गुरुवार, 7 नवंबर 2019

मंडलायुक्त ने जिला प्रशासन को दिए निर्देश

अयोध्या को लेकर आने वाले सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को दृष्टिगत रखते हुए मण्डलायुक्त अनीता मेश्राम व आई0जी0 आलोक सिंह ने जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ की बैठक, अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा निर्देश।


 
गौतमबुद्धनगर! अयोध्या के संबंध में आने वाले सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के उपरांत जनपद में शांति व्यवस्था एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से मण्डलायुक्त मेरठ अनीता सी मेश्राम व आईजी आलोक सिंह आज कलैैक्ट्रेट सभागार में बैठक करते हुये कहा कि सर्वोच्च न्यायालय भारत की सर्वोच्च संस्था है। अतः उसके द्वारा जो निर्णय दिया जाएगा उसका सभी को अंतर्मन के साथ सम्मान करना चाहिए। उन्होंने निर्देश देते हुये कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय आने के उपरांत यदि किसी भी असामाजिक तत्व के द्वारा किसी भी माध्यम से सोशल मीडिया या अन्य किसी भी व्यवस्था के तहत जनपद का आपसी भाईचारा एवं सद्भाव बिगाड़ने का प्रयास किया जाएगा तो उसके लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन सख्ती के साथ तत्काल प्रभाव से कार्यवाही सुनिश्चित करें।


उन्होंने बैठक करते हुये जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि जनपद मे संवेदनशील स्थानों, धार्मिक स्थलों व गउशालाओ आदि की सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया जायें और समस्त उप जिलाधिकारी व क्षेत्राधिकारी पुलिस के द्वारा आपसी सांमजस्य स्थापित करते हुये कानून व्यवस्था व शांति व्यवस्था को बनायें रखने की कार्यवाही सुनिश्चित की जायें, ताकि अयोध्या के संबंध में आने वाले सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के उपरांत जनपद में शांति व्यवस्था एवं कानून व्यवस्था मानको अनुरूप बनी रहेें।


इस अवसर पर जिलाधिकारी बी0एन0सिंह व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने मण्डलायुक्त व आई0जी0 को आश्वस्त करते हुये कहा कि इस महत्वपूर्ण मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर कड़ी नजर बनाकर रखी जा रही है और इस क्रम में एक व्यक्ति को जेल भी भेजने की कार्रवाई जनपद में सुनिश्चित की गई है। यदि किसी के भी द्वारा फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप या अन्य सोशल मीडिया के द्वारा जनपद का आपसी सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया जाएगा तो उसे तत्काल गंभीरता से लेकर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन कार्यवाही सुनिश्चित करेगा तथा सभी संभ्रांत नागरिक व संगठनो के साथ पीस कमेटी की बैठक का आयोजन भी किया जा रहा है।
इस महत्वपूर्ण बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन दिवाकर सिंह, एडीएम एल ए बलराम सिंह, एस0पी0आर0ए0 रणविजय सिंह, एस0पी0 सिटी विनीत जायसवाल, पुलिस अधीक्षक यातायात ए0के0 झा, नगर मजिस्ट्रेट शैलेंद्र कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी गण व क्षेत्राधिकारी पुलिस तथा पुलिस व प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण द्वारा भाग लिया गया। जिला सूचना अधिकारी गौतम बुद्ध नगर।


भारत को सौंपा तो आत्महत्या कर लूंगा: मोदी

लंदन! पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से जुड़े 13,500 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में भारत में वांछित भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की जमानत याचिका एक बार फिर यूके (यूनाइटेड किंगडम) की अदालत ने खारिज कर दी है! जमानत न मिलने पर नीरव ने कोर्ट में आपा खो दिया और धमकी दी कि अगर उसे भारत को प्रत्यर्पित किया गया, तो वह आत्महत्या कर लेगा! इस दौरान उसने बताया कि उसे जेल में दो बार पीटा भी गया!


