बुधवार, 25 सितंबर 2019

त्रिपुरा राज्यपाल को नागरिक सम्मान

रायपुर। पार्षद से राजनीति प्रारंभ कर रायपुर लोकसभा सीट से सात बार सांसद बनने के बाद त्रिपुरा के राज्यपाल तक का सफर तय करने वाले रमेश बैस का राजधानी रायपुर में नगर पालिक निगम द्वारा आज शहीद स्मारक भवन में नागरिक अभिनंदन सम्मान से सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह में विधायक कुलदीप जुनेजा, रायपुर नगर निगम के प्रथम महापौर स्वरूपचंद जैन, वर्तमान महापौर प्रमोद दुबे, निगम के सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा, संजय श्रीवास्तव, श्रीचंद सुन्दरानी, किरणमयी नायक , निगम के पार्षद समेत नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।


मोदी को ग्लोबल गोलकीपर्स अवार्ड

न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री मोदी को मिला ग्लोबल गोलकीपर्स अवॉर्ड स्वक्षता अभियान के लिए अमेरिका में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की ओर से उन्हें यह सम्मान दिया गया।बता दें कि बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की ओर से ये ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड एक विशेष सम्मान के तौर पर दिया जाता है। ये अवार्ड ऐसे सोशल लीडर को दिया जाता है जिसने वैश्विक लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में बड़ा काम किया हो। या फिर देश में प्रभावशाली नेतृत्व का परिचय दिया हो। पीएम मोदी को इसी श्रेणी में ये अवार्ड दिया जा रहा है


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान ही देश में स्वच्छता अभियान की शुरुआत कर दी थी। इस दिशा में उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण सुधार और नेतृत्व के लिए ही उन्हें ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड दिया जाएगा। ये अवॉर्ड बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन देगा। फाउंडेशन ने कहा था कि हम मोदी को भारत में 50 करोड़ से अधिक लोगों को स्वच्छता प्रदान करने के लिए अपना वार्षिक गोलकीपर्स ग्लोबल गोल्स पुरस्कार प्रदान करेंगे।


सासंसं ने किया पत्रकारों का सम्मान

तपस गुप्‍ता


उमरिया। नवीन कुमार भट्ट नीर संयोजक हिंदी राजभाषा पखवारा ने जानकारी देते हुए बतलाया कि साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के तत्वाधान में 16 सितंबर से 30 सितंबर 2019 तक हिंदी राजभाषा पखवारा आयोजित किया गया। जिसमें हिंदी के संचालित संस्थानों के संपादकों,समाचार संवाददाताओं को सम्मानित किया जा रहा है। ज्ञातव्य हो कि राजवीर सिंह मंत्र अध्यक्ष साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के करकमलों से 23 सितम्बर को सुमिता मूंधड़ा सम्पादक-लायंस पत्रिका मालेगांव आचार्य राहुल प्रताप सिंह प्रताप सम्पादक-रसास्वाद अटलधारा अशोक कुमार श्रीवास्तव “कुमुद” प्रगतिशील लेखक संघ के सदस्य मेंहदी हसन सम्पादक-दैनिक उमरिया खबर मीरा भार्गव
संस्थापिका-सुदर्शना महिला संस्थान कटनी अरुण त्रिपाठी न्यूज चैनल संवाददाता दीपू त्रिपाठी, ind24
न्यूज चैनल संवाददाता चंद्र प्रकाश दुबे, उमरिया खबर संवाददाता संतोष गुप्ता, सम्पादक जनदुनिया आकाशवाणी यूनीवार्ता संवाददाता,सम्पादकों को साहित्य साधक सम्मान से सम्मानित किया । सम्मान के बाद मीरा भार्गव जी ने कहा कि आपके द्वारा निस्वार्थ भाव से की जा रही इस महान साहित्य सेवा के लिये संस्था के सभी सम्मानीय पदाधिकारियों को कोटि-कोटि नमन एवं साधूवाद सुमिता जी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि साहित्य संगम संस्थान मंच सहित नारी मंच पर मुझे 5 बार सम्मान पत्र प्राप्त हुआ है पर आज कुछ खास अनुभूति हो रही है आज मेरे काव्य अथवा सृजन को नहीं मेरे हिंदी संपादन कार्य को प्रोत्साहन मिला है ।
इलेक्ट्रोनिक मीडिया संवाददाता अरुण त्रिपाठी जी ने सम्मान प्राप्त करते हुए बताया कि अखबार का पूल आउट या किसी भी न्यूज़ चैनल का बुलेटिन उसकी गुणवत्ता आंचलिक पत्रकारों की मेहनत का परिणाम है पहली बार ऐसा वाकया देखने को मिल रहा है जहां हिंदी भाषा की पत्रकारिता में काम कर रहे साधको का एक हिंदी साहित्य एवं भाषा के सरंक्षण में जुटी संस्था सम्मान कर रही है । स्थानीय आयोजकों से लेकर संस्था के सभी अग्रज अनुजों को इस श्रेष्ठतम कार्य के लिए बधाई साधुवाद प्रेषित किया। अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि आप सभी साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा इस सम्मान से मुझे सम्मानित करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद और आभार आकाशवाणी संवाददाता प्रधान संपादक दैनिक जनदुनिया उमरिया मध्यप्रदेश के संतोष गुप्ता ने कहा कि साहित्य साधक के सम्मान से सम्मानित किया है इसके लिये आप व संस्था के प्रति आभार सन् 1975 से हिन्दी पत्रकारिता के क्षेत्र मे कार्यरत होने के बाद यह प्रथम अवसर है यह एक सुखद अनुभव का पल है आप सभी का यह प्रयास प्रशंसनीय है हम संस्था के निरंतर प्रगति की कामना करते है ।
नीर सदैव उन्नति करे इन्हीं शुभकांमनाओं सहित हिन्दी हमारी मातृभाषा है और उसकी साधना करना यह हमारे जीवन का लक्ष्य भी है। न्यूज़ चैनल संवाददाता दीपू त्रिपाठी ने कहा कि सम्मानित आयोजन समिति का साधुवाद सादर अभिवादन धन्यवाद जो आपने अपने साहित्य संगम संस्थान के माध्यम से सभी संपादकों व पत्रकारों को सम्मानित किया।उमरिया खबर के सम्पादक मेंहदी हसन उमरिया खबर संवाददाता चंद्र प्रकाश दुबे ने साहित्य संगम संस्थान संस्था के सभी सम्मानीयों, पदाधिकारियो सदस्यों व अग्रजों को सादर सहर्ष धन्यवाद ज्ञापित किया । सम्मान उपरांत अध्यक्ष ने सहर्ष सुखद अनुभूति जताते हुए कहा कि लायंस पत्रिका की संपादक सुमिता मूँधड़ा दी का सम्मान करते हुए गौरवान्वित हूँ ,रसास्वाद अटल धारा के संपादक आचार्य राहुल प्रताप सिंह जी को सम्मानित करते हुए परम हर्ष हो रहा है, आशा है आप यूँ ही संस्कृत और संस्कृति के उद्धारार्थ अपनी कलम चलाते रहेंगे,प्रगतिशील लेखक संघ के सदस्य आ०अशोक कुमार श्रीवास्तव कुमुद जी आपके व्यक्तित्व व कृतित्व से हिंद ओर हिंदी को मान मिले । आपको सम्मानित कर मेरा मान बढ़ा है,दैनिक उमरिया खबर के संपादक जनाब मेहँदी हसन साहब का अभिनंदन है,सुदर्शना महिला संस्थान कटनी की संस्थापिका आ०मीरा भार्गव दीपू त्रिपाठी जी का अभिनंदन है । आपकी हिंदी और हिंद की सेवा हम सभी के लिए प्रेरणास्पद है कभी संस्थान के समाचार भी न्यूज २४ में लगवाएँ, न्यूज चैनल के संवाददाता आ०अरुण त्रिपाठी जी का अभिनंदन है,उमरिया खबर संवाददाता आ०चंद्र प्रकाश दुबे जी का अभिनंदन है उमरिया खबर में न्यूज जरूर लगवाएँ ,
जनदुनिया आकाशवाणी यूनीवार्ता के संवाददाता आ०संतोष गुप्ता जी का अभिनंदन ज्ञापित किए। कार्यक्रम आयोजक के द्वारा सभी सम्मानितजनो को बधाई व शुभकामनाये दी गई। सम्मानशाला पर सरोज ठाकुर डॉ भावना दीक्षित डॉ कुमुद श्रीवास्तव छाया सक्सेना
विनय गौतम मनोज सामरिया इंदू शर्मा नवीन कुमार भट्ट नीर के अलावा मंचस्थ अन्य प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं के विज्ञ संपादकों व संवाददाताओं की उपस्थित रही।


