शुक्रवार, 27 सितंबर 2019

सड़क हादसे में गई 13 लोगों की जान

जोधपुर। शुक्रवार की दोपहर हुए एक भीषण सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई तथा कई अन्य घायल हुए। हादसा बालेसर थाना क्षेत्र में उस समय हुआ जब एक सिटी बस का टायर फट गया और वह सामने से आ रही जीप से जा टकराई। थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि हादसा राष्ट्रीय राजमार्ग 125 पर हुआ है और कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस और प्रशासन घटनास्थल पर मौजूद है तथा घायलों को अस्पताल भेजा जा रहा है।


अखिलेश ने तुरंत की पीड़ित की सहायता

प्रयागराज। आज समाजवादी साहू राठौर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा. जगजीवन प्रसाद साहू एमएलसी के नेतृत्व में सुनील साहू गोंडा हत्याकांड मृतक के परिवार की। मुलाकात समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा, अखिलेश यादव से करवाई गई। माननीय अखिलेश ने तुरंत मामले की तहकीकात करते हुए डीआईजी महोदय को फोन मिला कर पूरे मामले से अवगत कराया व तुरंत सख्त कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया।  पार्टी कोष से ₹1लाख की आर्थिक सहायता तत्काल प्रदान करने को आदेशित किया।
तत्पश्चात समाजवादी साहू राठौर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा. जगजीवन प्रसाद साहू एमएलसी जी द्वारा मृतक के परिवार को पार्टी कोष से ₹1लाख का चेक प्रदान किया गया। साथ में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष हरिओम साहू राष्ट्रीय महासचिव विजय साहू "मून"जी, बी.आर. साहू व जिलाध्यक्ष गोंडा  संजय साहू के साथ तमाम लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों की छुट्टी

राणा ओबराय
15 भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों को सरकार ने जबरन किया रिटायर, सरकार का भ्रष्टाचार पर वार

नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी सरकार सख्त रवैया अपनाए हुए है। इसका ताजा उदाहरण आज फिर देखने को मिला। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने अपने ही विभाग के 15 वरिष्ठ अधिकारियों को जबरन सेवानिवृत्त कर दिया है, जिन अधिकारियों को जबरन रिटायरमेंट दी गई है उनमें प्रधान आयुक्त, आयुक्त, कनिष्ठ आयुक्त, अतिरिक्त आयुक्त और सहायक आयुक्त जैसे अधिकारी शामिल हैं। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक जिन्हें जबरन रिटायरमेंट दी गई उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
इन अफसरों को फंडामेंटल रूल के तहत सार्वजनिक हित में कार्यमुक्त कर दिया गया है। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। इससे पहले 26 अगस्त को भी विभाग ने करप्शन के आरोपों में 22 सीनियर अफसरों को जबरन रिटायरमेंट दे दिया था। दरअसल केंद्र सरकार ने सभी केंद्रीय संस्थानों से इस बारे में मासिक रिपोर्ट मंगाना शुरू कर दिया है। सरकार के जरिए ऐसे अधिकारियों को अनिवार्य रिटायरमेंट दी जा सकती है। ऐसा करने के पीछे सरकार का मकसद नॉन-फॉर्मिंग सरकारी सेवक को रिटायर करना होता है।


जयतीर्थ से वापस नहीं ली जाएगी सुविधाएं

राणा ओबराय


हाइकोर्ट से फैसला खिलाफ आने के बाद भी जयतीर्थ से वापस नहीं ली जाएंगी प्राप्त सुविधाएं: स्पीकर कंवरपाल



