सोमवार, 7 अक्तूबर 2019

संकल्पमयी संसार की विशेषता

गतांक से...
 आज मैं भगवान मनु जी के विचारों में जाना चाहता हूं। भगवान मनु ने जिस समय इन पद्धतियों का निर्माण किया तो उन्होंने बड़े विशुद्ध रूप से इसका विश्लेषण किया और यह कहा कि पुरोहितानाम भवितम ब्रह्मा: विष्णु देव:।। भगवान मनु ने यह कहा कि पुरोहित जो परमपिता परमात्मा के नामों से वर्णित किया जाता है और वह जो पराविद्या को देने वाला है। वही तो पुरोहित है ।जो पराविद्या को अपने में धारण करने वाला है। जब भगवान उन्होंने इस राष्ट्र की पद्धतियों का निर्माण किया और उन्होंने राष्ट्रीयता में इस मानवीय समाज को परिणत करना चाहा तो भगवान मनु ने कालेश्वर ऋषि के यहां यह कहा। हे प्रभु, मैं क्या करूं, पुरोहिताम्‌ भूत ब्रव्‍हे,  कि राष्ट्र का जब निर्माण होता है तो पुरोहित की आवश्यकता होती है। ऋषि-मुनियों ने कहा कि वास्तव में पुरोहितों की आवश्यकता है। पुरोहित की आवश्यकता तो जब भी रहती है। जब कोई वस्तु हमारे समीप नहीं होती है एक केवल पुरोहित होता है और पुरोहित हमें विद्या को देने वाला है। ब्रह्मचारी और हमें मानो यदि उसने कर्तव्य के रूप में ही हमें परिणत कर दिया तो हमारा सौभाग्य होगा। मुझे कुछ ऐसा स्‍मरण आ रहा है कि भगवान मनु ने यह कहा कि हमें पुरोहित की आवश्यकता रहती है। देखो वहां पुरोहिताम भवितम, वह पुरोहित बना करके अपने राष्ट्र को उन्नत बनाना चाहते हैं। राजा के राष्ट्र में वास्तव में पुरोहित होने चाहिए और पुरोहित उन्हें कहा जाता है जो परा विद्या को देने वाले हैं। पवित्र पराविधा हमें परिणत करा देते हैं। तो वह पुरोहित कहलाते हैं। मेरे प्यारे, देखो हमारे यहां दो प्रकार की विद्या  प्राय: परंपरागतो से वर्णन किया गया है। एक विद्या भौतिकवाद में हमें परिणत कर देती है और दूसरी विधा कहलाती है जो आध्यात्मिक विज्ञान में हमें परिणत कर देती है। भौतिक विज्ञान की कल्पना करते हुए ब्राह्मणहे: व्रर्तम देवात्मम्‌ ब्रहम:, कि भगवान यह पुरोहित का राष्ट्र में अपना क्या महत्व माना गया है । तो महात्मा कालेश्वर ने कहा कि हे भगवान, हे मनु, संसार में पुरोहित होता है जो भी कुछ होता है वह पराविद्या के देने वाला है। जैसे यज्ञिक यज्ञ करता है अपनी यज्ञशाला में तो यज्ञशाला में एक पुरोहित भी होता है और मैं पुरोहित इसलिए होता है। जो पराविद्या के देने वाला है और पराविधा प्रदान