रविवार, 17 नवंबर 2019

साधू-संत समाज को आहत कर रही सरकार

महंत आशीष गिरी ने खुद को क्यों मारी गोली, जाने पूरी खबर


प्रयागराज। संत समाज इस समय शौक में है। आज सुबह निरंजनी अखाड़े के महंत आशीष गिरी ने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली। घटना की खबर मिलते ही डीआईजी, एसपी सिटी समेत फॉरेंसिंक टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई। उन्हें करीब से जानने वाले धर्मगुरुओं का कहना है कि वह अपनी बीमारी को लेकर काफी परेशान रहते थे। बताते हैं कि उनका लिवर खराब हो गया था, इसी से वह परेशान रहते थे। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी भी मौके पर पहुंच गए। खबरों में बताया जा रहा है कि आज सुबह ही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने आशीष गिरी से फोन पर बात की थी। उन्हें नाश्ते के लिए मठ में बुलाया था। फोन पर आशीष गिरी ने कहा था कि वह स्नान करने के बाद आ रहे हैं। कुछ देर बाद जब वह नहीं आए, तब मठ के लोग उनके आवास पर गए। दूसरी मंजिल पर बने कमरे का दरवाजा खुला था। नीचे जमीन पर बिस्तर पर खून से लथपथ आशीष गिरी का शरीर पड़ा था। उनके हाथ में पिस्टल थी। बताया जा रहा है कि आशीष गिरी हाई ब्लड प्रेशर और पेट की बीमारी से परेशान थे।
रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


नेताओं ने बसपा छोड़ कांग्रेस की सदस्यता ली

प्रयागराज। बसपा को इलाहाबाद से लगा झटका, भाजपा से सभी दल के नेता इस कदर प्रभावित है की सत्ता और प्रभाव की चाह में अपनी विचारधारा के विरुद्ध खड़े होने सेेे नहीं नहीं कतरा रहे हैं। परिणाम चाहे जो भीी हो, सुख-सुविधा और सत्ता की चाह आदमीी को अपने कर्तव्य से भटकानेेे के लिए सबसेे महत्वपूर्ण एवं कारगर रास्ता है!
इलाहाबाद से बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आरके गौतम शहर उत्तरी विधानसभा के कोषाध्यक्ष श्रीश चंद्र दुबे, शहर उत्तरी के सेक्टर अध्यक्ष रितेश कुमार सहित सैकड़ों कार्यकर्ता आज लखनऊ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री पीएल पुनिया के नेर्तत्व में कांग्रेस पार्टी की सदस्ययता ग्रहण कीी।



रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


सीएम टीम में किस-किसको मिलेगा स्थान

राणा ओबराय
हरियाणा मन्त्रिमण्डल के बाद अब सीएम की टीम में किस-किस को मिलेगा स्थान, पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी हो सकते हैं मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार
चंडीगढ़। आखिरकार 20 दिनों के बाद हरियाणा मंत्रिमंडल के गठन का कार्य पूरा हो ही गया। वैसे तो मंत्रिमंडल के गठन होने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री कार्यालय में अधिकारियों को तुरंत समायोजित कर दिया जाता है। परंतु अब की बार मुख्यमंत्री को मंत्रिमंडल की तरह अपने कार्यालय में अधिकारियों और नेताओं को फिट करने के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। आईएएस अधिकारियों और पूर्व में ओएसडी व एडवाइजर के पद पर रहे सभी मुख्यमंत्री की टीम में शामिल होना चाहते हैं सभी अपने आकाओं के द्वारा अपनी गोटियां फिट कर रहे हैं ! अब देखना यह है कि सीएमओ में स्थान पाने में कौन-कौन से आईएएस और पूर्व में ओएसडी आदि रहे स्थान पाने में कामयाब होते हैं। खट्टर सरकार में प्रधान सचिव व अतिरिक्त प्रधान सचिव राजेश खुल्लर तथा वी उमाशंकर अपने- अपने पद पर बने रह सकते हैं! निजी सुत्रो के अनुसार यदि मुख्यमंत्री अपने कार्यालय में प्रधान सचिव को बदलते हैं तो आईएएस सुधीर राजपाल, अनुराग रस्तोगी अथवा संजीव कौशल मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव हो सकते हैं! यदि मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार की बात की जाए तो जिस तरह से पूर्व मीडिया सलाहकार अमित आर्य मुख्यमंत्री के इर्दगिर्द हमेशा देखे जाते हैं! तो इससे ऐसा लगता है कि वह इस बार पहले की तरह मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मीडिया सलाहकार चंडीगढ़ हो सकते हैं! पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन को मीडिया सलाहकार दिल्ली एनसीआर का कार्यभार सौंपा जा सकता है! सुत्रो की माने तो अबकी बार सीएमओ में स्थान पाने के लिए सबसे मुश्किल दौर पूर्व ओएसडी भूपेश्वर दयाल और अमरिंदर सिंह का चल रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय में इनकी नियुक्ति को लेकर संशय बरकरार है। आरएसएस के कई सक्रिय कार्यकर्ता भी मुख्यमंत्री कार्यालय में स्थान पाने के लिए अपने अपने नेताओं से मुख्यमंत्री को सिफारिश करवाने में लगे हुए हैं! हो सकता है मुख्यमंत्री कार्यालय और निवास में अधिकारी के रूप में कुछ नए चेहरे देखने को मिले।निजी सुत्रो के अनुसार मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार पद के लिए पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी का नाम भी तेजी से आगे आ रहा है। क्योंकि सीएम मनोहर लाल के पूर्व राजनीतिक सलाहकार दीपक मंगला अबकी बार पलवल से विधायक बन गए हैं। इसलिए सीएम का राजनीतिक सलाहकार कोई अनुभवी नेता ही होना चाहिए जो सरकार और संगठन में पूरी तरह तालमेल बिठा सके!


कुछ प्रदूषण कम होने की संभावना:अरविंद

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को एक बार फिर कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण पराली जलने के कारण है और अब इसके लगभग खत्म होने पर वायु गुणवत्ता सुधर रही है। दिल्ली सरकार के संवाद एवं विकास आयोग के उपाध्यक्ष जैस्मीन शाह ने कुछ तस्वीरों के साथ एक ट्वीट साझा किया। तस्वीरों में पराली जलने की घटनाएं कम होने से दिल्ली वायु गुणवत्ता सुधरती हुई दिखाई जा रही थी।
शाह ने ट्वीट किया, दिल्ली के ज्यादातर भागों में बिल्कुल उसी समय एक्यूआई स्तर 200 (मध्यम स्तर) से कम चला गया, जब पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के खेतों में पराली जलाए जाने की घटनाएं कम हो रही हैं।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने कहा कि अक्टूबर के पहले महीने में पराली जलना शुरू होते ही एक्यूआई बढऩा शुरू हो गया था।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, उत्तर भारत में पराली जलने और वायु गुणवत्ता सूचकांक में बढऩे के बीच बहुत बड़ा संबंध देखा जा सकता है। अक्टूबर के पहले महीने में पराली जलना शुरू होते ही एक्यूआई बढऩा शुरू हो गया था। अब इसके लगभग खत्म होने पर वायु गुणवत्ता सुधर रही है।


