बुधवार, 28 अगस्त 2019

इलाकों से हटेगी पाबंदी,खुलेंगे हाई स्कूल

श्रीनगर। कश्मीर में कल कुछ और इलाकों से पाबंदियां हटाई जाएगी और हाई स्कूल खुलेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि अब तक घाटी में 81 थाना क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही पर लगी पाबंदियां हटा दी गई है, गुरुवार को 10 और थाना क्षेत्रों में पाबंदियां हटाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में पाबंदियां हटा दी गई हैं वहां दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान खोले जा सकते हैं।जम्मू कश्मीर की सूचना एवं जन संपर्क निदेशक सेहरीश असगर ने संवाददाताओं से कहा कि और अधिक इलाकों में लैंडलाइन टेलीफोन कनेक्शन को बहाल करने के लिए घाटी में और भी टेलीफोन एक्सचेंज खोलने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ”कश्मीर घाटी में सार्वजनिक परिवहन सेवाएं बहाल करने के लिए कोशिशें की जा रही हैं.”असगर ने कहा, ''जहां-जहां पाबंदियां हटा दी गई हैं वहां दुकानें खोली जा सकती हैं।' दरअसल, उनसे पूछा गया कि व्यापारिक प्रतिष्ठान कब खुलेंगे। उन्होंने कहा कि घाटी में प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय खुल गए हैं और पिछले कुछ दिनों में उनमें छात्रों की उपस्थिति भी बढ़ी है.स्कूलों की स्थिति के बारे में शिक्षा निदेशक, कश्मीर युनिस मलिक ने संवाददाताओं को बताया कि घाटी में 3037 प्राथमिक विद्यालय और 774 माध्यमिक विद्यालय फिर से खुल गये हैं। शिक्षकों की उपस्थिति में भी काफी वृद्धि हुई है. श्रीनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हसीब मुगल ने स्थिति का ब्यौरा देते हुए कहा कि घाटी में कहीं से भी किसी बड़ी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।


दुष्कर्म के आरोपी 'भूत' को किया गिरफ्तार

दुर्ग। जिले में 4 साल की बच्ची के अपहरण व रेप के मामले में पुलिस ने वारदात का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने उस आरोपी भूत को गिरफ्तार कर लिया है,जिसने मासूम को दरिंदगी का शिकार बनाया था। 


दरअसल बीते 26 अगस्त को 4 वर्षीय मासूम का अपहरण हो गया था। रेप के बाद आरोपी ने बच्ची को शहर से करीब 17 किलोमीटर दूर उतई में छोड़ दिया था। बच्ची उतई तिराहे के पास मिली।इसके बाद बच्ची की मां की नजर बच्ची के प्राइवेट पार्ट पर पड़ी तो देखा कि चोट के निशान थे। इस पर बच्ची ने अपनी मां को बताया कि भूत ने उसके साथ गंदा काम किया है। परिजनों को बच्ची के साथ दुष्कर्म की आशंका हुई और उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी। 


पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर उस भूत की तलाश शुरू की। परिजनों से पूछताछ में पता चला कि बच्ची परिवार के एक करीबी को भूत कहती है। पुलिस ने उसी करीबी को आरोपी मानकर हिरासत में लिया, जहाँ कड़ाई से पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल लिया। आरोपी ऑटो ड्राइवर है और वो बच्ची के पिता का करीबी दोस्त भी है। बच्ची उसी को भूत कहकर बुलाती थी। बहरहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है।


गन्ना किसानों के हित में लिया बड़ा फैसला

नई दिल्ली। मोदी सरकार ने गन्ना किसानों के हित मे बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने गन्ना किसानों के हित में ऐलान किया है कि 60 लाख मीट्रिक टन निर्यात पर सब्सिडी किसानों को मिलेंगी और उस सब्सिडी का पैसा सीधा किसानों के खाते में जमा हो जाएगा।


मोदी सरकार ने गन्ना किसानों को यह बड़ी सब्सिडी दी है। सरकार के फैसले के मुताबिक 60 लाख मीट्रिक टन चीनी के निर्यात पर केंद्र सरकार ने 6 हजार 268 करोड़ रुपये की सब्सिडी को मंजूरी दी है। खास बात ये है कि ये सब्सिडी सीधे किसानों के खाते में जाएगी। इस फैसले से चीनी के दामों में सुधार आएगा साथ ही जो समस्या गन्ना उत्पादन वाले किसानों के साथ रहती है उसमें भी कमी आएगी। इससे किसानों को नुकसान भी नहीं होगा।


आत्मविश्वास व्यक्तित्व निखरता है (विचार)

रानू मंडल ने ये साबित कर दिया की जिनके पास परिस्थिति अनुकूल न भी वो फिर भी वह इन्सान अपनी काबिलियत के बल पर शिखर छू सकता है। आज की परिस्थिति में धन दोलत रूप-रंग नहीं व्यक्ति का हुनर साथ देता है। भीख मांग कर गुजार कर रही रानू मंडल आज हर व्यक्ति के लिए ज्ञान का दर्पण बन गयी। क्योंकि परिस्थिति कितनी ही अनुकूल क्यों न हो, हमें कभी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। अपनें हुनर को दिखाने के लिए आधुनिक मंच ओर अभ्यास की अवशयकता नहीं बल्कि आत्मा विश्वास ओर हिम्मत की जरूरत है। मैं कोटि कोटि नमन करती हूँ उस इन्सान की जिन्हेंने रानू मंडल की हूनर को मीडिया के सामने लाया ओर उसका जीवन बदल दिया। आज प्रतिस्पर्धा का दौर है परन्तु जो काबिल हैं। उन्हें आगे बढ़ने का अवसर नहीं मिल पा रहा है। इसलिए वो पिछड़े हुए हैं, ऐसे लोगों को सामने लाने की आवश्यकता है।


