गुरुवार, 19 सितंबर 2019

144 सीट नहीं तो गठबंधन भी नहीं

मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना और भाजपा के बीच तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। महाराष्ट्र में सभी दल विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा है, लेकिन सीट बंटवारे को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच जारी तल्खी लगातार बढ़ती ही जा रही है। शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने स्पष्ट कर दिया कि उनकी पार्टी बराबरी की स्थिति में ही बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि बराबरी पर ही गठबंधन किया जाएगा। संजय राउत ने साफ शब्दों में कहा कि 144 सीटें नहीं मिलेंगी तो बीजेपी के साथ विधानसभा चुनावों में गठजोड़ भी नहीं किया जाएगा। बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं।  महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और शिवसेना के बीच राज्य में सीट बंटवारे को लेकर स्थिति साफ होती नहीं दिख रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीजेपी-शिवसेना गठबंधन में भजपा बड़े भाई की भूमिका निभाना चाहती है। वहीं, शिवसेना बराबरी का दर्जा चाहती है। ऐसे में दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर रस्साकशी चल रही है। ऐसे माहौल में संयज राउत के बयान की अहमियत बढ़ जाती है।
दरअसल, संजय राउत से पहले महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता दिवाकर राउते ने कहा था कि 144 सीटें नहीं मिलने पर बीजेपी के साथ चुनावी गठजोड़ टूट सकता है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय राउत ने कहा, जब अमित शाह और मुख्यमंत्री (देवेंद्र फड़णवीस) के बीच बातचीत के दौरान 50-50 का फॉर्मूला अपनाने का फैसला कर लिया गया तो यह बयान (दिवाकर राउते का बयान) गलत नहीं है। चुनाव साथ (बीजेपी के) लड़ेंगे, क्यों नहीं लड़ेंगे।
सीट बंटवारे से पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अनुच्छेद 370 को लेकर केंद्र सरकार की तारीफ की थी। साथ ही उन्होंने राम मंदिर बनाने की मांग भी की थी। उन्होंने कहा था कि अब राम मंदिर के लिए इंतजार करने का कोई मतलब नहीं बनता है। ठाकरे ने कहा था कि हमनें शिवसेना कार्यकर्ताओं से कहा है कि वह तैयार रहे हैं। अब समय आ गया है जब राम मंदिर की आधारशिला अयोध्या में रखी जाएगी। यह वह मुद्दा है जिसे हमारे संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने देखा था।


प्रधानाचार्य-शिक्षक ने मिल किया गैंग रेप

फ़िरोज़ाबाद। नगर के एक विद्यालय में पढ़ाने वाली शिक्षिका के साथ प्रधानाचार्य और शिक्षक ने मिल कर गैंगरेप किया और उसकी वीडियो भी बनाई। शिक्षिका को ब्लैकमेल कर उससे संबंध बनाए। इस दौरान शिक्षिका प्रेग्नेंट हो गई। जानकारी होने पर पीड़िता की मां की तहरीर पर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।


मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मटसेना थाना क्षेत्र के गांव निवासी किशोरी नगर के एक पब्लिक स्कूल में शिक्षिका के रूप में वर्ष 2018 में पढ़ाने के लिए आई। शिक्षिका का आरोप है कि तीन मई को विद्यालय के प्रधानाचार्य और एक शिक्षक ने उसे बहाने से अपने कमरे में बुलाया और सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोप है कि प्रधानाचार्य और शिक्षक ने उसकी क्लीपिंग भी बना ली। इसके बाद ब्लैक मेल करके उससे संबंध बनाने लगे। इस दौरान शिक्षिका गर्भवती हो गई। शिक्षिका के गर्भवती होने की जानकारी जब परिवारीजनों को हुई तो सभी हैरान रह गए।


मोदी को जो अच्छा लगा,जनता से छीना

नई दिल्ली। मंदी की मार झेल रही बिस्कुट कंपनियों को सरकार की तरफ से कोई राहत नहीं मिल पाई है। बिस्कुट पर अभी 18 फीसदी जीएसटी ही लगेगी। सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस नेता और प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने केंद्र की मोदी सरकार पर तंज कसा है।


सिंघवी ने जगजीत सिंह की गाई हुई गजल होठों से छू लो तुम की दो लाइनों को ट्वीट कर हमला बोला है। सिंघवी अपने ट्वीट में लिखते हैं – 'मोदी जी ने छीना जनता से,उसे जो भी लगा प्यारा'।


उत्तराखंड में डेंगू हुआ अनियंत्रित

देहरादून। उत्तराखंड में डेंगू दिन-प्रतिदिन विकराल होता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी की चपेट में कितने लोग हैं, इसका सही आंकड़ा बताने को कोई तैयार नहीं है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि डेंगू से बीमार लोगों की संख्या हजारों में हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उत्तराखण्ड के स्वास्थ्य निदेशालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "पूरे प्रदेश में डेंगू ने अपने पैर पसार रखे हैं. निचले क्षेत्र में इसका असर ज्यादा है। प्रदेश में अभी करीब हजारों की संख्या में लोग इसकी चपेट में आ गए हैं. स्थिति इतनी भयावह हो चली है कि आम आदमी के साथ स्वास्थ्य विभाग, सचिवालय परिसर, और पुलिस महकमा कोई भी इससे अछूता नहीं है।


मोदी ने यात्रा समारोह को किया संबोधित

राकेश पाण्डेय
नासिक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नासिक में 'महाजनादेश यात्रा समारोह' को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे देश में भाजापा की लहर को और मजबूती देना है। आज इस रैली में जो इतनी भीड़ उमड़ी है, वह नासिक में लोकतंत्र के कुंभ का परिचायक है। महाराष्ट्र की जनता देवेंद्र फडणवीस को यहां की जनता आशीर्वाद देने के लिए यहां आयी है। यहां की जनता उन्हें वोट देगी जो आशा के अनुरूप काम करेगी।