कहां गायब हो रही है अपनी गोरियां

याद है, जब छोटे थे, तब स्कूल जाने के लिये अलह सुबह उठाया जाता था, यह कहकर देखो चिडिया आयी, देखो कौआ आया, वो देखो मोर आया। घर की मुण्डेर पर छोटी सी चिडिया चहकती रहती और उठकर स्कूल के लिये तैयार होने लगते। गरमी में कोयल की कूक मन को अलग ही सुकून देती थी। इसके बाद बच्चों को टीवी पर डोरीमॉन, नोमिता जैसे कार्टून कैरेक्टर्स को देखकर उठाया जाता था। अब तो मोबाईल पर ही सब कुछ उपलब्ध है, इसलिये टीवी की बजाय मोबाईल पर ही चित्र या कार्टून्स दिखाकर बच्चों को उठाने का जतन किया जाता है।


यह सच है, परिवर्तन बहुत ही तेजी से हुआ है, हमारी पीढी इस द्रुत गति से होने वाले परिवर्तन की साक्षात गवाह है। यह परिवर्तन सतत प्रक्रिया है, पर अस्सी के दशक के उपरांत परिवर्तन की गति को पंख लग चुके हैं। कल तक मुण्डेर पर बैठे कौए और अन्य पक्षियों के कलरव पर गाने भी बना करते थे, शकुन अपशकुन के मामले में भी अनेकानेक धारणाएं हुआ करती थीं।


विडंबना यही है कि हमने भाग दौड़ में आधुनिक दुनिया की कल्पना तो कर ली पर प्रकृति के साथ जो हमने छेड़छाड़ या सीधे शब्दों में कहें बलात्कार किया है, वह अक्ष्म्य ही है। इसका भोगमान कोई ओर नहीं वरन हमारी आने वाली पीढ़ी को ही भोगना है। ईश्वर ने इस कायनात की रचना की है। इस सृष्टि में जितने भी जीव जंतु प्रभु ने बनाये हैं, सबकी अपनी अलग-अलग भूमिका और महत्व है। स्वच्छंद विचरण करने वाले पक्षियों पर अघोषित तौर पर मानव का हस्तक्षेप भारी पड़ा है। अपने सुख सुविधा और स्वाद के चक्कर में पक्षियों को प्रश्रय देने के स्थान पर मौत के घाट उतारा गया, जिससे इनकी संख्या में तेजी से गिरावट दर्ज की गयी, रही सही कसर पर्यावरण प्रदूषण ने पूरी कर दी।


हमें यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि आज पक्षियों की सैकड़ों प्रजातियां विलुप्तप्राय हैं। गिद्ध, सारस, कोयल, गोरैया, कौवा आदि अब बमुश्किल ही दिख पाते हैं। गुज़रे जमाने में राजा महाराजाओं से लेकर नवाबों की थाली की शान होने वाली शीली, बटेर, दिघोची, तीतर, लालशर जैसी चिडिया अब देखने को नहीं मिलतीं। अनेक निरामिष भोजनालयों में अब भुने हुए तीतर या बटेर के स्थान पर गोरैया को ही परोसा जाता रहा है। गाय, भैंस का दूध बढ़ाने की गरज़ से दी जाने वाली दवाओं का प्रतिकूल असर भी देखने को मिला है। इनके मृत शरीर का भक्षण कर पर्यावरण का एक सशक्त पहेरूआ गिद्ध अब देखे से नहीं दिखता है। पक्षियों की संख्या में कमी से पर्यावरण विशेषज्ञों की पेशानी पर चिंता की लकीरें साफ दिखायी पड़ने लगी हैं।


पर्यावरण विदों की मानें तो पक्षियों का होना मानव स्वास्थ्य के लिये अत्यावश्यक है। ये मानव जीवों के लिये खतरनाक कीट पतंगों को अपना निवाला बनाकर मनुष्यों की रक्षा करते हैं। ये पक्षी ही हैं जो कीट पतंगों के अलावा मृत जानवरों के अपशिष्ट को भी धरती से समाप्त करते हैं। विलुप्त होते पक्षियों को लेकर सरकारी और गैर सरकारी संगठन चिंता जाहिर कर रस्म अदायगी से बाज नहीं आते हैं। मन राखन लाल की भूमिका निभाने वाले इन संगठनों ने कभी भी पक्षियों को बचाने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की है। यहाँ तक कि भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा भी ग्रामीणों को जागरूक बनाने की दिशा में डाक्यूमेंटरी या विज्ञापनों का निर्माण तक नहीं करवाया गया है। परिणाम यह है! कि दीगर पक्षियों के अलावा हर घर में चहकने वाली गोरैया भी अब दुर्लभ पक्षी की श्रेणी में आ चुकी है।


एक समय था! जब घरों में महिलाओं द्वारा गेहूँ या चावल बीनते समय कुछ दाने इन चिड़ियों के लिये जानबूझकर गिरा दिये जाते थे। इन दानों के चक्कर में घरों के आसपास चिड़िया चहकती रहती थीं। अब मॉल्स और डिब्बा बंद प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के बढ़े प्रचलन ने इन पक्षियों के मुँह से निवाला छीन लिया है। इसके अलावा शहरों में सीना ताने खड़े मोबाईल टॉवर की चुम्बकीय तरंगों, वाहनों के द्वारा छोड़े जाने वाले धुंए ने भी पक्षियों के लिये प्रतिकूल माहौल तैयार किया है। एक अनुमान के अनुसार पक्षियों के कम होने के पीछे कामोत्तेजक दवाओं का तेजी से प्रचलन में आना है। असंयमित खानपान और रहन सहन के चलते कामोत्तेजक दवाओं का बाज़ार तेजी से गर्माया है। गोरैया के अण्डों का इस्तेमाल कामोत्तेजक दवाओं में किया जाता है। चीन के माफिया सरगनाओं ने गैण्डे के सींग से सेक्स बढाने की दवाएं ईज़ाद की। कल तक गैण्डों से आच्छादित भारत के जंगलों में अब इनकी तादाद महज़ 200 से भी कम ही रह गयी है।