समाज की एक शिक्षिका गंगा शरण पासी


कश्मीर पर 'सुप्रीम कोर्ट' का दखल

कश्मीर पर सुप्रीम कोर्ट का दखल कितना उचित?
वामपंथी येचुरी को कश्मीर जाने की इजाजत भी। 


सुप्रीम कोर्ट ने कश्मीर मुद्दे पर केन्द्र सरकार को नोटिस जारी कर दिया है और एक अन्य याचिका पर वामपंथी नेता सीताराम येचुरी को कश्मीर जाने की इजाजत भी दे दी है। हालांकि सरकार की ओर से सॉलिसिटिर जनरल तुषार मेहता ने प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई से आग्रह किया।  अनुच्छेद 370 को बेअसर करने के मामले में कोर्ट कोई नोटिस जारी नहीं करे, क्योंकि इसका फायदा पाकिस्तान उठाएगा। लेकिन सीजेआई गोगोई ने सरकार के इस आग्रह को ठुकरा दिया और नोटिस जारी कर लिखित में जवाब प्रस्तुत करने के आदेश दिए। मामले की सुनवाई 1 अक्टूबर को निर्धारित की गई है। साथ ही वामपंथी नेता सीताराम येचुरी को कश्मीर जाने की अनुमति भी दे दी है। लेकिन येचुरी को उनकी पार्टी के विधायक तारिगामी से ही मिलने की इजाजत दी गई है। यानि येचुरी कश्मीर दौरे के दौरान सिर्फ अपने विधायक मित्र से मुलाकात कर सकते हैं। अनुच्छेद 370 को बेअसर करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई थी। सभी याचिकाओं में सरकार के इस कदम को गैर संवैधानिक बताया गया था।  हालांकि सरकार ने राज्यसभा और लोकसभा से प्रस्ताव को स्वीकृत करवाया है, लेकिन अब सरकार के इस फैसले की समीक्षा सुप्रीम कोर्ट करेगा। भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में न्याय प्रणाली सबसे मजबूत है। अदालतें सरकार के किसी भी फैसले की समीक्षा कर सकती हैं, भले ही ऐसा फैसला देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ा हुआ हो। अब देखना होगा कि सुप्रीम कोर्ट किस तरह से इतने संवेदनशील और महत्वपूर्ण मुद्दे की समीक्षा करता है। लेकिन सवाल उठता है कि क्या मौजूदा हालातों में सुप्रीम कोर्ट का दखल उचित है? सरकार का दावा है कि कश्मीर घाटी के हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं। 28 अगस्त को घाटी के हाईस्कूल भी खोल दिए गए तथा ग्रेटर कश्मीर जैसा लोकप्रिय अखबार भी पूरा 12 पृष्ठ का प्रकाशित हुआ है। इस अखबार में कश्मीर घाटी की सभी खबरें हैं। कश्मीर घाटी के कुछ जिलों को छोड़कर सम्पूर्ण जम्मू और लद्दाख में हालात बहुत पहले ही सामान्य हो गए। जम्मू और लद्दाख में तो अनुच्छेद 370 के बेअसर होने के बाद से ही जश्न का माहौल बना हुआ है। जहां तक कश्मीर घाटी के कुछ जिलों का सवाल है तो वहां अभी भी पाबंदियां लगा रखी हैं। पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे को लगातार अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उठा रहा है, लेकिन उसे अभी तक भी एक भी देश खासतौर से मुस्लिम देश का समर्थन प्राप्त नहीं हुआ है।  अमरीका, रूस जैसे शक्तिशाली देशों ने कश्मीर को भारत का आंतरिक मामला बताया है। यानि पाकिस्तान को कहीं से भी समर्थन नहीं मिल रहा है। अब तो कांग्रेस पार्टी ने भी अपना रुख बदल लिया है। यही वजह है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बार बार परमाणु हमले की धमकी दे रहे हैं। इधर, कश्मीर घाटी में भी हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं तो उधर, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान अकेला रह गया है।  ऐसे में यह सवाल उठना वाजीब है कि सुप्रीम कोर्ट का दखल कितना उचित है?
एस.पी.मित्तल


झंडारोहण के बाद पुष्कर में रामदेव का भंडारा

झंडा रोहण के बाद पुष्कर के जोगणियां धाम में बाबा रामदेव का भंडारा शुरू। 
उपासक भंवर लाल ने की भव्य आरती। 

अजमेर। पुष्कर तीर्थ में अजमेर रोड स्थित चुंगी नाके सामने जोगणियां धाम में झंडा रोहण की रस्म के साथ ही बाबा रामदेव का आम भंडारा शुरू हो गया। यह भंडारा आगामी 8 सितम्बर तक चलेगा। भंडारे में हर समय नि:शुल्क भोजन उपलब्ध रहेगा। भंडारा शुरू होने से पहले धाम के उपासक और सुविख्यात ज्योतिषाचार्य भंवरलालजी ने भव्य आरती की। इस मौके पर पुष्कर के पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, पर्यावरणविद् महेन्द्र विक्रम सिंह, अंतर्राष्ट्रीय खेल अधिकारी प्रमोद जादम। रिटायर एएसपी रामदेव और समाजसेवी इंदर चौहान आदि उपस्थित रहे। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु और बाबा रामदेव मेले के जातरू भी उपस्थित थे। उपासक भंवर ने बताया कि हालांकि बाबा रामदेव का मेला उनके समाधि स्थल पोखरण में भरता है, लेकिन लाखों श्रद्धालु पुष्कर तीर्थ में भी आते हैं। श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल करते हुए ही प्रतिवर्ष आम भंडारे का आयोजन किया जाता है। जोगणियां धाम की धार्मिक गतिविधियों की जानकारी मोबाइल नम्बर 8078624852 पर भंवर जी से ली जा सकती है। 
एस.पी.मित्तल


