गुरुवार, 22 अगस्त 2019

22 साल बाद कब्र से ज्यों कि त्‍यौं निकली लाश

बांदा।  जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां 22 साल पहले कब्र मे दफनाए गए एक शख्स का जनाजा ज्यों का त्यों पड़ा मिला है। मामला तब सामने आया जब मूसलाधार बारिश के चलते कब्रिस्तान (Graveyard) में मिट्टी कटने से एक कब्र धंस गई और उसमें 22 साल पहले दफन एक शख्स का कफन में लिपटा जनाजा़ दिखने लगा।देखते ही देखते मौके पर लोगों का हुजूम जमा हो गया। जब कफन में लिपटी लाश को निकाला गया तो वहां मौजूद सैकड़ों लोगों की आंखें हैरत से फटी रह गईं, क्योंकि 22 सालों बाद भी लाश ज्यों कि त्यों निकली। कफन तक भी मैला तक नहीं हुआ था।यह हैरतअंगेज मामला बांदा के बबेरू कस्बे के अतर्रा रोड स्थित घसिला तालाब के कब्रिस्तान से सामने आया है। यहां मूसलाधार बारिश से कई कब्रों की मिट्टी बह गई और एक कब्र में दफन जनाजा़ बाहर दिखने लगा। लोगों ने कब्रिस्तान कमेटी को इसकी जानकारी दी। कब्रिस्तान कमेटी के सदस्‍यों द्वारा जब कब्र की धंसी हुई मिट्टी को हटाकर देखा गया, तो उसमें दफनाया गया जनाजा ज्यों का त्यों पड़ा था।दरअसल, इस कब्र में 22 साल पहले 55 वर्षीय पेशे से नाई नसीर अहमद नाम के शख्स को दफनाया गया था। 22 साल बाद भी उनका जनाजा ज्यों का त्यों बना मिला। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, नसीर अहमद पुत्र अलाउद्दीन निवासी कोर्रही, थाना बिसंडा बबेरू में नाई की दुकान थी। उन्‍हें लगभग 22 साल पहले दफन किया गया था, लेकिन बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश के कारण मिट्टी कटने से कब्र धंस गई थी।यह खबर इलाके में आग की तरह फैली। देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। हालांकि, बाद में स्थानीय मौलानाओं की मौजूदगी में कब्र से जनाजा़ निकालकर देर रात उसे दूसरी कब्र में दोबारा से दफन किया गया। मृतक नसीर के एक रिश्तेदार बताते हैं कि उनका कोई बेटा नहीं था। 22 साल पहले उनका निधन हुआ था, जिसके बाद उनलोगों ने ही उनके शव को दफनाया था। लेकिन, आज उनका जनाजा मिटटी धंसने की वजह से बाहर निकल आया। न शव ख़राब हुई थी और न ही कफ़न पर कोई दाग लगा था।


यमन में अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया

सना। यमन की राजधानी सना के दक्षिणी भाग धमार में मंगलवार को अमेरिका के एमक्यू-9 ड्रोन को मार गिराया। हौथी विद्रोहियों के कब्जे वाले सना में हुई इस घटना की पुष्टि दो अमेरिकी अधिकारियों ने बुधवार को की। हाल के महीनों में ऐसी दूसरी घटना है। इससे पहले हौथी विद्रोहियों के सैन्य प्रवक्ता ने कहा था कि हमारी सेना ने अमेरिका के ड्रोन को मंगलवार को देर शाम को मार गिराया है। यह पहली बार नहीं है कि यमन में अमेरिका के ड्रोन को मार गिराया गया हो। इससे पहले जून में भी हौथी विद्रोहियों ने ईरान की मदद से अमेरिका के ड्रोन को मार गिराया था। अमेरिका बीच-बीच में यमन में मौजूद अल कायदा की शाखा अल कायदा इन अरेबियन पेनिनसुला(एक्यूएपी) के ठिकानों पर हमला करता रहता है। अल-कायदा की यमन शाखा ने हौथी विद्रोहियों और राष्ट्रपति अब्द-रबु मंसौर हादी के बीच चार साल से चल रही लड़ाई का लाभ उठाते हुए अपनी ताकत बढ़ा ली थी। एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिका का ड्रोन हथियारों से लैस था। उसे कैलिफोर्निया में स्थित कंपनी जनरल एटॉमिक्स ने बनाया था। हौथी विद्रोहियों ने जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल से उस ड्रोन को मार गिराया। हालांकि, दूसरी तरफ एक यमनी अधिकारी ने कहा कि अमेरिका को यकीन है कि हौथी विद्रोहियों को ईरान ने मिसाइल मुहैया की थी। अभी यह अस्पष्ट है कि ड्रोन को अमेरिकी सेना संचालित कर रही थी या खुफिया समुदाय कर रहा था। अमेरिका ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने इस वारदात के लिए सीधा ईरान को कसूरवार ठहराया था। जून में ईरान ने होर्मुज के जलमार्ग पर अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया था। तब भी दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। ईरान ने दावा किया कि यह ड्रोन उनकी वायुसीमा को पार करने की कोशिश कर रहा था। वहीं, अमेरिका ने तेहरान के दावे को खारिज कर दिया और ईरान के कदम को भड़काऊ करार दिया था। डोनाल्ड ट्रंप ने इसके बाद हमले के आदेश दिए थे, लेकिन कुछ समय बाद ही यह आदेश वापस ले लिया। अमेरिका ने पिछले साल वैश्विक ताकतों के साथ हुई परमाणु संधि को तोड़ दिया था। ईरान पर एकतरफा आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए थे। दोनों पक्षों के बीच बातचीत के आसार हैं लेकिन ईरान ने कहा कि वह प्रतिबंधों के हटने पर ही बातचीत करेगा। ट्रंप भी बातचीत के लिए कई बार संकेत दे चुके हैं। अमेरिकी ड्रोन पर हुए हमले पर यूएस मिलिट्री सेंट्रल कमांड ने कहा कि हम इस बात पर पूरी तरह से स्पष्ट हैं कि यह हमला ईरान ने कराया है। ईरान आतंकियों और विद्रोहियों की मदद कर रहा है। इसकी वजह से उस पूरे इलाके में संतुलन और शांति स्थापित नहीं हो पा रहा है. वहीं, अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता गैरेट मार्किस ने कहा कि यह हमला ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों ने किया है। इलाके का संतुलन बिगाड़ने के लिए ईरान ऐसी हरकत कर रहा है। जबकि, ईरान ने कहा कि अमेरिका के आरोप गलत है। खाड़ी देश अरब हौथी विद्रोहियों को सैन्य और आर्थिक मदद कर रहा है। जबकि, आरोप ईरान पर लगाया जा रहा है।