48 वर्षीय कारोबारी नीरव को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में चीफ मजिस्ट्रेट एम्मा अर्बुथनॉट के सामने पेश किया गया! उसके वकील हुगो कीथ ने कहा कि नीरव को वेंड्सवर्थ जेल में दो बार पीटा गया! उन्होंने कहा कि नीरव की एक बार अप्रैल में और दूसरी बार बीते मंगलवार को पिटाई हुई! दावा किया गया कि जेल के जिम्मेदार अधिकारियों ने इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया! नीरव मोदी ने पांचवीं बार जमानत के लिए आवेदन किया था और सुनवाई के दौरान उसने अदालत को गुमराह करने की भी कोशिश की! हालांकि, इन सबके बावजूद कोर्ट ने उसे जमानत देने से इनकार कर दिया! नीरव का दावा है कि वह बेचैनी और अवसाद से पीड़ित है! नीरव मोदी ने अपनी निरंतर हिरासत के खिलाफ लंदन की एक अदालत में जमानत याचिका दायर करते हुए घर में ही हिरासत में रखने की अपील की! बता दें कि नीरव को 19 मार्च को होलबोर्न से गिरफ्तार किया गया था! पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने आरोप लगाया था कि नीरव मोदी और उसके चाचा मेहुल चोकसी ने कुछ बैंक कर्मचारियों की संलिप्तता के साथ 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है! इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है! नीरव मोदी पर भगोड़े आर्थिक अपराधी अधिनियम (एफईओ) के तहत भी आरोप लगे हैं. ईडी ने चोकसी के खिलाफ मुंबई में धन शोधन निवारण अधिनियम अदालत में आरोपपत्र दायर किया है!


महाराष्ट्र की सियासत में 'गडकरी' का प्रवेश

मुंबई! महाराष्‍ट्र में अगले 24 घंटे के भीतर सरकार बनाने की समयसीमा के मद्देनजर सियासी दलों की उठापटक तेज हो गई है! सरकते वक्‍त के बीच महाराष्‍ट्र की सियासत में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की एंट्री हो गई है! वह आज नागपुर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मिल रहे हैं! इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने करीबी मंत्रियों के साथ बैठक की है! फडणवीस इस वक्‍त पार्टी में अलग-थलग पड़ गए हैं! सूत्रों के मुताबिक आरएसएस भी बीजेपी पर शिवसेना को किसी तरह मनाने का दबाव डाल रहा है! सूत्रों के मुताबिक गडकरी की एंट्री से फडणवीस की कुर्सी जा सकती है!


क्या गडकरी सर्वसम्मत सीएम उम्मीदवार होंगे?
बीजेपी और शिवसेना के बीच जारी रस्‍साकशी को देखते हुए राजनीतिक अनुमान लगाए जा रहे हैं कि फडणवीस की जगह केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ले सकते हैं. उसके बाद शिवसेना की गठबंधन में वापसी की जल्द से जल्द घोषणा हो सकती है! फडणवीस व गडकरी दोनों नागपुर से हैं और कैमरे के सामने दोनों में सौहार्दपूर्ण संबंध होने के बावजूद दोनों के बीच मतभेद जाहिर हैं!


सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) ने स्पष्ट रूप से गडकरी को राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में स्थापित करने का रोडमैप तैयार किया है! इससे शिवसेना को रोटेशन के आधार पर मुख्यमंत्री पद की मांग को कमजोर करने का अवसर मिलेगा! नितिन गडकरी के संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ अच्छे संबंध हैं! भागवत ने उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में लाने का कार्य किया और कई दिग्गज नेताओं के विरोध के बावजूद उन्हें भाजपा अध्यक्ष बनाया! इसके अलावा 2014 के दौरान जब गडकरी ने चुनाव में उतरने की घोषणा की तो भागवत ने हस्तक्षेप कर उन्हें वापस हटने और अपने को राष्ट्रीय राजनीति तक सीमित करने को मनाया!


शिवसेना देवेंद्र फडणवीस के कड़े रुख को लेकर नाराज है! आरएसएस के शीर्ष नेताओं ने अपने सूत्रों को शिवसेना को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से बातचीत को लेकर पाला नहीं बदलने की सलाह देने के लिए भेजा! माना जाता है कि संघ ने भी शिवसेना को आश्वासन दिया है कि सभी 'मुद्दों' का सौहार्दपूर्ण हल किया जाएगा! यह खासा महत्वपूर्ण है कि शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने भागवत को पत्र लिखकर गडकरी को परिदृश्य में लाने को कहा! तिवारी ने कहा कि सिर्फ गडकरी ही गतिरोध को 'दो घंटे' में खत्म कर सकते हैं!