चंडीगढ़। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा राई विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस पूर्व विधायक जयतीर्थ दहिया की सदस्यता रद्द किए जाने पर स्पीकर कंवर पाल गुज्जर ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने जयतीर्थ दहिया की सदस्यता तो रद्द कर दी है, लेकिन इंदरजीत दहिया की घोषणा अभी तक नहीं की है। उन्होंने कहा कि अभी तक का नियम तो यही है कि वह अब तक कि जो भी सुविधाएं जयतीर्थ दहिया को मिलती रही हैं, उसके बदले उन्होंने काम किए हैं।
स्पीकर ने कहा कि अब 14 तारीख को आने वाले कोर्ट के फैसला अगर जयतीर्थ दहिया के खिलाफ आता है तो उनको पेंशन और पूर्व विधायक के मिलने वाली सभी सुविधाओं को खत्म कर दिया जाएगा, लेकिन जो सुविधाएं उनको मिल चुकी हैं उसे वापस नहीं लिया जाएगा, क्योंकि इसके बदले उन्होंने काम किया है।
गौरतलब है कि राई विधानसभा सीट से 2014 के विधानसभा चुनाव में 3 वोटों से जीते कांग्रेसी उम्मीदवार विधायक जयतीर्थ दहिया की जीत को इनेलो उम्मीदवार इंद्रजीत दहिया ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी, जिसपर बुधवार को कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। इससे पहले इस मामले में हाईकोर्ट की तरफ से 9 बूथों के ईवीएम को हाईकोर्ट में मंगवाया गया था, यह देखने के लिए की डबल वोट किसको गए हैं और डेड वोट किसे गए हैं। हाई कोर्ट में इलेक्शन कमिशन की तरफ से एक्सपर्ट को अपॉइंट किया गया था जिसने डिकोडिंग की थी और रिजल्ट हाई कोर्ट ने रिकॉर्ड कर लिया था। बुधवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान रेकॉर्ड का विश्लेषण के दौरान दहिया की वोट संख्‍या घट गई जबकि इंद्रजीत को दहिया से चार अधिक वोट माना गया। कोर्ट ने पाया कि दहिया को 36694 वोट मिले हैं जबकि इंद्रजीत को 36698। इस तरह इंद्रजीत को चार वोट अधिक दी गई है। लेकिन, बेंच ने जबर सिंह केस का उदाहरण देते हुए इंद्रजीत को विजयी नहीं घोषित किया बल्कि दहिया का चुनाव अमान्य भी माना है। दूसरी ओर, बेंच ने दहिया की एक याचिका पर इंद्रजीत व चुनाव आयोग को नोटिस जारी कर जवाब मांग लिया है। दहिया ने अपनी उक्त याचिका में चुनाव के दौरान इंद्रजीत पर अपने गांव में बूथ पर कब्जा करने का आरोप लगाया है।


भाजपा धोखेबाज पार्टी:अकाली दल

भाजपा धोखेबाज पार्टी,अकाली दल ने विधायक को खरीदने का लगाया आरोप, हरियाणा में अपने दम पर चुनाव लड़ेगा अकाली दल
राणा ओबराय
भाजपा धोखेबाज पार्टी,अकाली दल ने विधायक को खरीदने का लगाया आरोप, हरियाणा में अपने दम पर चुनाव लड़ेगा अकाली दल
चण्डीगढ़। हरियाणा में भाजपा और शिरोमणि अकाली दल में तकरार बढ़ गया है। कालांवाली से शिरोमणि अकाली दल के विधायक बलकौर सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद अकाली दल ने भाजपा से गठबंधन तोड़ दिया है। सुखबीर बादल ने कहा कि हरियाणा में शिअद अकेले चुनाव लड़ेगी। अकाली दल ने भाजपा को धोखेबाज पार्टी बताया है। प्रदेशाध्यक्ष सरणजीत सिंह सौथा का आरोप है कि भाजपा ने उनके विधायक को खरीद कर धोखा किया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा का पूरा सहयोग किया था। विधानसभा चुनाव में भी मिलकर लडऩे की बातचीत चल रही थी। सौथा का कहना है कि एक-दो दिन में पार्टी मीटिंग कर अपनी चुनावी रणनीति बनाएगी। बैठक में तय किया जाएगा कि कितनी सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा। जिन सीटों पर पार्टी प्रत्याशी नहीं उतारेगी, वहां किस पार्टी का समर्थन किया जाएगा। 75 पार का नारा देने वाली भाजपा को अकाली दल सरकार बनने से भी रोक देगा। अकाली दल ने पिछले दिनों कुरुक्षेत्र में मीटिंग कर 30 सीटों पर अपना पैनल तैयार किया था। अकाली दल पहले इनेलो के साथ मिलकर चुनाव लड़ता रहा है लेकिन लोकसभा चुनाव से इनेलो से गठबंधन तोड़कर भाजपा का सहयोगी दल बन गया था।


प्याज के बाद,अब टमाटर रुलाएगा

नई दिल्ली। बरसात के कारण कीमतों में वृद्धि से पहले प्याज ने देश के आम उपभोक्ता को रुलाया, लेकिन अब टमाटर की बारी है। देश की राजधानी दिल्ली में बीते एक सप्ताह में टमाटर के दाम में 70 फीसदी का इजाफा हो चुका है। टमाटर के लाल होने से इस त्योहारी सीजन में लोग परेशान हैं। खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, महाराष्ट्र और कर्नाटक समेत दक्षिण भारत के राज्यों में हुई भारी बारिश के कारण प्याज की सप्लाई बाधित होने के कारण इसकी कीमतों में बीते दिनों भारी इजाफा हुआ, लेकिन अब इसका असर टमाटर पर भी दिखने लगा है।दिल्ली-एनसीआर में टमाटर बीते कुछ दिनों से खुदरा में 50 80रुपए बिकने लगा है और आने वाले दिनों में कीमतों में और इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है।


