सोमवार, 30 सितंबर 2019

भाजपा का सब्जी बेचने वाला प्रत्याशी

लखनऊ। हमीरपुर उपचुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी ने बाकी बची 10 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। इनमें सबसे ज्यादा चर्चा मऊ की घोसी सीट की हो रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि बीजपी ने इस सीट से सब्जी बेचने वाले के बेटे को अपना उम्मीदवार बनाया है। घोसी सीट से बीजेपी के प्रत्याशी विजय राजभर हैं। विजय राजभर को फागू चौहान के बेटे का टिकट काटकर उम्मीदवार बनाया गया है। बीजेपी से टिकट मिलने पर विजय राजभर ने कहा, ''संगठन ने मुझे एक बड़ी जिम्मेदारी दी है, मेरे पिता मुंशी पुरा के पास फुटपाथ पर सब्जियां बेचते हैं, मैं पूरी कोशिश करूंगा कि उम्मीदों पर खरा उतरूं।


इंडिगो फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग

नई दिल्ली। गोवा में देर रात इंडिगो फ्लाइट की इमरजेंसी लैडिंग कराई गई। ये विमान दिल्ली से आ रहा था। बताया जा रहा है कि विमान के इंजन में अचानक आग लगने के बाद डाबोलिम एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। 
रिपोर्ट्स के अनुसार, फ्लाइट के लेफ्ट इंजन में आग की लपटें देखी गईं, जिसके बाद ऐन वक्त पर इसकी उड़ान रोक दी गई। इस विमान में गोवा के पर्यावरण मंत्री निलेश काबराल, कृषि निदेशक और ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी भी सवार थे। फिलहाल हादसे में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। इस विमान में कुल 114 यात्री सवार थे।


गोद से गिरा मासूम बेटा,नाले में बहा

मां की गोद से अचानक फिसलकर गिरा मासूम बेटा नाले के तेज बहाव में बहा, मायके से पति के साथ लौटते समय हुआ हादसा


अंबिकापुर। एक महिला अपने मायके से पति के साथ शनिवार की शाम घर लौट रही थी। गोद में उसने अपने दूधमुंहे बेटे को पकड़ा था। रास्ते में तीनों बारिश के पानी से भरा नाला पार कर रहे थे। इसी बीच उसकी गोद से फिसलकर मासूम बेटा नाले में गिर गया। पानी का बहाव इतना तेज था कि पल भर में मासूम उनकी आंखों से ओझल हो गया।


माता-पिता मासूम बेटे को ढूंढने गुहार लगाते रहे लेकिन संभवत: उनका बेटा इस दुनिया से हमेशा के लिए दूर चला गया है। हालांकि घटना के 24 घंटे बाद भी उसका पता नहीं चल सका है, ऐसे में माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।


सोच-समझ कर कार्य करें:वृश्चिक

राशिफल


वृषभ-ग्रह-नक्षत्र आपको आरंभिक संघर्ष के बाद सफलता दिलाएंगे। कोई नया आर्डर अथवा कॉन्ट्रेक्ट मिलने की संभावना है। शत्रु बलहीन रहेंगे। उन्नतिकारक दिन है, परिश्रम से अधिक सफलता मिलेगी। आय-सम्पत्ति में वृदधि के लिए शुभ दिन है।


मिथुन-बुद्धि और चतुराई का लाभ आपको जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में प्राप्त होगा। आज अपनी प्रतिभा का पूर्ण लाभ ले सकेंगे। नई योजनाओं पर काम कर सकते हैं, लाभ मिलेगा। मनोरंजन कार्य पर खर्च होगा। प्रेम प्रसंग में सफलता मिलेगी। पारिवारिक जीवन आनंदपूर्ण रहेगा। भक्ति भाव से मन ओत-प्रोत रहेगा। 


कर्क-आज वाणी और क्रोध पर नियंत्रण रखें। अनावश्यक वाद-विवाद से बचें। किसी कारण से मन बेचैन हो सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहें। सुनी-सुनाई बातों पर विश्वास और अमल न करें। कुमारी कन्या की पूजा करना शुभ रहेगा। 
सिंह-आज आपके पराक्रम और उत्साह में वृद्धि होगी और आपका मनोबल बढ़ेगा। लंबे समय से अटका काम आज पूरा कर सकते हैं। सामाजिक क्षेत्र में मान-प्रतिष्ठा की वृद्धि होगी। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कुछ खरीदारी कर सकते हैं।


