शुक्रवार, 27 सितंबर 2019

इमरान ने यूएन में अलापा कश्मीर राग

संयुक्त राष्ट्र। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को आज संयुक्त राष्ट्र में संबोधन देते हए। अपने संबोधन से पहले उन्होंने एक बार फिर कश्मीर का राग अलापा है और कहा कि वह सिर्फ जम्मू-कश्मीर का मसला उठाने के लिए ही यहां पर आए हैं। लेकिन संबोधन से पहले ही इमरान ने हथियार डाल दिए हैं और कहा कि वह जानते हैं इससे कोई फायदा नहीं होने वाला है।


न्यूयॉर्क टाइम्स के एडिटर्स से बात करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, 'मुझे पता है कि संयुक्त राष्ट्र में मेरे जम्मू-कश्मीर पर भाषण से कुछ बड़ा असर नहीं होगा, खासकर आने वाले दिनों में…लेकिन वह चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर का मसला दुनिया सुने।
इमरान खान के बयान से साफ है कि वह संयुक्त राष्ट्र के मंच पर कश्मीर का मसला तो जरूर उठाएंगे, लेकिन उन्हें इससे कोई उम्मीद नज़र नहीं आती है। गौरतलब है कि इससे पहले भी इमरान खान ने जहां भी जम्मू-कश्मीर का मसला उठाया है उन्हें वहां पर मात ही मिली है।


जनाब आपसे ऐसी उम्मीद ना थी

कारगिल विजय दिवस पर पूरा देश शहीदों को याद कर रहा है। 26 जुलाई 1999 को भारत ने पाकिस्तान पर विजय पाई थी। कारगिल युद्ध को ऑपरेशन विजय के नाम से जाना जाता है। इस युद्ध के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे।
यह किस्सा साल 1999 का है जब कारगिल युद्ध हुआ था। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी ने अपनी किताब 'नाइदर अ हॉक नॉर अ डव' में इसका जिक्र किया है। दरअसल, अटल बिहारी वाजपेयी और एक्टर दिलीप कुमार के बीच गहरा संबंध था। उस दिन दिलीप कुमार और अटल बिहारी एक साथ ही बैठे हुए थे।
किताब के मुताबिक, एक दिन नवाज शरीफ के लिए भारत से फोन आया। दूसरी ओर अटल बिहारी वाजपेयी थे। वाजपेयी ने नवाज शरीफ से कहा कि 'मुझे आपने लाहौर बुलाया। गले मिलकर स्वागत किया और अब देश के साथ ऐसा कर रहे हैं।' नवाज शरीफ को जवाब नहीं सूझा तो उन्होंने कहा कि 'आप किस बारे में बात कर रहे हैं मैं आपकी बात आर्मी चीफ से करवाता हूं।'
नवाज शरीफ फोन काटने ही वाले थे कि तभी अटल बिहारी वाजपेयी ने उनसे कहा कि 'मुझे आपसे किसी की बात करवानी है।' अटल बिहारी वाजपेयी ने फोन दिलीप कुमार को पकड़ाया। उस वक्त दिलीप कुमार वहीं थे। दिलीप कुमार की बातें सुनकर नवाज शरीफ भी हैरान रह गए। बता दें कि दिलीप कुमार बंटवारे से पहले पाकिस्तान के पेशावर में रहते थे।
फोन पर दिलीप कुमार ने नवाज शरीब को खूब खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि 'साहब आप हमेशा भारत-पाकिस्तान के बीच शांति के मुद्दे पर अडिग रहे हैं आप ऐसा करेंगे ऐसी उम्मीद नहीं थी। दोनों देशों के बीच के तनाव के चलते भारत में मुसलमान अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है। ऐसे हालातों से निपटने के लिए कुछ कीजिए।'


शेरों की धरती पे हाथी नहीं काबू में

लगता है , शेरों कि धरती में हरियाणा में बड़े – बड़े नेताओं कि बस की बात नही ,हाथी को संभालना ।


आखिर सही भी है , हाथी को संभालना हर किसी के बस कि बात नही
चंडीगढ़। इनेलो नेता अभय चौटाला ने तो बहन जी से राखी तक बंधवाई , लेकिन गंठबंधन कि सियासत लंबी न चल पाई , हरियाणा में बसपा का वोट प्रतिशत 2014 के विधानसभा चुनाव में 4.4 प्रतिशत रहा था। 2009 में 6.74 फीसदी और 1996 से 2000  तक 5.44 और  5.74 प्रतिशत वोट पार्टी को मिले थे। बसपा का हर विधानसभा क्षेत्र में वोट बैंक है , और पार्टी के उम्मीदवार किसी भी बड़े दल के प्रत्याशियों का चुनावी गणित बिगाड़ देते हैं। इस बार भी बसपा सभी विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशीयों को उतारने कि कवायत शुरु कर दी है।


हरियाणा में मायावती की नजर 90 में से , एससी के लिए आरक्षित 17 सीटों पर है , पार्टी इन सीटों पर मजबूत उम्मीदवार उतारकर पुराना मिथक तोड़ते हुए एक से अधिक विधायक बनाना चाहेगी ,  इसके अलावा पार्टी 19 प्रतिशत एससी वोट बैंक पर भी निगाहें गड़ाये हुए है। बसपा यहां भी उत्तर प्रदेश की तर्ज पर सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाकर कोई करिश्मा तो जरुर करना चाहेगे।  


