मंगलवार, 20 अगस्त 2019

प्रधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
2019-8-21 • RNI.No.UPHIN/2014/57254
1.अंक-18 (साल-01)
2.बुधवार,21अगस्‍त 2019
3.शक-1941,भादप्रद कृष्‍णपक्ष छठ,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:45,सूर्यास्त 7:07
5.न्‍यूनतम तापमान 27 डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै., हवा में आद्रता रहेगी, बरसात की संभावना!
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार लोनी गाजियाबाद 201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी गाजियाबाद 201102
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.935030275


पाक से 12 मिनट, इंडिया से 30 मिनट बात

तो अमरीका ने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता शुरू कर दी है। 
लेकिन कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधान हटने के बाद। 
इमरान खान से 12 मिनट और नरेन्द्र मोदी से 30 मिनट फोन पर बात की डोनाल्ड ट्रंप ने।
भारत की बर्बादी की बात करने वालों को कुचलना चाहिए-रेड्डी। दो व्यक्तियों के आपसी विवाद को हल करने के लिए जब तीसरा व्यक्ति संवाद के लिए आता है उसे मध्यस्थता कहा जाता है। यह माना जाता है कि अब विवाद का हल मध्यस्थता के जरिए होगा। पिछले तीन दिन से अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थ की भूमिका ही निभा रहे हैं। 18 अगस्त को ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से 12 मिनट तक फोन पर बात की और 19 अगस्त को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संवाद किया। स्वाभाविक है कि भारत और पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर ही बात की होगी। संवाद के बाद दोनों देशों की सरकारों की। सरकार की ओर से जानकारी दी जा रही है वो ही मीडिया में प्रासारित हो रही है। दोनों ही देश अमरीका को अपना हितैषी मान रहे हैं। अमरीका पाकिस्तान का कितना हितैषी है यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन अमरीका भारत के साथ खड़ा है। इसके कई सबूत डोनाल्ड ट्रंप ने दे दिए हैं। इमरान खान ने गत माह अमरीका की यात्रा की थी, तब मीडिया के सामने ट्रंप ने कहा था कि कश्मीर के मुद्दे पर भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी ने मुझ से मध्यस्थता करने के लिए कहा है। तब पूरे पाकिस्तान में खुशियां मनाई गई,क्योंकि पाकिस्तान तो यही चाहता था। हालांकि तब पीएम नरेन्द्र मोदी को छोड़कर भारत के सभी नेताओं और मंत्रियों ने ट्रंप के कथन का खंडन किया। 5 अगस्त को भारत की संसद ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाकर जम्मू कश्मीर प्रांत को केन्द्रशासित प्रदेश बना दिया। यानि अमरीका मध्यस्थता तो कर रहा है, लेकिन 370 के हटने के बाद। अब जब कश्मीर घाटी से पाकिस्तान का दखल ही बंद करवाया जा रहा है तब मध्यस्थता के क्या मायने हैं। इसे इमरान खान को समझना होगा। अब भारत की ओर से विवाद का कोई मुद्दा ही नहीं रहा है। अब नरेन्द्र मोदी का प्रयास होगा कि पाकिस्तान को चुप रहने के लिए अमरीका से मध्यस्थता करवाई जाए। यानि डोनाल्ड ट्रंप अब इमरान खान को समझाएं कि कश्मीर में आतंकी न भेजे और भड़काने वाली कार्यवाही नहीं करें। साथ ही भारत पर हमले की धमकी भी न दें। अब जब कश्मीर घाटी भी केन्द्र शासित हो गई है तो हमारे सुरक्षा बल आतंकियों, अलगाववादियों और महबूबा व उमर जैसे नेताओं से निपटने में समक्ष हैं। अब तक अनुच्छेद 370 के प्रावधानों की वजह से कश्मीर घाटी को विशेष दर्जा मिला हुआ था, इसलिए पाकिस्तान मनमानी कर रहा था। अमरीका अपनी मध्यस्थता से यदि पाकिस्तान को काबू में रखता है तो कश्मीर घाटी में सामान्य स्थिति हो जाएगी। कई बार डोनाल्ड ट्रंप को गंभीरता से नहीं लिया जाता है। उनके बोलने के अंदाज को लेकर मजाक उड़ाया जाता है, लेकिन कश्मीर के मुद्दे पर ट्रंप ने बेहद समझदारी दिखाई है। अनुच्छेद 370 के हटने के बाद ही मध्यस्थता शुरू की है। 


गलत बयान बर्दाश्त नहीं होंगे:
केन्द्रीय गृहराज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने 20 अगस्त को दो टूक शब्दों में कहा है कि हमारे सुरक्षा बलों को लेकर गलत बयानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो लोग भारत की बर्बादी की बात करते हैं। उन्हें अब कुचलना चाहिए। मालूम हो कि जेएनयू की पूर्व छात्रा शहला रशीद ने ट्वीटर पर कश्मीर में तैनात सुरक्षा बलों को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की है। हालांकि इस टिप्पणी के विरोध में शहला के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया गया है। लेकिन अब शहला की टिप्पणी को लेकर विवाद उठा खड़ा हुआ है। जेएनयू में भारत के खिलाफ नारे लगते रहे हैं। शहला को उन तत्वों में माना जाता है जो कश्मीर को भारत से लग करना चाहते हैं। 
एस.पी.मित्तल


50 वें दिन भी शिक्षा कर्मियों का धरना जारी

पचास दिनों से धरने पर बैठे हैं व्यावसायिक शिक्षा के संविदा कर्मी। 
गहलोत सरकार कोर्ट का आदेश भी नहीं मान रही। 
राजस्थान की एक हजार सरकारी स्कूलों में कबाड़ हो रहा है सामान। 
जयपुर। कलेक्ट्रेट के बाहर व्यावसायिक शिक्षा से जुड़े संविदा कर्मियों का धरना पचासवें दिन भी जारी रहा। बरसात के दौरान भी संविदा कर्मी धरने पर बैठे हुए हैं। इन संविदा कर्मियों को राजस्थान में सरकार बदलने का खामियाजा उठाना पड़ रहा है। ऐसे कोई दो हजार कर्मी प्रदेश भर में हैं। सरकार के रवैये की वजह से प्रदेश की एक हजार स्कूृलों में रखा 15-15 लाख रुपए का सामान भी कबाड़ हो रहा है। गत भाजपा शासन में कौशल विकास की दृष्टि से प्रदेश की एक हजार सरकारी स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा शुरू की गई। इसके अंतर्गत एक स्कूल में दो व्यावसायिक शिक्षक भी अनबुंध पर नियुक्त किए गए। कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा देने के लिए दस से पन्द्रह लाख रुपए की मशीने उपकरण आदि भी खरीदे गए। चूंकि कौशल विकास की यह योजना केन्द्र सरकार की है इसलिए कुल खर्च की सात प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार के द्वारा देय हैं। भाजपा शासन में प्रतिवर्ष व्यावसायिक शिक्षा के शिक्षकों के अनुबंध को बढ़ाया जाता रहा। लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर शिक्षकों के अनुबंध का नवीनीकरण नहीं किया गया। कांग्रेस सरकार ने नई भर्ती की प्रक्रिया शुरू तो चार वर्ष पुराने शिक्षक कोर्ट चले गए। कोर्ट ने आदेश दिया कि पुराने शिक्षकों को हटाया नहीं जा सकता। सरकार स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा में सहयोग करने वाली संस्थाओं में बदलाव कर सकती है। लेकिन नए शिक्षकों की भर्ती नहीं कर सकती। इस आदेश के बाद उम्मीद थी कि पुराने शिक्षकों के अनुबंध का नवीनीकरण हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। गत 30 जून के बाद किसी भी शिक्षक का नवीनीकरण नहीं हुआ है। इससे पहले भी कोई डेढ़ वर्ष से शिक्षकों का वेतन बकाया है। अब जहां हजारों शिक्षक नौकरी से वंचित हो गए हैं, वहीं स्कूल में रखा सामान भी कबाड़ हो रहा है। व्यावसायिक प्रशिक्षक संघ के प्रदेश संगठन मंत्री कमलेश रैगर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आग्रह किया है कि शिक्षकों के अनुबंध का नवीनीकरण किया जाए। इससे स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा का काम भी ठप हो गया है। यानि राजस्थान में कौशल विकास की योजना बंद पड़ी है। इस संबंध में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 7726912999 पर कमलेश रैगर से ली जा सकती है। 
एस.पी.मित्तल


