शनिवार, 16 नवंबर 2019

'श्रीलंका' चुनाव मतदान में 300 करोड़ खर्च

कोलंबो! श्रीलंका में शनिवार को राष्ट्रपति चुनाव होगा। यह श्रीलंका के इतिहास का सबसे महंगा चुनाव माना जा रहा है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक मतदान में 300 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। इसमें पहली बार 26 इंच का बैलेट पेपर और बड़े बैलेट बॉक्स का उपयोग हो रहा है। मतदान केंद्रों पर बिजली, पानी और टेलीफोन जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। 35 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं और 1.6 करोड़ लोग अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे।


देश में ईस्टर हमले के बाद पहला चुनाव होने के कारण सुरक्षा काफी कड़ी कर दी गई है। मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। देश भर में 60 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। 50% वोट हासिल करने वाला प्रत्याशी अगला राष्ट्रपति होगा। बैलेट पत्र पर मतदाताओं को तीन शीर्ष प्रत्याशियों के चयन का विकल्प भी दिया गया है। अगर कोई भी प्रत्याशी आधे वोट हासिल नहीं कर पाता है तो प्राथमिकता के आधार पर मिले वोटों से विजेता का निर्णय लिया जाएगा।


गौतबया राजपक्षे और सजीथ प्रेमदासा प्रबल उम्मीदवार
पूर्व रक्षा सचिव गौतबया राजपक्षे, सत्तारुढ पार्टी के प्रत्याशी सजीथ प्रेमदासा के बीच चुनावी मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है। गौतबया राजपक्षे को अपने भाई और पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे का समर्थन प्राप्त है। प्रेमदास ने पिछले दो सप्ताह में सघन प्रचार अभियान चलाया है। नेशनल पीपुल्स पावर गठबंधन के उम्मीदवार अनुरा कुमार डिसनायके भी मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे हैं। निवर्तमान राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। उनकी पार्टी का कोई प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में नहीं है।


वीरांगना उदा देवी पासी की शहादत

वीरांगना उदा देवी पासी --36 अंग्रेजों को अकेले मार गिराने वाली दलित विरांगना जिनका आज शहादत दिवस है



कहानी नवंबर 1857 की है, सर्दी आ चुकी थी! लेकिन, मुल्क के माहौल में गरमी थी! अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह तेज था! इस विद्रोह को दबाने के लिए अंग्रेजी फौज लखनऊ की तरफ बढ़ रही ! भारतीय लड़ाके सिकंदर बाग में पोजिशन लिये हुए थे! इन लड़ाकों में ऊदा देवी भी शामिल थीं! उन्होंने पुरुषों के लिबास पहन रखे थे और पिस्तौल तथा गोलियों से लैस थीं! अंग्रेजी फौज सिकंदर बाग में प्रवेश करती, उससे पहले ही वह प्रवेश द्वार पर लगे पीपल के पेड़ पर चढ़ गयीं !


उन्होंने पेड़ पर से ही गोलियां बरसानी शुरू कर दीं और 30 से ज्यादा अंग्रेजी सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया! अपने पराक्रम से उन्होंने काफी देर तक अंग्रेज सैनिकों को प्रवेशद्वार पर ही रोके रखा! इधर 30 से ज्यादा सैनिकों के हलाक होने से अंग्रेजी फौज खौफजदा थी ! उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि आखिरकार गोलियां कहां से चल रही हैं! अंग्रेजों ने जब मारे गये सैनिकों के शरीर में लगी गोलियों के निशान देखे, तब उन्हें पता चला कि कोई ऊपर से फायरिंग कर रहा है!


उन्होंने आसपास नज़र उठाकर देखा तो पाया कि कोई पीपल के पेड़ के झुरमुट में छिपकर गोलियां चला रहा है! इस पर अंग्रेजों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलियां चलायीं! गोलियां लगते ही ऊदा देवी गश खाकर नीचे गिर पड़ीं! उनका नीचे गिरना था कि अंग्रेजों ने ताबड़तोड़ गोलियां दागनी शुरू कर दीं! उनके प्राण पखेरू उड़ गये, तब जाकर अंग्रेज उनके करीब पहुंचे और देखा कि जिसे वे पुरुष मान रहे थे, वह तो एक औरत थी!


