सोमवार, 21 अक्तूबर 2019

वोग वुमन ऑफ द ईयर अवॉर्ड्स आयोजन

मुंबई! हाल ही में मुबंई में फैशन की वर्ड फेमस पत्रिका वोग द्वारा 'वोग वुमन ऑफ द ईयर अवॉर्ड्स 2019' का आयोजन हुआ जिसमें कई  बॉलीवुड सेलेब्स पहुंचे।


इनमें रणवीर सिंह, अनुष्का शर्मा, कैटरीना कैफ, जाह्नवी कपूर, काल्की कोचलिन, सोनाली बेंद्रे, करण जोहर समेत कई सेलिब्रिटी आकर्षक रूप रंग में दिखाई दिए। वोग वूमन ऑफ द ईयर पुरस्कार के यह  तीसरा आयोजन ग्लैमर, उत्कृष्टता और उल्लेखनीय सफलता का पर्याय बन गया है। देश के सबसे सफल खिलाडियों से लेकर बिजनेस लीडर्स, डिज़ाइनर, सुपर मॉडल, बॉलीवुड सेलिब्रिटीज आदि को वोग वुमन ऑफ़ द ईयर 2019 के विजेताओं में शुमार किया गया।


 


कुकर्म के आरोपी को आजीवन कारावास

विदिशा! एक युवक ने खेत में एक नाबालिग बालक को अकेला पाकर उसे भयभीत करने के लिए पहले तो अचानक उसकी मारपीट की, फिर उसके साथ वहीं जबरन दुष्कर्म कर दिया। अपनी हवश पूरी करने के बाद किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देकर चला गया।


विशेष सत्र न्यायालय विदिशा (मप्र) में अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अधीन विशेष सत्र न्यायाधीश योगेश कुमार गुप्ता ने ग्यारसपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पुरागोसांई निवासी आरोपी दीवान सिंह मैना पुत्र कल्लू सिंह मैना (26) को दोहरे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके अलावा 7000 रुपए का अर्थदंड भी लगाया है। आरोपी अब जीवन की आखिरी सांस तक सलाखों के पीछे रहेगा।न्यायालय ने इस मामले में भादवि की धारा 377 में आजीवन कारावास व 5000 रुपए और साथ ही एससी-एसटी (पीए) एक्ट की धारा 3 (2) (वी) में भी आजीवन कारावास व 1000 रुपए व एससी-एसटी (पीए) एक्ट की धारा 3 (2) (वी-ए) में 1 वर्ष का कठोर कारावास व 1000 रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई है।


इस मामले में डीडीपी और विशेष लोक अभियोजक आईपी. मिश्रा द्वारा मामले को संदेह से परे प्रमाणित किया गया तथा उनके साक्ष्य से न्यायालय ने सहमति जताई।


मीडिया सेल प्रभारी एडीपीओ ज्योति कुजूर ने घटना के संबंध में बताया कि घटना 4 मार्च 2018 को दोपहर करीब 2 बजे पीड़ित बालक ग्राम पुरागोसांई स्थित नदी पार वाले खेत पर हरियाई लेने गया था।उसी समय गांव का अभियुक्त दीवानसिंह मैना उसके पास आया और उसके गाल में थप्पड़ मारे और उसे पटककर उसके कपड़े उतार दिए और उसके साथ अश्लील हरकत कर जबरदस्ती उसके साथ बुरा काम किया। बाद में बोला कि ये बात किसी को बताई तो जान से मार दूंगा।पीड़ित ने नदी पर पानी भरने के लिए ट्रैक्टर ट्राली लेकर आए लोगों को यह बात बताई तब उन लोगों ने पीड़ित बालक को उसके घर तक ट्रैक्टर से छोड़ा। घटना की रिपोर्ट थाना ग्यारसपुर में दर्ज कराई गई।


महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया

वीरभूमि! गैर मर्द से प्रेम संबंध होने एवं प्रेम में दरार पड़ने पर युवक द्वारा खुदकशी किए जाने की जानकारी मिलने पर, समाज के ठेकेदारों ने महिला को अमानवीय सजा सुना दी! उसे निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया और जमकर पीटा। भयभीत पीड़िता ने घर छोड़कर थाने में शरण ली है, लेकिन रपट लिखाने की हिम्मत नहीं कर रही। खबर मिलने तक इस मामले में किसी ने भी शिकायत नहीं की थी, इस कारण पुलिस ने घटना की जांच तो शुरू कर दी है लेकिन, इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।


मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार पश्चिम बंगाल के वीरभूमि जिले के खुजुटीपाड़ा गांव में पति और दो बच्चों के साथ रहने वाली महिला का 2011 में गांव के ही एक युवक के साथ प्रेम संबंध हो गया था। आरोप है कि महिला अपना परिवार छोड़ प्रेमी युवक के साथ गायब हो गई थी। लेकिन करीब एक वर्ष बाद वह गांव वापस लौट आई थी।


गांव के बुजुर्गो द्वारा समझाने के बाद वह पति व बच्चों के साथ रहने भी लगी थी। लेकिन कुछ दिनों पहले गांव के ही विजय नाथ नामक एक अन्य युवक से उसके साथ प्रेम संबंध हो गए। यह प्रेम संबंध भी छुप न सके, गांव में कानाफूसी शुरू हो गई। यह पता चलने पर महिला ने नए प्रेमी विजय से किनारा कर लिया। खबरों के मुताबिक इससे आहत होकर विजय ने बीते गुरुवार को कीटनाशक खा लिया था।


उपचार के दौरान शनिवार सुबह युवक की बोलपुर अस्पताल में मौत हो गई। इसके बाद गांव में बुलाई गई सभा में विवाहिता को सजा का फरमान सुनाया गया।
आरोप है कि ग्रामीणों ने विवाहिता को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया और जमकर मारापीटा भी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पीडि़ता को भीड़ के चंगुल से बचाया और उसे थाने ले गई। पीडि़ता द्वारा घर लौटने से इन्कार करने पर उसे फिलहाल पुलिस कैंप में रखा गया है।पुलिस के अनुसार अभी तक पीडि़ता के परिवार की ओर से शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। घटना की जांच की जा रही है!


ओवैसी:1 दिन में 15 बोतल रक्तदान

देश-विदेशओवैसी ने कहा, मैंने एक दिन में 15 बोतल रक्तदान किया है


मुंबई! ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को महाराष्ट्र की एक चुनावी रैली में दिए गए बयान पर सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल किया गया! औवेसी ने चुनावी रैली में कहा था कि उन्होंने एक बार एक ही दिन में 15 बोतल रक्तदान किया था! हैदराबाद लोकसभा सांसद का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया गया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उनकी खिल्ली उड़ानी शुरू कर दी! इस पर लोगों ने कई मीम, जीआईएफ और मजेदार चुटकुले बनाते हुए खूब चटकारे लिए!


सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में दिख रहा है कि ओवैसी ने चुनावी सभा को बताया कि उन्होंने न केवल रक्तदान किया, बल्कि व्यक्तिगत रूप से रक्त देने के लिए हैदराबाद के उस्मानिया जनरल अस्पताल में पीड़ितों के बिस्तर तक भागकर चले गए! ओवैसी के इस वीडियो पर लोगों की कुछ मजेदार प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं!