बसपा ने 1998 में इंडियन नेशनल लोकदल के साथ गठबंधन किया , बाद में तोड़ा।
2009 में कुलदीप बिश्नोई की हरियाणा जनहित कांग्रेस के साथ गठबंधन किया , बाद में राहें जुदा हो गयी।
मई 2018 में फिर इंडियन नेशनल लोकदल के साथ किया गठबंधन, एक साल से पहले ही राहे जुदा हो गयी।
जींद उपचुनाव में करारी हार के बाद बसपा को इनेलो का अस्तित्व खतरे में नजर आने लगा, इनेलो के साथ गठबंधन तोड़कर फरवरी 2019 में राजकुमार सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी का साथ पकड़ा, चंद महीने बाद गठबंधन टूट गया।
11 अगस्त 2019 को जजपा के साथ गठबंधन किया , छह सितंबर 2019 को जजपा से भी नाता तोड़ा दिया।


प्रेम और दायित्व की भावना देशभक्ति

देश के लिए प्यार और देश के प्रति जिम्मेदारी की भावना ही असली देशभक्ति: केजरीवाल


नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि ,' देश के लिए प्यार और देश के प्रति जिम्मेदारी की भावना ही असली देशभक्ति है। रिश्वत देनेवाले, टैक्स की चोरी करनेवाले कभी देशभक्त नहीं हो सकते। देशभक्ति सिर्फ इंडिया-पाकिस्तान के मैच के दौरान ही नहीं, हमारे रोजमर्रा के जीवन में भी झलकनी चाहिए।अरविन्द के केजरीवाल के आवास पर देशभक्ति करिक्यूलम निर्धारित करने वाली वाली बैठक के दौरान केजरीवाल ने यह बात कही। इस दौरान दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे।


मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पेश हुए शरद

मुबंई। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के ऑफिस में पेश हुए। इसी को देखते हुए मुंबई पुलिस ने बलाड एस्टेट इलाके में धारा 144 लगा दी है जहां प्रवर्तन निदेशालय की ऑफिस है। बता दें कि महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (MSCB) घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता शरद पवार और अजित पवार समेत 70 अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है।


NCP प्रमुख शरद पवार पर मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज
FIR में सहकारी बैंक के 70 पूर्व अधिकारियों के नाम


बिना ED के समन, खुद पेश शरद पवार होंगे


शरद पवार ने कार्यकर्ताओं से शांत रहने की अपील की


ED के सामने पेश होंगे शरद पवार, बलार्ड एस्टेट में मुंबई पुलिस ने लगाई धारा 144


पुलिस ने शरद पवार के ईडी के सामने पेश होने को देखते हुए बलार्ड पियर स्थित ईडी कार्यालय के बाहर और दक्षिण मुंबई के दूसरे क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी है। मुंबई पुलिस ने ट्वीट कर उन थाना क्षेत्रों की जानकारी दी गई जहां आज धारा 144 लागू रहेगी। पुलिस ने कहा, “डियर मुंबईकर्स! कृपया ध्यान रखें कि सीआरपीसी की इन इलाकों में धारा 144 लागू है।


चुनाव आयोग सरकार की कठपुतली

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि वो कर्नाटक की 15 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों को टालने वाली है। सुप्रीम कोर्ट को ये जानकारी कर्नाटक के उन 17 विधायकों की याचिका की सुनवाई के दौरान दी गई जिनकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी। इन विधायकों को चुनाव लड़ने से भी रोका गया था इसी फैसले के खिलाफ इन विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।


बता दें कि चुनाव आयोग ने उपचुनावों के लिए नई तारीखों का ऐलान अभी नहीं किया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो इस मामले में सुनवाई 22 अक्टूबर को होगी।
21 सितंबर को चुनाव आयोग ने 17 विधानसभा में से 15 सीटों पर उपचुनावों के तारीखों की घोषणा की थी। नई तारीखों के मुताबिक 21 अक्टूबर को मतदान और 24 अक्टूबर को नतीजे आने थे।


बता दें कि इसी साल जुलाई में इन 17 विधायकों की अनुपस्थिति के कारण कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी की सरकार गिर गई। इसके बाद कर्नाटक के तत्कालीन स्पीकर रमेश कुमार ने विधानसभा से इनकी सदस्यता रद्द कर दी थी और मौजूदा सरकार का कार्यकाल खत्म होने तक चुनाव लड़ने से रोक दिया था।विधानसभा से सदस्यता रद्द होने के बाद इन विधायकों ने स्पीकर के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया था। इन विधायकों ने उपचुनावों के लिए तय तारीख 30 सितंबर से पहले इस मामले में जल्द सुनवाई की मांग की थी।


कोर्ट के फैसले के बाद रद्द हुए विधायक एन मुनिरत्ना ने कहा,”हम सोमवार से ये केस लड़ रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि उसे इस केस की तह तक जाना पड़ेगा। ये हो जाने के बाद ही इस केस में कोई फैसला दे सकते हैं, चुनाव आयोग ने कहा चुनाव टाल दिए हैं। हमें विश्वास है कि हमें न्याय मिलेगा।”