दिल्ली में एनआरसी लागू,कई जाएंगे बाहर

दिल्‍ली में एनआरसी लागू हुई तो मनोज तिवारी को छोड़नी पड़ेगी दिल्‍ली


नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर बीजेपी दिल्‍ली प्रदेश अध्‍यक्ष मनोज तिवारी पर निशाना साधा। दिल्‍ली के किराएदारों के लिए बिजली बिल योजना का ऐलान करने के दौरान केजरीवाल ने कहा कि अगर दिल्ली में एनआरसी लागू होती है तो मनोज तिवारी को दिल्ली छोड़नी पड़ेगी। दरअसल मनोज तिवारी कई बार दिल्ली में भी एनआरसी लागू करने की मांग कर चुके हैं। उनका कहना है कि राजधानी में बहुत से घुसपैठिए हैं, जिन्हें बाहर किया जाना चाहिए। वहीं अरविंद केजरीवाल से जब बुधवार को इस पर पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'अगर दिल्ली में एनआरसी लागू हुई तो सबसे पहले मनोज तिवारी को दिल्ली छोड़नी पड़ेगी।'


उधर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने केजरीवाल के बयान को दरकिनार करते हुए कहा कि एनआरसी का मतलब नेशनल सिटिजन रजिस्‍टर है न कि दिल्‍ली सिटिजन रजिस्‍टर जिससे भारत के नागरिकों को बाहर जाना पड़े। उन्‍होंने कहा कि केजरीवाल अनपढ़ों जैसी बातें कर रहे हैं।


मोदी 'फादर ऑफ इंडिया' नहीं है:ओवैसी

हैदराबाद। अमेरिकी राष्‍ट्रपति डॉनल्‍ड ट्रंप के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'फादर ऑफ इंडिया' बताए जाने पर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है। उन्‍होंने कहा कि नरेंद्र मोदी दूर-दूर तक फादर ऑफ इंडिया नहीं हैं। ओवैसी ने यह भी कहा कि ड्रॉनल्ड ट्रंप एक जाहिल आदमी हैं और पढ़े-लिखे ज्यादा नहीं हैं। ना तो उनको हिंदुस्तान के बारे में कुछ मालूम है और न उनको महात्‍मा गांधी के बारे में कुछ पता है। ट्रंप को दुनिया के बारे में भी कुछ मालूम नहीं है। 


ओवैसी ने कहा, 'अगर ट्रंप को मालूम होता तो इस तरह की जुमलेबाजी नहीं करते। महात्‍मा गांधी को राष्ट्रपिता का खिताब इसलिए मिला, क्योंकि उन्होंने यह हासिल की थी। लोगों ने उनकी कुर्बानी को देखकर उन्हें यह उपाधि दी थी। इस तरह के खिताब दिए नहीं जाते, हासिल किए जाते हैं। पंडित नेहरू और सरदार पटेल ये हिंदुस्तान की सियासत के कद्दावर शख्सियतें थीं, उनको भी कभी फादर ऑफ नेशन नहीं कहा गया। 


ओवैसी ने हैदराबाद में एक संवाददाता सम्‍मेलन में कहा, 'नरेंद्र मोदी को एल्विस प्रेस्ली कहा गया। इसमें सच्चाई हो सकती है। एल्विस प्रेस्ली के बारे में जो मैंने पढ़ा है, बेहतरीन गाना गाते थे और मजमा जमाते थे। हमारे प्रधानमंत्री भी अच्छा भाषण देते हैं और भीड़ जमाते हैं। यह बात मिलती जुलती है।' ओवैसी ने कहा कि ट्रंप डबल गेम खेल रहे हैं, उनके खेल को समझने की जरूरत है। 


क्‍या कहा था डॉनल्‍ड ट्रंप ने 
बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'फादर ऑफ नेशन' बताया था। यही नहीं उन्होंने पीएम मोदी की तुलना अमेरिका रॉकस्टार एल्विस प्रेस्ली से भी की थी। डॉनल्ड ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, 'मुझे वह भारत याद है, जो काफी बंटा हुआ था। वहां काफी मतभेद, लड़ाई थी, लेकिन वह (पीएम मोदी) सबको साथ लेकर आए। जैसे कि एक पिता सबको साथ लाता है। शायद वह भारत के पिता हैं। हम उन्हें फादर ऑफ इंडिया बुलाएंगे।' वहीं, जब ट्रंप से ह्यूस्टन इवेंट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मेरी दाईं तरफ जो बैठे हैं लोग उन्हें पसंद करते हैं। लोग पागल हो जाते हैं, वह एल्विस के इंडियन वर्जन हैं।' एल्विस प्रेस्ली अमेरिकी सिंगर और ऐक्टर थे। उन्हें 'किंग ऑफ रॉक ऐंड रोल' कहा जाता था।


