मंगलवार, 10 सितंबर 2019

नेग से नाराज किन्नरों ने पीटकर मार डाला

सूरत। किसी के घर बच्चा जन्म लेता है या शादी जैसा कोई शुभ अवसर होता है तो किन्नर अपना नेग लेने पहुंच जाते हैं। वहीं कई बार ऐसा मामला भी सामने आता है कि जब उन्हें उनके इच्छानुसार पैसे या नेग नहीं मिलता तो किन्नर गुंडागर्दी पर भी उतारू हो जाते हैं। एक ऐसा मामला गुजरात के सूरत से सामने आया है। जहां बच्चे के जन्म लेने पर किन्नरों को मनचाहा नेग नहीं मिला तो , उन्होंने नवजात बच्चे के पिता को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। इसके बाद नवजात बच्चे के पिता को फ़ौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।


दरअसल, सूरत के रहने वाले गहरीलाल खटिक के घर दो बेटियां हैं, हाल ही में उनके घर बेटे का जन्म हुआ। परिवार में बेटे के जन्म की खुशी को अभी चंद दिन ही बीते थे कि किन्नरों ने उसे गम में तब्दील कर दिया। सूरत शहर के गोड़ादरा इलाके में स्थित मानसरोवर सोसाइटी में किराए के घर में रह रहे गहरीलाल खटिक के घर में बेटे के जन्म की खुशी में तीन किन्नर नेग लेने पहुंचे थे। बताया जाता है किन्नरों ने गहरीलाल खटिक से 11 हजार रुपये की डिमांड की थी। लेकिन मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले गहरीलाल के घर में 11 हजार रुपये देने के लिए नहीं थे तो उन्होंने किन्नरों को 2100 रुपये देने की बात कही। इस बात पर किन्नर भड़क गए और उन्होंने उत्पात मचाना शुरू कर दिया। किन्नरों ने बेशर्मी की हद पार करते हुए अपने कपड़े उतार दिए।


इसके बाद घर में खुशी के माहौल को बरकरार रखने के लिए खटिक परिवार ने पड़ोसियों से सात हजार रुपये उधार लिए और किन्नरों के हाथ में थमा दिए। लेकिन फिर भी किन्नर नहीं मानें और उन्होंने नवजात के पिता को पीटना शुरू कर दिया। जब लोग बीच बचाव करने के लिए बीच में आए तो किन्नरों ने गहरीलाल के सिर को दीवार पर पटक दिया। जिससे उनके दिमाग की नसें फट गईं और उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। घटना के बाद किन्नर मौके से फरार हो गए। किन्नरों की गुंडागर्दी के बाद पीड़ित परजिनों ने इसकी शिकायत सूरत थाने में दर्ज कराई है। जिसके आधार पर पुलिस ने गुंडागर्दी करने वाले तीनों किन्नरों को खोजबीन कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।


अवैध सबमर्सिबल पर नहीं लग रहा अंकुश

लुधियाना। निगम से अवैध सबमर्सीबल लगने के काम पर अंकुश नहीं लग रहा है। साशन और प्रसाशन की मिलीभगत से लुधियाना की छाती में आऐ दिन छेद किऐ जा रहे हैं। कल भी जालंधर बाईपास पर सबमर्सीबल लग रहा था सुचना देने के बावजूद आज भी पूरा दिन मशीन वहीं खड़ी प्रसाशन का मुंह चिढ़ाती रही। लेकिन किसी ने जब्त करने की जहमत नहीं उठाई। आज भामियां की जैन रीयल इस्टेट में न्या अवैध सबमर्सीबल लग रहा था। मौके पर पहुंच इसकी सुचना जोन बी जोनल कमिश्नर के साथ ओ एंड एम एसडीयो कोलोकेशन भेजी गई। लेकिन मामला हदबंदी का कह टाल दिया गया। डिप्टी कमिश्नर और गलाडा कमिश्नर को बताया गया लेकिन कोई रिप्लाई नहीं मिला। निगम कमिश्नर और एस सी ने फोन ही उठाने की जहमत नहीं उठाई।


चैलेंज हमें दें कमान अगर एक भी सबमर्सीबल लगा तो जो सज़ा दोगे होगी मंजूर हमे


इस पर सोशल वर्कर रिंकू कुमार ने डिप्टी कमिश्नर निगम कमिश्नर और मेयर को चैलेंज कर कहा कि मात्र एक माह के लिऐ हमें चार्ज दो । अवैध सबमर्सीबल पर कैसे कार्रवाई होती है हम बताऐंगे। मात्र पंद्रह दिन के बाद एक भी बोरिंग मशीन ज़िला में नहीं रहेगी। इसके लिए ईमानदारी से काम करना होगा। रिंकू कुमार ने कहा इस खबर के जरीऐ ही चैलेंज किया जा रहा है अगर प्रसाशन ईमानदारी से इस अवैध काम को रोकना चाहता है तो संपर्क कर सकता है। हमारा मकसद शहर से गलत काम को जड़ से खत्म करना है। हमने चैलेंज कर पहल कर दी अब प्रसाशन ने देखना है कि इस चैलेंज को कबूल करता है या भ्रष्टाचार का ही साथ देना है। अगर हम एक महीने बाद अवैध सबमर्सीबल रोकने में कामयाब नहीं हो पाऐ तो जो सजा दोगे तह दिल से मंजूर होगी।