पीएम मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों में राजनीतिक अस्थिरता थी जिसके कारण महाराष्ट्र का उतना विकास नहीं हुआ, जितना होना चाहिए था। मुंबई महानगरी की चकाचौंध में महाराष्ट्र के दूर दराज के क्षेत्र, वहां के गरीब, किसान राजनीतिक अस्थिरता के शिकार हो गये हैं।भाषण की शुरुआत में उन्होंने कहा कि जब लोकसभा चुनाव चरम पर था, तब मैं डिंडोरी में एक सभा करने आया था।उस सभा में ऐसा जनसैलाब उमड़ा था कि उसने पूरे देश में चल रही भाजपा की लहर को और प्रचंड बना दिया था। आज नासिक की ये रैली और भी आगे निकल गयी है। मैं इसे अपने जीवन का बहुमूल्य पल मानता हूं, क्योंकि छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज छत्रपति उदयन ने मेरे सिर पर एक छत्र रखा है। ये सम्मान भी है और छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति दायित्व का भी प्रतीक है।पीएम मोदी की यह रैली 'महाजनादेश यात्रा' की समापन रैली है, जिसे वे संबोधित कर रहे हैं. यह यात्रा मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने शुरू की थी। फड़णवीस ने बीते पांच साल में अपनी सरकार के कामकाज से जनता को रू-ब-रू कराने के लिए विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की यात्रा की। महाराष्ट्र में अगले महीने चुनाव होने की संभावना है।


जुए में फिर दांव पर लगाई पत्नी

राकेश पाण्डेय
कानपुर। जिले में जुए में रुपये हारने के बाद एक नशेबाज ने अपनी पत्नी को दोस्तों के हवाले कर दिया। दरिंदो के चंगुल से बचकर महिला रसोई में जा छिपी।


थाने में सुनवाई न होने पर पीड़िता ने सीओ कल्याणपुर से न्याय की गुहार लगाई।कल्याणपुर आवास विकास की रहने वाली महिला ने बताया कि उसका पति को शराब व जुए का लत लगी हुई है। 16 सितंबर को उसके पति अपने पांच दोस्तों के साथ घर पर आया फिर पति ने पहले पांचों युवकों के साथ जमकर शराब पी। इसके बाद जुआ खेलने लगा।आरोप है कि रुपये हारने पर जब महिला ने जुआ खेलने का विरोध किया तो पति ने उसकी पिटाई करने के बाद दोस्तों के हवाले कर दिया। इसके बाद पांचों ने उसे बदनीयती से दबोच लिया। नशेड़ियों से बचने के लिए वह अपने घर की रसोई में जा कर अंदर से दरवाजा बंद कर लिया।पीड़िता की सूचना पर पहुंची पुलिस उसे थाने ले आई। वहां, करीब एक घंटे तक बैठाए रखने के बाद पारिवारिक विवाद बताकर उसे टहला दिया।


तीन वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म

अंबिकापुर। बतौली क्षेत्र मे एक युवक ने गांव की ही 3 वर्षीय मासूम को 5 दिन पूर्व अपने घर ले जाकर हवस का शिकार बनाया। मासूम ने यह बात अपने माता-पिता को बताई तो पिता बेटी को लेकर आरोपी के घर पहुंच गया। इस पर आरोपी के पिता ने इलाज कराने की बात कहकर मुंह बंद रखने की बात कही।


मामला तब खुला जब मासूम की तबियत बिगड़ गई और पिता द्वारा उसे अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टर ने पीडि़ता के पिता से कहा कि पहले आप थाने में रिपोर्ट दर्ज कराइए। इसके बाद पिता ने थाने में आरोपी युवक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस युवक को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। बतौली थानांतर्गत ग्राम पोकसरी निवासी 3 वर्षीय मासूम बालिका 13 सितंबर की शाम करीब 4 बजे अपने घर के पास खेल रही थी। इसी दौरान गांव का ही 18 वर्षीय दीपक खाखा उर्फ टेर्रा पिता रामप्रसाद खाखा वहां पहुंचा और उसे अपने घर ले गया। यहां उसने मासूम का बलात्कार किया।


3 वर्षीय मासूम से युवक ने किया बलात्कार, आरोपी का पिता बोला- चुप रहना, मैं इलाज करा दूंगा, फिर बिगड़ गई हालत और...
मासूम दर्द से कराहती घर पहुंची और माता-पिता को पूरी बात बताई। बेटी की बात सुनकर माता-पिता के पैरों तले से जमीन खिसक गई। इसके बाद बेटी को लेकर पिता आरोपी के घर पहुंचा। यहां उसने आरोपी के पिता को उसके बेटे की करतूत बताई तो उसने कहा कि चुप रहना, वह इलाज करा देगा। 4 दिन तक नहीं कराया इलाज, 5वें दिन बिगड़ी तबियत-आरोपी के पिता की बात मानकर पीडि़ता का पिता थाने नहीं गया। इधर आरोपी के पिता ने न तो मासूम का इलाज कराया और न ही कोई बातचीत की। इसी बीच 18 सितंबर को मासूम की तबियत बिगड़ गई तो पिता इलाज कराने सीतापुर अस्पताल ले गया।