अगले साल क्रोएशिया से खेलेंगे फुटबॉल

नई दिल्ली। भारतीय फुटबाल टीम अगले साल की शुरुआत में क्रोएशिया के खिलाफ दोस्ताना मैच खेल सकती है। दोनों महासंघों के बीच इसे लेकर चर्चा जारी है। क्रोएशिया की टीम ने कप्तान लूका मॉड्रिक की कप्तानी में पिछले साल रूस में हुए फीफा विश्व कप में फाइनल तक का सफर तय किया था। फाइनल में टीम को फ्रांस के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी।


'टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के अनुसार, अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव कुशल दास ने क्रोएशिया की राजधानी जागरेब में क्रोएशियाई फुटबाल महासंघ के अध्यक्ष डेवोर सुकर से यूथ डेवलपमेंट और दोस्ताना मैच खेलने पर चर्चा की।
दास ने कहा, “हमारी पहली मुलाकात बहुत अच्छी रही। क्रोएशिया का यूथ डेवलेपमेंटबहुत मजबूत है और उससे कई महान फुटबाल खिलाड़ी निकले हैं।”


उन्होंने कहा, “क्रोएशिया की टीम विश्व कप के फाइनल में भी पहुंचने में कामयाब रही थी। नवंबर में हम दोबारा मिलेंगे तब दोस्ताना मैच खेलने को लेकर तस्वीर और साफ हो पाएगी।”


वर्ल्ड रैंकिंग में क्रोएशिया आठवें पायदान पर काबिज है जबकि भारत 104 स्थान पर मौजूद है।


दास के अनुसार, बातचीत करने और एक एमओयू साइन करने के लिए 27 नवंबर को क्रोएशिया का एक प्रतिनिधि-मंडल भारत का दौरा करेगा। इसमें सुकर भी शामिल होंगे। सुकर खुद एक महान खिलाड़ी रहे चुके हैं ओर 1998 में हुए विश्व कप में उन्हें गोल्डन बूट अवॉर्ड दिया गया था।सूत्रों के अनुसार, भारतीय फुटबाल टीम के मुख्य केाच क्रोएशिया के इगोर स्टीमाक चाहते हैं कि दोस्ताना मुकाबला मार्च में खेला जाए। मैच संभावित रूप से 23 से 31 मार्च तक चेलने वाले इंटरनेशनल विंडो में खेला जा सकता है। मार्च में भारत को कतर के खिलाफ विश्व कप 2022 क्वालीफायर मुकाबला भी खेलना है।हाल में भारत ने कतर के खिलाफ उसी के घर में ऐतिहासिक ड्रॉ खेला था।


 


टी-20 विश्व कप में भारतीयो पर नजर

भारतीय क्रिकेट टीम अगले साल ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में होने वाले आईसीसी क्रिकेट टी20 विश्व कप के लिए एक प्रबल दावेदार के रूप में पेश की जा रही है। टी20 विश्व कप के शुरू होने में अब करीब एक साल का वक्त शेष रह गया है और फेवरेट की बात करें तो भारत सबसे आगे है।


टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम की नजरें सही संयोजन पर
आईसीसी टी20 विश्व कप के इतिहास के 2007 में हुए पहले टी20 खिताब को अपने नाम करने के बाद भारतीय टीम को कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी है जिसको लेकर इस बार टीम पूरी तरह से तैयार है।भारतीय टीम को 2020 में होने वाले विश्व कप से पहले अभी भी काफी मैच खेलने हैं और टीम मैनेजमेंट अलग-अलग खिलाड़ियों को अजमाकर एक अच्छी संतुलित टीम बनाने के बारे में सोच रहा है।


भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का गिरता प्रदर्शन


विराट कोहली एंड कंपनी की टी20 विश्व कप की तैयारियों में अभी भी कई बातों पर सोचने की जरूरत है। जिसमें से एक है टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन…. जो टी20 फॉर्मेट के इस महाकुंभ के लिए कितने तैयार हैं?शिखर धवन भारतीय टीम के ऐसे बल्लेबाज हैं जिनका कद इस समय बहुत बड़ा है। धवन अब तक अपने प्रदर्शन से साबित कर चुके हैं कि वो भारतीय मौजूदा टीम के लिए बहुत ही बड़े बल्लेबाज हैं।


शिखर धवन की स्ट्राइक रेट बनी है टीम की टेंशन


लेकिन शिखर धवन का टी20 फॉर्मेट में पिछले कुछ समय से प्रदर्शन में स्थिरता नहीं देखी गई है। धवन लगातार निरंतरता के साथ रन नहीं बना पा रहे हैं तो सबसे बड़ी टेंशन उनकी स्ट्राइक रेट दे रही है। शिखर धवन भारतीय टीम के साथ सीमित ओवर की क्रिकेट में लगातार बने हुए हैं और जब उनके टी20 फॉर्मेट में आंकड़ों की बात करें तो उन्होंने अब तक 54 मैचों में 27.70 की औसत और 129.87 की स्ट्राइक रेट के साथ 1413 रन बनाए हैं तो धवन की शैली से मेल नहीं खाते हैं।


धवन के लिए 2018 जबरदस्त लेकिन करियर का औसत नहीं है कुछ खास


उसी तरह से बात जब धवन के वनडे करियर की करें तो उन्होंने 44.50 की बेहतरीन औसत और करीब 94 की स्ट्राइक रेट से 5518 रन बनाए हैं। जिससे आसानी से समझा जा सकता है कि टी20 क्रिकेट में धवन का ये औसत और स्ट्राइक रेट कुछ खास नहीं रही है। हालांकि शिखर धवन के लिए टी20 इंटरनेशनल की बात करें तो 2018 का साल बहुत ही अच्छा गुजरा जब उन्होंने 17 पारियों में 147.22 की स्ट्राइक रेट और 40.52 के औसत के साथ 689 रन बनाए। वो एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा टी20 इंटरनेशनल रन बनाने वाले बल्लेबाज बने।


पावर प्ले के बाद नहीं जुटा पाते तेजी से रन, राहुल-रोहित कई आगे,लेकिन इसके बाद 2019 में टी20 इंटरनेशनल में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। तो वहीं 2018 के साल के धवन के रिकॉर्ड को निकाले तो उनका टी20 फॉर्मेट का प्रदर्शन साधारण ही रहा है। अब लगता है कि ये वक्त आ गया है कि शिखर धवन को सलामी बल्लेबाज से रिप्लेस किया जा सकता है। क्योंकि पावर प्ले में टी20 क्रिकेट में ज्यादा से ज्यादा रन ना जोड़े जाए तो बड़ा स्कोर करना थोड़ा मुश्किल होता है।


