रविवार, 29 सितंबर 2019

मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्‍थिता

दूसरे नवरात्रि के दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना की जाती है। साधक इस दिन अपने मन को माँ के चरणों में लगाते हैं। ब्रह्म का अर्थ है तपस्या और चारिणी यानी आचरण करने वाली। इस प्रकार ब्रह्मचारिणी का अर्थ हुआ तप का आचरण करने वाली। इनके दाहिने हाथ में जप की माला एवं बाएँ हाथ में कमण्डल रहता है। यह जानकारी भविष्य पुराण से ली गई है।


श्लोक-दधाना करपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलु | देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा ||


शक्ति-इस दिन साधक कुंडलिनी शक्ति को जागृत करने के लिए भी साधना करते हैं। जिससे उनका जीवन सफल हो सके और अपने सामने आने वाली किसी भी प्रकार की बाधा का सामना आसानी से कर सकें।


फल-माँ दुर्गाजी का यह दूसरा स्वरूप भक्तों और सिद्धों को अनन्तफल देने वाला है। इनकी उपासना से मनुष्य में तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार, संयम की वृद्धि होती है। जीवन के कठिन संघर्षों में भी उसका मन कर्तव्य-पथ से विचलित नहीं होता।


माँ ब्रह्मचारिणी देवी की कृपा से उसे सर्वत्र सिद्धि और विजय की प्राप्ति होती है। दुर्गा पूजा के दूसरे दिन इन्हीं के स्वरूप की उपासना की जाती है। इस दिन साधक का मन 'स्वाधिष्ठान 'चक्र में शिथिल होता है। इस चक्र में अवस्थित मनवाला योगी उनकी कृपा और भक्ति प्राप्त करता है।


इस दिन ऐसी कन्याओं का पूजन किया जाता है कि जिनका विवाह तय हो गया है लेकिन अभी शादी नहीं हुई है। इन्हें अपने घर बुलाकर पूजन के पश्चात भोजन कराकर वस्त्र, पात्र आदि भेंट किए जाते हैं।


उपासना 
प्रत्येक सर्वसाधारण के लिए आराधना योग्य यह श्लोक सरल और स्पष्ट है। माँ जगदम्बे की भक्ति पाने के लिए इसे कंठस्थ कर नवरात्रि में द्वितीय दिन इसका जाप करना चाहिए।


या देवी सर्वभू‍तेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।


अर्थ : हे माँ! सर्वत्र विराजमान और ब्रह्मचारिणी के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ।


भाजपा परिवारवाद:बच्चों के लिए टिकट

यूपी विधानसभा उपचुनाव 2019: नेताओं मे चल रहा है परिवारवाद
बीजेपी नेता ने अपने बच्चों के लिए मांगा टिकट



लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनावों के लिए बीजेपी नेता अपने बच्चों और भाइयों के लिए टिकट की दावेदारी ठोक रहे हैं। वैसे तो पार्टी पहले कह चुकी है कि परिजनों को टिकट नहीं दिया जाएगा। लेकिन इस बार भी नेता अपने करीबियों के लिए टिकट मांगने की दावेदारी कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक लखनऊ कैंट से सांसद रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे के लिए टिकट मांग रही हैं। वहीं गोविंदनगर से सांसद सत्यदेव पचौरी भी अपने बच्चों के लिए टिकट की मांग कर, बहती गंगा में हाथ धो लेना चाहते हैं।
रामपुर में जयाप्रदा की बढ़ी सक्रियता
वहीं मानिकपुर से पूर्व सांसद भैरो प्रसाद मिश्र भी अपने छोटे भाई के लिए टिकट के दावेदार हैं। प्रतापगढ़ से सांसद संगम लाल गुप्ता भी अपने भाई के लिए टिकट की चाह रख रहे हैं। बलहा विधानसभा सीट के लिए सांसद अक्षयवर लाल गौड़ भी अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे हैं। इसी क्रम में बिहार के राज्यपाल फागू चौहान भी अपने बेटे के लिए घोसी से टिकट की उम्मीद लगाए हुए हैं। दूसरी तरफ सबकी निगाहें रामपुर की तरफ भी लगी हुई हैं कि क्या जयाप्रदा एक बार फिर मैदान में उतरेंगी।
रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


महिला निरीक्षक की ब्रेन हेमरेज से मौत


प्रयागराज। महिला थाना प्रभारी ममता पवार की लखनऊ के संजय गांधी ट्रामा सेन्टर मे आज सुबह मौत हो गयी है। 
ममता पवार को कुछ दिन पहले महिला थाने में ब्रेन हैमरेज के चलते अपने थाने के कमरे मे बेहोश पायी गयी थी। और तत्काल ही उन्हें लखनऊ भेजा गया था। कई दिनों की जांच पड़ताल के बाद उपचार करते हुए उनकी मौत हो गई।
रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


