गुरुवार, 22 अगस्त 2019

संस्था:महिला सशक्तिकरण हेतु कार्यक्रम

गोपीचंद सैनी


बागपत-बडौत। मन्नीराम जूनियर हाईस्कूल ग्राम कोताना, बागपत में कल्याण भारती सेवा संस्थान तत्वावधान में महिला सशक्तिकरण हेतु सामाजिक जागरूकता पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। क्रार्यक्रम में संस्थान के समूहों में उत्तम समूह कार्य करने वाली सोमवती सैनी, आरती सैनी, रीता, जयबति, ज्योति, नेमवती को पुरस्कृत किया गया।कार्यक्रम का संचालन करते हुये संस्थान के पर्वेक्षक प्रेमचन्द सैनी ने महिलाओं की समस्याओं को सुना और संस्थान के प्रबन्ध निदेशक गोपी चन्द सैनी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समस्‍या निवारण हेतु सुझाव दिये। संस्थान की ओर से आवश्यक सहायता का आस्वासन दिया। कार्यक्रम में उपस्थित सदस्य गण- नीतू, ललिता, मितलेश, अनिता, ममता, मुनेश, प्रतिक्षा, शकुंतला, सुजाता आदि अन्य महिलायें उपस्थित रही।


माध्यमिक शिक्षा संघ की बैठक संपन्न

बांदा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ जनपद बांदा की जिला कार्यकारिणी की बैठक आदर्श बजरंग इंटर कॉलेज बांदा में संपन्न हुई। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षक विधायक सुरेश कुमार त्रिपाठी जिला अध्यक्ष, राजेश तिवारी जिला मंत्री, अजीत सिंह एवं पूर्व जिला अध्यक्ष जमुना प्रसाद पांडे, राज चौबे, राम प्रताप सिंह परिहार, देवव्रत पांडे पूर्व जिला मंत्री श्री राघवेंद्र सिंह, देशराज सिंह व्यवसायिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष जितेंद्र सिंह एवं कई विद्यालयों के सम्मानित प्रधानाचार्य एवं जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों सक्रिय साथियों ने प्रतिभाग किया। बैठक में  विनोद सिंह जिला विद्यालय निरीक्षक बांदा ने पहुंचकर शिक्षकों का मार्गदर्शन किया। माननीय विधायक ने अपने उद्बोधन में पुरानी पेंशन की बहाली, वित्तविहीन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन चिकित्सा सुविधा आज के लिए संघर्ष का आवाहन किया। उन्होंने कहा कि संगठन इन समस्याओं के लिए महा संगठन के बैनर तले शीघ्र ही आंदोलन प्रारंभ करने वाले हैं। आप सभी संघर्ष के लिए तैयार रहें साथ में मैं स्वयं मेजर मिथिलेश कुमार पांडे मंडली मंत्री चित्रकूट धाम मंडल बांदा प्रधानाचार्य आदर्श बजरंग इंटर कॉलेज बांदा भी उपस्थित रहे ।


बदले की भावना से की कार्रवाई:सुरजेवाला

नई दिल्ली । आईएनएक्स मीडिया से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी बने पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम को बुधवार की रात सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया। पी चिदंबरम को गिरफ्तार किए जाने के बाद आज कांग्रेस की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, जिसमें पार्टी ने आरोप लगाया कि चिदंबरम के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की गई है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पिछले दो दिनों में लोकतंत्र की हत्या हुई है।


के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीते कुछ दिनों में देश ने लोकतंत्र का गला घुटते हुए देखा है। जिस तरह से पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के खिलाफ कार्रवाई की गई है, उससे साफ जाहिर होता है कि मोदी सरकार उनके खिलाफ राजनीतिक द्वेष से काम कर रही है।सुरजेवाला ने कहा कि कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। एक तरफ देश की अर्थव्यवस्था गर्त में जा रही है, यही कारण है कि मोदी सरकार लोगों को ध्यान भटकाने के लिए इस तरह का कार्रवाई कर रही है। के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र की सत्तासीन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह सीबीआई और ईडी का दुरुपयोग कर रही है।


