गुरुवार, 3 अक्तूबर 2019

लक्ष्मी बॉम्ब में अक्षय ने बढ़ाई उत्सुकता

फिल्म लक्ष्मी बॉम्ब की पहली तस्वीर में अक्षय आंखो में काजल लगाते आए नजर


मुबंई। अक्षय कुमार हॉरर कॉमेडी फिल्म लक्ष्मी बॉम्ब में नजर आने वाले हैं। इस फिल्म से अक्षय का फर्स्ट लुक रिलीज कर दिया गया है। फर्स्ट लुक पोस्टर में अक्षय कुमार अपनी आंखो में काजल लगाते नजर आ रहे हैं। इस लुक को देखकर फिल्म में उनके कैरेक्टर को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है। फिल्म से अपने पहले लुक को खुद अक्षय ने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। पोस्टर में धमाके जैसा साइन बना हुआ है और बीच में अक्षय नजर आ रहे हैं। पोस्टर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा- 'कहानी से आपके लिए एक बम इसका धमाका जून 2020 में होगा।'


फिल्म में अक्षय के अपोजिट कियारा आडवाणी नजर आएंगीं। इसके साथ ही अमिताभ बच्चन फिल्म में ट्रांसजेंडर के भूत के रोल में नजर आएंगे। वहीं फिल्म में तुषार कपूर और आर माधवन अहम रोल में दिखेंगे। लक्ष्मी बॉम्ब तमिल फिल्म कंचना की रीमेक है। तमिल फिल्म का निर्देशन राघव लॉरेंस ने किया था और रिमेक फिल्म भी वही बना रहे हैं।


राजधानी में 'जैश' आतंकियों की घुसपैठ

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन से चार आतंकी छिपे होने की खबर है। सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिला है कि त्योहार के मौसम में आतंकी बड़ा हमला कर सकते हैं। इस अलर्ट के बाद दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। खुफिया सूचना के अनुसार, आतंकी त्योहार के दौरान भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों, बाजारों में बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की फिराक में हैं। इस सूचना के बाद से ही दिल्ली पुलिस सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने राजधानी व आसपास की सुरक्षा को लेकर चौकसी बढ़ा दी है।


एजेंसियों के मुताबिक आतंकी जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही विरोध में हैं। ऊपर से उन्हें पाकिस्तानी खुफिया इकाई आईएसआई का समर्थन भी है। ऐसे में आतंकी देश में खासतौर से दिल्ली में किसी बड़े हमले को अंजाम देने की नापाक साजिश रच रहे हैं। इसके लिए जैश के आतंकियों के एक समूह के दिल्ली में कूच करने की सूचना है। दिल्ली में आतंकियों के पहुंचने के इस इनपुट के बाद से ही यहां सुरक्षा को लेकर विशेष चौकसी बरती जा रही है।


भारतीय डाक विभाग में निकली रिक्तियां

नई दिल्ली। बेरोजगार युवाओ के नौकरी करने का बड़ा मौका मिल रहा है.. अगर आपभी अच्छी नौकरी  की तलाश कर रहें हैं तो आपके लिए ये बड़ी खुशखबरी है। इससे के लिए बस आपकों यह खबर पढऩी है और इस नौकरी के लिएआवेदन करना हैै, बता दे नौकरी के लिए पात्र और इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने की अंतिम तिथि, आवेदन शुल्क, नौकरी के लिए चयन प्रक्रिया, नौकरी के लिए आयु सीमा, जिन पदों पर भर्ती निकली उनका विवरण, पदों के नाम, नौकरी के लिए शैक्षणिक योग्यता, कुल पदों की संख्या जैसी नौकरी से जुड़ी बेहद महत्वपूर्ण जानकारी नीचे विस्तार से प्राप्त कर सकते हैं अगर आप आवेदन करने के इच्छुक है तो नीचें दी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ें।


