मंगलवार, 24 सितंबर 2019

जीवित चूहों का प्रसिद्ध मंदिर

रामचन्द्र गहलोत


बीकानेर। थार रेगिस्तान में बीकानेर से लगभग 32 किलोमीटर दूर मरू टीलों के बीच एक चर्चित गांव है-देशनोक। बीकानेर जिले के इस प्रसिद्ध गांव में करणी माता का एक मन्दिर है जो 'चूहों का मन्दिर' नाम से प्रसिद्ध हैं। मरू टीलों के बीच बसा यह छोटा सा गांव इस मन्दिर के कारण दुनियाभर में विख्यात है। इसे 'चूहों का स्वर्ग मन्दिर' भी कहा जाता है। चूहों का ऐसा संगम शायद ही दुनिया में अन्यत्रा कहीं देखने को मिले। इस मन्दिर में हर तरफ चूहे ही चूहे नजर आते हैं। कोई आराम करता हुआ, कोई खाता हुआ, कोई पीता हुआ तो कोई आपस में खेलता हुआ। रोचक बात यह है कि मन्दिर में जहां तक नजर जाती है वहीं ये चूहे विचरण करते हुए नजर आएंगे।


सुबह एवं संध्या की आरती के समय आपको मन्दिर प्रांगण में हजारों की संख्या में चूहे नजर आयेंगे। संध्या आरती के समय तो जो भक्त एक बार जहां खड़ा होता है, आरती पूर्ण होने तक उसे वहीं खड़ा रहना पड़ता है क्योंकि पूरा मन्दिर प्रागंण चूहों से भर जाता है। आरती के पश्चात बड़े-बड़े थालों में इनके लिए भोजन रख दिया जाता है तथा भक्त लोग इतने चूहों को एक साथ भोजन करते देख धन्य हो जाते हैं। कहते हैं इस मन्दिर में एक सफेद चूहा है जो किसी सौभाग्यशाली को ही दिखाई देखा है और उस पर माता की विशेष कृपा होती हैं। यह चूहा बहुत कम लोगों को दिखाई देता है।


इन चूहों को खाने के लिए मन्दिर के पुजारी मिठाई, अनाज, दूध एवं पानी देते हैं। मन्दिर में आने वाले भक्त भी इनके लिए लड्डू, बर्फी, पेड़ा, दूध एवं अन्य मिठाई चढ़ाते हैं। मन्दिर में इन चूहों के लिए एक अलग रसोईघर है जहां बड़े-बड़े कड़ाहों में इनके लिए भोजन तैयार होता हैं। खास बात यह है कि इनके छोड़े हुए भोजन को भक्तों में प्रसाद के रूप में वितरित कर दिया जाता है और भक्त लोग बड़ी प्रसन्नता से प्रसाद ग्रहण करते हैं। चूहों को कोई पक्षी न झपट ले जाए, इसके लिए मंदिर प्रांगण के ऊपर लोहे की जालियां लगी हुई हैं।


मन्दिर में प्रवेश करते ही एक बोर्ड पर लिखा है, कि 'अगर किसी के पैर के नीचे दबकर कोई चूहा मर गया तो बदले में उसे चांदी का चूहा देना होगा। कृपया सावधानी से चलिए, इसलिए श्रद्धालु मन्दिर में पैर घिसटाकर चलते हैं। इस चूहों ने आज तक किसी को नहीं काटा है। गुजरात में फैले प्लेग के दौरान एक वैज्ञानिक दल भी निरीक्षण के लिए आया था परंतु इन चूहों में किसी तरह की कोई बीमारी नहीं पाई गई।


माना जाता है कि करणी माता का वरदान है कि देशनोक में कभी कोई महामारी नहीं फैलेगी। ऐतिहासिक एवं धार्मिक मान्यता के अनुसार करणी माता का जन्म सुआप गांव (जोधपुर) के चारण वंश के मेहोजी के घर विक्रमी सवंत 1444 में अविश्वनी शुक्ल सप्तमी को हुआ था। कहते हैं कि मेहोजी एवं उनकी पत्नी देवल ने इष्टदेवी हिंगलाज की लम्बी आराधना की जिससे प्रसन्न होकर देवी ने दुर्गा रूप में इन्हें दर्शन दिए और वर मांगने को कहा। मेहोजी और देवल ने देवी से अपने घर में जन्म लेने का वर मांगा। देवी ने इन्हें यह वर दे दिया और इनके घर जन्म लेने का वचन भरा। मान्यता हैं कि करणी माता ने नौ की बजाय 21 माह गर्भ में रहकर जन्म लिया था और प्रसूति के समग देवल को दुर्गा रूप में दर्शन देकर अपने वचन का स्मरण कराया था।