एक व्यक्ति ने ट्वीट किया, “एक व्यस्क में औसतन 4,500 से 5,700 मि.ली. रक्त मात्रा होती है! एक यूनिट (बोतल) में रक्त की मात्रा 525 मि.ली. होती है! यानी, 15 यूनिट रक्त 7,875 मि.ली. हुआ! ओवैसी ने बताया कि उन्होंने 15 बोतलों के साथ ही खुद ही इसे जाकर दिया भी! इंशाल्लाह.. मेडिकल साइंस को तो भूल ही जाओ, यहां तक कि अल्लाह भी इसका बचाव नहीं कर सकते!


9 को खुलेगा करतारपुर कॉरिडोर

इस्लामाबाद! पाकिस्तान बहुप्रतीक्षित करतारपुर गलियारे को नौ नवंबर को खोलेगा। प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह घोषणा की। इस तरह, सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के 550 वें प्रकाश पर्व के अवसर पर इस गलियारे को खोले जाने पर संशय खान की इस घोषणा से खत्म हो गया है।


यह प्रस्तावित गलियारा करतारपुर के दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक धर्मस्थल से जोड़ेगा। भारतीय श्रद्धालु इससे होकर वीजा मुक्त आवाजाही करेंगे। श्रद्धालुओं को करतारपुर साहिब जाने के लिए सिर्फ एक परमिट लेना होगा। गुरु नानक देव ने 1522 में करतारपुर साहिब की स्थापना की थी।


पाकिस्तान भारतीय सीमा से करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब तक गलियारे का निर्माण कर रहा है, जबकि पंजाब में गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक से सीमा तक गलियारे का दूसरा हिस्सा भारत बनाएगा। खान ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, ”पाकिस्तान दुनियाभर के सिखों के लिए अपने दरवाजे खोलने के लिए पूरी तरह तैयार है और करतारपुर परियोजना पर निर्माण कार्य अंतिम चरण में पहुंच चुका है। उसे नौ नवंबर, 2019 को लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।”


कमलेश हत्यारोपियों पर ढाई लाख इनाम

लखनऊ! हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी पुलिस ने हत्यारों पर ईनाम घोषित किया है. अशफाक और मोइनुद्दीन पठान पर ढाई-ढाई लाख का ईनाम घोषित किया गया है! इस बीच संदिग्ध हत्यारे शाहजहांपुर में दिखाई दिए हैं! जिसके बाद एसटीएफ ने होटलों और मदरसों के मुसाफिरखानो में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी है! सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध दिखाई दिए हैं! फिलहाल एसटीएफ शाहजहांपुर में डेरा जमाए हुए है और सख्ती से आरोपियों की तलाश में जुटी है! सूत्रों की मानें तो कमलेश तिवारी की हत्या के संदिग्ध हत्यारे लखीमपुर जिले के पलिया से इनोवा गाड़ी बुक करा कर शाहजहांपुर पहुंचे थे!


संदिग्धों की शाहजहांपुर में लोकेशन मिलने पर एसटीएफ ने देर रात 4:00 बजे कई होटलों मदरसों और मुसाफिरखाना में ताबड़तोड़ छापेमारी की! रेलवे स्टेशन पर होटल पैराडाइस में लगे कैमरे की सीसीटीवी फुटेज में दोनों संदिग्ध हत्यारे दिखाई दिए हैं! दोनों संदिग्धों ने रेलवे स्टेशन पर इनोवा गाड़ी छोड़ दी और पैदल रोडवेज बस स्टैंड की तरफ जाते हुए दिखाई दिए हैं! एसटीएफ ने इंनोवा गाड़ी के ड्राइवर को कब्जे में ले लिया है! आशंका व्यक्त की जा रही है कि संदिग्ध शाहजहांपुर में ही कहीं छिपे हुए हैं! एसटीएफ की छापेमारी में होटल वाले भी सकते में है!


गौरतलब है कि हिंदू समाज पार्टी के नेता और हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई! उन्हें तत्काल ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया! भगवा वस्त्र पहने हमलावर मिठाई का डिब्बा सौंपने के बहाने खुर्शीद बाग इलाके में स्थित तिवारी के कार्यालय में घुसे थे!


सपना ने किया भाजपा के विरुद्ध प्रचार

सिरसा । हरियाणा की सिरसा विधानसभा सीट के लिए  भाजपा में कुछ दिनों पहले शामिल हुईं हरियाणवी लोक गायिका सपना चौधरी से पार्टी नाराज है। उन्होंने यहां एक प्रतिद्वंद्वी पार्टी के प्रत्याशी गोपाल कांडा का प्रचार किया था। बताया जा रहा है कि सपना के इस कदम से पार्टी असहज हुई है और उनके किसी भी तरह के चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दिया गया है। सपना ने सिरसा से हरियाणा लोकहित पार्टी के प्रत्याशी कांडा के लिए प्रचार किया था। कांडा हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुके हैं और राज्य की राजनीति में एक प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। कांडा का नाम उस समय चर्चा में रहा था, जब उनकी विमानन कंपनी की एक महिला कर्मचारी ने खुदकुशी कर ली थी।
सूत्रों ने बताया कि सपना ने पार्टी नेताओं को जानकारी दी कि उनके सलाहकारों ने उन्हें सलाह दी थी कि वह कांडा का प्रचार कर सकती हैं क्योंकि कांडा बतौर निर्दलीय मैदान में हैं। वह कांडा के पक्ष में रोड शो भी करने वाली थीं। सूत्रों ने बताया कि सपना को कांडा के पक्ष में प्रचार नहीं करने और उनके किसी भी प्रचार से खुद को फौरन असंबद्ध करने को कहा गया है। दिल्ली भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि कांडा के समर्थन में वोट मांग रही सपना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। शुक्रवार को भाजपा नेताओं के संज्ञान में यह वीडियो आया। कांडा के समर्थन में सपना के पोस्टर भी सामने आए थे। दिल्ली भाजपा नेताओं के एक धड़े ने पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर सपना के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने सपना को चुनाव प्रचार करने से रोक दिया है। मालूम हो कि भाजपा ने सिरसा से प्रदीप रतुसरिया को प्रत्याशी बनाया है। 21 अक्टूबर को होने वाले मतदान से पहले प्रचार के आखिरी दिन शनिवार को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां जनसभा को संबोधित किया।


पीएम ने की मतदान करने की अपील

नई दिल्ली! महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव और उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लोगों से मतदान करने की अपील की है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर लिखा है कि हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभाओं के लिए चुनाव हो रहे हैं। भारत के विभिन्न हिस्सों में भी उपचुनाव हो रहे हैं। मैं इन राज्यों के मतदाताओं से रिकॉर्ड संख्या में मतदान करने की अपील करता हूं। पीएम मोदी ने आगे लिखा कि मुझे उम्मीद है कि बड़ी संख्या में युवा मतदान करेंगे। 