इंडियन पोस्टल डिपार्टमेंट में दसवीं पास के लिए स्टाफ कार ड्राइवर के पदों पर भर्तियां निकाली हैं। इच्छुक अभ्यर्थी डाक के जरिए 13 नवंबर तक आवेदन भेज सकते हैं। भारतीय डाक विभाग में दसवीं पास के लिए भर्तियां आमंत्रित की हैं। इन रिक्त पदों पर भर्ती के लिए अभ्यर्थी डाक विभाग के जरिये आवेदन भेज सकता है। डाक विभाग ने कुल 10 पदों पर ये रिक्तियां निकाली हैं।


रिक्तियों का विवरण:


पद: स्टाफ कार ड्राइवर


कुल रिक्तियां: 10 (इसमें से अनारक्षित- 05 पद हैं)


योग्यता: इन पदों के लिए अभ्यर्थी को मान्यता प्राप्त स्कूली शिक्षा बोर्ड से दसवीं पास होना चाहिए. अभ्यर्थी 13 नवंबर तक इसमें आवेदन कर सकते हैं.


ये भी है जरूरी:अभ्यर्थी के पास हल्के और भारी वाहन चलाने का वैध ड्राइविंग लाइसेंस भी होना चाहिए. इसके अलावा आवेदक को मोटर मेकेनिज्म की जानकारी होने के अलावा ड्राइविंग का कम से कम तीन वर्ष का अनुभव होना चाहिए.


तय आयु सीमा: अभ्यर्थी को आवेदन के लिए न्यूनतम 18 और अधिकतम 27 वर्ष का होना चाहिए. इन पदों पर एससी/एसटी उम्मीदवारों को पांच वर्ष और ओबीसी उम्मीदवारों को तीन वर्ष की छूट दी जाएगी. इन पदों पर वेतनमान 19,900 रुपये दिया गया है. इसके अलावा इसमें आवेदन शुल्क के तौर पर आवेदन को 100 रुपये देय होंगे. आवेदक को इसका भुगतान इंडियन पोस्टल ऑर्डर के जरिए करना होगा.


ये होगी चयन प्रक्रिया:


योग्य उम्मीदवारों का चयन उनके शैक्षणिक कागजात के अलावा ड्राइविंग टेस्ट में प्रदर्शन के आधार पर होगा.


ऐसे करें आवेदन


स्टेप 1: सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट indiapost.gov.in पर लॉग इन करें
स्टेप 2:  होमपेज खुलने पर नीचे दिए गए “Opportunities” ऑप्शन पर क्लिक करें.


स्टेप 3: क्लिक करते ही यहां एक नया वेबपेज खुल जाएगा।


PDF में मिलेगी जानकारी


इस शीर्षक के नीचे दिख रहे लाल रंग के पीडीएफ साइन पर क्लिक करते ही इन रिक्तियों से संबंधित सारी जानकारी खुल जाएगी. ऐसा करते ही रिक्तियों से संबंधित विज्ञापन खुल जाएगा. विज्ञापन को ठीक से पढ़कर उचित योग्यता है तो दिए गए बिंदुओं के आधार पर जानकारी देकर आवेदन दिए गए पते पर भेज दें.


आवेदन भेजने का पता:-मैनेजर, मेल मोटर सर्विस, जीपीओ कैम्पस, पटना-800001


ये है वेबसाइट : www.indiapost.gov.in


भारतीय करोड़पति की अमेरिका में हत्या

कैलिफोर्निया। सैंटा क्रूज में रहने वाले भारतीय मूल के करोड़पति तुषार अत्रे का शव उनकी बीएमडब्लू कार से बरामद हुआ है। 1 अक्टूबर को तुषार का उनके घर से अपहरण कर लिया गया था। सैंटा क्रूज पुलिस के अनुसार, डिजिटल मार्केटिंग कंपनी अत्रे नेट आईएनसी के मालिक 50 वर्षीय तुषार का मंगलवार की सुबह करीब 3 बजे उनके घर से अपहरण कर लिया गया था। तुषार को आखिरी बार अपनी सफेद रंग की बीएमडब्लू कार में देखा गया था।