मेहोजी और देवल माता ने इनका नाम 'रिधूबाई' रखा था परंतु बचपन से ही अपने अलौकिक चमत्कारों, अंधों, लगड़ों को ठीक करने तथा रोगियों के रोग दूर करने के कारण इनका नाम 'करणी' रख दिया गया। करणी माता ने यहां के जनमानस को अनेक चमत्कार दिखाये और धीरे-धीरे करणी माता यहां के लोगों की असाध्य देवी बन गई। करणी माता के संबंध में यहां अनेक जनश्रुति प्रचलित हैं। कहते हैं कि भूख प्यास से व्याकुल युगल राजा की सेना को माता ने भरपेट भोजन कराया था जबकि भोजन कुछ ही लोगों का था।


करणी माता ने जोधपुर, नरेश जोधा जी के पुत्रा बीका जी को देशनोक के पास एक नई रियासत बसाने का आशीर्वाद दिया तथा खुद अपने हाथों से उसकी नींव रखी जिसका नाम बीकानेर रखा गया। करणी माता के आर्शीवाद से बीकानेर एक समृद्ध रियासत बनकर उभरी। राजपूत नरेश जोधा जी एवं बीका जी जीवन पर्यन्त माता के उपासक रहे। वर्तमान मन्दिर के स्थान पर पहले एक गुफा थी जहां करणी माता ने ज्यादातर समय बिताया। बाद में बीकाजी के वंशज नरेशों में यहां संगमरमर का मन्दिर बनवा दिया। मन्दिर के गर्भगृह में उस गुफा का कुछ हिस्सा अब भी है।


सुआप गांव देशनोक से लगभग 127 किलोमीटर दूर है और यहां पुराना जाल का वृक्ष अब भी है जहां माता का झूला विद्यमान है। मन्दिर का प्रवेश द्वार अत्यंत ही आकर्षक है। प्रवेश द्वार पर फूल, पत्तियों के डिजाईन के अलावा हाथी तराशे गए हैं। प्रवेश द्वार चांदी का बना हुआ है और उस पर महीन कलाकारी की गई है। प्रवेश द्वार के बाहर संगमरमर के बने शेर बैठे हुए दिखाई देते हैं। मन्दिर के बाकी तीन द्वार भी चांदी के बने हुए हैं तथा मन्दिर के गर्भगृह में शुद्ध सोने के अनेकों छत्रा चढ़ाए हुए हंै। करणी माता का सिंहासन भी सोने का बना हुआ है। करणी माता को चूहों एव गायों से विशेष लगाव था, इसलिए इस गांव के लोग अपने पशुओं के क्रय-विक्रम के पश्चात उनका दूध यहां चढ़ाते हैं। इससे इन्हें पशु धन में लाभ मिलता है।


वैसे तो यहां कभी भी आ सकते हैं परंतु नवरात्रों में यहां भारी मेला लगता है तथा दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। यहां अन्य प्रदेशों से भी श्रद्वालु आते हैं। विदेशी सैलानी भी यहां खूब आते हैं और माता के इस अद्भुत मन्दिर एवं उसके चूहों को देखकर दंग रह जाते हैं। निश्चित रूप से मेरी तरह बीकानेर जाने वाले हर श्रद्धालु की यात्रा इस मन्दिर को देखे बिना अधूरी रह जाती है। (अदिति)


भारत आतंकवाद को पनपने दें,

इमरान खान अब हमारे कश्मीर में क्या चाहते हैं?
क्या भारत फिर से आतंकवाद को पनपने दें?
कश्मीर में शांति पाकिस्तान के हित में भी है। 

अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से साफ कहा कि यदि भारत चाहेगा तो वे कश्मीर के मुद्दे पर मध्यस्थता करने को तैयार हैं। इमरान खान चाहते हैं कि अमरीका अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर भारत-पाक के बीच वार्ता करवाए। लेकिन सवाल उठता है कि इस वार्ता से पाकिस्तान को क्या हासिल होगा? भारत ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त कर आतंकवाद को खत्म कर दिया है। सब जानते हैं कि इस अनुच्छेद 370 के प्रावधानों की वह से कश्मीर घाटी में पाकिस्तान का प्रभाव बढ़ रहा था। इसलिए पाकिस्तान में बैठे कट्टरपंथी हमारे कश्मीर में आतंक फैला रहे थे। लेकिन अब पाकिस्तान के कट्टरपंथियों का कनेक्शन कश्मीर घाटी से कट गया है, इसलिए घाटी में शांति है। 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को हटाने की घोषणा की गई, तब से अब तक पचास दिनों में सुरक्षा बलों को एक बार भी गोली नहीं चलानी पड़ी है। अब जब हमारे कश्मीर में शांति हो रही है तो पाकिस्तान से किस मुद्दे पर वार्ता की जाए? 370 के हटने के बाद जम्मू और लद्दाख में तो जश्न का माहौल है। पाकिस्तान को अब अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भी कोई समर्थन नहीं मिल रहा है। अमरीका और भारत की दोस्ती पाकिस्तान ने 22 सितम्बर की रात को ह्यूस्टन में देख ही ली है। कोई देश नहीं चाहता कि आतंकवाद पनपे। अब इस बात को पाकिस्तान को भी समझना चाहिए। अच्छा हो कि पाकिस्तान कश्मीर को भूल जाए और अपने यहां बैठे कट्टपंथियों पर अंकुश लगाए। कट्टरपंथियों की वजह से पाकिस्तान को भी भारी नुकसान हो रहा है। हाउडी मोदी कार्यक्रम में डोनाल्ड ट्रंप ने मुस्लिम आतंकवाद की बात कह कर पाकिस्तान की ओर ही इशारा किया है। 24 सितम्बर को इमरान खान से मीडिया के सामने संवाद करते हुए ट्रंप ने कहा कि भारत की मजबूत स्थिति का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सुनने के लिए ह्यूस्टन के स्टेडियम में 59 हजार अमरीकी मौजूद रहे। जहां पूरे अमरीका में मोदी मोदी की गूंज हो रही है, वहीं इमरान खान की उपस्थिति को कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है। इमरान खान और पाकिस्तान माने या नहीं, लेकिन नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिति बहुत मजबूत हुई है। अनुच्छेद 370 को हटा कर मोदी ने बोल्ड कदम उठाया है, इससे आतंकवाद पर लगाम लगी है। पाकिस्तान को अपने ब्लूचीस्तान और सिंध प्रांत के असंतोष पर ध्यान देना चाहिए। अब कश्मीर में पाकिस्तान के लिए कोई गुंजाइश नहीं हैं।
एस.पी.मित्तल


यूनिवर्सल एक्सप्रेस प्रतिनिधि को सम्मान

यूनिवर्सल एक्सप्रेस प्रतिनिधि को सम्मान
 अविनाश श्रीवास्तव


प्रयागराज। एसडीएम श्री पुष्कर श्रीवास्तव  के द्वारा सेक्रेटरी लोक सेवा आयोग की संस्तुति के आधार पर बृजेश केसरवानी जिला प्रतिनिधि प्रयागराज यूनिवर्सल एक्सप्रेस को सम्मानित किया गया है। 'ब्रेन ओ ब्रेन' स्टेट लेवल कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एसडीएम उपस्थित रहे और वहां मीडिया मित्रों को सम्मानित किया गया। जिन्होंने निर्भीक निष्पक्ष और न्‍यायप्रिय पत्रकारिता का जीवन जिया है। परिवर्तन और जागरूकता की दहलीज पर खड़े रहे हैं। ऐसे संघर्षशील कलम के सिपाहियों, जिनमें पत्रकारिता के दौरान बिना डरे निडर होकर सच दिखाने का साहस रहा हैं और सामाजिक तत्वों के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे हैं। जिसका परिणाम यह है कि एसडीएम के द्वारा सम्मानित किए गए सभी पत्रकार मित्र लगभग 10 साल से पत्रकारिता कर रहे हैं और लोगों को न्याय दिलाने मे सफल रहे हैं।