अब समय आ चुका है !कि पक्षियों को बचाने की दिशा में हम जागरूक हो जायें। हमें हर हाल में पक्षियों के जीने के लिये अनुकूल माहौल प्रशस्त करना ही होगा। पक्षियों की तादाद अगर दिनों दिन कम होती गयी!  तो पर्यावरण का जो असंतुलन निर्मित होगा उसका भोगमान किसी और को नहीं हमारी आने वाली पीढ़ी को ही भोगना होगा, जिसके उज्ज्वल भविष्य के लिये आज हम धन दौलत एकत्र कर छोड़ जाने वाले हैं। दिल्ली में पर्यावरण का असंतुलन साफ दिखायी देता है। सर्दी आते ही दिल्ली में जब चाहे तब शालाएं बंद करवा दी जाती हैं। सिवनी में आबोहवा अभी ठीक है पर अगर हम नहीं चेते तो हमारे जिले का हाल भी भविष्य में दिल्ली जैसा हो जाये तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिये। हम अपने वंशजों को धन दौलत, संपन्नता, सुविधाएं तो देकर इस दुनिया से रूखसत हो जायेंगे, किन्तु जब पर्यावरण असंतुलित होगा तब हमारी आने वाली पीढ़ी जिस कठिनाई में जीवन व्यतीत करेगी उसका अंदाज़ा आज लगाना असंभव ही है। सरकार को चाहिये कि वह गैर सरकारी संगठनों के साथ मिलकर पक्षियों को बचाने की दिशा में तत्काल ही कोई मुहिम की ठोस कार्ययोजना बनाये ताकि पक्षियों के कलरव को आने वाली पीढ़ी सुन सके और महसूस कर सके!


अब रबड़ के टायर वाली मेट्रो चलेगी

नई दिल्ली! आने वाले दिनों में देश के किसी शहर में अगर रबड़ के टायर वाली मेट्रो चलती नजर आए तो हैरानी नहीं होनी चाहिए! लाइट मेट्रो के बाद अब केंद्र सरकार टायर वाली मेट्रो चलाने की तैयारी कर रही है! इसके लिए नीति भी तैयार की जा रही है| यह बात ग्रे लाइन पर मेट्रो के उद्घाटन के दौरान केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कही है|


पायलट ने भेजा आपात संदेश, पाकिस्तान ने भारतीय विमान को ऐसे बचाया


उन्होंने कहा कि मेट्रो बड़े शहरों के लिए सफल सार्वजिनक परिवहन की सुविधा है| देश में शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा है! इससे वर्ष 2030 तक देश की करीब 60 करोड़ आबादी शहरों में होगी! दिल्ली मेट्रो की सफलता के बाद द्वितीय व तृतीय स्तर के शहरों में भी मेट्रो जैसी सुविधाओं की मांग हो रही है! मेट्रो लाइट के बाद अब मेट्रो ऑन टायर्स नीति पर काम किया जा रहा है| इस तरह के मेट्रो के विकास में खर्च और भी कम हो जाएगा!


लापता श्रेयांश की लाश मिली कुँए में, आंगन में खेलते वक़्त गिरने की आशंकाडी एमआरसी के अधिकारी कहते हैं! कि दुनिया के कुछ शहरों में टायर्स मेट्रो चल रही हैं! यह मेट्रो भी रेलवे ट्रैक पर चलती है, लेकिन पहियों में टायर का इस्तेमाल होता है! पेरिस में सबसे पहले इसका इस्तेमाल किया गया है| टायर वाली मेट्रो पेरिस, हांक कांग समेत कई देशों में सफलतापूर्वक चल रही है! इसके रफ्तार तकरीबन 60 किलोमीटर प्रति घंटा होती है! और इसको बनाने में अब चल रही मेट्रो से 30 प्रतिशत कम खर्च आता है!


पटना में मामूली विवाद में मारपीट,गोलाबारी, मौत

पटना। राजधानी पटना के सिटी इलाके में रविवार को जमकर बवाल हुआ। घटना बाईपास थाना क्षेत्र के रानीपुर पैजावा की है जहां गाड़ी बैक करने के मामूली से विवाद को लेकर दो गुटों में जमकर मारपीट और गोलीबारी हो गई। गोलीबारी की इस घटना में पूर्व वार्ड पार्षद गीता देवी के पुत्र रवि कुमार नामक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से गुस्साए मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा मचाया। इस दौरान आक्रोशितों ने सड़क पर आगजनी कर फोरलेन को लगभग 5 घंटे तक जाम कर दिया जिससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी। आक्रोशितों ने फोरलेन से गुजरने वाले वाहनों में भी तोडफ़ोड़ की साथ ही वाहन चालकों के साथ भी मारपीट की। आक्रोशितों ने हमलावरों की पांच मोटरसाइकिल को भी आग के हवाले कर दिया। हंगामा शांत कराने पहुंची पुलिस को भी उपद्रवियों ने खदेड़ दिया और उनपर पथराव शुरू कर दिया। घटना की कवरेज करने गए पत्रकारों को भी उपद्रवियों ने खदेड़ दिया। इस दौरान उपद्रवियों द्वारा कई राउंड हवाई फायरिंग भी की गई। रोड़ेबाजी में तीन-चार लोग घायल हो गए हैं। फोरलेन जाम हंगामा की सूचना मिलते ही सिटी एसपी पटना पूर्वी, एडिशनल एसपी समेत विभिन्न थानों की भारी संख्या में पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर काफी मशक्कत के बाद आक्रोशित लोगों को शांत करा कर फोरलेन पर परिचालन सामान्य कराया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेज दिया। बताया जाता है कि पूर्व वार्ड पार्षद गीता देवी के पति देवेंद्र सिंह अपनी कार में सवार होकर रानीपुर पैजावा के रास्ते गुजर रहे थे, इसी दौरान उसी इलाके के रहने वाले विजय कुमार सिंह की गाड़ी से उनकी गाड़ी की मामूली टक्कर हो गई। बस इसी बात को लेकर दोनों के बीच बकझक शुरू हो गई और देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट शुरू हो गयी। इसी दौरान हथियारबंद अपराधियों ने पूर्व वार्ड पार्षद के बेटे रवि कुमार पर गोली चला दी, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी।


एयर इंडिया और भारत पेट्रोलियम बेचे जाएंगे

मार्च तक बेच दिया जाएगा एयर इंडिया और भारत पेट्रोलियम…. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा… ये बतायी है वजह


नई दिल्ली। राज्य के स्वामित्व वाली दो कर्ज ग्रस्त कंपनियों एयर इंडिया और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन को अगले साल मार्च तक सरकार द्वारा बेचे जाने की उम्मीद है। वित्त मंत्री  निर्मला सीतारमण ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में यह बात कही। टाइम्स आफ इंडिया के हवाले से एनडीटीवी ने कहा है कि वित्त मंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है। जब देश वित्तीय तनाव का सामना कर रहा है और उस पर लगभग 58 हजार करोड़ रुपए का कर्ज चढ़ा हुआ है। द डेली से सीतारमण ने कहा कि हम, दोनों पर इस उम्मीद के साथ आगे बढ़ रहे हैं कि हम इस साल इसे पूरा कर सकते हैं। इससे जमीनी हकीकत सामने आएगी।