मंगलवार की दोपहर को तुषार की कार को लोकेट किया गया। इससे पहले पुलिस ने तुषार की फोटो और उनकी गाड़ी का नंबर फेसबुक पर शेयर किया था और लोगों से आग्रह किया था कि किसी को भी तुषार या उनकी गाड़ी के बारे में पता चले तो वह तुरंत उन्हें सूचित करें। सैंटा क्रूज माउंटेन्स पर तुषार की गाड़ी मिली और जब उसकी छानबीन की गई तो उसमें से तुषार का शव बरामद हुआ।


इस घटना की जानकारी देते हुए सैंटा क्रूज पुलिस ने बताया कि यह मामला रॉबरी का लग रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। इस केस में पुलिस को दो लोगों पर शक है और उनकी तलाश की जा रही है।


वंदे भारत एक्सप्रेस को गृहमंत्री की हरी झंडी

नई दिल्ली। वंदे भारत एक्सप्रेस को गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली से कटरा के लिए किया। इस ट्रेन का नियमित संचालन 5 अक्टूबर से शुरू होगा। उन्होंने कहा कि आज पीएम मोदी जम्मू-कश्मीर वासियों को बहुत बड़ा तोहफा दिया है।
शाह ने कहा कि 5 अक्तूबर से ये रेलगाड़ी शुरू हो जाएगी। बता दें कि इस ट्रेन के लिए टिकटों की बुकिंग आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर शुरू हो गई है। वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रियों को सुपरफास्ट ट्रेन से चार घंटे पहले ही कटरा पहुंचा देगी। यानी यह दिल्ली से कटरा और कटरा से दिल्ली आने में सिर्फ 8 घंटे का वक्त लेगी। पांच अक्तूबर से ट्रेन का परिचालन सप्ताह में छह दिन होगा।


स्टार प्रचारको में एक भी मुस्लिम नहीं

कांग्रेस की स्टार प्रचारक में एक भी मुस्लिम नही,पूर्व राज्यपाल अज़ीज़ कुरेशी गुस्से में,कहा मुसलमान कांग्रेस के गुलाम नही हैं।
शेख नसीम


भोपाल। मध्य प्रदेश के झाबुआ विधानसभा के लिए होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के समर्थन में कांग्रेस ने अपनी स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी लेकिन इस सूची में एक भी मुस्लिम नेता को शामिल नही किया गया हैं।


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यपाल अज़ीज़ कुरेशी ने इस पर कांग्रेस के नेताओ पर ही हमला बोलते हुए कहाकि झाबुआ  विधानसभा उपचुनाव में प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में एक भी मुस्लिम नेता को शामिल नही किया गया हैं उन्होंने कहाकि मुसलमान कांग्रेस के गुलाम नही हैं और न ही दिहाड़ी मजदूर। बहुत हो गया अब हम और अपमान बर्दाश्त नही करेंगे। कांग्रेस ने एक भी मुस्लिम नेता को सूची में शामिल नही करते हुए मुसलमानो की उपेक्षा की हैं आने वाले समय मे ये कांग्रेस के लिए बहुत नुकसान वाला फैसला होगा।


यात्री बस गिरी नदी में ,7 की मौत

छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां मध्य प्रदेश से छतरपुर जा रही यात्री बस अचानक अनियंत्रित होकर पुल से नीचे नदी में जा गिरी जिससे 7 लोगों की मौत की खबर अभी तक सामने आई है वहीं 3 दर्जन से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं ।दरअसल मध्‍य प्रदेश में बीती रात एक दर्दनाक हादसा घट गया। यहां भोपाल से छतरपुर जा रही एक यात्री बस रायसेन के पास पुल से नीचे आ गिरी। इस हादसे में 7 यात्रियों की मौत हो गई और 3 दर्जन से ज्‍यादा लोग घायल हो गए। पुलिस सहित एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है और स्‍थानीय लोगों की मदद से घायलों को बाहर निकाला।