जींद सड़क हादसे में 10 लोगो की मौत

बङे हादसे में 10 युवाओं की मौत, मचा कोहराम……लौट रहे थे भर्ती से कैंटर ने रौंदा


जींद। जिले के गांव ईक्कस और रामराय के बीच मंगलवार रात एक तेज रफ्तार तेल टैंकर ने ऑटो को कुचल दिया। ऑटो में 11 लोग सवार थे, जिनमें से ऑटो चालक समेत 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं एक घायल को रोहतक पीजीआइ रेफर कर दिया गया। घटना की सूचना लगते ही कोहराम मच गया।


मिली जानकारी के अनुसार हिसार छावनी में सैनिक जनरल ड्यूटी और क्लर्क सैनिक पदों पर भर्ती चल रही है। मंगलवार को भर्ती रैली के चौथे दिन जींद और सिरसा के युवाओं को शारीरिक परीक्षा के लिए बुलाया गया था। भर्ती में शामिल होने के बाद 10 युवक ऑटो से जींद लौट रहे थे। रात करीब साढ़े 10 बजे हांसी रोड पर गांव ईक्कस और रामराय के बीच तेल टैंकर ऑटो पर चढ़ गया। बाद में क्रेन से ट्राला को ऑटो से हटाया गया। इस हादसे में गांव भिड़ताना निवासी संजय, गांव बुरा डेहर निवासी मंगल व रोबिन, पाजू कलां निवासी सगे भाई दीपक व संजय, रामराय निवासी भारत, धड़ौली वासी सुमित, पिल्लूखेड़ा निवासी अमित और जींद के हाउसिंग बोर्ड निवासी प्रवीण समेत 10 लोगों की मौत हो गई। वहीं मृतकों में शामिल ऑटो चालक हिसार का बताया जाता है। मृतक संजय के भाई परमजीत को रोहतक पीजीआइ रेफर किया गया है। डीएसपी कप्तान सिंह ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है। सूचना के बाद अस्पताल में पहुंचे मृतक दीपक और संजय के पिता रणधीर का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। उन्होंने रोते हुए कहा कि घर पर मत बताना, इनकी मां तो सुनते ही मर जाएगी। वह बार-बार डेड हाउस की तरफ जा रहे थे, जहां बेटों के शव रखे थे। साथ आए लोगों ने बड़ी मुश्किल से रणधीर को संभाला।


जेल में फांसी लगाकर की आत्महत्या

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। नैनी केंद्रीय कारागार में प्रिंस अग्रवाल नामक युवक ने लगाई फांसी। घटना देर रात करीबन 3:00 बजे की बताई जा रही है। इससे पहले भी कई बार कर चुका है प्रयास।


बता दें कि प्रिंस अग्रवाल (उर्फ समर, ज्ञानी, राहुल) पुत्र अनिल अग्रवाल उम्र लगभग 23 वर्ष यह आगरा का रहने वाला था। जिसके ऊपर दर्जनभर अपराधिक मामले दर्ज है। कई अपराधिक मुकदमो में वांछित था। साथ ही जीआरपी के द्वारा दर्ज किए गए केस में सजायाफ्‍ता था। आईपीसी की धारा 224 के अंतर्गत थाना नैनी पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर, नैनी केंद्रीय कारागार में भेज दिया गया था। घटना की सूचना पाकर कारागार प्रशासन के द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए। केंद्रीय कारागार से एसआरएन हॉस्पिटल के लिए देर रात भेज दिया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।


आजम की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट की रोक

 बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। इलाहाबाद उच्च न्यायालय से आज़म खान की गिरफ्तारी पर फिलहाल लगाई रोक, कोर्ट ने 29 एफआईआर पर गिरफ्तारी पर रोक लगाई है। कोर्ट ने आदेश दिया है कि,जब भी थाने पर बुलाया जाएगा आज़म खान को हाजिर होना पड़ेगा। पुलिस दर्ज मुकदमा में चार्जशीट दाखिल कर सकती है,24 अक्टूबर को होगी अगली सुनवाई।


आजम खान को कोर्ट से सख्त निर्देश


पुलिस के बार बार नोटिस देने पर भी नहीं आ रहे थे और पुलिस द्वारा मांगी सूचना देने में भी लापरवाही बरती जा रही थी। कोर्ट का आदेश पुलिस के बुलाने पर थाने जा कर विवेचना में सहयोग करना होगा। मुक्कदमे खारिज करने से कोर्ट का इनकार ,विवेचना पर कोई रोक नहीं है।


बापू भारतीय थे,केवल भारत के नहीं

 न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अपने विचार रखे। इस दौरान उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भारतीय थे, लेकिन वह केवल भारत के नहीं थे और यह मंच इसका जीवंत उदाहरण है।


प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी पर विचार रखने से पहले संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में गांधी सौर पार्क का उद्घाटन किया। गांधीजी की 150वीं जयंती पर संयुक्त राष्ट्र ने एक डाक टिकट भी जारी किया है। बता दें कि महात्मा गांधी की इस साल 150वीं जयंती मनाई जा रही है। इसी संबंध में गांधीजी के विचारों पर यूएन में एक स्पेशल कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।


प्रधानमंत्री कार्यालय ने पीएम मोदी के महात्मा गांधी पर दिए भाषण के संबंध में ट्वीट किया, ''गांधीजी भारतीय थे, लेकिन सिर्फ भारत के नहीं थे। आज यह मंच इसका जीवंत उदाहरण है।'' प्रधानमंत्री ने कहा, ''आप कल्पना कर सकते हैं कि जिनसे गांधीजी कभी मिले नहीं, वे भी उनके जीवन से कितना प्रभावित रहे। मार्टिन लूथर किंग जूनियर हों या नेल्सन मंडेला, उनके विचारों का आधार महात्मा गांधी थे, उनकी सोच थी।''


पीएम ने कहा, ''आज लोकतंत्र की परिभाषा का एक सीमित अर्थ रह गया है कि जनता अपनी पसंद की सरकार चुने और सरकार जनता की अपेक्षा के अनुसार काम करे, लेकिन महात्मा गांधी ने लोकतंत्र की असली शक्ति पर बल दिया। उन्होंने वह दिशा दिखाई जिसमें लोग शासन पर निर्भर न हों और स्वावलंबी बनें।''प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''महात्मा गांधी ने एक ऐसी सामाजिक व्यवस्था का बीड़ा उठाया, जो सरकार पर निर्भर न हो। यह सर्वविदित है कि महात्मा गांधी परिवर्तन लाए, लेकिन यह कहना भी उचित होगा कि उन्होंने लोगों की आंतरिक शक्ति को जगा कर उन्हें स्वयं परिवर्तन लाने के लिए जागृत किया।