करता है। मानव वही पुरोहित कहा जाता है हमारे यहां परमपिता परमात्मा को पुरोहितों के नाम से व्रणित किया है। क्योंकि वह वास्तव में पराविधा देने वाला है। भगवान से कालेश्वर ऋषि कहते हैं कि हे राजन, पुरोहित किसे कहते हैं। उन्होंने कहा पुरोहित परमपिता परमात्मा को कहा जाता है जो परमपिता परमात्मा सर्वत्र विद्यमान है। वह पुरोहित कहलाते हैं वह पुरोहिताम भवितम्‌ ब्रहम:,जब ऋषि ने इस प्रकार कहा तो उन्हें यह प्रश्न किया गया कि महाराजा पुरोहित कौन है? उन्होंने कहा देने पुरोहित पराविधा देने वाला है।
 हमारे यहां वैदिक साहित्य में तीन प्रकार की विधा का वर्णन होता है। एक वह जो वर्णन ब्रह्मा कृतम देवा:, देखो वह अवर्णनीय आभा में नहीं रहने वाले हैं। उन्होंने कहा पुरोहित उन्हें कहा जाता है जो पराविद्या को धारण करने वाले ज्ञान और विज्ञान में रत रहते हैं। वह पुरोहित कहलाते हैं भगवान मनु ने कहा कि राजा के राष्ट्र में एक पुरोहित होना चाहिए। जो परा विद्या को समय-समय पर प्रदान करता है। पुरोहिताम भवितम ब्रह्म:, मेरे प्यारे पुरोहित वह कहलाता है जो भगवान मनु ने वर्णन किया है। भगवान मनु ने यह कहा है कि पुरोहित उसे कहा जाता है। जो परा विद्या के देने वाला है परा विद्या में परिणत करा देता है। वही देखो परा विद्या है जो उसे अधिकार प्राप्त हो जाता है तो विचार आता है कि पुरोहित कौन है जो प्रत्येक ग्रह में पुरोहित रहने चाहिए। परंतु पुरोहितम भवितम, बेटा पुत्र का नाम भी पुरोहित कहलाता है। जहां पुरोहितों की चर्चा आती है वहां परमपिता परमात्मा को पुरोहित कहते हैं। मेरे प्‍यारे,देखो पुरोहित पराविद्या को प्रदान करता है जो मानव को विवेक की उपलब्धि करा देता है। वही तो मानो पुरोहित कहलाता है। जो सर्वत्र राष्‍ट्र का स्वामित्व अथवा निर्माण करने वाला है। और उसे निर्माण में परिणित करते हुए अपने महानता को जन्म देता है। जो हमारे यहां पुरोहितों को इस प्रकार की विवेचना आती रहती है। हमारे यहां पुरोहित भी होने चाहिए जिससे राष्ट्र बनता है और जन समाज बनता है। प्रत्येक ग्रह में माता के आंगन में पुत्र-पुत्री विधमान होती है। पुरोहित अपने अधिकार का उपयोग करना चाहता है और वह उपयोग को अपने में पान कर रहा है। देखो वही उपयोगाम भुवरणस्‍तये,वही तो अपने में धारण कर रहा है वह पुरोहित कहलाता है। जो ग्रह को बनाता है जो ग्रह में महानता को जन्म देता है।