करीब 1.30 बजे रायसेन के निकट एक दरगाह के पास रिछन नदी के पुल से यह बस अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी। इस दुर्घटना में 7 यात्रियों की मौत हो गई, वहीं 3 दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। कोतवाली पुलिस सहित एसडीआरएफ(SDRF) की टीम मौके पर पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि बस पुल के नीचे पानी मे आधी डूबी है। घायलों को निकालने में स्थानीय लोग भी मदद को पहुँचे गए हैं। घायलों को जिला अस्पताल भेजा जा रहा है।


आपके सितारे पक्ष में रहेंगे:मीन

राशिफल


वृषभ:आपका प्रयास आज रंग लाएगा। शुभ समाचार मिलेगा। नए अवसर प्राप्त होंगे जिनसे जीवन में उत्साह एवं आनंद का संचार होगा। अपनों से सहयोग मिलेगा, मित्र भी साथ देंगे। नौकरी में नए विचारों और उर्जा से अच्छा प्रदर्शन करेंगे। 
मिथुन:आर्थिक मामलों में दिन लाभप्रद रहेगा। कहीं से धन की प्राप्ति हो सकती है। कोई चाहत पूरी हो सकती है। यात्रा मंगलमय होगी। कम प्रयास से ही आप मान-सम्मान और यश प्राप्त कर लेंगे। कुल मिलकर दिन शुभ रहेगा।


कर्क: स्वास्थ्य नरम रहेगा। साझेदारी के काम में समझदारी और सतर्क रहने की जरूरत है। अपने भी आज बेगानों का व्यवहार करेंगे। अपने काम से मतलब रखिए, विवादों में फंसकर अपना नुकसान करवा सकते हैं। दुर्गा नामावली का पाठ करना शुभ रहेगा।


सिंह:आज का दिन उतार-चढ़ाव भरा रहेगा। संयम से दिन बिताएं। कोई अप्रिय समाचार मिल सकता है या कोई अप्रिय घटना हो सकती है जिससे निराश होंगे। सोच-समझकर ही यात्रा एवं कार्य-व्यवहार करें। साधु-संतों का आशीर्वाद मन में उर्जा का संचार करेगा। 


कन्या:आज सितारे आपके पक्ष में हैं। आपकी यात्रा लाभप्रद रहेगी। मान-सम्मान और प्रभाव बढ़ेगा। कार्यों में सफलता मिलेगी। जितनी मेहनत और प्रयास करेंगे उस अनुपात में लाभ प्राप्त होगा। अधिकारी वर्ग से सहायता मिलेगी, विरोधी निर्बल रहेंगे।
तुला:आज का दिन आनंद और उत्साह में बीतेगा। कहीं आपका धन फंसा है तो आज मिल सकता है। जिन क्षेत्रों में प्रयास करेंगे उनमें सफलता मिलेगी। सामाजिक क्षेत्र में सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। धर्म-कर्म के काम में रुचि लेंगे।


वृश्चिक:आज कुछ नए संपर्क बन सकते हैं जिनसे आपको लाभ मिलेगा। कोई अटका हुआ काम बनने से आप प्रसन्न रहेंगे। महिला मित्रों और संबंधियों से मधुर संबंध बनाकर रखें, फायदा होगा। अतिउत्साह से नुकसान हो सकता है, जोखिम लें मगर समझदारी से।


धनु:आज आपको धैर्य और संयम से काम लेना होगा नहीं तो कार्यों में बाधाओं का सामना करना होगा। कठिनाई के बाद सफलता मिलेगी। किसी बात से मन खिन्न रह सकता है। कुछ उलटे-सीधे खर्च भी होंगे। धर्म-कर्म में भी मन आज उचाट रह सकता है। 
मकर:आज का दिन आपके लिए उत्साहवर्धक है। कोई शुभ समाचार मिल सकता है, उन्नति का अवसर मिलेगा। कहीं से आज उपहार या पुरस्कार मिल सकता है। जो लोग यात्रा पर जा रहे हैं उनकी यात्रा सुखद और मजेदार रहेगी। पारिवारिक जीवन में तालमेल बना रहेगा।