डॉक्टर के कहने पर दर्ज कराई रिपोर्ट-सीतापुर अस्पताल के डॉक्टर ने मासूम की हालत देख उसके पिता को सलाह दी कि वह आरोपी के खिलाफ पहले थाने में रिपोर्ट दर्ज कराए। इसके बाद पिता बतौली थाने पहुंचा और आरोपी के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 376 (क)(ख), पॉक्सो एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर 19 सितंबर को उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।


पानी से घिरे हुए लोगों को राहत नहीं

हमीरपुर। बाढ़ के हाहाकार से परेशान लोग अब राहत शिविरों में पहुँचने शुरू हो गए हैं। यहाँ प्रशासन ने कुछेछा डिग्री कॉलेज में राहत शिविर बनाया हुआ है। जहाँ लोगों के रुकने और खाने पीने का बंदोबस्त किया हुआ है। लेकिन इस राहत शिविर में हमीरपुर मुख्यालय के आस पास के इलाकों के लोग ही पहुँच सकें हैं। लेकिन वोह लोग जिनके गाँव पानी से घिरे हुए हैं और उनके बाहर निकलने का रास्ता नहीं है उनका क्या हाल है इस बात की फ़िक्र फिलहाल प्रशासन को नहीं है। क्‍योंकि प्रशासन को अभी सिर्फ उपचुनाव और मुख्यमंत्री का चुनावी दौरा दिखाई दे रहा है। बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे सपा के राज्यसभा सांसद ने राहत शिविरों का मुआयना करने के बाद प्रशासन पर सवाल उठाये हैं।


कृषि मंत्री का बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का जायजा

रिपोर्ट-अंकुर त्रिपाठी 


इटावा। जनपद इटावा में चम्बल नदी की बाढ़ से विकास खंड बढ़पुरा के अत्यधिक प्रभावित ग्राम मड़ैया पछायागांव में कृषि मंत्री उत्तरप्रदेश सरकार सूर्य प्रताप शाही द्वारा निरीक्षण कर ग्रामीणों का हालचाल पूछा तथा शासन स्तर की सभी सुबिधायें उपलब्ध कराए जाने का आश्वासन दिया गया।उनके साथ सदर विधायक सरिता भदौरिया,भाजपा जिलाध्यक्ष शिवमहेश दुबे,विमल भदौरिया एवं उपजिलाधिकारी सदर सिद्धार्थ भी उपस्थित रहे।
कृषि मंत्री द्वारा बाढ़ के पानी से घिरे उक्त ग्राम में मोटर बोट से पहुँचकर ग्रामीणों का हाल चाल जाना तथा उन्हें जिला प्रशासन से मिल रही सहायता की बारे में जानकारी ली गयी।उनके द्वारा निरीक्षण के बाद बताया गया कि भाजपा सरकार द्वारा पूर्व से ही ऐसे निर्देश दिए गए हैं कि जहाँ भी दैवीय आपदा की बात आये तो वहाँ के जिला मजिस्ट्रेट व जिला प्रशासन तत्काल सभी व्यवस्था करेंगे।अभी मेरे द्वारा ग्रामीणों से बात की गयी है यहाँ लोगो के आने जाने के लिए नाव की व्यवस्था की गयी है।लोगो को भोजन सामिग्री व खाने की व्यवस्था के साथ चिकित्सा व दवा आदि के इंतजामात किये गए है।


पानी घटने के बाद फसल आदि जो भी क्षति हुयी है उसका सर्वे कराए जाने के बाद सभी की क्षतिपूर्ति की व्यवस्था करायी जावेगी।कृषि मंत्री आज ग्वालियर से बाई रोड़ चलकर इटावा में दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे।इसी बीच उनके द्वारा चंबल नदी की बाढ़ से प्रभावित उपरोक्त ग्राम का निरीक्षण किया गया।कृषि मंत्री का उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश के बॉर्डर पर स्थित चम्बल नदी पुल पर भाजपा नेताओं द्वारा भव्य स्वागत भी किया गया।


उक्त अवसर पर उपरोक्त लोगों के अलावा भाजपा जिला उपाध्यक्ष विकास भदौरिया,गोपाल मोहन शर्मा,विमल भदौरिया,अन्नू गुप्ता,अजयप्रताप धाकरे,आदित्य भदौरिया,सनी भदौरिया आदि सहित सदर तहसीलदार एन राम,पुलिस क्षेत्राधिकारी शहर चंद्रपाल सिंह,थानां बढ़पुरा प्रभारी अंजन कुमार सिंह एवं थानां पछायागांव पुलिस प्रभारी सहित भारी संख्या में फोर्स उपस्थित रहा।


प्रसपा ने निकाली सत्ता विरोधी रैली

इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रमुख शिवपाल सिंह ने प्रदेश सरकार के जन विरोधी नीतियों को लेकर एक रैली निकाल कर शहर की सड़कों पर किया ज़बरदस्त प्रदर्शन। शिवपाल ने कहाँ कि केंद्र और प्रदेश की सरकारों ने जनता का अपमान किया है। इस प्रदर्शन के साथ ही शिवपाल सिंह ने 2022 के विधान सभा का फूंका बिगुल, साथ ही कहाँ जसवंतनगर विधान सभा उपचुनाव में वो ही जसवंतनगर से चुनाव लड़ेंगे,और वो जीतेंगे।


जुबान कीमती या जान (विचार)