कन्या-किसी बात को लेकर आपका मन दुविधा में रहेगा। स्वास्थ्य कुछ नरम रह सकता है। लेन-देन के कार्यों में सावधान रहें। आज किसी को उधार न दें, क्योंकि आज दिए हुए धन को वापस आने की संभावना कम है।


तुला-आपकी राशि में ग्रहों का अच्छा संयोग बना है। आज प्रयास अथवा स्वयं कोशिश करने से प्रत्येक कार्य में सफलता मिलेगी। मंदिर या धार्मिक स्थल की यात्रा कर सकते हैं। मनोरंजन कार्यों पर खर्च होगा। पारिवारिक जीवन में आपसी तालमेल बढ़ेगा। 
वृश्चिक-आज खर्च की अधिकता रहेगी। मन को संयमित रखें नहीं तो कुछ अनावश्यक खर्च भी हो सकता है। छोटी दूरी की यात्रा हो सकती है। सोच-समझकर ही कार्य-व्यवहार करें। ऑनलाइन खरीदारी करते समय बुद्धि और विवेक से काम लें। 


धनु-आज आपका मन प्रसन्न रहेगा। किसी प्रिय व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है। मंदिर या तीर्थस्थल की यात्रा कर सकते हैं। काम-काम में रुचि रहेगी। किसी करीबी व्यक्ति से मिलकर आनंदित होंगे। आर्थिक मामलों में दिन अनुकूल रहेगा।


मकर-आपके लिए आज का दिन उत्साहवर्धक है। आप ऑनलाइन खरीदारी कर सकते है। घर में सुख के साधन बढेंगे। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आपकी रुचि का काम मिलने से आप प्रसन्न रहेंगे। किसी योजना पर काम शुरू कर सकते हैं।
कुंभ-आज धर्म-कर्म में आपकी रुचि रहेगी। दिन का आरंभ आध्यात्मिक चिंतन से हो सकता है। समाज में मान-प्रतिष्ठा की वृद्धि होगी। विरोधी परास्त होंगे और यात्रा लाभकारी रहेगी। कुल मिलाकर दिन मंगलकारी रहेगा।


मीन-आज आपको किसी प्रकार का जोखिम लेने से बचना चाहिए। महत्वपूर्ण कार्यों को ध्यान से करें, नहीं तो बाद में परेशानी होगी। यात्रा की योजना हो सके तो आज टाल दें और वाहन सावधानी से चलाएं। मां दुर्गा की पूजा करें और कवच का पाठ करें, यह आपके लिए शुभ रहेगा।


औद्योगिक विवाद का समाधान-निर्णय

इस अधिनियम के तहत औद्योगिक विवादों के समाधान और निर्णय के लिए एक सांविधिक तंत्र का गठन किया गया है। इसमें निम्‍नलिखित शामिल हैं।