नितिन गडकरी को संघ का चहेता माना जाता है. वे नागपुर से हैं, जहां आरएसएस का मुख्यालय है! इससे पहले मंगलवार को संघ प्रमुख द्वारा फडणवीस को बुलाया गया था और उन्होंने 90 मिनट बातचीत की, लेकिन नतीजा सिफर रहा! आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी भी इस बैठक को लेकर मौन रहे! फडणवीस ने सोमवार को दिल्ली में नितिन गडकरी और अमित शाह से मुलाकात की थी! राकांपा द्वारा किसी को भी समर्थन देने से इनकार करने के बाद आरएसएस ने भाजपा और शिवसेना के बीच बातचीत के लिए राजनीतिक प्रबंधन को सक्रिय कर दिया है! राज्य विधानसभा के कार्यकाल के इस हफ्ते समाप्त होने के मद्देनजर संघ ने सरकार बनाने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है!


ऑक्सीजन न मिलने से दो नवजात की मौत

अयोध्या! महिला अस्पताल की न्यू बोर्न बेबी केयर यूनिट में मंगलवार रात दो नवजात बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हो गयी। सूचना मिलते ही अस्पताल प्रशासन में खलबली मच गई। आनन-फानन में बेबी केयर यूनिट में ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाया गया। कर्मचारियों की गलती को छिपाने के लिए अब अस्पताल प्रशासन बहाने बना रहा है। बेबी केयर यूनिट मे लापरवाही से हो रही मौत की यह कोई पहली घटना नही है। यहां पांच दिन के अन्तराल में तीन नवजात शिशुओं की मौत हो चुकी है।
अयोध्या के जिला महिला चिकित्सालय में नवजात शिशुओं को पैदा होने के समय होने वाली विभिन्न बीमारियों से होने वाली मौत से बचाने के लिए बेबी केयर यूनिट की स्थापना की गई है। यहां एक नवम्बर से अब तक 22 नवजात बच्चों को भर्ती किया गया है। इनमें एक नवजात की मौत एक नवम्बर को व दो नवजात शिशु की मौत पांच नवम्बर की देर रात हो गयी। एक बच्चा ठीक होने के बाद घर भेजा गया। जबकि तीन बच्चों को उनके परिवारीजन अस्पताल से निकाल कर प्राइवेट अस्पताल लेकर चले गए।


यूनीसेफ के नर्स प्रशिक्षक ने किया खुलासा
यूनिट के कर्मचारी इन मौत की घटनाओं को चुपचाप हजम कर जाते किन्तु बुधवार को लखनऊ से यूनीसेफ की ओर से आए नर्स प्रशिक्षक डॉ. रुद्र दास ने जब बेबी केयर यूनिट जाकर वहां का हाल जाना तो उन्होंने इस पर काफी असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने इसकी जानकारी सीएमएस डॉ. एसके शुक्ल को दी। सीएमएस ने जानकारी होने के बाद स्टाफ को जमकर फटकार लगायी।


बच्चों की मौतों पर सीएमएस ने पेश की सफाई
पांच दिन के बीच तीन नवजात शिशुओं की मौत के बारे में जानकारी करने पर सीएमएस डॉ. एसके शुक्ल ने पहले तो साफ इनकार किया। उनको जब यह जानकारी दी गई कि यूनीसेफ से आए डॉ. रुद्र दास ने नवजात शिशुओं की मौत के बारे में जानकारी दी है, तब उन्होंने बताया कि बच्चे काफी सीरियस थे। उनको लखनऊ के लिए रेफर किया गया था। परिवार वाले लखनऊ नहीं ले गए तो बच्चों की यहीं पर मौत हो गयी। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि आक्सीजन की कमी के कारण नवजात बच्चों की मौत हुई है। जबकि जानकारी होने के बाद तत्काल दो आक्सीजन सिलिण्डर बेबी केयर यूनिट में पहुंचाये गए थे।