धोखेबाज प्रधानमंत्री (संपादकीय)

धोखेबाज प्रधानमंत्री (संपादकीय)


भारत गणराज्य के प्रधानमंत्री को धोखेबाज कहने का अर्थ है कि गणराज्य द्वारा चयनित सरकार अथवा संसद विश्वास के योग्य नहीं है। इतना भद्दा आरोप लगाना और आरोप का व्यापक विरोध ना होना, राष्ट्रीय गरिमा के विरुद्ध है। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नेतृत्व कर रहे हैं। दुनिया में भारत को विभिन्न स्रोतों से स्थापित करने का उद्धत प्रयास कर रहे हैं। राष्ट्रीय विकारों के विरुद्ध कार्यरत संघर्षशील व्यक्ति कुछ तो गलतियां भी कर सकता है या कुछ कमियों का शेष रहना स्वाभाविक होता है। परिपूर्णता अथवा संपूर्णता मनुष्य से सदैव अछूती रहती है।जब कार्यसिद्धि की जाती है तो करता, स्वयं भी सही और गलत के मझधार में बना रहता है। ज्यादातर परिणाम सफलता से चूक जाते हैं इसमें करता का गुणधर्म दोषमुक्त हो जाता है। यदि परिणाम सफल हो जाता है तो भी उसके विपरीत की प्रक्रिया दोनों स्थिति में स्थिर बनी रहती है। यदि सच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र से कोई धोखा किया है, राष्ट्र विरोधी, दोषपूर्ण कार्य किया है? जिससे राष्ट्र अथवा राष्ट्र वासियों को क्षति या कष्ट उत्पन्न हुआ है या भविष्य में होने की संभावना है। उस तथ्य के प्रमाण सार्वजनिक करें मार्कंडेय काटजू।


न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू सर्वोच्च न्यायालय में स्थाई न्यायाधीश रह चुके हैं। भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष पद पर कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में भारतीय पुनर्मूल्यांकन संघ के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत है। काटजू के द्वारा एक ट्वीट लिखा गया है। जिसमें उन्होंने राहुल गांधी को बदतमीज और मोदी को धोखेबाज शब्दों से परिभाषित किया है। ऐसी स्थिति में दलगत विचारधारा से अलग प्रत्येक भारतीय काटजू से यही अपेक्षा करेगा कि वह अपने शब्दों की प्रमाणिकता सार्वजनिक करें। ताकि भारत की जनता के सामने मोदी का सच स्पष्ट हो सके।


राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'


महिला थानेदार की तबीयत बिगडी

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। महिला थाना इंचार्ज ममता पवार की अचानक थाने में तबियत बिगड़ गई। आनन-फानन में उनको प्राईवेट हॉस्पिटल में भर्ती किया गया।  चिकित्सकों के मुताबिक उनको ब्रेन हैमरेज हुआ है, इलाज चल रहा है। हॉस्पिटल में एडीजी सहित तमाम पुलिस अफसर मौजूद रहे। हालांकि पहले बताया जा रहा था कि उन्होंने ज़हर खाया है। लेकिन चिकित्सकों और पुलिस अफसरों ने हैंमैरेज की पुष्टि की है।हालांकि थाने के अन्य लोग बता रहे कि  थाना प्रभारी 4 दिनो से कॉफी तनाव में थी और किसी से बात नही करती थी। बहुत परेशान लग रही थी। सुबह 8 बजे चाय वाला जब थाने में चाय देने आया तो उनके मुह से झाग निकल रहा था। हालांकि पुलिस अफसरों ने इन बातों से इनकार किया है।