सीतारमन ने कहा, 'एयर इंडिया की बिक्री प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही निवेशकों में उत्साह देखा गया है।' पिछले साल निवेशकों ने एयर इंडिया को खरीदने में ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया था इसलिए इसे नहीं बेचा जा सका था। बता दें कि मौजूदा वित्त वर्ष में कर संग्रह में गिरावट को देखते हुए सरकार विनिवेश और स्ट्रैटजिक सेल के जरिए रेवेन्यू जुटाना चाहती है।वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार को इन दो कंपनियों को बेचने से इस वित्त वर्ष में एक लाख करोड़ का फायदा होगा।


इस महीने की शुरुआत में एयर इंडिया के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने एयर इंडिया के कर्मचारियों को खुला खत लिखा था। उन्होंने कहा था कि विभाजन एयरलाइन की स्थिरता को सक्षम कर सकता है। वहीं सीतारमण ने कहा, 'एयर इंडिया के लिए इन्वेस्टर्स के बीच काफी रुझान है।'बीते साल सरकार ने एयरलाइन में 76 प्रतिशत हिस्सेदारी और प्रबंधन नियंत्रण को रद्द करने के लिए एयर इंडिया के लिए EoI मंगाई थी लेकिन इसे एक भी बोलीदाता नहीं मिला था। सरकार के पास वर्तमान में एयर इंडिया की 100 प्रतिशत इक्विटी है।


टैकंर से तेल लीक ,लोग लाए बाल्टी-डिब्बे

सीकर। राजस्थान के सीकर जिले की नीमकाथाना के चला गांव में आज डीजल से भरा एक टैंकर पलट गया, इससे टैंकर में भरा तेल बाहर बहने लगा। तेल के टैंकर के पलटने की सूचना मिलते ही मौके पर ग्रामीण पहुंच गए। ग्रामीणों ने बाहर की ओर बह रहे तेल को बाल्टियों, ड्रमों और कोन में भरा और अपने घर ले गए। हादसे के बाद लोगों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मौके से लोगों को हटाया। जानकारी के मुताबिक जिले के चला गांव में उस वक्त लोगों में हड़कंप मच गया जब डीजल से भरा एक टैंकर अनियंत्रित होने से पलट गया है। टैंकर पलटने से उसमें से भरा डीजल तेजी से सड़क पर बहने लगा। टैंकर पलटने के बाद डीजल लूटने के लिए मौके पर लोगों की लंबी कतार लग गई। लोग बड़ी संख्या में अपने अपने घरों से बर्तन लेकर पलटे हुए डीजल के टैंकर के पास आए और तेल लूटकर ले जाने लगे। तेल को लूटने में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। वहीं भरा हुआ डीजल का टैंकर सड़क पर पलट जाने से दुर्घटना की आशंका भी बनी हुई है। हादसे के बाद लोगों ने पुलिस को भी पूरे मामले की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर घटनास्थल का मुआयना किया और लोगों को टैंकर के पास से हटाया।


प्रदर्शन करता किसानो की हिंसा, बवाल

उन्नाव। ट्रांस गंगा सिटी परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन अब और हिंसक हो गया है। मुआवजे की मांग को लेकर भड़के किसानों ने रविवार को पावर सब-स्टेशन के पास रखे पाइपों में आग लगा दी। इस दौरान पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई।


किसानों ने आरोप लगाया कि यूपी स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्प की ट्रांस गंगा सिटी परियोजना के लिए अधिग्रहित की गई जमीन के लिए उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया गया। प्रदर्शकारी किसानों की मांग है कि उन्हें उनकी जमीन का उचित मुआवजा दिया जाए।


पुलिस और किसानों के बीच झड़प को लेकर उन्नाव एसपी ने कहा, 'ग्रामीणों और कुछ उपद्रवियों ने यूपी स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के अधिकारियों और उनके वाहनों पर हमला किया था। UPSIDC ने 8 नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। आरोपियों पर जल्द कार्रवाई की जाएगी'


उन्नाव के एसपी का कहना है, 'कुछ उपद्रवियों ने बाद में पुलिस पार्टी पर गोलियां चलाईं और पथराव किया। 5 पुलिस वाले घायल हो गए। पुलिस ने 30 नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जांच चल रही है। 5 लोग पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं।'
वहीं, आज एक वाहन में आग लगा दी गई। जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) ने कहा, 'कुछ बदमाश ऐसा कर रहे हैं। हम गांवों में जाएंगे और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करेंगे। यह उपद्रवियों का काम है। हम शांति बनाए रखेंगे और ट्रांस गंगा सिटी परियोजना का काम भी चलेगा।'


वहीं, शनिवार को उग्र किसानों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इस दौरान प्रदर्शकारी किसानों ने पुलिस पर पथराव भी किया। प्रदर्शकारी किसानों की मांग है कि मौजूदा वक्त के हिसाब से उनकी जमीन का उचित मुआवजा दिया जाए। हालांकि, जिलाधिकारी देवेंद्र पांडेय का कहना है कि किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है, प्रशासन के पास किसानों का कोई बकाया नहीं है।


टेनिस खिलाड़ी रोजर फाइनल से बाहर

लंदन। 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता रोजर फेडरर को हराकर ग्रीस से युवा टेनिस खिलाड़ी स्टीफानोस सितसिपास ने एटीपी फाइनल्स से बाहर कर दिया है। 21 वर्षीय सितसिपास ने शानदार प्रदार्शन करते हुए फेडरर को सीधे सेटों में 6-3, 6-4 से मात दी। प्रतियोगिता के फाइनल में उनका मुकाबला अब आस्ट्रिया के डोमिनिक थीम से होगा।


सितसिपास वर्ष 2009 के बाद से इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने वाले सबसे युवा खिलाड़ी हैं। 2009 में जुआन मार्टिन डेल पोट्रो ने टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई थी। इस टूर्नामेंट में 2002 के बाद ऐसा मौका आया है जब फेडरर, जोकोविक या नडाल में से कोई भी फाइनल मैच में नहीं खेल रहा है। आस्ट्रिया के डोमिनिक थीम ने कहा कि "फाइनल में मुझे लगता है कि खिलाड़ियों के बैकहैंड के बीच कड़ा मुकाबला होगा। हम दोनों अटैकिंग खिलाड़ी हैं, उन्हें खेलते हुए देखकर बहुत आनंद आता है। मुझे सितसिपास को खेलते हुए देखना बहुत पसंद है और मैं उनका मुकाबला करने के लिए उत्सुक हूं।


आईपीएस ने मुंडन कराकर बाल दान किए

कोच्चि। कैंसर रोगियों के चेहरे में मुस्कान (Smile in the face of cancer patients) लाने एक महिला पुलिस अफसर ने मुंडन करा लिया है। वरिष्ठ सिविल पुलिस अधिकारी ने कहा अगर मेरे बाल मुंडवाने (Shaved hair) से कैंसर से लड़ रहे बच्चों की जिंदगी में मुस्कान लाया जा सकता है तो यह मेरे लिए खुशी की बात है। इस महिला पुलिस अफसर की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं।