स्कूल बस ड्राइवर ने की बच्ची के साथ हरकत

लुधियाना। हंबडां रोड पर स्थित अंम्रित इंडो कैनेडियन ऐकेडमी के बस ड्राईवर ओर कंडक्टर द्वारा शर्मनाक हरकत की गई। मामला बीते शुक्रवार की है । एकेडमी की नर्सरी की स्टुडैंट रोजाना की तरह स्कूल से वापिस स्कूल बस में 12:15 की जगह 12:40 पर घर पहुंची। बच्ची की मां बस से उसे रिसीव करने पहुंची ।तो देखा बच्ची सो रही है ओर बस में अकेली है। ओर कोई बच्चा नहीं था। बच्ची पूरा दिन और रात भर सोती रही। मां ने कई बार फीवर चैक किया और दवा देती रही। इसी बीच अगले दिन सुबह बस ड्राईवर का फोन साढे छह बजे आया कि बच्ची स्कूल नहीं पहुंची। मां ने कहा कि आपको पता होना चाहिऐ आज शनीवार है इस दिन छुट्टी रहती है फिर आपने फोन क्युं किया। उसके कुछ देर बाद बच्ची नींद से जागी ओर वाशरूम जाने पर तोतली जुबान में कहा कि मुझे शु शु में ” हाई ” होती है। इस पर मां का माथा ठनका और उसी वक्त क्लास इंचार्ज हरदीप मैडम को फोन कर कहा कि मेरी बच्ची कल आधा घंटा लेट घर पहुंची है और मुझे बस की सीसीटीवी फुटेज चैक करनी है। थोड़ी देर बाद बताया गया कि प्रिंसीपल मैडम आपसे दस बजे मिलेंगीं आप स्कूल आ जाओ। बच्ची की मां आधा घंटा पहले ही पहुंच गई। लेकिन मिटिंग का बहाना बना तीन घंटे कोई नहीं मिला। उसके बाद मिटिंग कर सारी बात बताई तो प्रिंसीपल जसकिरत कौर ने मां को बाहर बैठा कर ड्राईवर सुरजीत सिंह से एक घंटा मीटिंग की। इसी दौरान क्लास इंचार्ज मां के पास बैठ उसे बातों में लगाऐ रही। उसके बाद प्रिंसीपल ने कहा कि हमारी सभी बसों की सीसीटीवी ठीक है लेकिन हादसे वाली बस नंबर दस का मैमरी कार्ड टूट चुका है। इस पर बच्ची की मां का शक यकीन में बदला ओर वह बच्ची को जगराओं सिवल हस्पताल चैकिंग के लिऐ ले गई लेकिन डा. आराधा ने मैडीकल करने से मना कर दिया फिर बच्ची को प्राईवेट डाक्टर को दिखाया तो डाक्टर ने कहा बच्ची से रेप की कोशिश की गई है। लेकिन कामयाबी ना मिलने पर छोड़ दिया गया है। कल इसकी शिकायत थाना मुल्लांपुर दाखा को दी गई । लेकिन बच्ची की मां के मुताबिक पुलिस खबर लिखे जाने तक बीच बचाव की कोशिश में लगी है। लेकिन मां अकैडमी पर मामला दर्ज कराने पर अडी हुई है। इसी दौरान बच्ची की मां ने एक वाईस मैसेज सोशल मीडीया पर डाल न्नही परी की ईज्जत से खिलवाड़ के दोशियों के खिलाफ पब्लिक से गुहार लगा मदद मांगी है कि न्नही बेटी के लिए उनका साथ दिया जाऐ। 


पवन ट्रांसपोर्ट मैनेजर


जब इस घटना के बारे में हमारे मीडिया कर्मी ने बात की तो उनसे पूछा की इस घटना की बस में लगे सीसीसीटीवी कैमरे फुटेज़ चैक की तो उन्होंने कहा कि हमें जनाब ने अंदर बुलाया है। ऐसे केह कर फोन काट दिया।


नगर-निगम का बड़ा घोटाला आया सामने

गुरुग्रा। हरियाणा में ज्यादा राजस्व देने वाले साइबर सिटी गुरुग्राम के नगर निगम में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। गुरुग्राम नगर निगम में बीते दिनों हुई ऑडिट हुई थी जिसमें पाया गया की निगम में प्रति माह 2100 कर्मचारियों की सैलरी दी जाती हैं, लेकिन असल मे सिर्फ 1800 कर्मचारी ही निगम में काम करते हैं।


जांच में सामने आए आंकड़ों के मुताबकि 300 कर्मचारियों की फर्जी सैलरी हर महीने दी जा रही हैं। ऐसे में निगम को बड़ी चपत लगाई जा रही है। वही मामले को लेकर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने गुनाहगारों पर सख्त कारवाई करने की बात कही है। बता दें गुरुग्राम नगर निगम में आउटसोर्सिंग पर कर्मचारी रखे गए हैं, जिसमें आरोप है कि ठेकेदार और निगम अधिकारियों मिलीभगत कर करोड़ों की सैलरी का गबन कर रहे हैं। फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है। आपको बता दें कि गुरुग्राम नगर निगम में घटाले की ये कोई पहली खबर नहीं है। इससे पहले भी निगम में दर्जनों घोटाले की खबर आ चुकी है। अवैध विज्ञापन का मामला हो या बिल्डिंग प्लान बनाने की, हर क्षेत्र में घपला ही घपला नजर आता है। ऐसे में अब कर्मचारियों को लेकर एक अहम खुलासा हुआ है। हालांकि इस मामले की जांच की जा रही है, ऐसे में जांच के बाद ही पता चलेगा कि इस पूरे खेल में किस-किस अधिकारी की मिलीभगत है।


हरियाणा :युवा कर्मचारी होगें बर्खास्त

चंडीगढ़। कुछ महीने पहले ही हरियाणा सरकार ने ग्रुप-डी के 18,218 पदों की भर्ती पूरी की है। बिना पर्ची खर्ची का ढोल पीटते हुए सरकार ने खूब वाहवाही लूटी थीं। लेकिन अब इन्हीं 18218 पदों में से स्पोर्ट्स कोटे से पुरानी खेल पॉलिसी के अनुसार बने ग्रेडेशन सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी लगे युवाओं को बर्खास्त किया जाएगा। बर्खास्तगी की प्रक्रिया कुछ विभागों ने शुरू भी कर दी है। इससे उन युवाओं में हड़कंप मच गया है, जो पुरानी खेल पॉलिसी के अनुसार ग्रेडेशन सर्टिफकेट बनवाकर नौकरी लगे थे।