अधिनियम में उपयुक्‍त सरकार द्वारा 'समझौता अधिकारियों' की नियुक्ति का प्रावधान, जिन्‍हें औद्योगिक विवादों के निपटारे में मध्‍यस्‍थता करने और उसका समर्थन करने का कार्य सौंपा गया है। उन्‍हें किसी विशेष क्षेत्र अथवा विशेष क्षेत्र में विशेष उद्योगों अथवा एक अथवा एक से अधिक विशेष उद्योगों के लिए स्‍थायी तौर पर अथवा सीमित अवधि के लिए नियुक्‍त किया जाएगा। कर्मचारियों और नियोजकों को मिलाना तथा उनके मतभेदों का निवारण करने में उनकी मदद करना इन अधिकारियों का कर्त्तव्‍य है। यदि विवाद का निपटारा हो जाता है तो वह इस आशय की सूचना उपयुक्‍त सरकार को देगा।उपयुक्‍त सरकार अवसर आने पर एक समझौता बोर्ड का गठन करेगी जिसमें एक अध्‍यक्ष और दो या चार जैसा कि उपयुक्‍त सरकार उचित समझेगी, अन्‍य सदस्‍य शामिल होंगे। अध्‍यक्ष एक स्‍वतंत्र व्‍यक्ति होगा और अन्‍य सदस्‍य विवाद में पक्षों का प्रतिनिधित्‍व करने के लिए एक समान संख्‍या में नियुक्‍त किए गए व्‍यक्ति होंगे। जहां विवाद बोर्ड को भेजा गया हो तो बोर्ड बिना विलम्‍ब किए, विवाद की छानबीन करेगा और ऐसी हर कार्रवाई करेगा जो वह पक्षकारों को विवाद का न्‍यायसंगत और शांतिपूर्ण निपटारा करने के लिए प्रेरित करने के प्रयोजन से उचित समझेगा।उपयुक्‍त सरकार अवसर आने पर ऐसी किसी मामले जो औद्योगिक विवाद से संबंधित अथवा संगत प्रतीत हो, की जांच पड़ताल करने के लिए 'जांच न्‍यायालय' का भी गठन करेगी। तत्‍पश्‍चात यह सामान्‍यतया शुरू होने के छह माह की अवधि के अंदर इसकी सूचना सरकार को देगा इस न्‍यायालय में एक स्‍वतंत्र व्‍यक्ति अथवा उतने स्‍वतंत्र व्‍यक्ति होंगे जितने उपयुक्‍त सरकार उचित समझेगी और जहां इसमें दो अथवा दो से अधिक सदस्‍य निहित होंगे उनमें से एक की नियुक्ति अध्‍यक्ष के रूप में की जाएगी।उपयुक्‍त सरकार एक अथवा एक से अधिक 'श्रम न्‍यायालयों' का गठन करेगी जो दूसरी अनुसूची में विनिर्दिष्‍ट किसी मामले से संबंधित औद्योगिक विवादों जैसे कि स्‍थायी आदेशों, कर्मचारियों की सेवा मुक्‍त अथवा बर्खास्‍त करने, गैर कानूनी रूप से अथवा अन्‍यथा की गई हड़ताल अथवा तालाबंदी, प्राप्‍त हो रहे किसी लाभ को वापस लेने, आदि से संबंधित मुद्दों पर निर्णय लेंगे और उन्‍हें इस अधिनियम के तहत सौंपे गए किन्‍हीं अन्‍य कार्यों का निर्वहन करेंगे। श्रम न्‍यायालय में केवल एक व्‍यक्ति शामिल होगा जिसकी नियुक्ति उपयुक्‍त सरकार द्वारा की जाएगी।उपयुक्त सरकार एक अथवा एक से अधिक 'औद्योगिक अधिकरणों' का गठन करेगी जो किसी भी मामले के संबंध में चाहे वह दूसरी अनुसूची में विनिर्दिष्‍ट हो अथवा तीसरी अनुसूची में, हुए औद्योगिक वि‍वादों पर निर्णय लेंगे और इस अधिनियम के तहत उन्‍हें सौंपे गए किन्‍हीं अन्‍य कार्यों का निर्वहन करेंगे। इस अधिकरण में केवल एक ही व्‍यक्ति शामिल होगा जिसकी नियुक्ति उपयुक्‍त सरकार द्वारा की जाएगी। तीसरी अनुसूची में वेतन, बोनस, भत्ते और कुछ अन्‍य लाभ, कार्य की दशाएं, अनुशासन, यौक्तिकीकरण, छंटनी और प्रतिष्‍ठान की समाप्ति जैसे मामले शामिल हैं।


केन्‍द्र सरकार सरकारी राजपत्र में अधिसूचना द्वारा एक अथवा एक से अधिक राष्‍ट्रीय औद्योगिक अधिकरणों का गठन करेगी जो उन औद्योगिक विवादों पर निर्णय लेंगे जो केन्‍द्र सरकार की राय में राष्‍ट्रीय महत्‍व के प्रश्‍नों से संबंधित हों अथवा इस किस्‍म के हों कि उनसे एक से अधिक राज्‍यों में स्थित औद्योगिक प्रतिष्‍ठानों का हित जुड़ा हो अथवा वे ऐसे विवादों से प्रभावित हो सकते हों। ऐसे अधिकरण में केवल एक व्‍यक्ति शामिल होगा जिसकी नियुक्ति केन्‍द्र सरकार द्वारा की जाएगी।


अधिनियम में नियोक्‍ता के लिए यह अनिवार्य है कि वह किसी ऐसे औद्योगिक प्रतिष्‍ठान में जहां पिछले बारह महीनों में पचास अथवा इससे अधिक कर्मचारियों को नियुक्‍त किया गया है, एक 'शिकायत निपटान प्राधिकरण (जीएसए)' की स्‍थापना करें। उस प्रतिष्‍ठान में नियुक्‍त हर कर्मचारी के औद्योगिक विवादों को निपटाना उस प्राधिकरण की जिम्‍मेदारी होगी।