लोकतांत्रिक स्वतंत्रता ?

टीएमसी की सांसद नुसरत जहां की दुर्गा पूजा पर ऐतराज क्यों?
कोलकाता में तो सर्वधर्म दुर्गा पांडाल भी बना है। 

हिन्दू उद्योगपति से विवाह करने वाली फिल्म अभिनेत्री और टीएमसी की सांसद नुसरत जहां की धार्मिक गतिविधियों को लेकर अब देवबंद के कुछ उलेमाओं ने ऐतराज जताया है। 7 अक्टूबर को आए बयानों में उलेमाओं की ओर से कहा गया कि नुसरत जहां इस्लाम धर्म के विरुद्ध आचरण कर रही हैं। यदि नुसरत जहां इस्लाम धर्म के विरुद्ध काम कर रही हैं तो उन्हें अपना नाम बदल लेना चाहिए। जिस काम के लिए इस्लाम धर्म इजाजत नहीं देता उसे नुसरत जहां को नहीं करना चाहिए। नुसरत अपने इस कृत्य से इस्लाम को बदनाम कर रही हैं। इस्लाम में अल्लाह के सिवा किसी की भी पूजा नहीं की जा सकती। इस्लाम के अनुरूप आचरण करने वाला ही मुसलमान हो सकता है। उलेमाओं का यह बयान नवरात्र में नुसरत जहां द्वारा कोलकाता में अपने पति के साथ नृत्य करने और ढोल बजाने को लेकर आया है। नुसरत जहां हिन्दू संस्कृति के अनुरूप मांग में सिंदूर भरकर गले में मंगलसूत्र भी पहनती हैं। बंगाली संस्कृति के अनुरूप ही नवरात्र में नुसरत जहां ने दुर्गा पूजा भी की। अब नुसरत की इस धार्मिक प्रवृत्ति पर ही उलेमाओं को ऐतराज है। यह बात अलग है कि कोलकाता में ऐसे दुर्गा पांडाल भी बने हैं, जिसमें सर्वधर्म के चिन्ह अंकित किए गए हैं। एक पांडाल के निकट ही नमाज भी अदा की जा रही है। इस पांडाल में दुर्गा प्रतिमा के सामने सभी धार्मिक गतिविधियां हो रही हैं। सभी धर्मों के लोग इस पांडाल में अपने अपने धर्म के अनुरूप काम कर रहे है। हलांाकि अब इसको लेकर राजनीति गरमा गई है। जहां तक टीएमसी की सांसद नुसरत जहां की धार्मिक गतिविधियों के विरोध का सवाल है तो नुसरत जहां पूर्व में भी ऐसी धार्मिक गतिविधियां करती रही हैं। उन्होंने पहले भी कहा है कि उन्हें किसी के ऐतराज का डर नहीं है क्योंकि वे एक अच्छे इंसान के तौर पर काम कर रही हैं। उलेमाओं के ताजा ऐतराज पर भी नुसरत ने कहा कि मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूँ। 
एस.पी.मित्तल


गाजियाबाद मंडल अध्यक्ष के लिए 13 अक्टूबर

13 अक्टूबर को होगा मंडल अध्यक्ष हेतु नामांकन ।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। भाजपा जिला कार्यकारणी के मंडल चुनावों को लेकर भाजपा जिला कार्यालय पर समीक्षा बैठक की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष बसंत त्यागी ने की। मुख्य अतिथि जिला चुनाव अधिकारी पूर्व मंत्री आदरणीय हरद्वार दुबे एवं जिला सह चुनाव अधिकारी क्षेत्रीय  कोषाध्यक्ष बिजेंद्र अग्रवाल मौजूद रहे । जिला चुनाव अधिकारी हरद्वार दुबे ने बताया की चुनाव जिले की लोनी विधानसभा, मोदीनगर विधानसभा एवं धौलाना विधानसभा के डासना, जलालाबाद मंडल का चुनाव  13 अक्टूबर  को 11.00 बजे से 02.00 बजे तक आवेदनकर्ता आवेदन करेगे एवं नामांकन वापस लेने का फार्म साथ ही भरा जाएगा। एवं 02 बजे से 03 बजे तक नाम वापसी लिए जायगे । उसके बाद सभी 11 मंडलो के आवेदन प्रदेश भेज दिए जायगे। जिसकी घोषणा क्षेत्र व  प्रदेश द्वारा होगी। साथ ही जिलाध्यक्ष बसंत त्यागी जी ने बताया की मण्डल चुनाव के लिए प्रदेश द्वारा कुछ नियम तय किए गए हैं जो कार्यकर्ता मंडल अध्यक्ष बनना चाहता है उसे दो बार पार्टी का सक्रिय सदस्य होना अनिवार्य है एवं कोटेदार पट्टेदार व ठेकेदार किसी को भी अध्यक्ष पद के योग्य नहीं माना जाएगा उन्होंने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की मंशा है कि अध्यक्ष की उम्र न्यूनतम 40 वर्ष होनी चाहिए । जिला सह चुनाव अधिकारी ने बताया की मंडल अध्यक्ष आवेदन हेतु दो बूथ अध्यक्ष प्रस्तावक होंगे। जो भी सक्रिय सदस्य कार्यकर्ता  मंडल अध्यक्ष के लिए आवेदन करेगा सभी का आवेदन स्वीकार किया जएगा। बैठक में मुख्य रूप से जिला चुनाव सहयोगी जिला महामंत्री दिनेश सिंघल , जिला महामंत्री अनूप बैसला, अमित चौधरी ,मंडल अध्यक्ष रूपेंद्र चौधरी प्रशांत कुमार, अशोक त्यागी, सुदेश भारद्वाज, नवीन जायसवाल, सुभाष तोमर, अरुण त्यागी, महामंत्री संजय चौधरी मंडल चुनाव अधिकारी हर्ष चतुर्वेदी,सुनील शर्मा, चंदगीराम यादव, शिप्रा रस्तोगी जिला सह चुनाव अधिकारी सतपाल शर्मा जी, डॉक्टर कुमुदी चौधरी,आशीष चौधरी, सुनील चौधरी,अनुज त्यागी,राघवेन्द्र बैसला,जितेन्द्र चितोड़ा आदि मौजूद रहे।