इस समय पशुपालन विभाग और पीडब्ल्यूडी में कई युवाओं को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है। अन्य विभागों में भी ऐसे युवाओं से ग्रेडेशन सर्टिफिकेट की पुष्टि के लिए 31 अगस्त तक का समय दिया गया था, जो निकल चुका है। वहीं, 8 माह बाद नौकरी से हटाए जाने पर कई युवा हाईकोर्ट में चले गए हैं। हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की ओर से पिछले साल भर्ती प्रक्रिया शुरू कर जनवरी में जींद उपचुनाव से पहले ही इन पदों पर जॉइनिंग दी गई थी।


580 सर्टिफिकेट ही बने थे तो 1518 को जॉइनिंग क्यों


अब सवाल उठता है कि जब सरकार ने नई पॉलिसी लागू कर दी तो पुरानी पॉलिसी के अनुसार बने ग्रेडेशन सर्टिफिकेट वाले युवाओं को नौकरी क्यों दी गई। देखने वाली बात यह भी है कि नई पॉलिसी के अनुसार इस भर्ती तक केवल 580 ग्रेडेशन सर्टिफिकेट ही बने थे। ऐसे में जॉइनिंग के वक्त ही यह क्यों नहीं देखा गया कि जब 580 सर्टिफिकेट ही बने हैं तो 1518 की जॉइनिंग कैसे हो गई। क्या जींद उपचुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए सबकुछ ताक पर रखकर जल्दबाजी में किया गया?


यूपी में योजनाओं को लग रहा पलीता

गोरखपुर। सरकार एक ओर जहां आम जनमानस के बेहतर स्वास्थ्य एवं शुखि जीवन ब्यतीत करने के लिए तरह-तरह की जन कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। जैसे 'स्वछ भारत स्वस्थ भारत' के तहत हर घर शौचालय, प्रधान मंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना आदि अनेकों प्रकार के ऐसी जन कल्याणकारी योजनाएं चला कर स्वस्थ भारत स्वछ भारत के सपने को साकार करने में लगी हुई है। वहीं जिम्मेदारों को भी सख्त निर्देश दे रखा है कि सरकार की जो भी योजनायें हैं। वो जनता के बीच जरूर पहुँचे ।लेकिन कुछ गैर जिम्मेदारों की मिली भगत से सरकार की मंशा पर पानी फेरा जा रहा है और सरकारी धन की बंदर बाँट की जा रही हैं । जिसके कारण सरकार के धन का जनता के बीच सदुपयोग न होकर दुरपयोग हो रहा है ।ऐसा ही मामला सहजनवां तहसील क्षेत्र के सहजनवां ब्लॉक अंतर्गत ग्राम सभा पचौरी में देखने को मिला। जहाँ गाँव में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है । ग्रामीणों का कहना है कि हमारे यहाँ सफाई कर्मी तो हैं और आते भी हैं। लेकिन प्रधान के यहाँ हाजिरी लगाकर चले जाते हैं। जिसके कारण सफाई व्यवस्था खराब है। स्‍थानीय निवासी सुनीता ने कहा कि गंदगी के कारण बच्चे अक्सर बीमार पड़ जाते हैं ।दवा कराते-कराते हम लोग थक जा रहे हैं ।अशलम ने बताया कि प्रधान से कई बार शिकायत किया गया लेकिन सुनते ही नहीं हैं। इस दौरान ग्राम प्रधान से बात करने की कोसिस की गई तो उन्होंने कहा कि हम कोई जवाब नहीं देंगे ।आप को जो भी लिखना हो लिखिए। हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा। नाराज ग्रामीणों ने गांव में प्रदर्शन किया प्रदर्शन करने वालों में असलम ,नाजिर ,साकिर आफताब ,मुमताज ,अलाउद्दीन ,लालजी सुनीता, नाजिर, शाहनाज सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। इस बावत डीपीआरओ हिमांशु शेखर ठाकुर का कहना था कि मामला संज्ञान में आया है। जिसकी जाँच की जाएगी। जिन लोगों के पास शौचालय नहीं है उन लोगों को आधार कार्ड के साथ  कार्यालय पर भेज दीजिये सबको शौचालय मिल जाएगा।


100 फुट ऊंचा विशाल ताजिया बनाया

महाराजगंज कोठी भार थाना क्षेत्र के ग्राम सभा भारत खंड पकडी में बना विशाल ताजिया


महाराजगंज। अंतर्गत कोठी भार थाना क्षेत्र के ग्राम सभा भारत खंड पकडी में प्राथमिक विद्यालय के पास ग्राम सभा के तरफ से विशाल ताजिया का निर्माण किया गया है। जिसकी लंबाई 50 फीट चौड़ाई 40 फीट तथा ऊंचाई 100 फिट की है l विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी भारत खंड पकडी मे विशाल ताजिया का निर्माण कराया जा रहा है। ताजिया निर्माता मीर हसन तथा संरक्षक इम्तियाज मंसूरी ने बताया कि ताजिया यादगारे इमाम हसन हुसैन के नाम से मनाया जाता है। ताजिया निर्माण में तबरेज हुसैन, साबिर, शहादत, साहिल, बिस्मिल्लाह मंसूरी, सगीर अली, सोनू, कौशल, आदि कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा है l
रिपोर्ट-संजय कुमार