वायुसेना ऑरेंज लेबल हाई अलर्ट पर

नई दिल्ली। शीर्ष सरकारी सूत्रों से जानकारी मिली है कि खुफिया एजेंसियों ने 8-10 जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के एक मॉड्यूल के खिलाफ चेतावनी जारी की है, जो संभवतः जम्मू-कश्मीर में और उसके आसपास वायु सेना के ठिकानों के खिलाफ आत्मघाती हमले को अंजाम देने की कोशिश करेंगे। श्रीनगर, अवंतीपोरा, जम्मू, पठानकोट, हिंडन में भारतीय वायुसेना के ठिकानों को ऑरेंज लेवल पर हाई अलर्ट पर रखा गया है। वरिष्ठ अधिकारी खतरे से निपटने के लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं। एजेंसियों ने जैश के आतंकवादियों की गतिविधियों पर नजर रखने के बाद अलर्ट जारी कर दिया है। 
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जैश-ए-मोहम्मद की हिट लिस्ट में हैं। ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी को हाल ही में एक पत्र मिला, जिसमें कहा गया कि आतंकी समूह जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के रद्द करने को लेकर पीएम मोदी, अमित शाह और एनएसए डोभाल को निशाना बनाने की योजना बना रहा है। धमकी पत्र में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के भारत सरकार के कदम का बदला लेने की बात कही गई है।पत्र में जैश-ए-मोहम्मद ने 30 शहरों पर हमला करने की धमकी भी दी है, जिसमें जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, जयपुर, गांधीनगर, कानपुर, लखनऊ शामिल हैं। पत्र में कहा गया है कि जैश चार हवाई अड्डों पर भी हमले की योजना बना रहा है।


ट्रंप ने कहा, मोदी 'फादर ऑफ इंडिया'

ट्रंप ने पीएम नरेंद्र मोदी को बताया 'फादर ऑफ इंडिया'


न्यूयॉर्क। ह्यूस्टन में मुलाकात के 36 घंटे बाद एक बार फिर से मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात हुई। न्यूयॉर्क में दोनों के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई। मुलाकात के बाद दोनों नेता पत्रकारों से भी रूबरू हुए। इस दौरान पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को भारत का अच्छा दोस्त बताया। वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने भी पीएम मोदी की खूब तारीफ की।


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें भारत का पिता कहा। ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी भारत के पिता (फादर ऑफ इंडिया) हैं। इसके साथ ही पाकिस्तान में आतंकवाद पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय पीएम मोदी ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है। मुझे उम्मीद है कि आपके पीएम (नरेंद्र मोदी) इसका समाधान करेंगे। मोदी और इमरान बातचीत करने मसले को हल कर सकते हैं।इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी रॉकस्टार एलविस प्रेस्ली की तरह लोकप्रिय हैं। मैं मोदी को बहुत पसंद करता हूं। वहीं, पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति का ह्यूस्टन आने शुक्रिया अदा किया। मोदी ने कहा कि ट्रंप मेरे ही नहीं भारत के अच्छे दोस्त हैं।


किरायेदारों को सीएम केजरीवाल का तोहफा

दिल्‍ली के किराएदारों को सीएम केजरीवाल का तोहफा


नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की सरकार ने चुनावी दांव चलते हुए लोगों को बड़ी राहत का ऐलान किया है। दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में रह रहे किराएदारों को बिजली बिल की दरों में राहत देने के लिए नई योजना बनाई है। इसके तहत किराएदार मकान मालिक की एनओसी का इंतजार किए बगैर बिजली का अलग मी‍टर लगा सकेंगे और दिल्‍ली में लागू सस्‍ती बिजली दरों का लाभ ले सकेंगे।केजरीवाल ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में ऐलान किया, 'हमने मुख्यमंत्री किराएदार बिजली मीटर योजना बनाई है। प्रीपेड मीटर किराएदारों के यहां लगाए जाएंगे। जो चार्जेज नॉर्मल लोगों को लगते हैं उन्हें भी वही लगेंगे। रेंट अग्रीमेंट की कॉपी और उस पते का आईडी प्रूफ देना होगा। इसके लिए तीन नंबर दे रहे हैं। इसकी होम डिलीवरी है। Bses yamuna 19122, Bses rajadhani 19123 और Tata 19124200।'


अरविंद ने आगे कहा कि इसमें तीन हजार रुपये सिक्‍योरिटी डिपॉजिट है। अगर मकान मालिक अलग मीटर के लिए नहीं मानते हैं तो इसके लिए लोगों को मकान मालिक के पास जाने की जरूरत नहीं है। उन्‍हें सीधे सरकार की ओर से दिए गए इन टोल फ्री नंबरों पर फोन करना होगा। इससे पहले बिजली नियामक दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (डीईआरसी) ने बुधवार को 2019-20 के लिए नयी बिजली दरें घोषित कीं थीं।


वायुसेना का विमान दुर्घटनाग्रस्त, सुरक्षित

ग्वालियर। भिण्ड के गोहद इलाके में वायुसेना का एक विमान मिग 21 दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान सामान्य अभ्यास पर था। विमान पर सवार दोनों पायलट सुरक्षित हैं। वायुसेना के सूत्र ने कहा, 'मिग 21 प्रशिक्षण विमान ग्वालियर एयरबेस के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान से दोनों पायलट सुरक्षित कूद गए। विमान क्रैश होने की सूचना के बाद मौके पर स्थानीय पुलिस और एयरफोर्स के अधिकारी पहुंचे। सूत्रों ने कहा कि विमान एक नियमित मिशन पर था और लगभग 10 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आईएएफ ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्कॉयरी का आदेश दिया है।


स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है:मेष

राशिफल


मेष-कोई पुराना रोग उभर सकता है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। शारीरिक हानि की आशंका है। किसी भी तरह के विवाद से दूर रहें। स्वाभिमान को चोट पहुंच सकती है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी।


वृष-किसी आशंका से ग्रसित रह सकते हैं। कोर्ट-कचहरी तथा सरकारी कार्यालयों के कार्य मनमाफिक चलेंगे। किसी विवाद में विजय प्राप्त होगी। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। पारिवारिक चिंता रहेगी। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी।


मिथुन-प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। स्थायी संपत्ति की वृद्धि के योग हैं। किसी भी तरह के कागजात ध्यान से पढ़कर निर्णय लें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में चैन रहेगा। निवेश लाभदायक रहेगा।


कर्क-धन प्राप्ति के लिए किए गए प्रयास सफल रहेंगे। विद्यार्थी वर्ग अपने कार्य में सफलता प्राप्त करेगा। किसी लंबी यात्रा की संभावना है। मनोरंजन के अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी में नए कार्य कर पाएंगे। उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे।