सास-बहू के बीच प्रेम बढ़ेगा:धनु

राशिफल


मेष-सारे काम समय पर पूरे कर पाएंगे। मित्रों के साथ आमोद प्रमोद में समय व्‍यतीत होगा। व्‍यापार में लाभदायक अनुबंध हो सकते हैं। दूसरों की मदद करना भारी पड़ सकता है। भावनाओं पर काबू रखें।


वृषभ-कानूनी फैसले आपके पक्ष में आ सकते हैं। व्‍यापार की नई योजनाओं पर विचार करेंगे। बुजुर्गों की सलाह महत्‍वपूर्ण कार्य में मदद करेगी। प्रेम का इजहार आज कर सकते हैं। मन प्रसन्‍न रहेगा।


मिथुन-प्रेमियों के बीच अनबन हो सकती है। कोई महत्‍वपूर्ण बात उजागर होने का भय हैै। विद्यार्थी मेहनत करके ही फल प्राप्ति की आशा रखें। पति पत्‍नी के बीच अच्‍छा तालमेल रहेगा। आय में वृद्धि हो सकती है।


कर्क-मनवांछित फल प्राप्ति के लिए अधिक परिश्रम करें। स्‍वास्‍थ्‍य कुछ गड़बड़ हो सकता है। उधार दिया पैसा मिलने की संभावना है। शत्रु परास्‍त होंगे। वाणी माधुर्य का लाभ लें। दांपत्‍य में मधुरता।


सिंह-कार्यों में आ रही रुकावट दूर हो सकती है। समाज में आपका मान सम्‍मान बढ़ेगा। परिवार के साथ विशेष समय बिताने से मन प्रसन्‍न रहेगा। संतान की ओर से खुशियां प्राप्‍त होंगी। यात्रा टालें।


कन्या-वरिष्‍ठ लोगों के साथ संपर्क से लाभ होगा। नई व्‍यावसायिक योजनाओं पर कार्य करेंगे। जीवनसाथी से मतभेद संभव है। भौतिक सुख साधनों में बढ़ोतरी होगी। उधार लेनदेन से बचें।


तुला-ईमानदारी व परिश्रम से कार्य करना पसंद करेंगे। मित्रों के साथ मौजमस्‍ती भरा दिन रहेगा। बच्‍चों का मार्गदर्शन करेंगे। सरकारी कामकाज गति पकड़ेंगे। सेहत का ध्‍यान रखें।


वृश्चिक-प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी। किसी नए काम की शुरुआत कर सकते हैं। आध्‍यात्‍म व दर्शन के प्रति रुचि बढ़ेगी। पत्‍नी की भावनाओं का सम्‍मान करेंगे। चल अचल संपत्ति में बढ़ोतरी होगी।


धनु-नई व्‍यावसायिक योजना पर अमल करेंगे। विद्यार्थियों को अच्‍छे परिणाम प्राप्‍त हो सकते हैं। अविवाहितों को विवाह के प्रस्‍ताव मिलने के योग हैं। सास बहू के बीच प्रेम बढ़ेगा। संतान आपकी आज्ञा में रहेगी।


मकर-कार्यक्षेत्र में व्‍यस्‍तता बढ़ सकती है। आलस्‍य व थकान का अनुभव करेंगे। जरुरतमंदों की मदद के लिए आगे आएंगे। पड़ोसी से मधुर संबंध बनेंगे। धार्मिक क्रियाकलापों को श्रद्धापूर्वक संपन्‍न करेंगे।


कुंभ-विद्यार्थियों को मेहनत का फल मिलेगा। आर्थिक मामलों में सावधानी रखने की आवश्‍यकता है। शत्रु परास्‍त होंगे। किसी के प्रति आकर्षण उत्‍पन्‍न हो सकता है। पत्‍नी का प्रेम व सहयोग मिलेगा।


मीन-मातृ पक्ष की ओर से आर्थिक मदद प्राप्‍त हो सकती है। व्‍यापार में अप्रत्‍याशित लाभ की संभावना है। नौकरी में तरक्‍की हो सकती है। विद्यार्थी ज्ञानार्जन में व्‍यस्‍त रहेंगे। निवेश न करें।


जन्माष्टमी व्रत विधि और मंत्र

कथा सुनने के पश्चात इंद्र ने नारदजी से कहा- हे ऋषि इस कृष्ण जन्माष्टमी का पूर्ण विधान बताएं एवं इसके करने से क्या पुण्य प्राप्त होता है, इसके करने की क्या विधि है?