ठंडा द्वीप खरीदना चाहते थे राष्ट्रपति ट्रंप

 ठंडा द्वीप खरीदना चाहते थे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप। डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेडरिक्सन ने किया इनकार। डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस के सलाहकारों से ली थी राय। न्यूयॉर्क। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अचानक यह घोषणा की कि वे डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेडरिक्सन के साथ होने वाली बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे। इससे पहले मेट ने अमेरिकी राष्ट्रपति को स्पष्ट कर दिया कि वे ग्रीनलैंड पर कोई भी सौदा करने को तैयार नहीं है। हालांकि ग्रीनलैंड खरीदने की रिपोर्ट को ट्रंप ने गैर प्राथमिक बताया लेकिन उनका मेट के साथ बैठक में न जाना डेनमार्क पीएम के इनकार से जोड़ा जा रहा है। दरअसल, ट्रंप ग्रीनलैंड खरीदने के लिए मेट से बातचीत करना चाहते थे। लेकिन मेट ने ट्रंप से कह दिया कि उन्हें ग्रीनलैंड बेचने पर कोई बात नहीं करनी। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्वीट किया कि वे दो हफ्ते बाद होने वाली मीटिंग को किसी अन्य दिन के लिए टाल रहे हैं। ट्रंप ने लिखा, प्रधानमंत्री मेट ने ग्रीनलैंड के मामले पर सीधे बात कर अमेरिका और डेनमार्क दोनों का समय और कोशिशें बचा लीं। मैं इसके लिए उनका शुक्रिया अदा करता हूं। अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने खुलासा किया था कि ट्रंप ग्रीनलैंड को खरीदना चाहते हैं। वे इसको लेकर गंभीर हैं और उन्होंने इस संबंध में व्हाइट हाउस के सलाहकारों से राय ली है। डेनिश शाही घराने को 'हैरानी'। डेनिश प्रधानमंत्री के ग्रीनलैंड को बेचने से इनकार करने और एक 'बकवास' विचार कहने के बाद ट्रंप के डेनमार्क दौरे को रद्द करने पर देश का शाही घराना हैरान है। प्रवक्ता लिने बाल्बेट ने बताया कि शाही राज घराने ने औपचारिक रूप से ट्रंप को यूरोपीय यात्रा के हिस्से के रूप में दो और तीन सितंबर को डेनमार्क के लिए आमंत्रित किया था।


अवैध संबंध:जूतों का हार पहना कर घुमाया

करनाल। डीएसपी राजीव कुमार ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है। उन्होंने दावा किया कि मामले की जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। कुमार ने कहा, 'जरूरत पड़ी तो किशोर को स्वास्थ्य सुविधा भी हम मुहैया कराएंगे। हम उन्हें हरसंभव मदद की कोशिश कर रहे हैं।


गांव के पूर्व प्रधान ने बताया, 'महिला बिहार की रहने वाली है। लड़का अभी 12वीं का छात्र है। पंचायत की बैठक की जानकारी तो मुझे है लेकिन उसमें क्या निर्णय हुआ, उसके बारे में मैं कुछ नहीं जानता हूं। मैंने वायरल विडियो भी नहीं देखा है। महिला शादीशुदा है और उसके बच्चे भी हैं। दोनों की जाति भी अलग है। उधर, लड़के के पिता का कहना है कि यह बंजारा समुदाय के लोगों ने किया है। उन्होंने कहा कि सरपंच महिला और मेरे बेटे को जूतों की माला पहनाने और गांव में घुमाने के खिलाफ थे।


किशोर के परिवारवालों का कहना है कि उन्होंने इसका एक विडियो भी बनाया है। लड़के के चाचा ने कहा, 'महिला का पति ट्रांसजेंडर है। वह नाचता है और रामलीला में भूमिकाएं निभाता है। समुदाय के लोगों ने महिला और मेरे भतीजे को जूतों की माला पहनने और गांव में घूमने के लिए मजबूर किया।' परिवारवालों ने आरोप लगाया कि स्थानीय लोग उनके बेटे को मार देना चाहते थे।


ट्रस्ट ने बाढ़ पीड़ितों को वितरित किया भोजन

नई दिल्ली। गुरुवार को गनी चैरिटेबल ट्रस्ट के सौजन्य से दिल्ली के बाढ़ पीड़ितों के सहायतार्थ कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
कार्यक्रम में बाढ़ पीड़ित महिलाओं, बच्चों, सहित सभी पीड़ित जरूरत मंद लगभग 200 लोगों को सुबह 10 -30 बजे लंच पैकेट वितरित किया गया।इस कार्यक्रम में उपस्थित बरिष्ठ समाज सेवी डॉ आरके भटनागर ने कहा गरीबों और असहायों को ऐसे ही मौके पर मददगारों की जरूरत होती है।ऐसे में गनी चैरिटेबल ट्रस्ट ने आज जो ये पुनीत कार्य किया है।ऐसे ही और भी स्वयं सेवी,समाजसेवी, लोगों को इन गरीबों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ अब्दुल गनी ने कहा कि सिर्फ आज ही नहीं आगे भी हमारा ट्रस्ट,अपनी टीम के साथ निस्वार्थ सेवा करता रहेगा। सामाजिक और आर्थिक विकास से कोसों दूर समाज के गरीब असहाय लोगों की सेवा करने में ट्रस्ट कभी पीछे नहीं रहेगा ।
इस अवसर हिंदी न्यूज़ पेपर मिशन सन्देश के संपादक सईद पठान, स्वाती कन्नौजिया,बाला शर्मा, सिकंदर अकील मिर्ज़ा, हरिओम शर्मा,ईशान अंसारी,चंद्रमोहन सिंह,आदि लोग
 उपस्थित रहे।