राष्ट्रीय हित या अहित (संपादकीय)

राहुल गांधी के बयान को आधार बनाकर पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे पर यूएन में शिकायत दर्ज करवाई। अब राहुल ने कश्मीर को भारत का अंदरुनी मामला बताया। 
      कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर बयान जारी कर कहा कि कश्मीर भारत का अंदरुनी मामला है और पाकिस्तान ही कश्मीर में हिंसा फैला रहा है। राहुल गांधी के यह बयान तब सामने आया है, जब पाकिस्तान ने राहुल गांधी के बयान और श्रीनगर की यात्रा को लेकर ही यूएन में शिकायत दर्ज करवाई है। पाकिस्तान ने इस शिकायत में कहा है कि जब राहुल गांधी कश्मीर के हालात जनने के लिए विपक्षी दलों के नेताओं के साथ श्रीनगर पहुंचे तो उन्हें हवाई अड्डे से ही वापस दिल्ली के लिए रवाना कर दिया। राहुल गांधी ने इस घटना का विरोध भी जताया। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को बेअसर करने के बाद पाकिस्तान को भले ही एक भी मुस्लिम राष्ट्र का समर्थन न मिला हो, लेकिन राहुल गांधी और कांगे्रस के बयानों को आधार बनाकर शिकायत दर्ज करवाई गई है। चूंकि अब यह मामला अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी उठेगा इसलिए राहुल गांधी ने 28 अगस्त को ट्विट कर अपना नया बयान जारी किया है। सवाल उठता है कि यदि पांच अगस्त के बाद ही राहुल गांधी कश्मीर को भारत का आंतरिक मामला बता देते तो पाकिस्तान को यूएन में शिकायत करने का अवसर नहीं मिलता है। सब जानते हैं कि पांच अगस्त को जब लोकसभा में अनुच्छेद 370 को बेअसर करने के प्रस्ताव पर बहस हो रही थी, तब कश्मीर संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि भारत अब तक कश्मीर के मुद्दे को द्विपक्षीय बताता रहा है। चौधरी ने शिमला समझौते से लेकर कई उदाहरण दिए जिनसे भारत की नीति प्रदर्शित हो रही थी। चौधरी का कहना रहा कि जब भारत कश्मीर को द्विपक्षीय बताता रहा है तो फिर अब अंदरुनी मामला बता कर अनुच्छेद 370 को बेअसर क्यों किया जा रहा है? हालांकि चौधरी के इस बयान का जवाब केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने तत्काल दे दिया था। लेकिन पाकिस्तान ने अब जो शिकायत दर्ज करवाई है, उसमें अधीर रंजन चौधरी के बयान का भी हवाला दिया गया है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने जिस तरह से अनुच्छेद 370 के पक्ष में बयानबाजी की उससे कांग्रेस को लगातार राजनीतिक नुकसान भी हुआ। हालांकि कांग्रेस के कई नेताओं ने 370 पर केन्द्र सरकार के रुख का समर्थन किया लेकिन इसके बावजूद भी राहुल गांधी विपक्षी दलों के नेताओं को साथ लेकर श्रीनगर पहुंच गए। अब जो हालात बदले हैं उसमें राहुल गांधी को भी अपना नजरिया बदलना पड़ा है। लेकिन राहुल गांधी ने अपना नजरिया बदलने में बहुत देर कर दी। अच्छा होता कि राहुल गांधी और उनकी कांग्रेस पार्टी राज्यसभा और लोकसभा में अनुच्छेद 370 को बेअसर करने के प्रस्ताव पर केन्द्र सरकार का समर्थन करते। कई विपक्षी पार्टियों ने देशहित में प्रस्ताव का समर्थन किया, इसलिए राज्यसभा में भाजपा को बहुमत न होते हुए भी प्रस्ताव पास हो गया। खुद कांग्रेस के चार सांसद मतविभाजन के समय राज्यसभा से अनुपस्थित रहे। 
एस.पी.मित्तल