नारदजी ने कहा- हे इंद्र! भाद्रपद मास की कृष्णजन्माष्टमी को इस व्रत को करना चाहिए। उस दिन ब्रह्मचर्य आदि नियमों का पालन करते हुए श्रीकृष्ण का स्थापन करना चाहिए। सर्वप्रथम श्रीकृष्ण की मूर्ति स्वर्ण कलश के ऊपर स्थापित कर चंदन, धूप, पुष्प, कमलपुष्प आदि से श्रीकृष्ण प्रतिमा को वस्त्र से वेष्टित कर विधिपूर्वक अर्चन करें। गुरुचि, छोटी पीतल और सौंठ को श्रीकृष्ण के आगे अलग-अलग रखें। इसके पश्चात भगवान विष्णु के दस रूपों को देवकी सहित स्थापित करें।हरि के सान्निध्य में भगवान विष्णु के दस अवतारों, गोपिका, यशोदा, वसुदेव, नंद, बलदेव, देवकी, गायों, वत्स, कालिया, यमुना नदी, गोपगण और गोपपुत्रों का पूजन करें। इसके पश्चात आठवें वर्ष की समाप्ति पर इस महत्वपूर्ण व्रत का उद्यापन कर्म भी करें।यथाशक्ति विधान द्वारा श्रीकृष्ण की स्वर्ण प्रतिमा बनाएँ। इसके पश्चात 'मत्स्य कूर्म' इस मंत्र द्वारा अर्चनादि करें। आचार्य ब्रह्मा तथा आठ ऋत्विजों का वैदिक रीति से वरण करें। प्रतिदिन ब्राह्मण को दक्षिणा और भोजन देकर प्रसन्न करें।


उपवास की पूर्व रात्रि को हल्का भोजन करें और ब्रह्मचर्य का पालन करें। उपवास के दिन प्रातःकाल स्नानादि नित्यकर्मों से निवृत्त हो जाएँ। पश्चात सूर्य, सोम, यम, काल, संधि, भूत, पवन, दिक्‌पति, भूमि, आकाश, खेचर, अमर और ब्रह्मादि को नमस्कार कर पूर्व या उत्तर मुख बैठें। इसके बाद जल, फल, कुश और गंध लेकर संकल्प करें-


ममाखिलपापप्रशमनपूर्वक सर्वाभीष्ट सिद्धये
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रतमहं करिष्ये॥


अब मध्याह्न के समय काले तिलों के जल से स्नान कर देवकीजी के लिए 'सूतिकागृह' नियत करें। तत्पश्चात भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। मूर्ति में बालक श्रीकृष्ण को स्तनपान कराती हुई देवकी हों और लक्ष्मीजी उनके चरण स्पर्श किए हों अथवा ऐसे भाव हो। इसके बाद विधि-विधान से पूजन करें। पूजन में देवकी, वसुदेव, बलदेव, नंद, यशोदा और लक्ष्मी इन सबका नाम क्रमशः निर्दिष्ट करना चाहिए।


फिर निम्न मंत्र से पुष्पांजलि अर्पण करें- 'प्रणमे देव जननी त्वया जातस्तु वामनः।
वसुदेवात तथा कृष्णो नमस्तुभ्यं नमो नमः।
सुपुत्रार्घ्यं प्रदत्तं में गृहाणेमं नमोऽस्तु ते।'


अंत में प्रसाद वितरण कर भजन-कीर्तन करते हुए रात्रि जागरण करें।


मथुरा का पेड़ा (जन्माष्टमी विशेष)

मथुरा का पेड़ा


एक भारतीय मिठाई है जिसका उद्भव मथुरा शहर से हुआ है। मावा या खोआ से बनी मिठाइयाँ उत्तर भारत मे बहुत लोकप्रिय हैं तथा पेड़ा मावे से बनने वाली मिठाई है। भारत मे मथुरा के पेड़े इस कदर प्रसिद्ध हैं कि यह शब्द भाषा मे अलंकार के रूप मे प्रयुक्त होता है जैसे कि "मथुरा का पेड़ा औ छत्तीसगढ़ का खेड़ा"। पेड़े के लिए मथुरा एक ट्रेडमार्क है। मथुरा भ्रमण के दौरान मथुरा के पेड़े, मेवा वाटी पेड़े व निर्यात क्वालिटी के पेड़े आगंतुकों का ध्यान आकर्षित करते हैं।