पीएम मोदी ने हरियाणा चुनाव के लिए अलग से ट्वीट करते हुए लिखा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आज मतदान का दिन है। सभी मतदाताओं से मेरा अनुरोध है कि वे अपना वोट जरूर डालें और लोकतंत्र के इस पर्व में भागीदार बनें। इसके अलावा पीएम मोदी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भी एक अलग से ट्वीट किया है।


बता दें कि महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहे हैं। इसके साथ ही देश के 18 राज्यों की 51 विधानसभा सीटों और दो लोकसभा सीटों के लिए भी उपचुनाव हो रहा है। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 235 महिलाओं समेत 3,237 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। मतदान के लिए 96,661 मतदान केंद्र बनाये गए हैं जिन पर साढ़े छह लाख कर्मचारी तैनात किये गए हैं।वहीं, हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटें हैं। हरियाणा में 1.83 करोड़ से अधिक मतदाता हैं जिसमें 85 लाख महिलाएं और 252 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं। राज्य में 19,578 मतदान केंद्र बनाये गए हैं।


रेलवे बोर्ड का आकार घटेगा

नई दिल्ली। रेलवे ने 200 सदस्यों वाले रेलवे बोर्ड में 25 फीसदी कटौती करके इसका आकार घटा कर 150 सदस्यों तक करने की योजना बनाई है। मसलन रेलवे में छंटनी के लिए अधिकारियों के तबादले भी किये जाएंगे।
रेल मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार रेलवे बोर्ड की दक्षता बढ़ाने के लिए उसके आकार को कम करने की योजना काफी लंबे समय से विचाराधीन हे, जिसका प्रस्ताव प्रस्ताव वर्ष 2000 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने पेश किया था। सरकार ने राष्ट्रीय परिवहन की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई का आकार कम करने का प्रस्ताव दिया था। सूत्रों की माने तो मौजूदा समय में रेलवे बोर्ड में 200 अधिकारी हैं। इनमें से निदेशक स्तर के 50 अधिकारियों और इससे अधिक को जोनल रेलवे में स्थानांतरिक करके इसका आकार घटा कर 150 लोगों का किया जाएगा।


यह काफी समय से लंबित है और ऐसा महसूस किया जा रहा था कि बहुत सारे लोग एक जैसा काम कर रहे हैं और दक्षता बढ़ाने के लिए जोन में वरिष्ठ अधिकारियों की आवश्यकता है। सूत्रों ने बताया कि इस योजना को शीघ्र ही अमल में लाया जाएगा। यह योजना रेल मंत्री पीयूष गोयल द्वारा पेश 100 दिन के एजेंडा का हिस्सा है और रेलवे बोर्ड के वर्तमान अध्यक्ष वी के यादव की प्राथमिकता है। सूत्रों ने यह भी जानकारी दी है कि 2015 में भारतीय रेलवे पर बिबेक देबरॉय समिति द्वारा रेलवे बोर्ड के पुनर्गठन की भी सिफारिश की हुई है। सूत्रों के अनुसार रेलवे बोर्ड का पुनर्गठन मंत्रालय की कायापलट की शुरुआत मात्र है।
जल्द शुरू होगी छंटनी की प्रक्रिया 
सूत्रों के अनुसार रेलवे बोर्ड में जल्द ही अधिकारियों की छंटनी की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। वर्तमान रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता भी है। सूत्रों के मुताबिक काफी समय से रेलवे में माना जा रहा है कि बार्ड में एक काम करने के लिए ज्यादा अधिकारी हैं। वहीं जोन्स में इनकी संख्या कम। कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए जोन्स में अधिकारियों की जरुरत है। पैनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारतीय रेलवे की केंद्रीकृत संरचना और विभागीयकरण रेलवे की कार्य संस्कृति पर प्रभाव डाल रहा है और विभाग के लक्ष्यों के लिए इसके दृष्टिकोण को कम कर रहा है। उन्होंने कहा कि रेलवे द्वारा कुशल कार्यप्रणाली के साथ-साथ वित्तीय व्यवहार्यता के लिए आवश्यक कर्मचारियों की सही संख्या की समीक्षा करने के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं किए गए।


राष्ट्रीय स्वयंसेवक का पथ भ्रमण संपन्न

संजय सोनी
रतनपुर! राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विजयादशमी उत्सव आज सरस्वती शिशु मंदिर रतनपुर मे दिव्यकांतदास महराज के मुख्य आथित्य मे,संपन्न हुआ,उत्सव में मुख्य वक्ता जिला कार्यवाह गोवर्धन देवांगन रहे।विदित हो कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस पर होने वाले इस आयोजन मे कोटा विकासखंड के विभिन्न स्थानों से आये सैकड़ों स्वयंसेवको ने शासकीय कन्या उ.मा. वि.से पथ संचलन के माध्यम से नगर के विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुये सरस्वती शिशु मंदिर पहुंचे,पथ संचलन के दौरान हिंदुत्व धर्म के रक्षार्थ नारे नगर में चहुओर गुंजायमान रहे ,
आयोजन स्थल सरस्वती शिशु मंदिर में मुख्य अतिथि महंत दिव्यकांतदास ने स्वयंसेवको को संबोधित करते हुए कहा की संघ का कार्य समाज की सेवा एवं हिन्दूत्व की रक्षार्थ बनी है समाज के विभिन्न भागो मे होने वाली आपदाओं मे पीडीत लोगों की सेवा के लिए संघ हमेशा आगे रहता है,इस देश की जनता सुखी हो राष्ट्र का विकास हो यही चिंता संघ की रहती है।



मुख्य वक्ता गोवर्धन जी ने कहा की संघ आज 94वर्ष का होनेवाला है ऐसे मे हम सबकी महती जिम्मेदारी बनती है की देश की सेवा के लिए हिन्दूत्व की रक्षा के लिए संघ के कार्यो को जाने व समझे,संघ की मूल भावना ही यही की” तेरा वैभव अमर रहे माँ हम दिन चार रहे न रहे” शिक्षक मृत्युंजय यादव ने गीत प्रस्तुत किया।खंड संघचालक पंडित रामकृष्ण तिवारी ने आभार प्रकट किया।इस अवसर पर विभाग सह कार्यवाह संतोष यादव ,जिला प्रचारक नकुल जी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के प्रारम्भ के पूर्व पथ संचलन कर सरस्वती शिशु मंदिर पहुंचे स्वयंसेवको का विद्यालय परिवार द्वारा पुष्प वर्षा एवं आरती करके हार्दिक स्वागत किया गया, मूसलाधार बरसते पानी में भी स्वयंसेवक मैदान में बैठे रहे,व पूरी तन्मयता एवं अनुशासन के साथ वक्ताओं के विचारों को सुनते रहें,इस अवसर पर नगर संघचालक माणिक लाल सोनी, कोटा से वेंकट अग्रवाल, जनपद पंचायत अध्यक्ष लखनलाल पैकरा ,सरस्वती शिशु मंदिर के कोषाध्यक्ष सुरेश सोनी, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष घनश्याम रात्रे, पूर्व एल्डरमैन रोहणी बैसवाड़े, प्रशांत अग्रवाल, राजू शर्मा, लवकुश कश्यप,चंदू जायसवाल, भानू कश्यप, मूलचंद जायसवाल,डाँ.जय चंदेल, सहित बड़ी संख्या मे स्वयंसेवक उपस्थित रहे।