सर्वोच्च- न्यायालय (विवेचना)

सुप्रीम कोर्ट ने मुम्बई के आरे क्षेत्र में पेड़ काटने पर रोक लगाई। 
इसे कहते हैं सांप निकलने के बाद जमीन पीटना।
सरकार बड़ी या कोर्ट। शिवसेना का विरोध भी दिखावा। 

सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र के मुम्बई के बहुचर्चित आरे क्षेत्र में पेड़ काटने पर रोक लगा दी है। यानि अब महाराष्ट्र की सरकार पुलिस के दम पर आरे क्षेत्र में एक भी पेड़ नहीं काट सकेगी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से वे पर्यावरणविद खुश हो सकते हैं जो पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रहे थे। लेकिन महाराष्ट्र सरकार के सूत्रों की माने तो अब आरे क्षेत्र में पेड़ काटने की जरुरत ही नहीं है, क्योंकि जिस 33 हेक्टयेर भूमि पर मेट्रो का स्टेशन और लाइन के लिए खम्बे खड़े होने हैं, वहां के पेड़ 6 अक्टूबर की रात तक काटे जा चुके हैं। चूंकि कोर्ट ने मेट्रो के निर्माण कार्य पर कोई रोक नहीं लगाई है, इसलिए कटे हुए पेड़ों को हटा कर मेट्रो का स्टेशन बनाने आदि के कार्य जारी रहेंगे। असल में सरकार को भी पता था कि मुम्बई हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की जाएगी, इसलिए हाईकोर्ट का फैसला आते ही पेड़ कटाई का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया। 7 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने जो रोक लगाई है, उसका असर सरकार की जिद पर नहीं पड़ेगा। पर्यावरणविद् कुछ भी तर्क दें, लेकिन सरकार का कहना है कि मुम्बई की बढ़ती आबादी के लिए मेट्रो का विस्तार करना जरूरी है। जहां तक पेड़ों को काटने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान का सवाल है तो एक पेड़ की एवज में पांच से दस पेड़ लगाएं जाएंगे। यानि आरे क्षेत्र के पेड़ों की संख्या बढ़ेगी। सुप्रीम कोर्ट का फैसला वैसा ही है जैसा सांप निकलने जाने के बाद कोई व्यक्ति लकड़ी से जमीन को पीटता है। 
शिवसेना का विरोध सिर्फ दिखावा :
आरे क्षेत्र से पेड़ न कटे इसको लेकर शिवसेना ने भी विरोधी तेवर दिखाए। शिवसेना के युवा नेता आदित्य ठाकरे ने तो यहां तक कहा कि हमारी सरकार बनने पर पेड़ काटने के आदेश देने वाले अधिकारियों को पीओके में तैनात किया जाएगा। सवाल उठता है कि महाराष्ट्र में देवेन्द्र फडऩवीस के नेतृत्व में चलने वाली भाजपा सरकार आखिर किसके समर्थन में चल रही है? चूंकि शिवसेना ने समर्थन दे रखा है इसलिए महाराष्ट्र में शिवसेना की ही सरकार है। सब जानते हैं कि मुम्बई महानगर में भाजपा से ज्यादा शिवसेना का प्रभाव है, इसलिए 21 अक्टूबर में शिवसेना के उम्मीदवार ज्यादा है। चुनाव में कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़े, इसलिए शिवसेना ने दिखाने के लिए पेड़ काटने का विरोध किया। यदि शिव सैनिक हकीकत में विरोध करते तो सरकार एक भी पेड़ नहीं काट सकती थी। 
एस.पी.मित्तल