कर्नाटक में बीफ बैन की तैयारी, देश में सबसे कड़ी सजा मुमकिन


'चुनाव आयोग सरकार की कठपुतली है': कुमारस्वामी


चुनाव आयोग के इस फैसले पर कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने कहा, ”ये देश में लोकतंत्र की बरबादी है। ऐसा पहली बार हुआ है देश में जब चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान किया है और कोई संवैधानिक संस्था बीच में नहीं आई है. ये संवैधानिक संस्थाओं के लिए शर्म की बात है। सभी संस्थाएं केंद्र सरकार के कंट्रोल में है।”हालांकि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है।


कल्याण सिंह होंगे सीबीआई कोर्ट में पेश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह शुक्रवार को लखनऊ में स्पेशल सीबीआई कोर्ट के सामने पेश होंगे। राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आरोपी हैं। कल्याण सिंह के अलावा इस मामले में बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण अडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती भी आरोपी हैं।राजस्थान का राज्यपाल होने के कारण कल्याण सिंह को इस मामले में अब तक अनुच्छेद 361 के तहत कार्रवाई से छूट मिली थी। स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने कल्याण सिंह को बाबरी मस्जिद विध्वंस से जुड़े आपराधिक साजिश के मामले में पेश होने का आदेश दिया था।


सीबीआई की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने 19 अप्रैल 2017 को आदेश दिया था, जिसमें कल्याण सिंह के अलावा लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, पूर्व सीएम उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा, महंत नृत्यगोपाल दास, विनय कटियार, सतीश प्रधान, चंपत राय बंसल, विष्णु हरि डालमिया, नृत्य गोपाल दास, सतीश प्रधान, आरवी वेदांती, जगदीश मुनि महाराज, बीएल शर्मा (प्रेम) और धर्म दास को आरोपी मानते हुए मुकदमा चलाने की बात कही थी। कल्याण सिंह को छोड़कर बाकी आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिली हुई है।


'कल्याण सिंह ने नहीं उठाया था कोई कदम'


इन सारे नेताओं के खिलाफ अयोध्या में बाबरी विध्वंस के लिए आपराधिक षडयंत्र करने का आरोप है, जो धारा 120 (बी) के तहत चल रहा है। बता दें कि अयोध्या मामले के लिए लिब्राहन आयोग का गठन 16 दिसंबर 1992 में किया गया था। आयोग ने अपनी रिपोर्ट में बाबरी विध्वंस को सुनियोजित साजिश करार देते हुए 68 लोगों को दोषी माना था। लिब्राहन आयोग ने कहा था कि कल्याण सिंह ने घटना को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।


6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के समय कल्याण सिंह यूपी के मुख्यमंत्री थे। आरोप है कि यूपी के सीएम रहते कल्याण सिंह ने राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक में कहा था कि वह अयोध्या में विवादित ढांचे को कोई नुकसान नहीं होने देंगे, लेकिन कार सेवा आयोजित होने के दौरान अयोध्या में मस्जिद को गिरा दिया गया था। इसके बाद सीएम कल्याण सिंह ने मामले की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।


हेलीकॉप्टर क्रैश दो पायलटों की मौत

भूटान में भारतीय सेना का चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, दो पायलटों की मौत


योंफुला। भूटान में भारतीय सेना का एक चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है जिसमें सवार दोनों पायलटों की मौत हो गई है। भारतीय सेना के सूत्रों की मानें तो दुर्घटना में मरने वाले भारतीय सेना का एक पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक का था, जबकि दूसरा भूटान की आर्मी का पायलट था जो भारतीय सेना के साथ प्रशिक्षण पर था। यह हेलीकॉप्टर अरुणाचल प्रदेश के खिर्मू से भूटान के योंफुला तक की उड़ान पर पर गया था।


चंद्रमा पर विक्रम की हुई थी हार्ड लैंडिंग

वॉशिंगटन। नासा ने चंद्रयान 2 की लैंडिंग की कुछ हाई रेजॉलूशन तस्वीरें जारी की हैं। तस्वीरों के आधार पर नासा का कहना है कि चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम की चांद के सतह पर हार्ड लैंडिंग हुई। ये हाई रेजॉलूशन तस्वीरें नासा के लूनर ऑर्बिटर कैमरा के जरिए खींची गई हैं। नासा की ओर से जारी बयान के अनुसार, चंद्रमा की सतह पर नासा की हार्ड लैंडिंग हुई, यह साफ है।


स्पेसक्राफ्ट किस लोकेशन पर लैंड हुआ, इसके बारे में अभी निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता। तस्वीरें केंद्र से 150 किलोमीटर दूरी से ली गई हैं। आपको बता दें कि विक्रम को चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करनी थी, लेकिन संपर्क टूटने के कारण यह संभव नहीं हो सका। इसके बाद 7 सितंबर को इसरो के साथ नासा का कनेक्शन पूरी तरह से खतम हो गया। 


बता दें कि 7 सितंबर को लैंडर विक्रम को चांद के सतह पर लैंड करना था। चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग का यह भारत का पहला प्रयास था। अमेरिकी स्पेस एजेंसी के अनुसार, लैंडिंग साइट से 17 सितंबर को एलआरओ पास हुआ और हाई रेजॉलूशन तस्वीरें वहां से ली है। अभी तक एलआरओसी की टीम को इमेज और लैंडर की लोकेशन का पता नहीं चल सका है।