सब को एक ही दिन वेतन मिलना तय

अब एक ही दिन सबको मिलेगा वेतन, जानिये सरकार की तैयारियां


नई दिल्ली! जल्द ही देश के संगठित क्षेत्र के कामगारों को हर महीने एक ही दिन वेतन मिलने की व्यवस्था शुरू हो सकती है। दरअसल केंद्र सरकार इस योजना पर काम कर रही है। केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने शुक्रवार को कहा कि संगठित क्षेत्र विशेषकर कामकाजी श्रेणी के कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए केंद्र सरकार 'एक देश, एक दिन वेतन' की व्यवस्था शुरू करने की योजना पर काम कर रही है।


सेंट्रल एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री (सीएपीएसआई) द्वारा आयोजित सिक्योरिटी लीडरशिप समिट 2019 को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'देश में विभिन्न क्षेत्रों में हर महीने वेतन का दिन समान होना चाहिए, जिससे उन्हें समय से वेतन मिलना सुनिश्चित हो सके।'


संसद में जल्द पेश होगा विधेयक


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस प्रस्ताव पर नजर है और जल्द ही इससे संबंधित विधेयक को संसद की मंजूरी मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार विभिन्न क्षेत्रों में एक समान न्यूनतम वेतन लागू करने पर भी विचार कर रही है, जिससे कामगारों की आजीविका को भी सुरक्षा मिलेगी।


सरकार रोजगार सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं काम की स्थितियों (ओएसएच) से जुड़ी संहिता और वेतन संहिता को लागू करने की प्रक्रिया में है। संसद से वेतन संहिता पर पहले ही मंजूरी मिल चुकी है और इसे लागू करने के लिए नियम बनाए जा रहे हैं। ओएसएच संहिता को 23 जुलाई, 2019 को लोकसभा में पेश किया गया था। इस संहिता सुरक्षा, स्वास्थ्य और कामकाजी स्थितियों से जुड़े 13 श्रम कानूनों का विलय एक ही कानून में हो जाएगा। साथ ही निजी क्षेत्र के कामगारों का कवरेज खासा बढ़ जाएगा।


'प्रदूषण' दिल्ली का प्रमुख त्यौहार 'निबंध'

देश-विदेशबच्चे ने प्रदूषण को बताया दिल्ली का प्रमुख त्योहार, निबंध पढ़कर हंसी नहीं रोक पाएंगे आप


नई दिल्ली! बढ़ते प्रदूषण से एक ओर जहां लोग परेशान दिख रहे हैं, वहीं सोशल मीडिया पर प्रदूषण से जुड़ा एक निबंध (Essay) तेजी से वायरल हो रहा है! इस निबंध को देखने से साफ पता चल जाता है कि बच्चे को प्रदूषण से होने वाले खतरे की जरा सी भी समझ नहीं है! लेकिन बच्चे ने जिस मासूमियत के साथ यह निबंध लिखा है वह आपको हंसा जरूर सकता है!


बच्चे ने निबंध में लिखा है कि प्रदूषण दिल्ली का प्रमुख त्योहार है! यह हमेशा दिवाली के बाद शुरू होता है. इसमें हमें दिवाली से भी ज्यादा हॉलीडे मिलते हैं! दिवाली में हमें 4 हॉलिडे मिलते हैं! लेकिन प्रदूषण में हमें 6+2=8 हॉलिडे मिलते हैं! इसमें लोग अलग-अलग मास्क पहनकर घूमते हैं. घरों में काली मिर्च, शहद व अदरक ज्यादा प्रयोग किए जाते हैं! यह बच्चों के लिए अधिक प्रिय है!