पर्यटक वाहनों को तत्काल रोकने का आदेश

भोपाल! मध्य प्रदेश के चार टाइगर रिजर्व (कान्हा, पन्ना, पेंच और बांधवगढ़) में तय से अधिक संख्या में पर्यटन वाहनों को प्रवेश देने के मामले में नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) ने आपत्ति ली है। संस्था ने सीधे टाइगर रिजर्व संचालकों को पत्र लिखकर तत्काल रोक लगाने के निर्देश दिए हैं और प्रदेश के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन को इस मामले में कार्रवाई करने को कहा है। एनटीसीए इस बात से ज्यादा नाराज है कि फरवरी 2019 में निर्देश देने के बाद भी संरक्षित क्षेत्रों में अधिक वाहनों का प्रवेश नहीं रोका गया।


मामले में वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट अजय दुबे ने एनटीसीए से दोबारा शिकायत की है।पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर वाइल्ड लाइफ मुख्यालय ने चारों टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को भ्रमण कराने वाले वाहनों की संख्या पिछले साल बढ़ा दी थी। दुबे ने एक नवंबर 2018 को मामले की शिकायत एनटीसीए से की थी और संस्था ने 10 दिसंबर 2018 को प्रदेश के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन को इस पर रोक लगाने को कहा था। 24 दिसंबर 2018 को वाइल्ड लाइफ मुख्यालय ने टाइगर रिजर्व क्षेत्र संचालकों को आदेश भेजकर पूर्व निर्धारित वाहनों को ही संचालित करने को कहा था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।दुबे ने आरोप लगाया है कि बड़े पर्यटन ऑपरेटर्स के व्यावसायिक हितों की पूर्ति के लिए वन विभाग ने यह फैसला लिया है।


इस कारण संरक्षित क्षेत्रों में पर्यटकों की भीड़ बढ़ गई। इसका असर बाघों की मनोस्थिति पर पड़ रहा है। दुबे की इस बात का समर्थन करते दो अध्ययन भी सामने आ चुके हैं। दुबे ने साफ कहा कि इस मामले में वाइल्ड लाइफ मुख्यालय एनटीसीए को भ्रमित कर रहा है।दुबे के आरोप हैं कि पार्कों में वाहनों की संख्या बढ़ाने से पहले स्थानीय सलाहकार समिति से बात नहीं की गई। एनटीसीए के उप वन महानिरीक्षक सुरेंद्र मेहरा के पत्र में साफ कहा गया है कि बाघ संरक्षण योजना में परिवर्तन के बिना पार्कों में वाहनों की संख्या नहीं बढ़ाई जा सकती है। इसमें एनटीसीए की अनुमति भी लेना पड़ेगी।उन्होंने कहा है कि जरूरी अनुमतियों के बगैर वाहनों की संख्या में किसी भी तरह की बढ़ोतरी न की जाए। उन्होंने सुधारात्मक कार्रवाई कर एनटीसीए को सूचित करने को कह दिया है। ज्ञात हो कि वाइल्ड लाइफ मुख्यालय ने चार पार्कों में वाहनों की संख्या बढ़ाई थी। जबकि सतपुड़ा और संजय दुबरी पार्क में संख्या कम की थी।


गहरी खाई में गिरने से कर्नल की मौत

इंदौर! समीपस्थ मेहंदी कुंड में रविवार दोपहर को सेना के एक अधिकारी की गिरने से मौत हो गई। घटना के समय सेना के अधिकारियों का ट्रैकिंग कैंप चल रहा था और अधिकारी नदी पार कर दूसरी ओर जा रहे थे, इस दौरान पैर फिसलने से वे करीब नब्बे फीट गहरी खाई में गिर गए। अधिकारी सेना की एमसीटीई शाखा में कर्नल थे।
बड़गोंदा पुलिस के अनुसार मेहंदी कुंड में सेना की एमसीटीई के अधिकारियों का एक ट्रैकिं ग कै ंप लगा था। इसमें करीब पचास अधिकारी मौजूद थे। दोपहर करीब 12 बजे अधिकारी कुंड के ऊपर नदी पार कर दूसरी ओर जा रहे थे।इसी दौरान कर्नल पीपी रविंद्र नाथ पिता पुरुषोत्तम (50) निवासी एमसीटीई मूल निवासी ग्राम तालुक चालाकुडी जिला त्रिशूर (के रल) का पैर फिसल गया और देखते ही देखते नब्बे फीट गहरी खाई में जा गिरे। अचानक हुए हादसे से अन्य अधिकारियों में हड़कंप मच गया, तत्काल बड़गोंदा पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद आसपास मौजूद ग्रामीणों की मदद से नीचे गहरी खाई में पहुंचे।
इस दौरान पुलिस जवान भी मौके पहुंच गए। पुलिस व ग्रामीणों की मदद से शव को कि सी तरह ऊपर लाया गया। बताया जाता है कि कर्नल पत्थरों से टकराते हुए खाई में पत्थर पर गिरे, जिस कारण उनका सिर व मुंह क्षत-विक्षत हो गया। कि सी तरह शव को सेना के वाहन में रखकर पोस्टमार्टम के लिए शासकीय अस्पताल लाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।



पिता-पुत्र में विवाद हो सकता है:मकर

राशिफल


मेष-राशि के लोगों का आज के दिन किसी करीबी की मदद करें! आज का दिन आपके लिए शुभ है और आपके सारे काम समय पर पूरे होने की संभावना है! लाइफ पार्टनर के साथ बाहर घूमने का प्लान कर सकते हैं! रिश्तों में मधुरता आएगी!


वृष-राशि वाले लोगों के दांपत्य जीवन में खुशी आ सकती है! आज किसी पुराने दोस्त से मुलाकात हो सकती है! इस मुलाकात से आपको रोजाना के कार्यों के मदद मिलेगी! अगर आप का पैसा किसी कारोबार में फंसा हुआ है तो, वह भी वापस मिलने के पूरे आसार हैं!


मिथुन-आज का दिन आपके लिए खास है. आपके अधूरे काम आज पूरे हो सकते हैं! आपको धन लाभ हो सकता है! साथ ही पैसे कमाने का नया उपाय भी मिल सकता है! प्रेम प्रसंग के मामलों में भी आज आपको सफलता मिलेगी!


कर्क-राशि के लोगों का दिन उतार चढ़ाव भरा रहेगा! किसी भी नई जिम्मेदारी लेने में आपको परेशानी हो सकती है! किसी को कोई बात सोच समझकर बोलें! घर में किसी बात को लेकर अच्छी खबर मिल सकती है! घर में बच्चों के साथ पार्टी का आयोजन कर सकते हैं!


सिंह-राशि के लोग का आज का दिन सामान्य रहने वाला है! किसी पुराने विवाद में बहस करने से बचें. किसी बात को लेकर जिद पर ना अड़े रहें, आपको नुकसान पहुंच सकता है! निवेश करने से पहले अपने परिवार से सलाह अवश्य लें!