सेवानिवृत्ति के बाद सुना सकते हैं फैसला

नई दिल्‍ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले की सुनवाई 18 अक्टूबर से पहले पूरी करने को कहा है। चीफ जस्टिस गोगोई ने कहा कि अगर मामले की सुनवाई 18 अक्टूबर तक पूरी नहीं हुई, तो इस पर फैसला देने का चांस खत्म हो जाएगा।दरअसल, चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली पांच न्यायमूर्तियों की संविधान पीठ मामले की सुनवाई कर रही है और चीफ जस्टिस गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। कार्यकाल खत्म होने के बाद रंजन गोगोई न तो मामले की सुनवाई कर पाएंगे और न ही फैसला सुना पाएंगे। लिहाजा वो चाहते हैं कि मामले पर फैसला उनके रिटायर होने से पहले ही हो जाए।


अब यहां सवाल यह उठ रहा है कि अगर राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले की सुनवाई लंबी खिंचती है, तो मामले पर फैसला कौन सुनाएगा? क्या इस मामले की सुनवाई करने और फैसला सुनाने के लिए रंजन गोगोई का कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है?


रिटायर होने के बाद भी फैसला सुना सकते हैं रंजन गोगोई


इस पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष जितेंद्र मोहन शर्मा और सीनियर एडवोकेट उपेंद्र मिश्रा का कहना है कि अभी तक सुप्रीम कोर्ट के किसी भी न्यायमूर्ति का कार्यकाल नहीं बढ़ाया गया है।हालांकि संविधान के अनुच्छेद 128 में प्रावधान किया गया है कि राष्ट्रपति की सहमति से रिटायर न्यायमूर्ति को किसी मामले की सुनवाई करने का अधिकार दिया जा सकता है, लेकिन ऐसे न्यायमूर्ति को सुप्रीम कोर्ट के दूसरे न्यायमूर्तियों की तरह अन्य मामलों की सुनवाई करने का अधिकार नहीं होगा।इसका मतलब यह हुआ कि अगर राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले की सुनवाई लंबी चलती है, तो राष्ट्रपति की सहमति से चीफ जस्टिस रंजन गोगोई आगे भी मामले की सुनवाई कर सकते हैं।


नाजुक दौर में भाजपा-शिवसेना गठबंधन

मुबंई। चुनाव आयोग द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के तारीखों के ऐलान के बावजूद राज्य में सत्ताधारी गठबंधन के महत्वपूर्ण घटक दलों के बीच सीटों के तालमेल की घोषणा नहीं हो सका है जिसके कारण कार्यकर्ताओं में द्वंद की स्थिति लगातार बना हुआ है।


सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार आधे दर्जन सीटों पर स्थिति स्पष्ट नहीं है। शिवसेना का कहना है कि 126 सीटों से कम पर समझौता नामुमकिन है, तो भारतीय जनता पार्टी 120 सीटों से ज्यादा देने को राजी नहीं है। 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा ने गठबंधन के घटक दलों के बीच अधिकांश सीटों पर सहमति बन चुकी है।भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के गठबंधन पर बोलते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जितनी चिंता गठबंधन के लिए आप (मीडिया) को है, उससे कम मुझे नहीं है। गठबंधन के घटक दलों के बीच हुए सीटों के बंटवारे को समय से घोषणा किया जाएगा।


उधर, शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे को भारत पाकिस्तान के बंटवारे से भी भयंकर बताया है। उन्होंने कहा कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में सीटों का बंटवारे को भारत-पाकिस्तान के बटवारा से भी भयंकर है।उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में दोनों दलों कार्यकर्ता गठबंधन को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं। मुंबई में पिछले दिनों आयोजित भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह की रैली पर गौर फरमाते हुए संजय राउत ने कहा कि जब भाजपा को गठबंधन की जरूरत नहीं है, तो स्थिति स्पष्ट करें। शिवसेना चुनाव के मैदान में अकेले उतरने को तैयार है।


गौरतलब है कि साल 2014 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा शिवसेना इसी दौर से गुजर रहा था। तभी भारतीय जनता पार्टी ने सहमति नहीं बनने की स्थिति में गठबंधन से अलग होने का घोषणा कर दिया था। जिसके बाद संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी और 123 सीटों पर कब्जा जमाते हुए सत्ता के दावेदारी मजबूत किया था। वही शिवसेना 63 पर ही सिमट गई थी।


31 अक्टूबर तक फाइल करें आइटीआर

नई दिल्ली। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने ऑडिट रिपोर्ट की आवश्यकता वाले विशेष मामलों के लिए आयकर रिटर्न (ITR) जमा करने की अंतिम तिथि 31 अक्ट्रबर तक बढ़ा दी है। पहले यह समय-सीमा 30 सितंबर रखी गई थी। सीबीडीटी ने देर रात जारी बयान में कहा कि देशभर से मिली प्रतिक्रिया पर विचार करने के बाद CBDT ने ITR और कर ऑडिट रिपोर्ट जमा करने की अंतिम तारीख को 30 सितंबर से बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2019 करने का फैसला किया है।