जिला अस्पताल में चालू होगी एमआरआई सेवा

जिला अस्पताल में जल्द चालू होगी एमआरआई सेवा -डीएम


गोण्डा। जिला अस्पताल में जल्द ही एमआरआई और डायलिसिस सेवा शुरू होगी। एमआरआआई कक्ष का निर्माण तेजी से चल रहा है। अब जिले के मरीजों को एमआरआई जैसी सुविधाओं के लिए बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। यह बातें डीएम डा0 नितिन बंसल ने कही हैंै।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य सेवाओं का महत्व बताते हुए कहा है कि व्यक्ति अपने जीवन को गतिमान एवं विकसित बनाये रखने के लिए मूलभूत आवश्यकताओं शिक्षा, स्वास्थ्य, आवागमन के साधन, सड़क, आवास जल की उपलब्धता आवश्यक खाद्यान्न, रोजगार आदि संसाधनों की सुविधा पर बल देता है। इन आवश्यकताओं में चिकित्सा सुविधा भी उतनी ही आवश्यक है जितनी अन्य मूलभूत आवश्यकताएं। वर्तमान समय की जीवनशैली एवं पर्यावरणीय प्रदूषण के कारण हर आयु वर्ग को स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओ का सामना करना पडता है। प्रदेश की जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए योगी सरकार ने न केवल शहरी अपितु ग्रामीण  स्तर तक अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही है। प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक सरकार द्वारा चलायी जा रही हर योजना के लाभ को पहुंचाने के लिए अपने संकल्प के प्रति दृढ़ है। इसी दिशा में जहां एक ओर स्वास्थ्य सुविधाएं निरन्तर बेहतर की जा रही हैं वहीं दूसरी ओर पर्यावरण को शुद्ध करने के उद्देश्य के लिए प्रदेश भर में 22 करोड़ पौधो का रोपण करने का लक्ष्य भी रखा जिसके सापेक्ष 22 करोड़ 59 लाख पौधों का रोपण कर प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी का भी वहन किया है।
प्रदेश सरकार ने प्रदेश वासियों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने क लिए अनेक प्रकार की योजनाएं एवं कार्यक्रम संचालित किये हंै, जिनमें दवाइयों की उपलब्धता के साथ ही अस्पतालों की गुणवत्ता में सुधार करना भी शामिल है, मरीजों को समुचित इलाज मुहैया कराने एवं उनको होने वाली असुविधा को दूर करने के उद्देश्य से सभी जनपद स्तरीय अस्पतालों में हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है, जहां कार्यरत कर्मचारियों द्वारा चिकित्सालय में आने वाले मरीजों से शिकायत व सुझाव प्राप्त कर सम्बन्धित अधिकारियों के माध्यम से निराकरण की उचित व्यवस्था की गयी है। मुख्यमंत्री ने मुुख्य चिकित्सा अधिकारी/मुख्य चिकित्सा अधीक्षक अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करने के साथ ही साथ निरीक्षण के समय जनमानस से हेल्प-डेस्क द्वारा प्रदान की जा रही सेवाआंे की गुणवत्ता के सम्बन्ध मंे जानकारी प्राप्त करने के भी निर्देश दिये हैं।
इसी प्रकार सभी चिकित्सालयों को क्वालिटी एश्योरेन्स कार्यक्रम के अन्तर्गत नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन प्राप्त करने के निर्देश दिये गये हैं, जिसके माध्यम से अस्पतालों की गुणवत्ता में उत्तरोत्तर सुधार किया जा सके। उसी प्रकार प्रदेश की समस्त चिकित्सा इकाइंयों को कायाकल्प-अवार्ड योजना में अवार्ड प्राप्त करने के निर्देश दिये गये हैं।
प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के साथ ही साथ बायोमेडिकल वेस्ट एवं चिकित्सालयों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दे रही है। सभी प्राथमिक, सामुदायिक जिला चिकित्सालयों में साफ-सफाई एवं बायामेडिकल वेस्ट का निस्तारण समुचित ढ़ंग से  किया जा रहा है। प्रदेश के समस्त ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं एवं बीमार शिशुओं को चिकित्सीय सेवा एवं वापसी की सुविधा के लिए 102 नेशनल एम्बुलेंस सेवा के अन्तर्गत प्रदान की जा रही है। प्रदेश में 2270 एम्बुलेन्स क्रियाशील हैं। इसी प्रकार 1488 एम्बुलेंस 108 एम्बुलेंस सेवा के अन्तर्गत क्रियाशील हैं, जो सड़क दुर्घटना, हृदयघात, प्रसव सम्बन्धी जटिलता, दैवी आपदा आदि आकस्मिकताओं में चिकित्सासेवा उपलब्ध करा रहे हैं। प्रदेश में 250 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस सेवा के माध्यम से गम्भीर रोगियों  को चिकित्सा सेवा एवं रेफरल परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही हैं। प्रदेश के कई ऐसे क्षेत्र हैं जो असेवित व सुदूरवर्ती हैं ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर रोगियों का निदान, जांच तथा प्राथमिक उपचार की सुविधा मुहैया कराने के लिए 125 नेशनल मोबाइल मेडिकल यूनिट क्रियाशील हैं। शव परिवहन की सुविधा प्रदान करने के लिए 193 शव वाहन प्रदेश में क्रियाशील हैं, जो सी0एम0ओ0 व सी0एम0एस0 के नियन्त्रणाधीन हैं।
 वर्तमान समय में विभिन्न रोगो की आधुनिक मशीनों से जांच, परीक्षण कर आम जनता के रोगों, गम्भीर रोगों के इलाज करने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रोक्योरमेण्ट सेवायें संचालित की हैं। प्रदेश के 40 जिला चिकित्सालयों में निःशुल्क सीटी स्कैन सुविधा मरीजों को दी जा रही है। 33 जनपदों में जिला चिकित्सालयों में निःशुल्क डायलिसिस सेवा, 297 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में निःशुल्क टेलीरेडियोलाॅजी की सुविधा, 80 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में निःशुल्क टेलीमेडिसिन तथा 104 टेलीकन्सलटेशन के माध्यम से मरीजों का इलाज किया जा रहा है। प्रदेश के समस्त जनपद स्तरीय स्वास्थ्य चिकित्सा इकाइयों में मेसर्स सायरिक्स हेल्थ केयर के द्वारा बायोमेडिकल इक्यूपमेण्ट उपकरणों का रख-रखाव भी किया जा रहा है।


आवास विकास परिषद की फाइलें जली

अकांशु उपाध्याय


गाजियाबाद। कल रात आवास विकास परिषद के अधिकारियो ने रात करीब 8 बजे कई महत्वपूर्ण फ़ाइलो को आग के हवाले कराया मंडोला विहार योजना से प्रभावित धरनारत किसान जो कि 2 दिसम्बर 2016 से अपनी अधिग्रहित जमीन के उचित मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठे है। धरनारत किसानो का आरोप है कि परिषद के भृष्ट अधिकारियो ने रद्दी कागजो की आड़ में महत्वपूर्ण फाइलो को जलाया है। जिसकी जाँच होनी चाहिए रात करीब 8 बजे धरने पर बैठे किसानो ने आवास विकास परिषद के कार्यालय की दीवार के पास धुआं उड़ता देखा तो किसान दौड़कर धुंए की तरफ को दौड़े तो देखा कि परिषद कार्यालय की दीवार के पीछे आवास विकास परिषद के कुछ कर्मचारी फाइल व् अन्य कागजात ढेर लगाकर जला रहे हैं जब धरनारत किसान मौके पर पहुँचे तो फाइलो का ढेर लगभग जलकर राख हो चूका था जैसे किसान अपने मोबाइल फोन से जलती फाइलो के फोटो खीचने लगे तो सभी कर्मचारी  भाग खड़े हुए । कुछ कागजात किसानो द्वारा आग से बचा लिए गए जो कागजात धरनारत किसानो द्वारा बचाये गए उनमे लगभग सभी आदेश व् प्रत्यावेदन 2017 के हैं। 2017 में ही मंडोला योजना के आवास विकास परिषद कार्यालय में आग लगी थी। जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि परिषद के भृष्ट अधिकारियों ने  ही  महत्वपूर्ण फाइलो  को नष्ट करने के उद्देश्य से कार्यालय की एक यूनिट को 2017 में जलाकर राख कर दिया होगा ।तत्कालीन जॉइंट कमिश्नर ने भी कुछ अधिकारियो द्वारा मिटटी बिक्री घोटाले व् भ्र्ष्टाचार की जाँच के आदेश दिए थे लेकिन जाँच कहाँ दफन हो गयी। इसका कुछ पता ही नही चला ।कल रात जलाई गई फाइलो का कार्यालय में लगी आग से जरूर कोई सम्बन्ध है इसकी जाँच होनी चाहिए।


'पहलवान' का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज

सुनील शेट्टी की फिल्म पहलवान का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज


मुंबई । कन्नड़ सुपरस्टार किच्चा सुदीप और सुनील शेट्टी की फिल्म पहलवान का ट्रेलर रिलीज हो गया है। फिल्म पहलवान का ट्रेलर काफी धमाकेदार है। किच्चा सुदीप की अपकमिंग फिल्म पहलवान का ट्रेलर एक्शन और थ्रिलर से भरपूर है, जिसमें सुनील शेट्टी भी काफी दमदार रोल में नजर आ रहे हैं।


फिल्म के ट्रेलर से पहले पहलवान के गाने रिलीज किए जा चुके हैं। हाल ही में 15 अगस्त के मौके पर फिल्म पहलवान का सैयारे सॉन्ग रिलीज किया गया था, जिसे सिंगर अर्जुन जनाया ने अपनी आवाज में गाया था। किच्चा सुदीप की फिल्म पहलवान का ट्रेलर बहुत ही दमदार है, जिसमें, इमोशन्स और ड्रामा के साथ कुश्ती भी देखने को मिल रही है।पहलवान के ट्रेलर में किच्चा पहलवानी और रेसलिंग करते नजर आ रहे हैं। वहीं सुनील शेट्टी फिल्म पहलवान के ट्रेलर में किच्चा के गुरु के रोल में नजर आ रहे है। फिल्म पहलवान के ट्रेलर में किच्चा रेसलिंग के रिंग में कबीर दुहन सिंह के साथ दो-दो हाथ करते दिख रहे हैं।


सीएससी के पास में मिली नवजात बच्‍ची

कुशीनगर रामकोला सीएचसी के बगल में नवजात शिशु बच्ची बोरे में मिली


कुशीनगर। रामकोला बुधवार के दिन तड़के सुबह के वक्त लावारिस रूप में मिली नवजात शिशु जिसको एक दंपति ने पालन पोषण के लिए अपना लिया है।
बताते चले कि उपनगर रामकोला के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के सटे उत्तरी बाउंड्री वाल के बाहर रेलवे लाइन के किनारे बोरी पर सुलाई हुई एक नवजात शिशु पड़ी हुई थी जिसको कुछ महिलाओं।ने देखा।जिसके बाद पूरे उपनगर में सनसनीखेज के रुप मे फैल गई । नवजात शिशु।को देखने के लिए सैकड़ों लोगोंका जमावड़ा लग गया जिसके बाद वार्ड नं 10 फिटर।लाईन निवासी अमरावती देवी ने शिशु को उठाकर सामुदायिक।स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गयी जहाँ डॉ रजनीश श्रीवास्तव ने शिशु की उपचार किया एवं वताया कि  शिशु का जन्म करीब 3 घंटे पहले हुआ है। उपचार उपरांत अमरावती देवी ने शिशु को पालन पोषण करने के लिए लोगों के सहमति से लेकर चली गयी पर वह मौजूद लोगों ने सवालिया निशाना सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र पर दागते रहे कि कही इसी स्वस्थ्य केंद्र पर सायद बच्ची को पैदा कराकर तो नही न फेका गया हैं। इस कि जब जानकारी सीएमओ से ली गई सीएमओ ने कहा यदि सीएचसी के बगल के घटना यदि है। स्वास्थ्य विभाग में तैनात किसी स्वास्थ्य संलिप्तता होने पर होगी सख्त कार्रवाई।


प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतरे व्यापारी

सड़क की मांग को लेकर प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतरे पाली के व्यापारी,चक्काजाम आरंभ


कोरबा,पाली। पाली नगर से गुजरी मुख्यमार्ग की दयनीय हालत को लेकर अंततः पाली के व्यपारी सड़क की मांग को लेकर सड़क पर उतर ही आए।और चक्काजाम आरंभ कर दिया।बारिश में जर्जर हुए सड़क का पूर्ण मरम्मत कार्य को लेकर मुख्यमार्ग किनारे स्थित संस्थानों के संचालकों द्वारा पूर्व में भी प्रशासन को अल्टीमेटम दिया गया था।लेकिन महज खानापूर्ति स्वरुप किया गया मरम्मत कार्य से सड़क की हालत और भी दयनीय हो चली।प्रशासन को दिए गए अल्टीमेटम के अनुसार 22 अगस्त से पूर्व सड़क की पूर्णतः मरम्मत की मांग व्यपारियों द्वारा की गई थी।लेकिन ऐसा नही होने के फलस्वरूप आज नगर के व्यपारीबंधु आंदोलन की और मुखर हो गए और सुबह 10 बजे गांधी चौक के पास धरना प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया।जहाँ मौके पर पहुँचे कटघोरा एसडीएम के साथ धरनास्थल पर ही बैठक कर शीघ्र सड़क मरम्मत किये जाने का आश्वासन दिया गया।लेकिन व्यपारी उक्त आश्वासन से सहमत नही हुए और एकाएक सड़क पर उतर आए तथा चक्काजाम आरंभ कर दिया।समाचार लिखे जाने तक चक्काजाम जारी है तथा सड़क के दोनों और वाहनों की लंबी कतार लग गई है जो समय के साथ बढ़ती ही जा रही है।व्यपारियों की मांग है कि आश्वासन नही तत्काल सड़क का पूर्णतः मरम्मत किया जाना प्रारंभ किया जाए और जल्द ही नगर के भीतर से गुजरी मुख्यमार्ग का काँक्रीटिंग कार्य किया जाए।मौके पर उपस्थित एसडीएम द्वारा आंदोलन में बैठे व्यपारियों को मनाने का प्रयास लगभग जारी है।देखना है कि प्रशासन व्यपारियों की मांग पर सड़क सुधार को लेकर कितने समय में क्या फैसला लेती है।


एक महिला सहित चार नक्सली गिरफ्तार

जगदलपुर |  सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर औऱ नक्सलियों की खोखली विधारधारा से तंग आकर एक महिला नक्सली समेत चार इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है | दो जनमिलिशिया कमांडरों पर एक -एक लाख इनाम घोषित है | जिन्होंने दंतेवाड़ा SP के समक्ष किया आत्मसमर्पण । दोनो नक्सली सन्नू कुंजाम और बुधराम मरावी गंगालूर एरिया कमेटी में सक्रिय थे । दोनो नक्सली पुलिस फोर्स को नुकसान पहुचाने के लिए आइईडी लगाने और दर्जनों वाहनों में आगजनी के मामले में शामिल थे । इन नक्सलियो के समर्पण से कई और अन्य खुलासे होने का दावा दंतेवाड़ा पुलिस ने की ।


वही जगदलपुर में दो नक्सलियों ने बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा और बस्तर पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा के समक्ष आत्मसमर्पण किया है । समर्पित नक्सलियों में एक महिला नक्सली भी शामिल है ।  समर्पित दोनों नक्सली मंजू मंडावी उर्फ सिरिसा और सोनारू पोयाम उर्फ अमन राहुल एरिया कमिटी के सदस्य तथा एलओएस कमांडर  इलाके के हैं औऱ लंबे समय से नक्सली संगठन में कार्य कर रहे थे | ये नक्सली कई वारदातों में शामिल भी रहें हैं । समर्पित नक्सली पर छत्तीसगढ़ सरकार ने ईनाम भी घोषित रखा था । बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा ने समर्पित दोनों नक्सली को 10 – 10 हज़ार रुपये का प्रोत्साहन राशि प्रदान कर जीवन के मुख्यधारा में जुड़ने का स्वागत किया है ।