नाथ जी ने कन्याओं के पैर धोकर,पूजा की

राम नवमीं पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भारत की सनातन संस्कृति के अनुरूप कन्याओं के पैर धोकर पूजा की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी करते हैं नवरात्र में उपवास। 

गोरखपुर। यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ योगी ने गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर परिसर में कन्याओं के पैर धोकर पूजा की। 7 अक्टूबर को नवरात्र के समापन के मौके पर योगी आदित्यनाथ ने भारत की सनातन संस्कृति के अनुरूप कन्याओं का पूजन किया। योगी आदित्यनाथ भले ही देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री हों, लेकिन उन्होंने अपने धर्म के अनुरूप व्यवहार कर सबको सीख दी है। नवरात्र की नवमीं को सिद्धिदात्री मां का स्वरूप माना जाता है। इसलिए सनातन संस्कृति में कन्या पूजन की परंपरा हैं। जब समाज में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं होती हैं, जब हमारी सनातन संस्कृति कन्याओं को देवी का अवतार मानने की सीख देती है। दुनिया में हमारी संस्कृति ही है जो समाज की अनेक बुराइयों से बचाने की सीख देती है। सीएम आदित्य नाथ ने कन्या पूजन कर सराहनीय कार्य किया है। महिलाएं चाहे किसी भी धर्म की हों, लेकिन उनका सम्मान होना चाहिए। कोई भी धर्म महिलाओं खासकर बच्चियों को परेशन करने की सीख नहीं देता है। सिद्धिदात्री देवी मां तो मंशा, समृद्धि, धन, बल आदि देने वाली दुर्गा माता है। राक्षस प्रवृत्ति वाले लोगों का नाश भी मां दुर्गा द्वारा ही किया जाता है। सनातन संस्कृति में नवरात्र का खास महत्व है, इसलिए घर घर में कन्या पूजन के कार्यक्रम होते हैं। करोड़ों श्रद्धालु नवरात्र के दिनों में उपवास कर मां दुर्गा की साधना करते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी नवरात्र में 9 दिनों तक उपवास रखते हैं और मां दुर्गा पूजा अर्चना करते हैं। तय कार्यक्रम के मुताबिक नवरात्र के बाद नरेन्द्र मोदी हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनावों में पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में जनसभाएं करेंगे। यहां यह उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या के जन्म भूमि विवाद को लेकर बहस अंतिम चरण में हैं। सीजेआई रंजन गोगोई के अनुसार 17 अक्टूबर तक सभी पक्ष अपनी बहस पूरी कर लेंगे। चूंकि जस्टिस गोगोई 17 नवम्बर को रिटायर हो रहे हैं, इसलिए वे 17 नवम्बर से पहले पहले रामजन्म भूमि विवाद पर फैसला दे देंगे। जस्टिस गोगोई पहले ही कह चुके हैं कि फैसला लिखने में कम से कम एक माह का समय लगेगा। 
एस.पी.मित्तल


अगवा कर, नाबालिग से किया दुष्कर्म

बच्ची की अगवा कर दुष्कर्म
बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के गिधौरी थाना के ग्राम नवापारा में एक 11 साल की बच्ची को अगवा किया फिर उसके साथ दुष्कर्म कर बेहोशी की हालत में फेंक कर आरोपी फरार हो गए थे। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मासूम को घर से अपहरण कर ले जाया गया था। आरोपियों ने चलते ट्रक में मासूम के साथ बलात्कार किया था। पुलिस इस मामले में लगातार ट्रक ड्राइवरों से पूछताछ में जुटी है। पुलिस को मिले अहम सुराग के तहत दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है जिनसे पूछताछ जारी है।बलौदाबाजार एसडीओपी राजेश जोशी ने बताया कि पुलिस अलग-अलग दिशाओं में जांच कर रही है। आसपास के सीसीटीवी भी खंगाला जा रहा है। बहुत जल्द ही असल आरोपी पुलिस गिरफ्त में होगें।