नोएडा निवासी मंजू सिंह ने बताया कि प्याज और टमाटर के दाम में बेशुमार इजाफा होने से रसोई का बजट बिगड़ गया है। उन्होंने बताया कि पहले 30 रुपए में जहां एक किलो टमाटर मिलता था वहां अब इसके लिए दोगुने पैसे खर्च करने पड़ते हैं।दिल्ली ही नहीं, पूरे देश में टमाटर की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है। केंद्रीय उपभोक्ता मामले विभाग की वेबसाइट के अनुसार, चंडीगढ़ में बुधवार को टमाटर का भाव 52 रुपए किलो था।


निजी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चंडीगढ़ में टमाटर का भाव 50-60 रुपए प्रति किलो था। दिल्ली की आजादपुर मंडी में गुरुवार को औसत से अच्छी वेरायटी के टमाटर का 25 किलो का पैकेट 800 रुपए से ऊपर के भाव बिक रहा था। वहीं, औसत से नीचे की वेरायटी का टमाटर 500 रुपए प्रति पैकेट था। आजाद कृषि उत्पादन मार्केट कमेटी (एपीएमसी) की कीमत सूची के अनुसार, एक दिन पहले बुधवार को टमाटर का थोक भाव आठ रुपए से लेकर 34 रुपए प्रति किलो था और आवक 560.3 टन थी।जबकि एक सप्ताह पहले 19 सितंबर को दिल्ली में एपीएमसी के रेट के अनुसार, टमाटर का थोक भाव 4.50-20 रुपए प्रति किलो था, जबकि आवक 1700 टन थी।


भाजपा नेताओं में जमकर थप्पड़ बाजी

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। उमा भारती के कार्यक्रम के बाद हुआ जमकर हंगामा, युवा महिला मोर्चा की नेता औऱ भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के बीच हुई जमकर नोकझोंक, महिला भाजपा नेता ने भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष पर मारपीट व ज़मीन कब्जा करने का लगाया आरोप, दोंनो नेताओं के बीच जमकर हुई नोकझोंक, महिला नेता सौम्या मिश्रा ने पूर्व जिलाध्यक्ष अमरनाथ यादव पर ज़मीन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए किया हंगामा।


भाजपा कर रही है लूट के अनुमोदन

भारतीय जनता पार्टी से भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश प्रधान निठौरा ने उप जिलाधिकारी से जन सुविधा केंद्र मे चल रही लूट की की शिकायत


सचिन विसौरिया


गाजियाबाद,लोनी। भोली-भाली जनता को भ्रष्टाचारियों के द्वारा लूटा जा रहा है।जन सुविधा केंद्र में कागजों में कमी बताकर किया जा रहा है


रकम लूटने का काम फैलाया जा रहा है,भ्रष्टाचार,


अब होगी भ्रष्टाचारियों पर कानूनी कार्रवाई|लोनी। नगर पालिका में जन सुविधा केंद्र मे मात्र शक्तियों व गरीब लोनी की जनता के साथ किया जा रहा है।खिलवाड़ जी हां बताते चलेगी लोनी की भोली-भाली जनता के कागजातों में कमी बताकर रुपए ऐंठने का मामला सामने आया है।जिसकी शिकायत भारतीय जनता पार्टी से भाजपा किसान मोर्चा गाजियाबाद के जिला उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश प्रधान ने लोनी उप जिलाधिकारी से शिकायत कर इसकी गहनता से जांच कर लोनी की जनता को न्याय दिलाकर जन सुविधा केंद्र की जांच कर उन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है। यह कोई पहला मामला ऐसा नहीं है|ऐसे अन्य कई मामले पहले भी भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश के सामने आए हैं। सत्य प्रकाश प्रधान ने बताया|कि लोनी की जनता के साथ नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जो कोई भी कर्मचारी से लेकर अधिकारी भ्रष्ट है। उन लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही कराई जाएगी। जिससे लोनी की भोली-भाली जनता को इंसाफ मिले।


नडाल मैच में संघर्ष करते दिखे

टेनिस जगत के दो धाकड़ खिलाड़ी राफेल नडाल और रोजर फेडरर ने अपने लाजवाब खेल के लिए दुनियाभर में फेमस हैं। फैंस दोनों के बीच मैच का इंतजार करते रहते हैं। लावेर कप में इन दोनो दिग्गजों का साथ खेलना हर टेनिस फैन के लिए विशेष अवसर है। नडाल और फेडरर लावेर कप मे यूरोप की ओर से खेलते हैं। शनिवार को मैच के दौरान फैंस को कुछ ऐसा देखने को मिला जो बेहद खास था। नडाल शनिवार को मिलोस राउनिच के खिलाफ सिंगल्स मैच खेल रहे थे। पहला सेट 6-3 से जीतने के बाद दूसरे सेट में नडाल दूसरे सेट में 2-3 से पिछड़ रहे थे।