सुधा को बनाया कार्यकारी अध्यक्ष

नई दिल्ली। महिला कांग्रेस की हरियाणा इकाई की पूर्व अध्यक्षा सुमित्रा चौहान के बाद अध्यक्षा का पद खाली है। हरियाणा में चुनावी बिगुल बज चुका है, जिसमें कांग्रेस किसी भी प्रकार की कोर-कसर नहीं छोडऩा चाहती। ऐसे में इस इकाई को मार्गदर्शन के लिए एक मुखिया का होना आवश्यक है, जिसके चलते कांग्रेस ने हरियाणा महिला कांग्रेस इकाई की कार्यकारी अध्यक्षा सुधा भारद्वाज को बनाया है। गौरतलब है कि 7 सितंबर को महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुमित्रा चौहान ने भाजपा ज्वाइन की थी। सुमित्रा चौहान को हरियाणा में महिला कांग्रेस की कमान 19 फरवरी 2014 को सौंपी गई थी। उनके कार्यकाल के दौरान हरियाणा में महिला कांग्रेस ने कई प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम तथा प्रदेश स्तरीय यात्राओं को भी आयोजन किया। हरियाणा में पुरूषों की कांग्रेस पार्टी जहां पांच साल से आपसी कलह व गुटबाजी में फंसी हुई है। वहीं महिला कांग्रेस ने कई ऐसे कार्यक्रम किए जिन्हें अन्य प्रकोष्ठों द्वारा लागू किया गया।


लाचार और बेबस करने वाली सरकार

किसानों को लाचार व बेबस बनाने वाली सरकार को भुगतना पड़ेंगे इसके गंभीर परिणाम प्रदेश अध्यक्ष पं. सचिन शर्मा


अश्वनी उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय कार्यालय जोनापूर महरौली मै बैठक हुई। बैठक मे जिला मुज्जफरनगर के अनेक पदाधिकारियों औऱ सदस्यो ने भाग लिया। बैठक को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल अंबावता  जी ने कहा कि संगठन क़ा महत्व तभी तक है जब तक संगठन समाज के पीड़ित किसान तक ईमानदारी से  अपनी पहुंच बनाए। उसकी समस्याओ को हल करे। और कहा कि संगठन मै सभी सदस्य औऱ पदाधिकारी  कार्यकर्ता कि तरह व्यवहार करें। 


अध्यक्ष ने आगामी 2अक्टूबर  को विजय घाट पर होने वाली  किसानों कि महा रैली के लिए देश के सभी किसानों क़ा आव्हान करते हुए कहा कि इस किसान विरोधी सरकार से किसानों के हित की समस्त मांगों को पूरा करने के लिए 2 अक्टूबर को महापंचायत की जाएगी। यदि इस सरकार ने किसानों  की मांगों को पूरा नहीं किया तॊ देश भर मै रेल रोको आन्दोलन किया जाएगा। 


किसानों के हक की लड़ाई को जीत के रहेंगे । 
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अवनीत पंवार जी ने अपने संबोधन मै कहा की किसानों के हक लिए सरकार से अब आर पार की लड़ाई लड़ी। बैठक मै प्रमुख रूप से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी अवनीत पंवार राष्ट्रीय महा सचिव पं प्रवीण शर्मा (नीटू)  प्रदेश महासचिव ठा.मुकेश सोलंकी प्रदेश सचिव युवा, केशव चौधरी, सुधीर त्यागी मुजफ्फरनगर, इसरार त्यागीी, देशराज बंसल, महाकार कसाना, जयराम कसाना, योगेंद्र पवार, ओमपाल राठी, युवा विधानसभा अध्यक्ष गाजियाबाद गौरव यादव, शकील मलिक मोहम्मद, इस्लाम खान आदि उपस्थित रहे।


योगी कैबिनेट की 'स्मार्ट सिटी'को मंजूरी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने मंगलवार को सबेरे 11 बजे से कैबिनेट की बैठक बुलाई है। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार प्रदेश के सात शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए राज्य स्मार्ट सिटी मिशन की गाइड लाइंस को मंजूरी दी जाएगी। इन शहरों में मेरठ, गाजियाबाद, अयोध्या, फिरोजाबाद, गोरखपुर, मथुरा-वृंदावन और शाहजहांपुर शामिल हैं।


कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री और मंत्री अब अपना आयकर खुद भरेंगे, इससे संबंधित 1981 के अधिनियम में संशोधन किया जाएगा। अभी तक मुख्यमंत्री और मंत्रियों का आयकर सरकार अपने खजाने से भरती है। कैबिनेट बैठक में नोएडा इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) के निर्माण के लिए चयनित कंसल्टेंट प्राइस वाटरहाउस कूपर्स लिमिटेड द्वारा तैयार किए गए टेंडर दस्तावेजों (आरएफक्यू और आरएफपी) ड्राफ्ट में संशोधन को मंजूरी दी जाएगी।


