को दिया है, जिसमें वित्त मंत्री ने कहा था कि केन्द्र सरकार चाहती है मार्च तक एयर इंडिया और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड की बिक्री की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।


पाकिस्तान में छात्रा का अनोखा प्रदर्शन

लाहौर। भारत में देश की सबसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में एक जेएनयू इन दिनों फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर खबरों में है तो पाकिस्तान के लाहौर में हिंदुस्तानी शायर बिस्मिल अजीमाबादी की चंद पक्तियों के साथ एक छात्रा का अनोखा प्रदर्शन का वीडियो वायरल हो गया है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद ट्रोल आर्मी भी सक्रिय हो गयी और उसे निशाना बनाते हुए विरोध करना शुरू कर दिया।


एक तरफ छात्रा की तारीफ हो रही है तो दूसरे सवाल करने वालों ने पूछा, “क्या पाकिस्तान में शायरों की कमी पड़ गई थी?” किसी ने छात्रा की इस हरकत को स्टंटबाजी करार दिया। तो किसी ने उसकी नीयत पर शक करते हुए एनजीओ की फंडिंग बताया। दरअसल छात्रा ने लोगों को 'स्टूडेंट्स मार्च' में निमंत्रण देने का अनोखा तरीका अपनाया था। जिस पर लोगों ने आपत्ति जताते हुए कहा, “विरोध का ये कैसा तरीका ?”


विरोध में शामिल होने के लिए निमंत्रण का ये कैसा तरीका ?


वीडियो में नजर आनेवाली छात्रा का नाम उरुज औरंगजेब है. उरुज लाहौर में आयोजित 'फैज फेस्टिवल' में हिंदुस्तानी शायर बिस्मिल अजीमाबादी की 'सरफरोशी की तमन्ना वाली' चंद पक्तिंयां गा रही हैं। ऐसा करने के पीछे उरुज मकसद बताती हैं, “29 नवंबर को होनेवाले छात्रों के मार्च में शामिल होने के लिए लोगों को दावत देना था।”


उरुज थियेटर कलाकार भी हैं। अपनी आवाज को लोगों तक पहुंचाने के लिए उन्होंने बिस्मिल अजीमाबादी की पंक्तियों को चुना। इस पर उरुज कहती हैं, “ हक की बात करनेवालों को सरहद में कैद नहीं किया जा सकता।” उन्होंने कहा,” अगर जिंदगी आसान होती तो फिर हम क्यों निकलते ? ज्यादा से ज्याद लोग हमारी दावत को कबूल कर मार्च में आएं, यही हमारा मकसद है।” उरुज का कहना है कि पाकिस्तान में कोई औरत बोल पड़े तो ये विवाद बन जाता है जबकि ये कोई नहीं देखता उसने क्या बोला है।


पाकिस्तान में 29 नवंबर को मार्च के जरिए छात्र विरोध-प्रदर्शन करने करनेवाले हैं। इस दौरान छात्रों के एजेंडे में कई मुद्दे शामिल होंगे। जिसमें प्रमुख रूप से शिक्षण संस्थानों में भेदभाव खत्म करन, यूनियन के गठन की मंजूरी देना, कैंपस में शोषण पर रोक, छात्रों को सियासी गतिविधियों में शामिल होने की इजाजत देने पर विचार किया जाएगा।


सरकारी मदद के साथ करें 'अपना व्यापार'

नई दिल्ली। अगर आप लोगों की मदद के साथ खुद का कारोबार (Business) शुरू चलाना चाहते हैं तो आपके लिए यह बेहतरीन मौका है। आप केंद्र सरकार की मदद से जनऔषधि केंद्र (Janaushadhi kendra) खोल सकते हैं। इस बिजनेस की सबसे बड़ी खासियत है कि मोदी सरकार (Modi Government) इसे खोलने के लिए 2.50 लाख रुपए की मदद भी देती है। फिलहाल देश भर में अब तक 5500 से ज्यादा जनऔषधि केंद्र खुल चुके हैं।


कैसे होगा फायदा : जनऔषधि केंद्र से दवा बेचने वाले को 20 फीसदी मार्जिन के अलावा हर महीने की बिक्री पर अलग से 15 फीसदी इंसेंटिव भी दिया जाएगा। इंसेंटिव की अधिकतम सीमा 10 हजार रुपए प्रति माह होगी। सरकार की योजना के अनुसार, इंसेंटिव तब तक दिया जाए, जब तक कि 2.50 लाख रुपये पूरे न हो जाएं। जनऔषधि केंद्र खोलने में भी तकरीबन 2.50 लाख रुपए का खर्च आता है। इस तरह यह पूरा खर्च सरकार खुद उठा रही है।


कौन खोल सकता है जनऔषधि केंद्र : सरकार ने जनऔषधि केंद्र खोलने के लिए 3 तरह की कैटेगरी बनाई है। पहली कैटेगरी के तहत कोई भी व्यक्ति, बेरोजगार फार्मासिस्ट, डॉक्टर, रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर केंद्र खोल सकता है। दूसरी कैटेगरी के तहत ट्रस्ट, एनजीओ, प्राइवेट हॉस्पिटल, सोसायटी और सेल्फ हेल्प ग्रुप को जनऔषधि केंद्र खोलने का अवसर मिलेगा। तीसरी कैटेगरी में राज्य सरकारों की ओर से नॉमिनेट की गई एजेंसी होगी। प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र खोलने के लिए 120 वर्गफुट एरिया में दुकान होनी जरूरी है। केंद्र खोलने वालों को सरकार की ओर से 900 दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।


जाने कैसे होगी कमाई :जनऔषधि केंद्र के जरिए महीने में जितनी दवाओं की बिक्री होगी, उसका 20 फीसदी कमिशन के रूप में मिलेगा। इस लिहाज से अगर आपने महीने में 1 लाख रुपये की भी बिक्री की तो आपको उस महीने 20 हजार रुपये की इनकम हो जाएगी। ये भी पढ़ें: 50 हजार रुपये लगाकर शुरू करें ये बिजनेस, मोदी सरकार दे रही कमाने का मौका।


आवेदन के लिए क्या है जरूरी? : जनऔषधि केंद्र खोलने के लिए आपके पास रिटेल ड्रग सेल्स का लाइसेंस जन औषधि केंद्र के नाम से होना चाहिए। आवेदन करने के लिए आधार कार्ड एवं पैन कार्ड की जरूरत होगी। वहीं, संस्थान, एनजीओ, हॉस्पिटल, चैरिटेबल संस्था को आवेदन करने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, पंजीयन प्रमाण पत्र देना होगा।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


नवंबर 21, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-107 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, नवंबर 21, 2019
3. शक-1941, मार्गशीर्ष-कृष्ण पक्ष, तिथि- दसमी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:40,सूर्यास्त 05:36
5. न्‍यूनतम तापमान -13 डी.सै.,अधिकतम-24+ डी.सै., छिटपुट बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
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