नडाल मैच में संघर्ष करते हुए दिख रहे थे, जिसे देखकर फेडरर उनके पास आए. ब्रेक के समय में जैसे ही नडाल बेंच पर आकर बैठे फेडरर उन्हें टिप्स देते दिखाई दिए। फेडरर ने नडाल से कहा, 'स्पिन करो स्लाइस करो, पुराने दिनों की तरह'. इतना कहकर फेडरर हंसने लगे। इसके बाद नडाल अपने फॉर्म में दिखाई दिए और उन्होंने मैच 6-3, 7-6 से जीत लिया। मैच के बाद नडाल ने कहा 'मुझे लगता है राउनिच पहला सेट जीतने के हकदार थे मगर मैंने बाद के समय में अच्छा प्रदर्शन किया।इससे पहलेदोनों स्टार खिलाड़ी फाबियो फोगनिनी को कोचिंग देते दिखे थे। जिसने काफी सुर्खीयां बटोरी थी।


नाकामी से घबराओ मत:सचिन

'सचिन तेंदुलकर' यह नाम सुनते ही सबको क्रिकेट का भगवान याद आ जाता है, उनके शानदार शॉर्ट्स और लाजवाब पारियां याद आती है, लेकिन क्या आप कभी यह सोच सकते हो कि एक समय पर इस क्रिकेट के भगवान को ओपनिंग करने के लिए हाथ जोड़ कर गिड़गिड़ाना पड़ा था। आप यह बात जान कर हैरान हो जायेंगे, लेकिन इस बात की पुष्टि खुद सचिन ने की है। करियर के शुरुआत में सचिन को मिडिल ऑर्डर में खिलाया गया था, लेकिन उन्हें यहां पर ज्‍यादा कामयाबी नहीं मिली थी।


सचिन तेंदुलकर का मानना है कि अपनी पहली हार से घबराओं मत उसका डट कर सामना करो, 1984 सितंबर में पहली बार उन्को भारतीय टीम में बतौर सलामी बल्लेबाज उतारा गया था, इस मैच में उन्होंने 49 गेंद पर शानदार पारी खेल कर 82 रन बनाये थे। जिसके बाद उन्होंने सबके दिल में अपनी जगह बना ली थी।
सचिन ने कहा की,'पहले मैच (ऑकलैंड में न्‍यूजीलैंड के खिलाफ) में मैंने 49 गेंद में 82 रन बनाए इसलिए मुझे दोबारा मौका दिए जाने के बारे में पूछने की जरूरत नहीं पड़ी। वे मुझसे ओपनिंग कराने को तैयार थे। मैं यह कहना चाहता हूं कि नाकाम होने से मत घबराओ।


गिड़गिड़ाने के बाद सचिन तेंदुलकर को मिला सलामी बल्लेबाज बनने का मौका


यह सब बातें सचिन ने एक चैट शो में साझा की, इसी में उन्होंने ओपनिंग करने के लिए अपनी पूरी कहानी सुनाई, सचिन ने कहा कि,'1994 में जब मैंने भारत के लिए बल्‍लेबाजी शुरू की थी तब सभी टीमों की रणनीति विकेट बचाना थी। मैंने अलग हटकर सोचने का प्रयास किया। मैंने सोचा कि मैं ऊपर जाकर विपक्षी गेंदबाजों पर हमला करूं। लेकिन मुझे इस मौके लिए गिड़गिड़ाना पड़ा। मैंने कहा यदि मैं नाकाम हो गया दोबारा आपके पास नहीं आऊंगा।


ऐसा नहीं है कि बतौर सलामी बल्लेबाज उन्होंने कोई मुकाम हासिल नहीं किया हो, एक शानदार सलामी बल्लेबाज के बाद उन्होंने अपनी आगामी पांच पारियों में लगातार अपने बल्ले से कमाल दिखाया, और अपनी जगह पक्की कर ली थी, उन्होंने उन पांच पारियों में 82, 63, 40, 63 और 73 रन बनाये थे। तेंदुलकर जब रिटायर हुए थे तब उनके नाम अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक थे।


कश्मीर में प्रतिबंधों पर छूट करे भारत

संयुक्त राष्ट्र। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों से मुलाकात के बाद एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि भारत कश्मीर में तेजी से प्रतिबंधों में छूट दे और हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा किया जाए। अमेरिका के विदेश मंत्रालय में दक्षिण एशियाई मामलों की एक शीर्ष अधिकारी एलिस वेल्स ने कहा कि हम तेजी से कदम उठाए जाने की उम्मीद करते हैं। कश्मीर में प्रतिबंध समाप्त किए जाएं और हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा किया जाए।