कैबिनेट बैठक में बेसिक शिक्षा विभाग के तहत सभी निदेशालयों के बीच परस्पर समन्वय, प्रशासनिक एवं वित्तीय नियंत्रण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से महानिदेशक, स्कूल शिक्षा (डीजी एसई का पद सृजित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी। इसके कर्तव्य एवं अधिकार भी तय किए जाएंगे।खादी वस्त्रों पर मिलेगी पांच फीसदी की विशेष छूटकै बिनेट बैठक में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में खादी के वस्त्रों की फुटकर बिक्री पर पांच फीसदी की विशेष छूट देने का फैसला किया जाएगा।


– खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में मूल्य समर्थन योजना के तहत मक्का खरीद नीति को मंजूरी दी जाएगी।
– यूपी दुकान और वाणिज्य अधिष्ठान अधिनियम-1962 में संशोधन को मंजूरी दी जाएगी।
– उप निदेशक सेवायोजन राजीव यादव के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के बारे में फैसला किया जाएगा।
– जौनपुर में नए स्थापित मेडिकल कालेज को स्वशासी माध्यम से संचालन के लिए सोसाइटी के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी।
– यूपी आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई (इटावा) के चिकित्सा शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों और रेजीडेंट डाक्टरों को एसजीपीजीआई लखनऊ की तरह भत्ते देने का फैसला किया जाएगा।
– यूपी विकलांग कल्याण विभाग राजपत्रित अधिकारी सेवा (द्वितीय) संशोधन नियमावली, 2019 को मंजूरी दी जाएगी।
– यूपी सेवाकाल में मृत सरकारी सेवकों के आश्रितों की भर्ती (बारहवां संशोधन) नियमावली-2019 को मंजूरी दी जाएगी।
– यूपी सचिवालय विधायी विभाग अधिकारी सेवा नियमावली 2013 में पहले संशोधन को मंजूरी दी जाएगी।
– स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग, यूपी एवं मुख्य लेखा परीक्षा अधिकारी सहकारी समितियां एवं पंचायतें द्वारा आडिट वाली संस्थाओं पर बकाया आडिट शुल्क माफ करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी।
– जौनपुर के विधानसभा क्षेत्र बदलापुर में बस स्टेशन के निर्माण के लिए जमीन देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी।
– हाईकोर्ट के रिटायर मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश एवं उनके पति, पत्नी तथा परिवार के आश्रित सदस्यों को प्रदान की जा रही चिकित्सा सुविधाओं के बारे में फैसला किया जाएगा।


आजम के घर लगा नोटिसो का अंबार

रामपुर। सपा सांसद आजम खां के घर के बाहर लगे नोटिसों के अंबार को देखकर आसपास के लोग हैरान रह गए। मंगलवार को आजम खां के रामपुर स्थित आवास के मुख्य दरवादे के बाहर गंज पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने जमीन हथियाने समेत अन्य कई मामलों से संबंधित कोर्ट की कई नोटिस एक साथ चिपका दिए हैं। 
इनमें से कई नोटिस आजम खां की पत्नी तजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम के नाम की भी है। बता दें कि रामपुर से सपा सांसद आजम खां के खिलाफ अबतक 80 से भी ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें से ज्यादातर जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन हड़पने से संबंधित हैं।


मालूम हो कि सांसद आजम खां इन दिनों पूरे परिवार के साथ कई मामलों में तमाम आरोपों से घिरे हुए हैं और यह आंकड़ा आए दिन बढ़ता ही जा रहा है। बीते शुक्रवार को उनके बेटे अदीब आजम सहित 38 लोगों के खिलाफ जिला कारागार के फांसी घर की जमीन की खरीद-बिक्री करने के आरोप में गंज थाना ने पुलिस रिपोर्ट दर्ज की थी। इसके साथ ही आजम खां पर यतीमखाना मामले में भी भैंस चोरी, बकरी चोरी, किताब चोरी, गैर इरादतन हत्या, लूटपाट, धोखाधड़ी सहित अन्य गंभीर धाराओं में कई मुकदमें दर्ज जो चुके हैं। इसमें उनकी पत्नी तजीन फातिमा, दोनों बेटे और दिवंगत मां का नाम भी शामिल है।