जानकारी के अनुसार पुलिस अफसर अपर्णा लवकुमार (Police officer Aparna Lovekumar) ने कुछ दिनों पहले ही त्रिचूर के एक ब्यूटी पार्लर (A beauty parlor of trichur) में अपना मुंडन कराया और अपने लंबे बाल त्रिचूर के कैंसर रिसर्च सेंटर को दान कर दिए। यहां पर गरीब कैंसर रोगियों के लिए विग (नकली बाल) बनाने का काम किया जाता है. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक बालों से बने विंग काफी महंगे आते हैं। इसे खरीदना हर किसी के बस की बात नहीं होती। आर्टिफिशल बालों से बने विग से मरीजों को कई तरह की एलर्जी होती है। ऐसे में प्राकृतिक बालों से बने विग का इस्तेमाल कर उनकी पेरशानी कम की जा सकती है।


पुलिस अधिकारी अपर्णा लवकुमार
बतादे कि अपर्णा के अनुसार उन्होंने 70 सेंटीमीटर लंबे अपने बालों को काटने से पहले अपने वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमति भी ली। उन्होंने कहा कि एक कैंसर पीड़ित बच्चे को देखने के बाद वह अपने आपको रोक नहीं सकीं और जल्द ही मुंडन कराने का फैसला ले लिया। जिस ब्यूटी पार्लर में अपर्णा ने अपना सिर मुंडवाया वहां किसी ने उनका वीडियो बना लिया जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।


मृत बच्चे को अस्पताल ले गई बंदरिया

सीहोर। मध्य प्रदेश के सीहोर से एक मार्मिक और अजीबो-गरीब घटना सामने आई है। यहां एक बंदरिया अपने करंट से मरे बच्चे को लेकर पशु अस्पताल पहुंच गई। शहर के पुरानी जेल के बाहर लगे 11 केबी के तारो में झुलसकर जब एक बंदर जमीन पर गिरा तो वहां मौजूद उसकी मां ने उसे तत्काल उठाया और खींच-खींच कर वह अपने बच्चे को जिला पशु चिकित्सालय तक ले आई। इसके बाद बंदरिया मृतक बंदर को लेकर काफी देर तक पशु चिकित्सालय के गेट के ऊपर बैठ रही।


पहले किसी भी व्यक्ति की उसके पास जाने की हिम्मत नहीं हो पा रही थी। जब पशु चिकित्सा के डाक्टरों को यह माजरा समझ आया तो उन्होंने जैसे-तैसे इस मृत बंदर का शव कब्जे में लिया और उसका परीक्षण किया। परीक्षण में पता चला कि बंदर का बच्चा मर गया है।


जिला पशु अस्पताल के वरिष्ठ पशु चिकित्सक एस के श्रीवास्तव ने कहा कि ये अपने आप में पहला ऐसा मामला है जब कोई जानवर अपने बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचा हो। उन्होंने बताया कि जब बंदरिया के गुस्से में होने की वजह से कोई उसके पास नहीं जा पा रहा था लेकिन जब पब्लिक ने थोड़ा शोर-शराबा किया तो वह वहां से भागी और बच्चे के शव को कब्जे में लिया जा सका। डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि बंदर के बच्चे का शरीर करंट लगने से बुरी तरह जल चुका था।


गोरखपुर में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म

गोरखपुर। रेस्टोरेंट में काम करने वाली किशोरी को अगवा कर दो सहकर्मियों ने कौवाबाग कॉलोनी में दुष्कर्म किया। एसएसपी के निर्देश पर शाहपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को पकड़ लिया है। पीड़ित जिला अस्पताल में भर्ती है।
किराए के मकान में मां-बाप के साथ रहती है किशोरी
महराजगंज जिले के श्यामदेउरवा क्षेत्र की रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी गोरखनाथ इलाके में मां-बाप के साथ किराये पर रहती है। कोतवाली क्षेत्र में स्थित एक रेस्टोरेंट में वह नौकरी कर रही थी। बुधवार देर रात घर छोड़ने के बहाने दो सहकर्मियों ने अपनी स्कूटी पर बैठा लिया। शाहपुर के कौआबाग रेलवे कालोनी में सुनसान स्थान पर ले गए। आरोप है कि जबरन शराब पिलाने के बाद आरोपितों ने उससे दुष्कर्म किया। वारदात के बाद मुंह बंद रखने की धमकी दी और उसे कमरे पर छोड़ने के लिए निकले। लेकिन रास्ते में पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।
पुलिस ने नहीं की मदद
जानकारी मिलने पर पहुंचे रेस्टोरेंट मालिक ने उन्हें छुड़ाया और किशोरी को घर पहुंचाया। पीड़ित ने अगले दिन परिजनों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद वे कोतवाली थाने पहुंचे। आरोप है कि पुलिस ने मदद नहीं की। मामला शाहपुर इलाके का बताकर वहां भेज दिया। जब वे शाहपुर पहुंचे तो वहां बाल दिवस का कार्यक्रम चल रहा था। उनको अगले दिन बुलाया गया। शुक्रवार को परिजन एसएसपी से मिले तब जाकर केस दर्ज हुआ। एसपी सिटी डॉ. कौश्तुभ ने बताया कि किशोरी का चिकित्सकीय परीक्षण के लिए भेजा गया है।
तहरीर और बयान में है अंतर
तहरीर में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म होने की बात लिखी गई है। लेकिन पुलिस को दिया गया बयान तहरीर से अलग है। इसकी वजह से पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया है। मेडिकल रिपोर्ट व कोर्ट में होने वाले बयान का इंतजार किया जा रहा है।
सिपाहियों ने थानेदार व चौकी प्रभारी को बताए बिना छोड़ दिया
कौवाबाग कॉलोनी से निकलने के बाद आरोपित युवक बदहवास हाल में किशोरी को स्कूटी पर बीच में बैठाकर घर छोडऩे ले जा रहे थे। गश्त रहे सिपाहियों ने रास्ते में उन्हें पकड़ लिया। जानकारी होने पर पहुंचे रेस्टोरेंट मालिक ने पुलिसकर्मियों को मैनेज कर तीनों को छुड़ाया और किशोरी को घर पहुंचाया। जिसकी जानकारी थानेदार व चौकी प्रभारी को नहीं हुई।
...तो घटना के दिन ही पकड़े जाते आरोपी
कौवाबाग चौकी के सिपाही रात में कॉलोनी में गश्त कर रहे थे। स्कूटी पर बीच में किशोरी को बैठाकर ले जा रहे युवकों को देख उन्होंने रोक लिया। बदहवास किशोरी को देख मामला उन्हें समझ में आ गया। जिसके बाद तीनों को चौकी पर बैठा लिया। युवकों ने इसकी जानकारी रेस्टोरेंट मालिक को दी। रात में वह चौकी पर पहुंचे। पुलिसकर्मियों से बातचीत कर तीनों को छुड़ाया। जिसकी जानकारी थानेदार व चौकी प्रभारी को भी नहीं हुई। थानाध्यक्ष शाहपुर अरुण पंवार ने बताया कि बुधवार की रात में हुई घटना की जानकारी उनको नहीं है। सीओ गोरखनाथ प्रवीण सिंह ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। दोषियों पर कार्रवाई होगी।