कल्याण सिंह पर कसेगा सीबीआई का शिकंजा

नई दिल्ली। कल्याण सिंह जब तक राजस्थान के राज्यपाल के पद पर थे तो अनुच्छेद 351 के तहत संवैधानिक पद पर होने के चलते उन्हें कानूनी कार्रवाई से छूट मिल रही थी, लेकिन अब वो राज्यपाल के पद नहीं हैं, इसलिए बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में उनकी मुसीबत बढ़ सकती है।
बता दें कि सीबीआई ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में कल्याण सिंह को बतौर आरोपी फिर से कोर्ट में पेश करने के लिए अदालत में अर्जी दाखिल की है। सीबीआई की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने 19 अप्रैल 2017 को आदेश दिया था, जिसमें कल्याण सिंह के अलावा इस केस में पूर्व डिप्टी पीएम लालकृष्ण आडवाणी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, पूर्व सीएम उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा, महंत नृत्यगोपाल दास, विनय कटियार, सतीश प्रधान, चंपत राय बंसल, विष्णु हरि डालमिया, नृत्य गोपाल दास, सतीश प्रधान, आरवी वेदांती, जगदीश मुनि महाराज, बीएल शर्मा, धर्मदास को आरोपी मानते हुए मुकदमा चलाने की बात कही थी। कल्याण सिंह को छोड़कर बाकी आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिली हुई है। इन सारे नेताओं के खिलाफ अयोध्या में बाबरी विध्वंस के लिए आपराधिक षडयंत्र करने का आरोप है, जो धारा 120 (बी) के तहत चल रहा है। गौरलतब है कि सीबीआई की अपील को स्वीकृत मिलने बाद यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को एक बार फिर कानूनी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। कल्याण सिंह को 3 सितंबर 2014 को राजस्थान का राज्यपाल बनाया गया था। 5 साल तक पद पर होने के कारण कल्याण को अदालत की ओर से तलब नहीं किया गया। बता दें कि अयोध्या मामले के लिए लिब्राहन आयोग का गठन 16 दिसंबर 1992 में किया गया था। आयोग ने अपनी रिपोर्ट में बाबरी विध्वंस को सुनियोजित साजिश करार देते हुए 68 लोगों को दोषी माना था। लिब्राहन आयोग ने कहा था कि कल्याण सिंह ने घटना को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।बता दें कि 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के समय कल्याण सिंह यूपी के मुख्यमंत्री थे। आरोप है कि यूपी के सीएम रहते कल्याण सिंह ने राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक में कहा था कि वह अयोध्या में विवादित ढांचे को कोई नुकसान नहीं होने देंगे, लेकिन कार सेवा आयोजित होने के दौरान अयोध्या में मस्जिद को गिरा दिया गया था। इसके बाद सीएम कल्याण सिंह ने मामले की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।


38 साल की उम्र में 20 वीं बार गर्भवती

बीड। ये बेहद चौका देने वाला मामला महाराष्ट्र के बीड जिले से सामने आया है। जहाँ एक  महिला 20वीं बार बच्चे को जन्म देने जा रही है। जी हां चौकिये नहीं ये सच है। जानकारी के लिए बताते चले इस मामले में डॉक्टरों ने जानकारी देते हुए बताया कि 38 साल की यह महिला इससे पहले अब तक 19 बार प्रेग्नंत हो चुकी है। अब वह सात माह की गर्भवती है।


मीडिया रेपर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र के बीड जिला के सिविल सर्जन डॉ. अशोक थोराट ने बताया, इस वक्त उसके 11 बच्चे हैं और 38 साल की उम्र में वह 20वीं बार मां बनने वाली है। अन्य डॉक्टर ने बताया कि जब हमें उसके गर्भावस्था का पता चला तो उसे सरकारी अस्पताल लाया गया और सभी जरूरी जांच की गई। वह 20वीं बार गर्भवती हुई है। जच्चा और बच्चा अब तक स्वस्थ हैं. उसे दवाइयां दी गई हैं और संक्रमण से बचने के लिए स्वच्छता और अन्य बातों की सलाह दी गई है। वही इस मामले में महिला थोराट ने कहा, 'पहली बार वह अस्पताल में बच्चे को जन्म देगी। इससे पहले उसने घर पर ही बच्चे को जन्म दिया था। किसी भी खतरे से बचने के लिये हमने उसे स्थानीय सरकारी अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी है। बीड जिले के एक अधिकारी ने बताया कि वह गोपाल समुदाय से संबंधित है जो आमतौर पर भीख मांगने या मजदूरी अथवा छोटे-मोटे काम करते हैं। वे एक जगह से दूसरी जगह पर जाते रहते हैं।


झोलाछाप चला रहा है नर्सिंग होम

शिवगढ़। क्षेत्र के बसंतपुर सकतपुर में झोलाछाप डॉक्टर फर्जी तरीके से नर्सिंग होम चला रहा है। जिसकी शिकायत गांव के एक युवक ने जिलाधिकारी से की विदित हो कि शिवगढ़ क्षेत्र में कई ऐसे झोलाछाप क्लीनिक और नर्सिंग होम संचालित हैं जिनके डॉक्टर मनमानी तरीके से भोली-भाली जनता से पैसा मनमाने ढंग से लेते हैं। क्षेत्र के लोगों की माने तो जितने भी फर्जी तरीके से नर्सिंग होम संचालित हो रहे हैं उसमें स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की मिलीभगत से संचालित हो रही हैं। जिसको लेकर हरिकेश शाहपुर मजरे बसंतपुर सकतपुर ने शिकायत की है कि बसंतपुर में एक फर्जी डॉक्टर नर्सिंग होम चला रहा है। जिसके पास डिग्री भी नहीं है जनता को गुमराह करके नकली दवाएं देकर पैसा लेते है। इतना ही नहीं सरकारी अस्पताल से उसका अच्छा संबंध है,और सरकारी अस्पताल की दवाएं भी रखता है जिसकी जांच होनी चाहिए। इस बारे में जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा.एलपी सोनकर से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि सूची बनाई जा रही है जो फर्जी अस्पताल संचालित है ,उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


खड़े हाईवा से टकराई पिकअप, 23 घायल

आरंग। राष्ट्रीय राजमार्ग 53 में आरंग के ग्राम पारागांव के पंचायत भवन के पास तेज रफ़्तार पिकअप वाहन सड़क किनारे खड़ी हाइवा गाड़ी से जा भिड़ी है। जिससे जबरदस्त हादसा हुआ है। हादसे में पिकअप में सवार एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई. जबकि 23 लोग घायल हो गए। जिनमें 18 लोगो की हालत गंभीर होने से रायपुर के मेकाहारा में भर्ती कराया गया है ये घटना सोमवार- मंगलवार की दरम्यानी रात की है।