कागभूषडं-लोमस क्रियाकलाप

गतांक से...
 तो देखो विचार यह चल रहा है कि आज हम अग्नि का आधान करना चाहते हैं। अपने में अग्नि को धारण करना चाहते हैं। वह जो ज्ञान रूपी अग्नि है वही तो मानव का कल्याण करने वाली है। क्योंकि ज्ञान ही संसार में मानवीय तत्व पर निहित रहता है। वही अग्नि है जो ब्रह्मा अग्नि बन करके देखो धौ लोक में प्रवेश करती है। अंतरिक्ष में रत रहने वाली है। मानव जैसे शब्दों का उच्चारण करता है शब्द के साथ में चित्र, चित्रों के साथ में उसका क्रियाकलाप अंतरिक्ष में विद्यमान रहता है। विचार यह देने जा रहा था कि इस अग्नि का आधान करते हुए कागभूषडं जी और लोमस मुनि महाराज दोनों अपने विद्यालय में अध्ययन करते रहे। इसी अग्नि को लेकर के महाराजा संपाती और दोनों विधाता, गरुड़ जी उनकी दोनों कृतियों में वह भी अनुसंधान करते थे। समुद्र के तट पर उनका सुख संसार राज्‍य था जो राजाराम ने उनके राष्ट्र को विजय कर लिया था। काग भूषडं जी तो देखो ऋषि लोमस के आश्रम में प्रवेश कर गए थे और संपाती समुद्र के तट पर काग भूषडं जी के पिता जो कहलाते थे। शंभूक ऋषि महाराज वह उनके आश्रम में चले गए थे। उनकी प्रतिक्रिया उनका राष्ट्र समाप्त हो गया था। परंतु वैज्ञानिक थे अपने में अनुसंधान करते रहते थे। विचार-विनिमय करते रहते थे आज तुम्हें मैं साहित्यिक चर्चा प्रकट करने नही आया हू।विचार देने आया हूं कि प्रत्येक मानव को प्राण को जानना है। प्रत्येक प्राणी परमपिता परमात्मा के राष्ट्र मे मानव शिशु के रूप में रहना चाहता है। चाहे कोई धीराज हो, राजा हो, ज्ञानी को, योगी हो, प्राण सूत्र में रमण करने वाला हो । परंतु देखो माता की लोरीयो का जब पान करने  लगता है। लोरियों का पान करने वाला शिशु कहलाता है। मेरे को ज्ञान है जब उसके अंतिम छोर पर जाता है तो वैज्ञानिक हो, चाहे किसी भी प्रकार का अध्यात्मिक विज्ञानवेता हो, चाहे भौतिक विज्ञानवेता हो, वह मोन हो जाता है और जहां मोन हुआ। वहीं शिशु बन जाता है जैसे बालक माता की लोरीयो का पान करके शिशु बना हुआ है। वह रहता है लोरीयो के आनंद को प्रकट नहीं कर सकता। इसी प्रकार बेटा प्रभु के गर्भ में प्रभु के ज्ञान और विज्ञान को जानता हुआ। उसका वर्णन साकार रूप में नहीं कर सकता। इसी प्रकार शिशु बना हुआ है मैंने चर्चा की है योगाभ्यास करते हुए अध्यात्मिक बाद में प्रवेश करते हुए भौतिक विज्ञान में प्रवेश करते हुए। परमाणु वाद को जानते हुए उन्होंने यही कहा मैं शिशु बना हुआ हूं। मैं बालक हूं प्रभु के राष्ट्र में कोई बलवती नहीं है। कोई मानव विशाल नहीं है। प्रभु के ज्ञान और विज्ञान में प्रत्येक प्राणी शिशु के रूप में ही रहता है। क्योंकि प्रभु का ज्ञान और विज्ञान इतना नितांत है, इतना महान है। कि अंत में प्राणी मोन हो जाता है और वह अपने में कोई वाक्‍य  वर्णन नहीं कर सकता। बेटा आज का वाक्य यह है आज के वाक्य उच्चारण करने का अभिप्राय हमारा यह है कि हम परमपिता परमात्मा की आराधना करते हुए। देव की महिमा का गुणगान गाते हुए इस संसार सागर से पार होने का प्रयास करें। अब हमारा वाक्य समाप्त होने जा रहा है। यदि समय मिलेगा तो कल चर्चा करेंगे। अब वेद मंत्रों का पठन-पाठन होगा।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


October 01, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-58 (साल-01)
2. मंगलवार, 01अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन,शुक्‍लपक्ष,तिथि -तीज, विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 6:14,सूर्यास्त 6:10
5. न्‍यूनतम तापमान -24 डी.सै.,अधिकतम-32+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...