कन्या-राशि के लोगों का दिन आज शानदार रहेगा! आज आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार देखने को मिल सकता है! साहित्य से जुड़े लोगों को आज का दिन कोई बड़ी खुशखबरी लेकर आ सकता है! जिससे भी मदद मांगेंगे उससे मदद मिलने के पूरे आसार हैं!


तुला-राशि के लोगों के लिए आज का दिन सामन्य ही रहने वाला है! कई दिनों से अटका हुए कोई जरूरी काम आज पूरा हो सकता है! किसी भी मामले को लेकर एक तरफा सोच ना बनाएं! अपने शब्दों का चयन सोच समझकर करें! किसी काम को पूरा करने में ज्यादा समय लग सकता है!


वृश्चिक-राशि के लोगों का दिन शानदार रहेगा! आज किसी पुराने मित्र से मुलाकात हो सकती है! आपके स्वास्थ्य में अच्छापन आएगा! मार्केंटिंग से जुड़े लोगों को ऑफिस में पदोन्नति मिल सकती है!


धनु-राशि के लोगों को आज अचानक धन लाभ हो सकता है! किसी रिश्तेदार से आज आपकी मुलाकात फायदेमंद साबित हो सकती है! कारोबार से जुड़े लोगों को उम्मीद से ज्यादा धन लाभ मिल सकता है! सामाजिक कार्यों में आपकी भागीदारी बढ़ेगी! पड़ोसी लोग आपके काम को देखकर प्रेरित होंगे!


मकर-राशि के लोगों का दिन आज का सुस्ती भरा रह सकता है! संतान के साथ किसी पुरानी बात को लेकर विवाद हो सकता है! ऐसे में किसी भी बात को सुलझाने के लिए संयम बरतें और शांति से सोचें!


कुंभ-राशि के लोगों के लिए आज का दिन अच्छा रहने वाला है! आपके परिवार का माहौल खुशनुमा बना रहेगा और आपके ज्यादातर काम समय पर पूरे होंगे! अपनी ऊर्जा से आप सफलता हासिल करेंगे! ऑफिस के साथी आपके काम की तारीफ करेंगें!


मीन-राशि के लोगों को आज कोई शुभ समाचार से आपका मन प्रसन्न रहेगा! अपनों सलाह मानेंगे तो काम में सफलता अवश्य मिलेगी! दफ्तर में भी किसी सीनियर की मदद मिल जाए तो अच्छी बात है! बॉस आपके काम की सराहना करेंगे! वेतन में बढ़ोतरी की खबर आपको भी जल्द मिल सकती है!


ऊंचे पठारो का महाद्वीप

अफ्रीका ऊँचे पठारों का महाद्वीप है, इसका निर्माण अत्यन्त प्राचीन एवं कठोर चट्टानों से हुआ है। जर्मनी के प्रसिद्ध जलवायुवेत्ता तथा भूशास्त्रवेत्ता अल्फ्रेड वेगनर ने पूर्व जलवायु शास्त्र, पूर्व वनस्पति शास्त्र, भूशास्त्र तथा भूगर्भशास्त्र के प्रमाणों के आधार पर यह प्रमाणित किया कि एक अरब वर्ष पहलें समस्त स्थल भाग एक स्थल भाग के रूप में संलग्न था एवं इस स्थलपिण्ड का नामकरण पैंजिया किया। कार्बन युग में पैंजिया के दो टुकड़े हो गये जिनमें से एक उत्तर तथा दूसरा दक्षिण में चला गया। पैंजिया का उत्तरी भाग लारेशिया तथा दक्षिणी भाग गोंडवाना लैंड को प्रदर्शित करता था। अफ्रीका महादेश का धरातल प्राचीन गोंडवाना लैंड का ही एक भाग है। बड़े पठारों के बीच अनेक छोटे-छोटे पठार विभिन्न ढाल वाले हैं। इसके उत्तर में विश्व का बृहत्तम शुष्क मरुस्थल सहारा स्थित है। इसके नदी बेसिनों का मानव सभ्यता के विकास में उल्लेखनीय योगदान रहा है, जिसमें नील नदी बेसिन का विशेष स्थान है। समुद्रतटीय मैदानों को छोड़कर किसी भी भाग की ऊँचाई 324 मीटर से कम नहीं है। अफ्रीका के उत्तर-पश्चिम में एटलस पर्वत की श्रेणियाँ हैं, जो यूरोप के मोड़दार पर्वत आल्प्स पर्वतमाला की ही एक शाखा है। ये पर्वत दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व दिशा में फैले हुए हैं और उत्तर की अपेक्षा दक्षिण में अधिक ऊँचे हैं। इसकी सबसे ऊँची चोटी जेबेल टूबकल है जिसकी ऊँचाई 4,167 मीटर है। यहाँ खारे पानी की कई झीलें हैं जिन्हें शॉट कहते हैं। मध्य का निम्न पठार भूमध्य रेखा के उत्तर पश्चिम में अन्ध महासागर तट से पूर्व में नील नदी की घाटी तक फैला हुआ है। इसकी ऊँचाई 300 से 600 मीटर है। यह एक पठार केवल मरुस्थल है जो सहारा तथा लीबिया के नाम से प्रसिद्ध है। यह प्राचीन पठार नाइजर, कांगो (जायरे), बहर एल गजल तथा चाड नदियों की घाटियों द्वारा कट-फट गया है। इस पठार के मध्य भाग में अहगर एवं टिबेस्टी के उच्च भाग हैं जबकि पूर्वी भाग में कैमरून, निम्बा एवं फूटा जालौन के उच्च भाग हैं। कैमरून के पठार पर स्थित कैमरून (4,069 मीटर) पश्चिमी अफ्रीका की सबसे ऊँचा चोटी है। कैमरून गिनि खाड़ी के समानान्तर स्थित एक शांत ज्वालामुखी है। पठार के पूर्वी किनारे पर ड्रेकेन्सबर्ग पर्वत है जो समुद्र तट की ओर एक दीवार की भाँति खड़ा है। दक्षिणी-पश्चिमी भाग में कालाहारी का मरूस्थल है।


पूर्व एवं दक्षिण का उच्च पठार भूमध्य रेखा के पूर्व तथा दक्षिण में स्थित है तथा अपेक्षाकृत अधिक ऊँचा है। प्राचीन समय में यह पठार दक्षिण भारत के पठार से मिला था। बाद में बीच की भूमि के धँसने के कारण यह हिन्द महासागर द्वारा अलग हो गया। इस पठार का एक भाग अबीसिनिया में लाल सागर के तटीय भाग से होकर मिस्र देश तक पहुँचता है। इसमें इथोपिया, पूर्वी अफ्रीका एवं दक्षिणी अफ्रीका के पठार सम्मिलित हैं। अफ्रीका के उत्तर-पश्चिम में इथोपिया का पठार है। 2,400 मीटर ऊँचे इस पठार का निर्माण प्राचीनकालीन ज्वालामुखी के उद्गार से निकले हुए लावा हुआ है। नील नदी की कई सहायक नदियों ने इस पठार को काट कर घाटियाँ बना दी हैं। इथोपिया की पर्वतीय गाँठ से कई उच्च श्रेणियाँ निकलकर पूर्वी अफ्रीका के झील प्रदेश से होती हुई दक्षिण की ओर जाती हैं। इथोपिया की उच्च भूमि के दक्षिण में पूर्वी अफ्रीका की उच्च भूमि है। इस पठार का निर्माण भी ज्वालामुखी की क्रिया द्वारा हुआ है। इस श्रेणी में किलिमांजारो (5,895 मीटर), रोबेनजारो (5,180 मीटर) और केनिया (5,490 मीटर) की बर्फीली चोटियाँ भूमध्यरेखा के समीप पायी जाती हैं। ये तीनों ज्वालामुखी पर्वत हैं। किलिमंजारो अफ्रीका की सबसे ऊँचा पर्वत एवं चोटी है।