सीरियस बच्चों को लखनऊ के लिए किया गया था रेफर : सीएमओ
सीएमओ डॉ. सीबी द्विवेदी से जब आक्सीजन न मिलने से हुई नवजात शिशुओं की मौत के बारे में जानकारी की गई तो उन्होंने भी सीएमएस के पक्ष को ही सामने रखा। उन्होंने कहा कि सीएमएस से जानकारी करने पर पता चला है कि बच्चे सीरियस थे। उनको लखनऊ के लिए रेफर किया गया था। आक्सीजन से होने वाली मौत से सीएमओ ने भी इनकार किया ।


रिपोर्ट अनूप श्रीवास्तव


मध्यम वर्ग के लिए कैबिनेट का बड़ा फैसला

4.50 लाख मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए कैबिनेट ने लिया बड़ा फैसला: पीएम मोदी


धर्मशाला! हिमाचल प्रदेश में आयोजित वैश्विक सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि धर्मशाला में वैश्विक सम्मेलन, ये कल्पना नहीं सच्चाई है, अभूतपूर्व है, अद्भुत है। ये हिमाचल प्रदेश का एक स्टेटमेंट है, पूरे देश को, पूरी दुनिया को कि हम भी अब कमर कस चुके हैं। पीएम ने कहा कि पहले इस प्रकार के वैश्विक सम्मेलन देश के कुछ ही राज्यों में हुआ करते थे। यहां अनेक ऐसे साथी मौजूद हैं जिन्होंने पहले की स्थितियां देखी हैं। लेकिन अब स्थितियां बदल रही हैं और इसकी एक गवाह यहां हिमाचल में हो रही ये समिट भी है।


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि निवेशक राज्यों को देखकर निवेश करते हैं कि किस राज्य में कितनी छूट मिल रही है। आज भारत में विकास की गाड़ी नई सोच, नई अप्रोच के साथ 4 वील्स पर चल रही है। एक वील सोसायटी का, जो एस्पायरिंग है। एक वील सरकार का, जो नए भारत के लिए एनकरेजिंग है। एक वील इंडस्ट्री का, जो डेयरिंग है और एक वील ज्ञान का, जो शेयरिंग है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि बेवजह के नियम कायदे, सरकार का बहुत ज्यादा दखल कहीं न कहीं उद्योगों के बढ़ने की रफ्तार को रोकता है। मुझे खुशी है कि इसी सोच के साथ हिमाचल प्रदेश सरकार भी काम कर रही है। अब राज्य सरकारें समझने लगी हैं कि रियायतों की स्पर्धा न राज्य का भला करती हैं और न ही उद्योगों को आकर्षित कर पाती हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कल लगभग 4.50 लाख मध्यम वर्गीय परिवारों के घर बनाने के सपने को पूरा करने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले से लगभग 4.50 लाख घर खरीदारों को फायदा होगा।


रोहतांग दर्रे पर बर्फबारी,मनाली-लेह मार्ग बंद

शिमला। हिमाचल प्रदेश की ऊंची चोटियां बर्फबारी से लकदक हो गई हैं। जनजातीय जिलों लाहौल-स्पीति, किन्नौर के अलावा कुल्लू और चंबा के अधिक उंचाई वाले इलाकों में बुधवार रात से बर्फ गिर रही है। लाहौल घाटी के प्रवेश द्वार रोहतांग दर्रे पर करीब एक फुट ताजा हिमपात होने से सामरिक महत्व के मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है।


रोहतांग दर्रा कुल्लू- लाहौल-स्पीति जिलों को जोड़ता है। बर्फबारी के कारण एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार रोहतांग दर्रा बंद हुआ है। लाहौल-स्पीति के मुख्यालय केलंग में एक सेंटीमीटर ताजा हिमपात हुआ है। कुल्लू के सोलंग नाला में भी बर्फ गिर रही है। जलोढ़ी दर्रा अवरुद्ध हो गया है।


