रविवार, 13 अक्तूबर 2019

मस्जिद मे आतंकी हमला 16 की मौत

ओगाडुआगो। पश्चिम अफ्रीका के देश बुर्कीना फासो की एक मस्जिद पर हमला हुआ है। सुरक्षा सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार इस हमले में 16 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं। स्थानीय रिपोर्टों में दावा किया गया है कि अज्ञात बंदूकधारियों के एक समूह ने मस्जिद पर हमला किया। यह जानकारी सुरक्षा सूत्रों ने शनिवार को दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
एएफपी के रिपोर्ट के अनुसार, बन्दूकधारी विद्रोहियों ने शुक्रवार शाम को सालमोसी में बड़ी मस्जिद पर हमला कर दिया। मस्जिद में घुसते ही बंदूकधारियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। सूत्रों ने बताया कि 13 की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन ने बाद में दम तोड़ दिया।


मैच जीत सीरीज पर कब्जा जमाया

भारत ने पारी और 137 रन से जीता पुणे टेस्ट, सीरीज पर जमाया कब्जा


पुणे। टीम इंडिया ने रविवार को दूसरे टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका को पारी 137 रन से हराकर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली है। टेस्ट मैच के चौथे दिन टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने मेहमान टीम को फॉलोऑन दिया, लेकिन दक्षिण अफ्रीकी टीम 326 रन की लीड को पार नहीं कर सकी और चौथे दिन के आखिरी सत्र में 189 रन पर पूरी टीम ढेर हो गई। अब दोनों टीमों के बीच सीरीज का आखिरी मुकाबला 19 अक्टूबर को रांची में खेला जाएगा।


चौथे दिन दक्षिण अफ्रीकी टीम अपनी दूसरी पारी खेलने उतरी, लेकिन दिन के पहले ही ओवर में इशांत शर्मा ने मार्करम को आउट कर भारत को पहली सफलता दिला दी। दक्षिण अफ्रीका के विकेट लगातार गिरते रहे, सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर ने पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन कोई और बल्लेबाज उनका साथ नहीं दे पाया।


इशांत के बाद उमेश यादव ने भारत को दूसरी सफलता दिलाई। छठें ओवर की चौथी गेंद पर उमेश यादव ने ब्रायन को पवेलियन भेजा। उमेश की गेंद पर साहा ने शानदार ड्राइव लगाकर कैच लपका। ब्रायन आठ रन ही बनाकर पवेलियन लौट गए। आर अश्विन ने फाफ डुप्लेसी को आउट कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। अश्विन ने इस सीरीज में उन्हें तीसरी बार आउट किया। 25वें ओवर की दूसरी गेंद पर एल्गर अश्विन की गेंद पर मिड ऑफ की ओर खेलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उमेश यादव ने भागते हुए कैच लपक डीन एल्गर की पारी का अंत किया। वह 72 गेंदों में 48 रन बनाकर आउट हुए। रवींद्र जडेजा ने 29वें ओवर की दूसरी गेंद पर क्विंटन डीकॉक (5) को बोल्ड कर दिया। 43वें ओवर की पहली गेंद पर रवींद्र जडेजा की गेंद पर बावुमा एलबीडब्ल्यू होने से बचे, लेकिन अगली ही गेंद पर वह स्लिप में अजिंक्य रहाणे को कैच थमा बैठ।


पहली पारी की ही तरह वर्नोन फिलेंडर और केशव महाराज क्रीज पर जम गए थे। दोनों बल्लेबाजों ने भारत के जीत के इंतजार को बढ़ाया, लेकिन और भारतीय गेंदबाजों को परेशान कर दिया है। दोनों के बीच 110 गेंदों में 51 रन की साझेदारी हो चुकी है। भारतीय टीम की ओर से सर्वाधिक चार विकेट रविचंद्रन अश्विन ने चटकाए। उमेश यादव को तीन, मोहम्मद शमी को दो तो रवींद्र जडेजा की झोली में एक विकेट आया।


चुनाव प्रचार में उतरेंगे दिग्गज

 नई दिल्ली। हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए आज से आठ दिनों बाद 21 अक्टूबर को वोटिंग होगी। इन चुनावों में मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कांग्रेस और बीजेपी समेत सभी दलों ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी चुनावी प्रचार अभियान में उतरेंगे।


पीएम मोदी आज दोपहर 12 बजे उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव में रैली से अपने अभियान की शुरूआत करेंगे। इसके बाद शाम 4 बजे विदर्भ के भंडारा जिले के सकोली में उनकी दूसरी जनसभा होगीी। चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री राज्य में कुल नौ रैलियों को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी आने वाले दिनों में हरियाणा में भी रैलियां करेंगे।


कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी महाराष्ट्र के लातूर में आज पहली जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह मुंबई के चांदीवली और धारावी इलाकों में भी पार्टी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगेंगे। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद गांधी पहली बार चुनाव प्रचार के लिए लोगों के बीच होंगे। पिछले दिनों राहुल गांधी 'व्यक्तिगत यात्रा' पर कुछ दिनों के लिए विदेश गए थे। लौटने के बाद वह गुजरात में अपने खिलाफ चल रहे मानहानि के मामले में अदालत के समक्ष पेश भी हुए।


सपना के लाइफ स्टाइल में आया बदलाव

मॉलीवुड। हरियाणवी डांसर सपना चौधरी आज किसी पहचान की मोहतान नहीं। देशभर में उनके लाखों प्रशंसक हैं जो कि उनके डांस के साथ-साथ उनके अंदाज के भी दीवाने हैं। सपना चौधरी ने इंस्टाग्राम पर अपनी एक फोटो शेयर की है जिसमें शॉर्ट ड्रेस में वो बेहद सेक्सी लग रही हैं। सपना चौधरी इन दिनों जमकर फोटोशूट करा रही हैं जिसकी फोटो वो आए दिन शेयर करती रहती हैं।


सपना चौधरी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं आए दिन वो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी एक से बढ़कर एक फोटो शेयर करती रहती हैं। ट्रेडिशनल से लेकर वेस्टर्न आउटफिट में सपना चौधरी अपनी फोटो शेयर करती हैं और उनका अंदाज उनके फैंस का दिल जीत लेते हैं।


सपना चौधरी का हाल ही में गाना लुटेरा रिलीज हुआ। इस गाने में भी सपना चौधरी बला की खूबसूरत लग रही थीं। यूट्यूब पर इस गाने ने काफी धमाल मचाया। वहीं कुछ और गाने भी हैं जो सपना चौधरी के रिलीज होने वाले हैं। सपना चौधरी बिग बॉस में भी नजर आ चुकी हैं। बिग बॉस के बाद सपना हरियाणवी से लेकर भोजपुरी पंजाबी और बॉलीवुड फिल्मों में भी नजर आ चुकी हैं।