यह उन लोगों से संबंधित है, जिनके खाते के लिए ऑडिट की जरूरत होती है। विभाग ने कहा है कि इस संबंध में औपचारिक अधिसूचना जल्द जारी कर दी जाएगी। इस श्रेणी के तहत आने वाली ऐसी इकाइयां होती हैं जिनके आयकर रिटर्न का आकलन आयकर कानून की 44एबी धारा के तहत किया जाता है और इनके खातों को रिटर्न दाखिल करने से पहले ऑडिट करने की आवश्यकता होती है।


सेना ने घुसपैठ की कोशिश को रोका

नई दिल्ली/श्रीनगर। भारतीय सेना ने घुसपैठ की एक बड़ी साजिश को नाकाम किया है। घुसपैठ की यह कोशिश 30 जुलाई को की गई थी। एलओसी  के पास कुपवाड़ा सेक्टर में हुई घुसपैठ की एक नाकाम कोशिश एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में पाकिस्तानी घुसपैठियों को घुसपैठ की कोशिश करते देखा जा सकता है।


भारतीय सेना ने को आतंकियों की इस नापाक हरकत की भनक लग गई। इसके बाद भारतीय सेना ने फायरिंग शुरू कर दी जिसने घुसपैठियों को लौटने पर मजूबर कर दिया। जैसे ही सेना आतंकियों के बारे में पता चला सेना ने फायरिंग शुरू कर दी और आतंकवादियों को वापस लौटने पर मजबूर कर दिया। आतंकवादी एलओसी पार कर भारतीय चौकियों पर हमला करने के फिराक में थे।


लाल पानी ने ली सैकड़ों जानवरों की जान

जगदलपुर। दंतेवाड़ा जिले के अंतर्गत बैलाडिला लौह अयस्क परियोजना से बहते हुए लाल पानी से क्षेत्र के ग्रामीणों के सैकड़ों मवेशी इस समय तक काल कलवित हो चुके हैं और इलाके के ग्रामीणों को इन मृत मवेशियों का मुआवजा तक नहीं मिल सका है।


इस साल भी नदी किनारे बसे दर्जनभर गांव के करीब 1500 मवेशी लाल पानी की चपेट में आकर मारे जा चुके हैं। इसकी शिकायत ग्रामीण पशु चिकित्सा विभाग के साथ पटवारी से कर चुके हैं, परंतु अब तक कोई भी सरकारी नुमाइंदा या जिम्मेदार व्यक्ति इन गांवों तक नुकसान के आंकलन के लिए नहीं पहुंचा है। अंतत: तंग आकर ग्रामीणों ने मृत मवेशियों को अपने खेतों में ही गाड़ दिया है।


क्षेत्र के कमकानार गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि कमकानार पंचायत में ही करीब 800 गाय, भैंस और बकरियों की मौत हो गई है। कमकानार गांव में ही 200 गाय, 100 सुअर और 60 बकरी या तो नदी में बह गए या फिर लाल पानी पीकर मारे गए हैं। इसी प्रकार की स्थिति पूरे क्षेत्र के चिन्नाजोजेर गांव में 188 गाय, 90 भैंस और 175 बकरियों की मौत लाल पानी पीने की वजह से हो चुकी है। समूचे बीजापुर क्षेत्र के बेरूदी नदी के तट पर बसे गांव पूसनार, गोंगला, कमकानार, चिन्नाजोजेर, रेड्डी, जारगोया, कोटेर, पदमूर, बुरजी, हिरोली, छोटे हिरोली, डूमिरपालनार, चेरपाल, पदेड़ा, कड़ेनार, भोगामगुड़ा, चेरकंटी, कैयका, कडेर, कचिलवाड़, मोसला, पेद्दाकोड़ेपाल, कोइटपाल और कोमला आदि गांवों के लोगों को इस लाल पानी से नुकसान उठाना पड़ रहा है।


यूपी में भारी बारिश की चेतावनी

अगले 48 घंटे तक यूपी में भारी बारिश की चेतावनी


नई दिल्ली। विदा होने से पहले मानसून एक बार फिर पूरे उत्तर प्रदेश पर मेहरबान हुआ है। मानसूनी हवाओं के जोर पकड़ने से बने टर्फ के कारण गुरुवार को राजधानी सहित पूरे प्रदेश में बादल झूम के बरसे। कई जिलों में सुबह से शुरू हुई बरसात बिना रूके कभी धीमे तो कभी पूरी तेजी के साथ जारी रही।इसके चलते बीते 24 घंटे में प्रदेश में सर्वाधिक 89.6 मिमी बारिश रायबरेली के फुर्सतगंज में रिकार्ड हुई जबकि दूसरे नंबर पर 45.4 मिमी बारिश के साथ राजधानी लखनऊ रहा। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक मानसूनी टर्फ का जोर बने रहने से पूरे उत्तर प्रदेश में झमाझम बारिश की चेतावनी जारी की है।


लगातार हो रही बारिश और खराब मौसम के चलते आज नर्सरी से कक्षा 12 तक सभी स्कूल बंद रहेंगे। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने ट्वीट कर ये आदेश जारी किया है। विशेषतौर पर उत्तर पूर्वी प्रदेश में आने वाले इलाहाबाद, बांदा, कौशांबी सुल्तानपुर, रायबरेली व लखनऊ में मध्यम से भारी बरसात की आशंका जतायी गयी है। मौसम के इस बदले मिजाज से न्यून्तम और अधिकतम पारे के गोता लगाने से सिहरन का एहसास भी रहा। 


पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ रहा है

न्यूयार्क। भारत सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के कई प्रावधानों को समाप्त करने के बाद से पाकिस्तान के साथ उसका तनाव बढ़ गया है।


कश्मीर मुद्दे पर भारत के फैसलों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पाकिस्तान ने नई दिल्ली के साथ अपने कूटनीतिक रिश्तों को कमतर किया और भारतीय उच्चायुक्त को हटा दिया। पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे को इंटरनेशनल लेवल पर उठाने की पुरजोर कोशिश में लगा है जबकि भारत ने साफ कर दिया है कि अनुच्छेद 370 को समाप्त करना उसका आंतरिक मामला है। वहीं भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के संबोधन के दौरान पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) के विदेश मंत्रियों की बैठक में उनका बहिष्कार किया। जयशंकर गुरुवार को जब बैठक को संबोधित कर रहे थे, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इससे दूर रहे। भारतीय मंत्री के संबोधन समाप्त कर जाते ही पाकिस्तानी मंत्री बैठक में शामिल हो गए। पाकिस्तान ने यह हरकत ऐसे समय की है जब वह लगातार भारत पर ही सार्क और दक्षिण एशियाई एकता में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाता रहा है।


आतंकवाद का सफाया जरूरी
भारतीय विदेश मंत्री ने बैठक में कहा कि आतंकवाद का हर रूप में सफाया करना ना सिर्फ दक्षिण एशियाई पड़ोसियों के बीच सार्थक सहयोग के लिए बल्कि क्षेत्र के अपने अस्तित्व के लिए भी पूर्व शर्त है। उन्होंने कहा कि “सार्क वास्तव में सिर्फ चूके हुए अवसरों की नहीं बल्कि जानबूझकर बाधाओं में फंसने की कहानी भी है। आतंकवाद उनमें से एक है।”दक्षिण एशियाई उपग्रह का हवाला देते हुए, उन्होंने बताया कि भारत कैसे उस पहल को अंजाम दे रहा है जो पड़ोस को समृद्ध कर रहा है। दक्षिण एशियाई उपग्रह को सार्क क्षेत्र में गरीबी दूर करने के लिए वैज्ञानिक समाधान का पता लगाने के उद्देश्य से 2017 में लॉन्च किया गया था।


क्या है सार्क
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) एशिया के देशों का समूह है. इसमें भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका समेत 8 देश शामिल हैं।


आय के नए स्रोत प्राप्त होंगे-मकर

राशिफल


मेष-किसी भी कार्य में जल्दबाजी व लापरवाही न करें। शारीरिक कष्ट की आशंका है। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। कुसंगति से हानि होगी। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलेगी। तनाव रहेगा। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा।


वृष-व्यापार-व्यवसाय मनमाफिक चलेगा। राजकीय सहयोग समय पर प्राप्त होगा। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। भाइयों का साथ रहेगा। सभी कार्य पूर्ण सफल होंगे। प्रसन्नता रहेगी। धन प्र‍ाप्ति सुगम होगी। प्रमाद न करें।


मिथुन-कारोबार में वृद्धि के योग हैं। संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। प्रमाद न कर समय का लाभ लें। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी।



कर्क-बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। लगन व उत्साह से कार्य कर पाएंगे। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। निवेश शुभ रहेगा। आय में वृद्धि होगी। जीवन सुखमय व्यतीत होगा।


सिंह-किसी के उकसाने में न आएं। धनहानि की आशंका है। भावना में न बहकर विवेक का प्रयोग करें। लाभ होगा। कोई शोक समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। थकान व कमजोरी रह सकती है। भागदौड़ रहेगी। आय में निश्चितता बनी रहेगी।


कन्या-मेहनत का फल प्राप्त होगा। असहाय लोगों की मदद करने की इच्छा रहेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधान रहें। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। जीवन सुखमय व्यतीत होगा।


तुला-दूर से अच्छे समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। पुराने मित्रों से मुलाकात होगी। किसी प्रभावशाली व्यक्ति से परिचय हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। विवाद से बचें। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी।


वृश्चिक-काफी समय से कोई बड़ा रुका हुआ कार्य पूर्ण हो सकता है। सफलता प्राप्त होगी। प्रसन्नता का माहौल रहेगा। आय में वृद्धि नए कार्य के साथ हो सकती है। निवेशादि में जल्दबाजी न करें। भाग्य की अनुकूलता का लाभ लें। प्रमाद न करें।


धनु-कोई बड़ा खर्च सामने आ सकता है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। कुसंगति से हानि होगी। विवेक का प्रयोग करें। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य खराब हो सकता है। नौकरी में किसी से विवाद हो सकता है। क्रोध न करें। व्यापार, निवेश व यात्रा लाभदायक रहेंगे।


मकर-आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। यात्रा लंबी हो सकती है। पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में नए काम मिल सकते हैं। प्रसन्नता रहेगी।


कुंभ-योजना फलीभूत होगी। आय में वृद्धि होगी। कार्यकारी नए अनुबंध हो सकते हैं। प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा। जल्दबाजी न करें।