दक्षिण अफ्रीका के तट का उपग्रह से खींचा गया चित्र
अफ्रीका महाद्वीप की एक मुख्य भौतिक विशेषता पृथ्वी की आन्तरिक हलचलों के कारण अफ्रीका के पठार के पूर्वी भाग में भ्रंश घाटियों की उपस्थिति है। यह दरार घाटी पूर्वी अफ्रीका की महान दरार घाटी के नाम से प्रसिद्ध है तथा उत्तर से दक्षिण फैली है। यह विश्व की सबसे लम्बी दरार घाटी है तथा 4,800 किलोमीटर लम्बी है। अफ्रीका की महान दरार घाटी की दो शाखाएँ हैं- पूर्वी एवं पश्चिमी। पूर्वी शाखा दक्षिण में मलावी झील से रूडाल्फ झील तथा लाल सागर होती हुई सहारा तक फैली हुई है तथा पश्चिमी शाखा मलावी झील से न्यासा झील एवं टांगानिका झील होती हुई एलबर्ट झील तक चली गयी है। भ्रंश घाटियों में अनेक गहरी झीलें हैं। रुकवा, कियू, एडवर्ड, अलबर्ट, टाना व न्यासा झीलें भ्रंश घाटी में स्थित हैं। अफ्रीका महाद्वीप के चारो ओर संकरे तटीय मैदान हैं जिनकी ऊँचाई 180 मीटर से भी कम है। भूमध्य सागर एवं अन्ध महासागर के तटों के समीप अपेक्षाकृत चौड़े मैदान हैं। अफ्रीका महाद्वीप में तटवर्ती प्रदेश सीमित एवं अनुपयोगी हैं क्योंकि अधिकांश भागों में पठारी कगार तट तक आ गये हैं और शेष में तट में दलदली एवं प्रवाल भित्ति से प्रभावित हैं। मॉरीतानिया और सेनेगल का तटवर्ती प्रदेश काफी विस्तृत है, गिनी की खाड़ी का तट दलदली एवं अनूप झीलों से प्रभावित है। जगह-जगह पर रेतीले टीले हैं तथा अच्छे पोताश्रयों का अभाव है। पश्चिमी अफ्रीका का तट की सामान्यतः गिनी तट के समान है जिसमें लैगून एवं दलदलों की अधिकता है। दक्षिणी अफ्रीका में पठार एवं तट में बहुत ही कम अन्तर है। पूर्वी अफ्रीका में प्रवालभित्तियों की अधिकता है। अफ्रीका में निम्न मैदानों का अभाव है। केवल कांगो, जेम्बेजी, ओरेंज, नाइजर तथा नील नदियों के सँकरे बेसिन हैं।


सामाजिक पशु कमिलिड अथवा लामा

लामा (Lama glama), एक कैमिलिड पशु है जो दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है। इसे एक पालतू पशु के रूप में एंडियन लोगों द्वारा प्रागैतिहासिक काल से भी पहले से पाला जाता है और यह उनकी बोझा ढोने, ऊन और मांस की आवश्यकताओं को पूरा करता है।पूर्ण विकसित लामा की ऊँचाई 1.7 मीटर (5.5 फुट) से 1.8 मीटर (6 फुट) तक होती है। इनका वजन 130 किग्रा (280 पाउंड) and 200 किग्रा (450 पाउंड) के बीच होता है। जन्म के समय एक लामा छौने, जिसे क्रिआ कहते हैं का वजन 9.1 किग्रा (20 पाउंड) and 14 किग्रा (30 पाउंड) के बीच हो सकता है। लामा एक सामाजिक पशु है और यह दूसरे लामाओं के साथ झुंड में रहना पसन्द करते हैं। इनसे प्राप्त ऊन अत्यन्त मुलायम और लैनोलिन (अंग्रेजी: Lanolin; ऊन का मोम) से मुक्त होता है। लामा एक बुद्धिमान प्राणी है जो किसी सरल काम को कुछ प्रयासों के बाद करना सीख सकता है। यदि किसी लाम को बोझा ढोने के काम में लगाया जाये तो यह अपने वजन का 25% से 30% तक वजन कुछ मीलों तक ढो सकते हैं।


लामाओं का प्रादुर्भाव उत्तरी अमेरिका के मैदानों में लगभग ४ करोड़ वर्ष पहले हुआ था। जहां से प्रवास कर दक्षिण अमेरिका में आये। पिछले हिमयुग के अंत में (10,000–12,000 वर्ष पहले) उत्तरी अमेरिका से कैमेलिड विलुप्त हो गये। 2007 तक दक्षिण अमेरिका में लगभग 70 लाख लामा और अलपाका थे और 20 वीं सदी के अंत में आयात होने के कारण संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में इनकी संख्या क्रमश: 158000 और 100000 के करीब है।


'जेवर' की घटती आबादी

जेवर (western tragopan) या (western horned tragopan) (Tragopan melanocephalus) एक मध्य आकार का फ़ीज़ॅन्ट कुल का पक्षी है जो हिमालय में पश्चिम में उत्तरीय पाकिस्तान के हज़ारा से पूर्व में भारत के उत्तराखण्ड तक पाया जाता है।इस जाति को आईयूसीएन लाल सूची के अंतर्गत असुरक्षित वर्ग में वर्गीकृत किया गया है क्योंकि इसकी छोटी और छितरी हुयी आबादी घटती जा रही है और निरन्तर वनोन्मूलन और वनों के घटने के कारण इसका संकुचित क्षेत्र खण्डित होता जा रहा है।


आकार:-नर का आकार लगभग २८ इंच (७२ से.मी.) का होता है जबकि मादा का आकार तक़रीबन २४ इंच (६१ से.मी.) तक का होता है। नर की पूँछ की लंबाई लगभग १०.५ इंच (२७ से.मी.) जबकि मादा की पूँछ लगभग ८ इंच (२१ से.मी.) तक की होती है। पंखों का फैलाव नर में क़रीब ११ इंच (२८ से.मी.) तथा मादा में ९.५ इंच (२४ से.मी.) तक का होता है।


आहार:-इस पक्षी का आहार मूलतः वृक्षों और बांस की पत्तियाँ होता है।


आवास:-यह प्रायः जंगलों में रहने वाला पक्षी है और ग्रीष्म ऋतु में पहाड़ों के हिम क्षेत्रों के आसपास ही रहना पसंद करता है जबकि शीत ऋतु में यह ५,००० फ़ीट की ऊँचाई तक उतर आता है।