शेख रशीद को जहन्नुम पहुंचा देंगे

तो क्या पाकिस्तान कश्मीर की आड़ में भारत पर परमाणु हमला कर देगा?
फिर आया शेख रशीद का जहरीला बयान।



नई दिल्‍ली। पाकिस्तान के रेलमंत्री शेख रशीद का एक बार फिर जहरीला बयान सामने आया है। इस बार शेख रशीद ने खुदा की कसम खाकर कहा है कि वे गन और गोलियों के साथ सरहद पारकर कश्मीर के लाल चौक में पहुंच कर खून खराबा करेंगे। हालांकि शेख रशीद पहले भी ऐसे बयान दे चुके हैं, लेकिन इस बार खुदा की कसम खाई है, इसलिए बयान को गंभीरता से लिया जा रहा है। सच्चा मुसलमान खुदा की कसम तभी खाता है, जब उसे अपने कथन पर अमल करना होता है। लेकिन सवाल उठता है कि जब शेख रशीद सरहद पार करेंगे तो क्या भारतीय सुरक्षा बल शेख रशीद को अपने वाहन में बैठाकर श्रीनगर के लाल चौक ले जाएंगे, ताकि शेख रशीद खून खराब कर सकेें? सब जानते हैं कि शेख रशीद गन और गोलियां लेकर सरहद पार करेंगे तो भारतीय सुरक्षा बल शेख रशीद को जहन्नूम में पहुंचा देंगे। शेख रशीद कितने डरपोक है यह पाकिस्तान के लोगों ने तब देखा था, जब पिछले दिनों एक सभा में बोलते हुए शेख रशीद के माइक में करंट आ गया था। परमाणु हमले की धमकी तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी यूएन की सभा में दे चुके हैं। इमरान खान भी समझते हैं कि परमाणु हमला करना आसान नहीं है। इस तरह के जहरीले बयान देकर इमरान और शेख रशीद जैसे राजनेता पाकिस्तान की जनता को बेवकूफ बना रहे हैं। असल में जब इमरान खान को अपने देश में तख्ता पलट का डर हो गया है। सेना कभी भी इमरान को हटा सत्ता पर कब्जा कर सकती है। पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष कमर बाजवा लगातार राजनीतिक गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। 
भारत भी तैयार:
यदि पाकिस्तान की ओर से हमले की कोई पहल की जाती है तो मुंह तोड़ जवाब देने के लिए भारत भी तैयार है। असल में पाकिस्तान भी यह समझता है कि भारत पहले ही पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर चुका है। इस एयर स्ट्राइक के बारे में पाकिस्तान को पता ही नहीं चला। यानि भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान पाकिस्तान की सीमा में घुस कर बमबारी करने के बाद सुरक्षित लौट आए। जब हमारी वायु सेना इतना सशक्त है तो फिर पाकिस्तान के किसी भी हमले का जवाब दिया जा सकता है। भारत की रणनीति सिर्फ पाकिस्तान का मुकाबला करने की ही नहीं बल्कि एक साथ चीन को भी जवाब देने की स्थिति में है। भारत को इस बात अंदाजा है कि यदि पाकिस्तान हमला करता है तो चीन से लगी सीमाओं पर तनाव हो जाएगा। ऐसे में भारत चीन और पाकिस्तान दोनों से मुकाबला करने की रणनीति बना चुका है। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद अब जम्मू कश्मीर पर पूरी तरह केन्द्र सरकार का नियंत्रण हो गया है। ऐसे में सीमा पर कोई बड़ी कार्यवाही करने के लिए कोई अड़चन नहीं है। यही वजह है कि आतंकवादियों को भी करारा जवाब दिया जा रहा है। 28 सितम्बर को ही घाटी में 6 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया गया। 
एस.पी.मित्तल


'मन की बात'...