सिंह-शारीरिक कष्ट की आशंका है। किसी अपने ही व्यक्ति से विवाद हो सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। भागदौड़ रहेगी। दु:खद समाचार प्राप्ति की आशंका है, धैर्य रखें। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा।


कन्या-किसी भूले-बिसरे शत्रु से हानि की आशंका है। पिछले समय किए गए प्रयासों का लाभ मिलने का प्रारंभ होगा। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा प्राप्त होगी। मान-सम्मान मिलेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा।


तुला-किसी दुष्ट प्रवृत्ति के व्यक्ति का साथ हानिप्रद रहेगा। घर में मेहमानों का आगमन होगा। व्यय होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। नए संपर्क बन सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। हल्की मजाक बिलकुल न करें।


वृश्चिक-व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य खराब हो सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में अधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। यात्रा लाभदायक रहेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। भाग्य अनुकूल रहेगा।


धनु-कोई बड़ा खर्च सामने आ सकता है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। दूसरे के कार्य में हस्तक्षेप न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा।


मकर-ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय हो सकता है। धन प्राप्ति सुगम होगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। नए काम मिल सकते हैं। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। भाग्य का साथ रहेगा।


कुंभ-विवाह के उम्मीदवारों को वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मित्रों तथा रिश्तेदारों की सहायता कर पाएंगे। लाभ होगा।


मीन-किसी धार्मिक यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। पूजा-पाठ में मन लगेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में रुकावट दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रसन्नता रहेगी। परिवार के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा।


सेब का इतिहास और फायदे

सेब एक फल है। सेब का रंग लाल या हरा होता है। वैज्ञानिक भाषा में इसे मेलस डोमेस्टिका (Melus domestica) कहते हैं। इसका मुख्यतः स्थान मध्य एशिया है। इसके अलावा बाद में यह यूरोप में भी उगाया जाने लगा। यह हजारों वर्षों से एशिया और यूरोप में उगाया जाता रहा है। इसे एशिया और यूरोप से उत्तरी अमेरिका बेचा जाता है। इसका ग्रीक और यूरोप में धार्मिक महत्व है।


इतिहास
इसके बारे में पता लगाने का श्रेय सिकंदर महान को दिया जाता है। वह मध्य एशिया में जब आया तब उसने इस फल के बारे में जाना और उसी के कारण यूरोप में भी सेब के कई प्रजातियाँ मौजूद है।


‌‌‌सेब खाने के फायदे-सेब केवल स्वादिष्ट ही नहीं होता है। वरन इसके अंदर कई सारे तत्व भी मौजूद होते हैं। जो हमारे शरीर को पोषण प्रदान करते हैं। शरीर के अंदर आवश्यक पदार्थें की भी पूर्ति करते हैं। इसके अलावा सेब खाने से अनेक प्रकार की बिमारियों के होने की संभावना कम हो जाती है।


‌‌‌एनिमिया को दूर करता है-एनिमिया के अंदर इंसान मे खून की कमी हो जाती है। और शरीर के अंदर खून नहीं बनता है। हिमोग्लोबिन की भी कमी आ जाती है। सेब के अंदर आयरन होता है। जिससे बोड़ी के अंदर हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ जाएगी । यदि रोज सेब खा नहीं सकते तो सप्ताह के अंदर एक बार अवश्य खाएं ।


‌‌‌चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाता है-यदि आपके फेस पर दाग धब्बे हो गए । और आप अपने चेहरे को साफ करना चाहते हैं तो आप रोज एक सेब का सेवन करें । कुछ ही दिनों मे आपको फर्क महसूस हो जाएगा ।


‌‌‌हार्ट के रोगों को दूर करने मे मददगार-सेब हार्ट के लिए भी काफी फायदे मंद है। हार्ट मे oxidation से होने वाली क्षति को कम करता है। यह शरीर के अंदर कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा को कंट्रोल करता है। यह शुगर की मात्रा को भी कम करता है हर्ट के अंदर अच्छे से खून का प्रवाह बनाए रखने के लिए भी सेब फायदेमंद है।


‌‌‌वजन घटाने मे सहायक-यदि आपका वजन तेजी से बढ़ रहा है। और आपको इसका कोई कारगर उपाय नहीं सूझ रहा है। तो आपको रोजाना 2 सेब का सेवन करना चाहिए । जिससे आपका वजन कम होगा । यह वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर भी प्रमाणित किया जा चुका है।


‌‌‌दिमाग को अच्छा बनाना-सेब का सेवन करने से अल्जाइमर रोग होने की संभावना कम हो जाती है। और यादाश्त भी अच्छी बनी रहती है। यह दिमागी कोशिकाओं को स्वस्थ बनाता है। और दिमाग के अंदर खून का प्रवाह सही करता है।


‌‌‌लिवर को साफ करता है-सेब के अंदर कई प्रकार के विषहर पदार्थ पाए जाते हैं यह लिवर कीगंदगी को साफ करता है।प्रतिदिन सेब का सेवन करने पाचन सही से होता है। और खून भी शरीर के अंदर सही तरह से दौरा करता है।


‌‌‌किडनी स्टोन की संभावना को कम करता है-सेब के अंदर  साइडर विनिजर नामक तत्व पाया जाता है जोकि किडनी के अंदर पैदा होने वाले स्टोन की संभावना को कम कर देता है। वैसे आजकल हर दूसरे इंसान को पथरी की समस्या है। ऐसे लोगों को सेब का अधिक सेवन करना चाहिए।


वैदिक काल से होता है पिंडदान

पिण्ड चावल और जौ के आटे, काले तिल तथा घी से निर्मित गोल आकार के होते हैं जो अन्त्येष्टि में तथा श्राद्ध में पितरों को अर्पित किये जाते हैं। पूर्वज पूजा की प्रथा विश्व के अन्य देशों की भाँति बहुत प्राचीन है। यह प्रथा यहाँ वैदिक काल से प्रचलित रही है। विभिन्न देवी देवताओं को संबोधित वैदिक ऋचाओं में से अनेक पितरों तथा मृत्यु की प्रशस्ति में गाई गई हैं। पितरों का आह्वान किया जाता है कि वे पूजकों (वंशजों) को धन, समृद्धि एवं शक्ति प्रदान करें। पितरों को आराधना में लिखी ऋग्वेद की एक लंबी ऋचा (१०.१४.१) में यम तथा वरुण का भी उल्लेख मिलता है। पितरों का विभाजन वर, अवर और मध्यम वर्गों में किया गया है (कृ. १०.१५.१ एवं यजु. सं. १९४२)। संभवत: इस वर्गीकरण का आधार मृत्युक्रम में पितृविशेष का स्थान रहा होगा। ऋग्वेद (१०.१५) के द्वितीय छंद में स्पष्ट उल्लेख है कि सर्वप्रथम और अंतिम दिवंगत पितृ तथा अंतरिक्षवासी पितृ श्रद्धेय हैं। सायण के टीकानुसार श्रोत संस्कार संपन्न करने वाले पितर प्रथम श्रेणी में, स्मृति आदेशों का पालन करने वाले पितर द्वितीय श्रेणी में और इनसे भिन्न कर्म करने वाले पितर अंतिम श्रेणी में रखे जाने चाहिए।