जन जलापूर्ति पर कोई फैसला नहीं

एक करोड़ लोगों की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध से पानी की निकासी जारी रहेगी, लेकिन अजमेर में सप्लाई बढ़ाने पर अभी भी कोई फैसला नहीं। 

जयपुर। बीसलपुर बांध से पानी की निकासी जारी रही। पहले 6 हजार क्यूसेक पानी निकालने का लक्ष्य रखा गया था, जिसे बढ़ा कर अब 18 हजार क्यूसेक कर दिया गया है। बांध का जलस्तर 315.50 बनाए रखा गया है। असल में बांध में पानी की आवक लगातार जारी है। 20 अगस्त को भी त्रिवेणी पर जल स्तर 2.40 मीटर का रहा। इसलिए बांध से पानी की निकासी जारी रखी गई। जलदाय और सिंचाई विभाग के इंजीनियरों के अनुसार त्रिवेणी पर जब एक मीटर का जलस्तर होगा, तब बांध से पानी की निकासी बंद करने पर विचार किया जाएगा। चूंकि बांध की भराव क्षमता 315.50 मीटर है, इसलिए ज्यादा पानी संग्रह करने का जोखिम नहीं लिया जा सकता है। पूरा भरा होने पर बांध के सभी 18 रेडियल गेटों पर दबाव रहता है। जानकार सूत्रों के अनुसार यदि पानी की आवक इसी रफ्तार से रही तो बांध से 22 अगस्त तक पानी की निकासी जारी रहेगी। बांध से पानी की निकासी के दृश्य को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग बीसलपुर पहुंच रहे हैं। 19 अगस्त से ही बांध के आसपास मेले जैसा माहौल है। बांध के निकट ही शिवालय बना हुआ है, इसलिए ग्रामीण भी बड़ी संख्या में प्रसादी व अन्य धार्मिक आयोजनों के लिए एकत्रित हो रहे हैं। 
सप्लाई बढ़ाने पर फैसला नहीं:
एक ओर बांध से बड़ी मात्रा में पानी की निकासी हो रही है तो दूसरी ओर अजमेर जिले के शहरी क्षेत्रों में तीन दिन तथा ग्रामीण क्षेत्रों में दस दिन पेयजल की सप्लाई हो रही है। सप्लाई के अंतराल को कम करने के लिए लगातार मांग हो रही है, लेकिन किसी भी स्तर पर सुनवाई नहीं हो रही। अजमेर शहर में पेयजल वितरण का जिम्मा संभालने वाले जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता सीएल जाटव ने बताया सप्लाई के बारे में सारकार के स्तर पर निर्णय होना है। लेकिन अभी तक भी कोई निर्णय नहीं हुआ है। मालूम हो कि अजमेर के पेयजल का एक मात्र स्त्रोत बीसलपुर बांध ही है। इस बांध से अजमेर सहित जयपुर, टोंक और दौसा जिले के एक करोड़ लोगों की प्यास बुझाई जाती है। 
एस.पी.मित्तल


विवाद में फंसा राजीव गांधी जयंती का विज्ञापन

डिप्टी सीएम सचिन पायलट के विभाग द्वारा जारी विज्ञापन में सीएम अशोक गहलोत का फोटो नहीं। राजस्थान में कांग्रेस सरकार मना रही है स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती। 
राजीवजी की तरह काम करें सीएम गहलोत-पायलट।