टाइफाइड का टीका लांच करने वाला देश

देश-विदेश टायफाइड का टीका निकालने वाला ये है दुनिया का पहला देश, नाम सोच से भी परे


इस्लामाबाद! पाकिस्तान टायफाइड का नया टीका लॉन्च करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि देश में हाल ही में टायफाइड के मामलों में बड़ी संख्या में इजाफा होने के बाद यह फैसला लिया गया है। इस वैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी अपनी मंजूरी दी है। इसे दो सप्ताह के इम्युनाइजेशन कैंपेन में सिंध प्रांत में इस्तेमाल किया जाएगा।


सिंध में 2017 से अब तक 10,000 टायफाइड के मामले सामने आ चुके हैं। सिंध प्रांत के स्वास्थ्य मंत्री अजरा पेछुहो ने बताया कि आज से दो सप्ताह का कैंपेन शुरू हो रहा है। इसके तहत नौ महीने से लेकर 15 साल तक के 1 करोड़ बच्चों को टीके लगाए जाएंगे। सिंध में दो सप्ताह के कैंपेन के बाद इस टीके को अगले कुछ सालों में अन्य राज्यों में इस्तेमाल किया जाएगा। 'सेल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया' की एक ऐसी किस्म आई थी, जिसकी चपेट में देश में नवम्बर 2016 से करीब 11 हजार लोग आ गए थे।


देश का सिंध प्रांत इस बीमारी से सबसे अधिक प्रभावित है। कराची में एक कार्यक्रम में टायफाइड कॉन्जुगेट वैक्सीन  (टीसीवी) टीके की शुरुआत की गई। इस दौरान स्वास्थ्य संबंधी मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सहायक जफर मिर्जा और प्रांतीय स्वास्थ्य मंत्री अजरा फजल पेचूहो मौजूद थीं।


6 साल के बच्चे को तेंदुए ने बनाया निवाला

देहरादून। गंगोलीहाट के बिरगोली में आतंक का पर्याय बना तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया है। तेंदुए ने 10 नवंबर को बिरगोली के सौंलीगैर में छह वर्षीय बालक मयंक को मार डाला था। तेंदुए के आतंक से पूरे गांव में दहशत थी। बता दें कि 10 नवंबर की शाम करीब साढ़े चार बजे सौंलीगैर (बिरगोली) निवासी गजेंद्र सिंह खाती का बेटा मयंक घर के पास ही स्थित पानी के स्टेंड पोस्ट के पास अन्य बच्चों अभिषेक और भावना के साथ खेल रहा था।


अचानक तेंदुए ने मयंक को दबोच लिया और मुंह में दबाकर जंगल की ओर भाग निकला। तेंदुए के हमले से साथ में खेल रहे बच्चे दहशत के मारे चिल्लाने लगे। बच्चों के हल्ला मचाने पर परिजन और गांव के लोग मौके पर पहुंचे और तेंदुए के पीछे दौड़ लगाई। शाम को घटनास्थल से 100 मीटर दूर झाड़ियों में बच्चे का क्षत विक्षत शव पड़ा मिला। गांव के लोगों का कहना है कि क्षेत्र में लंबे समय से तेंदुए का आतंक है। तेंदुआ कई जानवरों को निवाला बना चुका है।
 
जंगली जानवरों से सुरक्षा के लिए गांवों में लगेंगी डिवाइस


रुद्रप्रयाग में गुलदार, जंगली सूअर और बंदरों समेत अन्य जंगली जानवरों से मानव व खेती को हो रहे नुकसान से निजात दिलाने के लिए डीएम मंगेश घिल्डियाल ने अभिनव पहल की है। बांसी गांव समेत जिले के 15 स्थानों, जहां पर जंगली जानवरों का आतंक अधिक है, पहले चरण में वाइल्ड एनिमल फार्म प्रोटेक्शन डिवाइस लगाई जाएंगी। यह डिवाइस लगने से किसी भी जानवर या प्राणी के आने पर यह आवाज करेगी जिससे डरकर वह भाग जाग जाएगा। इस डिवाइज में अत्याधुनिक सेंसर लगे हैं जो अपने पांच मीटर के दायरे में किसी भी जंगली जानवर या प्राणी की हलचल को ट्रैक कर सकता है। निर्धारित दायरे में जंगली जानवर या प्राणी के होने की स्थिति में यह डिवाइस तेज आवाज करेगा और जानवर भाग जाएगा। डिवाइस सोलर सिस्टम के जरिए संचालित होगा।