स्विसबैंक ने सौंपी खाता धारकों की लिस्ट

नई दिल्ली। विदेशी धरती से काले धन की जानकारी मिलने के मामले में मोदी सरकार को बड़ी कामयाबी मिली है। स्विट्जरलैंड की सरकार ने भारत सरकार को बैंक खातों से जुड़ी पहली जानकारी सौंप दी है। स्विट्जरलैंड की ओर से स्विस बैंक में खुले भारतीय खातों की जानकारी सरकार को सौंपी है। भारत कुछ चुनिंदा देशों में से एक है जिन्हें ये जानकारी मिल रही है। स्विट्जरलैंड के टैक्स विभाग के अनुसार, इसके बाद भारत सरकार को अगली जानकारी 2020 को सौंपी जाएगी। जानकारी के अनुसार, स्विट्जरलैंड में दुनिया के 75 देशों के करीब 31 लाख खाते हैं जो रडार पर हैं इनमें भारत के कई खाते भी शामिल हैं।


स्विट्जरलैंड की सरकार से जानकारी मिलने के सरकार के सूत्रों का कहना है कि जो जानकारी मिली है उसमें सभी खाते गैरकानूनी नहीं हैं। सरकारी एजेंसियां अब इस मामले में जांच शुरू करेंगी, जिसमें खाताधारकों के नाम, उनके खाते की जानकारी को बटोरा जाएगा और कानून के हिसाब से एक्शन लिया जाएगा।


जम्मू-कश्मीर के हालात सामान्य:जावडेकर

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के हालात को लेकर सूचना एंव प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि कश्मीर में स्थिति सामान्य है और वहां लोग खुशी-खुशी रह रहे हैं क्योंकि अब उनके पास भी देश के अन्य नागरिकों के बराबर सम्मान है। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कश्मीर में हालात सामान्य है और वहां के लोग अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने पर खुश हैं क्योंकि उन्हें अब देश के बाकी नागरिकों के बराबर लाभ और अधिकार प्राप्त होंगे। पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया पर कोई प्रतिबंध नहीं है और घाटी में सभी समाचार पत्रों को बिना किसी कठिनाई के प्रकाशित किया जा रहा है। मंत्री ने विपक्ष के इस आरोप को भी खारिज कर दिया कि भाजपा हरियाणा और महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनावों में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की वापसी का इस्तेमाल कर रही थी। उन्होंने कहा कि केवल वे लोग इस ऐतिहासिक कदम के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्हें लगता था कि इसे हटाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 ने लोगों की भावना के साथ जुड़ गया है। देश भर में लोग इसका स्वागत कर रहे हैं। तो आप क्या कर सकते हैं, समाज के सभी वर्गों ने इसका स्वागत किया है। धारा 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के बाद कश्मीर में स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि स्थिति अच्छी है और यह सामान्य है। घाटी के लोग सरकार के इस कदम का समर्थन कर रहे हैं, वे इस कदम का स्वागत कर रहे है।