जयपुर। प्रदेश के प्रमुख दैनिक समाचार पत्रों में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी जी की 75वीं  जयंती को लेकर राजस्थान के ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग की ओर से पूरे पृष्ठ का विज्ञापन छपा है। सरकार के इस विज्ञापन में ग्रामीण विकास की योजनाओं का उल्लेख तो है, लेकिन सीएम अशोक गहलोत का फोटो नहीं है। जबकि सरकार की उपलब्धियों वाले सभी विज्ञापनों में मुख्यमंत्री का फोटो लगाया जाता है। राजस्थान में पंचायती राज और ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री डिप्टी सीएम सचिन पायलट हैं। असल में पायलट के विभागों द्वारा जारी विज्ञापनों में सीएम गहलोत के फोटो से परहेज ही किया जाता है। ऐसा नहीं कि राजीव गांधी की जयंती पर जारी सरकार के विज्ञापनों में सीएम का फोटो नहीं है लगाया जा रहा है। 19 अगस्त को ही जयंती के विभिन्न कार्यक्रमों को लेकर पूरे पृष्ठ के जो विज्ञापन छपे, उनमें सीएम गहलोत का फोटो लगा हुआ है। यानि सिर्फ ग्रामीण विकास और पंचायती राज के विज्ञापन में ही सीएम का फोटो नहीं है। इस विभाग के अधिकारी तो नियम कायदे समझते हैं, इसलिए सरकार के विज्ञापन में सीएम के फोटो का प्रस्ताव दिया ही होगा, लेकिन इसके बाद भी सीएम का फोटो न लगना राजस्थान में सरकार और संगठन की स्थिति को उजागर करता है। सचिन पायलट सरकार में डिप्टी सीएम होने के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी हैं। 19 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीव गांधी की जयंती पर जयपुर के बिड़ला ऑडीटोरियम में अनेक कार्यक्रम हुए, लेकिन इन कार्यक्रमों में डिप्टी सीएम की कहीं भी उपस्थिति नहीं देखी गई, जबकि सीएम गहलोत दिन भर उपस्थित रहे। 20 अगस्त को जयंती पर पंचायती राज स्वायत्त शासन सशक्तिकरण को लेकर एक सत्र रखा गया। इस सत्र के मुख्य अतिथि सीएम गहलोत रहे, जबकि अध्यक्षता डिप्टी सीएम पायलट ने की। हालांकि गहलोत और पायलट आपसी मतभेदों से हमेशा इंकार करते हैं, लेकिन अनेक मौकों पर दोनों के बीच सद्भावाना भी नहीं दिखती। राजीव गांधी की जयंती पर यदि और कोई विभाग विज्ञापन जारी करता तो क्या उसके मंत्री में सीएम का फोटो नहीं लगाने की हिम्मत होती? ऐसी हिम्मत तो सचिन पायलट का ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग ही दिखा सकता है। सरकारी विज्ञापन में सीएम का फोटो न छपना भले ही कुछ लोगों को मामूली बात लगे, लेकिन यह घटना राजस्थान में सरकार और संगठन के लिए बड़ी है। 
राजीव गांधी की तरह काम करे-पायलट:
20 अगस्त को जयपुर में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में स्व. राजीव गांधी की जयंती पर श्रद्धांजलि सभा रखी गई। इस सभा में सीएम अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट, सभी मंत्री, पदाधिकारी आदि उपस्थित थे। पायलट ने प्रदेशाध्यक्ष की हैसियत से सरकार को नसीहत देने वाला भाषण दिया। पायलट ने सीएम गहलोत की ओर इशारा करते हुए कहा कि जिस प्रकार राजीव गांधी जी ने संगठन को महत्व दिया, उसी प्रकार राजस्थान में भी मिलना चाहिए। सीएम साहब को चाहिए कि विधायक और कार्यकर्ता की मंशा पर घोषणाएं कर दें। राजीव गांधी ने मुम्बई के अधिवेशन में कहा था कि सत्ता के दलालों को कार्यकर्ता बाहर कर दें। जब इतना बोल्ड कदम राजीव गांधी उठा सकते हैं तो हम क्यों नहीं?
पायलट ने कहा कि सत्ता कार्यकर्ता के दम पर आती है। कार्यकर्ता ही जनता के बीच जाकर काम करता है। राजस्थान के लिए यह अच्छी बात है कि कांग्रेस की सरकार है। अपनी सरकार में कार्यकर्ता का सम्मान होना ही चाहिए। कार्यकर्ता को यह लगना चाहिए कि वह सरकार का अंग है। कार्यकर्ता ही सत्ता दिलवाता है। आने वाले दिनों में हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली और झारखंड में चुनाव होने हैं। राजस्थान के कांग्रेस के कार्यकर्ता इन राज्यों में जाकर कांग्रेस को फिर से मजबूत करेंगे। पायलट ने जिस अंदाज में भाषण दिया उससे कार्यकर्ता बेहद उत्साहित दिखा। मालूम हो कि अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बने आठ माह हो गए है, लेकिन अभी तक भी राजनीतिक नियुक्तियां नहीं हुई हैं। कार्यकर्ता सरकारी पद पाने के इंतजार में हैं। पायलट ने प्रभावी और दमदार तरीके से कार्यकर्ताओं की भावनाएं मुख्यमंत्री के सामने रख दी है। साथ ही सत्ता के दलालों से सावधान रहने की नसीहत दी है। 
एस.पी.मित्तल


बस पलटने से चालीस छात्रो को लगी चोट

इकबाल अंसारी


पताही के पचपकडी बाजार स्थित एक निजी विद्यालय की बस सोमवार को पताही थाना क्षेत्र के पदुमकेर हनुमान मंदिर के पास पलट गई। बस में सवार 40 बच्चे चोटिल हो गए।


मोतिहारी। पताही के पचपकडी बाजार स्थित एक निजी विद्यालय की बस सोमवार को पताही थाना क्षेत्र के पदुमकेर हनुमान मंदिर के पास पलट गई। बस में सवार 40 बच्चे चोटिल हो गए। बस बच्चों को घर छोड़ने जा रही थी। गनीमत है कि कोई बच्चा गंभीर से जख्मी नहीं हुआ है। इस दुर्घटना की सूचना पर लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े और बच्चों को बस से बाहर निकालने में कदद करने लगे। दूसरी ओर, अभिभावकों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि घटना की सूचना विद्यालय के संचालक द्वारा उन्हें नहीं दी गई। आनन-फानन में छात्र-छात्राओं को दूसरे वाहन से घर भेजने का काम होने लगा। जानकारी मिलने पर अभिभावक जैसे-तैसे घटनास्थल पर पहुंचे। इधर, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मोदनारायण कुमार ने जिलाधिकारी से पताही प्रखंड क्षेत्र एवं पचपकडी में संचालित निजी विद्यालयों की जांच कराकर वाहनों के संचालन से संबंधित मानकों का पालन सुनिश्चित कराने की मांग की है। बता दें कि ज्यादातर निजी शिक्षण संस्थान सरकारी दिशा निर्देशों का उल्लंघन कर रहे हैं। सुविधाओं के नाम पर मोटी रकम की वसूली तो की जा रही है, मगर उसके अनुरूप बच्चों को सुविधाएं नहीं मिल रहीं हैं। वाहनों में क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाया जा रहा है। इस पर निगरानी के लिए कोई प्रशासनिक व्यवस्था नहीं है। इस बात से लोगों में आक्रोश है।


चिदंबरम की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज:एचसी

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। आईएनएक्स मीडिया घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार और धनशोधन मामलों में कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम को बड़ा झटका लगा है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने चिदंबरम की अग्रिम जमानत अर्जी को खारिज कर दिया है। न्यायमूर्ति सुनील गौर ने मामले पर अपना फैसला सुनाया। उन्होंने 25 जनवरी को इस मामले में अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया था। चिदंबरम ने हाईकोर्ट से तीन दिनों की मोहलत मांगी है। इससे पहले जिरह के दौरान सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय दोनों ने ही चिदंबरम की अर्जी का इस आधार पर विरोध किया था कि उनसे हिरासत में पूछताछ जरूरी है क्योंकि वह सवालों से बच रहे हैं। दोनों जांच एजेंसियों ने दलील दी थी कि चिदंबरम के वित्तमंत्री के तौर पर कार्यकाल के दौरान मीडिया समूह को 2007 में विदेश से 305 करोड़ रुपये की धनराशि प्राप्त करने के लिए एफआईपीबी मंजूरी प्रदान की गई थी। प्रवर्तन निदेशालय ने दलील दी कि जिन कंपनियों में धनराशि हस्तांतरित की गई वे सभी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर चिदंबरम के पुत्र कार्ति द्वारा नियंत्रित हैं और उनके पास यह मानने का एक कारण है कि आईएनक्स मीडिया को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) मंजूरी उनके पुत्र के हस्तक्षेप पर प्रदान की गई। उच्च न्यायालय ने 25 जुलाई 2018 को चिदंबरम को दोनों ही मामलों में गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण प्रदान किया था जिसे समय समय पर बढ़ाया गया।


फर्जी फेसबुक अकाउंट से की जा रही ठगी

सावधान! हाईटेक ठग फर्जी फेसबुक अकाउंट के माध्यम से आपको लगा सकते है चुना,मुंगेली व बिलासपुर जिला में ठगी का हाईटेक प्रयास नाकाम,अन्य जिले को बना सकते हैं निशाना