कुंभ:आज आपके ऊपर काम का दबाव रहेगा, व्यस्त रहेंगे। धन खर्च होगा लेकिन सुख-समृद्धि के साधन भी बढ़ेंगे। गुप्त शत्रु परेशान कर सकते हैं। स्वास्थ्य के मामले में लापरवाही ना करें। पारिवारिक जीवन में तालमेल से तनाव कम होगा।


मीन:बीते कई दिनों से चली आ रही परेशानी आज दूर होगी। भाग्य का पूरा-पूरा साथ मिलेगा, कम प्रयास में ही सफलता प्राप्त कर लेंगे। विरोधियों का प्रभाव कम होगा। मन को शांत रखकर काम करते रहिए आज, सब कुछ आपके पक्ष में होगा।


विशाल जलीय गोह

गोह (Monitor lizard) सरीसृपों के स्क्वामेटा (Squamata) गण के वैरानिडी (Varanidae) कुल के जीव हैं, जिनका शरीर छिपकली के सदृश, लेकिन उससे बहुत बड़ा होता है।


गोह छिपकिलियों के निकट संबंधी हैं, जो अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, अरब और एशिया आदि देशों में फैले हुए हैं। ये छोटे बड़े सभी तरह के होते है, जिनमें से कुछ की लंबाई तो 10 फुट तक पहुँच जाती है। इनका रंग प्राय: भूरा रहता है। इनका शरीर छोटे छोटे शल्कों से भरा रहता है। इनकी जबान साँप की तरह दुफंकी, पंजे मजबूत, दुम चपटी और शरीर गोल रहता है। इनमें कुछ अपना अधिक समय vchh में


जातियाँ 


बंगाल गोह (Varanus benghalensis)


मलेशिया (बोर्नियो) का विशाल जलीय गोह
इनकी कई जातियाँ हैं, लेकिन इनमें सबसे बड़ा ड्रैगन ऑव दि ईस्ट इंडियन ब्लैंड (Dragon of the East Indian bland) लंबाई में लगभग 10 फुट तक पहुँच जाता है। नील का गोह (नाइल मॉनिटर / Nile Monitor, V. niloticus) अफ्रीका का बहुत प्रसिद्ध गोह है और तीसरा (V. exanthematicus) अफ्रीका के पश्चिमी भागों में काफी संख्या में पाया जाता है। इसकी पकड़ बहुत ही मजबूत होती है।


भारत में गोहों की छ: जातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें कवरा गोह (V. Salvator) सबसे प्रसिद्ध है। इसके बच्चे चटकीले रंग के होते हैं, जिनकी पीठ पर बिंदियाँ पड़ी रहती हैं और जिन्हें हमारे देश में लोग 'बिसखोपरा' नाम का दूसरा जीव समझते हैं। लागों का ऐसा विश्वास है कि बिसखोपरा बहुत जहरीला होता है, लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं। बिसखोपरा कोई अलग जीव न होकर गोह के बच्चे हैं, जो जहरीले नही होते।


रहन-सहन:-गोह पानी व दलदल से प्यार करती है। साँप की तरह जीभ लपलपाती रहती। लगभग सात फुट से ज्यादा। पूँछ लंबी, चपटी, देह की बजाय भारी। दाँत नुकीले, थूथन का सिरा चपटा, सिर दबा हैआ आर अगुलिया साधारण लबाइ की होती हैं। पूछ की मार बडा असर करती है।