 
जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेटियों को भारत की लक्ष्मी बताकर ई-सिगरेट के नुकसान बताए। भारतीय नन मरियम थ्रेसिया को संत की उपाधि मिलना गौरव की बात। 

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेडियो पर मन की बात की। यूं तो मोदी ने अपने चालीस मिनट के संबोधन में अनेक विषयों पर अपने विचार रखे, लेकिन देश की बेटियों को सम्मान देने के लिए दीपावली के मौके पर बेटियों को भारत की लक्ष्मी बता कर प्रशंसा की। मोदी ने देशवासियों से आह्वान किया कि बेटियों की कामयाबी के फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाएं, ताकि दुनिया भारत की लक्ष्मी के बारे में जान सके। इसमें कोई दो राय नहीं कि मोदी का यह सुझाव सराहनीय है। यदि घर परिवार की बेटियों को सम्मान मिलेगा तो समाज में सुख-समृद्धि अपने आप आ जाएगी। इसके साथ ही मोदी ने ई-सिगरेट के नुकसान के बारे में भी बताया। कुछ युवा समझते हैं कि तम्बाकू वाली सिगरेट के मुकाबले ई-सिगरेट नुकसान नहीं पहुंचाती है। मोदी ने कहा कि ई-सिगरेट में हानिकारक केमिकल का उपयोग होता है जो तम्बाकू वाली सिगरेट से भी घातक होते हैं। इसलिए सरकार ने ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाया है। कुछ युवा फैशन के तौर पर ई-सिगरेट का उपयोग करते है जो पूरी तरह गलत है। सिगरेट का सेवन करने वाला पिता कभी नहीं चाहेगा, कि उसका बेट भी सिगरेट का सेवा करें, क्योंकि पिता को पता है कि सिगरेट हानिकारक है। 
सिस्टर थ्रेसिया का संत बनना गौरव की बात:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ईसाई मिशनरीज के कार्यों की भी जम कर प्रशंसा की। मोदी ने कहा कि भारतीय नन मरियम थे्रसिया को आगामी 13 अक्टूबर को वेटिकन सिटी में ईसाई समुदाय के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप संत की उपाधि देने की घोषणा करेंगे। सिस्टर थ्रेसिया ने अपने पचास वर्ष के जीवन काल में शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए। भारतीय नन को इतना बड़ा सम्मान मिलना गौरव की बात है। सिस्टर थे्रसिया को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ईसाई समुदाय भी बधाई का पात्र है। 
एस.पी.मित्तल


सचिन पायलट भी आर-पार के मूड में


तो राजस्थान की राजनीति पर सीएम अशोक गहलोत करेंगे सोनिया गांधी से फाइनल बात। 
सचिन पायलट भी आर-पार के मूड में।