राजधानी शिमला और आसपास के क्षेत्रों में सुबह से सर्द हवाएं चल रही हैं और रुक-रुक कर बारिश हो रही है। धर्मशाला सहित निचले इलाकों में बादल घिरे हुए हैं। धर्मशाला में आज (गुरुवार) से शुरू होने वाले दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर मीट पर भी बारिश का साया है। इन्वेस्टर मीट में देश-विदेश के नामी उद्योगपति हिस्सा ले रहे हैं।


बारिश और बर्फबारी से तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। केलांग में तापमान माइनस में है। केलांग में बुधवार को न्यूनतम तापमान -0.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कल्पा में न्यूनतम तापमान 2.5, कुफरी में 2.6, मनाली में 3.6, शिमला में 5.7, डल्हौजी में 6.6, सियोबाग व सोलन में 9, जुब्बड़हट्ट में 9.2, चंबा में 10, भुंतर में 10.9, सुंदरनगर में 12.3, धर्मशाला में 12.6, कांगड़ा में 13.2, मंडी में 13.9, उना में 14.8 और नाहन में 15.9 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड हुआ।


मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान बारिश और बर्फबारी जारी रहने की संभावना जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में बदलाव आया है। पर्वतीय क्षेत्रों में 8 नवम्बर तक बर्फबारी, मैदानी और मध्यवर्ती इलाकों में गरज के साथ बारिश का अनुमान है। 9 नवम्बर को मौसम साफ रहने की उम्मीद है।


जमीनी रंजिश में 'भाई-बहन' की बर्बर हत्या

राजू सिंह


कौशाम्बी। पश्चिम शरीरा थाना अंतर्गत बख्शी का पूरा गांव में घर मे अकेले भाई-बहन की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्यारो की जानकारी नही लगी है। इस दोहरे हत्याकांड से पूरे गांव में सनसनी मची हुई है। लोगो में हत्या को लेकर तरह-तरह की चर्चा की जा रही है। लेकिन पुलिस अभी किसी नतीजे में नही पहुंच सकी है। फिलहाल पुलिस से हत्यारो को जल्द गिरफ्तार कर लेने की संभावना जताई। बता दें वारदात पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के बक्सी का पुरावा का गाँव का है । दोनों भाई बहन घर में अकेले थे और माँ बड़ी बेटी सुनीला के घर गई हुई थी। सुबह जब 7 बजे  लौटकर आकर देखा तो बेटी की खून से लथपथ लाश पड़ी थी। जब बेटा की तलाश की गई तो बेटा का शव भूसा में  दबा पाया गया। घर के अंदर का सामान बिखरा मिला है। और गांव में चर्चा का विषय है  हुई है। मृतक भाई बहन का नाम बउवा पुत्र गप्पू  सरोज उम्र 13 वर्ष शीला देवी पुत्री गप्पू सरोज उम्र 17 वर्ष मौके का मुयना करने पहुचे है  डीईजी जोन कवींद्र प्रताप सिंह एसपी कौशाम्बी अभिनंदन ने मौके पर सुरक्षा को लेकर कई थानों की फ़ोर्स मौजूद रही। आक्रोशित परिजनों ने शव को पीएम के लिए प्रसासन को नही सौप रहे थे। वहीं मृतक की मां ने इस हत्या के पीछे जमीनी रंजिश बताई है। जिसके साथ ही गांव के पांच लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर भी दी है। ग्रामीणों की मांग थी कि खोजी कुत्ता को लाकर जांच कराई जाए और मुल्जिमो को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। एसपी अभिनन्द और सदर विधायक लालबहादुर ने आक्रोशित परिजनों को समझया और लाश को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा।