गोह जब दौडती है तब पूछ ऊपर उठा लेती है। गोह मेंढक, कीडे-मकोडे, मछलियाँ और केकडे खाती है। यह बडी गुस्सैल स्वभाव की है। गोह आजकल बरसात से पहले किसी बिल या छेद में १५ से २० तक अडे देती है। मादा अंडों को छिपाने के लिए फिर भर देती है और बहकाने के लिए चारों ओर दो-तीन और बिल खोदकर छोड देती है। आठ नौ महीने के बाद कहीं सफेद रग के अंडे फूटते है। छोटे बच्चों के शरीर पर बिंदिया, व चमकदार छल्ले होते है। गोह पानी में रहती है। तराकी में दक्ष है यह, साथ में तेज धावक व वृक्ष पर चढने में माहिर हैोती है। पुराने समय में जो काम हाथीघोडे नहीं कर पाते थे, उसे गोह आसानी से कर देती थी। इनकी कमर में रसा बाधकर दीवार पर फेंक दिया जाता था और जब ये अपने पंजों से जमकर दीवार पकड लेती थी, तब रस्सी के सहारे ऊपर चढ जाते थे।


प्रंशात महासागर के आदिवासी गोह खाते भी है। यहाँ इनकी खाल के लिए शिकार किया जाता है। गोह वन्य-प्राणी अधिनियम के तहत संकटगत अबल सूची में शामिल है।


मां शक्ति रूपेण संस्थिता

कात्यायनी नवदुर्गा या हिंदू देवी पार्वती (शक्ति) के नौ रूपों में छठवीं रूप हैं


कात्यायिनी - नवदुर्गाओं में षष्ठम्
देवनागरी-कात्यायिनी
संबंध-हिन्दू देवी
मंत्र-चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहन। कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी ॥
अस्त्र-कमल व तलवार
जीवनसाथी-शिव
सवारी-सिंह
'कात्यायनी' अमरकोष में पार्वती के लिए दूसरा नाम है, संस्कृत शब्दकोश में उमा, कात्यायनी, गौरी, काली, हेेमावती व ईश्वरी इन्हीं के अन्य नाम हैं। शक्तिवाद में उन्हें शक्ति या दुर्गा, जिसमे भद्रकाली और चंडिका भी शामिल है, में भी प्रचलित हैं। यजुर्वेद के तैत्तिरीय आरण्यक में उनका उल्लेख प्रथम किया है। स्कन्द पुराण में उल्लेख है कि वे परमेश्वर के नैसर्गिक क्रोध से उत्पन्न हुई थीं , जिन्होंने देवी पार्वती द्वारा दी गई सिंह पर आरूढ़ होकर महिषासुर का वध किया। वे शक्ति की आदि रूपा है, जिसका उल्लेख पाणिनि पर पतञ्जलि के महाभाष्य में किया गया है, जो दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व में रचित है। उनका वर्णन देवीभागवत पुराण, और मार्कंडेय ऋषि द्वारा रचित मार्कंडेय पुराण के देवी महात्म्य में किया गया है जिसे ४०० से ५०० ईसा में लिपिबद्ध किया गया था। बौद्ध और जैन ग्रंथों और कई तांत्रिक ग्रंथों, विशेष रूप से कालिका पुराण (१० वीं शताब्दी) में उनका उल्लेख है, जिसमें उद्यान या उड़ीसा में देवी कात्यायनी और भगवान जगन्नाथ का स्थान बताया गया है।


परम्परागत रूप से देवी दुर्गा की तरह वे लाल रंग से जुड़ी हुई हैं। नवरात्रि उत्सव के षष्ठी को उनकी पूजा की जाती है। उस दिन साधक का मन 'आज्ञा चक्र' में स्थित होता है। योगसाधना में इस आज्ञा चक्र का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। इस चक्र में स्थित मन वाला साधक माँ कात्यायनी के चरणों में अपना सर्वस्व निवेदित कर देता है। परिपूर्ण आत्मदान करने वाले ऐसे भक्तों को सहज भाव से माँ के दर्शन प्राप्त हो जाते हैं।