जयपुर। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत दिल्ली में रहे। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी से मुलाकात करने के लिए 28 सितम्बर को ही दिल्ली पहुंच गए थे। हालांकि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी 28 सितम्बर से दिल्ली में ही है, लेकिन 29 सितम्बर को दिल्ली में वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा के मोती बाग स्थित आवास पर सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे के बीच जो राजनीतिक मंत्रणा हुई उसमें पायलट शामिल नहीं हुए। सूत्रों की माने तो इस मंत्रणा में भी पायलट को भी शामिल होना था, ताकि सोनिया गांधी से मुलाकात के समय एकराय हो सके। राजस्थान की कांग्रेस की राजनीतिक सरकार के गठन के बाद से ही खींचतान चल रही है। सूत्रों के अनुसार अब रोजरोज की किच-किच बाजी से सीएम गहलोत भी दुखी हो चुके हैं। इसलिए अब सोनिया गांधी से फाइनल बात कर रहे हैं। गहलोत के साथ प्रदेश प्रभारी महासचिव पांडे भी हैं। जो सकता है कि प्रदेश संगठन में बड़ा फेरबदल हो जाए। सरकार चलाने में संगठन का भरपूर सहयोग चाहिए। लेकिन अशोक गहलोत को अपेक्षित सहयोग भी नहीं मिल रहा है। इसका सबसे बड़ा और ताजा उदाहरण बसपा के छह विधायकों को अभी तक भी कांग्रेस की सदस्यता नहीं मिलना है। सरकार और संगठन में इससे ज्यादा और क्या खींचतान हो सकती है कि बसपा के छह विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कांग्रेस का विधायक स्वीकार कर लिया, लेकिन इन विधायकों ने अभी तक भी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण नहीं की है। सब जानते हैं कि किन मुसीबतों से सीएम गहलोत ने बसपा के सभी छह विधायकों का समर्थन हासिल किया, लेकिन अब सदस्यता में ही रोड़े अटकाएं जा रहे हैं। बसपा विधायकों को मंत्री पद आदि देकर संतुष्ट करना है, लेकिन फिलहाल मामला सदस्यता पर ही अटक गया है। सोनिया गांधी से होने वाली मुलाकात में गहलोत और पांडे मंत्रिमंडल विस्तार पर निर्णय भी करवाएंगे। इस मुलाकात में सचिन पायलट के ताजा बयानों से ही भी सोनिया गांधी को अवगत कराया जाएगा। 
क्रिकेट की राजनीति के माध्यम से भी सीएम को चुनौती:
सीएम गहलोत को अब क्रिकेट की राजनीति से भी चुनौती दिलवाई जा रही है। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के मौजूदा अध्यक्ष सीपी जोशी चाहते हैं कि सीएम गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को एसोसिएशन का अध्यक्ष बनाया जाए। इसके लिए लगातार प्रयास जारी हैं। लेकिन सचिन पायलट के समर्थक माने जाने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामेश्वर डूडी ने एसोसिएशन के अध्यक्ष का चुनाव लडऩे की घोषणा कर दी है। यानि अब क्रिकेट की राजनीति में कांग्रेस के ही दो गुट हो गए हैं। एक गुट का नेतृत्व सीपी जोशी कर रहे हैं, जबकि दूसरे गुट का नेतृत्व रामेश्वर डूडी। घमासान इतना है कि जोशी और डूडी गुट ने अलग अलग मतदाता सूची जारी की है। चुनाव अधिकारी आरआर रश्मि लगातार प्रयास में है कि शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव हो जाए। लेकिन ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा है। डूडी ने सत्ता के दुरुपयोग की आशंका जताई है। असल में राजस्थान में सत्ता और संगठन में जो खींचतान चल रही है उसी से क्रिकेट की राजनीति भी प्रभावित हो रही है। इस बीच सरकार की ओर से डूडी को मानने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन डूडी पर संगठन का इतना दबाव है कि वे फिलहाल सरकार के लालच में नहीं आ रहे हैं।
पायलट भी आरपार के मूड में:
पायलट के समर्थकों का शुरू से ही मानना है कि मुख्यमंत्री की जिस कुर्सी पर अशोक गहलोत बैठे, उस पर सचिन पायलट का अधिकार था, क्योंकि भाजपा के पिछले पांच वर्ष के शासन में पायलट के नेतृत्व में ही कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने संघर्ष किया। पायलट की वजह से ही विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस को बहुमत मिला। लेकिन अब सरकार में पायलट और कार्यकर्ताओं का अपेक्षित सम्मान नहीं हो रहा है। पायलट ने सार्वजनिक तौर पर कहा भी है कि जिन कार्यकर्ताओं ने पांच वर्ष खून पसीना बहाया अब उन्हें लाभ मिलना चाहिए। सरकार में सम्मान के पहले हकदार कार्यकर्ता ही है। पायलट ने साफ कहा कि बसपा के छह विधायक मंत्री बनने के लिए कांग्रेस में नहीं आए हैं। इन विधायकों ने बिना शर्त समर्थन दिया है। हालांकि पायलट के इस बयान पर सीएम गहलोत ने अभी तक भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन सब जानते हैं कि बसपा के विधायकों को कांग्रेस के समर्थन में लाने के लिए सीएम गहलोत ने कई वायदे किए हैं। गहलोत के आश्वासन पर ही बसपा के सभी विधायक कांगे्रस में आए हैं। पायलट ने जिस तरह से कार्यकर्ताओं को आगे रखकर अपनी बात कही है उससे साफ प्रतीत होता है कि इस बार पायलट भी आरपार के मूड में हैं। 
एस.पी.मित्तल


भारी-बारिश के बीच प्रचारक 'कमलदूत'

रांची। अबकी बार 65 पार के तर्ज पर कार्य कर रही भारतीय जनता पार्टी का कमल दूत साईकल प्रचार यात्रा भारी बारिश में भी अपने पार्टी हित मे प्रचार प्रसार करते दिखे तथा सरकार द्वारा किये गए कार्यों को डोर टू डोर जाकर लोगों को बताया गया एवं पार्टी के पक्ष में मतदान करने की अपील की गई।


मौके पर कमल दूत के जमुआ विधानसभा प्रभारी रनबहादुर पासवान ने कहा कि इतनी भारी बारिष में भी जमुआ एवं देवरी के कमल दूत द्वारा प्रचार प्रसार किया गया।कहा कि जमुआ विधानसभा में 69 कमल दूत का चयन कर उसे साईकिल के अलावा आवशयस्क जरूरी सामग्री के साथ पोस्टर, बेनर देकर भेजा गया है। कहा कि दो कमल दूत एक साथ मिल कर दो पंचायतों में पार्टी का प्रचार प्रसार करेंगे एवं सरकार द्वारा किये गए आम अवाम हित के कार्यो तथा उपलब्धियों को लोगों के बीच रखेंगे।


यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...