बताया जा रहा है पिकअप में सवार लोग महासमुंद जिले के बागबाहरा के घुचापाली से डांस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए ग्राम सम्भर से रायपुर के टेकारी के लिए निकले थे। रात करीब ढाई बजे आरंग के पारागांव में पिकअप का चालक रोड में बैठे मवेशियों को बचाने के चक्कर मे गाड़ी का संतुलन खो बैठा और वाहन रोड के किनारे खड़ी हाइवा से जा टकराई।आरंग के आसपास सड़कों में आवारा मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है जिस पर प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा है और आयए दिन लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। इस सड़क हासे से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।


अनियंत्रित बस पेड़ से टकराई, 6 घायल

धमतरी। जिले के नेशनल हाइवे में एक तेज रफ्तार यात्री बस अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। इस हादसे में 6 यात्री घायल हो गए है, इसमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायल यात्रियों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।


जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह मनीष ट्रेवल्स की बस क्रमांक सीजी 07-2050 बैलाडीला से राजधानी रायपुर के लिए निकली थी, तभी राष्ट्रीय राजमार्ग में धमतरी से 13 किलोमीटर दूर गागरा पुल के पास चालक को झपकी आ गई और बस अनियंत्रित होकर लहराते हुए सीधे सड़क के नीचे एक पेड़ में जा घुसी। इस दुर्घटना के बाद यात्रियों में अफरा तफरी मच गई। आस-पास के ग्रामीणों और राहगीरों ने घायल यात्रियों को बस से बाहर निकाला। हादसे में 6 यात्री बुरी तरह से घायल हुए हैं, जिनमें से तीन की हालत गंभीर है, सभी घायलों को धमतरी के जिला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया हैं। घायल यात्री में सुरेंद्र साहू (48 साल) राम शक्ति नगर दुर्ग, छोटू सिंह (30 साल) शंकर नगर रायपुर, जय गुप्ता (37 साल) पथरागुड़ा जगदलपुर, उसकी पत्नी बबीता गुप्ता (32) जगदलपुर, बस का हेल्पर बबलू पंसारी (30) राम नयापारा राजिम और कैलाश गुप्ता (44) गीदम है। इधर घटना की जानकारी मिलते ही एडिशनल एसपी मनीषा ठाकुर, डीएसपी अरुण जोशी समेत पुलिस के अन्य अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों को त्वरित उपचार मुहैया कराया और घटना की जांच पड़ताल में जुट गए।


वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से पाइपलाइन का उद्घाटन

पीएम मोदी व नेपाल के पीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेट्रोलियम पाइपलाइन का किया उद्घाटन


नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी व नेपाल के पीएम केपी ओली ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भारत-नेपाल पाइपलाइन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि विकास के लिए हमारी साझेदारी को और सक्रिय बनाने और नए क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाने के लिए हमने नए अवसरों का लाभ उठाया है। हमारे संयुक्त प्रयासों का उद्देश्य है कि हमारे लोगों को लाभ मिले, उनका विकास हो। पीएम मोदी बोले कि पिछले पांच वर्षों में हमने महत्वपूर्ण द्विपक्षीय परियोजनाओं को पूरा किया है और कई अन्य इनिसिएटिव के परिणाम जल्दी प्राप्त किए हैं। पिछले साल हमने संयुक्त रूप से पशुपतिनाथ धर्मशाला और आईसीपी वीरगंज का उद्घाटन किया था।


पीएम मोदी ने कहा कि यह बहुत संतोष का विषय है कि दक्षिण एशिया की यह पहली क्रॉस-बॉर्डर पेट्रोलियम पाइपलाइन रिकॉर्ड समय में पूरी हुई है। इसका श्रेय आपके नेतृत्व को, नेपाल सरकार के सहयोग को और हमारे संयुक्त प्रयासों को जाता है। 2015 के विनाशकारी भूकंप के बाद जब नेपाल ने पुनर्निर्माण का बीड़ा उठाया, तो भारत ने पड़ोसी और निकटतम मित्र के नाते अपना हाथ सहयोग के लिए आगे बढ़ाया।


कमलनाथ को जेल भेजने का पहला कदम

दिल्ली। सरकार ने कांग्रेस के उन नेताओं के खिलाफ शिकंजा कसना शुरु कर दिया है जो कभी न कभी उसके लिए मुसीबत का सबब बने हैं।


जांच एजेंसियों ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम, डी. के. शिवकुमार को जेल भेजकर अपने मंसूबे जाहिर कर दिये हैं। अब इस कड़ी में ताजा नाम मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का जुड़ने वाला है। गृह मंत्रालय ने कमलनाथ के खिलाफ 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले को दोबारा खोल दिया है। कमलनाथ पर सिख विरोधी दंगों में शामिल होने का आरोप है। कमलनाथ के खिलाफ ताजा सबूतों पर विचार करते हुए केस नंबर 601/84 को दोबारा खोलने का नोटिफिकेशन जारी किया है। माना जा रहा है ये कमलनाथ को जेल भेजने की तैय्यारियों का पहला कदम है।


रणनीति के तहत नक्सलवाद से लोहा लेंगे

सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पहली बार मानसून में सुरक्षा बलों द्वारा हर साल की अपेक्षा इस बार सबसे ज्यादा आपरेशन चलाए गए। जिसमें जवानों को कई बड़ी सफलताएं मिली है। अब लगभग मानसून खत्म होने जा रहा है। इसके साथ ऑपरेशन मानसून भी खत्म हो गया है। अब आने वाले दिनों मे नया नाम देकर नक्सलियों के खिलाफ नई रणनीति के साथ सुरक्षा बल के जवान जंगल में उतरेंगे। इसको लेकर रणनीति तैयार कर ली गई है।
मानसून के इन तीन माह में सुकमा जिले में सुरक्षा बल के जवानों ने करीब 20 नक्सल ऑपरेशन किए हैं, जिसमें उन्हें काफी कामयाबी मिली है। जवानों की सर्तकता और सर्चिंग के कारण जवानों ने करीब 18 आईईडी रिकवर की है। जगरगुंडा मुख्य मार्ग हो या फिर एर्राबोर साप्ताहिक बाजार जहां पर जवानों को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से नक्सलियों ने आईईडी लगाई थी। जिसे जवानों ने डिफ्यूज कर दिया। यदि ये ब्लास्ट हो जाते तो जवानों को काफी नुकशान हो सकता था। नक्सलियों के खिलाफ लगातार चलाए जा रहे ऑपरेशन के कारण नक्सलियों पर काफी दबाव बना है। लिहाजा नक्सली सरेंडर कर रहे हैं। इन मानसून के महिनों में करीब 55 नक्सलियों ने संगठन से मोहभंग कर पुलिस के समक्ष हथियार डाले है। इसके अलावा 45 नक्सलियों को जिले के विभिन्न इलाकों से गिरफ्तार किया गया। क्योंकि अंदरूनी इलाकों में सरेंडर नक्सलियों ने भी प्रचार-प्रसार किया था। साथ ही लगातार सर्चिंग व गश्त से भी नक्सलियों पर दबाव बना है। 