उन्होंने यह भी कहा कि अगर दोनों पक्ष ट्रंप से मध्यस्थता करने को कहते हैं तो वह इसके इच्छुक हैं। हालांकि उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि भारत किसी भी तरह की मध्यस्थता की पेशकश को खारिज करता आया है।
अधिकारी ने कहा कि अमेरिका कश्मीर में नेताओं, कारोबारियों को व्यापक रूप से हिरासत में लिए जाने और जम्मू-कश्मीर के लोगों पर प्रतिबंध लगाए जाने से चिंतित है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि ट्रंप ने मोदी से मुलाकात के दौरान कश्मीर का मुद्दा उठाया था या नहीं।


मालूम हो कि ह्यूस्टन में बीते रविवार को आयोजित 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में ट्रंप ने मोदी के साथ शिरकत की थी और 50,000 से अधिक भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित किया था। इस दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की थी।


इमरान ने यूएन में अलापा कश्मीर राग

संयुक्त राष्ट्र। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को आज संयुक्त राष्ट्र में संबोधन देते हए। अपने संबोधन से पहले उन्होंने एक बार फिर कश्मीर का राग अलापा है और कहा कि वह सिर्फ जम्मू-कश्मीर का मसला उठाने के लिए ही यहां पर आए हैं। लेकिन संबोधन से पहले ही इमरान ने हथियार डाल दिए हैं और कहा कि वह जानते हैं इससे कोई फायदा नहीं होने वाला है।


न्यूयॉर्क टाइम्स के एडिटर्स से बात करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, 'मुझे पता है कि संयुक्त राष्ट्र में मेरे जम्मू-कश्मीर पर भाषण से कुछ बड़ा असर नहीं होगा, खासकर आने वाले दिनों में…लेकिन वह चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर का मसला दुनिया सुने।
इमरान खान के बयान से साफ है कि वह संयुक्त राष्ट्र के मंच पर कश्मीर का मसला तो जरूर उठाएंगे, लेकिन उन्हें इससे कोई उम्मीद नज़र नहीं आती है। गौरतलब है कि इससे पहले भी इमरान खान ने जहां भी जम्मू-कश्मीर का मसला उठाया है उन्हें वहां पर मात ही मिली है।


जनाब आपसे ऐसी उम्मीद ना थी

कारगिल विजय दिवस पर पूरा देश शहीदों को याद कर रहा है। 26 जुलाई 1999 को भारत ने पाकिस्तान पर विजय पाई थी। कारगिल युद्ध को ऑपरेशन विजय के नाम से जाना जाता है। इस युद्ध के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे।
यह किस्सा साल 1999 का है जब कारगिल युद्ध हुआ था। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी ने अपनी किताब 'नाइदर अ हॉक नॉर अ डव' में इसका जिक्र किया है। दरअसल, अटल बिहारी वाजपेयी और एक्टर दिलीप कुमार के बीच गहरा संबंध था। उस दिन दिलीप कुमार और अटल बिहारी एक साथ ही बैठे हुए थे।
किताब के मुताबिक, एक दिन नवाज शरीफ के लिए भारत से फोन आया। दूसरी ओर अटल बिहारी वाजपेयी थे। वाजपेयी ने नवाज शरीफ से कहा कि 'मुझे आपने लाहौर बुलाया। गले मिलकर स्वागत किया और अब देश के साथ ऐसा कर रहे हैं।' नवाज शरीफ को जवाब नहीं सूझा तो उन्होंने कहा कि 'आप किस बारे में बात कर रहे हैं मैं आपकी बात आर्मी चीफ से करवाता हूं।'
नवाज शरीफ फोन काटने ही वाले थे कि तभी अटल बिहारी वाजपेयी ने उनसे कहा कि 'मुझे आपसे किसी की बात करवानी है।' अटल बिहारी वाजपेयी ने फोन दिलीप कुमार को पकड़ाया। उस वक्त दिलीप कुमार वहीं थे। दिलीप कुमार की बातें सुनकर नवाज शरीफ भी हैरान रह गए। बता दें कि दिलीप कुमार बंटवारे से पहले पाकिस्तान के पेशावर में रहते थे।
फोन पर दिलीप कुमार ने नवाज शरीब को खूब खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि 'साहब आप हमेशा भारत-पाकिस्तान के बीच शांति के मुद्दे पर अडिग रहे हैं आप ऐसा करेंगे ऐसी उम्मीद नहीं थी। दोनों देशों के बीच के तनाव के चलते भारत में मुसलमान अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है। ऐसे हालातों से निपटने के लिए कुछ कीजिए।'


शेरों की धरती पे हाथी नहीं काबू में

लगता है , शेरों कि धरती में हरियाणा में बड़े – बड़े नेताओं कि बस की बात नही ,हाथी को संभालना ।