डिवाइस को वन विभाग के अधीन किया जाएगा, लेकिन स्थापित करने के एक वर्ष तक इसके संरक्षण की जिम्मेदारी कंपनी की होगी। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि आपदा मद में पहले चरण में 15 डिवाइस खरीद का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके बाद दूसरे चरण में पुन: गांवों का चयन कर डिवाइस लगाई जाएंगी। इधर, जिलाधिकारी की इस पहल का ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया है। कहा कि इस तकनीक से जंगली जानवरों के आतंक से मुक्ति मिल सकेगी।


रजत का डीडीसीए के अध्यक्ष पद से इस्तीफा

नई दिल्ली। रजत शर्मा ने सभी को हैरान करते हुए अपने एक बहुत ही बड़े पद से इस्तीफा दे दिया है। दिल्ली ऐंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट असोसिएशन (डीडीसीए) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। यह जानकारी डीडीसीए ने अपने ऑफिशल ट्विटर अकाउंट पर दी। डीडीसीए ने लिखा है- रजत शर्मा ने डीडीसीए के अध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे को एपेक्स काउंसिल को भेजा गया है। बता दें कि रजत शर्मा जुलाई 2018 में इस पद के लिए चुने गए थे।


रजत शर्मा एक निजी हिंदी समाचार चैनल के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ हैं। रजत शर्मा ने कहा, 'ऐसा लगता है कि डीडीसीए में ईमानदारी और पारदर्शिता के सिद्धांतों के साथ चलना संभव नहीं है, जिससे किसी भी कीमत पर मैं समझौता करने के लिए तैयार नहीं हूं।' शर्मा ने अपने ऑफिशल ट्विटर अकाउंट पर लिखा- प्रिय सदस्यों, जबसे आपने मुझे डीडीसीए का अध्यक्ष चुना है मैं समय-समय पर आपको अपने काम के बारे में जानकारी देता रहा हूं। मैंने डीडीसीए को बेहतर बनाने के लिए, प्रफेशनल और पारदर्शी बनाने के लिए जो कदम उठाए उसके बारे में आपको बताया। आपसे किए गए वादों के पूरा होने की जानकारी दी। उन्होंने आगे लिखा, 'यहां काम करना आसान नहीं था, लेकिन आपके विश्वास ने मुझे ताकत दी। आज मैंने डीडीसीए का अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया है और अपना इस्तीफा एपेक्स काउंसिल को भेज दिया है। आपने जो प्यार और सम्मान मुझे दिया है उसके लिए आपका आभार।' उल्लेखनीय है कि रजत शर्मा के कार्यकाल के दौरान कोटला क्रिकेट ग्राउंट को नया नाम दिया गया था। उसे अब दिवंगत केंद्रीय मंत्री और डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष अरुण जेटली के नाम पर अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम से जाना जाता है।