कमल महंत


कोरबा। हाईटेक हो चुके वर्तमान समय में ठग गिरोह भी अब हाईटेक पैंतरे इस्तेमाल करने लगे हैं।जहाँ आपको किसी उच्च अधिकारी या राजनेता के नाम पर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट के बहाने लंबा चुना लगा सकते है।अगर आपके पास भी ऐसा कुछ फ्रेंड रिक्वेस्ट आता है तब सोच समझकर फैसला लें।


इन दिनों हाईटेक ठग काफी सक्रिय हैं।जो उच्च अधिकारी तथा राजनेता के नाम पर फर्जी फेसबुक आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर तथा अपने झांसे में लेकर आपका एटीएम कार्ड की फोटो मांगकर आपको अच्छा खासा चुना लगा सकते है।और जब तक आपको अपने ठगे जाने का अहसास होगा तब ठग हाईटेक पैंतरा के जरिये आपके खाते से मोटी रकम पार कर चुका होगा।ये ठग बिलासपुर तथा मुंगेली जिला में अपना कारनामा दिखाने में नाकाम हो गए है।जो अन्य जिले को भी अपना निशाना बना सकते है।लोगों को ठगने के लिए ठग द्वारा बिलासपुर कलेक्टर संजय अलंग के नाम का इस्तेमाल किया गया है।यहाँ पर आपको बता दें कि बिलासपुर कलेक्टर के नाम पर फर्जी फेसबुक अकाउंट से मुंगेली महिला एवं बाल विकास अधिकारी विभा मसीह को फ्रेंड रिक्वेस्ट आता है।उक्त अधिकारी भी इसे सहज स्वीकार कर लेती है।तथा दोनों के बीच मैसेंजर पर चैट भी शुरू हो जाता है।बातों का सिलसिला कुछ दिन चलने के बाद चैट करने वाला ठग एटीएम की जानकारी मांगते हुए एटीएम की फोटो भेजने की डिमांड रखता है।महिला अधिकारी मौक़ा रहते ठगी के मंसूबे को समझ जाती है।लेकिन उनके साथ हुए इस ठगी के प्रयास के बाद प्रशासनिक गलियारे में हलचल मची हुई है।ठग द्वारा मुंगेली के साथ बिलासपुर जिले में भी अपना जाल बिछा अनेकों लोगों के पास कलेक्टर संजय अलंग के कथित अकाउंट से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा।तथा जिन्होंने उसे कलेक्टर समझकर उसके फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार कर लिया मैसेंजर में उनसे बात करते हुए 20–20 हजार रूपए की मांग भी की जिसे जल्द लौटाने का वादा भी उनसे किया।और सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया का अपना बैंक अकाउंट भी लोगों को मैसेंजर के जरिये भेजा।कलेक्टर द्वारा उधार में बीस हजार मांगे जाने की बात लोगों के गले नही उतरी और जांच पड़ताल उपरांत मामले की शिकायत पुलिस में की गई है।चूँकि मामला एक उच्च अधिकारी से जुड़ा हुआ है इसलिए पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए उक्त फर्जी आईडी को ब्लॉक करते हुए सिविल लाईन में मामला दर्ज कर ठग का सुराग लगाने मामले को गंभीरता से ले रही है।आखिर ऐसा कौन ठग है जिसने ठगी के लिए कलेक्टर के नाम का बेखौफ होकर इस्तेमाल किया हैं।इस घटना से बिलासपुर मुंगेली दोनों जिलों में कोहराम मचा है।अज्ञात ठग का भांडा तो मुंगेली व बिलासपुर जिला में फूट चुका है।लेकिन अब वह अपने ठगी का पैंतरा अन्य जिले में भी अजमा सकता है।इसलिए सभी सावधान रहें तथा इस तरह का कोई भी फ्रेंड रिक्वेस्ट आने पर अक्ल से फैसला लें ना कि ठगी का शिकार बन बैठें।


कलयुगी-मां:टॉयलेट में जन्म देकर बच्चे को फेंका

फारुख हुसैन


लखीमपुर खीरी। लखीमपुर खीरी में एक ऐसा शर्मनाक मामला सामने आया है जहां अस्पताल में एक मां अपने नवजात बच्चे को जन्म देकर उसे वहीं छोड़ कर चली गयी जिसकी जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कम्प मच गया ।जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल के टॉयलेट में एक मां अपने नवजात बच्चे को जन्म देकर वही फेंक कर चली गयी। बच्चे के शरीर पर कोई भी कपड़ा नहीं था तथा सिर से खून बह रहा था और बदन पर तमाम खरोंचें थीं। ऐसा लग रहा था कि किसी ने बच्चे की जान लेने की नीयत से उसे टॉयलेट में फेंक दिया। पर अस्पताल प्रशासन की सतर्कता से बच्चे की जान बच गई।जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड से लगे शौचालय में दोपहर के वक्त एक तीमारदार गया तो वहां का नजारा देखकर सन्न रह गया। अस्पताल के टॉयलेट में एक नवजात बच्चा पड़ा हुआ था। उसके शरीर पर न कोई कपड़ा था और न ही किसी चीज में वह लिपटा था। टायलेट की फर्श पर बच्चा बेसुध पड़ा हुआ था। इसकी जानकारी तुरंत अस्पताल प्रशासन को दी गई।


बच्चे के सिर से खून बह रहा था और शरीर पर चोट के निशान भी थे। अस्पताल प्रशासन ने बच्चे को अपने कब्जे में ले लिया और उसका इलाज शुरू कराया। फिलहाल बच्चे को महिला अस्पताल के न्यू बॉर्न केयर यूनिट में रखा गया है। सीएमएस डॉ. आरके वर्मा ने बताया कि अब तक पता नहीं चला है कि बच्चा किसका है। पर हालत देखकर लगता है कि चंद घंटों पहले ही उसका जन्म हुआ होगा।


स्वदेशी फाउंडेशन ने किया संस्था का विस्तार

स्वदेशी फाउंडेशन संस्था के जिला कार्यालय पर हुआ एक विशेष बैठक का आयोजन


अश्वनी उपाध्याय 


गाजियाबाद। स्‍वदेशी फाउंडेशन संस्था के द्वारा जिला कार्यालय पर एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता तिसावर जी पश्चिम उत्तर प्रदेश महासचिव ने की । बैठक में संस्था के सभी प्रदेश, मण्डल, जिला नगर व देहात के समस्त पदाधिकारी उपस्थित रहे, और सभी ने संस्था के हित में अपने अपने विचार प्रस्तुत किए। साथियो आगामी कार्य योजनाओं के विषय में वार्तालाप की ।