सरकार 370 केंद्रों पर बताएगी,हटाई 370

हर्मेश भाटिया


नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बड़ा फैसला किया है। भाजपा ने पूरे देश में जन जागरण और संपर्क अभियान चलाने का फैसला किया है। इस कार्यक्रम में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, वरिष्ठ मंत्री और मुख्यमंत्री भी हिस्सा लेंगे। इस आयोजन को लेकर आज बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई।पार्टी इस अभियान के तहत देश भर में 370 जगहों पर जनसंपर्क अभियान चलाएगी। इस कार्यक्रम की तैयारी के लिए दो समितियां बनाई गई हैं। जनसंपर्क अभियान की अगुवाई भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रधान करेंगे जबकि जन जागरण अभियान की अगुवाई का जिम्मा गजेंद्र सिंह शेखावत को दिया गया है।


संपर्क अभियान में देश भर में अलग-अलग क्षेत्रों के दो हजार प्रबुद्ध लोगों से संपर्क कर बताया जाएगा कि अनुच्छेद 370 क्यों हटाया गया और इसका क्या परिणाम होगा। चुने गए प्रबद्ध लोगों से पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मिलेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान देश भर में छोटी-छोटी सभाओं का भी आयोजन होगा। यह सभी कार्यक्रम 1 सितंबर से 30 सितंबर के बीच आयोजित किए जाएंगे।


सरकारी तेल कंपनियों के लाभ में गिरावट

चारों बड़ी सरकारी तेल कंपनियों के लाभ में लगातार होती जा रही है कमी


नई दिल्‍ली। ओएनजीसी कुछ समय पहले तक लगातारमुनाफा कमा रही कर्ज मुक्त कंपनी थी। नगदी के मामले में भी कंपनी का उदाहरण दियाजाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। पिछले कुछ सालों से ओएनजीसी पर दूसरी कंपनियों मेंनिवेश के लिए दबाव डाला जा रहा है। इसके लिए ओएनजीसी को कर्ज भी लेना पड़ा।मोदी सरकार में देश की सबसे फायदे वाली तेल कंपनियों पर भी खतरा बढ़ता जा रहा है। ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ओएनजीसी) को छोड़कर चारों बड़ी सरकारी तेल कंपनियों के लाभ में कमी आई है। लेकिन पहली बार लोन लेने और दूसरी कंपनियों में निवेश के साथ-साथ कैश रिजर्व काफी कम होने के कारण ओएनजीसी ज्यादा विवादों में रही है।


वहीं, देश की प्रमुख निजी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के तेल बिजनेस का न केवल मुनाफा बढ़ा है बल्कि वह देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी बन गई है। पिछले एक पखवाड़े के दौरान ब्रिटेन की रिटेल कंपनी बीपी और दुबई की कच्चा तेल सप्लाई करने वाली कंपनी आरामको के साथ हुए समझौते के बाद रिलायंस का तेल सेक्टर पर एकछत्र राज हो जाएगा।शुरुआत करते हैं देश की सबसे बड़ी सरकारी तेल कंपनी ओएनजीसी से। ओएनजीसी कुछ समय पहले तक लगातार मुनाफा कमा रही कर्ज मुक्त कंपनी थी। नगदी के मामले में भी कंपनी का उदाहरण दिया जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। पिछले कुछ सालों से ओएनजीसी पर दूसरी कंपनियों में निवेश के लिए दबाव डाला जा रहा है। इसके लिए ओएनजीसी को कर्ज भी लेना पड़ा।


गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन के अधिग्रहण को लेकर ओएनजीसी के कदम को लेकर काफी आलोचना का सामना करना पड़ा। विशेषज्ञों की मानें, तो कंपनी की हालत बिगड़ने में इस कदम का बड़ा हाथ रहा। अगस्त, 2017 में कर्ज में डूबी गुजरात की इस कंपनी का 80 फीसदी ओएनजीसी ने खरीद लिया। इसके लिए ओएनजीसी ने 7,560 करोड़ रुपये का भुगतान किया। बीते बजट सत्र के दौरान 3 जुलाई, 2019 को राज्यसभा में इस डील पर सवाल उठाते हुए सदस्य मनीष गुप्ता ने पूछा कि क्या सरकार के अपने विनिवेश का लक्ष्य हासिल करने के लिए गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड में हिस्सेदारी खरीदने के लिए ओएनजीसी को बैंकों से लोन लेना पड़ा। इस पर पेट्रोलियम मंत्री ने माना कि गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन का 7560 करोड़ रुपये के भुगतान के लिए टर्म डिपोजिट के अगेंस्ट लोन लेना पड़ा।इसी तरह, ओएनजीसी ने जनवरी, 2018 में हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) में 51.11 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए 36,915 करोड़ रुपये का भुगतान किया। इनमें 12,034 करोड़ रुपये कंपनी ने आंतरिक कोष और शेष 24,881 करोड़ रुपये वाणिज्यिक बैंकों से कर्ज लिया था।


मनीष गुप्ता का दूसरा सवाल था कि क्या इस उधार की वजह से ओएनजीसी की आर्थिक स्थिति खराब हुई और कंपनी के सामने पहली बार नगदी का संकट खड़ा हो गया है? इसके जवाब में सरकार ने बताया कि ओएनजीसी के पास 31 मार्च, 2019 तक नगदी और बैंक बैलेंस के रूप में 504 करोड़ रुपये था और कंपनी की साख देखते हुए उसे अपनी वर्किंग कैपिटल (कार्यशील पूंजी) के लिए लोन मिल सकता है। जब इस जवाब की पड़ताल के लिए नवजीवन ने ओएनजीसी की वार्षिक रिपोर्ट 2018- 19 का अध्ययन किया तो पता चला कि 31 मार्च, 2019 तक कंपनी के पास नगदी के रूप में केवल 17.97 करोड़ रुपये थे, जबकि बैंक बैलेंस 486 करोड़ रुपये था।


रिपोर्ट के मुताबिक, ओएनजीसी के पास 2017-18 में 29.60 करोड़ रुपये नगद और 983 करोड़ बैंक में थे। और अगर पांच साल पहले, यानी 31 मार्च, 2014 की बात की जाए तो उस समय वर्किंग कैपिटल के तौर पर ओएनजीसी के पास 10,798 करोड़ रुपये नगदी और इतना ही बैंक बैलेंस था।
सरकार जमकर प्रचारित कर रही है कि ओएनजीसी का फायदा बढ़ गया है। ओएनजीसी को 2018-19 में करों का भुगतान करने के बाद 26,715 करोड़ रुपये का कुल मुनाफा हुआ जबकि 2017-18 में कंपनी को 19,945 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। पर ओएनजीसी की पुरानी वार्षिक रिपोर्ट खंगालें तो देख सकते हैं कि यह किस तरह कम है। कंपनी को 2013-14 में 22,094 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। नरेंद्र मोदी के सत्ता संभालने के बाद लगातार दो साल यह कम हुआ। 2015-16 में कंपनी का मुनाफा घटकर 16,139 करोड़ तक पहुंच गया। अब जब सरकार यह शेखी बघार रही है कि कंपनी को 2018- 19 में भारी मुनाफा हुआ है तो उसी कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट बताती है कि 2011-12 में कंपनी को 25,122 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।