श्रुति को भी लगी थी नशे की लत

बॉलीवुड की इस एक्ट्रेस को लग गयी थी नशे की लत


मुंबई। सुपरस्टार कमल हासन की बेटी एक्ट्रेस श्रुति हासन हाल ही में, एक चैट शो पर पहुंचीी। इस दौरान उन्होंने अपनी पर्सनल जिंदगी को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए। एक्ट्रेस श्रुति हासन ने माइकल कॉर्सेल के साथ अपने रिलेशनशिप और ब्रेकअप की वजह भी बताई। इस चैट शो के दौरान श्रुति हासन  ने अपने दिल की सारी बातें शेयर कीी। श्रुति हासन ने बताया कि शराब छोड़ने के बाद उनकी हेल्थ पर इसका काफी बुरा प्रभाव पड़ा थाा। हालांकि अब उनकी ये आदत छूट गई हैं, लेकिन 33 साल पहले उनके लिए चीजें बहुत कठिन थीं।


इंटरव्यू के दौरान श्रुति हासन ने कहा, 'मैं बहुत बड़ी विश्की लवर थी। हालांकि मैंने इन सबसे ब्रेक लेने और इस आदत को पूरी तरह छोड़ने का सोचा। यह मेरे लिए एक नया बदलाव था। जब उनसे पूछा गया कि शराब से उनकी शरीर पर क्या प्रभाव पड़ा तो इस पर उन्होंने कहा, 'हां, मैं ठीक नहीं थी और मैंने ये बात किसी को नहीं बताई। मुझे लगा ये मेरा निजी मुद्दा है और मैं अपनी पर्सनल चीजें किसी के साथ भी शेयर नहीं कर सकती।


एक्ट्रेस श्रुति हासन ने माइकल कॉर्सेल के साथ अपने रिलेशनशिप को लेकर कहा, 'मैं बहुत कूल टाइप की लड़की थी। मैं बहुत मासूम भी थी, हर कोई मेरे आसपास बॉस बनने की कोशिश करता था। मैं बहुत इमोशनल लड़की थी इस वजह से वो लोग मेरे सामने बॉस बन जाते थे। हां, लेकिन मुझे ये कहना पड़ेगा कि ये मेरे लिए काफी अच्छा एक्सपीरियंस रहा।


हवाई अड्डे पर बम की सूचना से हड़कंप

लखनऊ। लखनऊ के अमौसी हवाई अड्डे पर शनिवार को बम की सूचना से हड़कंप मच गया। चेन्नई जा रहे इंडिगो एयरलाइन्स की फ्लाइट में बम होने की सूचना मिली। इस फ्लाइट के सभी यात्री टर्मिनल में ही खड़े थे। इसके बाद यात्रियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सुरक्षाबलों ने फ्लाइट की बारीकी से जांच करवाई। जांच के बाद सूचना फर्जी निकली। सुरक्षाबलों ने फर्जी सूचना देने वाले यात्री को हिरासत में ले लिया। यात्री की पहचान पीयूष वर्मा के रूप में हुई है। पीयूष शाहजहांपुर के जिला अस्पताल में क्वालिटी मैनेजर के पद पर तैनात है। वहीं पीयूष के परिजनों ने उसे मानसिक रूप से अस्वस्थ्य बताया है। जैसे ही बम की अफवाह फैली तो टर्मिनल में मौजूद सैकड़ों यात्रियों में हड़कंप मच गया। घबराहट में यात्रियों ने अपने परिजनों को फोन पर जानकारी दी। इस पर एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों को समझा-बुझाकर शांत कराया।


हिगबीस ने ली 11 जान, 73 लाख संरक्षित

टोक्यो। जापान में छह दशक के इतिहास में तूफान से भारी तबाही हुई है। हिगबीस तूफान का कहर जारी है। अब तक 11 लोगों की जान जा चुकी है। 17 लोग लापता हैं। 1417 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। करीब 73 लाख लोगों को अन्यत्र सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। यह जानकारी रविवार को राष्ट्रीय प्रसारक एनएचके की रिपोर्ट में दी गई।


रिपोर्ट के मुताबिक हिगबीस तूफान की चपेट में आए 106 लोग घायल हो गए हैं। इससे पहले कहा गया था कि हिगबीस तूफान में फंसे पांच लोगों की मौत हो गई और 11 लोग लापता हो गए। नागानो शहर के आपात अधिकारी यासुहिरो यामागुची ने मीडिया से कहा है कि 'रात भर में हमने 427 परिवारों, 1,417 लोगों को प्रभावित स्थानों से निकाल कर सुरक्षित जगह पहुंचा दिया। हालांकि अभी नुकसान के आकलन की जानकारी नहीं मिल पाई है।'


स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हिगबीस तूफान की भयावहता के मद्देनजर टोक्यो, मी, शिजुका, गुम्मा और चिबा के अलावा दक्षिणी प्रांत के लाखों नागारिकों को घर खाली करने के आदेश दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि हिगबीस तूफान की वजह से शनिवार को अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय 1929 फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया था।


समाज एकत्रित करना आरएसएस का काम

भुवनेश्वर। ओडिशा के नौ-दिवसीय दौरे पर आए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि बेहतरी के लिए समाज को बदलाव की जरूरत है, वहीं समाज में प्रत्येक व्यक्ति को बदलना असंभव है। उन्होंने कहा कि देश को समाज में बदलाव कर बदला जा सकता है।


उन्होने कहा कि आरएसएस सिर्फ हिंदू समाज को नहीं बल्कि संपूर्ण समाज को व्यवस्थित करने के लिए काम कर रहा है। यहां बुद्धिजीवियों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि तो सही तरीका ये है। ऐसा सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति तैयार किया जाए जो समाज और देश में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। आरएसएस के सूत्रों ने कहा कि इस दौरान भागवत 15-20 अक्टूबर के बीच अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में शामिल होंगे, जहां विभिन्न राज्यों और मान्यता प्राप्त समूहों के पदाधिकारी शामिल होंगे। आरएसएस की सर्वोच्च नियामक इकाई अपनी वार्षिक बैठक ओडिशा में पहली बार आयोजित कर रही है।


गवर्नर ने वित्त मंत्री को आश्वस्त किया

नई दिल्ली। पंजाब एवं महाराष्ट्र कोऑपरेटिव(पीएमसी बैंक) मामले पर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आश्वस्त किया कि ग्राहकों की चिंताओं को शीर्ष प्राथमिकता पर रखा जाएगा।


भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास से वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मैं दोहराना चाहूंगी कि भारतीय वित्त मंत्रालय यह सुनिश्चित करेगा कि ग्राहकों की चिंताओं को व्यापक रूप से दूर किया जाए।


बता दें वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने पंजाब एवं महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (PMC) बैंक के ग्राहकों के पैसे के बारे में उनकी चिंताओं पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास से बात की है।आरबीआई ने भी सहकारी बैंकों के लिए एक नई ई-मेल आधारित रिपोर्टिग प्रणाली की घोषणा की है। PMC घोटाले पर वित्त मंत्री का बयान, 'को-ऑपरेटिव बैंक से सरकार कोई लेना-देना नहीं, RBI करती है निगरानी'।आरबीआई ने पीएमसी बैंक के जमाकर्ताओं के लिए प्रति खाता धन निकासी की सीमा बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दी है। पिछले सप्ताह आरबीआई ने निकासी सीमा 1,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी थी। बैंक नियामकीय रडार पर तब आया, जब हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्च र लिमिटेड (एचडीआईएल) और उसके निदेशक पीएमसी बैंक से लिए गए 4,355 करोड़ रुपये के ऋण का भुगतान नहीं कर पाए।


गैंगरेप के बाद निर्वस्त्र फांसी पर लटकाया

कोरिया। जिले के झगराखांड थाना क्षेत्र के कोड़ा चौकी में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। इलाके में एक युवती को निर्वस्त्र कर फांसी पर लटका दिया गया। युवती का हले उसके घर से अपहरण किया गया। युवती के साथ जमकर मारपीट की गई। फांसी पर लटकाने से पहले आरोपियों ने पत्थर मारकर युवती का चेहरा बिगाड़ने की भी कोशिश की थी।


मामला झगराखांड थाना क्षेत्र के कोड़ा चौकी के सीमावर्ती क्षेत्र का है, जहां युवती का घर से ही अपहरण कर लिया गया। इसके बाद युवती के साथ जमकर मारपीट की गई। युवती को निर्वस्त्र कर फांसी पर लटका दिया गया। किस्मत से फांसी पर लटकाई गई युवती की रस्सी टूट गई और वो पेड़ से नीचे गिर गई। निर्वस्त्र हालत में ही युवती सीमावर्ती गांव में पहुंची। ग्रामीणों ने मामले की सूचना पुलिस को दी।बुरी तरह से घायल युवती को पुलिस ने मनेन्द्रगढ़ हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। युवती की हालत बेहद गंभीर है। पुलिस ने प्रथम दृष्टया दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। युवती के साथ दरिंदगी के इस मामले में जानकारी लगने पर सरगुजा विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष विधायक गुलाब कमरो ने सामुदायिक स्वास्थ केंद्र मनेन्द्रगढ़ पहुंच कर ली पीड़िता के स्वास्थ्य की जानकारी।


बिगबॉस बंद होने का खतरा गहराया

नई दिल्ली। टेलीविजन का चर्चित शो बिग बॉस-13 (Big Boss-13) पर बंद होने का खतरा मंडरा रहा है। उक्त सीरियल (शो) में कंटेंट को लेकर विवाद बढ़ा हे। सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लोगों की शिकायत के बाद अधिकारियों से इस शो के बारे में रिपोर्ट मांगी है। जावड़ेकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में टीवी शो द्वारा अश्लीलता फैलाने के आरोप पर कहा कि मुझे इस संबंध में एक पत्र मिला था।


जावड़ेकर ने कहा कि मैंने प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों से इस पर रिपोर्ट मांगी है कि बिग बॉस में क्या दिखाया जा रहा है। इस सप्ताह रिपोर्ट मिल जाएगी। अश्लीलता फैलाने का आरोप : जावड़ेकर का यह बयान ऐसे समय आया है जब उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद जिले के लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने बिग बॉस को बंद करने का अनुरोध करते हुए उन्हें पत्र लिखा है। नंदकिशोर ने पत्र में बिग बॉस 13 पर अश्लीलता फैलाने और सामाजिक नैतिकता को चोट पहुंचाने वाला बताया है।


लव जिहाद बढ़ावा देने का आरोप: दूसरी ओर हिन्दू परिषद का आरोप है कि बिग बॉस के होस्ट सलमान खान लव जिहाद को बढ़ावा दे रहे हैं। शो में अलग-अलग समुदाय के लोगों को बिस्तर साझा करने के लिए कहकर अश्लीलता फैलाई जा रही है। परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया के नेतृत्व में कानपुर में पिछले रविवार को प्रदर्शन किया गया था और सलमान का पुतला फूंका गया था। साधु-संतों ने किया शो का विरोध : वृंदावन में अध्यात्म रक्षा मंच एवं युवा ब्राह्मण सभा के कार्यकर्ताओं ने बिग बॉस-13 के 'बेड फ्रेंड फॉर एवर' कॉन्सेप्ट को अध्यात्म रक्षा मंच एवं युवा ब्राह्मण सभा ने शो बंद न होने की स्थिति में आंदोलन करने की चेतावनी दी। वृन्दावन के राधासनेह बिहारी मंदिर में संपन्न बैठक में शो के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए साधु-संतों ने इसे तुरंत बंद करने की मांग की। मंच ने शो को देश की सभ्यता और संस्कृति के खिलाफ बताया।


जल्दबाजी में फैसला ना ले: मेष

राशिफल


मेष राशि के जातकों के लिए रविवार का दिन शांति से बितेगा। परिवार वालों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। जल्दबाजी में कोई भी फैसला न लें, धनहानी हो सकती है।


वृषभ राशि के जातकों के लिए आज का दिन थकान भरा रहेगा। भावनात्मक रिश्तों से जुड़ें मामलों में शुभ समाचार मिलने की उम्मीद है। आप जो भी फैसला करेंगे आज पूरे होंगे और साझेदारी के कार्य निर्बाध संपन्न होंगे।


मिथुन राशि के जातकों के लिए आज का दिन शुभ रहेगा।जल्दबाजी में किसी भी फैसले से बचें। प्रियजनों के लिए समय निकालने की कोशिश करेंगे। पुराने धन की प्राप्ती के योग बन रहे हैं।


कर्क राशि के जातकों के लिए आज का दिन शुभ रहेगा, नौकरी में हालात सुधरेंगे। किसी पुराने दोस्त से मुलाकात हो सकती है। इसके साथ ही धन लाभ की संभावनाएं भी है। छात्रों को परीक्षा में सफलता मिलेगी।