संस्था का विस्तार व पदोन्नति
संस्था का विस्तार व पद्दोन्नति करते हुए दिवाकर ओझा को जिला सचिव नियुक्त किया गया। कार्यालय पर उपस्थित सभी पदाधिकारियों ने मिलकर सम्मानित किया व बधाई दी ।बैठक में मुख्य रूप से पश्चिम उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रजापति, मेरठ मंडल संयोजक विशाल जीनवाल, गाजियाबाद जिला संयोजक भोपाल, गाजियाबाद जिला उपाध्यक्ष गौरव गोस्वामी, जिला प्रवक्ता व मीडिया प्रभारी अभिषेक शर्मा, लोनी नगर अध्यक्ष शिवा, वार्ड नंबर 26 के उपाध्यक्ष मोहित गोस्वामी, सागर सैनी, संगठन मंत्री मोहर सिंह प्रजापति, प्रशांत वर्मा, मनोज कुमार आदि पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता गण उपस्थित रहे।


तिहरे हत्याकांड में 8 गिरफ्तार,एसआई सस्पेंड

धूमनगंज के तिहरे हत्याकांड में आठ गिरफ्तार, चैकी प्रभारी सस्पेंड 


प्रयागराज। नगर के धूमनगंज में रविवार को हुए तिहरे हत्याकांड में पुलिस ने आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। मौके से दोनाली बंदूक,12 खोखे और कुल्हाड़ी बरामद। दो अन्य आरोपित फरार हैं। वहीं लापरवाही के आरोप में राजरूपुर के चैकी प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है। उधर तीनों शवों का शाम पांच बजे के बाद पोस्टमार्टम होगा। तनाव को देखते हुए पोस्टमार्टम हाउस और घटनास्थल पर भारी फोर्स तैनात है। 
धूमनगंज थाना क्षेत्र के चैफटका इलाके में रविवार की रात गली में दीवार बनाने के विवाद में तीन लोगों की हत्या कर दी गई। हमलावरों ने पहले एक युवक को गोली मारकर लहूलुहान कर दिया। इसके बाद दुकान में बैठा एक अन्य युवक भागने लगा तो उसे भी गोली मार दी। फायरिंग की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे एक युवक व एक किशोर भी गोली लगने से जख्मी हो गए। किशोर के सीने से गोली आरपार हो गई है। बाद में अस्पताल में उसकी भी मौत हो गई। 
वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर अपने घर में घुस गए। सूचना पर कई थानों की फोर्स के साथ एडीजी, डीआइजी, एसएसपी समेत अन्य आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। गुस्साए लोगों ने आरोपितों के घर को चारों तरफ से घेर लिया था। पुलिस ने भीड़ बढ़ती देख हल्का बल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ा। लगभग डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद दो आरोपितों को उनके घर से दबोच लिया। बाकी भागने में सफल रहे। 
  धूमनगंज में चैफटका पेट्रोल पंप के पास रहने वाला लालू यादव 32 पुत्र स्व. सुरेश कुमार सब्जी का ठेला लगाता है। वह छह भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। उसका पड़ोस के ही बलवंत यादव से घर के बगल स्थित गली में रास्ते का विवाद है। बताया जाता है कि बलवंत यादव की मिठाई की दुकान है। उसके बेटे दबंग किस्म के हैं। वे गली में जबरन दीवार बनाकर रास्ता रोक रहे थे। इसका लालू विरोध कर रहा था। रास्ते को लेकर पहले भी कई बार दोनों पक्षों में विवाद हो चुका है।
  रविवार सुबह भी कहासुनी हुई जिसके बाद बलवंत के बेटे चंदन, सोनल आदि लालू को लाठी, डंडा और चापड़ लेकर खोज रहे थे। रात में लालू यादव अपने दोस्त अजीत भारतीय 28 पुत्र बृजलाल निवासी चक निरातुल खुल्दाबाद की दुकान में बैठा था। तभी हमलावर लाठी, डंडा और दोनाली बंदूक लेकर वहां पहुंच गए, लालू यादव को गाली देते हुए गोली मार दी। लालू लहूलुहान होकर जमीन पर गिरा तो दहशत में अजीत दुकान से निकलकर बाहर भागा। हमलावरों ने उसे भी खदेड़ कर गोली मार दी। बताया जाता है कि अजीत के जमीन पर गिरने के बाद उस पर ईंट-पत्थर से हमला भी किया गया। उधर फायरिंग की आवाज सुनकर वहां पहुंचे करन 15 पुत्र कमल निवासी चकिया और आजाद को भी गोली मारने के बाद हमलावर घर में घुस गए। करन के सीने से गोली आर-पार हो गई। एसआरएन अस्पताल में उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी, देर रात में उसकी भी मौत हो गई। जबकि आजाद को लेकर परिजन निजी अस्पताल में चले गए हैं। 
  घटना के बाद कई थानों की फोर्स के साथ एडीजी एसएन साबत, डीआइजी केपी सिंह, एसएसपी अतुल शर्मा मौके पर पहुंच गए। घटना को लेकर लोगों में काफी आक्रोश था। लोग पुलिस से तत्काल आरोपितों को घर से बाहर निकालने की मांग कर रहे थे। आक्रोश बढ़ते देख पुलिस ने लाठी भांजकर भीड़ को खदेड़ा और डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद दो आरोपितों को उनके घर का दरवाजा तोड़कर दबोच लिया, अन्य आरोपित भाग निकले। 
धूमनगंज में रविवार रात हुए दोहरे हत्याकांड में लापरवाही पाए जाने पर एसएसपी अतुल शर्मा ने एसएसआइ धूमनगंज तेज बहादुर सिंह को निलंबित कर दिया है। थाना प्रभारी धूमनगंज विजय कुमार सिंह के अवकाश पर होने के चलते थाना प्रभारी का चार्ज एसएसआइ टीबी सिंह के पास था। बताया जा रहा है कि सुबह विवाद के बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई थी लेकिन पुलिस ने लापरवाही बरती, जिससे यह घटना हुई।