सड़क हादसे में परिवार के पांच सदस्यों की मौत

इंदौर। बड़वानी के पास हुए एक सड़क हादसे में एक ही परिवार के 5 सदस्यों की मौत हो गई। मृतक परिवार एक शादी समारोह में शामिल होने अंजड़ से कसरावद जा रहा था।


जानकारी के अनुसार बड़वानी के मंडवाड़ा के पास कार (MP 09 CB 2111) और ट्राले के मध्य आमने सामने से जोरदार भिड़त हो गई। हादसे में कार ट्राले के नीचे दब गई जिससे कार में सवार एक ही परिवार के 5 सदस्यों की मृत्यु हो गई। हादसे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से मृतक व घायलों को कार से बाहर निकाला। हादसे में एक बच्ची घायल है जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। कार में सवार व्यक्ति अंजड़ के राजपुर रोड निवासी मिर्जा परिवार के बताए जा रहे है। यह परिवार कसरावद एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे।


छात्रसंघ अध्यक्ष गिरफ्तारी के खिलाफ आक्रोश

नैनीताल। एसएसजे परिसर अल्मोड़ा के छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती को गिरफ्तार करने के विरोध में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहित रौतेला व एबीवीपी के नैनीताल नगर प्रमुख मोहित लाल साह के नेतृत्व में रविवार को छात्रों ने अल्मोड़ा परिसर व अल्मोड़ा पुलिस प्रशासन का पूतला फूंक कर नारेबाजी की।


इस अवसर पर डीएसबी परिसर नैनीताल के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहित रौतेला ने कहा कि एसएसजे परिसर अल्मोड़ा के छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती ने परिसर प्रशासन के समक्ष छात्रों की समस्याएं रखी जिसे प्रशासन पूर्ण नही कर सका। इसके लिए छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती ने दुबारा आन्दोलन किया। आंदोलन स्थल पर परिसर निदेशक व अन्य शिक्षकों ने पहुंच कर छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती पर अरापत्तिजनक टिप्पणी की। जिससे आहत होकर छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती ने आत्मदाह जैसा कृत्य किया। इस बीच बचाव करने पर पैट्रोल के छिटे निदेशक पर भी पड़ गये।


परिसर निदेशक व अन्य शिक्षकों ने उप्रेती पर गलत आरोप लगा कर उसे गिरफ्तार करवा दिया। छात्र नेताओं ने कहा कि अगर जल्द ही झूठे मुकदमें वापस नही लिया गया तो विवि व परिसर में आंदोलन शुरू कर दिया जायेगा। जिसकी जिम्मेदारी विवि प्रशासन की होगी।



72 घंटे में 'धान' के भुगतान के आदेश

किसानों को 72 घंटे के अंदर हर हाल मे करें भुगतान:डीएम


तारकेशवर मिश्रा


अमेठी। जिलाधिकारी अरुण कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में धान खरीद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में डीएम ने सभी केंद्र प्रभारियों को सुबह 9:00 बजे केंद्र खोलने तथा उपस्थित रहने के निर्देश दिए। 


जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों का भुगतान 72 घंटे के अंदर आरटीजीएस के माध्यम से हर हाल में हो जाना चाहिए, यदि किसी कारणवश किसानों का भुगतान 72 घंटों के अन्दर नहीं हो पाता है तो जिला खाद्य विपणन अधिकारी, जिला प्रबंधक पीसीएफ और संबंधित केंद्र प्रभारी बैंक से समन्वय कर समय से भुगतान कराना सुनिश्चित करेंगे।जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी किसान को धान क्रय केंद्र से वापस न करें, पंजीकृत किसानों का ही धान क्रय करें। जिलाधिकारी ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि अधिक से अधिक किसान भाई अपना पंजीकरण करवाकर सरकारी क्रय केंद्र पर ही धान बेचे। उन्होंने सभी केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक कांटा, छन्ना, नमी माप करने वाली मशीन, किसानों के बैठने के लिए जगह, बोरे और पर्याप्त मात्रा में धनराशि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश डिप्टी आरएमओ  और जिला प्रबंधक पीसीएफ को दिया। बैठक में सूचना के बावजूद भी अनुपस्थित रहने पर  जिला प्रबंधक पीसीएफ मीनाक्षी यादव को  कठोर चेतावनी देते हुए  स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए। 


जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी वीसी गौतम ने बताया कि जनपद में कुल 51 धान क्रय केंद्र बनाए गए हैं, इस वर्ष शासन द्वारा जनपद का लक्ष्य 94300 एमटी निर्धारित किया गया है, जिसके सापेक्ष अभी तक 350 एमटी की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि किसान भाई अपनी किसी भी प्रकार की समस्या या सुझाव हेतु कंट्रोल रूम नंबर 9415885533 पर सम्पर्क कर सकते हैं।


सूचना कर्मचारी संघ, कार्यकारिणी का चुनाव

देहरादून। आज सूचना भवन, स्थित सभागार में उत्तराखण्ड सूचना कर्मचारी संघ के प्रांतीय अधिवेशन का आयोजन किया गया। अधिवेशन का शुभारंभ मुख्य अतिथि अपर निदेशक सूचना डाॅ. अनिल चन्दोला, संयुक्त निदेशक आशिष त्रिपाठी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
अधिवेशन को सम्बोधित करते हुए अपर निदेशक डाॅ. अनिल चन्दोला ने कहा कि विभाग द्वारा संघ को पूरा सहयोग प्रदान किया जायेगा। डाॅ. चन्दोला ने कहा कि संघ द्वारा रचनात्मक कार्यों में भी योगदान दिया जाय। विभागीय कार्मिकों की सहायता के लिए कर्मचारी कल्याण कोष की स्थापना की जाय, जिसमें प्रत्येक अधिकारी/कर्मचारी द्वारा प्रतिमाह अंशदान जमा किया जाय। डाॅ. चन्दोला ने अपने वेतन से रुपये 1100/- का अंशदान प्रतिमाह जमा कराने की घोषणा की। डाॅ. चन्दोला ने कहा कि संघ मजबूत होगा, तो विभाग भी मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि आज के समय मेें विभाग के सामने काफी चुनौतियां है, जिनका सामना करने के लिए नई तकनीक और दक्ष मानव संसाधन की आवश्यकता होगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि उत्तराखण्ड कर्मचारी संघ द्वारा विभाग हित में जो भी प्रस्ताव रखा जायेगा, उस पर सकारात्मक कार्यवाही की जायेगी।