सिंह राशि के जातकों के लिए आज दिन सामान्य रहेगा। कारोबार के सिलसिले में की गई यात्रा लाभदायक रहेगी। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा। धन लाभ की संभावनाएं भी बन रही हैं। नौकरी की तलाश कर रहे जातकों को शुभ समाचार मिलेगा।


कन्या राशि के जातकों के लिए आज दिन भारी हो सकता है। दिन भर की भाग-दौड़ के बाद कई कार्य अधूरे रहेंगे। आज संयम बनाए रखें क्रोध न करें।


तुला राशि के जातकों के लिए आज का दिन शुभ रहेगा। छात्रों को परीक्षा में सफलता मिलेगी। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों वरिष्ठ अधिकारी प्रशंसा करेंगे। कारोबार में स्थिति मजबूत होगी और धन लाभ हो सकता है।


मकर राशि के जातकों के लिए आज का दिन शुभ रहेगा। दिनभर सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर रहेंगे। कारोबार में लाभ होने की संभावना है। नौकरी की तलाश कर रहे जातकों को शुभ समाचार मिल सकता है।


धनु राशि के जातकों के लिए आज का दिन कठिन रहेगा। कार्यक्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारियों से कहासुनी हो सकती है। परीक्षा में परिणाम आशा के विपरीत आ सकते हैं। धन हानि के संयोग है।


मकर राशि के जातकों के लिए का दिन शुभ रहेगा। भावनात्म रूप से खुद को मजबूत महसूस करेंगे। प्रियजनों के साथ समय बिताएंगे। धन का व्यय अधिक होगा।


कुंभ राशि के जातकों के लिए दिन शुभ रहेगा। कार्यक्षेत्र में अधिकारी प्रसन्न होंगे। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। धनलाभ होगा। पुराने मित्रों से मुलाकात हो सकती है।


मीन-मीन राशि के जातकों के लिए आज का दिन सामान्य रहेगा। कार्यक्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारियों से विवाद की संभावना है। क्रोध पर संयम रखें। परिवार वालों के साथ अच्छा वक्त बिताएंगे।


सामान्य जीव असामान्य विशेषता

लंगूर (Langur), एशियायी बन्दरों की विभिन्न जातियों का सामान्य नाम है। यह प्राइमेट गण (Primate) के सर्कोपिथीसिडी कुल (Cercopithecidae family) का प्रसिद्ध प्राणी है, जो कहीं-कहीं हनुमान बंदर भी कहा जाता है। यह कद में बंदरी से कुछ बड़ा, लगभग दो फुट का होता है। लेकिन इसकी दुम इसके शरीर से लंबी रहती है। मादा नर से छोटी होती है। लंगूर एक जगद से दूसरी जगह छलांग लगाते हुए अगर पहुँचने में असमर्थ हो जाऐ तो अपनी पुँछ के सहारे जमीन पर पाँव रखे बिना अपने पूर्व के स्थान पर वापस आ जाता है।


इसके शरीर का रंग सिलेटी तथा अयाल भूरा होता है जो ऊपर की ओर गाढ़ा और नीचे की ओर हलका रहता है। चेहरे, कान, तलुए और हाथ-पैर का बाहरी हिस्सा काला रहता है।


लंगूर, बंदरों से कम ऊधमी होते हैं और आबादियों की अपेक्षा जंगलों में रहना अधिक पसंद करते हैं, लेकिन कहीं-कहीं बस्तियों में भी इनके बड़े-बड़े गोल दिखाई पड़ते हैं। इनका मुख्य भोजन फल-फूल है, लेकिन बंदरों की तरह, ये गल्ला, कीड़े मकोड़े और अंडे भी खा लेते हैं। मादा एक बार में एक बच्चा देती है, जो कुछ समय तक माँ के पेट से चिपका रहता है।


बाजरा: अन्र-चारा लाभप्रद

बाजरा एक प्रमुख फसल है। एक प्रकार की बड़ी घास जिसकी बालियों में हरे रंग के छोटे छोटे दाने लगते हैं। इन दानों की गिनती मोटे अन्नों में होती है। प्रायाः सारे उत्तरी, पश्चिमी और दक्षिणी भारत में लोग इसे खाते हैं। बाजरा मोटे अन्नों में सबसे अधिक उगाया जाने वाला अनाज है। इसे अफ्रीका और भारतीय उपमहाद्वीप में प्रागेतिहासिक काल से उगाया जाता रहा है, यद्यपि इसका मूल अफ्रीका में माना गया है। भारत में इसे बाद में प्रस्तुत किया गया था। भारत में इसे इसा पूर्व २००० वर्ष से उगाये जाने के प्रमाण मिलते है। इसका मतलब है कि यह अफ्रीका में इससे पहले ही उगाया जाने लगा था। यह पश्चिमी अफ्रीका के सहल क्षेत्र से निकल कर फैला है।


बाजरे की विशेषता है सूखा प्रभावित क्षेत्र में भी उग जाना, तथा ऊँचा तापक्रम झेल जाना। यह अम्लीयता को भी झेल जाता है। यही कारण है कि यह उन क्षेत्रों में उगाया जाता है जहां मक्का या गेहूँ नही उगाये जा सकते। आज विश्व भर में बाजरा २६०,००० वर्ग किलोमीटर में उगाया जाता है। मोटे अन्न उत्पादन का आधा भाग बाजरा होता है।


इस अनाज की खेती बहुत सी बातों में ज्वार की खेती से मिलती जुलती होती है। यह खरीफ की फसल है और प्रायः ज्वार के कुछ पीछे वर्षा ऋतु में बोई और उससे कुछ पहले अर्थात् जाड़े के आरंभ में काटी जाती हैं। इसके खेतों में खाद देने या सिंचाई करने की विशेष आवश्यकता नहीं होती। इसके लिये पहले तीन चार बार जमीन जोत दी जाती है और तब बीज बो दिए जाते हैं। एकाध बार निराई करना अवश्य आवश्यक होता है। इसके लिये किसी बहुत अच्छी जमीन की आवश्यकता नहीं होती और यह साधारण से साधारण जमीन में भी प्रायः अच्छी तरह होता है। यहाँ तक कि राजस्थान की बलुई भूमि में भी यह अधिकता से होता है। गुजरात आदि देशों में तो अच्छी करारी रूई बोने से पहले जमीन तयार करने के लिय इसे बोते हैं। बाजरे के दानों का आटा पीसकर और उसकी रोटी बनाकर खाई जाती है। इसकी रोटी बहुत ही बलवर्धक और पुष्टिकारक मानी जाती है। कुछ लोग दानों को यों ही उबालकर और उसमें नमक मिर्च आदि डालकर खाते हैं। इस रूप में इसे 'खिचड़ी' कहते हैं। कहीं कहीं लोग इसे पशुओं के चारे के लिये ही बोते हैं। वैद्यक में यह वादि, गरम, रूखा, अग्निदीपक पित्त को कुपित करनेवाला, देर में पचनेवाला, कांतिजनक, बलवर्धक और स्त्रियों के काम को बढा़नेवाला माना गया है।