ऐसे तीन विभिन्न लोकों अथवा कार्यक्षेत्रों का विवरण प्राप्त होता है जिनसे होकर मृतात्मा की यात्रा पूर्ण होती है। ऋग्वेद (१०.१६) में अग्नि से अनुनय है कि वह मृतकों को पितृलोक तक पहुँचाने में सहायक हो। अग्नि से ही प्रार्थना की जाती है कि वह वंशजों के दान पितृगणों तक पहुँचाकर मृतात्मा को भीषण रूप में भटकने से रक्षा करें। ऐतरेय ब्राह्मण में अग्नि का उल्लेख उस रज्जु के रूप में किया गया है जिसकी सहायता से मनुष्य स्वर्ग तक पहुँचता है। स्वर्ग के आवास में पितृ चिंतारहित हो परम शक्तिमान् एवं आनंदमय रूप धारण करते हैं। पृथ्वी पर उनके वंशज सुख समृद्धि की प्राप्ति के हेतु पिंडदान देते और पूजापाठ करते हैं। वेदों में पितरों के भयावह रूप की भी कल्पना की गई है। पितरों से प्रार्थना की गई है कि वे अपने वंशजों के निकट आएँ, उनका आसन ग्रहण करें, पूजा स्वीकार करें और उनके क्षुद्र अपराधों से अप्रसन्न न हों। उनका आह्वान व्योम में नक्षत्रों के रचयिता के रूप में किया गया है। उनके आशीर्वाद में दिन को जाज्वल्यमान और रजनी को अंधकारमय बताया है। परलोक में दो ही मार्ग हैं : देवयान और पितृयान। पितृगणों से यह भी प्रार्थना है कि देवयान से मर्त्यो की सहायता के लिये अग्रसर हों (वाज. सं. १९.४६)।


संहिताओं और ब्राह्मणों की बहुत सी पंक्तियों में मृत्यु के प्रति मिलता है। पहला जन्म साधारण जन्म है। पिता की मृत्यु के उपरांत पुत्र में ओर पुत्र के बाद पौत्र में जीवन की जो निरंतरता बनी रहती है उसे दूसरे प्रकार का जन्म माना गाया है। मृत्युपरांत पुनर्जन्म तीसरे प्रकार का जन्म है। कौशीतकी में ऐसे व्यक्तियों का उल्लेख है जो मृत्यु के पश्चात् चंद्रलोक में जाते हैं और अपने कार्य एवं ज्ञानानुसार वर्षा के माध्यम से पृथ्वी पर कीट पशु, पक्षी अथवा मानव रूप में जन्म लेते हैं। अन्य मृत्क देवयान द्वारा अग्निलोक में चले जाते हैं।


छांदोग्य के अनुसार ज्ञानोपार्जन करने वाले भले व्यक्ति मृत्युपरांत देवयान द्वारा सर्वोच्च ब्राह्मण पद प्राप्त करते हैं। पूजापाठ एवं जनकार्य करने वाले दूसरी श्रेणी के व्यक्ति रजनी और आकाश मार्ग से होते हुए पुन: पृथ्वी पर लौट आते हैं और इसी नक्षत्र में जन्म लेते हैं।


एक यूनिक आइडेंटिटी कार्ड

यूआईडी योजना, यूपीए सरकार की एक बहुत ही महत्वकांशी योजना है। इस योजना के लिए योजना आयोग के तहत यूआईडी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यूआईडीएआई का गठन होगा। ये संगठन सुनिश्चित करेगा कि इसका फायदा किसी भी तरह से गैर-सामाजिक तत्व न उठा पाएं। यूआईडी योजना के तहत देश के हर नागरिक को एक अद्वितीय नंबर दिया जाएगा। सरकार देश के हर नागरिक को एक यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर देने की प्रक्रिया में जोर-शोर से जुट गई है। सरकार की योजना के मुताबिक 2011 तक सभी नागरिकों को यूनिक आइडेंटिफिकेशन संख्या जारी कर दी जाएगी। और इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने इन्फोसिस के को-चेयरमैन नंदन नीलेकणी को चुन भी लिया है। लेकिन यह लक्ष्‍य सन 2011 तक पूरा नहीं हो पाया।


हर ज़रूरत के लिए सिर्फ 'एक कार्ड'
इसके जरिए देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं के समाधान के अलावा वस्तुओं और सेवाओं के सार्वजनिक बंटवारे के लिए एक व्यवस्थित तंत्र भी विकसित किया जा सकेगा। शुरुआत में यूआईडी नंबर राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर या मतदाता सूची के आधार पर आवंटित की जाएगी। व्यक्ति की पहचान पर जालसाजी की संभावना खत्म करने के लिए इसमें तस्वीर और बायोमेट्रिक आंकड़े जोड़े जाएंगे। साथ ही, लोगों के फायदे के लिए इसके आसान पंजीकरण और जानकारियों में बदलाव की प्रक्रिया को आसान बनाने के तरीकों पर भी विचार किया जा रहा है। प्रस्तावित आइडेंटिटी कार्ड ऐसे स्मार्ट कार्ड होंगे जिनपर व्यक्ति की पूरी जानकारी मिलेगी। शख्स के उंगलुइयों के निशान और तस्वीर। ऐसा नहीं है कि ये यूनीक आइडेंटिटी कार्ड वयस्कों को ही मिलेंगे। बल्कि ये उन्हें भी दिए जाएंगे जो 18 साल से कम उम्र के हैं। इसका लक्ष्य विभिन्न सरकारी विभागों के बीच पहचान के लिए प्रचलित अलग-अलग व्यवस्थाओं को खत्म करना है। इन स्मार्ट कार्ड्स पर सरकार 6 अरब डॉलर की रकम खर्च करेगी। वर्तमान सरकार इस परियोजना पर कार्य कर रही है। इस पर खर्च होने वाली रकम भी बढ़ गई है।


कहां चलेगा पायलट प्रोजेक्ट? 
सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 'कर्नाटक' को बतौर पायलट राज्य चुना है। नैशनल अथॉरिटी फॉर युनीक आइडेंटिटी (NAUI), ने राज्य सरकार से छोटे पैमाने पर इस योजना को लागू करने को कहा है। कर्नाटक में इस योजना की जिम्मेदारी ई-गवर्नेस डिपार्टमेंट के हाथों में होगी। डिपार्टमेंट शहरी और ग्रामीण जिलों की पहचान कर डाटाबेस इकट्ठा करेगा और इसकी अनुकूलता को आंकेगा।