इन सबके अलावा ओएनजीसी के संसाधनों और कारोबार का निजीकरण भी शुरू किया गया है। राज्यसभा में 13 फरवरी, 2019 को इस बाबत सवाल किया गया कि क्या हाइड्रो कार्बन महानिदेशालय (डीजीएच) ने ओएनजीसी और ऑयल इंडिया लिमिटेड के ऑयल प्रोड्यूसिंग फील्ड (ऐसे स्थान, जहां से तेल निकाला जाता है) की पहचान की है जिन्हें निजी सेक्टर को सौंपने का निर्णय लिया गया है? इस पर पेट्रोलियम मंत्री अशोक प्रधान ने जवाब दिया कि ऐसा तेल का उत्पादन बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। वहीं, इस बारे में 17 जुलाई, 2019 को भी एक सवाल पूछा गया कि क्या केंद्र सरकार ने निजी कंपनियों को ओएनजीसी और ऑयल इंडिया लिमिटेड के तेल क्षेत्रों को बेचने का निर्णय लिया है? तब सरकार ने बताया कि 66 छोटे एवं सीमांत फील्ड की रेवेन्यू शेयरिंग बेसिस पर नीलामी की गई है।
सरकार का तर्क है कि ये ऐसे फील्ड हैं जो ओएनजीसी और ऑयल इंडिया लिमिटेड के तो हैं लेकिन कई साल से यहां कोई उत्पादन नहीं हो रहा है। सरकार ने दावा किया कि उसका मकसद निजीकरण नहीं बल्कि प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना है, इसलिए सरकारी कंपनियों को भी टेंडर करने के लिए कहा गया है। लेकिन सरकार ने अपने जवाब के साथ टेंडर हासिल करने वाली कंपनियों की जो सूची संलग्न की है, उससे पता चलता है कि 66 में से 46 ऑयल फील्ड निजी कंपनियों को सौंप दी गई हैं। इनमें कई कंपनियां नई-नई हैं और उनकी शुरुआत 2015 के बाद हुई है।


अन्य कंपनियों का हाल और भी बुरा



  1. भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) का लाभ पिछले दो सालों से कम हो रहा है। कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट बताती है कि 2018-19 में बीपीसीएल को कर का भुगतान करने के बाद 7132 करोड़ रुपये का लाभ हुआ। यह पिछले साल के मुकाबले 844 करोड़ रुपये कम है। बीपीसीएल को 2017-18 में 7976 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ जबकि उससे पहले 2016-17 में 8039 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इससे पहले बीपीसीएल का मुनाफा 2011-12 से लगातार बढ़ रहा था। 2011- 12 में कंपनी को 1,311 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था।
    इसी तरह हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपीसीएल) के मुनाफे में भी कमी आई। इसे 2016-17 में 6,209 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था जो 2017-18 में बढ़कर 6,357 करोड़ रुपये हो गया। लेकिन 2018-19 में यह घटकर 6029 करोड़ रुपये रह गया। ।


भीम आर्मी चीफ 'रावण' गिरफ्तार किया

नई दिल्ली। दिल्ली के तुगलकाबाद में बुधवार रात हुई हिंसा में भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर आजाद उर्फ रावण को गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार सुबह पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया। दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ पैरामिलिट्री फोर्स को भी तैनात किया गया। तुगलकाबाद हिंसा के दौरान बुधवार रात 15 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए थे और दर्जनों गाड़ियों में तोड़-फोड़ की गई थी। पुलिस ने गिरफ्तार सभी 91 आरोपियों पर दंगा फैलाना, सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया है। सभी आरोपियों को गुरुवार साकेत कोर्ट में पेश किया गया जाएगा।


तुगलकाबाद इलाके में रविदास मंदिर तोड़े जाने के खिलाफ बुधवार शाम दलित समाज के लोगों ने रामलीला मैदान में विशाल प्रदर्शन किया। इस आंदोलन में दलित समुदाय के नेता और भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर मौजूद थे। इस मौके पर दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्रपाल गौतम भी मौजूद थे। इस विरोध प्रदर्शन में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से दलित समुदाय के सैकड़ों लोग भी शामिल हुए। इसके बाद कई घंटे तक जमकर बवाल हुआ। रामलीला मैदान में रैली के बाद हजारों की संख्या में दलित समुदाय के लोग तुगलकाबाद पहुंचे और पत्थरबाजी शुरू कर दी। हिंसा के दौरान 15 पुलिसकर्मी समेत दर्जनभर लोग जख्मी हो गए। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने लाठियां भांजी और कई राउंड हवाई फायरिंग की। इलाके में अर्धसैनिक बलों को भी तैनात कर दिया गया है।. भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर लिया गया।. गोविंदपुरी थाने में केस दर्ज किया गया है। कई और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।


संस्था:महिला सशक्तिकरण हेतु कार्यक्रम

गोपीचंद सैनी


बागपत-बडौत। मन्नीराम जूनियर हाईस्कूल ग्राम कोताना, बागपत में कल्याण भारती सेवा संस्थान तत्वावधान में महिला सशक्तिकरण हेतु सामाजिक जागरूकता पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। क्रार्यक्रम में संस्थान के समूहों में उत्तम समूह कार्य करने वाली सोमवती सैनी, आरती सैनी, रीता, जयबति, ज्योति, नेमवती को पुरस्कृत किया गया।कार्यक्रम का संचालन करते हुये संस्थान के पर्वेक्षक प्रेमचन्द सैनी ने महिलाओं की समस्याओं को सुना और संस्थान के प्रबन्ध निदेशक गोपी चन्द सैनी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समस्‍या निवारण हेतु सुझाव दिये। संस्थान की ओर से आवश्यक सहायता का आस्वासन दिया। कार्यक्रम में उपस्थित सदस्य गण- नीतू, ललिता, मितलेश, अनिता, ममता, मुनेश, प्रतिक्षा, शकुंतला, सुजाता आदि अन्य महिलायें उपस्थित रही।


माध्यमिक शिक्षा संघ की बैठक संपन्न

बांदा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ जनपद बांदा की जिला कार्यकारिणी की बैठक आदर्श बजरंग इंटर कॉलेज बांदा में संपन्न हुई। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षक विधायक सुरेश कुमार त्रिपाठी जिला अध्यक्ष, राजेश तिवारी जिला मंत्री, अजीत सिंह एवं पूर्व जिला अध्यक्ष जमुना प्रसाद पांडे, राज चौबे, राम प्रताप सिंह परिहार, देवव्रत पांडे पूर्व जिला मंत्री श्री राघवेंद्र सिंह, देशराज सिंह व्यवसायिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष जितेंद्र सिंह एवं कई विद्यालयों के सम्मानित प्रधानाचार्य एवं जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों सक्रिय साथियों ने प्रतिभाग किया। बैठक में  विनोद सिंह जिला विद्यालय निरीक्षक बांदा ने पहुंचकर शिक्षकों का मार्गदर्शन किया। माननीय विधायक ने अपने उद्बोधन में पुरानी पेंशन की बहाली, वित्तविहीन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन चिकित्सा सुविधा आज के लिए संघर्ष का आवाहन किया। उन्होंने कहा कि संगठन इन समस्याओं के लिए महा संगठन के बैनर तले शीघ्र ही आंदोलन प्रारंभ करने वाले हैं। आप सभी संघर्ष के लिए तैयार रहें साथ में मैं स्वयं मेजर मिथिलेश कुमार पांडे मंडली मंत्री चित्रकूट धाम मंडल बांदा प्रधानाचार्य आदर्श बजरंग इंटर कॉलेज बांदा भी उपस्थित रहे ।