सुकमा के एसपी शलभ सिन्हा के मुताबिक इन 20 ऑपरेशन में सिर्फ नक्सलियों के साथ आमने-सामने 5 मुठभेड़ हुई है, जिसमें जवानों ने बिना किसी नुकशान के 4 नक्सलियों को मार गिराया है। जिनके शव भी बरामद कर दिए गए। हालांकि पुलिस ने दावा किया है कि कई नक्सली घायल हुए है और मारे भी गए हैं, लेकिन उनके शव या नक्सली नहीं मिले है। वही पुलिस ने इन मुठभेड़ों में 7 हथियार बरामद किया है। जिसमें एक इंसास रायफल शामिल है वही जवानों ने एक नक्सली कैम्प भी ध्वस्त किया था।


कैंसर का इलाज कराकर लौटे ऋषि कपूर

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर कैंसर का करीब एक वर्ष तक विदेश में इलाज कराने के बाद स्वदेश लौट आए हैं। ऋषि कपूर पिछले लगभग एक साल से न्यूयार्क में उपचार करा रहे थे। वह बीती देर रात पत्नी नीतू कपूर के साथ स्वदेश लौटे। नीतू कपूर इलाज के दौरान उनके साथ देश में ही रहीं।
उन्होंने स्वदेश लौटने की जानकारी स्वयं ट्विटर पर दी। उन्होंने लिखा, “11 माह 11 दिन बाद घर वापसी। सभी को धन्यवाद।” वह न्यूयार्क में इलाज के दौरान भी ट्विटर पर सक्रिय रहे और अपने प्रशंसकों को स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते रहते थे।
विदेश में रहने के दौरान उन्होंने अपने काम को मिस किया, लेकिन उनके परिवार और करीबियों ने उन्हें कभी अकेला महसूस नहीं होने दिया। उनके बेटे रणबीर और बेटी रिद्धिमा अक्सर ही उनसे मिलने न्यूयॉर्क पहुंच जाया करते थे। इंडस्ट्री में उनके जानने वाले और करीबियों ने भी समय-समय पर वहां जाकर उनसे मुलाकात की। अब जब ऋषि सबके बीच वापस अपने देश में हैं तो ये सभी के लिए खुशी का पल होगा।


क्रिकेट टीम ने पाक जाने से किया मना

नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीमों की मेजबानी करने के पाकिस्तानी प्रयास को श्रीलंका के खिलाड़ियों ने बड़ा झटका दिया है। श्रीलंका के दस प्लेयरों ने पाकिस्तान के आगामी दौरे पर जाने से मना कर दिया है। यह दौरा इसी महीने प्रस्तावित है। प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक दोनों टीमों के बीच तीन टी-20 और 3 वनडे मैच खेले जाने हैं। पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच यह सीरीज 27 सितंबर से शुरू होना है। लेकिन श्रीलंका के कप्तान दिमुथ करुणारत्ने, लसिथ मलिंगा और एंजेलो मैथ्यूज जैसे 10 प्रमुख खिलाड़ियों के पाकिस्तान दौरे पर जाने से इनकार कर दिया है।


यात्रा का आनंद प्राप्त होगा: धनु

राशिफल


मेष-अप्रत्याशित लाभ की संभावना है। किसी लंबी मनोरंजक यात्रा की योजना बनेगी। मित्रों के साथ समय सुखद व्यतीत होगा। घर-बाहर से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। विवेक का प्रयोग करें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। जोखिम न लें।


वृष-अकारण विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। बनते काम बिगड़ सकते हैं। परिवार में तनाव रह सकता है। शारीरिक कष्ट संभव है। कार्य के प्रति जवाबदारी में वृद्धि होगी। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा।


मिथुन-बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ में वृद्धि होगी। यश बढ़ेगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। शारीरिक कष्ट की आशंका है। मित्रों के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। लाभ होगा।


कर्क-सुख के साधनों पर व्यय होगा। मनोरंजन के लिए समय निकाल पाएंगे। परिवार के साथ सुखद अहसास होगा। आर्थिक उन्नति के लिए नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। लंबी यात्रा का मन बनेगा। प्रमाद न करें।


सिंह-किसी धार्मिक स्थल तथा पूजा-अनुष्ठान का कार्यक्रम बन सकता है। सत्संग का लाभ प्राप्त होगा। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। नए काम मिल सकते हैं। जीवनसाथी के स्वास्‍थ्य की चिंता रहेगी।


कन्या-दुश्मनों से सावधान रहें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। शारीरिक हानि की आशंका है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। आय में निश्चितता रहेगी।


तुला-वाणी में हल्के हंसी-मजाक से बचें। बात बिगड़ सकती है। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। भेंट व उपहार पर व्यय हो सकता है। किसी विशिष्ट व्यक्ति का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होने की संभावना है।


वृश्चिक-शारीरिक पीड़ा से बाधा संभव है। स्वास्थ्य को नजरअंदाज न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। शत्रुओं का पराभव होगा। सुख के साधनों पर व्यय होगा। संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं, भरपूर प्रयास करें। रोजगार में वृद्धि के योग हैं।