आखिर सही भी है , हाथी को संभालना हर किसी के बस कि बात नही
चंडीगढ़। इनेलो नेता अभय चौटाला ने तो बहन जी से राखी तक बंधवाई , लेकिन गंठबंधन कि सियासत लंबी न चल पाई , हरियाणा में बसपा का वोट प्रतिशत 2014 के विधानसभा चुनाव में 4.4 प्रतिशत रहा था। 2009 में 6.74 फीसदी और 1996 से 2000  तक 5.44 और  5.74 प्रतिशत वोट पार्टी को मिले थे। बसपा का हर विधानसभा क्षेत्र में वोट बैंक है , और पार्टी के उम्मीदवार किसी भी बड़े दल के प्रत्याशियों का चुनावी गणित बिगाड़ देते हैं। इस बार भी बसपा सभी विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशीयों को उतारने कि कवायत शुरु कर दी है।


हरियाणा में मायावती की नजर 90 में से , एससी के लिए आरक्षित 17 सीटों पर है , पार्टी इन सीटों पर मजबूत उम्मीदवार उतारकर पुराना मिथक तोड़ते हुए एक से अधिक विधायक बनाना चाहेगी ,  इसके अलावा पार्टी 19 प्रतिशत एससी वोट बैंक पर भी निगाहें गड़ाये हुए है। बसपा यहां भी उत्तर प्रदेश की तर्ज पर सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाकर कोई करिश्मा तो जरुर करना चाहेगे।  


बसपा ने 1998 में इंडियन नेशनल लोकदल के साथ गठबंधन किया , बाद में तोड़ा।
2009 में कुलदीप बिश्नोई की हरियाणा जनहित कांग्रेस के साथ गठबंधन किया , बाद में राहें जुदा हो गयी।
मई 2018 में फिर इंडियन नेशनल लोकदल के साथ किया गठबंधन, एक साल से पहले ही राहे जुदा हो गयी।
जींद उपचुनाव में करारी हार के बाद बसपा को इनेलो का अस्तित्व खतरे में नजर आने लगा, इनेलो के साथ गठबंधन तोड़कर फरवरी 2019 में राजकुमार सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी का साथ पकड़ा, चंद महीने बाद गठबंधन टूट गया।
11 अगस्त 2019 को जजपा के साथ गठबंधन किया , छह सितंबर 2019 को जजपा से भी नाता तोड़ा दिया।


प्रेम और दायित्व की भावना देशभक्ति

देश के लिए प्यार और देश के प्रति जिम्मेदारी की भावना ही असली देशभक्ति: केजरीवाल


नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि ,' देश के लिए प्यार और देश के प्रति जिम्मेदारी की भावना ही असली देशभक्ति है। रिश्वत देनेवाले, टैक्स की चोरी करनेवाले कभी देशभक्त नहीं हो सकते। देशभक्ति सिर्फ इंडिया-पाकिस्तान के मैच के दौरान ही नहीं, हमारे रोजमर्रा के जीवन में भी झलकनी चाहिए।अरविन्द के केजरीवाल के आवास पर देशभक्ति करिक्यूलम निर्धारित करने वाली वाली बैठक के दौरान केजरीवाल ने यह बात कही। इस दौरान दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे।


मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पेश हुए शरद

मुबंई। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के ऑफिस में पेश हुए। इसी को देखते हुए मुंबई पुलिस ने बलाड एस्टेट इलाके में धारा 144 लगा दी है जहां प्रवर्तन निदेशालय की ऑफिस है। बता दें कि महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (MSCB) घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता शरद पवार और अजित पवार समेत 70 अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है।


NCP प्रमुख शरद पवार पर मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज
FIR में सहकारी बैंक के 70 पूर्व अधिकारियों के नाम


बिना ED के समन, खुद पेश शरद पवार होंगे


शरद पवार ने कार्यकर्ताओं से शांत रहने की अपील की


ED के सामने पेश होंगे शरद पवार, बलार्ड एस्टेट में मुंबई पुलिस ने लगाई धारा 144


पुलिस ने शरद पवार के ईडी के सामने पेश होने को देखते हुए बलार्ड पियर स्थित ईडी कार्यालय के बाहर और दक्षिण मुंबई के दूसरे क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी है। मुंबई पुलिस ने ट्वीट कर उन थाना क्षेत्रों की जानकारी दी गई जहां आज धारा 144 लागू रहेगी। पुलिस ने कहा, “डियर मुंबईकर्स! कृपया ध्यान रखें कि सीआरपीसी की इन इलाकों में धारा 144 लागू है।