बदले की भावना से की कार्रवाई:सुरजेवाला

नई दिल्ली । आईएनएक्स मीडिया से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी बने पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम को बुधवार की रात सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया। पी चिदंबरम को गिरफ्तार किए जाने के बाद आज कांग्रेस की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, जिसमें पार्टी ने आरोप लगाया कि चिदंबरम के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की गई है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पिछले दो दिनों में लोकतंत्र की हत्या हुई है।


के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीते कुछ दिनों में देश ने लोकतंत्र का गला घुटते हुए देखा है। जिस तरह से पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के खिलाफ कार्रवाई की गई है, उससे साफ जाहिर होता है कि मोदी सरकार उनके खिलाफ राजनीतिक द्वेष से काम कर रही है।सुरजेवाला ने कहा कि कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। एक तरफ देश की अर्थव्यवस्था गर्त में जा रही है, यही कारण है कि मोदी सरकार लोगों को ध्यान भटकाने के लिए इस तरह का कार्रवाई कर रही है। के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र की सत्तासीन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह सीबीआई और ईडी का दुरुपयोग कर रही है।


सास-बहू के बीच प्रेम बढ़ेगा:धनु

राशिफल


मेष-सारे काम समय पर पूरे कर पाएंगे। मित्रों के साथ आमोद प्रमोद में समय व्‍यतीत होगा। व्‍यापार में लाभदायक अनुबंध हो सकते हैं। दूसरों की मदद करना भारी पड़ सकता है। भावनाओं पर काबू रखें।


वृषभ-कानूनी फैसले आपके पक्ष में आ सकते हैं। व्‍यापार की नई योजनाओं पर विचार करेंगे। बुजुर्गों की सलाह महत्‍वपूर्ण कार्य में मदद करेगी। प्रेम का इजहार आज कर सकते हैं। मन प्रसन्‍न रहेगा।


मिथुन-प्रेमियों के बीच अनबन हो सकती है। कोई महत्‍वपूर्ण बात उजागर होने का भय हैै। विद्यार्थी मेहनत करके ही फल प्राप्ति की आशा रखें। पति पत्‍नी के बीच अच्‍छा तालमेल रहेगा। आय में वृद्धि हो सकती है।


कर्क-मनवांछित फल प्राप्ति के लिए अधिक परिश्रम करें। स्‍वास्‍थ्‍य कुछ गड़बड़ हो सकता है। उधार दिया पैसा मिलने की संभावना है। शत्रु परास्‍त होंगे। वाणी माधुर्य का लाभ लें। दांपत्‍य में मधुरता।


सिंह-कार्यों में आ रही रुकावट दूर हो सकती है। समाज में आपका मान सम्‍मान बढ़ेगा। परिवार के साथ विशेष समय बिताने से मन प्रसन्‍न रहेगा। संतान की ओर से खुशियां प्राप्‍त होंगी। यात्रा टालें।


कन्या-वरिष्‍ठ लोगों के साथ संपर्क से लाभ होगा। नई व्‍यावसायिक योजनाओं पर कार्य करेंगे। जीवनसाथी से मतभेद संभव है। भौतिक सुख साधनों में बढ़ोतरी होगी। उधार लेनदेन से बचें।


तुला-ईमानदारी व परिश्रम से कार्य करना पसंद करेंगे। मित्रों के साथ मौजमस्‍ती भरा दिन रहेगा। बच्‍चों का मार्गदर्शन करेंगे। सरकारी कामकाज गति पकड़ेंगे। सेहत का ध्‍यान रखें।


वृश्चिक-प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी। किसी नए काम की शुरुआत कर सकते हैं। आध्‍यात्‍म व दर्शन के प्रति रुचि बढ़ेगी। पत्‍नी की भावनाओं का सम्‍मान करेंगे। चल अचल संपत्ति में बढ़ोतरी होगी।


धनु-नई व्‍यावसायिक योजना पर अमल करेंगे। विद्यार्थियों को अच्‍छे परिणाम प्राप्‍त हो सकते हैं। अविवाहितों को विवाह के प्रस्‍ताव मिलने के योग हैं। सास बहू के बीच प्रेम बढ़ेगा। संतान आपकी आज्ञा में रहेगी।


मकर-कार्यक्षेत्र में व्‍यस्‍तता बढ़ सकती है। आलस्‍य व थकान का अनुभव करेंगे। जरुरतमंदों की मदद के लिए आगे आएंगे। पड़ोसी से मधुर संबंध बनेंगे। धार्मिक क्रियाकलापों को श्रद्धापूर्वक संपन्‍न करेंगे।


कुंभ-विद्यार्थियों को मेहनत का फल मिलेगा। आर्थिक मामलों में सावधानी रखने की आवश्‍यकता है। शत्रु परास्‍त होंगे। किसी के प्रति आकर्षण उत्‍पन्‍न हो सकता है। पत्‍नी का प्रेम व सहयोग मिलेगा।


मीन-मातृ पक्ष की ओर से आर्थिक मदद प्राप्‍त हो सकती है। व्‍यापार में अप्रत्‍याशित लाभ की संभावना है। नौकरी में तरक्‍की हो सकती है। विद्यार्थी ज्ञानार्जन में व्‍यस्‍त रहेंगे। निवेश न करें।


जन्माष्टमी व्रत विधि और मंत्र

कथा सुनने के पश्चात इंद्र ने नारदजी से कहा- हे ऋषि इस कृष्ण जन्माष्टमी का पूर्ण विधान बताएं एवं इसके करने से क्या पुण्य प्राप्त होता है, इसके करने की क्या विधि है?