प्रजनन:-यह पक्षी अप्रैल से मई तक प्रजनन करते हैं और इनके घोंसले में छः अण्डे भी देखे गये हैं।


खजूर का गुण और उपयोग

हम भोजन में यूं तो कई पदार्थ खाते हैं, लेकिन कुछ पदार्थ ऐसे होते हैं, जिन्हें मौसम विशेष के अलावा वर्षभर प्रयोग किया जा सकता है। ऐसे ही पदार्थों की जानकारी इस कॉलम के माध्यम से हम देना चाहते हैं। इस बार खारक के संबंध में जानिए।


छुहारे को खारक भी कहते हैं। यह पिण्ड खजूर का सूखा हुआ रूप होता है, जैसे अंगूर का सूखा हुआ रूप किशमिश और मुनक्का होता है। छुहारे का प्रयोग मेवा के रूप में किया जाता है। इसके मुख्य भेद दो हैं- 1. खजूर और 2. पिण्ड खजूर।


गुण : यह शीतल, रस तथा पाक में मधुर, स्निग्ध, रुचिकारक, हृदय को प्रिय, भारी तृप्तिदायक, ग्राही, वीर्यवर्द्धक, बलदायक और क्षत, क्षय, रक्तपित्त, कोठे की वायु, उलटी, कफ, बुखार, अतिसार, भूख, प्यास, खांसी, श्वास, दम, मूर्च्छा, वात और पित्त और मद्य सेवन से हुए रोगों को नष्ट करने वाला होता है। यह शीतवीर्य होता है, पर सूखने के बाद छुहारा गर्म प्रकृति का हो जाता है।


परिचय : यह 30 से 50 फुट ऊंचे वृक्ष का फल होता है। खजूर, पिण्ड खजूर और गोस्तन खजूर (छुहारा) ये तीन भेद भाव प्रकाश में बताए गए हैं। खजूर के पेड़ भारत में सर्वत्र पाए जाते हैं। सिन्ध और पंजाब में इसकी खेती विशेष रूप से की जाती है। पिण्ड खजूर उत्तरी अफ्रीका, मिस्र, सीरिया और अरब देशों में पैदा होता है। इसके वृक्ष से रस निकालकर नीरा बनाई जाती है।


रासायनिक संघटन : इसके फल में प्रोटीन 1.2, वसा 0.4, कार्बोहाइड्रेट 33.8, सूत्र 3.7, खनिज द्रव्य 1.7, कैल्शियम 0.022 तथा फास्फोरस 0.38 प्रतिशत होता है। इस वृक्ष के रस से बनाई गई नीरा में विटामिन बी और सी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। कुछ समय तक रखने पर नीरा मद्य में परिणत हो जाती है। पके पिण्ड खजूर में अपेक्षाकृत अधिक पोषक तत्व होते हैं और शर्करा 85 प्रतिशत तक पाई जाती है।


उपयोग : खजूर के पेड़ से रस निकालकर 'नीरा' बनाई जाती है, जो तुरन्त पी ली जाए तो बहुत पौष्टिक और बलवर्द्धक होती है और कुछ समय तक रखी जाए तो शराब बन जाती है। इसके रस से गुड़ भी बनाया जाता है। इसका उपयोग वात और पित्त का शमन करने के लिए किया जाता है।


विश्व का दूसरा बड़ा महासागर

अन्ध महासागर या अटलांटिक महासागर उस विशाल जलराशि का नाम है जो यूरोप तथा अफ्रीका महाद्वीपों को नई दुनिया के महाद्वीपों से पृथक करती है। क्षेत्रफल और विस्तार में दुनिया का दूसरे नंबर का महासागर है जिसने पृथ्वी का १/५ क्षेत्र घेर रखा है। इस महासागर का नाम ग्रीक संस्कृति से लिया गया है जिसमें इसे नक्शे का समुद्र भी बोला जाता है। इस महासागर का आकार लगभग अंग्रेजी अक्षर 8 के समान है। लंबाई की अपेक्षा इसकी चौड़ाई बहुत कम है। आर्कटिक सागर, जो बेरिंग जलडमरूमध्य से उत्तरी ध्रुव होता हुआ स्पिट्सबर्जेन और ग्रीनलैंड तक फैला है, मुख्यतः अंधमहासागर का ही अंग है। इस प्रकार उत्तर में बेरिंग जल-डमरूमध्य से लेकर दक्षिण में कोट्सलैंड तक इसकी लंबाई १२,८१० मील है। इसी प्रकार दक्षिण में दक्षिणी जार्जिया के दक्षिण स्थित वैडल सागर भी इसी महासागर का अंग है। इसका क्षेत्रफल इसके अंतर्गत समुद्रों सहित ४,१०,८१,०४० वर्ग मील है। अंतर्गत समुद्रों को छोड़कर इसका क्षेत्रफल ३,१८,१४,६४० वर्ग मील है। विशालतम महासागर न होते हुए भी इसके अधीन विश्व का सबसे बड़ा जलप्रवाह क्षेत्र है। उत्तरी अंधमहासागर के पृष्ठतल की लवणता अन्य समुद्रों की तुलना में पर्याप्त अधिक है। इसकी अधिकतम मात्रा ३.७ प्रतिशत है जो २०°- ३०° उत्तर अक्षांशों के बीच विद्यमान है। अन्य भागों में लवणता अपेक्षाकृत कम है।


अंध महासागर की पृष्ठधाराएँ नियतवाही पवनों के अनुरूप बहती हैं। परंतु स्थल खंड की आकृति के प्रभाव से धाराओं के इस क्रम में कुछ अंतर अवश्य आ जाता है। उत्तरी अन्ध महासागर की धाराओं में उत्तरी विषुवतीय धारा, गल्फ स्ट्रीम, उत्तरी अन्ध प्रवाह, कैनेरी धारा और लैब्रोडोर धाराएँ मुख्य हैं। दक्षिणी अन्ध महासागर की धाराओं में दक्षिणी विषुवतीय धारा, ब्राजील धारा, फाकलैंड धारा, पछवाँ प्रवाह और बैंगुला धाराएँ मुख्य हैं।


व्यापार का आधार 'स्वेज नहर'

स्वेज नहर (Suez canal) लाल सागर और भूमध्य सागर को संबंद्ध करने वाली एक नहर है। सन् 1859 में एक फ्रांसीसी इंजीनियर फर्डीनेण्ड की देखरेख में स्वेज नहर का निर्माण शुरु हुआ था। यह नहर आज 162 किमी लंबी, 60 मी चौड़ी और औसत गहरी 16.5 मी है। दस वर्षों में बनकर यह तैयार हो गई थी। सन् 1869 में यह नहर यातायात के लिए खुल गई थी। पहले केवल दिन में ही जहाज नहर को पार करते थे पर 1887 ई. से रात में भी पार होने लगे। 1866 ई. में इस नहर के पार होने में 36 घंटे लगते थे पर आज 18 घंटे से कम समय ही लगता है। यह वर्तमान में मिस्र देश के नियंत्रण में है। इस नहर का चुंगी कर बहुत अधिक है। इस नहर की लंबाई पनामा नहर की लंबाई से दुगुनी होने के बाद भी इसमें पनामा नहर के खर्च का 1/3 धन ही लगा है।