क्रिकेट नहीं,कांग्रेस नेताओं की लड़ाई

यह किक्रेट की नहीं, राजस्थान में कांग्रेस नेताओं की लड़ाई है। 
रामेश्वर डूडी को भी अपने वजूद की चिंता।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में एक बार घमासान शुरू हो गया है। 27 अगस्त को एसोसिएशन की बैठक में कांग्रेस के दिग्गज नेता रामेश्वर डूडी ने शक्ति प्रदर्शन किया और एसोसिएशन के अध्यक्ष सीपी जोशी के नेतृत्व को खुली चुनौती दी। मालूम हो कि जोशी इस समय राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष हैं और अध्यक्ष बनने से पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के नेता थे। यानि मौजूदा समय मेंजोशी विधानसभा के साथ-साथ आरसीए के अध्यक्ष भी हैं। जबकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी रामेश्वर डूडी जैसे दिग्गज नेता किसी पद पर नहीं हैं। गत भाजपा के शासन में डूडी ही विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता थे। यानि भाजपा के शासन में तो डूडी को केबिनेट मंत्री का दर्जा मिला हुआ था और अपनी कांग्रेस सरकार में कुछ नहीं। अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बने 9 माह हो गए, लेकिन डूडी जैसे नेताओं की कोई सुध नहीं ली जा रही है, जबकि भाजपा के शासन में लगातार संघर्ष कर कांग्रेस को फिर से सत्ता में लाने में डूडी का भी योगदान रहा। प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के साथ डूडी ने भी पांच वर्ष संघर्ष किया। अब डूडी को ही अपने राजनीतिक वजूद की चिंता हो रही है। इसलिए पहले नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने और अब सीधे आरसीए अध्यक्ष को चुनौती दे रहे हैं। कांग्रेस नेताओं की आपसी लड़ाई का सबसे बड़े फायदा क्रिकेट के विवादित ललित मोदी गुट को हुआ है। डूडी के मोदी गुट को सीपी जोश पर हमला करने का अवसर मिल गया है। मोदी गुट के सचिव आरएस नांदू ने आरसीए के चुनाव करवाने की घोषणा कर दी है। चुनाव 22 सितम्बर को होने हैं। मजे की बात यह है कि डूडी चुनाव करने के पक्षधर हैं और विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी चुनाव करवाने से इंकार कर रहे हैं। जोशी का कहना है कि अभी राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर बीसीसीआई ने बैन लगा रखा है। बीसीसीआई की शर्त है कि आरसीए को पहले ललित मोदी से अलग किया जाए। यदि एक भी व्यक्ति ललित मोदी गुट का होगा तो आरसीए पर से प्रतिबंध नहीं हटेगा। जोशी भले ही कुछ भी तर्क दें, लेकिन अब ललित मोदी के समर्थकों को रामेश्वर डूडी जैसी दिग्गज कांग्रेसी नेता का समर्थन मिल गया है। हालांकि क्रिकेट की इस सियासत में अभी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट की भूमिका का पता नहीं चला है, लेकिन माना जाता है कि पायलट विधानसभा अध्यक्ष जोशी के साथ हैं, जबकि रामेश्वर डूडी को सीएम गहलोत का समर्थन हैं। डूडी ने 27 अगस्त को आरसीए के कार्यालय में कहा कि यदि सीएम गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत आरसीए से जुड़ते हैं तो 22 सितम्बर को होने वाले चुनाव में निर्विरोध हो जाएंगे। यानि डूडी ने तो अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। मालूम हो कि वैभव गहलोत को जोधपुर जिला  क्रिकेट संघ का अध्यक्ष बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। फिलहाल नागौर संघ का अध्यक्ष बनने से ही इंकार कर दिया है। जोशी का कहना है कि नागौर में हुए चुनावों के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। 27 अगस्त को जोशी से आरसीए की जो बैठक बुलाई, उसमें रामेश्वर डूडी नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष की हैसियत से ही पहुंचे थे, लेकिन आरसीए के अध्यक्ष सीपी जोशी के आने से पहले ही वापस आ गए। लेकिन डूडी ने आरसीए के सचिव और ललित मोदी गुट के आरएस नांदू के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करवा कर इरादे स्पट कर दिए हैं। 
एस.पी.मित्तल


खट्टर की रैली में कई नेता हुए शामिल

गुरुग्राम। गुरुग्राम में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की “जन आशीर्वाद यात्रा” 8बजे शुरु हुई उससे पहले 7बजे मंच पर आए थे। अपना भाषण समाप्त करने के बाद गुरुग्राम के भूतेश्वर मंदिर चौक से चलकर अग्रसेन चौक तक गये। इस रैली में गुरुग्राम में काफी संख्या में जनता एकत्रित हुई। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा, राष्ट्रीय महासचिव डॉ अनिल जैन और केंद्रीय मंत्री व सांसद गुरुग्राम राव इंद्रजीत सिंह भी मौजूद थे। मुक्तेश्वर मंदिर के पास बने मंच से मुख्यमंत्री और राव इंद्रजीत सिंह, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा सहित मौजूदा विधायक गुरुग्राम से उमेश अग्रवाल सभी ने भाषण दिए। उमेश अग्रवाल ने कहा पिछली बार 84 हजार वोटों से जीताया तो अबकी बार मुझे डेढ़ लाख वोटों से जीताना है। वहीं जेपी नड्डा ने कहा पांच साल पहले हरियाणा भ्रष्टाचार से डुबा हुआ था। पूर्व सीएम जेल में बंद हैं अबकी बार फिर खट्टर सरकार लेकर आनी है। 75 प्लस के पार पहुंचानी है। क्योंकि मनोहर सरकार ईमानदार सरकार चला कर दिखा रहे है। आज हरियाणा हर कार्य में नंबर वन हैं। चाहे किसान की बात हो या आर्मी या खेलों की। हर मामले में हरियाणा नंबर वन हैं। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने कहा पहले घुस के बिना युवाओं को नौकरी नहीं मिलती। लेकिन आज खट्टर सरकार में गरीब बच्चों को नौकरी मिल रही है।


शैलजा के हाथ हरियाणा कांग्रेस की बागडोर

कुमारी शैलजा बनाई गई हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, चार कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त


राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस में छिड़ी वर्चस्व की जंग पर काय्यासों और चर्चाओं का दौर आये दिन नए अंदाज़ में सामने आ रहा है l राजनैतिक गलियारों से छन-छन कर आ रही ताज़ा जानकारी को पुख्ता मान लिया जाये तो अशोक तंवर की हरियाणा के अध्यक्ष पद से विदाई तय मानी जा रही है l डॉ. अशोक तंवर के स्थान पर कुमारी शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने की सूचना है l जिसकी किसी भी पल आधिकारिक घोषणा हो सकती है l इसके साथ ही पार्टी में बैलेंस बनाये रखने की कवायद के तहत चार कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाये जाने की खबर है lअब मन जा रहा है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कांग्रेस के खिलाफ बगावती तेवर खत्म हो सकते हैं। इसके साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किए गए हैं। वीरेंद्र मराठा, दीपेंद्र हुड्डा, कुलदीप बिश्नोई और कैप्टन अजय यादव को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।
बता दें कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा की रोहतक रैली के बाद कांग्रेस आलाकमान हरियाणा को लेकर अहम कदम उठाने का मन बना चुका था। लेकिन इसी बीच पूर्व केंद्रीय पी चिदंबरम का प्रकरण गरम हो गया और उनकी गिरफ्तारी हो गई। माना जा रहा है कि यह प्रकरण नहीं होता तो हरियाणा कांग्रेस पर अहम फैसला हो जाता।