मीन-तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत हो सकती है। किसी विद्वान व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। धन प्राप्ति के प्रयास भरपूर करें। अधिक लाभ की संभावना है। चारों तरफ से सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी।


प्याज का निर्यातक भारत

प्याज़ एक वनस्पति है जिसका कन्द सब्ज़ी के रूप में प्रयोग किया जाता है। भारत के महाराष्ट्र में प्याज़ की खेती सबसे ज्यादा होती है। यहाँ साल मे दो बार प्याज़ की फ़सल होती है। एक नवम्बर में और दूसरी मई के महीने के क़रीब होती है। प्याज़ भारत से कई देशों में निर्यात होता है, जैसे कि नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, इत्यादि। प्याज़ की फ़सल कर्नाटक, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल मध्य प्रदेश जैसी जगहों पर अलग-अलग समय पर तैयार होती है। विश्व में प्याज 1,789 हजार हेक्टर क्षेत्रफल में उगाई जाती हैं, जिससे 25,387 हजार मी. टन उत्पादन होता है। भारत में इसे कुल 287 हजार हेक्टर क्षेत्रफल में उगाये जाने पर 2450 हजार टन उत्पादन प्राप्त होता है। महाराष्ट्र, उड़ीसा, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु तथा गुजरात आदि प्रदेशों में अधिकता से उगाया जाता है। यह शल्ककंदीय सब्जी है, जिसके कन्द सब्जी के रूप में उपयोग किए जाते हैं। कन्द तीखा होता है। यह तीखापन एक वाष्पशील तेल एलाइल प्रोपाइल डाय सल्फाइड कारण होता है। प्याज का उपयोग सब्जी, मसाले, सलाद तथा अचार तैयार करने के लिए किया जाता है। कन्द में आयरन, कैल्शियम, तथा विटामिन 'सी' पाया जाता है। कन्द तीखा, तेज, बलवर्धक, कामोत्तेजक, स्वादवर्धक, क्षुधावर्धक तथा महिलाओं में रक्त वर्धक होता है। पित्तरोग, शरीर दर्द, फोड़ा, खूनी बवासीर, तिल्ली रोग, रतौंधी, नेत्रदाह, मलेरिया, कान दर्द तथा पुल्टिस के रूप में लाभदायक है। अनिद्रा निवारक (बच्चों में), फिट (चक्कर) में सुंघाने के लिए उपयोगी। कीड़ों के काटने से उत्पन्न जलन को शान्त करता है (आयुर्वेद)। प्याज, एक तना जो कि छोटी-सी तस्तरी के रूप में होता है, अत्यन्त ही मुलायम शाखाओं वाली फसल है, जो कि पोले तथा गूदेदार होते हैं। रोपण के 2) से 3 माह पश्चात् तैयार हो जाती है। इसकी फसल अवधि 120-130 दिन है। औसत उपज 300 से 375 क्विंटल प्रति हेक्टर होती है। फसल मार्च-अप्रेल में तैयार हो जाती है।


विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था

अर्थव्यवस्था विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व में सातवें स्थान पर है, जनसंख्या में इसका दूसरा स्थान है और केवल 2.4% क्षेत्रफल के साथ भारत विश्व की जनसंख्या के 17% भाग को शरण प्रदान करता है।


1991 से भारत में बहुत तेज आर्थिक प्रगति हुई है जब से उदारीकरण और आर्थिक सुधार की नीति लागू की गयी है और भारत विश्व की एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरकर आया है। सुधारों से पूर्व मुख्य रूप से भारतीय उद्योगों और व्यापार पर सरकारी नियंत्रण का बोलबाला था और सुधार लागू करने से पूर्व इसका जोरदार विरोध भी हुआ परंतु आर्थिक सुधारों के अच्छे परिणाम सामने आने से विरोध काफी हद तक कम हुआ है। हंलाकि मूलभूत ढाँचे में तेज प्रगति न होने से एक बड़ा तबका अब भी नाखुश है और एक बड़ा हिस्सा इन सुधारों से अभी भी लाभान्वित नहीं हुये हैं।


पाँचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था संपादित करें
2017 में भारतीय अर्थव्यवस्था मानक मूल्यों (सांकेतिक) के आधार पर विश्व का पाँचवा सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था है। अप्रैल 2014 में जारी रिपोर्ट में वर्ष 2011 के विश्लेषण में विश्व बैंक ने "क्रयशक्ति समानता" (परचेज़िंग पावर पैरिटी) के आधार पर भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था घोषित किया। बैंक के इंटरनैशनल कंपेरिजन प्रोग्राम (आईसीपी) के 2011 राउंड में अमेरिका और चीन के बाद भारत को स्थान दिया गया है। 2005 में यह 10वें स्थान पर थी।2003-2004 में भारत विश्व में 12वीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था थी। संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी प्रभाग (यूएनएसडी) के राष्ट्रीय लेखों के प्रमुख समाहार डाटाबेस, दिसम्बर 2013 के आधार पर की गई देशों की रैंकिंग के अनुसार वर्तमान मूल्यों पर सकल घरेलू उत्पाद के अनुसार भारत की रैंकिंग 10 और प्रति व्यक्ति सकल आय के अनुसार भारत विश्व में 161वें स्थान पर है। सन 2013 में प्रति व्यक्ति आय के लिहाज से विश्व बैंक के अनुसार भारत का 143 वाँ स्थान था।


कागभुसडं-लोमस मुनि क्रियाकलाप

गतांक से...