9 साल की उम्र में इंजीनियरिंग की डिग्री

बेल्जियम। छोटी सी उम्र में कुछ बड़ा कर गुजरने का अगर मन में आ जाए तो इंसान किसी भी मुकाम को हासिल कर सकता है। ऐसा ही कुछ हुआ बेल्जियम में रहने वाले लॉरेंट सिमोंस के साथ। लॉरेंट 9 साल की उम्र में इंजीनियरिंग की डिग्री कुछ ही दिनों में हासिल कर लेगा। वह आइंडहोवन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। 9 साल की उम्र में इंजीनियर जैसा कोर्स काफी मुश्किल है, लेकिन लॉरेंट दिसंबर में इस कोर्स को कंप्लीट करके इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल कर लेगा। लॉरेंट इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद प्लान पीएचडी करने का है। जबकि उनके पिताजी ने बताया कि वह मेडिकल की डिग्री भी लेना चाहते हैं। लॉरेंट के माता- पिता ने कहा जब ये पैदा हुआ था तो उनके दादा- दादी ने कहा कि हमें भगवान की ओर से तोहफा मिला है। जब स्कूल में पढ़ने के दौरान शिक्षकों ने लॉरेंट की तारीफ की तो हमें भी लगने लगा कि इस बच्चे में कुछ अलग बात है। शिक्षकों ने लॉरेंट में बहुत कुछ विशेष देखा।


लॉरेंट के माता-पिता से लेकर शिक्षक सब हैरान थे कि इतनी कम उम्र का बच्चा पढ़ने में इतना ज्यादा होशियार कैसे है ? ऐसे में उनकी मां ने बताया कि "जब ये पैदा होने वाला था तो मैंने मछली खाई थी।" आपको बता दें, इतनी कम उम्र में अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के लिए लॉरेंट को आइंडहोवन प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से अनुमति मिल गई है। वहीं टीयूई स्नातक की डिग्री के शिक्षा निदेशक सॉज़र्ड हल्शोफ़ ने कहा कि "यह असामान्य नहीं है,"।उन्होंने कहा "लॉरेंट सबसे तेज छात्र हैं जिसे हमने यहां रखा है,"। न केवल वह बुद्धिमान है, बल्कि एक बहुत ही सहानुभूति वाला लड़का भी है।"


लॉरेंट ने सीएनएन को बताया कि उनका पसंदीदा विषय इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग है और वह आगे जाकर मेडिसिन के बारे में पढ़ना चाहते हैं। उनके पिता ने कहा ये वक्त लॉरेंट का अपनी नॉलेज को बढ़ाने और नई चीजों कि डिस्क्राइब करने का है। वहीं लॉरेंट स्पष्ट रूप से सबसे अधिक तेजी से सीखने में सक्षम हैं। ऐसे में उनके माता-पिता उन्हें लेकर सावधानी बरत रहे हैं। साथ ही वह कोशिश करते हैं लॉरेंट पढ़ाई के अलावा अपनी जिंदगी को भी एंजॉय करें। आखिर है तो वह 9 साल का बच्चा ही है। लॉरेंट ने कहा कि उन्हें अपने कुत्ते सैमी के साथ खेलने और अपने फोन पर खेलने में मजा आता है। लॉरेंट ने कहा कि डिग्री लेने के बाद वह जापान में छुट्टियां मनाने जाएंगे।


13 लाख के 7 इनामी नक्सली गिरफ्तार

बीजापुर। रानी बोदली, मुरकीनार कांड में शामिल 13 लाख के सात इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। बस्तर आईजी पी सुंदरराज, सीआरपीएफ डीआजी कोमल सिंह, पुलिस अधिक्षक दिव्यांग पटेल के सामने नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। नक्सल गतिविधियों और शासन की पुर्नवास नीति से प्रभावित होकर इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण करने का फैसला किया।


इतना नुकसान किया, रिपोर्ट छिपानी पड़ी

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रति व्यक्ति द्वारा खर्च की औसत राशि में गिरावट से जुड़ी खबर पर शुक्रवार को मोदी सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि दीनॉमिक्सश् (मोदी के अर्थशास्त्र) ने इतना ज्यादा नुकसान कर दिया है कि अब सरकार को अपनी ही रिपोर्ट छिपानी पड़ रही है।