प्रयागराज बन रहा है हत्यारों का पनाहगार

प्रयागराज बना हत्यारों की पनाहगाह का शहर


श्रृचा सिंह


जिले की बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर सौंपा ज्ञापन


प्रयागराज। समाजवादी पार्टी ने जिले की कानून व्यवस्था और हत्याओं और अपराधियों के बेखौफ हो कर आए दिन किसी न किसी की हत्या किये जाने पर योगी सरकार के विरुद्ध जिलाधिकारी आवास के बाहर प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सौंप कर बिगड़ी कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए उग्र आन्दोलन की चेतावनी दि।
  प्रदेश प्रवक्ता रिचा सिंह व महानगर अध्यक्ष सै० इफ्तेखार हुसैन के नेत्रित्व मे बड़ी संख्या मे जूटे सपा कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को बाहर निकालने और ज्ञापन लेने के लिए आवाज बुलन्द की।जिलाधिकारी के बाहर न आने पर कार्यकर्ता उन्के आवास के गेट पर सांकेतिक धरना देकर बैठ गए।  कार्यकर्ताओं के उग्र रुप को देखते हुए मौके पर पुलिस भी पहोंच गई ।
  प्रदेश प्रवक्ता रिचा सिंह ने जिलाध्यक्ष कृष्णमूर्ति सिंह यादव व महानगर अध्यक्ष सै०इफ्तेखार हुसैन की उपस्थिति मे ए०सी०एम० को ज्ञापन सौंपते हुए यह चेतावनी दी की अगर कानून व्यवस्था जल्द न सुधरी और हत्याओं पर लगाम नहीं कसी गई तो समाजवादी पार्टी और उग्र आन्दोलन को विवश होगी। सौंपे गए ज्ञापन मे यह बात कही गई के विगत लोक सभा चूनाव के बाद से पिछले दो माह से प्रयागराज की कानून व्यवस्था एकदम से ध्वस्त हो गई है।लगभग हर रोज हत्याएँ,लूट आम बात हो गई है। अपराधियों के हौसले इतने बुलन्द हो गए हैं की उन पर पुलिस का कोई खौफ नही रहा। पुलिस प्रशासन अपराध नियन्त्रण मे पूर्णतया विफल हो गई है। पुलिस केवल मौजूदा सरकार के मंत्रीयों व नेताओं की आवभगत मे लिप्त है। प्रशासनिक अधिकारी एसी कमरों मे बैठ कर मजे ले रहे हैं।
  18 / 8 / 19 को जनपद प्रयागराज मे अलग अलग थानों 6 हत्याएँ कर दी गईं जिसमे थाना धूमनगंज के अन्तर्गत चैफटका के पास खुलेआम तीन व्यक्तियों की हत्या कर दी गई इसी तरहा अन्य घटनाएँ भी की गईं। अपराधियों पर पुलिस का खौफ न होने के कारण अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। 16 अगस्त को भी जनपद न्यायालय मे बड़ी घटना होते होते बच गई , लगातार हो रही वारदात को लेकर जनपद प्रयागराज के आम लोगों मे भय व्याप्त है। महिलाएँ छात्राएँ घर से निकलने मे घबरा रहीं हैं वही उनके परिजन जब तक बच्चीयाँ अपने स्कूल कालेज या आफिस से अपने घर न पहुँच जाएँ चिन्तीत रहते है। जनता में शासन प्रशासन को लेकर जबरदस्त आक्रोष है। नेतद्वय ने चेतावनी दी के अगर अपराध नियन्त्रण को लेकर शासन प्रशासन गम्भीर न हुआ तो समाजवादी पार्टी धरना प्रदर्शन सही उग्र आन्दोलन को विवश हो जायगी जिसे रोकना प्रशासन के बस की बात न होगी। विरोध प्रदर्शन व ज्ञापन सौंपने वालों में  समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विनोद चन्द्र दूबे, कृष्णमूर्ति सिंह यादव, सै०इफ्तेखार हुसैन, दूधनाथ पटेल, महबूब उसमानी, सबीहा मोहानी, किताब अली, सै०मो०अस्करी सहित अन्य लोग मौजूद थे।


विद्युत निगम कर्मचारियों ने किया धरना प्रदर्शन

विद्युत निगम के खिलाफ कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन


औरैया। उप्र राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन के निर्देशानुसार पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत जनपद के सभी अवर अभियंताओं ने सर्किल कार्यालय पर ध्यानाकर्षण सभा का आयोजन किया। इसमें जिले के सभी अवर अभियंताओं ने शामिल होकर कार्य बहिष्कार किया।
संगठन के जिला सचिव जेई नरेंद्र गौतम ने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व के घोषित कार्यक्रम के तहत पांच अगस्त से शुरू हुए आंदोलन में 13 उपकेंद्रों पर तैनात व अन्य अवर अभियंता नियमित ड्यूटी के समय काली पट्टी बांधकर कार्य करते हुए विरोध प्रकट कर रहे हैं। सोमवार को सर्किल कार्यालय में सभा कर विद्युत निगम की नीतियों का विरोध जताया। उन्होंने बताया कि निगम मुख्यालय के 24 घंटे विद्युत आपूर्ति के आदेश में सबसे ज्यादा परेशानियां हम लोगों को ही उठानी पड़ती हैं। विद्युत चोरी रोकने, राजस्व वसूली, आपूर्ति बाधित होने पर उपभोक्ताओं का सामना करना पड़ता है। आए दिन मारपीट की घटनाएं होती हैं। इसके बाद भी उन पर दबाव डालकर उत्पीड़न किया जाता है। ऐसी स्थिति में उनसे जोर जबरदस्ती कर गलत कार्य कराए जाते हैं। इसे लेकर प्रत्येक कार्य दिवस में सायं पांच बजे से अगले दिन सुबह नौ बजे तक एवं अवकाश के दिनों में पूरे समय विभागीय सीयूजी मोबाइल फोन बंद रखेंगे और विभागीय कार्यों से विरत रहेंगे। उक्त समय में यदि कोई औद्योगिक अशांति एवं जनाक्रोश उत्पन्न होता है तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी उच्चाधिकारियों की होगी। सभी ने उच्चाधिकारियों से उनका शोषण बंद करने और उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की है। उन्होंने समस्याओं का तत्काल समाधान न करने पर आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी। इस मौके पर शिवदत्त, विजय सिंह, ज्ञान प्रकाश, सुभाष चंद्र यादव, विवेक खरे, प्रदीप कुमार सहित सभी 13 उपकेंद्रों के अवर अभियंता मौजूद रहे।


बाल गृह अधीक्षक सहित तीन निलंबित

कानपुर के बालगृह अधीक्षक समेत तीन निलंबित


 कानपुर । राजकीय बालगृह (बालक) कल्याणपुर में 15 वर्षीय किशोर की मौत के मामले में आत्महत्या की बात छिपाना अधीक्षक समेत तीन कर्मियों को भारी पड़ गया। शासन ने अधीक्षक, केयरटेकर और चतुर्थश्रेणी कर्मचारी को निलंबित कर दिया। इस संबंध में महिला कल्याण विभाग की निदेशक आरती श्रीवास्तव ने आदेश जारी कर दिया है। अब एक संविदाकर्मी की बर्खास्तगी की तैयारी है।
असोम के पार्वतीपुर का निवासी 15 वर्षीय किशोर बीते मार्च में सेंट्रल स्टेशन पर चाइल्ड लाइन को मिला था। चाइल्ड लाइन ने उसे बालगृह भेज दिया था, तबसे वह यहीं रह रहा था। शनिवार भोर में 3:12 बजे पर उसने फांसी लगाकर जान दे दी थी। उसे फंदे से उतारकर कर्मचारी एलएलआर अस्पताल (हैलट) ले गए थे। वहां चिकित्सकों से उसे मृत घोषित कर दिया था। चिकित्सकों ने उसी समय बता दिया था कि मौत हैं¨गग की वजह से हुई है, लेकिन कर्मचारियों ने इसे नकार दिया था और स्लीपर से गिरने की रट लगाए थे। डीएम, मजिस्ट्रेट और शासन को भेजी रिपोर्ट में भी उन्हांेने स्लीपर से गिरने की वजह से मौत होना दर्शाया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण फांसी बताए जाने के बाद भी वह मामले में झूठ बोलते रहे।जिला प्रोबेशन अधिकारी अजीत कुमार के मुताबिक अधीक्षक कपूरचंद्र वर्मा, केयरटेकर बृजेंद्र दीक्षित, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अशोक कुमार को निदेशक महिला कल्याण ने निलंबित कर दिया है। संविदाकर्मी को कार्य में लापरवाही बरतने के लिए बर्खास्त किया जाएगा।