नवनियुक्त 'नगर विकास मंत्री' का स्‍वागत

इकबाल अंसारी


गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी की लोनी नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रंजीता धामा व पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनोज धामा ने प्रदेश सरकार मे नवनियुक्त नगर विकास मंत्री माननीय आशुतोष टंडन का गाजियाबाद मे प्रथम आगमन पर फूल-मालाओं से स्वागत किया।
मनोज धामा ने बुके देकर माननीय आशुतोष टंडन का स्वागत किया तथा प्रदेश सरकार मे मंत्री बनने पर मिठाई खिलाकर मुँह मीठा कराया। लोनी नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रंजीता धामा ने मंत्री जी को बधाई दी तथा लोनी के विकास के लिये अतिरिक्त पैकैज आवंटित करने को लेकर मंत्रालय के नाम चिट्ठी भी दी। माननीय मंत्री ने लोनी नगर पालिका अध्यक्ष की बातों को सुना तथा उनके दुारा दिये गये पत्र पर जल्द ही सकारात्मक रूख अपनाने के लिये कहा। इस अवसर पर सभासद रूपेन्द्र चौधरी, सतपाल शर्मा, निशा सिंह, सतेन्द्र शर्मा, सतेन्द्र चौहान, प्रदीप धामा, नितिन चिपियाना, कौशल यादव, सहित सैंकडों की संख्या मे भारतीय जनता पार्टी के देवतुल्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


बच्चा चोरी संबंधित अफवाहों के विरुद्ध सख्‍ती

बच्चा चोरी से संबंधित अफवाहों का खंडन करने के लिए कार्यवाही


 अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। बच्चा चोरी की अफवाह से जनता में भय बना हुआ है। जिसके विरुद्ध पुलिस सख्त नजर आ रही है। अफवाह को नियंत्रित करने के लिए पुलिस जमीनी स्तर पर काम कर रही है। उम्मीद है जल्द ही इन अफवाहों पर शिकंजा कस लिया जाएगा। अफवाह के पीछे क्या वजह हो सकती है? उसकी तह तक जाना पुलिस के लिए कम चुनौतीपूर्ण नहीं है। एहतियात के तौर पर पुलिस के द्वारा सर्कुलर जारी कर दिया गया है पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया जनपद में कहीं भी बच्चा चोरी की अफवाह फैलाई जाने पर संबंधित लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कानूनी कारवाही की जा रही है। अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित किया जा रहा है। उनके विरुद्ध भी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।व्हाट्सएप व अन्य सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई जाने के संबंध में एडवाइजरी जारी की गई है।ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस की टीमों द्वारा उक्त संबंध में मुनादी करवाई जा रही है।ग्राम प्रधानों व चौकीदारों के साथ मीटिंग कर उक्त संबंध में अवगत कराते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। 
देखने में आ रहा है कि बच्चा चोरी का फर्जी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है जिस के दृष्टिगत सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है।


तार घेराबंदी में बिजली छोडने से तीन मौत

अविनाश श्रीवास्तव


बक्सर। किसानों के द्वारा अपने खेतों की अवैध रूप से नंगे तारों की की गई घेराबंदी मे बिजली छोड़ देने के कारण आए दिन कोई न कोई अप्रिय घटना घटती रहती है। जिसकी चपेट में आने से अभी हाल ही में 3 किसानों की दर्दनाक मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार चक्की प्रखंड स्थित लक्ष्मण डेरा के किसानों के द्वारा नंगे तारों से की गई खेतों की घेराबंदी में बिजली का करंट छोड़ देने के कारण गत सप्ताह 3 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।बिजली की चपेट में आने के कारण
पवन पासवान, रामअवध पासवान एवं रविशंकर यादव की दर्दनाक मौत हो गई। जिससे चारों तरफ कोहराम मचा हुआ है। मामले में स्थानीय प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। प्रशासन के द्वारा लीपापोती करते हुए मृतकों के परिजनों को ₹20000 की आर्थिक सहायता करके घिनौना मजाक किया है। मृतकों के परिजनों की  स्थिनीय स्‍‍िथति को देखते हुए स्थानीय पूर्व जिला पार्षद सोनू सिंह के द्वारा आर्थिक सहायता की गई और राज्य सरकार से मृतक परिजनों के लिए 20 लाख की आर्थिक मदद और अश्रित परिजन सरकारी नौकरी की मांग की।


वायु सेना की प्रथम विंग कमांडर 'शालिजा'

नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर शालिजा धामी ने देश की पहली महिला अधिकारी बनकर गौरव स्थापित किया है। विंग कमांडर शालिजा भारतीय महिला वायुसेना ऐसी अधिकारी हैं, जो फ्लाइट कमांडर बनी हैं। उन्होंने ने हिंडन स्थित वायुसेना के हवाईअड्डे में चेतक हेलीकॉप्टर यूनिट के फ्लाइट कमांडर तौर पर जिम्मेदारी सौंपी गई है। विंग कमांडर शालिजा पंजाब के लुधियाना में पली-बढ़ी, आसमान की उंचाइयों में उड़ने का मन हाईस्कूल के दिनों में बना लिया था। शालिजा पायलट बनना चाहती थी। धामी अपने 15 साल के करियर में चेतक और चीता हेलिकॉप्टर उड़ाती रही हैं। शालिजा वायुसेना की पहली महिला अधिकारी हैं, जिनके पास 2300 घंटे तक उड़ान का अनुभव है।


शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न छात्रसंघ चुनाव

गोविन्दगढ़ राजकीय महाविद्यालय में शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ छात्रसंघ चुनाव


योगेन्द्र द्विवेदी (गोविन्दगढ़)