प्रयोग-बाजरे का प्रयोग भारत तथा अफ्रीका में रोटी, दलिया तथा बीयर बनाने में होता है। फसल के बचे भाग का प्रयोग चारा\चारे, ईंधन तथा निर्माण कार्य में भी होता है। विश्व के विकसित भागों में इसका प्रयोग भोजन में ना होकर चारे के रूप में होता है। मुर्गी जो इसे चारे के रूप में खाती है के अंडो में ओमेगा ३ फैटी अम्ल ज्यादा पाया जाता है। दूसरे जंतु भी इसे चारे के रूप में खाकर अधिक उत्पादन करते है।


राजनीति विज्ञान की विभिन्न परिभाषा

राजनीति विज्ञान का क्षेत्र 
जिस प्रकार राजनीति विज्ञान की परिभाषा विभिन्न विचारकों ने विभिन्न प्रकार से की है, उसी प्रकार उसके क्षेत्र को भिन्न-भिन्न लेखकों ने विभिन्न शब्दों में व्यक्त किया है। उदाहरणार्थ फ्रांसीसी विचारक ब्लुंशली के अनुसार ''राजनीति विज्ञान का संबंध राज्य के आधारों से है वह उसकी आवश्यक प्रकृति, उसके विविध रूपों, उसकी अभिव्यक्ति तथा उसके विकास का अध्ययन करता है।'' डॉ॰ गार्नर के अनुसार ''इसकी मौलिक समस्याओं में साधारणतः प्रथम राज्य की उत्पत्ति और उसकी प्रकृति का अनुसंधान, द्वितीय राजनीतिक संस्थाओं की प्रगति, उसके इतिहास तथा उनके स्वरूपों का अध्ययन, तथा तृतीय, जहां तक संभव हो, इसके आधार पर राजनैतिक और विकास के नियमों का निर्धारण करना सम्मिलित है। गैटेल ने राजनीति शास्त्र के क्षेत्र का विस्तृत वर्णन करते हुये लिखा है कि ''ऐतिहासिक दृष्टि से राजनीति शास्त्र राज्य की उत्पत्ति, राजनीतिक संस्थाओं के विकास तथा अतीत के सिद्धान्तों का अध्ययन करता है।... वर्तमान का अध्ययन करने में यह विद्यमान राजनीतिक संस्थाओं तथा विचारधाराओं का वर्णन, उनकी तुलना तथा वर्गीकरण करने का प्रयत्न करता है। परिवर्तनशील परिस्थितियों तथा नैतिक मापदण्डों के आधार पर राजनीतिक संस्थाओं तथा क्रियाकलापों को अधिक उन्नत बनाने के उद्धेश्य से राजनीति शास्त्र भविष्य की ओर भी देखता हुआ यह भी विचार करता है कि राज्य कैसा होना चाहिये।''


राजनीति शास्त्र के क्षेत्र के विषय में उपरोक्त परिभाषाओं से तीन विचारधाराएँ सामने आती है-


प्रथम राज्य को राजनीति विज्ञान का प्रतिपाद्य विषय मानती है,
द्वितीय विचारधारा सरकार पर ही ध्यान केन्द्रित करती है
तृतीय विचारधारा राज्य व सरकार दोनों को राजनीति विज्ञान का प्रतिपाद्य विषय मानती है।
परम्परागत राजनीति विज्ञान का क्षेत्र निर्धारण करने हेतु संयुक्त राष्ट्र संघ की यूनेस्को द्वारा सितम्बर 1948 में विश्व के प्रमुख राजनीतिशास्त्रियों का सम्मेलन अयोजित किया गया जिसमें परम्परागत राजनीति विज्ञान के क्षेत्र के अन्तर्गत निम्नलिखित अध्ययन विषय शामिल किये जाने का निर्णय किया गया-


(१) राजनीति के सिद्धान्त- अतीत और वर्तमान के राजनीतिक सिद्धान्तों एवं विचारों का अध्ययन।


(२) राजनीतिक संस्थाएँ - संविधान, राष्ट्रीय सरकार, प्रादेशिक व स्थानीय शासन का सरल व तुलनात्मक अध्ययन।


(३) राजनीतिक दल, समूह एवं लोकमत- राजनीतिक दल एवं दबाब समूहों का राजनीतिक व्यवहार, लोकमत तथा शासन में नागरिकों के भाग लेने की प्रक्रिया का अध्ययन।


(४) अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्ध- अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति, अन्तर्राष्ट्रीय विधि, अन्तर्राष्ट्रीय संगठन तथा अन्तर्राष्ट्रीय प्रशासन का अध्ययन।


परम्परागत राजनीति विज्ञान की विशेषताएँ संपादित करें
परम्परागत राजनीति विज्ञान दर्शन एवं कल्पना पर आधारित है। परम्परावादी विचारक अधिकांशतः दर्शन से प्रभावित रहे हैं। इन विचारकों ने मानवीय जीवन के मूल्यों पर ध्यान दिया हैं। इनके चिन्तन की प्रणाली निगमनात्मक है। परम्परागत राजनीति विज्ञान में प्लेटो का विशेष महत्व है। प्लेटो के अतिरिक्त रोमन विचारक सिसरो और मध्ययुग में संत ऑगस्टाइन के चिन्तन में परम्परागत राजनीति विज्ञान की स्पष्ट झलक मिलती हैं। आधुनिक युग में परम्परागत राजनीति विज्ञान के प्रबल समर्थको की काफी संख्या है। रूसो, काण्ट, हीगल, ग्रीन, बोसांके, लास्की, ओकशॉट एवं लियोस्ट्रास की रचनाओं में प्लेटो के विचारों की स्पष्ट झलक दिखाई देती है।