आज कश्मीर में प्रतिबंध लगे हुए पूरा डेढ़ महीना हो गया है। सरकार कहती है कि कश्मीर के हालात ठीक हैं। कोई पत्थरबाजी नहीं है। कोई लाठी या गोलीबारी नहीं है। न लोग मर रहे हैं और न घायल हो रहे हैं। मरीज़ों के इलाज के लिए अस्पताल खुले हुए हैं। हजारों आपरेशन हुए हैं। लोगों को राशन वगैरह ठीक से मिलता रहे, उसके लिए दुकानें खुली रहती हैं लेकिन मैंने अपने कश्मीरी दोस्तों और नेताओं से लैंडलाइन टेलिफोन पर बात की है। कुछ जेल से छूटे हुए कार्यकर्ता भी दिल्ली और गुरुग्राम में आकर मुझसे मिले हैं। वे जो कह रहे हैं, वह बिल्कुल इससे उल्टा है।


इन लोगों का कहना है कि कश्मीर में लोग बेहद तकलीफ में हैं। सड़कों पर कर्फ्यू लगा हुआ है। स्कूल-कॉलेज बंद हैं। सैलानियों ने कश्मीर आना लगभग बंद कर दिया है। गरीब लोगों के पास रोजमर्रा की चीजें खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं। कोई किसी से बात नहीं कर पा रहा है। इंटरनेट और मोबाइल फोन बंद हैं। ज्यादातर घरों में लैंडलाइन फोन अब है ही नहीं। अखबार और टीवी चैनल्स भी पाबंदियों के शिकार हैं। शुक्रवार को कई मस्जिदों में नमाज भी नहीं पढ़ने दी जाती है, क्योंकि सरकार को डर है कि कहीं भीड़ भड़ककर हिंसा पर उतारू न हो जाए। दिल्ली से जाने वाले कई नेताओं को श्रीनगर हवाई अड्डे से ही वापस कर दिया जाता है।


सर्वोच्च न्यायालय ने कई याचिकाओं के जवाब में कहा है कि सरकार वहां जल्दी से जल्दी हालात ठीक करने के लिए कदम उठाए। लगभग सभी अखबारों और टीवी चैनलों पर मांग की जा रही है कि कश्मीरियों को अभिव्यक्ति की आजादी शीघ्रातिशीघ्र दी जाए। मुझे लगता है कि इस मांग पर अमल होना शायद अगले हफ्ते से शुरू हो जाएगा। संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक बार भारत-पाक वाग्युद्ध हो ले, उसके बाद भारत सरकार जरूर कुछ नरम पड़ेगी।


पाकिस्तान की फौज और सरकार को इस बात पर खुश होना चाहिए कि कश्मीरियों पर से प्रतिबंध उठाने की मांग वे जितने जोरों से कर रहे हैं, उससे ज्यादा जोरों से भारत में हो रही है। फिर भी यह प्रश्न उठता है कि मोदी सरकार ने इतने कड़े प्रतिबंध क्यों लगाए हैं? क्योंकि वह कश्मीर में खून की नदियां बहते हुए नहीं देखना चाहती। कश्मीर के लोगों को सोचना चाहिए कि उनकी जुबान ज्यादा कीमती है या उनकी जान? यही सवाल सबसे बड़ा है।


मैं तो समझता हूं कि कश्मीरी लोगों को अपना क्रोध या गुस्सा प्रकट करने की इजाजत वैसे ही मिलनी चाहिए, जैसी कि चीन ने हांगकांग के लोगों को दे रखी है। अहिंसक प्रदर्शन करने का पवित्र अधिकार सबको है। अब सही मौका है, जबकि जेल में बंद कश्मीरी नेताओं से सरकार मध्यस्थों के जरिये बात करना शुरू करे।


(यह लेखक के निजी विचार हैं।)



ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का पड़ रहा असर

ट्रांसपोर्टरों की इस हड़ताल को कैब, बस ट्रांसपोर्ट, डंपर यूनियन, क्रेन यूनियन समेत 51 संगठनों ने अपना समर्थन दिया है


नोएडा। नए मोटर व्हीकल एक्ट 2019 के विरोध में ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन गुरुवार से हड़ताल पर है। ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का असर पर भी देखने को मिल रहा है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व दिल्ली के ज्यादातर स्कूल बंद हैं। हालांकि जिन स्कूलों में परीक्षाएं चल रही हैं वहां छात्रों को बुलाया गया है। ट्रांसपोर्टरों की इस हड़ताल को कैब, बस ट्रांसपोर्ट, डंपर यूनियन, क्रेन यूनियन समेत 51 संगठनों ने अपना समर्थन दिया है।
ऑटो यूनियन को भी जबरन हड़ताल में कराया जा रहा शामिल
ट्रांसपोर्टरों के हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है। सड़कों पर व्यावसायिक वाहन नदारद हैं। जो इस हड़ताल में शामिल नहीं हैं, उनको भी रोका जा रहा है। पहले जगह-जगह टैक्सी वालों ने जाम लगाया। उसके साथ ही जो सवारी लेकर चल रहे ऑटों को भी रोका जा रहा है। सवारियों को उतारा जा रहा है और उनको अपने साथ हड़ताल में शामिल कराया गया। एशोसिएशन के पदाधिकारी का साफ कहना है कि जो लोग शामिल नहीं है उनको बताया जा रहा है। वे भी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं।


मानव तस्करी का पहला मामला दर्ज

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने हाल में मंजूर किए गए एनआईए अधिनियम के तहत मानव तस्करी का पहला मामला दर्ज किया है। बांग्लादेशी महिलाओं की तस्करी में संलिप्तता और उनका यौन उत्पीड़न करने के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ यह मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि हैदराबाद पुलिस ने अप्रैल में हैदराबाद में रहने वाले मोहम्मद यूसुफ खान, उसकी पत्नी बिथी बेगम और पश्चिम बंगाल निवासी सोजीब को बांग्लादेश की महिलाओं की तस्करी करने और उनका यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। यूसूफ और बिथी बेगम हैदराबाद के उप्पुगुड़ा में देह व्यापार का गिरोह चलाते थे। पुलिस ने पुख्ता सूचना के आधार पर 21 अप्रैल को एक परिसर पर छापा मार कर तीन लोगों को गिरफ्तार करने के साथ ही पांच बांग्लादेशी महिलाओं को मुक्त कराया था। नौ अगस्त को मामला हैदराबाद के केंद्रीय अपराध स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया। मामले की गंभीरता और इसके अंतरराज्यीय और सीमापार से संबंध होने के चलते एनआईए ने जांच के लिए मामले को अपने हाथ में ले लिया।


विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में जीता कांस्य पदक

नई दिल्ली। राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों की स्वर्ण विजेता महिला पहलवान विनेश फोगाट ने यहां चल रही विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में बुधवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए 53 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीतने के साथ-साथ देश को टोक्यो ओलंपिक-2020 का पहला कोटा दिला दिया। 25 साल की विनेश ने महिलाओं के 53 किग्रा. भार वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में यूनान की यूनान की मारिया प्रीवोलारस्की को पराजित कर कांस्य पदक जीता, जो उनका विश्व चैंपियनशिप में पहला पदक है। विनेश इस तरह विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली चौथी भारतीय महिला पहलवान बन गई हैं। उन्होंने इसके साथ ही देश को टोक्यो ओलंपिक का पहला कोटा भी दिला दिया है। भारत का इस चैंपियनशिप में यह पहला पदक भी है। रेपेचेज़ में खेलने उतरीं विनेश ने पहले राउंउ में यूक्रेन की यूलिया खावलाज़ी ब्लाहिन्या को 5-0 से हराकर दूसरे राउंड में प्रवेश किया था। और दूसरे राउंड में विश्व रजत विजेता अमेरिका की सारा हिलदेब्रांट को 8-2 से पराजित कर कांस्य पदक मुकाबले के लिए क्वालीफाई किया, जहां उन्होंने यूनानी पहलवान को पस्त कर भारतीय खेमे में खुशी की लहर दौड़ा दी।


दिल्ली-एनसीआर में ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल

नई दिल्ली। ट्रैफिक नियम तोड़ने पर बढ़े जुर्माने के खिलाफ गुरुवार को देशभर में ट्रांसपॉर्ट्रर्स हड़ताल पर हैं। दिल्ली और उससे सटे नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में इस हड़ताल का असर ज्यादा दिख रहा है। हड़ताल समर्थकों द्वारा ओला-ऊबर को रुकवाया जा रहा है। इसके साथ सड़क पर उतरे ऑटो को भी जबरन रुकवाने की तस्वीरें सामने आ रही हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कैब्स को रुकवाया गया। हड़ताल से सुबह-सुबह ऑफिस के लिए निकले लोगों को खासी परेशान का सामना करना पड़ा। कमर्शियल वाहन चालकों का कहना है कि सरकार पहले सुविधा दे और अपना सिस्टम दुरुस्त करे। उसके बाद इतना भारी चालान लगाएं। दावा किया जा रहा है कि इस हड़ताल में स्कूल बस, ऑटो, टैक्सी, टेम्पो संचालक भी शामिल होंगे, ऐसे में एहतियातन दिल्ली एनसीआर में कुछ स्कूलों ने छुट्टी घोषित कर दी है।
जानकारी के मुताबिक दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद आदि के जिन निजी स्कूलों के पास अपनी बसें नहीं हैं, वह छुट्टी घोषित कर दी है। हालांकि दूसरी तरफ, सरकारी स्कूलों के बारे में अभी दिल्ली सरकार ने या किसी और अथॉरिटी ने कोई घोषणा नहीं की है। हड़ताल सुबह 6 बजे से रात के 10 बजे तक होगी। सोशल मीडिया पर हड़ताल से संबंधित प्रसारित एक पर्चे में कहा गया है कि सरकार ओला और उबर जैसी कंपनियों के खिलाफ सख़्त से सख़्त कानून लाए। साथ ही ओला-उबर की सर्विस दिल्ली-एनसीआर की गाड़ी को ही मिले। इसके अलावा इस पर्चे में यह भी कहा गया है कि एमसीडी को अपनी मनमानी बंद करनी चाहिए और दिल्ली में रजिस्टर गाड़ियों से पैसा लेना बंद करे। इस पर्चे में कमर्शियल वाहन ड्राइवरों से हड़ताल में शामिल होने की अपील की गई है। साथ ही कहा गया है कि कोई भी ड्राइवर गुरुवार को ओला-उबर में भी अपनी सर्विस न दे, अन्यथा नुकसान का वह खुद जिम्मेदार होगा। 
मोटर यान संशोधन अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के खिलाफ गुरुवार को ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई स्कूल बंद रहेंगे। यूनाइटेड फ्रंट ऑफ ट्रांस्पोर्ट एसोसिएशंस (यूएफटीए) ने हड़ताल का आह्वान किया है। यूएफटीए में ट्रक, बस, ऑटो, टेम्पो, मेक्सी कैब और टैक्सियों का दिल्ली/एनसीआर में प्रतिनिधित्व करने वाले 41 यूनियन और संघ शामिल हैं। कई माता-पिता को अपने बच्चों के स्कूलों से संदेश मिला है कि गुरुवार को शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। 
दूसरी तरफ दिल्ली एनसीआर के गौतम बुद्ध नगर में डीएम द्वारा स्कूल बंद करने के आदेश देने की खबरों को प्रशासन ने भ्रामक बताया है। गौतम बुद्ध नगर के जिला सूचना अधिकारी ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि जिला प्रशासन ऐसी खबर फैलाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करेगा। ऐसे व्यक्तियों के संबंध में जिला प्रशासन द्वारा जांच कराई जा रही है। जिला मजिस्ट्रेट बीएन सिंह ने कहा है कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा डीएम के द्वारा स्कूल बंद करने के आदेश देने जैसी भ्रामक खबरें सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रही हैं। इस प्रकरण को बहुत गंभीरता के साथ लिया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि स्कूल बंद करने के कोई आदेश जारी नहीं किए गए हैं।