कांग्रेस ने पर्चे बांट बताई सरकार की विफलता

पर्चा बाँट कर कांग्रेस ने बतायी भाजपा सरकार की विफलता


कौशाम्बी! कांग्रेस के पूर्ब जिलाध्यक्ष तलत अजीम के नेतृत्व में आज चायल तहसील क्षेत्र के कस्बा एवं गांव की आमजनता ब्यापारियों के बीच कांग्रेस नेताओं ने पर्चा बाँट कर भाजपा सरकार की बिफलताओ को उजागर कर आमजनता ब्यापारियों को भाजपा सरकार से सावधान रहने की अपील की है! कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार आम जनता के साथ धोखा कर रही है !कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार जनता से जो वायदा कर सत्ता में आई है! उसे पूरा करने के बजाए जनता को गुमराह कर रही है कांग्रेस नेताओं द्वारा बाँटे जा रहे पर्चे में भाजपा सरकार की बिफलताओ का पूरा चिट्ठा मौजूद था! इस मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष अरुण बिद्यार्थी, फैजल अली, हजला उस्मानी कामरान, अजीम सगीर अहमद, धर्म राज ओझा ,सुधाकर त्रिपाठी ,सुखलाल यादव, नुरुल जमा मोहम्मद खालिद ,मोहम्मद अरमान सहित तमाम लोग मौजूद रहे!


सुशील केशरवानी


अधिशासी-अधिकारी, रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

जयपुर । भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो महानिदेशक श्री आलोक त्रिपाठी के निर्देशन में ब्यूरो की अजमेर एवं नागौर टीमों द्वारा बुधवार को कार्यवाही करते हुए तत्कालीन कनिष्ठ अभियंता नगर पालिका सरवाड़ अजमेर हाल कनिष्ठ अभियंता नगर पालिका निंबाहेड़ा हरि सिंह को 55 हजार रुपए की रिश्वत लेते एवं नगर पालिका सरवाड़ में कार्यरत अधिशाषी अभियंता दीपेंद्र सिंह एवं केशियर देवेंद्र सिंह को 10-10 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया।


भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो महानिदेशक श्री आलोक त्रिपाठी ने बताया कि परिवादी ने एसीबी कार्यालय अजमेर में शिकायत देकर बताया कि उसकी फार्म द्वारा नगर पालिका सरवाड़ में की गये कार्यों के बकाया बिलों के भुगतान करने लिए अधिशाषी अभियंता,कनिष्ठ अभियंता व चेयरमैन उसे काफी समय से चक्कर कटा रहे एवं रिश्वत की राशि की मांग कर रहे हैं। परिवादी की शिकायत पर सितंबर माह में एसीबी द्वारा प्रथम सत्यापन तत्कालीन कनिष्ठ अभियंता सरवाड़ हरि सिंह का करवाया गया जिन्होंने पुरानी तारीख में बिल बनाते हुए 60 हजार रुपए की रिश्वत की राशि की मांग की मामला 55 हजार रुपए में तय हुआ एवं 55 हजार रुपए के सेल्फ का चेक ले लिया। तत्पश्चात विभिन्न स्तरों से सत्यापन करवाते हुए बिल भुगतान की कार्यवाही की गई जिसमें अधिशाषी अभियंता दीपेंद्र सिंह द्वारा 50 हजार रुपए की मांग की गई एवं 40 हजार रुपए पूर्व में प्राप्त कर लिए। नगर पालिका सरवाड़ चेयरमैन विजय कुमार ने 2 प्रतिशत के हिसाब से 36 हजार रुपए की रिश्वत की राशि मांग की एवं पूर्व में ही दलाल राजेश शर्मा के मार्फत प्राप्त कर लिए।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अजमेर श्री चंद्र प्रकाश शर्मा के नेतृत्व में बुधवार को दो टीमों का गठन कर ट्रैप कार्रवाई का आयोजन किया गया। प्रथम टीम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो नागौर श्री रमेश मौर्य के नेतृत्व में हाल नगर पालिका निंबाहेड़ा में कार्यरत कनिष्ठ अभियंता हरि सिंह को 55 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया एवं उनसे अमानत रखें  हुए सेल्फ के चेक भी बरामद किए। दूसरी टीम उप अधीक्षक अजमेर श्री महिपाल सिंह के नेतृत्व में नगर पालिका सरवाड़ में कार्यवाही करते हुए केशियर देवेंद्र सिंह को स्वयं के लिए 10 हजार रुपए एवं अधिशाषी अभियंता श्री दीपेंद्र सिंह के कहे अनुसार उनके लिए 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए। केशियर देवेंद्र सिंह एवं अधिशाषी अभियंता दीपेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया। एवं उनके निवास स्थान पर एसीबी की सर्च जारी है साथ ही शेष व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है!