राहुल ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि मोदीनॉमिक्स ने इतना ज्यादा नुकसान कर दिया है कि अब सरकार को अपनी ही रिपोर्ट छिपानी पड़ रही है। उन्होंने जिस रिपोर्ट का हवाला दिया, उसमें राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़े का हवाला देते हुए कहा गया है कि भारत में 2011-12 में एक व्यक्ति द्वारा खर्च की गई औसत राशि 1501 रुपए थी, जो 2017-18 में 3.7 फीसदी की गिरावट के साथ 1,446 रुपए हो गई।
इस रिपोर्ट के अनुसार प्रति व्यक्ति मासिक खपत व्यय (एमपीसीई) के आंकड़े वास्तविक संदर्भ में हैं यानी इन्हें 2009-10 को आधार वर्ष मानकर महंगाई के हिसाब से समायोजित किया गया था। 2011-12 में वास्तविक एमपीसीई 2 साल की अवधि में 13 फीसदी बढ़ा था। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी इसी रिपोर्ट का हवाला देते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि एक बार फिर साबित हो गया है कि नोटबंदी और जल्दबाजी में लागू की गई जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान पहुंचा है।


पराविद्या की दीक्षा

गतांक से...
आओ पुत्रों विचार क्या है? आचार्यजन क्या कहते हैं? इस संबंध में, मुनिवरो वह कहते हैं उदगीत गाना चाहिए! उदगीत में ही रत रहना चाहिए कि हमारा पुरोहित बनना सार्थक हो जाए! विचार क्या है? आज मैं विद्यालयो की चर्चा कर रहा था! आज ऋषि विश्वामित्र और वशिष्ठ ऋषि की चर्चा हो रही थी! क्योंकि  ऋषि विश्वमित्र अपने में मनन करने वाले और अपनी आभा को उधरवा में व्रत करने वाले रहे हैं! मैं आज तुम्हें विशेष चर्चा देने नहीं आया हूं! विचार केवल यह प्रकट करने के लिए आया हूं कि हमारे यहां बिधाए होनी चाहिए! धनुर्विद्या भी होनी चाहिए, वाजपेई यज्ञ, नरमेध यज्ञ, अश्वमेघ यज्ञ, अग्निष्टोम यज्ञ भी होने चाहिए! क्योंकि विभिन्न प्रकार के यज्ञो का वर्णन प्राय: हमारे वैदिक साहित्य में आता रहता है! उसे जानने में सदैव तत्पर रहें! मेरे पुत्रों विचार-विनिमय क्या हो रहा है? हम देवत्व को प्राप्त करने के लिए आए हैं और वह देवत्व हमारे जीवन का अंग बन कर के उधरवा में गमन कर सकता है! आज मैं तुम्हें विशेष विवेचना देने नहीं आया हूं! विचार चल रहा है कि मैं ऋषि विश्वामित्र के यहां एक वर्ष में दीक्षांत उपदेश होता रहता था! ब्रह्मचारी को दिक्षा भी दी जाती और दीक्षा लेने वाले ब्रह्मचारी अपने में अध्ययन में सदैव तत्पर रहें! भिन्न-भिन्न प्रकार की विद्याओं का चयन होता रहा है! इसी प्रकार प्रत्येक मानव को विचारना है कि हम मानवीय जीवन को उधरवा में गमन कराना चाहते हैं और वही उधरवा में मानव के अंगरक्षक बनकर के, मानव के जीवन को महान, पवित्रतम उपदेश दे सकें! मैं इस संबंध में विशेषता में नहीं ले जा रहा हूं! उदगीत गाता दूर भी नहीं चला जाऊं! विचार केवल यह है कि हम परमपिता परमात्मा की आराधना करते हुए, देव की महिमा का गुणगान गाते हुए! इस संसार सागर से पार हो जाए और अब मेरे प्यारे महानंद जी शब्द उच्चारण करेंगे!


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


नवंबर 17, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-103 (साल-01)
2. रविवार, नवंबर 17, 2019
3. शक-1941, मार्गशीर्ष-कृष्ण पक्ष, तिथि- पंचमी-षष्ठी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:36,सूर्यास्त 05:32
5. न्‍यूनतम तापमान -13 डी.सै.,अधिकतम-23+ डी.सै., छिटपुट बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...