मैं बेटा चिकित्सा के संबंध में कोई विशेष चर्चा प्रकट करने नहीं आया हूं। मेरे प्यारे, महानंद जी नाना प्रकार की मुझे प्रेरणा देते रहते हैं। आज मैं इस प्रेरणा के ऊपर अपना कोई विचार देना नहीं चाहता हूं। विचार-विनिमय यह है कि काग भूषडं जी महर्षि लोमश मुनि महाराज जी की यह चर्चा हो रही थी कि हमें अपने को कैसे महान बनाना है और ब्रह्म जगत में आंतरिक जगत में जो यज्ञ हो रहा है। इस यज्ञ का संसार में क्या प्रतिफल है। मैंने बहुत पुरातन काल मैं तुम्हें निर्णय देते हुए कहा था कि हमारे यहां प्राण को जान करके ही वैज्ञानिक जन लोक-लोकातंरो के सूत्र को जानते हैं। मुझे एक समय स्मरण है कागभूषडं जी और लोमस मुनि महाराज अपनी स्थली पर विद्यमान हो करके यह अध्ययन कर रहे थे। उन्होंने सूर्य किरणों से सूक्ष्म-सा एक यंत्र का निर्माण किया। सभा में उनके विद्यालय में राजा संपाती महाराज, गरुड़ यह दोनों विद्यमान उनके शिष्य कहलाते थे और दोनों ने सूर्य विज्ञान के ऊपर बहुत अध्ययन किया है। प्राण सूत्र के ऊपर अध्ययन किया है। जब अध्‍यन करने लगे तो ऐसा मुझे स्मरण है कि उन्‍होने एक यंत्र का निर्माण किया और यंत्र में यह दृष्टिपात करते थे कि जो शब्द विज्ञान है। जो पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है जो लोक लोकातंरो की परिक्रमा करने वाला है। जो शब्द लोक में रमण करने वाला है। उस शब्द की प्रतिभा में मानव अपने में परिणित करता रहा है तो विचार विनिमय क्या है? यंत्रों में सूर्य विज्ञान में, सूर्य की किरणों को एकत्रित करने में लगे रहे और मुनि देखो वही सूर्य की किरण जो पृथ्वी के गर्भ में परिणित हो करके परमाणुओं का आदान प्रदान कर दिए थे। उन परमाणुओं को साकार रूप बनाने में सदैव सहयोगी सिद्ध हुए। तो मुझे कुछ ऐसा स्मरण है कि उन दोनों का कागभूषडं जी और लोमस मुनि महाराज जहां आध्यात्मिक विज्ञानवेता जहां आत्मा के ऊपर विवेचना करते रहते थे। वहां वह कई विज्ञान में भौतिक विज्ञान में भी रत रहते थे। एक समय अपने यंत्रों में विद्यमान हो करके एक और आकाशगंगा में गणना लगे। एक आकाशगंगा में चंद्र लोको की गणना करने लगे चंद्रमाओं की गणना करते करते ऐसा मुझे स्मरण है कि उन्होंने एक ही आकाशगंगा में अरबों चंद्रमा को दृष्टिपात किया। चंद्र मंडलों का दृष्टिपात करते हुए शांत हो गए और अंत में यह कहा कि यह तो विशाल विज्ञान है। विशाल विज्ञान में हम जाना नहीं चाहते हैं परमात्मा का विज्ञान इतना नितांत है। किसके ऊपर मानव अनुसंधान करने लगता है और अंत में मौन हो जाता है। अंत में मौन हो करके यह कहता है मैं तो बालक बन गया हूं। मैं तो प्रभु का पुत्र बन गया हूं। विज्ञान को जान नहीं पाता, जैसे माता की लोरीयो का पान करता हुआ बालक रहता है मैं अपने में मोह करके शिशु परवर्ती में परिणत हो जाता है तो देखो यह विशाल जगत है प्रभु का। इसके ऊपर प्रत्येक मानव परंपरागतो से ही अनुसंधानकर्ता रहा है। प्राण सूत्र में अपने को पिरोता रहा है। प्राण सूत्र में लोक-लोकातंरो जो एक सूत्र में पिरोए हुए हैं। उनको निहारता रहा है क्रिया रूप बनाता रहा है। परंतु देखो अंत में मौन हो गया है। आज का वेद मंत्र कह रहा था मातम्‌ ब्रह्म वाचा: देवम वृह।  कागभूषडं जी वेद मंत्रों के ऊपर चिंतन करते थे। चिंतन क्या है? माता एक प्रकार का रथ है माता एक प्रकार का रथ कहलाता है। रथन्‌ ब्रह्मा वाचा वह कैसे हैं। उसमें सब देवता विद्वान रहते हैं सब देवताओं की उसमें एक आत्मा है। वह एक अणु और परमाणु में सर्वत्र देवता विद्यमान रहते हैं। अणु भी परमाणु भी एक प्रकार का रथ बना हुआ है। रथ कैसे बना हुआ है?


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 28, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-56 (साल-01)
2. शनिवार,28 सितबंर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन, कृष्‍णपक्ष,तिथि अमावस्‍या,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 6:15,सूर्यास्त 6:10
5. न्‍यूनतम तापमान -24 डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...