चुनाव आयोग सरकार की कठपुतली

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि वो कर्नाटक की 15 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों को टालने वाली है। सुप्रीम कोर्ट को ये जानकारी कर्नाटक के उन 17 विधायकों की याचिका की सुनवाई के दौरान दी गई जिनकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी। इन विधायकों को चुनाव लड़ने से भी रोका गया था इसी फैसले के खिलाफ इन विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।


बता दें कि चुनाव आयोग ने उपचुनावों के लिए नई तारीखों का ऐलान अभी नहीं किया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो इस मामले में सुनवाई 22 अक्टूबर को होगी।
21 सितंबर को चुनाव आयोग ने 17 विधानसभा में से 15 सीटों पर उपचुनावों के तारीखों की घोषणा की थी। नई तारीखों के मुताबिक 21 अक्टूबर को मतदान और 24 अक्टूबर को नतीजे आने थे।


बता दें कि इसी साल जुलाई में इन 17 विधायकों की अनुपस्थिति के कारण कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी की सरकार गिर गई। इसके बाद कर्नाटक के तत्कालीन स्पीकर रमेश कुमार ने विधानसभा से इनकी सदस्यता रद्द कर दी थी और मौजूदा सरकार का कार्यकाल खत्म होने तक चुनाव लड़ने से रोक दिया था।विधानसभा से सदस्यता रद्द होने के बाद इन विधायकों ने स्पीकर के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया था। इन विधायकों ने उपचुनावों के लिए तय तारीख 30 सितंबर से पहले इस मामले में जल्द सुनवाई की मांग की थी।


कोर्ट के फैसले के बाद रद्द हुए विधायक एन मुनिरत्ना ने कहा,”हम सोमवार से ये केस लड़ रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि उसे इस केस की तह तक जाना पड़ेगा। ये हो जाने के बाद ही इस केस में कोई फैसला दे सकते हैं, चुनाव आयोग ने कहा चुनाव टाल दिए हैं। हमें विश्वास है कि हमें न्याय मिलेगा।”


कर्नाटक में बीफ बैन की तैयारी, देश में सबसे कड़ी सजा मुमकिन


'चुनाव आयोग सरकार की कठपुतली है': कुमारस्वामी


चुनाव आयोग के इस फैसले पर कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने कहा, ”ये देश में लोकतंत्र की बरबादी है। ऐसा पहली बार हुआ है देश में जब चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान किया है और कोई संवैधानिक संस्था बीच में नहीं आई है. ये संवैधानिक संस्थाओं के लिए शर्म की बात है। सभी संस्थाएं केंद्र सरकार के कंट्रोल में है।”हालांकि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है।


कल्याण सिंह होंगे सीबीआई कोर्ट में पेश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह शुक्रवार को लखनऊ में स्पेशल सीबीआई कोर्ट के सामने पेश होंगे। राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आरोपी हैं। कल्याण सिंह के अलावा इस मामले में बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण अडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती भी आरोपी हैं।राजस्थान का राज्यपाल होने के कारण कल्याण सिंह को इस मामले में अब तक अनुच्छेद 361 के तहत कार्रवाई से छूट मिली थी। स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने कल्याण सिंह को बाबरी मस्जिद विध्वंस से जुड़े आपराधिक साजिश के मामले में पेश होने का आदेश दिया था।


सीबीआई की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने 19 अप्रैल 2017 को आदेश दिया था, जिसमें कल्याण सिंह के अलावा लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, पूर्व सीएम उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा, महंत नृत्यगोपाल दास, विनय कटियार, सतीश प्रधान, चंपत राय बंसल, विष्णु हरि डालमिया, नृत्य गोपाल दास, सतीश प्रधान, आरवी वेदांती, जगदीश मुनि महाराज, बीएल शर्मा (प्रेम) और धर्म दास को आरोपी मानते हुए मुकदमा चलाने की बात कही थी। कल्याण सिंह को छोड़कर बाकी आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिली हुई है।


'कल्याण सिंह ने नहीं उठाया था कोई कदम'


इन सारे नेताओं के खिलाफ अयोध्या में बाबरी विध्वंस के लिए आपराधिक षडयंत्र करने का आरोप है, जो धारा 120 (बी) के तहत चल रहा है। बता दें कि अयोध्या मामले के लिए लिब्राहन आयोग का गठन 16 दिसंबर 1992 में किया गया था। आयोग ने अपनी रिपोर्ट में बाबरी विध्वंस को सुनियोजित साजिश करार देते हुए 68 लोगों को दोषी माना था। लिब्राहन आयोग ने कहा था कि कल्याण सिंह ने घटना को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।


6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के समय कल्याण सिंह यूपी के मुख्यमंत्री थे। आरोप है कि यूपी के सीएम रहते कल्याण सिंह ने राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक में कहा था कि वह अयोध्या में विवादित ढांचे को कोई नुकसान नहीं होने देंगे, लेकिन कार सेवा आयोजित होने के दौरान अयोध्या में मस्जिद को गिरा दिया गया था। इसके बाद सीएम कल्याण सिंह ने मामले की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।