अलवर-गोविंदगढ़। कस्बे के राजकीय महाविद्यालय में 27 अगस्त 2019 को छात्रसंघ चुनाव सम्पन्न हुए छात्र-छात्राओं ने अपने मत का प्रयोग करने के लिए बढ़-चढ़कर चुनाव में भाग लिया पिछले वर्ष से अधिक इस बार छात्र-छात्राओं में चुनाव के प्रति रुझान देखा गया पिछले वर्ष से अधिक इस बार 63.30 प्रतिशत मतदान  हुआ इस बार छात्र संघ के चुनाव में सबसे बड़ी बात देखने को यह मिली कि दिव्यांग छात्र छात्राओं ने भी अपने मत का प्रयोग किया जिससे पता चलता है कि एक  एक  वोट का महत्व क्या होता है चुनाव के दौरान पुलिस प्रशासन का भी पूरा सहयोग  रहा थानाधिकारी महेश शर्मा एवं तहसीलदार हेमेंद्र गोयल ने कॉलेज का निरीक्षण किया  और  निर्वाचन  कार्य एसडीएम  लक्ष्मणगढ़  अनिल कुमार सिंघल  का  पूरा सहयोग मिला छात्र संघ चुनाव को शांतिपूर्वक करावे और किसी भी प्रकार कोई गड़बड़ी नही हो और निष्पक्ष चुनाव हो ओर कोई  उपद्रव ना हो और किसी भी प्रकार से शांति व्यवस्था खराब ना हो पुलिस प्रशासन के सैकड़ों जवान राजकीय महाविद्यालय गोविंदगढ़ के अंदर बहार अपनी ड्यूटी पर  मुस्तैद नजर आए यह जानकारी प्राचार्य  चरण सिंह  व चुनाव अधिकारी राखी जैन द्वारा दी गई  और राखी  जैन में बताया कि 1259 कुल मतदाता है जिनमें से  797 मतों का प्रयोग किया गया है  मत पेटियां स्थानीय पुलिस थाने में जमा करा दी गई और एवं मतगणना का कार्य 28 अगस्त 2019 को प्रातः 11:00 बजे से किया जाएगा राजकीय महाविद्यालय मैं 3 पदों पर मतदान हुआ अध्यक्ष पद पर चार उम्मीदवार  है उपाध्यक्ष पद पर चार उम्मीदवार है महासचिव पद पर तीन उम्मीदवार है अगले 3 पदों पर संयुक्त सचिव राहुल शर्मा निर्विरोध चुने गए और कक्षा प्रतिनिधि राजेश कुमार निर्विरोध चुने गए अशोक कुमार निर्विरोध चुने गए। गोविंदगढ़ में हमेशा की तरह इस बार भी निष्पक्ष छात्र संघ के चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हुए।


किट देकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन

पांसल विद्यालय को कबड्डी किट भेट


राजकुमार गोयल 


भीलवाड़ा। नेहरु युवा संसथान पान्सल द्वारा राजकिय उच्च माध्यमिक विद्यालय पान्सल के खिलाडियों को किट वितरित कर हौसला बढ़ाया। अध्यक्ष रामपाल चौधरी ने बताया कि आज से होने वाले वर्त-स्तरीय कबड्डी टूर्नामेंट मे पान्सल से कबड्डी की टीम भाग ले रही है। जिसमे 12 खिलाडियों का चयन किया गया सभी खिलाडियों को ड्रेस(किट)देकर उनका हौशला अफजाई किया गया। साथ ही श्रीमति प्रिन्सिपल से खेल से जुडी समस्याओ के बारे मे चर्चा की गई। साथ ही विस्वास दिलाया की खेल से जुड़ी समस्या को खत्म कर खेल को बढ़ावा देने मे हर एक प्रयास करेंगे।
इस मौके पर संसथान के सरंक्षक विकास शर्मा,प्रिंसिपल इन्द्रा आर्य ओर पीटीआई सत्यनारायण खटीक मौजुद थे।


सर्वसम्मति से'माया'को चुना गया अध्यक्ष

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की केंद्रीय कार्यकारिणी समित और आॅल इंडिया स्टेट पार्टी यूनिट के वरिष्ठ सदस्यों और चयनित प्रतिनिधियों की विशेष बैठक बुधवार को लखनऊ में हुई। इस बैठक में मायावती को सर्वसम्मति से फिर से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। इस चुनाव के दौरान सभी प्रक्रियाओं को राष्ट्रीय महासचिव और सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने पूरा किया। इसके बाद मायावती को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा हुई। इस दौरान मायावती ने सभी का आभार प्रकट किया और भरोसा दिलाया कि वह सभी संतों गुरुओं, मान्यवर कांशीराम के बीएसपी मूवमेंट को आगे बढ़ाने के लिए हर कुबार्नी देने को तैयार रहती हैं। इस दौरान मायावती ने अनुच्छेद 370 का जिक्र करते हुए कहा कि बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर इस अनुच्छेद के पक्ष में नहीं थे। यही कारण है कि बीएसपी ने इस धारा को हटाए जाने का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि हालात सामान्य होने में थोड समय जरूर लगेगा इसलिए थोड़ा इंतजार कीजिए। मायावती ने कहा कि कांग्रेस और इनकी सरकारों में खासकर बहुजन समाज की इतनी ज्यादा उपेक्षा हुई है, जिसे भुला पाना असंभव है। इन्होंने बाबा साहेब को पहले संसद में चुनकर जाने नहीं दिया, फिर मरणोपरांत उन्हें भारत रत्न की उपाधि से भी सम्मानित नहीं किया। वहीं आने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर बसपा सुप्रीमो ने कहा कि हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली में होने वाले चुनाव को पार्टी को पूरी मजबूत से लड़ना है। बसपा को खासकर इन राज्यों में बीजेपी व कांग्रेस दोनों के खिलाफ इन चुनावों में लड़ना है और पहले बैलेंस आॅफ पावर बनकर आगे बढ़ना है।