रक्षा मंत्री ने 'तेजस' विमान में भरी उड़ान

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कर्नाटक के बेंगलुरु में स्वदेशी लड़ाकू विमान 'तेजस' में उड़ान भरी। पहली बार देश के रक्षा मंत्री ने स्वदेशी लड़ाकू विमान 'तेजस' में उड़ान भरी। राजनाथ सिंह करीब आधे घंटे तेजस विमान में ही रहेंगे। 3 साल पहले ही तेजस को वायु सेना में शामिल किया गया था। अब तेजस का अपग्रेड वर्जन भी आने वाला है।
बता दें कि तेजस हल्का लड़ाकू विमान है, जिसे हिंदुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड ने तैयार किया है। 83 तेजस विमानों के लिए एचएएल को करीब 45 हजार करोड़ रुपए मिलेंगे। तेजस में रक्षा मंत्री की यह उड़ान उस वक्त होने जा रही है जब हाल को देश में बनाए जाने वाले 83 एलसीए मार्क 1ए विमान के निर्माण के लिए 45 हजार करोड़ रुपये की परियोजना मिलने वाली है। बता दें कि तेजस फाइटर जेट को 21 फरवरी, 2019 को डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन द्वारा फाइनल ऑपरेशनल क्लीयरेंस स्टैंडर्ड सर्टिफिकेशन द्वारा जारी किया गया था।


रूके कार्यों में अनुकूलता रहेगी:वृश्चिक

राशिफल


मेष-विद्यार्थी वर्ग लगन व उत्साह से अपना कार्य कर पाएंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त कर सकेंगे। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। घर-बाहर सभी तरफ से सहयोग प्राप्त होगा। धनार्जन होगा।


वृष-किसी अपने ही व्यक्ति से संबंध तनावपूर्ण हो सकते हैं। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। भागदौड़ रहेगी। शारीरिक कष्ट की आशंका है। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में अपेक्षाएं बढ़ेंगी।


मिथुन-थोड़े प्रयास से ही कार्य बनने लगेंगे। मित्रों व रिश्तेदारों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। कोई शारीरिक कष्ट हो सकता है। लापरवाही न करें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे।


कर्क-पारिवारिक संबंधियों का आगमन हो सकता है। देखरेख में व्यय होगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी। हल्की हंसी-मजाक से बचें। धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा।


सिंह-किसी बड़ी समस्या से निजात मिल सकती है। छोटी-मोटी समस्या बनी रह सकती है। अप्रत्याशित लाभ के योग हैं। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा।


कन्या-कोई बड़ा खर्च होने की संभावना है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। अपेक्षित कार्यों में विलंब होने से तनाव रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में आय बनी रहेगी।


तुला-डूबी हुई रकम प्राप्त होने के योग हैं। व्यावसायिक यात्रा लंबी हो सकती है। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नए अनुबंध हो सकते हैं। शत्रु नतमस्तक होंगे। विवाद पर नियंत्रण रखें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। थकान व कमजोरी रह सकती है। प्रमाद से बचें।


वृश्चिक-शत्रुओं का पराभव होगा। आर्थिक उन्नति के लिए नई योजना बनेगी। समाजसेवा की प्रेरणा प्राप्त होगी। मान-सम्मान मिलेगा। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्‍य खराब हो सकता है। विवेक का प्रयोग लाभ में वृद्धि करेगा। रुके कार्यों में अनुकूलता रहेगी।


धनु-किसी पुराने रोग के उभरने की आशंका है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी। किसी विशेष व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में अनुकूलता रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा।


मकर-प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। किसी विवाद से तनाव रहेगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।


कुंभ-जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। भाग्य की अनुकूलता का लाभ लें। रुके कार्य पूर्ण होने के योग हैं। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मी का साथ मिलेगा। जल्दबाजी न करें।


मीन-किसी कानूनी अड़चन का सामना करना पड़ सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नेत्र पीड़ा हो सकती है। भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। बड़ा लाभ होने की संभावना है। धनार्जन होगा।


परंपरागत काटी रोल (फास्ट फूड)

परंपरागत रूप से, काटी रोल एक कटी हुई कबाब होती है जो एक लेटे हुए पराठे की रोटी में लपेटी जाती है। पराठा आटा है जिसे एक रस्सी में बुना जाता है, फिर एक गोल पैटी में कुंडलित किया जाता है। फिर इसे एक रोलिंग पिन के साथ चपटा किया जाता है और तवा (ग्रिल्ड) पर तेल में आंशिक रूप से तला जाता है। इन अर्ध-पकाए हुए पराठों को तब तक जरूरत के हिसाब से अलग रखा जाता है, जिस समय वे तवा पर वापस डालते हैं और पकाया जाता है। यदि एक अंडे को जोड़ा जाना है, तो यह आमतौर पर तवा में टूट जाता है और अंडे के ऊपर परांठा डाला जाता है; वे दोनों एक साथ पकते हैं और पराठा एक तरफ अंडे के साथ लेपित हो जाता है।