श्लोक:-चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहन ।
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी ॥
कथा उपासना:-नवरात्रि का छठा दिन माँ कात्यायनी की उपासना का दिन होता है। इनके पूजन से अद्भुत शक्ति का संचार होता है व दुश्मनों का संहार करने में ये सक्षम बनाती हैं। इनका ध्यान गोधुली बेला में करना होता है। प्रत्येक सर्वसाधारण के लिए आराधना योग्य यह श्लोक सरल और स्पष्ट है। माँ जगदम्बे की भक्ति पाने के लिए इसे कंठस्थ कर नवरात्रि में छठे दिन इसका जाप करना चाहिए।


या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥
अर्थ : हे माँ! सर्वत्र विराजमान और शक्ति -रूपिणी प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ।इसके अतिरिक्त जिन कन्याओ के विवाह मे विलम्ब हो रहा हो, उन्हे इस दिन माँ कात्यायनी की उपासना अवश्य करनी चाहिए, जिससे उन्हे मनोवान्छित वर की प्राप्ति होती है।


विवाह के लिये कात्यायनी मन्त्र--ॐ कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरि । नंदगोपसुतम् देवि पतिम् मे कुरुते नम:॥


महिमा:- माँ को जो सच्चे मन से याद करता है उसके रोग, शोक, संताप, भय आदि सर्वथा विनष्ट हो जाते हैं। जन्म-जन्मांतर के पापों को विनष्ट करने के लिए माँ की शरणागत होकर उनकी पूजा-उपासना के लिए तत्पर होना चाहिए।