बॉलीवुड में सलमान खान के 31 साल

मुंबई। सलमान खान ने बॉलीवुड में 31 वर्ष का सफर पूरा करने पर अपने प्रशंसकों का शुक्रिया अदा किया। अभिनेता (53) ने सोशल मीडिया पर अपने बचपन की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, '' भारतीय फिल्म जगत का बहुत-बहुत शुक्रिया, उन सभी का जो इस 31 साल के सफर का हिस्सा रहें, विशेषकर मेरे सभी प्रशंसक और मेरे शुभचिंतक, जिन्होंने इस बेहतरीन सफर को मुमकिन बनाया।''


सलमान ने 1988 में आई फिल्म 'बीवी हो तो ऐसी'से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। लेकिन बतौर मुख्य अभिनेता उनकी पहली फिल्म 1989 में आई 'मैनें प्यार किया' थी। 'हम आपके हैं कौन '(1994), 'करण अर्जुन' (1995), 'खामोशी' (1996), 'जुड़वां' (1997), 'बीवी नंबर-1' (1999) उनके करियर की हिट फिल्में रहीं।
 वहीं पिछले एक दशक में, सलमान ने 'दबंग' (2010), 'रेडी' (2011), 'बॉडीगार्ड' (2011),  एक था टाइगर' (2012), 'किक' (2014), 'सुल्तान' (2016), 'टाइगर जिंदा है' (2017), 'भारत' (2019) जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म दे चुके हैं। वहीं अभी वह फिल्म 'दबंग3' की शूटिंग में मसरूफ हैं।


एटीएम से कैश निकालने पर ओटीपी जरूरी

एटीएम से 10,000 से ज्यादा पैसे निकालने पर डालना होगा ओटीपी


नई दिल्ली। आज तकरीबन हर कोई एटीएम का इस्तेमाल करता है। लेकिन एटीएम के इस्तेमाल के साथ इससे होने वाली धोखाधड़ी भी काफी बढ़ रही है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अब पिन के अलावा वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी ) की सुविधा की शुरुआत की गई है। आइए जानते हैं इसकी शुरुआत किस बैंक ने की है।अगर आप एक दिन में एटीएम से 10,000 रुपये से अधिक की निकासी करना चाहते हैं तो आपको पिन के अतिरिक्त ओटीपी भी डालना होगा। सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने एटीएम से कैश निकालने के लिए ओटीपी सुविधा की शुरुआत की है।


ऐसा माना जा रहा है कि अन्य बैंक भी जल्द ही केनरा बैंक के इस फैसले को अपनाएंगे और एटीएम से 10,000 रुपये से ज्यादा कैश निकालने पर ओटीपी अनिवार्य करेंगे। इस संदर्भ में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि, आरबीआई के निर्देश का सभी बैंकों को पालन करना होगा। आरबीआई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि एटीएम फ्रॉड रोकना होगा।


पीडब्ल्यूडी ऑफिस में ठेकेदार ने मारी गोली

चीफ इंजीनियर के ऑफिस में ठेकेदार ने खुद को गोली मारकर की खुदकुशी, कमिश्नर-डीएम मौके पर पहुंचे


वाराणसी। कैंट थाना क्षेत्र में पीडब्लूडी के ठेकेदार ने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंच गई है। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।वाराणसी के नदेसर स्थित पीडब्लूडी के चीफ इंजीनियर अंबिका सिंह के दफ्तर में बुधवार को ठेकेदार अवधेश श्रीवास्तव(45) ने लाइसेंसी असलहे से खुद को गोली मार ली। ठेकेदार निर्माण कार्य के लाखों का बकाया और विभागीय उत्पीड़न का आरोप लगा रहा था।सूचना पाकर कमिश्नर दीपक अग्रवाल, डीएम सुरेंद्र सिंह और एसएसपी आनंद कुलकर्णी घटनास्थल पर पहुंचे। चीफ इंजीनियर कार्यालय का गेट बंद करा कर उनसे पूछताछ की जा रही है।  वहीं ठेकेदार की कार से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। फारेंसिक टीम ने उसे कब्जे में लिया है। पुलिस ने असलहे को अपने कब्जे में ले लिया है।


जानकारी के मुताबिक ठेकेदार अवधेश चंद्र श्रीवास्तव की पीडब्ल्यूडी पर लंबे समय से काफी रकम बकाया थी। विभाग की लापरवाही के कारण अवेधश का भुगतान नहीं हो पा रहा था। बुधवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे अवधेश नदेसर स्थित चीफ इंजीनियर अंबिका सिंह के कार्यालय में पहुंचे तो बकाया भुगतान करने को कहा।इस पर चीफ इंजीनियर ने उनको बुरी तरह डांट दिया। इसी दौरान ठेकेदार ने मुख्य अभियंता अंबिका सिंह के सामने ही बंदूक निकालकर खुद को गोली मार ली। इस दौरान मौके पर हड़कंप मच गया। जब तक दफ्तर के लोग पहुंचे, तब तक ठेकेदार की मौत हो चुकी थी। सूत्रों के मुताबिक ठेकेदार अवधेश की शिवप्रसाद गुप्ता महिला चिकित्सालय के भवन निर्माण से संबधित पीडब्लूडी पर लगभग चार करोड़ रुपये बकाया थे।