शल्को वाली नरभक्षी मछलियां

मछली शल्कों वाला एक जलचर है जो कि कम से कम एक जोडा़ पंखों से युक्त होती है। मछलियाँ मीठे पानी के स्त्रोतों और समुद्र में बहुतायत में पाई जाती हैं। समुद्र तट के आसपास के इलाकों में मछलियाँ खाने और पोषण का एक प्रमुख स्रोत हैं। कई सभ्यताओं के साहित्य, इतिहास एवं उनकी संस्कृति में मछलियों का विशेष स्थान है। इस दुनिया में मछलियों की कम से कम 28,500 प्रजातियां पाई जाती हैं जिन्हें अलग अलग स्थानों पर कोई 2,18,000 भिन्न नामों से जाना जाता है। इसकी परिभाषा कई मछलियों को अन्य जलीय प्रणी से अलग करती है, यथा ह्वेल एक मछली नहीं है। परिभाषा के मुताबिक़, मछली एक ऐसी जलीय प्राणी है जिसकी रीढ़ की हड्डी होती है (कशेरुकी जन्तु), तथा आजीवन गलफड़े (गिल्स) से युक्त होती हैं तथा अगर कोई डालीनुमा अंग होते हैं (लिंब) तो वे फ़िन के रूप में होते हैं।


मानवभक्षी मछलियां 
कुछ मछलियाँ न केवल विशालकाय हैं, बल्कि इतनी खतरनाक है कि पूरे इंसान को निगल भी सकती हैं।


किलर कैटफिश-यह हिमालय की तलहटी में मिलने वाली एक विशाल और नरभक्षी कैटफिश प्रजाति है।


डीमन फिश-जैसा कि इसका नाम है, यह दैत्याकार मछली है। यह दुनिया की सबसे खतरनाक मछलियों में से एक है। यह बड़े से बड़े जीवों को भी निगल जाती है। डीमन फिश अफ्रीका की कांगो नदी में पाई जाती है।


डेथ रे-थाइलैंड की मीकांग नदी में जेरेमी ने दुनिया की सबसे बड़ी मछलियों में से एक डेथ रे को खोज निकाला। इसका वजन लगभग 7 सौ पाउंड है। इसके शरीर पर एक जहरीली और कांटेदार पूंछ होती है, जिसके प्रहार से इंसान की जान भी जा सकती है।


किलर स्नेकहेड-मछली से ज्यादा गैंगस्टर लगने वाली यह मछली हवा में सांस लेती है और जमीन पर भी रेंग लेती है। अपनी ही प्रजाति के जीवों को यह शौक से खाती है। यह एशिया में मुख्य रूप से चीन और दक्षिण कोरिया में पाई जाती है।


कांगो किलर-अफ्रीका की कांगो नदी में पाई जाने वाली कांगो किलर के खतरनाक होने का अंदाजा इस बात से लगा सकते है कि अफ्रीका में इसके बारे में एक लोककथा है, जिसमें कहा गया है कि यह मछली एक आत्मा के रूप में मछुआरों को ललचा कर उन्हें मौत की तरफ ले जाती है।


अलास्कन हॉरर-अलास्का की बर्फीली झील में मिलती है महाकाय अलास्कन हॉरर। इसके बारे में प्रचलित लोककथाओं में इसे आदमखोर माना जाता है।


रिट वैली किलर-अफ्रीका की रिट वैली में एक विशालकाय जीव रहता है -एम्पुटा या नाइल पर्च। यह अफ्रीका के ताजे पानी की सबसे बड़ी मछली है।


पिरान्हा-वर्ष 1976 में यात्रियों से भरी बस अमेरिका के अमेजॉन नदी में गिर गई और कई लोगों की जान चली गई। जब शवों को बाहर निकाला गया, तो उनमें से कुछ को पिरान्हा मछलियों ने इतनी बुरी तरह खा लिया था कि उनकी पहचान उनके कपड़ों से हुई।


एलिगेटर गार-यह सादे पानी की ऐसी मछली है, जो इंसानों पर आक्रामक हमले करती है। यह शार्क की तरह खतरनाक और मगरमच्छ की तरह विशाल है।


यूरोपिययन मैनईटर-यह यूरोप के ताजे पानी वाली नदियों में अपनी थूथन उठाए घूमती रहती है। आक्रामक वैल्स कैटफिश इंसानों को भी अपना शिकार बना सकती है।


अमेजॉन असासिंस-अमेजन की गहराइयों में रहने वाली असासिंस शिकार को अपनी जीभ से कुचलती है, जो हड्डी से बनी होती है।


अमेजन लैश ईटर्स-यह अफ्रीकन मछली इंसान को निगल सकती है। यह जब हमला करती है, तो शरीर पर छुरा घोंपने जैसा निशान बन जाता है।


जीवाणु-रोधी शहद

शहद को जीवाणु निवारण रूप में प्रयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया में शहद के उत्पादन में काम करने वाली मधुमक्खियां एन्जाइम ग्लूकोज ऑक्सीडेज को नेक्टर में बदल देती हैं। जब शहद को घाव पर लगाया जाता है तो इस एंजाइम के साथ हवा की ऑक्सीजन के संपर्क में आते ही बैक्टीरीसाइड हाइड्रोजन पर आक्साइड बनती है। मनुका (मेडिहनी) औषधीय मधु होता है जिसके जीवाणु-रोधी कई तरह के स्रोतों से ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड आदि स्थानों से प्राप्त किए जाते हैं। वर्ष २००७ में हेल्थ कनाडा ओर यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने क्रमश: पहली बार इस मेडिसिनल हनी को घाव और जलने में प्रयोग की अनुशंसा की है। इनके अलावा शहद के प्रयोग से सूजन और दर्द भी दूर हो जाते हैं। घावों या सूजन से आने वाली दुर्गंध भी दूर होती है। शहद की पट्टी बांधने से मरे हुए ऊतकों की कोशिकाओं के स्थान पर नई कोशिकाएं पनप आती हैं। इस प्रकार मधु से घाव तो भरते ही हैं और उनके निशान भी नहीं रहते।


अहार-रूप में उपयोग-मधु एक ऊष्मा व ऊर्जा दायक आहार है तथा दूध के साथ मिलाकर यह सम्पूर्ण आहार बन जाता है। इसमें मुख्यतः अवकारक शर्कराएं, कुछ प्रोटीन, विटामिन तथा लवण उपस्थित होते हैं। शहद सभी आयु के लोगों के लिए श्रेष्ठ आहार माना जाता है और रक्त में हीमोग्लोबिन निर्माण में सहायक होता है। एक किलोग्राम शहद से लगभग ५५०० कैलोरी ऊर्जा मिलती है। एक किलोग्राम शहद से प्राप्त ऊर्जा के तुल्य दूसरे प्रकार के खाद्य पदार्थो में ६५ अण्डों, १३ कि.ग्रा. दूध, ८ कि.ग्रा. प्लम, १९ कि.ग्रा. हरे मटर, १३ कि.ग्रा. सेब व २० कि.ग्रा. गाजर के बराबर हो सकता है।