काटी कबाब मूल रूप से गोमांस थे, और अब चिकन या मटन (भेड़ का बच्चा) विखंडू के साथ भिन्नता है, मसाले में मसालेदार और एक सिगरी में कोयल के ऊपर कटार (" कटी ") पर पकाया जाता है। जब रोल तैयार किया जा रहा है, तो इन कटोरों को उतार लिया जाता है और तवा पर प्याज, मिर्च और सॉस के साथ फेंक दिया जाता है, पराठे के केंद्र पर एक पतली पट्टी में रखे जाने से पहले (अंडे की तरफ ऊपर, जब लागू हो)। इस स्तर पर, अधिकांश रोल विक्रेता विभिन्न प्रकार के सॉस, सिरका का एक पानी का छींटा, चूने का एक निचोड़, कभी-कभी चाट मसाला का एक शेक और शायद कुछ जूलियन गाजर को जोड़ देंगे। फिर पूरी चीज़ को रोल किया जाता है (मूल रूप से पुराने अखबार में), लेकिन अब साफ कागज का उपयोग आम तौर पर किया जाता है। कोलकाता में, कागज आमतौर पर केवल आधे रोल को कवर करता है; कहीं और पेपर रोल के सभी या अधिक कवर करेगा।


पुष्प की विशेषता और परागकण

पुष्प, अथवा फूल, जनन संरचना है जो पौधों में पाए जाते हैं। ये (मेग्नोलियोफाईटा प्रकार के पौधों में पाए जाते हैं, जिसे एग्नियो शुक्राणु भी कहा जाता है। एक फूल की जैविक क्रिया यह है कि वह पुरूष शुक्राणु और मादा बीजाणु के संघ के लिए मध्यस्तता करे। प्रक्रिया परागन से शुरू होती है, जिसका अनुसरण गर्भधारण से होता है, जो की बीज के निर्माण और विखराव/ विसर्जन में ख़त्म होता है। बड़े पौधों के लिए, बीज अगली पुश्त के मूल रूप में सेवा करते हैं, जिनसे एक प्रकार की विशेष प्रजाति दुसरे भूभागों में विसर्जित होती हैं। एक पौधे पर फूलों के जमाव को पुष्पण (inflorescence) कहा जाता है।


फूल-पौधों के प्रजनन अवयव के साथ-साथ, फूलों को इंसानों, मनुष्यों ने सराहा है और इस्तेमाल भी किया है, खासकर अपने माहोल को सजाने के लिए और खाद्य के स्रोत के रूप में भी।


फूल की विशेषज्ञता,फूल की खासियत और परागण 


पराग (pollen) को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्यक पुष्प की अपनी विशेष प्रकार की संरचना होती है। किलिएसटोगैमस फूल (Cleistogamous flower) स्वपरागित होते हैं, जिसके बाद वे खुल भी सकते हैं या शायद नहीं भी.कई प्रकार के विओला और साल्वी प्रजातियों में इस प्रकार के फूल होते हैं।


कीटप्रेमी फूल (Entomophilous flower) कीटों, चमगादडों, पक्षियों और जानवरों को आकर्षित करते हैं और एक फूल से दुसरे को पराग स्थानांतरित करने के लिए इनका इस्तेमाल करते हैं। सामान्यतः फूलों के अनेक भागों में एक ग्रंथि होती है जिसे पराग (nectar) कहा जाता है जो इन कीटों को आकर्षित करती हैं। कुछ फूलों में संरचनायें होते हैं जिन्हें मधुरस निर्देश (nectar guides) कहते हैं जो कि परागण करने वालों को बताते हैं कि मधु कहाँ ढूँढना है। फूल परागकों को खुशबू और रंग से भी आकर्षित करते हैं। फिर भी कूछ फूल परागकों को आकर्षित करने के लिए नक़ल या अनुकरण करते हैं। उदाहरण के लिए कुछ ऑर्किड की प्रजातियाँ फूल सृजित करती हैं। जो की मादा मधुमक्खी के रंग, आकार और खुशबू से मेल खाते हैं। फूल रूपों में भी विशेषज्ञ होते हैं और पुंकेशर (stamen) की ऐसी व्यवस्था होती है कि यह सुनिश्चित हो जाता है कि पराग के दानें परागक पर स्थानांतरित हो जायें जब वह अपने आकर्षित वास्तु पर उतरता है (जैसे की मधुरस, पराग, या साथी) कई फूलों की एक ही प्रजाति के इस आकर्षनीय वस्तु को पाने के लिए, परागक उन सभी फूलों में पराग को स्त्रीकेशर (stigma) में स्थानांतरित कर देता है जो की बिल्कुल सटीक रूप से समान रूप में व्यवस्थित होते हैं।


वातपरागीत फूल (Anemophilous flower) वायु का इस्तेमाल पराग को एक फूल से अगले फूल तक ले जाने में करते हैं उदहारण के लिए घासें, संटी वृक्ष, एम्बोर्सिया जाति की रैग घांस और एसर जाति के पेड़ और झाडियाँ। उन्हें परागकों को आकर्षित करने की जरुरत नहीं पड़ती जिस कारण उनकी प्रवृति "दिखावटी फूलों" की नहीं होती।आमतौर पर नर और मादा प्रजनन अंग अलग-अलग फूलों में पाए जाते हैं, नर फूलों में लंबे लंबे पुंकेसर रेशे होते हैं जो की अन्तक में खुले होते हैं और मादा फलों में लंबे-लंबे पंख जैसे स्त्रीकेसर होते हैं। जहाँ कि कीटप्रागीय फूलों के पराग बड़े और लसलसे दानों कि प्रवृति लिए हुए रहते हैं जो कि प्रोटीन (protein) में धनी होते हैं। (परागाकों के लिए एक पुरस्कार), वातपरागित फूलों के पराग ज्यादातर छोटे दाने लिए हुए रहते हैं, बहुत हल्के और कीटों के लिए इतने पोषक भी नही।