नारदजी ने कहा- हे इंद्र! भाद्रपद मास की कृष्णजन्माष्टमी को इस व्रत को करना चाहिए। उस दिन ब्रह्मचर्य आदि नियमों का पालन करते हुए श्रीकृष्ण का स्थापन करना चाहिए। सर्वप्रथम श्रीकृष्ण की मूर्ति स्वर्ण कलश के ऊपर स्थापित कर चंदन, धूप, पुष्प, कमलपुष्प आदि से श्रीकृष्ण प्रतिमा को वस्त्र से वेष्टित कर विधिपूर्वक अर्चन करें। गुरुचि, छोटी पीतल और सौंठ को श्रीकृष्ण के आगे अलग-अलग रखें। इसके पश्चात भगवान विष्णु के दस रूपों को देवकी सहित स्थापित करें।हरि के सान्निध्य में भगवान विष्णु के दस अवतारों, गोपिका, यशोदा, वसुदेव, नंद, बलदेव, देवकी, गायों, वत्स, कालिया, यमुना नदी, गोपगण और गोपपुत्रों का पूजन करें। इसके पश्चात आठवें वर्ष की समाप्ति पर इस महत्वपूर्ण व्रत का उद्यापन कर्म भी करें।यथाशक्ति विधान द्वारा श्रीकृष्ण की स्वर्ण प्रतिमा बनाएँ। इसके पश्चात 'मत्स्य कूर्म' इस मंत्र द्वारा अर्चनादि करें। आचार्य ब्रह्मा तथा आठ ऋत्विजों का वैदिक रीति से वरण करें। प्रतिदिन ब्राह्मण को दक्षिणा और भोजन देकर प्रसन्न करें।


उपवास की पूर्व रात्रि को हल्का भोजन करें और ब्रह्मचर्य का पालन करें। उपवास के दिन प्रातःकाल स्नानादि नित्यकर्मों से निवृत्त हो जाएँ। पश्चात सूर्य, सोम, यम, काल, संधि, भूत, पवन, दिक्‌पति, भूमि, आकाश, खेचर, अमर और ब्रह्मादि को नमस्कार कर पूर्व या उत्तर मुख बैठें। इसके बाद जल, फल, कुश और गंध लेकर संकल्प करें-


ममाखिलपापप्रशमनपूर्वक सर्वाभीष्ट सिद्धये
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रतमहं करिष्ये॥


अब मध्याह्न के समय काले तिलों के जल से स्नान कर देवकीजी के लिए 'सूतिकागृह' नियत करें। तत्पश्चात भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। मूर्ति में बालक श्रीकृष्ण को स्तनपान कराती हुई देवकी हों और लक्ष्मीजी उनके चरण स्पर्श किए हों अथवा ऐसे भाव हो। इसके बाद विधि-विधान से पूजन करें। पूजन में देवकी, वसुदेव, बलदेव, नंद, यशोदा और लक्ष्मी इन सबका नाम क्रमशः निर्दिष्ट करना चाहिए।


फिर निम्न मंत्र से पुष्पांजलि अर्पण करें- 'प्रणमे देव जननी त्वया जातस्तु वामनः।
वसुदेवात तथा कृष्णो नमस्तुभ्यं नमो नमः।
सुपुत्रार्घ्यं प्रदत्तं में गृहाणेमं नमोऽस्तु ते।'


अंत में प्रसाद वितरण कर भजन-कीर्तन करते हुए रात्रि जागरण करें।


मथुरा का पेड़ा (जन्माष्टमी विशेष)

मथुरा का पेड़ा


एक भारतीय मिठाई है जिसका उद्भव मथुरा शहर से हुआ है। मावा या खोआ से बनी मिठाइयाँ उत्तर भारत मे बहुत लोकप्रिय हैं तथा पेड़ा मावे से बनने वाली मिठाई है। भारत मे मथुरा के पेड़े इस कदर प्रसिद्ध हैं कि यह शब्द भाषा मे अलंकार के रूप मे प्रयुक्त होता है जैसे कि "मथुरा का पेड़ा औ छत्तीसगढ़ का खेड़ा"। पेड़े के लिए मथुरा एक ट्रेडमार्क है। मथुरा भ्रमण के दौरान मथुरा के पेड़े, मेवा वाटी पेड़े व निर्यात क्वालिटी के पेड़े आगंतुकों का ध्यान आकर्षित करते हैं।


जन्माष्टमी भोग 
कृष्ण जन्मभूमि मथुरा में पेड़ा लोकप्रिय प्रसाद है।. पेड़े को ताजे मावे, दूध, चीनी व घी में सुवास हेतु कालीमिर्च चूर्ण मिलाकर बनाया जाता है। भारत में जन्माष्टमी की छुट्टियाँ पेड़े के स्वाद के बिना अधूरी मानी जाती हैं। हर साल जन्माष्टमी पर पेड़े बनते हैं जिनसे भगवान कृष्ण को भोग लगाया जाता है तथा व्रत खंडन पेड़े से ही किया जाता है।


सार्वभौमिक प्रसिद्धि 
मथुरा के अलावा अन्य भारतीय पर्यटन शहरों में भी मथुरा के पेड़े, आगरा का पेठा व मनेर के लड्डू पर्यटकों में खासे लोकप्रिय व्यंजन हैं।


लोकगायन रस 
भारतीय लोक गायन में भी मथुरा के पेड़ों का स्वाद देखने को मिलता है। "मथुरा के पेड़े मोहे लावे, खिलावे जी......." संद पूजन गीत के रूप में अति लोकप्रिय है।


रोहिणी नक्षत्र में जन्माष्टमी!

 केवल पहले अष्टमी है।


स्कन्द पुराण के मतानुसार जो भी व्यक्ति जानकर भी कृष्ण जन्माष्टमी व्रत को नहीं करता, वह मनुष्य जंगल में सर्प और व्याघ्र होता है। ब्रह्मपुराण का कथन है कि कलियुग में भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी में अट्ठाइसवें युग में देवकी के पुत्र श्रीकृष्ण उत्पन्न हुए थे। यदि दिन या रात में कलामात्र भी रोहिणी न हो तो विशेषकर चंद्रमा से मिली हुई रात्रि में इस व्रत को करें। भविष्य पुराण का वचन है- भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष में कृष्ण जन्माष्टमी व्रत को जो मनुष्य नहीं करता, वह क्रूर राक्षस होता है। केवल अष्टमी तिथि में ही उपवास करना कहा गया है। यदि वही तिथि रोहिणी नक्षत्र से युक्त हो तो 'जयंती' नाम से संबोधित की जाएगी। वह्निपुराण का वचन है कि कृष्णपक्ष की जन्माष्टमी में यदि एक कला भी रोहिणी नक्षत्र हो तो उसको जयंती नाम से ही संबोधित किया जाएगा। अतः उसमें प्रयत्न से उपवास करना चाहिए। विष्णुरहस्यादि वचन से- कृष्णपक्ष की अष्टमी रोहिणी नक्षत्र से युक्त भाद्रपद मास में हो तो वह जयंती नामवाली ही कही जाएगी। वसिष्ठ संहिता का मत है- यदि अष्टमी तथा रोहिणी इन दोनों का योग अहोरात्र में असम्पूर्ण भी हो तो मुहूर्त मात्र में भी अहोरात्र के योग में उपवास करना चाहिए।मदन रत्न में स्कन्द पुराण का वचन है कि जो उत्तम पुरुष है। वे निश्चित रूप से जन्माष्टमी व्रत को इस लोक में करते हैं। उनके पास सदैव स्थिर लक्ष्मी होती है। इस व्रत के करने के प्रभाव से उनके समस्त कार्य सिद्ध होते हैं। विष्णु धर्म के अनुसार आधी रात के समय रोहिणी में जब कृष्णाष्टमी हो तो उसमें कृष्ण का अर्चन और पूजन करने से तीन जन्मों के पापों का नाश होता है। भृगु ने कहा है- जन्माष्टमी, रोहिणी और शिवरात्रि ये पूर्वविद्धा ही करनी चाहिए तथा तिथि एवं नक्षत्र के अन्त में पारणा करें। इसमें केवल रोहिणी उपवास भी सिद्ध है।


 


कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...