विभिन्न धर्मों-शहद को प्राचीन काल से ही विभिन्न धर्मों में उच्च मान्यता मिली हुई है। हिन्दु धर्म के प्राचीन ग्रन्थ, ऋगवेद में भी शहद तथा मधुमक्खियों के बारे में बहुत से सन्दर्भ मिलते हैं। शहद हिन्दू धर्म के बहुत से धार्मिक कृत्यों तथा समारोहों में प्रयोग होता है। प्राचीन यूनानी सभ्यता में भी शहद को बहुत मूल्यवान आहार तथा भगवान की देन माना जाता था। यूनानी देवताओं को अमरत्व प्राप्त था जिसका कारण उनके द्वारा किया गया ऐम्ब्रोसिआ सेवन बताया गया था, जिसमें शहद एक प्रमुख भाग होता था। अरस्तु की पुस्तक नेचुरल हिस्टरी में भी शहद पर बहुत से प्रत्यक्ष प्रेक्षण उपलब्ध हैं। उसका विश्वास था कि शहद में जीवन वृद्धि तथा शरीर हृष्ट-पुष्ट रखने के लिए आसाधारण गुण होते हैं। इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरान के सूरा-१६ अन-नह्ल के अनुसार शहद सभी बीमारियों को निदान करता है। यहूदी धर्म में भी शहद को आहार या हनी बनाने में प्रयोग किया जाता है। संसार के लगभग सभी धर्मो ने शहद की अनूठी गुणवत्ता की प्रशंसा की है। जैन धर्म में मधु सेवन को अनैतिक माना जाता हैं। जैन ग्रन्थ, पुरुषार्थ सिद्धयुपाय में लिखा हैं


लोक में मधु का एक छोटा सा खंड भी बहुधा मधुमक्खियों की हिंसा का स्वरुप होता है। जो मूढ बुद्धि रखने वाला मधु का सेवन करता है वह अत्यंत हिंसक होता है।
—पुरुषार्थ सिद्धयुपाय (६९)


औषधीय गुणों से भरपूर चकोतरा

चकोतरा निम्बू-वंश का एक फल है, जो उस वंश की सबसे बड़ी जातियों में से एक है। हालांकि निम्बू-वंश के बहुत से फल दो या उस से अधिक जातियों के संकर (हाइब्रिड) होते हैं, चकोतरा एक शुद्ध प्राकृतिक जाति है। इसके कच्चे फल का रंग हरा, और पके हुए का हल्का हरा या फिर पीला होता है। पूरा बड़ा होने पर इसके फल का व्यास (डायामीटर) १५-२५ सेमी और वज़न १ से २ किलोग्राम होता है। इसके स्वाद में खटास और कुछ मीठापन तो होता है, लेकिन कड़वाहट नहीं। चकोतरा मूलतः भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिणपूर्वी एशिया क्षेत्र की जन्मी हुई जाति है।


वैसे तो चकोतरा स्वस्थ व्यक्तियों के लिए लाभदायक माना जाता है, लेकिन चकोतरे के रस में कुछ ऐसे रसायन हैं जो कुछ दवाओं का असर को कम कर देते हैं या उनसे मिलकर शरीर में हानिकारक रासायनिक यौगिक बना देते हैं।


टैमोक्सिफ़ेन (Tamoxifen) - यह एक कर्क रोग (कैन्सर) की दवा है और चकोतरा खाने से इसके प्रभाव में कमी आ सकती है।
स्टैटिन (Statin) - यह कई प्रकारों व नामों से बिकने वाली कोलेस्टेरॉल कम करने की औषधि है जिसे हृदय रोग से बचने के लिए लिया जाता है। चकोतरा इसका प्रभाव कम करता है। कुछ स्टैटिन दवाएँ ऐसी हैं जिनपर चकोतरे का कोई असर नहीं होता।
कोडीन (Codeine) - यह दर्द और भारी ख़ासी से राहत देने की दवा है जिसका पीढ़ा-विरोधी प्रभाव चकोतरे से कम हो जाता है।
पैरासिटामोल (Acetaminophen / paracetamol) - चकोतरा खाने से रक्त में पैरासिटामोल का संकेंद्रण (कान्सेन्ट्रेशन) बढ़ सकता है। यह यकृत (लीवर) के लिए हानिकारक हो सकता है।
ऐम्लोडीपीन / ऐम्लोगार्ड (Amlodipine / Amlogard) - चकोतरे से इस दवा का रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) कम करने का प्रभाव बिना चेतावनी के अचानक बढ़ सकता है, यानि रक्तचाप में अत्याधिक कमी आ सकती है।
यह कुछ ही दवाएँ हैं जिनपर चकोतरे का असर होता है। ऐसी और भी दवाएँ हैं जो इस सूची में शामिल नहीं।


चकोतरा के फायद 
बुखार के लिए :- चकोतरा में प्राकृतिक रूप से किनीन होता है। जो मलेरिया बुखार में बहुत लाभदायक होता है। बुखार से छुटकारा पाने के लिए चकोतरा का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए।
गठिया के लिए :- गठिया जैसी समस्याओं के लिए चकोतरा फल बहुत अच्छा माना जाता है। इसमें प्रचुर मात्रा में कैल्शियम होता है। जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद व गठिया रोग को दूर करता है
पांचन क्रिया ठीक रखने के लिए :- पांचनक्रिया को ठीक रखने चकोतरा अन्य फलो के मुकाबले हल्का होता है। जो आसानी से पेट में पच जाता है शरीर में पांचन किया को ठीक रखने में मदद करता है। जिससे पेट सम्बंधित अन्य विकार नहीं होता है।