धनु-धन प्राप्ति के लिए किए गए प्रयास सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त होगा। स्वादिष्ट भोजन की प्राप्ति सहज ही होगी। मित्रों तथा पारिवारिक सदस्यों के साथ समय सुखद व्यतीत होगा। रचनात्मक कार्यों में मन लगेगा। सफलता मिलेगी। प्रमाद न करें।


मकर-धन प्राप्ति के लिए किए गए प्रयास सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त होगा। स्वादिष्ट भोजन की प्राप्ति सहज ही होगी। मित्रों तथा पारिवारिक सदस्यों के साथ समय सुखद व्यतीत होगा। रचनात्मक कार्यों में मन लगेगा। सफलता मिलेगी। प्रमाद न करें।


कुंभ-यात्रा मनोरंजक रहेगी। नेत्र पीड़ा की आशंका है। लापरवाही न करें। सुख के साधन जुटेंगे। मनोरंजन के अवसर प्राप्त होंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। मेहनत का फल प्राप्त होगा। किसी विशिष्ट व्यक्ति से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार अच्छा चलेगा।


मीन-किसी भी तरह के विवाद-बहस इत्यादि में न पड़ें। स्वाभिमान को चोट पहुंच सकती है। शारीरिक कष्ट भी आशंका है। अत: लापरवाही न करें। दूर से सुखद समाचार की प्राप्ति होगी। घर में अतिथियों का आगमन होगा। आत्मसम्मान में वृद्धि होगी। लाभ होगा।


छध्‍म वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति

होम्योपैथी एक छद्म-वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति है। होम्योपैथिक तैयारी किसी भी स्थिति या बीमारी के इलाज के लिए प्रभावी नहीं हैं; बड़े पैमाने पर किए गए अध्ययनों में होमियोपैथी को प्लेसीबो से अधिक प्रभावी नहीं पाया गया है। होम्‍योपैथी चिकित्‍सा छद्म-विज्ञान के जन्‍मदाता सैमुएल हैनीमेन है। यह चिकित्सा के 'समरूपता के सिंद्धात' पर आधारित है जिसके अनुसार औषधियाँ उन रोगों से मिलते जुलते रोग दूर कर सकती हैं, जिन्हें वे उत्पन्न कर सकती हैं। औषधि की रोगहर शक्ति जिससे उत्पन्न हो सकने वाले लक्षणों पर निर्भर है। जिन्हें रोग के लक्षणों के समान किंतु उनसे प्रबल होना चाहिए। अत: रोग अत्यंत निश्चयपूर्वक, जड़ से, अविलंब और सदा के लिए नष्ट और समाप्त उसी औषधि से हो सकता है जो मानव शरीर में, रोग के लक्षणों से प्रबल और लक्षणों से अत्यंत मिलते जुलते सभी लक्षण उत्पन्न कर सके।


होमियोपैथी पद्धति में चिकित्सक का मुख्य कार्य रोगी द्वारा बताए गए जीवन-इतिहास एवं रोगलक्षणों को सुनकर उसी प्रकार के लक्षणों को उत्पन्न करनेवाली औषधि का चुनाव करना है। रोग लक्षण एवं औषधि लक्षण में जितनी ही अधिक समानता होगी रोगी के स्वस्थ होने की संभावना भी उतनी ही अधिक रहती है। चिकित्सक का अनुभव उसका सबसे बड़ा सहायक होता है। पुराने और कठिन रोग की चिकित्सा के लिए रोगी और चिकित्सक दोनों के लिए धैर्य की आवश्यकता होती है। कुछ होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति के समर्थकों का मत है कि रोग का कारण शरीर में शोराविष की वृद्धि है।


होमियोपैथी चिकित्सकों की धारणा है कि प्रत्येक जीवित प्राणी हमें इंद्रियों के क्रियाशील आदर्श को बनाए रखने की प्रवृत्ति होती है औरे जब यह क्रियाशील आदर्श विकृत होता है, तब प्राणी में इस आदर्श को प्राप्त करने के लिए अनेक प्रतिक्रियाएँ होती हैं। प्राणी को औषधि द्वारा केवल उसके प्रयास में सहायता मिलती है। औषधि अल्प मात्रा में देनी चाहिए, क्योंकि बीमारी में रोगी अतिसंवेगी होता है। औषधि की अल्प मात्रा प्रभावकारी होती है जिससे केवल एक ही प्रभाव प्रकट होता है और कोई दुशपरिणाम नहीं होते। रुग्णावस्था में ऊतकों की रूपांतरित संग्राहकता के कारण यह एकावस्था प्रभाव स्वास्थ्य के पुन: स्थापन में विनियमित हो जाता है। विद्वान होम्योपैथी को छद्म विज्ञान मानते हैं।


यमाचार्य नचिकेता वार्ता (धर्मवाद)

गतांक से...