अल्पसंख्यक मंत्रालय देगा,3 लाख छात्रवृत्ति

नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने मौजूदा वित्त वर्ष में तीन लाख स्कूली बच्चियों को छात्रवृत्ति देने का लक्ष्य रखा है। यह संख्या पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले डेढ़ गुनी है। पिछले वित्तवर्ष में अल्पसंख्यक समुदायों की करीब दो लाख बच्चियों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई थी। मंत्रालय की अधीनस्थ संस्था मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन(एमएईएफ) ने स्कूली लड़कियों के लिए चलाई जाने वाली अपनी बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना के कुल बजट में बढ़ोतरी की है। हाल ही में अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की अध्यक्षता में हुई एमएईएफ की जनरल बॉडी की बैठक में इस छात्रवृत्ति योजना के प्रचार-प्रसार को तेज करने पर सहमति बनी। एमएईएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने को बताया कि बेगम हजरत महल योजना के तहत इस बार हमने तीन लाख बच्चियों को छात्रवृत्ति देने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि अभी भी इस योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। हम इस बार कोशिश कर रहे हैं कि जागरूकता फैलाने के अलग अलग माध्यमों से आक्रामक प्रचार अभियान चलाया जाए। वित्त वर्ष 2018-19 में इस योजना के तहत करीब दो लाख लड़कियों को छात्रवृत्ति दी गई थी। इसके लिए 100 करोड़ करोड़ रुपये से अधिक का बजट निर्धारित था।


सनसनीखेज पत्रकारिता से बचे: नायडू

कटक। उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने आज मीडिया से सनसनीखेज प्रवृत्ति को दूर करने और बिना समाचार तथा विचारों को मिलाए तथ्‍यों को प्रस्‍तुत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मीडिया को ईमानदार और सच्चा बना रहना चाहिए और बहुत संयम और जिम्मेदारी के साथ काम करना चाहिए। ओडिशा के कटक में एक प्रमुख ओडिया दैनिक समाचार पत्र 'द समाजा' के शताब्दी समारोह में बोलते हुए उन्होंने कहा कि एक स्वतंत्र और निष्पक्ष मीडिया न केवल स्वस्थ लोकतंत्र का हिस्सा है, बल्कि एक अनिवार्य शर्त भी है। उन्होंने कहा कि मीडिया को लोकतांत्रिक प्रणाली का चौथा स्तंभ माना जाता है- एक ऐसा स्तंभ जो लोकतंत्र का समर्थन, पालन और पोषण करता है और आवश्यक होने पर सुधार करने में मदद करता है।


श्री नायडू ने कहा कि मीडिया को लोगों को सूचित, शिक्षित और प्रबुद्ध करना चाहिए।  उन्होंने कहा कि जनता की राय बनाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि मीडिया को नागरिकों को सशक्त बनाना चाहिए और शासन प्रणाली में अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही की शुरुआत करने में मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया को नागरिकों की आवाज आगे बढ़ानी चाहिए और उनके विचारों को कानूनविदों तक पहुंचानी चाहिए।श्री नायडू ने मीडिया से लोकतांत्रिक प्रणाली में खामियों को उजागर करने का आग्रह किया, जिससे सरकार को प्रणाली को अधिक जवाबदेह, उत्तरदायी और नागरिक-अनुकूल बनाने में मदद मिले। उपराष्ट्रपति ने कहा कि मीडिया के बिना लोकतंत्र पहिए के बिना एक वाहन के समान है। श्री नायडू ने पत्रकारिता को एक मिशन के रूप में वर्णित करते हुए कहा कि टीआरपी, सर्कुलेशन की संख्‍या और बॉटम लाइन, हालांकि महत्वपूर्ण हैं पर इससे मीडिया का मार्ग नहीं तय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया को अपनी सभी गतिविधियों के केंद्र में आम आदमी के कल्याण और राष्ट्र की प्रगति को स्थान देना चाहिए।