महर्षि वशिष्ठ का राष्ट्रवाद उपदेश

महर्षि वशिष्ठ का राष्ट्रवाद पर उपदेश 
देखो मनिवरो, आज हम तुम्हारे समक्ष पूर्व की भांति कुछ मनोहर वेद मंत्रों का गुणगान गाते चले जा रहे हैं। यह भी तुम्हें प्रतीत हो गया होगा। आज हमने पूर्व से जिन वेद मंत्रों का पठन-पाठन किया है। हमारे यहां परंपरागतो से ही उस मनोहर वेदवानी का प्रसार होता रहता है। जिस पवित्र वेद वाणी में उस परमपिता परमात्मा की महिमा का गुणगान गाया जाता है। क्योंकि वह परमपिता परमात्मा इस ब्रह्मांड में सूत्र की भांति रमण करते रहते हैं। जैसा नाना प्रकार के मनके एक ही सूत्र में पिरोने से माला बन जाती है। इसी प्रकार से जो परब्रह्म परमात्मा है वह वास्तव में तत्व की भांति है। ओर यह जो ब्रह्मांड है, नाना प्रकार के लोक लोकांतरो वाला जगत है और नाना प्रकार के विचारवेता और विचार करने वाले पुरुषत्व है। परंतु वे सर्वत्र जितने भी मनके है,परब्रह्म परमात्मा जो सूत्र रूप में विद्यमान है। उस सूत्र में पिरोए जाते हैं। एक यह भी विचित्रमाला बन जाती है और इस माला को जो भी धारण करता है। मानो यम व्रत्ता व्रते,  वह वर्ती बन जाता है। क्योंकि वास्तव में माला धारण करना ही चाहिए। परमपिता परमात्मा जो 'ब्रह्म सत्यम ब्रव्वे कृतम्' मानो व सूत्र रूप से हमें दृष्टिपात आते रहते हैं और इस सूत्र में हम सब सूत्रित रहते हैं। विचार आता रहता है कि हमें उस सूत्र के ऊपर विचार-विनिमय करना है। क्योंकि सूत्रों की चर्चाएं परंपरागत से ही मानवीय मस्तिष्क में सदैव निहींत रही है और नाना ऋषियो के मध्य में मानो ब्रह्म सूत्र और यह जगत मनका बन कर के कुछ सूत्र में पिरोने से ही मुनिवरो देखो उसकी आभा निहींत हो जाती है। तो विचार आता रहता है कि हम उस माला को अपने में धारण करते रहे। जैसे वेद का एक मंत्र है और वह वेद का मंत्र देखो, वह एक शब्द मानो जैसे माला में मनका होता है। इसी प्रकार एक-एक शब्द और वह भी शब्द नहीं मानो एक-एक अक्षर मानो वह माला की भांति ही तो दृष्टिपात आता है। तो इसलिए हमें उस माला को धारण करना चाहिए और वह कैसी भव्य माला है। जो ब्रह्म सूत्र में पिरोई हुई है। जो माला को जान लेता है माला को अपने में धारण कर लेता है तो बेटा वह मालावान बन जाता है और वह अनंतमयी धारा के ऊपर अपना विचार-विनिमय करना आरंभ कर देता है। आओ मेरे प्यारे, वेद का मंत्र क्या कह रहा है कि हम सूत्र को जानने वाले बने। उस सूत्र में अपनी भावनाओं का मनका रूपी भावना उस सूत्र में पिरो करके बेटा एक माला बन जाती है। मेरे पुत्रों उस माला को धारण करने वाला ही तो मानव अपनी मानवीयता में सदैव निहित रहता है और अपने में धारयामी बना रहता है। मुनिवारो, देखो मैं तुम्हें इस संबंध में विशेष विचार देने नहीं आया हूं। विचार केवल यह है कि परमपिता परमात्मा के राष्ट्र में विद्यमान है। हमें देखो ब्रह्म राष्ट्र और आंतरिक राष्ट्र दोनों को ऊंचा बनाना है। आज के हमारे वेद के पठन-पाठन में उस माला की चर्चा हो रही है। जिस को धारण करने के पश्चात वह मालामयी बन जाता है। हमें बेटा उस माला को धारण करते हुए इस सागर से पार होना है। जैसे राजा अपने राष्ट्र को उन्नत बनाने के लिए माला को धारण करता है और उस माला में प्रत्येक राष्ट्र अव्यवों को पिरो देता है तो बेटा वह माला बन जाती है। आज मैं कैसी माला का वर्णन करने चला हूं। इस माला को धारण करने वाला जिज्ञासु विवेकी बन जाता है और राष्ट्रवेता अपने में राष्ट्रीयता को धारण कर लेता है। विचार आता रहता है कि हम सदैव उस महानता के ऊपर विचार विनिमय करते हुए, उस माला को हमें अपने में धारण करना है। जिस माला को धारण करने के पश्चात मानव को शेष आवश्यकता नहीं रहती है। मेरे प्यारे, मैं तुम्हें विशेषता में नहीं ले जाना चाहता हूं। विचार केवल यह है कि संसार एक माला के सदृश्य है। नाना प्रकार के लोक लोकतंर पिरोए जाते हैं तो माला बन जाती है। मेरे प्यारे, विचारों को एक सूत्र में लाने का प्रयास करते हैं। उसमें विचारों को पिरो देते हैं तो माला बन जाती है। बेटा एक-एक परमाणु जब परमाणु में प्रवेश हो जाता है, तो वह माला बन जाती है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


हिंदी दैनिक


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


October 14, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-71 (साल-01)
2. सोमवार,14 अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन,कृष्णपक्ष,तिथि- प्रतिपदा, विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:18,सूर्यास्त 06:00
5. न्‍यूनतम तापमान -21 डी.सै.,अधिकतम-32+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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cont.935030275
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बांटने-छांटने की राजनीति अतीत: मोदी

महाराष्ट्र में बोले पीएम मोदी- बांटने और छांटने की राजनीति अब अतीत बनी


जलगांव। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक एक हफ्ते पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलगांव से चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। जलगांव में अपना भाषण पूरा करने के बाद पीएम भंडारा के साकोली पहुंचे।पीएम मोदी ने सकोली में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'पांच साल पहले जब मैं विधानसभा चुनाव के लिए आपके बीच आया था तो मैंने कहा था कि आप महाराष्ट्र में अवसर दीजिए, हम आपको स्थिर सरकार और सशक्त नेतृत्व देंगे। देवेंद्र फडणवीस के रूप में मजबूत नेतृत्व महाराष्ट्र को मिला है।'


पीएम ने विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा कि बांटने और छांटने वाली राजनीति अब अतीत हो गई है और इसका ट्रेलर 2014 में आपने दिखा दिया था और इस चुनाव में आप लोग पूरी फिल्म दिखाने वाले हैं। पीएम मोदी ने सकोली में कहा कि आज हमारी हर नीति, हर रणनीति- जनकल्याण से राष्ट्रकल्याण की है, जन अभियान से राष्ट्रनिर्माण की है। उन्होंने कहा, 'चाहे गरीबों के घर का और शौचालय का निर्माण हो, हर घर में बिजली का कनेक्शन हो, गरीबों को मुफ्त इलाज मिले। इन सभी योजनाओं के केंद्र में गरीब और सामान्य जन है।'


पीएम मोदी ने पानी का मुद्दा भी जनता के बीच उठाया। पीएम ने कहा, 'पहले पानी के मामलों को अलग-अलग मंत्रालय और विभाग देखते थे, सब बिखरा पड़ा था। इसका एक असर ये भी था कि पानी से जुड़ी योजनाएं पूरा होने में वर्षों लग जाते थे। अब ये सभी विभाग जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत लाये गए हैं।'


कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...