कांग्रेस ने 'राजीव गांधी' को दी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 20 अगस्त को 75वीं जयंती है। इस अवसर पर पीएम मोदी, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, गुलामनबी आजाद, अहमद पटेल समेत कई कांग्रेस नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ''पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।' कांग्रेस इस दिन को 'सद्भावना दिवस' के रूप में मनाती है। 
राहुल गांधी ने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि राजीव गांधी की दूरदर्शी नीतियों से भारत के निर्माण में मदद मिली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, सोनिया, अंसारी, मनमोहन, राहुल, प्रियंका और कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने राजीव गांधी की समाधि पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। 
राहुल ने ट्वीट किया, ''आज हम राजीव गांधी जी की 75वीं जयंती मना रहे हैं जो एक देशभक्त और दूरदर्शी व्यक्ति थे तथा जिनकी दूरदर्शी नीतियों ने भारत के निर्माण में मदद की।'' उन्होंने कहा, ''मेरे लिए वह एक बहुत प्यार करने वाले पिता थे जिन्होंने मुझे सिखाया कि कभी नफरत नहीं करो, माफ करो और सभी इंसानों से प्यार करो।'' 
राजीव गांधी की 75वीं जयंती के मौके पर कांग्रेस पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है जिनमें बतौर प्रधानमंत्री राजीव गांधी के योगदान और उपलब्धियों का उल्लेख किया जाएगा। 
अक्टूबर, 1984 से दिसंबर 1989 तक देश के प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त, 1944 को हुआ था। वह 40 की उम्र में देश के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने। 
वहीं कांग्रेस इस सप्ताह पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगी, जिनमें बतौर प्रधानमंत्री उनकी उपलब्धियों और योगदान को याद किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी 22 अगस्त को दिल्ली के इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में भी एक भव्य कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय, प्रादेशिक और जिला स्तर के पदाधिकारी शिरकत करेंगे। 
कांग्रेस आज दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में भी एक स्मृति कार्यक्रम आयोजित करेगी, जिसमें पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित वरिष्ठ नेताओं के मौजूद रहने की संभावना है।


मोर्चरी में लाश रखने के मांगे तीन हजार

फिर हुए मानवता शर्मशार ,मर्च्युरी में लाश रखने के एवज में आरक्षक मांग रहा था तीन हजार रुपए रिश्वत |


धमतरी | छत्तीसगढ़ के धमतरी में  सरकारी अस्पताल के आरक्षक की बेरुखी के चलते समाज को शर्मसार करने वाली घटना सामने आयी है | यहाँ के मेचका गांव के एक व्यक्ति ने अज्ञात कारणों से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली |  मौत के बाद उसके परिजनों को पोस्टमार्टम करने के लिए अस्पताल के बहार रात भर इंतजार करना पड़ा | शव अस्पताल के बाहर रखा रहा | दरअसल मरच्यूरी  में शव रखने के बदले आरक्षक परिजनों से तीन हजार रुपए की मांग कर रहा था | रिश्वत देने में असक्षम मृतक के परिजनों को मजबूरन शव ट्रैक्टर में रखकर ही रात गुजारनी पड़ी | लेकिन अस्पताल कर्मियों उसे मर्चुरी या सुरक्षित स्थान में रखने तक की इजाजत नहीं दी | पुलिस कर्मियों ने डाक्टर और स्वास्थ कर्मियों से लाश का जल्द पोस्टमार्टम करने की गुहार तक लगाई | लेकिन डाक्टरों के कानो में जू तक नहीं रेंगी |  बहरहाल पुलिस ने आरोपी आरक्षक के खिलाफ जांच कर मामले में कार्रवाई की बात कही है | 


बताया जाता है नगरी थाना के एक आरक्षक  पर गंभीर आरोप लगे हैं |  आरोप लाश को मरच्यूरी में रखने के एवज में 3000 रुपये मांगने के हैं |  दरअसल मेचका गांव के एक व्यक्ति ने अज्ञात कारणों से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली |  उसकी लाश को परिजनों ने ट्रैक्टर के जरिये पोस्टमार्टम के लिए नगरी लाया, लेकिन तब तक रात हो चुकी थी |  परिजन ऐसे में लाश को मरच्यूरी में रखना चाहते थे | मृतक के परिजनों ने बताया कि आरक्षक कान्तु राम ठाकुर ने मरच्यूरी में शव रखवाने के एवज में तीन हजर रुपए की कर रहा था | परिजन रुपये देने में सक्षम नहीं थे | लिहाजा लाश को रात भर ट्रैक्टर ट्राली में ही रखना पड़ा |  एसपी बालाजी राव ने इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है |


आजम,विधायक बेटे,पत्नी पर मुकदमा दर्ज

हरमेश भाटिया


रामपुर। आजम खान और गौहर यूनिवर्सिटी की मुश्किलें कम होती नही नज़र आ रही है। इस बार आज़म खान सहित उनकी पत्नी भी मुश्किलों में दिखाई दे रही है। ताज़ा प्रकरण में आज़म खान, उनकी पत्नी तन्जीन फातिमा, बेटे अब्दुल्लाह आज़म खान सहित कुल 9 लोगो पर धोखाधड़ी सहित कई गंभीर धाराओ में मुकदमा दर्ज हुआ है। इस प्रकरण में आरोपियों की लिस्ट में शिया वक्त बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी और सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ज़फर फारुकी भी शामिल है।


प्रकरण में प्राप्त समाचारों के अनुसार मुकदमा अज़ीम नगर थाने में दर्ज हुआ है। जिसमे रामपुर सांसद आज़म खान, उनके बेटे विधायक अब्दुल्लाह आज़म खान, आज़म खान की पत्नी तंजीम फातिमा, शिया वक्फ बोर्ड के वसीम रिज़वी तथा सुन्नी वक्फ बोर्ड के ज़फर फारुकी सहित कुल 9 लोगो पर आईपीसी की धारा 420, 409, 447, 467, 468, 471, 120बी और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान अधिनियम की धारा 3 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपों के अनुसार शत्रु संपत्ति को वक़्फ़ संपत्ति बनाकर और वक़्फ़ संपत्ति को साजिश के तहत इन लोगो ने मिल कर हड़प लिया है। प्रकरण में वादी ने आरोप लगाया है कि इन लोगो ने कूट रचित दस्तावेज के सहारे जौहर यूनिवर्सिटी के लिए केंद्र सरकार की स्वामित्व वाली शत्रु संपत्ति को कब्ज़ा करने के लिए वक़्फ़ में दर्ज कराया था। ये संपत्ति शिया वक़्फ़ में दर्ज करवा कर शत्रु संपत्ति पर कब्जा कर जौहर यूनिवर्सिटी में मिला लिया। दर्ज मुक़दमे में गंभीर धाराओ के कारण आरोपियों को गिरफ़्तारी का भी डर बना हुआ है। उपरोक्त धाराओं के अंतर्गत 7 साल से अधिक कारावास का प्रावधान है। एसपी रामपुर अजय पाल शर्मा ने यह भी बताया के कई मामलों में आजम खान के सह आरोपी न्यायालयों से एंटीसिपेटरी बेल  के लिए याचिका कर चुके हैं लेकिन न्यायालय से उनकी जमानत अर्जी खारिज हो गई है। वही आजम खान को भी अभी तक किसी तरह की रिलीफ नहीं मिली है।