तीन साल में पूरी होगी योजना
इस योजना को पूरा होने में काफी समय लगेगा। कारण है जन्म, मौतें, शादियों, पासपोर्ट डाटा, बैंक अकाउंट और राशन आँकड़ो को एक डाटाबेस में डालना। और फिर, ऐसा करने से अलग-अलग कार्यालयों के लिए भी सहुलियत होगी। अपने खातों का अद्यतनीकरण करने के लिए सीधे केंद्रीय डाटाबेस का अन्वेषण कर सकते हैं। सरकार को उम्मीद है कि इस योजना को पूरा होने में 3 साल का समय लग जाएगा।


लोमस और कागभुसडं क्रिया-कलाप

गतांक से...
 मुझे वह काल स्मरण आता रहता है जिस समय कागभुसडं जी प्रणायाम और साधना में परिणत होते थे। महर्षि लोमस और कागभुसडं जी दोनों अपनी आभा में भ्रमण करते रहते थे। मैं ऋषि कागभुसडं जी का जब बालक काल था, तो माता के चरणों में जब औत-प्रॏत होता तो माता बालक काल में उसे ज्ञान देती रहती थी। एक समय कागभुसडं जी से कहा है बालक उनका बालक का नाम सभुंख ऋषि था। संभुख नामक बालक था, ब्रह्मचारी था, शंभुख ऋषि जब माता की लोरीओ का पान करता रहता था। तो माता का नाम राकेश्‍वरी था। जब राकेश्वरी अपने बालक को लोरियो का पान कराती रहती थी। यह कहती रहती 'संभवा देवो ब्रह्मवाचा दिव्‍यंगतम्‌ प्रमाणं रूद्र वाचा' राकेश्‍वरी ने कहा कि है बालक तुमने मेरे गर्भ से जन्म लिया है। तू महान है तो पवित्र है आत्मा चेतन में होता है तो आत्मा है। तू अज्ञान में रत रहने वाला नहीं है तो योगिक है, योग में परिणत होने वाला बन। यह माता के उपदेशों को पान करता हुआ बालक अपने मे अपनी माता के शब्दों को निहारता रहता था। लोरीओ का पान करता रहता था। जब माता के गर्भ से अर्थात लोरियों से पृथक हुआ तो पिता के द्वार पर पिता भी उसे उपदेश देते रहते थे। हे बालक। तेरा जीवन महान बनना चाहिए। क्योंकि हमारा ग्रह सदैव  ब्रह्मवेताओं का रहा है। ब्रह्म जिज्ञासा हमारे गोत्र में रहते चले आए हैं और तुम भी ब्रह्म वेता बनो। परंतु देखो ब्रह्मा की जिज्ञासा में जो पुत्र को जानने वाला बनता है वही ब्रह्म की धाराओं में रमण करने वाला होता है। तो मुनिवरो, देखो कागभुसडं जी के उस बालक के नामकरण ब्रह्म वाचा वह जो पिता थे वह स्वेतकेतु ऋषि महाराज थे। श्वेतकेतु ऋषि महाराज पारा गोत्र में होते थे क्योंकि पारा गोत्र का विकास हुआ था वह किसी काल में 'संभो वाचम व्रही' कुटकुट गोत्र से हुआ था। कुटकुट गोत्र का जो निकास था, वह वायु गोत्र से हुआ था। वायु गोत्र का जो निकास हुआ वह ब्रह्मा के पुत्र अथर्वा से हुआ था। ब्रह्मा के पुत्र अथर्वा से वेदों की प्रतिभा व्याकरण की धाराओं का जन्म होता रहता है। कागभुसडं जी को जब यह वाक्य पिता ने प्रकट किया तो वह विद्यालय में प्रवेश हो गये।कागभुसडं जी के आचार्य जी का नामकरण मऋषि समितकेतू महाराज था। समितकेतु ऋषि महाराज वरतेतु ऋषि के पुत्र कहलाते थे। उनके यहां उनका वह संस्कार अब्रहे विद्या का संस्कारों का आचार्य के कुल में हुआ। आचार्य उसे शिक्षा देते रहे परंतु जैसे कागा प्रवृत्ति वाला पक्षी होता है। वह काग प्रवृत्ति उसकी चंचलता होती है। इसी प्रकार वह बालक विद्यालय में काग प्रकृति वाला ब्रह्मचारी था, चंचल था। जब वह अध्ययन करने लगा तो उसका जो क्रियाकलाप था वह प्राण सूत्र की चर्चा करता रहता था। प्राण सूत्र में अपने को पिरोता रहता था। प्राण सूत्र की विवेचना करता हुआ प्राण में रत रहता था। तो आचार्य ने उनका नामों का भुसडं जी जैसे काका प्रवृत्ति वाला एक पक्षी होता है वह 'काग व्रहे वृत्‍ति देवा:' वह अपने में चंचल रहता है, अपने तक उसका जीवन सीमित रहता है। परंतु दूसरों के लिए शिक्षाप्रद होता है। कि मानव को अपने कार्य में रत रहना चाहिए। अपने कार्य में अपनी प्रवृत्तियों में चिंतन करते रहना चाहिए। अपने में गंभीर बने रहना चाहिए। कागभुसडं जी का नाम कागा चंचल है और भुसडं नामा व्रहे वृतांम, जो वेदों के पठन-पाठन करने में उसकी प्रवृत्तियों में रमन रमने वाला हो ।उसको भुसडं जी कहते हैं तो चंचल हो और वेदों का अध्ययन करने वाला, गंभीर रहस्यों का उत्कर्ष करने वाला, उसका नामकरण कागभुसडं किया गया। वह अध्ययन सील रहते हुए, वह महान प्राण की चर्चा करते रहते थे। अपने को प्राण सूत्र में पिरोते हुए एक समय अपने पूज्य पाद गुरुदेव से उन्होंने यह कहा। हे प्रभु, मैं प्राण सूत्र को जानना चाहता हूं, यह प्राण सूत्र क्या है। तो आचार्य जी ने कहा प्राण सूत्र प्राणों को कहा गया है। वह सर्वत्र ब्रह्मांड एक प्राण सूत्र में पिरोया हुआ है। प्राण सूत्र में अपने को जो मानव गिरोह देता है संसार सागर से पार हो जाता है।


प्राधिकृत प्रकाशन विभाग

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 26, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-54 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार,26 सितबंर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन, कृष्‍णपक्ष,तिथि द्वादशी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 6:15,सूर्यास्त 6:10
5. न्‍यूनतम तापमान -24 डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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