संकल्प विवेचना और धारणा

गतांक से...
 देवी, जब हम जैसे पुत्र माता के गर्भ स्थल में होते हैं तो सप्‍त माह  में दोनों मंडलों की कांतिया आती रहती है और उनके उपयोग को ग्रहण करते हुए । 'अमृतम ब्रह्मणम्‌ ब्रह्म कृतम' गर्भ में विद्यमान बालक में बुद्धि का निर्माण करते हैं। बुद्धि की वर्तिका का जन्म होता है। यदि उस माह में माता के गर्भ से यदि 'विक्षालम्‌ ब्रहे' पृथक हो जाए तो उसको जीवन शक्ति प्राप्त नहीं होती है। यह जीवन की आभा का निर्माण करने वाले हैं। प्रभु ने इस ब्रह्मांड को और पिंड को दोनों को एक सूत्र में लाने का प्रयास किया है। विचार-विनिमय करते, उन्होंने कहा हे प्रभु, यह जो चंद्रमा है इसका मूल क्या है? चंद्रमा का मूल सोम है। उन्होंने कहा सोम का मूल क्या है? उन्होंने कहा सोम का मूल सूर्य कहलाता है। क्योंकि सूर्य से जो कांति आती है शीतल बन जाती है। अमृतमयी बन जाती है। इसकी उत्पत्ति का मूल सूर्य कहलाता है। सूर्य से नाना प्रकार की किरणें आती रहती है। यही सोम बनकर के कृषि को उधरवा में गमन कराती रहती है और खनिज-खाध में भी यही विद्यमान रहती है। मेरे पुत्रों देखो, जब ऋषि ने इस प्रकार वर्णन किया तो माता अरुंधति मौन हो गई। इसी विचार में प्रातः काल हो गया प्रातकाल होते ही  ऋषि वशिष्ठ और अरुंधती अपने आसन से पृथक हुए और अपनी क्रियाओं से निवृत्त हुए। उसके पूर्व राजा दशरथ उनके समीप जा पहुंचे। ऋषि वशिष्ठ बोले कि हे राजन, तुम किस काल में पधारे हो? उन्होंने कहा प्रभु मैं तो सांयकाल आ गया था परंतु तुम्हारे विचार इतने गंभीर हो रहे थे। मैं उन में इतना मगन हो गया कि मुझे कोई प्रतीत ही नहीं हुआ। वह बड़े मन प्रसन्न हुए और 'मंगलम ब्रव्‍हे' राजा से कहा कहो भगवान कैसे आगमन हुआ? उन्होंने कहा प्रभु मैं इस समय बड़ा आपातकाल में हूं। वशिष्ट बोले कि क्या आपातकाल है, उन्होंने कहा कि माता 'ब्राह्मणोंमें वर्तम्‌' देखो माता अरुंधति और आप दोनों को मैं चाहता हूं कि राष्ट्र गृह में जाकर के कौशल्या जी को शिक्षा दें। क्योंकि कौशल्य जी राष्ट्र का अनुकरण नहीं कर रही है। क्षुदा से पीड़ित रहती है अथवा नहीं। इसको मैं नहीं जान पाया। उन्होंने स्वीकार किया और अपनी क्रियाओं से निवृत्त होकर के उनके वाहन में विद्यमान हो करके गमन किया। भ्रमण करते हुए राष्ट्र गृह अयोध्या में आ गए। पर्दाप्रण हुआ तो एक आनंदवत छा गया।
 ब्रह्मावेता राष्ट्र आगमन होना एक सौभाग्य था। राष्ट्रीय ग्रह में आना और भी सौभाग्य था। कौशल्या जी के समीप पहुंचे माता कौशल्या जी ने उन्हें 3 आसन प्रदान किए। एक राजा का, एक माता का और एक पित्र का। जब यह आसन पर विद्यमान हो गए। तो उन्होंने बारी-बारी चरणों को स्पर्श किया और कहा कि भगवान आज कैसे मेरा सौभाग्य जागरूक हो गया है मैं कितनी सौभाग्यशाली हूं। हे भगवान, आप उदगीत गाइए, कैसे आगमन हुआ है। बिना सूचना के बिना कोई कारण के, ऋषि वशिष्ठ मुनि बोले देवी, तुम शांतम व्रहे क्रता। वे शांत विधमान हो गई। ऋषि वशिष्ठ मुनि बोले की हे दिव्या, हे पुत्री, तुमसे हम कुछ प्रसन्न करना चाहते हैं। कौशल्या जी ने कहा भगवान जो मुझे आज्ञा देंगे मैं उसका आदर करूंगी और उसको धारण करूंगी। उन्होंने कहा तो हे दिव्या, हमने यह श्रवन किया है कि तुम राष्ट्र का अनुग्रह नहीं कर रही हो। उन्होंने कहा प्रभु मैं नहीं कर पा रही हूं। उन्होंने कहा कि मैं अपने  उदर स्थल से ऐसे महापुरुष संतान को जन्म देना चाहती हूं त्याग और तपस्या में अपने जीवन को व्‍यतीत करे,मेरी कामना है उसी कामना में सदैव तत्पर रहती हूं। प्रभु जब उन्होंने ऐसा कहा हे ब्रहमणेब्रह' हमारी इच्छा यह है कि तुम राष्ट्र के अन्न को ग्रहण करो। उन्होंने कहा प्रभु मैं राष्ट्र के अन्‍न कों ग्रहण नहीं करूंगी। यह मेरा संकल्प हो गया है और यह जो परमात्मा का जगत है, यह संकल्प में ही नहीं रहता है। यदि परमात्मा का संकल्प है जब परमात्मा ने तप किया था। तपस्या में बहुदा ब्रह्मा को बहुदा की इच्छा बनी तो यह ब्रह्मांड नाना प्रकार के लोक-लोकातंरो में परिणत हो गया। हे प्रभु, यह प्रभु का संकल्प है जितनी आयु उन्हें प्रदान की है उतनी आयु में रहेंगे। उतने समय उनका पिंड बना रहेगा। प्राण सत्ता चली जाएगी, प्राण छिन्न-भिन्न हो जाएगा। प्रभु संकल्पमयी यह संसार है और मैं अपने संकल्पों को नष्ट नहीं करूंगी।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


October 04, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-61 (साल-01)
2. शुक्रवार, 04 अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन,शुक्‍लपक्ष,तिथि -षष्‍ठी , विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:15,सूर्यास्त 06:09
5. न्‍यूनतम तापमान -22 डी.सै.,अधिकतम-32+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी,हल्‍की बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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 (सर्वाधिकार सुरक्षित)


कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...