संयुक्त निदेशक राजेश कुमार ने कहा कि सूचना विभाग की मजबूती के लिए जरूरी है कि संघ भी मजबूत रहे। उन्होंने सभी कर्मचारियों से अपेक्षा की कि संघ के माध्यम से विभागीय हित में कार्य करेंगे। संयुक्त निदेशक, श्री आशिष त्रिपाठी ने कहा कि संघ में ही शक्ति है, लेकिन शक्ति का सही उपयोग कैसे करना है, इसके लिए भी संघ को ही सोचना होगा। उन्होंने कहा कि संघ के माध्यम से सकारात्मक रूप से कार्मिकों के हितो को रखा जाय। विभाग कार्मिकों के हितों के प्रति सदैव सजग है।
अधिवेशन की अध्यक्षता करते हुए श्री भुवन चन्द्र जोशी ने कहा कि संघ का उद्देश्य कार्मिकों के हितों को विभाग तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में विभाग में कार्मिकों की अत्याधिक कमी है, जिसके लिए संघ के माध्यम से उच्च स्तर पर वार्ता की जायेगी। अधिवेशन को श्री एल.पी.भट्ट, श्री यमुना प्रसाद व्यास, श्री शेखर चन्द्र जोशी, श्री कीर्ति पंवार, श्री चन्द्र सिंह तोमर, श्री अंकित चैहान सहित अन्य कर्मचारियों द्वारा भी सम्बोधित किया गया।
अधिवेशन के द्वितीय सत्र में नई कार्यकारिणी का चुनाव निर्विरोध किया गया। चुनाव अधिकारी  गोपाल सिंह राणा द्वारा चुनाव प्रक्रिया को सम्पन्न कराया गया। सर्वसम्मत्ति से निर्विरोध रूप से नई कार्यकारिणी चुनी है, जो इस प्रकार है:-
1 अध्यक्ष श्री भुवन चन्द्र जोशी,
2 उपाध्यक्ष श्रीमती सुषमा
3 महामंत्री श्री सुरेश चन्द्र भट्ट
4 संयुक्त मंत्री श्री प्रशांत रावत
5 संगठन मंत्री श्री चेतन पाण्डेय and श्री अंकित चैहान
6 कोषाध्यक्ष श्री राकेश कुमार धीमान
7 संयोजक/आॅडिटर श्री प्रमोद तिवारी
8 प्रचार मंत्री श्री बहादुर सिंह कन्याल
9 कार्यकारिणी सदस्य श्री रामपाल सिंह रावत
10 कार्यकारिणी सदस्य श्री गिरीजाशंकर जोशी
11 कार्यकारिणी सदस्य श्री रणजीत सिंह बुदियाल
12 कार्यकारिणी सदस्य श्री दीपेन्द्र सिंह रावत
13 कार्यकारिणी सदस्य श्री मनोज कुमार सती
14 कार्यकारिणी सदस्य श्री सुनील तोमर
15 कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती पारूल
16 कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती संतोषी नेगी
17 कार्यकारिणी सदस्य श्री विपिन चंद्र
18 कार्यकारिणी सदस्य श्री रामसिंह परजोली
       संघ के नवनिर्वाचित महामंत्री सुरेश चन्द्र भट्ट ने बताया कि नई कार्यकारिणी द्वारा एक स्वर में संकल्प लिया गया कि विभागीय कार्मिकों से संबंधित मुद्दों पर कार्यवाही किये जाने हेतु उच्च स्तर पर वार्ता की जायेगी। जल्द ही एक मांग पत्र तैयार कर उच्चाधिकारियों को दिया जायेगा। विभाग से यह भी मांग की जायेगी कि जल्द से जल्द विभाग का पुनर्गठन किया जाय। साथ ही वर्षोे से एक ही पद पर कार्यरत कार्मिकों को पदोन्नति के अवसर प्रदान किये जाय। जनपदीय कार्यालयों में ढांचा बढ़ाया जाय। इसके लिए विकासखण्ड स्तर तक सूचना केन्द्र की स्थापना की जाय। इस अवसर पर विभाग के समस्त अधिकारीगण/कार्मिक उपस्थित थे।


आतंकियों का सफाया करेगी 'रोबो आर्मी'

श्रीनगर। भारतीय सेना ने कश्मीर घाटी में आतंक के समूल नाश के लिए अपनी रोबो आर्मी को उतारने की तैयारी कर ली है। यह रोबोट आतंकियों के गुप्त ठिकाने में घुसकर न केवल उनकी सही स्थिति बताएंगे बल्कि उसे तबाह भी करने में भी सक्षम होंगे। खास बात यह है कि यह रोबो आर्मी इसी माह के अंत तक यहां उतार दी जाएगी। यह रोबोट आतंक प्रभावित क्षेत्रों में सेना की आतंकरोधी यूनिट और सुरक्षाबलों के लिए सहायक सिद्ध होंगे। इसके साथ ही सेना को पूरी तरह से हाईटेक बनाने के कार्य में भी गति आ जाएगी। इतना ही नहीं दुश्मन की घुसपैठ को विफल बनाने और पाकिस्तानी सेना के हमलों को नाकाम बनाने के लिए यह रोबोट काफी कारगर सिद्ध होंगे।
रोबोट आतंकरोधी अभियान में भी रहेंगे सहायक  संबधित अधिकारियों ने बताया की सेना को बदलते परिवेश की आवश्यक्ताओं के अनुरूप अत्याधुनिक बनाने का प्रयास चल रहा है। इसी के तहत रक्षा मंत्रालय पहले चरण में 550 रोबोटिक्स सर्वेलांस यूनिट खरीद रहा है और इन्हें जल्द सेना को सौंपने की तैयारी है। संबधित अधिकारियों ने बताया कि यह रोबोट किसी भी आतंकरोधी अभियान के दौरान आतंकियों पर हमला भी करने में सहायक होंगे।
आतंकियों की सही लोकेशन पता करने में करेगा मदद  सुरक्षा बलों के लिए आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में सबसे बड़ी चुनौती उनकी सही संख्या और उन के पास उपलब्ध हथियारों की पूरी जानकारी लेने की होती है। यह रोबोट ऑपरेशन के दौरान किसी भी मकान या अन्य आतंकी ठिकाने में आसानी से घुसकर वहां की गतिविधियों का पूरा ब्योरा लेने में सक्षम होगा। इसके अलावा वीडियोग्राफी के माध्यम से आतंकियों की सही लोकेशन पता करने में मदद करेगा। प्रत्येक यूनिट में एक लांचिंग सिंस्टम, एक ट्रांसमिशन सिस्टम और दिन-रात तस्वीरें लेने में समर्थ एचडी कैमरा भी होगा। यह किसी भी मकान या इमारत से करीब 200 मीटर की दूरी तक स्पष्ट वीडियो फुटेज भी भेज सकते हैं।
जवानों को दिया जाएगा प्रशिक्षण  यह रिमोट नियंत्रण रेखा पर निगरानी और फिर उसके आसपास ऐसी किसी जगह पर छानबीन कर सकते हैं जहां घुसपैठियों या पाकिस्तान के बैट दस्ते के छिपे होने की आशंका हो। ऐसे में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की हर चाल से निपटने में सेना की अग्रिम पंक्ति के लड़ाके साबित हो सकते हैं। रोबोटिक्स सर्वेलांस यूनिट को संचालित करने के लिए सैन्याधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाना है। सेना की प्रत्येक बटालियन में सात से आठ अधिकारियों व जवानों को इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा। सेना अधिकारियों ने बताया कि अगले चरण में सेना दुश्मन के घर में घुसकर मार करने में सक्षम रोबोटिक युद्धक वाहन (आरसीवी) खरीदने पर भी विचार कर रही है। रिमोट से संचालित होने वाले युद्धक वाहन भारतीय सेना की ताकत को और आधार देंगे। लक्ष्य है कि 2030 तक भारतीय सेना को दुनिया की सबसे घातक व समर्थ सेना बनाया जाए।
360 डिग्री घूमकर निशाना बनाने में सक्षम यह रोबोट करीब 25 साल तक सेवा में उपलब्ध रहेंगे। सबसे पहले इन्हें जम्मू कश्मीर के आतंक प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा। ये आतंकरोधी अभियानों में सुरक्षाबलों को होने वाले नुकसान से भी बचाएंगे। यह इतने चपल होंगे कि जवाबी कार्रवाई के लिए 360 डिग्री घूमकर भी निशाना बना सकते हैं।
सीढ़ी चढ़ने और ग्रेनेड फेंकने में भी होगा सक्षम सेना का यह नया लड़ाका तमाम अवरोधकों को पार कर लक्ष्य को हर हाल में निशाना बनाने में सक्षम होगा। इसके अलावा किसी जगह विशेष की वीडियोग्राफी करके वहां के हालात के बारे में तुरंत अपडेट करने की दक्षता इसमें है। यह रोबोट सीढ़ी चढ़ने, बम धमाकों व गोलाबारी के दौरान लगने वाले झटकों को सहने में समर्थ है।
पानी में भी रह सकता है ये लड़ाकू रोबोट पानी के नीचे 20 मीटर की गहराई तक भी काम कर सकते हैं। पानी के भीतर से ही यह ग्रेनेड को निर्धारित लक्ष्य पर दाग कर वहां से तुरंत लौट सकते हैं।