आतंक की संस्थागत खिलाफत जरुरी

न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया में कहीं भी होने वाले आतंकवादी हमले को 'बड़ा या छोटा' या 'अच्छा या बुरा'नहीं बल्कि 'आतंकवादी कार्रवाई' ही माना जाना चाहिए। सोमवार को 74वें संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र से इतर 'लीडर्स डायलॉग ऑन स्ट्रेटेजिक रिस्पांसेस टू टेरेरिस्ट ऐंड वॉयलेंट एक्ट्रिमिस्ट नरेटिव्ज': आतंकवाद और हिंसक कट्टरपंथी विमर्श पर रणनीतिक प्रतिक्रियासे संबंधित नेतृत्व वार्ता : में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने बहुपक्षीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को संस्थागत रूप देने का आह्वान किया और जोर देकर कहा कि इस दिशा में भारत मित्र देशों के क्षमता निर्माण और पहले से जारी सहयोग को बढ़ाने की खातिर काम करेगा। इस बैठक के बाद विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) ए गितेश शर्मा ने कहा, ''प्रधानमंत्री ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए यह जरूरी है कि आतंकवादियों को पैसा और हथियार हासिल नहीं होने दिए जाएं।''


मोदी ने यह भी जोर देकर कहा कि संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध सूची और वित्तीय कार्य योजना बल (एफएटीएफ) जैसी प्रणालियों का राजनीतिकरण नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन प्रणालियों को लागू करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के किसी भी हिस्से में होने वाले आतंकवादी हमले को '' आतंकवाद ही माना जाना चाहिए, इसे 'बड़ा या छोटा' अथवा 'अच्छा या बुरा' नहीं माना जाना चाहिए।'' उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय और क्षेत्रीय ढांचे के जरिए खुफिया जानकारी साझा करने की प्रक्रिया और जारी सहयोग में 'गुणात्मक सुधार' की जरूरत है। भारत के अनुभव को साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों, विविधता और समावेशी विकास, आतंकवाद, कट्टरपंथ और अतिवाद को बढ़ावा देने वाली विचारधाराओं के खिलाफ बेहद अहम हथियार हैं। मोदी ने कहा कि जिस तरह दुनिया ने जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों के खिलाफ एकजुटता दिखाई है उसी तरह आतंकवाद के खिलाफ भी वैश्विक एकता और इच्छाशक्ति का प्रदर्शन करना चाहिए। बैठक में आतंकवाद तथा हिंसक कट्टरपंथ को बढ़ावा देने वाली ऑनलाइन उपलब्ध सामग्री को खत्म करने के लिए 'क्राइस्टचर्च कॉल टू एक्शन' के बारे में भी चर्चा हुई। भारत ने भी आतंकवाद, घृणा और हिंसा को बढ़ावा देने वाली सामग्री से साइबर स्पेस को मुक्त करने से जुड़े 'क्राइस्ट चर्च कॉल' का समर्थन किया है। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने क्राइस्ट चर्च कॉल का समर्थन करने पर भारत की प्रशंसा की और कहा कि भारत के समर्थन से यह संपूर्ण पहल एक नए स्तर पर पहुंच गई है।


मैं भी हकदार, निष्पक्ष तरीके से देते

संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र में सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक पुरानी टीस फिर उभर आई और उन्होंने कहा कि यह अन्याय है कि उन्हें कभी नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिला। उन्होंने शिकायत भरे लहजे में कहा कि मुझे कई चीजों के लिए नोबेल पुरस्कार मिलता अगर वे इसे निष्पक्ष तरीके से देते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में उनके पूर्ववर्ती बराक ओबामा को साल 2009 में दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार दिए जाने पर हैरानी जतायी। ओबामा को शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने ओबामा के राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद उन्हें पुरस्कार दे दिया और उन्हें पता तक नहीं था कि उन्हें यह क्यों मिला। आप जानते हैं? मैं बस इस बात पर उनसे सहमत हूं। वह संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ द्विपक्षीय बैठक में बोल रहे थे।


कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...