जन्माष्टमी भोग 
कृष्ण जन्मभूमि मथुरा में पेड़ा लोकप्रिय प्रसाद है।. पेड़े को ताजे मावे, दूध, चीनी व घी में सुवास हेतु कालीमिर्च चूर्ण मिलाकर बनाया जाता है। भारत में जन्माष्टमी की छुट्टियाँ पेड़े के स्वाद के बिना अधूरी मानी जाती हैं। हर साल जन्माष्टमी पर पेड़े बनते हैं जिनसे भगवान कृष्ण को भोग लगाया जाता है तथा व्रत खंडन पेड़े से ही किया जाता है।


सार्वभौमिक प्रसिद्धि 
मथुरा के अलावा अन्य भारतीय पर्यटन शहरों में भी मथुरा के पेड़े, आगरा का पेठा व मनेर के लड्डू पर्यटकों में खासे लोकप्रिय व्यंजन हैं।


लोकगायन रस 
भारतीय लोक गायन में भी मथुरा के पेड़ों का स्वाद देखने को मिलता है। "मथुरा के पेड़े मोहे लावे, खिलावे जी......." संद पूजन गीत के रूप में अति लोकप्रिय है।


रोहिणी नक्षत्र में जन्माष्टमी!

 केवल पहले अष्टमी है।


स्कन्द पुराण के मतानुसार जो भी व्यक्ति जानकर भी कृष्ण जन्माष्टमी व्रत को नहीं करता, वह मनुष्य जंगल में सर्प और व्याघ्र होता है। ब्रह्मपुराण का कथन है कि कलियुग में भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी में अट्ठाइसवें युग में देवकी के पुत्र श्रीकृष्ण उत्पन्न हुए थे। यदि दिन या रात में कलामात्र भी रोहिणी न हो तो विशेषकर चंद्रमा से मिली हुई रात्रि में इस व्रत को करें। भविष्य पुराण का वचन है- भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष में कृष्ण जन्माष्टमी व्रत को जो मनुष्य नहीं करता, वह क्रूर राक्षस होता है। केवल अष्टमी तिथि में ही उपवास करना कहा गया है। यदि वही तिथि रोहिणी नक्षत्र से युक्त हो तो 'जयंती' नाम से संबोधित की जाएगी। वह्निपुराण का वचन है कि कृष्णपक्ष की जन्माष्टमी में यदि एक कला भी रोहिणी नक्षत्र हो तो उसको जयंती नाम से ही संबोधित किया जाएगा। अतः उसमें प्रयत्न से उपवास करना चाहिए। विष्णुरहस्यादि वचन से- कृष्णपक्ष की अष्टमी रोहिणी नक्षत्र से युक्त भाद्रपद मास में हो तो वह जयंती नामवाली ही कही जाएगी। वसिष्ठ संहिता का मत है- यदि अष्टमी तथा रोहिणी इन दोनों का योग अहोरात्र में असम्पूर्ण भी हो तो मुहूर्त मात्र में भी अहोरात्र के योग में उपवास करना चाहिए।मदन रत्न में स्कन्द पुराण का वचन है कि जो उत्तम पुरुष है। वे निश्चित रूप से जन्माष्टमी व्रत को इस लोक में करते हैं। उनके पास सदैव स्थिर लक्ष्मी होती है। इस व्रत के करने के प्रभाव से उनके समस्त कार्य सिद्ध होते हैं। विष्णु धर्म के अनुसार आधी रात के समय रोहिणी में जब कृष्णाष्टमी हो तो उसमें कृष्ण का अर्चन और पूजन करने से तीन जन्मों के पापों का नाश होता है। भृगु ने कहा है- जन्माष्टमी, रोहिणी और शिवरात्रि ये पूर्वविद्धा ही करनी चाहिए तथा तिथि एवं नक्षत्र के अन्त में पारणा करें। इसमें केवल रोहिणी उपवास भी सिद्ध है।


 


कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...