उपचुनाव में सपा दिखेगी नए कलेवर में

लखनऊ। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) खुद को नए कलेवर में तैयार कर संगठन को विस्तार देने की तैयारी में है। इसके लिए यह युवा कार्यकर्ताओं की भागीदारी बढ़ाने के अलावा पिछड़ों और दलितों पर भी फोकस करना चाह रही है। सपा मुखिया अखिलेश यादव चुनाव में उतरने के पहले अपनी पार्टी को सोशल इंजीनियरिंग के हिसाब से मजबूत कर मैदान में लाने के प्रयास में हैं, क्योंकि इस बार उन्हें कई मोर्चों पर संघर्ष करना पड़ेगा। अखिलेश द्वारा विधानसभा स्तर तक की कमेटियां भंग किए जाने के अलावा फ्रंटल संगठनों को नए सिरे से गठित करने की तैयारी की जा रही है, क्योंकि इस बार उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) भी अलग से मैदान में रहने वाली है और यह चुनाव सपा के लिए बहुत महत्वपूर्ण भी है।


विश्वासपात्रों को ही तवज्जों
सूत्रों के अनुसार, अखिलेश ने प्रमुख नेताओं के साथ मंथन करके उपचुनाव में मजबूती से उतरने का फैसला किया गया है। उपचुनाव में सभी वरिष्ठ नेताओं की ड्यूटी लगाई जाएगी। परिणाम के आधार पर संगठनात्मक जिम्मेदारी भी दी जा सकती है। संगठन में संघर्ष करने वाले और विश्वासपात्रों को ही तवज्जों देने की बात कही जा रही है।


नई कमेटियां गठित करेगी पार्टी 
सपा सरकार में मंत्री रहे रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि सपा के लिए अभी संघर्ष का समय चल रहा है। ऐसे में हमें भरोसेमंद और संघर्षवान पदाधिकारी चाहिए। इस बात को ध्यान में रखकर पार्टी नई कमेटियां गठित करेगी। नई कार्यकारिणी में लोकनायक के संघर्षो से प्रेरित पुराने और नए चेहरों को शामिल किया जाएगा।



सभी वर्गों का रखा जाएगा पूरा ख्याल 
उन्होंने कहा कि कमेटियों में सभी वर्गों का पूरा ख्याल रखा जाएगा. पिछड़े, अति पिछड़े, मुस्लिम और दलित वर्ग के लोगों को भी जिम्मेदारी दी जाएगी। दलित समाज के उन लोगों को जोड़ा जाएगा जो अपने वर्ग में अच्छी पैठ रखते हों। पार्टी संगठन उपचुनाव की तैयारी में मजबूती के साथ लगा हुआ है। चयन प्रक्रिया चल रही है।


वरिष्ठों के साथ ही नए प्रत्याशी भी मैदान में उतरेंगे
पूर्व मंत्री ने कहा कि हमारा संसदीय बोर्ड प्रत्याशियों के चयन में लगा हुआ है। उपचुनाव में वरिष्ठों के साथ ही नए प्रत्याशी भी मैदान में उतरेंगे। हम लोग पूरी ताकत से विरोधियों को जवाब देंगे। सपा की नई कार्यकारिणी जल्द ही घोषित होगी।


'ओवरहॉलिंग' पर अधिक फोकस
पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और बसपा से गठबंधन का प्रयोग विफल होने के बाद समाजवादी पार्टी संगठन की 'ओवरहॉलिंग' पर अधिक फोकस कर रही है। इस बार विश्वासपात्र और परिवार के जो लोग चुनाव हारे, उन्हें भी संगठन में जगह देने की कवायद चल रही है।



सबसे महत्वपूर्ण है साल 2022 का चुनाव
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक प्रेमशंकर मिश्रा का कहना है कि सपा में अब जो संगठन बनेगा, उसमें उपचुनाव छोटा हिस्सा है। इनके लिए सबसे महत्वपूर्ण है साल 2022 का चुनाव। सपा के लिए 2022 अस्तित्व की अंतिम लड़ाई है, इसलिए ऐसा संगठन बनाया जाएगा, जिसमें सब कुछ समाहित हो।


अब 'करो या मरो' की स्थित
उन्होंने कहा कि सपा के लिए अब 'करो या मरो' की स्थित है। इसलिए अब जो संगठन बनेगा, वह 2022 के चुनाव को ध्यान में रखकर ही बनेगा। अब इस पर ध्यान होगा कि जो पार्टी छोड़कर जा चुके हैं, उनकी भरपाई हो सके। जो वोटबैंक खिसक रहा है, उसे भागीदारी दी जा सके। मिश्रा ने कहा कि अति पिछड़े, सवर्ण जैसे वोटर जो वैल्यू एडिशन बढ़ाते हैं, उन्हें पार्टी से जोड़ने का प्रयास करना होगा।अखिलेश यादव को तमाम झटकों के बावजूद ऐसा संगठन बनाना होगा, जिसमें प्रभावशाली और विश्वासपात्र लोग हों। पार्टी में सबको समाहित करने के लिए सबको भागीदारी देनी होगी।


उन्होंने कहा कि परिवार के तमाम चेहरे जो चुनाव हार चुके हैं, उनकी भागीदारी संगठन में प्रमुख तौर पर दिखेगी। परिवार का समायोजन ठीक से किया जाएगा। साल 2022 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर ही शिल्पी तलाशे जाएंगे। उपचुनाव में सपा के आगे बसपा से बेहतर प्रदर्शन की चुनौती है, क्योंकि बसपा भी पहली बार उपचुनाव में उतरेगी। इसी कारण सपा उपचुनाव में छोटे दलों से भी समझौता कर उनके वोट बैंक का लाभ लेना चाहती है। यही वजह है कि ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) से गठबंधन की बातचीत चल रही है।


सूत्र बताते हैं कि अभी एक-दो दल और भी सपा से उपचुनाव के लिए संपर्क कर रहे हैं। सपा बसपा में जो पार्टी बेहतर प्रदर्शन करेगी, 2022 के विधानसभा चुनाव में उसी की बढ़त की उम्मीद जगेगी। वर्ष 2022 के लिए संगठन तैयार करते समय सपा सारी जातियों की गोट बिठाकर सबको समाहित करने का प्रयास करेगी।


कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...