इतिहास:-इस नहर का प्रबंध पहले "स्वेज कैनाल कंपनी" करती थी जिसके आधे शेयर फ्रांस के थे और आधे शेयर तुर्की, मिस्र और अन्य अरब देशों के थे। बाद में मिस्र और तुर्की के शेयरों को अंग्रेजों ने खरीद लिया। 1888 ई. में एक अंतरराष्ट्रीय उपसंधि के अनुसार यह नहर युद्ध और शांति दोनों कालों में सब राष्ट्रों के जहाजों के लिए बिना रोकटोक समान रूप से आने-जाने के लिए खुली थी। ऐसा समझौता था कि इस नहर पर किसी एक राष्ट्र की सेना नहीं रहेगी। किन्तु अंग्रेजों ने 1904 ई. में इसे तोड़ दिया और नहर पर अपनी सेनाएँ बैठा दीं और उन्हीं राष्ट्रों के जहाजों के आने-जाने की अनुमति दी जाने लगी जो युद्धरत नहीं थे। 1947 ई. में स्वेज कैनाल कंपनी और मिस्र सरकार के बीच यह निश्चय हुआ कि कंपनी के साथ 99 वर्ष का पट्टा रद्द हो जाने पर इसका स्वामित्व मिस्र सरकार के हाथ आ जाएगा। 1951 ई. में मिस्र में ग्रेट ब्रिटेन के विरुद्ध आंदोलन छिड़ा और अंत में 1954 ई. में एक करार हुआ जिसके अनुसार ब्रिटेन की सरकार कुछ शर्तों के साथ नहर से अपनी सेना हटा लेने पर राजी हो गई। पीछे मिस्र ने इस नहर का 1956 में राष्ट्रीयकरण कर इसे अपने पूरे अधिकार में कर लिया।


उपयोगिता:-इस नहर के कारण यूरोप से एशिया और पूर्वी अफ्रीका का सरल और सीधा मार्ग खुल गया और इससे लगभग 6,000 मील की दूरी की बचत हो गई। इससे अनेक देशों, पूर्वी अफ्रीका, ईरान, अरब, भारत, पाकिस्तान, सुदूर पूर्व एशिया के देशों, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड आदि देशों के साथ व्यापार में बड़ी सुविधा हो गई है और व्यापार बहुत बढ़ गया है।


भगवान राम का उपदेश

भगवान राम का उपदेश 
जीते रहो! आज हम तुम्हारे समक्ष पूर्व की भांति कुछ मनोहर वेद मंत्रों का गुणगान गाते चले जा रहे थे! यह भी तुम्हें प्रतीत हो गया होगा, आज हमने पूर्व से जिन वेद मंत्रों का पठन-पाठन किया हमारे यहां परंपरागतो से ही उस मनोहर वेद वाणी का प्रसार होता रहता है! जिस पवित्र वेद वाणी में उस मेरे देव परमपिता परमात्मा की महती का वर्णन किया जाता है! क्योंकि वह परमपिता परमात्मा वर्णनीय माने गए हैं और जो भी मानव उसको अपना वर्णन बना लेता है! वह प्राय: उसी को प्राप्त हो जाता है! इसलिए हमारा वेद मंत्र यह कहता है! हे मानव, तू प्रभु को अपना वर्णनीय बना, क्योंकि उसका वर्णन और अपना ना बहुत अनिवार्य है! उसको अपनाने वाला प्राणी संसार में महान और पवित्र बन जाता है! आने वाले काल में बेटा उसकी बहुत प्रशंसा होती है! वह वर्तमान में भी प्रंस्सनीय हो जाता है और आने वाला जो जगत है उसमें उसकी महान कृतियों का प्रदर्शन होता रहता है! तो इसलिए हमारा वेद मंत्र कहता है! हे मानव, तू परमपिता परमात्मा को अपना वर्णन बना,क्योंकि उसको वरण करने वाला यज्ञपुरुष कहलाता है! उसको अपनाने वाला बेटा अध्यात्मिक विज्ञानवेता कहलाता है! अध्यात्मिकता में मानव की प्रतिष्ठा नहीं रहती है! तो आओ मेरे प्यारे हम परमपिता परमात्मा को अपना वर्णनीय स्वीकार करें! उसको अपने में धारण करते हुए महान और पवित्रता की उस पगडंडी को ग्रहण करने वाले बने! उस पगडंडी को ग्रहण करने वाले नाना ॠषिवर अपने प्रभु के आंगन में उसकी ज्ञानमयी धारा में रत हो गए हैं! आज का हमारा वेद मंत्र हमें यह उच्चारण कर रहा है कि हम उस देव की महिमा का गुणगान गाने वाले बने! हम उस महान जगत को जो आंतरिक और ब्रह् जगत में दोनों में अपनी प्रतिष्ठा में निहित रहता है! हम उस अपने प्रभु का गुणगान गाते हुए इस सागर से पार होना चाहते हैं! जो नाना प्रकार का यह संसार सागर के रूप में हमें दृष्टिपात आता रहता है! इसमें नाना प्रकार के उद्घोष होते रहते हैं और वह उद्घोष बड़े उच्च विचित्र आभा में, आंगन में प्रवेश करते रहते हैं! आज का हमारा वेद मंत्र क्या कह रहा है? आज का हमारा वेद मंत्र यज्ञ के संबंध में और प्राण के संबंध में बड़ी ऊंची वार्ता कह रहा है! क्योंकि वायुमंडल को पवित्र बनाते हुए हम आध्यात्मिक विज्ञानवेता बने और विज्ञान में हम परिणत हो जाए! जिस विज्ञान के लिए मानव परंपरागतो से ललायित हो रहा है और जिस विज्ञान के लिए मानव ऊंची-ऊंची उड़ान उड़ रहा है! हम उसी ज्ञान, हम उस विज्ञानवेता के स्वाध्याय में अपने को ले जाते चले जाएं! जिससे मानव समाज का वास्तव में कल्याण हो जाए! वेद का वाक्य कहता है! मानव को प्रणायाम करना चाहिए, प्राण की प्रतिष्ठा में व्रत रहना चाहिए! जैसे प्राण अपने में गतिशील है, गति देने वाला है तो मानव उस प्रभु को अपना गतिशील स्वीकार करते हुए, अपने मनोनीत हृदय को ऊंचा बनाना चाहते हुए इस संसार को प्रतिभा में हम इसमें प्रतिनिधित्व करने वाले बने! जिससे हमारे जीवन की धारा एक महानता में परिणत हो जाए! मैं आज तुम्हें उस क्षेत्र में ले जा रहा हूं! जिस क्षेत्र की चर्चा बेटा में पुन:-पुन: प्रकट करता रहता हूं!


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


हिंदी दैनिक


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


October 22, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-79 (साल-01)
2. मंगलवार ,22 अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन,कृष्णपक्ष, तिथि- नवमी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:20,सूर्यास्त 05:55
5. न्‍यूनतम तापमान -20 डी.सै.,अधिकतम-30+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...