भाजपा-आरएसएस कर रहे हैं परेशान: राहुल

पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की ओर से दायर कराए गए मानहानि का मामले में पटना की अदालत में पेश होने से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, ''सत्यमेव जयते।''गांधी ने पटना पहुंचने से पहले ट्वीट कर कहा, 'मैं पटना की दीवानी अदालत में दिन में दो बजे पेश होऊंगा। आरएसएस-भाजपा में मेरे राजनीतिक विरोधियों की ओर से मुझे परेशान करने और धमकाने के लिए दायर किया गया यह एक और मामला है। सत्यमेव जयते।'


दरअसल, गांधी बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी द्वारा उनके खिलाफ दायर मानहानि के एक मामले के सिलसिले में शनिवार दोपहर पटना की एक अदालत में पेश होंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने गत अप्रैल में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में यह मामला दायर किया था। सुशील मोदी ने उक्त मामला गांधी द्वारा कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी रैली में की गई टिप्पणी करने पर आपत्ति जताते हुए दायर किया था कि सभी चोरों के उपनाम मोदी क्यों हैं। गांधी का इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बैंक धोखाधड़ी आरोपी नीरव मोदी और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की ओर था।


सीएम ने होरा के निधन पर दुख व्यक्त किया

रायपुर।  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरमिंदर सिंह होरा के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। हरमिंदर सिंह होरा का कल निधन हो गया था।
मुख्यमंत्री ने आज सवेरे सदभावना दिवस के कार्यक्रम के बाद पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह होरा के देवेन्द्र नगर स्थित निवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की और उनके छोटे भाई  हरमिंदर सिंह होरा के निधन पर शोक संवेदनाएं प्रकट की। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय श्री होरा के परिवारजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया।इस अवसर पर नगरीय विकास मंत्री डॉ शिव डहरिया, राज्यसभा सांसद पी.एल. पुनिया और श्रीमती छाया वर्मा, विधायक सत्यनारायण शर्मा,  मोहन मरकाम, कुलदीप जुनेजा, विकास उपाध्याय, नगर निगम रायपुर के महापौर प्रमोद दुबे, पूर्व महापौर श्रीमती किरणमयी नायक भी उपस्थित थीं।


मच्छर दिवस: एक मच्छर आदमी को...

दुनिया का सबसे ज्यादा खतरनाक जीव छोटा सा दिखने वाला मच्छर है। मच्छर का छोटा सा डंक हमारी सेहत के लिए बड़ा खतरा पैदा कर सकता हैं। इसके डंक से मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और जीका वायरस जैसी बीमारियों के होने का खतरा रहता हैं। हर साल पूरे विश्व में 20 अगस्त के दिन विश्व मच्छर दिवस मनाया जाता हैं। आप सोच रहे होंगे भला मच्छरों को याद करने का दिन क्यों मनाया जाता है। तो आपको बता दें इस दिन पेशेवर चिकित्सक सर रोनाल्ड रास ने वर्ष 1896 में यह खोज की थी कि इंसान में मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारी के लिए रेस्पोंसिबल मादा मच्छर है। जिसे विज्ञान के क्षेत्र मे बड़ी खोज माना जाता है। जानकारी के लिए बता दे कि बारिश का मौसम आते ही मच्छरों का आतंक मच जाता है, जो न सिर्फ आपकी नींद खराब करते हैं बल्कि आपकी सेहत के भी दुश्मन होते हैं। इनसे बचने के लिए हम तरह तरह के जहरीले मॉस्किटो कॉइल और रिपेलेंट का सहारा लेते हैं। आज हम आपको बताएंगे सेहत के इन दुश्मनों से छुटकारा पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय।


नीम : जिस तरह सेहत के लिए नीम के अपार फायदे हैं उसी तरह इससे मच्छरों को भी भगाया जा सकता है। इसके लिए नीम और नारियल के तेल को बराबर मात्रा में लेकर मिश्रण तैयार कर लें और इसे शरीर पर रगड़ें। इसका असर आठ घंटे तक रहता है।


कपूर : कमरे में कॉइल की जगह कपूर जलाएं और 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें। जब कमरे में वापस जाएंगे तो मच्छरों का नामो-निशान नहीं मिलेगा।


नींबू : बराबर मात्रा में नींबू के तेल और नीलगिरी के तेल लेकर मिश्रण तैयार कर लें, अब इसे शरीर पर लगाएं। इसकी महक से मच्छर आपके आस-पास नहीं भटकेंगे।


लहसुन: लहसुन की बदबू से मच्छर इसके पास नहीं आते। इसे पीस कर, पानी में उबाल कर कमरे में छिड़क दें। असर साफ दिखेगा। अगर आपको इसकी बदबू से परेशानी न हो तो यह स्प्रे अपने शरीर पर भी छिड़क सकते हैं।


पेट्रोल-डीजल के दाम में जबरदस्त बढ़ोतरी

यूपी में पेट्रोल और डीजल के दाम में जबरदस्त बढ़ोतरी


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीती रात पेट्रोल और डीजल के दाम में जबरदस्त बढ़ोतरी की गई है। पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी आज से प्रदेशभर में लागू हो गई है। जानकारी के अनुसार पेट्रोल के दाम में 2.35 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है, जबकि डीजल के दाम में एक रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है।


दरअसल प्रदेश सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैट को बढ़ा दिया है, जिसकी वजह से पेट्रोल के दाम में 26.80 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि डीजल के दाम में 17.48 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।नई कीमतें लागू होने के बाद प्रदेश की राजधानी में पेट्रोल के दाम 73.65 रुपए प्रति लीटर पहुंच गए हैं, जबकि डीजल के दाम 65.34 रुपए प्रति लीटर पहुंच गए हैं। इससे पहले पेट्रोल के दाम 71.30 रुपए प्रति लीटर, जबकि डीजल के दाम 64.36 रुपए प्रति लीटर था। प्रदेश सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस इजाफे से सरकार को प्रति वर्ष 3000 करोड़ रुपए के राजस्वा का इजाफा मिलेगा। जिसका इस्तेमाल अलग-अलग परियोजनाओं में किया जाएगा।बता दें कि इससे पहले अक्टूबर 2018 में प्रदेश सरकार ने कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने पर वैट को कम कर दिया था, जिसकी वजह से पेट्रोल और डीजल सस्ता मिल रहा था। लेकिन अब सरकार ने एक बार फिर से वैट में बढ़ोतरी कर दी है।


कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...