हेलीकॉप्टर क्रैश दो पायलटों की मौत

भूटान में भारतीय सेना का चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, दो पायलटों की मौत


योंफुला। भूटान में भारतीय सेना का एक चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है जिसमें सवार दोनों पायलटों की मौत हो गई है। भारतीय सेना के सूत्रों की मानें तो दुर्घटना में मरने वाले भारतीय सेना का एक पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक का था, जबकि दूसरा भूटान की आर्मी का पायलट था जो भारतीय सेना के साथ प्रशिक्षण पर था। यह हेलीकॉप्टर अरुणाचल प्रदेश के खिर्मू से भूटान के योंफुला तक की उड़ान पर पर गया था।


चंद्रमा पर विक्रम की हुई थी हार्ड लैंडिंग

वॉशिंगटन। नासा ने चंद्रयान 2 की लैंडिंग की कुछ हाई रेजॉलूशन तस्वीरें जारी की हैं। तस्वीरों के आधार पर नासा का कहना है कि चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम की चांद के सतह पर हार्ड लैंडिंग हुई। ये हाई रेजॉलूशन तस्वीरें नासा के लूनर ऑर्बिटर कैमरा के जरिए खींची गई हैं। नासा की ओर से जारी बयान के अनुसार, चंद्रमा की सतह पर नासा की हार्ड लैंडिंग हुई, यह साफ है।


स्पेसक्राफ्ट किस लोकेशन पर लैंड हुआ, इसके बारे में अभी निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता। तस्वीरें केंद्र से 150 किलोमीटर दूरी से ली गई हैं। आपको बता दें कि विक्रम को चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करनी थी, लेकिन संपर्क टूटने के कारण यह संभव नहीं हो सका। इसके बाद 7 सितंबर को इसरो के साथ नासा का कनेक्शन पूरी तरह से खतम हो गया। 


बता दें कि 7 सितंबर को लैंडर विक्रम को चांद के सतह पर लैंड करना था। चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग का यह भारत का पहला प्रयास था। अमेरिकी स्पेस एजेंसी के अनुसार, लैंडिंग साइट से 17 सितंबर को एलआरओ पास हुआ और हाई रेजॉलूशन तस्वीरें वहां से ली है। अभी तक एलआरओसी की टीम को इमेज और लैंडर की लोकेशन का पता नहीं चल सका है।


सेवानिवृत्ति के बाद सुना सकते हैं फैसला

नई दिल्‍ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले की सुनवाई 18 अक्टूबर से पहले पूरी करने को कहा है। चीफ जस्टिस गोगोई ने कहा कि अगर मामले की सुनवाई 18 अक्टूबर तक पूरी नहीं हुई, तो इस पर फैसला देने का चांस खत्म हो जाएगा।दरअसल, चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली पांच न्यायमूर्तियों की संविधान पीठ मामले की सुनवाई कर रही है और चीफ जस्टिस गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। कार्यकाल खत्म होने के बाद रंजन गोगोई न तो मामले की सुनवाई कर पाएंगे और न ही फैसला सुना पाएंगे। लिहाजा वो चाहते हैं कि मामले पर फैसला उनके रिटायर होने से पहले ही हो जाए।


अब यहां सवाल यह उठ रहा है कि अगर राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले की सुनवाई लंबी खिंचती है, तो मामले पर फैसला कौन सुनाएगा? क्या इस मामले की सुनवाई करने और फैसला सुनाने के लिए रंजन गोगोई का कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है?


रिटायर होने के बाद भी फैसला सुना सकते हैं रंजन गोगोई


इस पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष जितेंद्र मोहन शर्मा और सीनियर एडवोकेट उपेंद्र मिश्रा का कहना है कि अभी तक सुप्रीम कोर्ट के किसी भी न्यायमूर्ति का कार्यकाल नहीं बढ़ाया गया है।हालांकि संविधान के अनुच्छेद 128 में प्रावधान किया गया है कि राष्ट्रपति की सहमति से रिटायर न्यायमूर्ति को किसी मामले की सुनवाई करने का अधिकार दिया जा सकता है, लेकिन ऐसे न्यायमूर्ति को सुप्रीम कोर्ट के दूसरे न्यायमूर्तियों की तरह अन्य मामलों की सुनवाई करने का अधिकार नहीं होगा।इसका मतलब यह हुआ कि अगर राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले की सुनवाई लंबी चलती है, तो राष्ट्रपति की सहमति से चीफ जस्टिस रंजन गोगोई आगे भी मामले की सुनवाई कर सकते हैं।


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