यमाचार्य नचिकेता वार्ता (दीपराग)

राजा नल का दीप मालिका राग आदि का वर्णन
 मुनिवरो, आज हम तुम्हारे समक्ष पूर्व की भांति कुछ मनोहर वेद मंत्रों का गुणगान गाते चले जा रहे थे। यह तुम्हें प्रतीत हो गया होगा आज हमने पूर्व से जिन वेद मंत्रों का पठन-पाठन किया है। हमारे यहां परंपरागतो से ही उस मनोहर वेदवानी का प्रचार-प्रसार होता रहता है। जिस पवित्र वेद वाणी में उस मेरे देव परमपिता परमात्मा की महिमा का गुणगान गाया जाता है। क्योंकि वह परमपिता परमात्मा महिमावादी है। उसी की चेतना से यह जगत चैतयं हो रहा है। वह इस ब्रह्मांड के कण-कण में औत-प्रॏत है। कोई भी पर्वतों की ऐसी गुफा नहीं है जहां वे परमात्मा न हो, कोई समुंदरों की तरंग ऐसी नहीं है जहां उस मेरे देव की आभा विधमान न हो। वह सर्वत्रता में औत-प्रॏत है। जिसके ऊपर मानव परंपरागत से ही अनुसंधान कर रहा है अथवा उसकी महिमा का गान गाता रहा है। आज हमारे वेद मंत्र में कुछ वायु सूत्र का पठन-पाठन हो रहा था। क्योंकि यह जो वायु है यह एक सूत्र कहलाता है। वायु सूत्र और विष्णु सूत्रों में केवल वायुदान की महिमा का वर्णन आता रहा है। मानव जब गाना गाता है तो यह संसार गाना गाने वाले का मोहित हो जाता है। उसकी ममता में भ्रमण करने लगता है। जैसे पंडित जब वाणी से यथार्थ उच्चारण करने लगता है। मानव कहता है यह पंडित है, जो उच्चारण कर रहा है यह यथार्थ है। वह सत्यवादी है। क्योंकि वह हृदय में सत्य का प्रतिपादन कर रहा है। सत्य की महानता का वर्णन कर रहा है। क्योंकि सत्य की विवेचना करता हुआ आचार्य अपनी उधरवागति में परंपरागतो से ही यह रमन करता रहता है। मुझे बहुतपुरातन परंपरा का एक वाक्य स्‍मरण आ रहा है। उध्‍दालक गोत्र में एक ऋषि हुए जिनका नाम करण श्वेधा था।परंतु स्‍वेधा ऋषि एक समय अपने चित्त के मंडल को जानने के लिए गान गाने लगा। वह स्रोतों में से भी शब्द आता रहा। एक गान के रूप में, ध्वनि के रूप में, उसको अपने में धारण करता रहा। परंतु 12 वर्ष हो गए उस ध्वनि को श्रवण करते हुए। वह ध्‍वनी मानव के स्रोतों में प्रवेश होती। अंतरिक्ष में उसका समन्वय हो गया। जैसे सूत्र होता है सूत्रों में एक ध्वनि होती है। जैसे लोक-लोकतंरो की माला होती है। सौर मंडलों का एक दूसरे से समन्वय होता है। तो उसमें एक ध्‍वनी होती है। जो उस ध्‍वनी को देखो श्रवण कर लेता है। वह चित के मंडल की धाराओं को जानने वाला बनता है। ऋषि मुनियों ने अनुसंधान किया। इस वायु सूत्र को लेकर के, वायु की आभा को लेकर के, इसके ऊपर विचार-विनिमय आरंभ किया। आज मैं तुम्हें कोई ऐसे विशेष गंभीर विषय को लेने नहीं चाहता हूं। विचार-विनिमय केवल यह है कि हमारे यहां एक ध्‍वनी होती रहती है और वह ध्वनि स्रोतों में आती रहती है। वही ध्वनि रात्रि के काल में मध्य रात्रि के काल में उत्पन्न हो जाती है। उस ध्‍वनी का समन्वय सूर्य की तरंगों से संबंधित रहता है। सूर्य की किरणों से जब समन्वय करता है। तो वहीं ध्वनि धौलोक में प्रवेश करती है। वही ध्वनि विद्युत की धाराओं में रमण करती है और वही ध्वनि जब विद्युत की धारा में गति करने लगती है तो वहीं ध्वनि मानवीय शरीर में ब्रह्मांड में एक ध्‍वनी होती है। इसको हमारे अनहद ध्वनि कहते हैं। एक विशेष विचित्र  तुम्हें चर्चा करने लगा हूं योगेश्वर और व्याकरण वाले पंडित योगेश्वर योगी जनों की चर्चाएं हैं। वही ध्वनि जब वायुमडंल में होती है तो ध्वनि का संबंध अग्नि की धाराओं से होता है। जब प्राण तन में होता है तो उस समय दीप मालिका बन जाती है। धमकी दी जाती है परंतु वही काम करने वाला साधक प्राणायाम को गाना गाता हुआ जब गाना गाता है। तो दीप मालिका 'दीपावली' बन जाती है। अंधकार छाया हुआ है एक योगी गा रहा है और गाता हुआ दीपिका आता है। तो दी प्रकाशित हो जाता है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 20, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1.अंक-48 (साल-01)
2.  शुक्रवार,20 सितबंर 2019
3.शक-1941,अश्‍विन, कृष्‍णपक्ष,तिथि षष्ठी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 6:10,सूर्यास्त 6:10
5.न्‍यूनतम तापमान -26 डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, उमस बनी रहेगी बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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