राजा जानवी ने बहुत पुरातन काल में कहा था मेरे यहां मेरे राष्ट्र में भोगवाद नहीं है। मेरे राज्‍य में तो केवल शिष्टाचार है। मेरे राष्ट्र में यज्ञ होते हैं और यह भी भिन्न-भिन्न प्रकार के, माता-पिता यह चाहते हैं कि हमें संतान को जन्म देना। हमें संतान को उत्पन्न करना है तो माता-पिता चिंतन करते हैं और चिंतन करने के पश्चात वह अपनी अपनी हवी को अपने अपने आसन पर परिणीत कर देते हैं। उससे सुसन्‍तान का जन्म होता है और वह जो संतान है वह ग्रह को ऊंचा बनाती है। और जो माता-पिता अपने बालक को ऊंचा नहीं बना सकते महान नहीं बना सकते ब्रह्मचारीष्‍यमी नहीं बना सकते। उन माताओं का जीवन न होने के तुल्य कहलाता है। वह माता सौभाग्य नहीं होती है। जो माता अपने गर्भ स्थल में माता मदालसा की भांति अपने प्यारे पुत्र को गर्भाशय में ब्रह्मा का उपदेश देने वाली है। वह ग्रह धन्य होते हैं वह राष्ट्रीय धन्य होता है। जिस राजा के राष्ट्रीय चिंतन होता है। प्रत्येक ग्रह अपने आश्रम में ब्रह्म का चिंतन करने वाले हो और उसके पश्चात वह देव पूजा करने वाले हो देव पूजा कौन करता है। देव पूजा में माता-पिता करते हैं जिनके ग्रह में सुगंधी होती है। बालक ऊंचे बनते हैं माता-पिता प्रातः कालीन देव पूजा करते हैं। देव पूजा किसे कहते हैं संमिधा को अग्‍न्‍यधान किया अग्नि प्रदीप्त हो गई और उसमें स्‍वाहा कहते हैं अपनी वाणी को अग्नि की तरंगों पर विश्राम करा करके वह दोनों को प्राप्त हो जाता है। वह दो लोक में प्रवेश कर जाती है वह देव पूजा कैसी स्वच्छ हृदय से होती है। परमात्मा की वाणी से कहता आचार्य अद्भुत स्‍वाहा, अग्नि मानव अद्भुत कहता है और स्‍वाहा कह रहा है। दग्‍ध होने वाली अग्नि अंतरिक्ष में रमण करने वाली है। लोको का प्राप्त होने वाली है। वह माता पिता धन्य है जो अपनी वाणी को ब्रह्मलोक में पहुंचा देते हैं। अंतरिक्ष में पहुंचा देते हैं अग्नि की धाराओं पर विद्यमान हो करके यह वाणी अपने स्वरूप को लेकर के 2 लोक प्राप्त कर लेती है। परिणाम क्या देवताओं का दूत कौन है वह देवताओं का दूत ही अग्नि कहलाती है अग्नि महान। तृतीय जो संमिधा है जो जीवन में प्रदीप्त होती है। वह अतिथि की सेवा है अतिथि की सेवा किसे कहते हैं। बुद्धिमान गृह में आता है और बुद्धिमान का स्वागत करते हैं और बुद्धिमान का जब स्वागत होता है तो बुद्धिमान प्रसन्न होता है। योगेश्वर प्रसन्न होता है और जब वह प्रसन्न में होता है तो देखो अपने ज्ञान को दे कर के वहां से प्रस्थान करता है। जो उसने अध्ययन किया है, शिक्षाओं का व्रत किया है। उस शिक्षा को ग्रह को देख कर के मैं अपने आसन को प्रस्थान करता है। तो मुनिवरो, उस समय महाराजा जानवी ने जब यह ब्रह्मवेताओं को कहा तो उन्होंने कहा धन्य है प्रभु। उन्होंने कहा प्रभु, हम तो आत्मा की समाधि को जानना चाहते हैं। जिससे आत्मकथा बनता है यह तो हमने साधारण उपदेश आपसे पाया है। परंतु हम यह जानना चाहते हैं कि आत्मा का उत्थान कौन सी अग्नि से कौन सी समिधा से होता है? जिससे हम आत्मत्‍व बने और आत्मा में प्रवेश करते हुए आत्मा को प्राप्त होते रहे। मेरे प्यारे महाराजा जानवी ने कहा कि आत्मा का उत्थान करना है। हे ब्रह्म, जिज्ञासा है आत्मा कि यदि आज तुम चाहते हो कि हर आत्मा का कल्याण चाहते हैं। आत्मा को उधरवागति में ले जाना चाहते हैं। तो बेरसिया में उत्तर बिरलोका आज मैं तुम्हें एक ही वाक्य प्रकट करा देता हूं। जहां यह जो ब्रह्मा की ॠचा है ॠचा जो हमारे शरीर में प्रवास है गति कर रहा है। इसको प्राण के द्वारा प्राण रूपी तरकश से तीर की भांति इसका संधान करा दो। उससे आत्माओं का एक ही लक्ष्य रहता है कि आत्मा को जानना है। जब उस धनुष पर तीर रख लिया जाता है तो उसका लक्ष्य ब्रह्म को प्राप्त करना, वह ब्रह्म का यह प्राणायाम करना और प्राण के द्वारा इस आत्मा को जानना। क्योंकि मन को आत्मा के आत्मा मन को पुराण रूपी तरकस के ऊपर तीर कि आप हमें अभ्यस्त करा देना चाहिए। जिससे आत्मा में प्रवेश कर जाए और आत्मात्‍व हो। यह आत्मा का ज्ञान ही संसार में एक मानवता को प्रवास प्रवेश करा देता है। आत्मज्ञान है तो राष्ट्र को ऊंचा बनाता है आत्मज्ञान है। जो मोक्ष ले जाता है। आत्मा का जो बलिष्ठ प्राणी होता है वह संतान से हीन नहीं होता है। वह अपने जीवन में ऊंचे कर्मों से हिनता को प्राप्त नहीं होता है। इसलिए मैंने बहुत पुरातन काल में अपने प्यारे महानंद जी के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा था कि मानव को अपनी आत्मा को उधरवा बनाना चाहिए। आत्मक जो पुरुष होता है उसके शरीर में वीर्य होता है और जो होता है वह देखो रचना करता है। जहां योग में सफलता को प्राप्त होता है। मैंने बहुत पुरातन काल में अपने वाक्यों को प्रकट करते हुए कहा था। इस संसार में मानव को अपने जीवन को ऊंचा बनाना है। अपने जीवन में आत्म तत्व को प्राप्त कराना है। आत्म लोको को प्राप्त करना है। आज का हमारा यह वाक्य कह रहा है। आज मैं महाराजा जानवी के वाक्यों को प्रकट कर रहा हूं। महाराजा जानवी जहां-जहां राष्ट्र में कुशल थे वह आत्म को जानते थे। वह भी कह जाते ब्रह्मा वाक प्रकट किया। तो उसने कहा महाराज आत्मा, संतान का क्या संग्रह हैं?


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 11, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1.अंक-39 (साल-01)
2.बुधवार,11सितबंर 2019
3.शक-1941,भादप्रद शुक्‍लपक्ष द्वादशी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 5:58,सूर्यास्त 6:42
5.न्‍यूनतम तापमान -27 डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, उमस बनी रहेगी बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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