सभी राज्यों को अलर्ट पर रहने का अनुमोदन

अयोध्या! रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला 17 नवंबर से पहले आने की संभावना है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने फैसले से पहले देश के सभी राज्यों को अलर्ट पर रहने को कहा है। केंद्र ने अर्धसैनिक बलों के 4,000 जवान भी उत्तर प्रदेश के लिए रवाना कर दिए हैं। वहीं अयोध्या में प्रशासन ने 10 दिसंबर तक धारा-144 लागू कर दी है। पड़ोसी जिले अंबेडकर नगर में 8 अस्थायी जेल बनाई गई हैं। ये सभी जेल, कॉलेजों में बनाई गई हैं। इधर, विहिप ने राम मंदिर के लिए पत्थर तराशने का काम रोक दिया।


अयोध्या जिले को चार जोन- रेड, येलो, ग्रीन और ब्लू में बांटा गया है। इनमें 48 सेक्टर बनाए गए हैं। विवादित परिसर, रेड जोन में स्थित है। पुलिस के मुताबिक, सुरक्षा योजना इस तरह बनाई जा रही है कि एक आदेश पर पूरी अयोध्या को सील किया जा सके। प्रशासन ने फैसले का समय नजदीक आने पर, अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त 100 कंपनियां मांगी हैं। इससे पहले दीपोत्सव पर यहां सुरक्षाबलों की 47 कंपनियां पहुंची थीं, जो अभी भी तैनात है।


अयोध्या में विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि राम मंदिर के लिए पत्थर तराशने का काम रोक दिया गया है। 1990 के बाद यह पहला मौका है, जब पत्थर तराशना बंद किया गया है। अब तक 1.25 लाख घनफीट पत्थर तराशा जा चुका है। अभी 1.75 लाख घनफीट पत्थर को तराशना बाकी है। पत्थर तराशने में लगे कारीगर घर लौट गए हैं। विहिप प्रवक्ता ने कहा- फैसले के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा। इसके साथ ही विहिप ने अपने सभी कार्यक्रम भी निरस्त कर दिए।


अयोध्या पुलिस ने सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार के दुष्प्रचार या किसी भी सम्प्रदाय के खिलाफ भड़काऊ कंटेंट के प्रसार पर नजर रखने के लिए जिले के 1600 स्थानों पर 16 हजार वॉलंटियर तैनात किए हैं। गड़बड़ी रोकने के लिए 3000 लोगों को चिह्नित करके उनकी निगरानी की जा रही है।


सूचना के बाद भी नुकसान करता 'हाथी दल'

मनोज यादव


कोरबा। कटघोरा वन मंडल क्षेत्र में इन दिनों 53 हाथियों का दल दस्तक दे चुका है। जिसकी जानकारी कटघोरा वन अमले को जब से लगी है, तब से वन मंडल क्षेत्र के गावों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क किया जा रहा है।
कोरबा जिले के कटघोरा वन मंडल क्षेत्र में इस समय 53 हाथियों के दल की दस्तक देने की सूचना मिलने पर कटघोरा वन विभाग पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहा है। वन कर्मचारी जहां रात्रि गश्त कर वनांचल क्षेत्रों के ग्रामीणों को सतर्क करने में लगे हैं, वही खेत खलिहान में लगे फसलों को भी सुरक्षित रखने का प्रयास इनके द्वारा किया जा रहा है । यहां यह बताना लाजमी होगा कि खलिहान में लगे फसल को देखकर हाथी आकर्षित होकर खेतों में धावा बोल देते हैं। जिससे फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाती है,और ग्रामीणों के सामने जीवकोपार्जन की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है, इसके बचाव के लिए वन अमला कटघोरा पूरी तरह तैयार नजर आ रहा है। जब हमने इस संबंध में कटघोरा वन मंडल डीएफओ डी डी संत से बात की तो उन्होंने बताया कि वन अमला पूरी तरह हाथियों से निपटने तैयार है । जब हमने हाथियों को यहां से खदेड़ने की बात की तो डीएफओ का जवाब था कि उसके लिए तैयारी की जा रही है। अब देखने वाली बात होगी कि वन अमला का दावा सिर्फ दावा ही रहता है, यह तो समय के गर्त में छिपा है ?


कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...