उपराष्ट्रपति ने मीडिया को स्थापित पूर्वाग्रहों से छुटकारा पाने और युवाओं, महिलाओं, किसानों और उद्यमियों की उम्मीदों को आवाज देने को कहा। उन्‍होंने कहा कि मीडिया को समाज के नैतिक कम्पास और विवेक के रूप में कार्य करना चाहिए और सभी सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने के लिए आक्रामक अभियान चलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह इसे बेजुबानों की आवाज बननी चाहिए और असहाय की सहायता करनी चाहिए।इस बात को रेखांकित करते हुए कि मीडिया में यथास्थिति में बदलाव के लिए एक माध्‍यम बनने की क्षमता है, उन्होंने सकारात्मक बदलावों को प्रेरित करने के लिए अधिक सकारात्मक कहानियों और सर्वोत्तम प्रथाओं की रिपोर्टिंग और उन्‍हें रेखांकित करने को कहा। उन्होंने मीडिया से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और भाषाओं की रक्षा, संरक्षण और संवर्द्धन में हाथ बंटाने के लिए कहा।श्री नायडू ने स्वच्छ भारत आंदोलन को सफल बनाने में भारतीय मीडिया द्वारा निभाई गई उल्‍लेखनीय भूमिका का उल्लेख करते हुए मीडिया से कहा कि वह हमारे समय की गरीबी से लेकर बीमारी और जलवायु परिवर्तन जैसी ज्वलंत समस्याओं को हल करने में रचनात्मक भूमिका निभाएं।


उन्होंने उम्मीद जताई कि क्षेत्रीय भाषाओं और ग्रामीण क्षेत्रों की समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक स्‍थानीय समाचार पत्र भारत में अस्तित्‍व में आएंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय मीडिया वास्तव में विवेकपूर्ण, त्वरित और सत्य रिपोर्टिंग के माध्यम से भारत के ग्रामीण परिदृश्य को बदल सकता है।


उपराष्ट्रपति ने समाज के संस्थापक उत्कलमणि पंडित गोपबंधु दास को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि वे एक महान शिक्षक, पुनर्जागरण के कवि, अनुभवी पत्रकार, निस्वार्थ सामाजिक कार्यकर्ता, अग्रिम पंक्ति के स्वतंत्रता सेनानी और गांधीवादी विचारधारा तथा नैतिक मूल्य के महान समर्थक थे। उपराष्ट्रपति ने डॉ. सुभाष चंद्र मिश्रा द्वारा गोपबंधु दास पर लिखित एक पुस्तक का भी विमोचन किया।  इस अवसर पर ओडिशा के माननीय राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल, ओडिशा के मुख्‍यमंत्री श्री नवीन पटनायक, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा इस्‍पात मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान, सांसद डॉ. अच्‍युत सामंत और अन्य गणमान्‍य व्‍यक्ति उपस्थित थे।


चुनाव-प्रचार में अशोक तंवर, हुड्‍डा को चुनौती

कांग्रेस से इस्तीफे के बाद प्रचार में उतरे अशोक तंवर, हुड्डा को चुनौती


रोहतक। कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद हरियाणा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने अब पार्टी के खिलाफ बागी रुख अख्तियार कर लिया है। तंवर ने कहा है कि वो कांग्रेस का नाश करने वालों के खिलाफ पूरे प्रदेश में प्रचार करेंगे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा को निशाने पर लिया।


रविवार को कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर रोहतक पहुंचे और यहां पर्यटक केंद्र में उन्होंने केक काटकर जुल्म दिवस मनाया। अशोक तंवर ने यहां कहा कि कांग्रेस का नाश करने वालों के खिलाफ वह पूरे प्रदेश में चुनाव प्रचार करेंगे और अभी उनका किसी भी पार्टी में जाने का मन नहीं है। उन्होंने पूर्व सीएम हुड्डा पर तंज कसा और कहा कि हरियाणा में पुत्र मोह में पार्टी का सत्यानाश हुआ है।


तंवर ने कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए दिन रात काम किया था, लेकिन उनका पांच साल का संघर्ष नहीं दिखा, बल्कि 14 दिन की चौधर देखी गई है। उन्होंने कहा कि वह गढ़ी सांपला-किलोई विधानसभा जाकर देखेंगे कि हाल कैसा है जनाब का और किलोई में कांग्रेस का नाश करने वालों के खिलाफ चुनाव प्रचार करेंगे। बता दें कि गढ़ी-सांपला सीट से भूपिंदर सिंह हुड्डा चुनाव लड़ रहे हैं।


कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...