सरकार के खिलाफ आदिवासियों का नंगे पांव मार्च

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज भले ही आप रविवार को वीकेंड के तौर पर मनाने में डूबे हों, लेकिन छत्तीसगढ़ के आदिवासी सैकड़ों की तादाद में इस दोपहर भरी धूप के बाद भी नंगे पांव घूम-घूम कर अपनी मांगों को लेकर पद यात्रा निकालने में लगे हैं। दरअसल सरकार द्वारा आदिवासियों और जंगल वासियों के अधिकारों पर नीतिगत हमले के विरोध में छत्तीसगढ़ के आदिवासियों ने 11 से 18 नवंबर तक मानपुर राजनांदगांव से रायपुर तक की पदयात्रा का ऐलान किया था और आज आदिवासियों की पदयात्रा रायपुर प्रवेश कर चुकी है।
इस वन स्वराज पदयात्रा में युवाओं, महिलाओं के साथ ही काफी तादाद में बुजुर्ग आदिवासी भी सम्मिलित हुए हैं। वन स्वराज पदयात्रा में शामिल होने वाले आदिवासी एक सुर में सरकार के नीतिगत फैसलों का विरोध कर रहे हैं वहीं सरकार के कई आदिवासी मंत्रियों पर दलाली का भी आरोप लगा रहे हैं। नंगे पांव सरकार के पास पहुंच करी आदिवासी अपनी मांगों को लेकर आवाज मुखर कर रहे हैं और कह रहे हैं कि उनकी आवाज को सुनना पड़ेगा, वे इस दमन को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
राज्यपाल से मुलाकात की तैयार: वन स्वराज पदयात्रा में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं ने बताया कि उनकी मुलाकात प्रदेश के राज्यपाल से कल होने वाली है। इस दौरान वो प्रदेश के संवैधानिक प्रमुख को अपनी मांगों और अपनी समस्याओं से अवगत कराएंगे, वहीं आदिवासियों के मामलों को लेकर राज्यपाल से गुहार लगाई जाएगी।


वन अधिकार संघर्ष समिति राजनांदगांव के बैनर तले यह पूरी पदयात्रा और रैली निकाली जा रही है। जिसमें काफी तादाद में 'आरपार को हैं तैयार, लेकर रहेंगे वन अधिकार' के नारे के साथ सैकड़ों की तादाद में आदिवासी रायपुर कूच कर चुके हैं। साथ ही वनाधिकार संघर्ष समिति राजनांदगांव और सभी जन संगठनों ने इस पदयात्रा में शामिल होने के लिए प्रदेशभर के आदिवासियों से अपील की है।


ओवैसी और बगदादी में अंतर नहीं: वसीम

नई दिल्ली। शिया वक्फ बोर्ड के प्रमुख वसीम रिजवी ने शनिवार को एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी की तुलना आतंकी संगठन आईएस के सरगना रहे अबु बकर-अल बगदादी से की। उन्होंने कहा कि आज ओवैसी और बगदादी में कोई अंतर नहीं रहा। ओवैसी ने कहा था कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से वे संतुष्ट नहीं हैं। इसी पर रिजवी ने प्रतिक्रिया दी। बगदादी इसी साल 26 अक्टूबर को अमेरिकी सेना की कार्रवाई में मारा गया था।
रिजवी ने कहा, ''आज ओवैसी और बगदादी में कोई अंतर नहीं रहा। बगदादी आतंक फैलाने के लिए सेना, हथियार और गोला-बारूद इस्तेमाल करता था, जबकि ओवैसी अपनी जुबान के जरिए आतंक फैलाने का काम करते हैं। वह मुस्लिमों को आतंकी गतिविधियों के लिए उकसाते हैं। ऐसे गंभीर माहौल में ओवैसी और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए।''
'ओवैसी दूसरे जाकिर नाइक बन रहे'
केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा, ''असदुद्दीन ओवैसी दूसरे जाकिर नाइक बन रहे हैं। अगर वह जरूरत से ज्यादा बोलेंगे, तो देश में कानून-व्यवस्था से जुड़ी समस्या खड़ी हो सकती है।'' नफरत फैलाने वाला भाषण देने और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में आरोपी जाकिर को सरकार मलेशिया से भारत लाने की कोशिश कर रही है।
ओवैसी के खिलाफ शिकायत दर्ज
अयोध्या मामले में फैसले के बाद ओवैसी ने कहा था, ''सुप्रीम कोर्ट सबसे ऊपर है, लेकिन वह अचूक नहीं है। मैं इस फैसले से संतुष्ट नहीं हूं। हमें संविधान पर पूरा विश्वास है। हम अपने अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे। हमें दान में दी गई पांच एकड़ जमीन नहीं चाहिए।'' इस बयान के बाद 11 नवंबर को ओवैसी के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई गई थी।


यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश

यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश  संदीप मिश्र  लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके ...